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केजरीवाल के विपश्यना पर सियासी घमासान, बीजेपी बोली-100 कमांडो लेकर कौन सी शांति की खोज?

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आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विपाश्यना करने के लिए पंजाब के होशियापुर पहुंचे हैं। केजरीवाल होशियारपुर स्थित विपश्यना मेडिटेशन सेंटर में पूरे परिवार के साथ ध्यान साधना करने पहुंचे हैं। वह 4 मार्च को गाड़ियों के काफिले के साथ पंजाब के होशियारपुर से 11 किलोमीटर दूर स्थित आनंदगढ़ में धम्म धजा विपश्यना केंद्र पहुंचे थे। इस पर बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी ने पूछा है कि 50 गाड़ियों के काफिले और 100 से ज्यादा कमांडो के साथ कौन सा ध्यान लगाने पहुंचे हैं।

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की 10 दिवसीय विपश्यना साधना शुरू हो गई है, जो 15 मार्च को खत्म होगी। 5 मार्च से 15 मार्च तक केजरीवाल होशियारपुर के महिलांवाली गांव के पास आनंदगढ़ में धम्म-धजा विपश्यना योग केंद्र में ध्यान करेंगे। ये केंद्र शिवालिक पर्वत श्रृंखला की तलहटी में स्थित है।अरविंद केजरीवाल के इस पंजाब दौरे को लेकर काफी सियासी हंगामा भी मच गया है। रिपोर्टस के मुताबिक उनके काफिले में तीन दर्जन से अधिक गाड़ियां थीं और सुरक्षा के लिए पंजाब पुलिस के 100 जवानों को तैनात किया गया था। उनके लाव-लश्कर पर अब राजनीति गरमा गई है।

वीआईपी महाराजा की तरह चलते हैं- सिरसा

बीजेपी और कांग्रेस ने इसे वीवीआईपी विपश्यना बताते हुए अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है।बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने सवाल उठाया कि पंजाब के टैक्सपेयर्स के पैसे का इस्तेमाल केजरीवाल की विपश्यना के लिए क्यों किया जा रहा है? सिरसा ने एक्स पर लिखा कि अरविंद केजरीवाल कभी वैगनआर में एक आम आदमी होने का दिखावा करते थे, अब बुलेटप्रूफ लैंड क्रूजर, 100 से अधिक पंजाब पुलिस कमांडो, जैमर और एम्बुलेंस के एक भव्य काफिले में वीआईपी महाराजा की तरह चलते हैं। वह भी विपश्यना के लिए, जो शांति के लिए एकांतवास होता है।

वीआईपी संस्कृति को छोड़ नहीं पा रहे- वीरेंद्र सचदेवा

अरविंद केजरीवाल के 10 दिवसीय विपश्यना मेडिटेशन को लेकर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि वे आलीशान जीवनशैली और वीआईपी संस्कृति को छोड़ नहीं पा रहे हैं। यह विपश्यना नहीं, बल्कि विलासिता है। यह करदाताओं के पैसे को लूटने का एक माध्यम मात्र है। यह भोग विलास और सुविधाओं की चाहत है, जिसे वे छोड़ नहीं पा रहे हैं। पंजाब के लोगों को लूटना अब उनके दिमाग में है। उन्हें विपश्यना करने के बजाय पश्चाताप करने की जरूरत है।

कांग्रेस ने भी दागे सवाल

कांग्रेस पार्टी ने भी केजरीवाल पर हमला बोला। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने तंज कसते हुए कहा कि शायद केजरीवाल दिल्ली विधानसभा चुनावों में हार नहीं पचा पाए। तिवारी ने कहा कि वह शांति की तलाश और अपने स्वास्थ्य के लिए विपश्यना कर रहे हैं। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि जीत और हार राजनीति का हिस्सा है। अगर आप 100 कारों के काफिले के साथ यात्रा करते हैं, कांग्रेस की आलोचना सही है। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सत्ता के इतने आदी हो गए हैं और मैं इसे 'ऐय्याशी' कहूंगा क्योंकि वह इससे बाहर नहीं आ पा रहे हैं। आप एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष हैं, खड़गे भी अध्यक्ष हैं। क्या आपने कभी खड़गे के काफिले में 2-4 से ज्यादा गाड़ियां देखी हैं? वह दिल्ली में हार गए, फिर भी उन्होंने यह भ्रम नहीं छोड़ा कि वह किसी तरह के राजा या सम्राट हैं।

अरविंद केजरीवाल की बढ़े वाली है मुसीबत, सीएम आवास रिनोवेशन की होगी जांच, CVC ने दिए आदेश

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दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुसीबत बढ़ने वाली है। दरअसल, सेंट्र्रल विजिलेंस कमिशन यानी सीवीसी ने दिल्ली के सीएम आवास के नवीनीकरण और लग्जरी चीजों की खरीद के लिए अरविंद केजरीवाल द्वारा कराए गए खर्च की जांच करने का आदेश दिया है। सीवीसी ने 13 फरवरी को जांच के आदेश जारी किए हैं। आदेश सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (सीपीडब्यूडी) की रिपोर्ट सामने आने के बाद दिया। बता दें कि सिविल लाइंस इलाके में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगला 2015 से अक्टूबर 2024 तक, दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल का आधिकारिक निवास था। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों पर पद से इस्तीफा देने के बाद इसे खाली कर दिया था।

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक विजेंद्र गुप्ता ने मुख्यमंत्री आवास पर किए गए खर्च की शिकायत की थी।विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को भी इसे लेकर पत्र लिखा था। उन्होंने पत्र के माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 6, फ्लैग स्टाफ रोड स्थित सरकारी आवास पर अवैध निर्माण और नियमों के घोर उल्लंघन के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। साथ उप-राज्यपाल वीके सक्सेना से आग्रह किया था कि संपत्ति को उसकी मूल स्थिति में बहाल किया जाए और आस-पास की सरकारी संपत्तियों पर अतिक्रमण को बिना देरी के हटाया जाए।

एलजी को लिखे अपने पत्र में विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया था कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सार्वजनिक धन का उपयोग करके अपने आधिकारिक आवास को शीश महल में बदल दिया, जो पूरी तरह से अवैध और अनैतिक था। ऐसे में संपत्ति को उसकी मूल स्थिति में बहाल किया जाए और आस-पास की सरकारी संपत्तियों पर अतिक्रमण को बिना देरी के हटाया जाए। इस शिकायत पर ही कार्रवाई करते हुए ये आदेश जारी किए गए हैं।

वहीं, 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित बंगले में रिनोवेशन को लेकर सें सीपीडब्यूडी की रिपोर्ट में कहा गया कि 40,000 वर्ग गज (8 एकड़) में बने बंगले के निर्माण में कई नियमों को तोड़ा गया। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने आरोप लगाया था कि बंगले के रेनोवेशन में 45 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए गए हैं। भाजपा ने बंगले को केजरीवाल का शीशमहल नाम दिया है।

पंजाब को लेकर दिल्ली में क्या “पक” रहा है? पूरी कैबिनेट लेकर केजरीवाल से मिलने पहुंचे भगवंत मान
#arvind_kejriwal_meeting_with_punjab_mla
* दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पंजाब को लेकर दिल्ली में हलचल तेज है। सोमवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों के साथ बैठक की। इस बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित दूसरे नेता भी शामिल रहे।इस बैठक के एजेंडे को लेकर अबतक कुछ भी स्पष्ट नहीं हो सका है पंजाब में आज यानी 10 फरवरी की कैबिनेट बैठक होनी थी। कैबिनेट की बैठक स्थगित कर के मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने मंत्रियों और विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचे। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान दिल्ली के कपूरथला हाउस पहुंचे। जहां पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक हुई। माना जा रहा था कि इस बैठक में कुछ बड़ा हो सकता है। दरअसल, पंजाब सीएम की कुर्सी को खतरे की बात कांग्रेस और बीजेपी कर रही है। हालांकि, पंजाब के मुख्ममंत्री ने कहा कि दिल्ली का जनादेश सिर माथे है। हार-जीत तो चलती रहती है। देश में पंजाब को मिसाल बनाएंगे। पहले भी काम करते थे और अब भी काम करेंगे। पंजाब को हर स्तर पर पहचान दिलाएंगे। पंजाब को विकास का नया मॉडल बनाएंगे। हमारे कार्यकर्ता किसी लालच में नहीं आते। वहीं, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी आरोप लगा रही है कि अब अरविंद केजरीवाल भगवंत मान के खिलाफ साजिश कर खुद पंजाब के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। भाजपा विधायक मनजिंदर सिरसा का कहना है कि केजरीवाल भगवंत मान को सीएम पद की कुर्सी से हटाने की कोशिश में जुटे हैं। सिरसा का कहना है कि केजरीवाल यह कहकर भगवंत मान को अक्षम घोषित कर देंगे कि उन्होंने महिलाओं को 1 हजरा रुपये देने और नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर नियंत्रण लगाने जैसे वादे पूरे नहीं किए हैं। इसके बाद वह खुद ही पंजाब की कमान संभाल लेंगे। इन सभी चीजों को लेकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के पटियाला हाउस में पंजाब के सभी विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई है।
राजनीति का वो चमकता सितारा, तेजी से बढ़ा जिसका ग्राफ, उतनी ही तेज गिरा, क्या रही वजहें?
#kejriwals_political_journey_graph_fell_as_fast_as_it_grew

राजधानी दिल्‍ली में आम आदमी की पार्टी की सरकार 10 साल की सत्‍ता के बाद ढह गई। राष्‍ट्रीय राजनीति में तेजी से उभर रहे अरविंद केजरीवाल की साख को भी इस हार ने बट्टा लगा दिया। लगभग सभी विधानसभा क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़ों से तुलना करें तो इस बार आप को 65 सीटों पर वोट शेयर का नुकसान हुआ। वहीं पार्टी को सिर्फ़ पांच सीटों पर वोट शेयर में बढ़ोतरी हासिल हो सकी। आप के वोट शेयर में सबसे ज़्यादा गिरावट ओखला, संगम विहार और मुस्तफ़ाबाद सीटों पर दिखाई दी। पार्टी ने इन सभी तीन सीटों पर साल 2020 में 50 फ़ीसदी से अधिक वोट हासिल किए थे। जिन सीटों पर इसका वोट शेयर बढ़ा उनमें बदरपुर, गांधीनगर और सीलमपुर शामिल हैं। आप को साल 2020 में 48 सीटों पर 50 फीसदी से अधिक वोट मिला था। इस चुनाव में उसे सिर्फ 12 सीटों पर ही 50 फ़ीसदी से अधिक वोट मिल सके हैं। ये आंकड़े गवाही हैं कि जिस तेजी से केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी का ग्राफ उपर गया, उतनी ही तेजी से ढलता दिखाई दिया।

देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ 13 साल पहले खड़े हुए आंदोलन से निकल कर अरविंद केजरीवाल ने राजनीति में कदम रखा। केजरीवाल ने अपने पहले ही सियासी मैच में शानदार प्रदर्शन कर सभी को चौंका दिया था। इसके बाद दिल्ली में तीन बार सरकार बनाई, जिसमें एक बार गठबंधन और दो बार प्रचंड बहुमत के साथ। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय फलक पर पहचान दिलाई।

*जब ब्रैंड मोदी भी बेबस नजर आया*
केजरीवाल के करिश्मे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब ब्रैंड मोदी को पूरे देश में कामयाबी मिल रही थी तो दो बार ब्रैंड केजरीवाल ने उन्हें तगड़ी टक्कर दी और ब्रैंड मोदी पर भारी पड़े। 2015 और 2020 में जब पूरे देश पर ब्रैंड मोदी का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा था और उन्हें हर राज्य में कामयाबी मिल रही थी, उस वक्त दिल्ली आकर ब्रैंड केजरीवाल के सामने ब्रैंड मोदी भी बेबस नजर आया। एक बार नहीं दो बार।

*राजनीति में बना ब्रांड केजरीवाल*
राजनीति के एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि ब्रैंड केजरीवाल इसलिए मजबूत हुआ, क्योंकि लोगों को लगा कि वे दूसरे दलों से अलग हटकर काम करेंगे। दिल्ली की सत्ता में आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने मुफ्त-बिजली, पानी, शिक्षा का एक मॉडल तैयार किया था। उस वक्त लोगों ने इसे इसलिए स्वीकारा, क्योंकि उन्हें लगा कि मुफ्त योजनाएं भी मिलेंगी और करप्शन भी खत्म होगा। यही केजरीवाल की राजनीतिक ताकत बना। ब्रांड केजरीवाल के आगे बीजेपी दस साल तक दिल्ली में पस्त नजर आई। हालांकि, जल्द ही दूसरी पार्टियों ने भी फ्रीबीज का ऐलान कर दिया तो केजरीवाल ब्रैंड में कुछ नया नहीं रहा।

*दावों पर पूरी तरह खरे नहीं उतरे*
दूसरी तरफ, केजरीवाल जब राजनीति में आए थे तो भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस और वीआईपी कल्चर से दूर रहने की बात कही थी। इसके अलावा वीआईपी कल्चर के बजाय आम आदमी पार्टी की तरह साधारण तरीके रहन-सहन रखने की बातें की थी। इस तरह केजरीवाल ने अपना खुद की छवि गढ़ी थी। लेकिन सत्ता मिलने के बाद उस पर पूरी तरह खरे नहीं उतर सके।

*जितना बोला, उतना किया नहीं*
केजरीवाल ने रामलीला मैदान के मंच से कहा था कि हम तो आम आदमी हैं, हम तो दो कमरे के घर में रह लेंगे, बड़ी गाड़ियों और सुरक्षा के तामझाम की हमें जरूरत नहीं, भ्रष्टाचारियों को पहले दिन से ही जेल में डालेंगे। केजरीवाल अधिक बोले। कभी कहा, यमुना साफ कर दूंगा। कभी कहा, कूड़े के पहाड़ हटा दूंगा। इस तरह के अनगिनत दावे और वादे अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली और देश की जनता से किया था, लेकिन सत्ता की मलाई उन्हें इतनी मीठी लगी कि वो जैसे भूल ही गए कि उन्होंने कहा क्या था और कर क्या रहे हैं। केजरीवाल ने सीएम रहते हुए अपने सरकारी घर में करोड़ों रुपये खर्च कर दिया, जिसे बीजेपी ने शीश महल का नाम दिया।
दिल्ली मे मिली हार के बाद जेल से केजरीवाल को किसने लिखी चिट्ठी? राजनीति छोड़ने की दी नसीहत
#sukesh_chandrashekhar_letter_from_tihar_jail_to_arvind_kejriwal
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी के झाड़ू का तिनका-तिनका बिखर गया है। जिसे आप समेटने का काम कर रही है। यानी, आम आदमी पार्टी दिल्ली चुनावों में मिली इस हार की समीक्षा कर रही है। इस बीच दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राजनीति छोड़ देने की नसीहत मिली है। केजरीवाल को ये सलाह दी है तिहाड़ की मंडोली जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर ने। दरअसल, सुकेश चंद्रशेखर ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है। इस पत्र में सुकेश ने केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को चुनाव में हार के लिए तंज कसते हुए बधाई दी है।

दिल्ली चुनाव के नतीजे सामने आने के तुरंत बाद ही सुकेश ने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक चिट्ठी लिखी है। ठग सुकेश ने लिखा है, सबसे पहले मैं आपको, मनीष जी और सत्येंद्र जी को अपनी सीटें हारने के लिए बधाई देता हूं, और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपकी कट्टर भ्रष्ट पार्टी आप चुनाव हार गई। केजरीवाल जी अगर आपके पास मेरे पिछले पत्र सुरक्षित हैं तो कृपया वे पत्र देखें जो मैंने 3, 6, 8 महीने पहले लिखे थे। मैंने आपको चुनौती दी थी कि आप अपनी सीट हार जाएंगे और आप सत्ता से बाहर हो जाएगी।

*आपका सारा अहंकार आपके साथ ही शौचालय में बह गया-सुकेश*
केजरीवाल जी आज बिल्कुल वैसा ही हुआ है। आपको बाहर निकाल दिया गया है, आपका सारा अहंकार आपके साथ ही शौचालय में बह गया है। आपके सारे जुमले बेनकाब हो चुके हैं और सही साबित हो चुके हैं, दिल्ली की जनता ने आपको और आपकी दुनिया की सबसे भ्रष्ट पार्टी को सचमुच लात मार दी है। अब केजरीवाल जी, आप और आपके साथियों को थोड़ी शर्म आनी चाहिए और राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए, राजनीतिक संन्यास ले लेना चाहिए क्योंकि अगली बार पंजाब से भी आपका सफाया हो जाएगा। अहंकार के लिए अब कोई जगह नहीं है, क्योंकि अब हम राम राज के समय में रह रहे हैं।

*केजरीवाल को बताया ‘सत्ता के लिए स्वार्थी’*
सुकेश चंद्रशेखर ने लेटर में आगे लिखा है कि केजरीवाल जी, शर्म करो और राजनीति छोड़ दो. वैसे भी तुम्हारा सारा भ्रष्टाचार एक-एक करके उजागर होने वाला है और अब अदालत में मुकदमे के दौरान साबित होने वाला है और आने वाले दिनों में तुम्हारे सारे कपड़े वाले तुम्हें छोड़ देंगे, इसलिए तुम्हें अपनी दुकान बंद कर देनी चाहिए। केजरीवाल जी, अगर तुम्हें याद हो तो मैंने भी तुम्हें चुनौती दी थी कि मैं इस चुनाव में तुम्हारे खिलाफ चुनाव लड़ूंगा, लेकिन मैंने ऐसा नहीं करने का फैसला किया क्योंकि मैं जेल से चुनाव नहीं लड़ना चाहता था और मतदाताओं के साथ अन्याय नहीं करना चाहता था, क्योंकि मैं जेल से उनके लिए काम नहीं कर पाऊंगा। इसलिए मैं तुम्हारी तरह नहीं बनना चाहता था, यानी ‘सत्ता के लिए स्वार्थी’

*दिल्ली ने सही पार्टी को चुना है-सुकेश*
यह बहुत आश्चर्यजनक है कि दिल्ली के लोगों ने सत्ता के लिए सही पार्टी को चुना है, क्योंकि यह केवल भाजपा और हमारे सबसे बेहतरीन नेता नरेंद्र भाई मोदी हैं जो लोगों से किए गए सभी वादों को पूरा करके उन्हें पूरा करेंगे, अब विकास के साथ, असंभव संभव होने जा रहा है, इस डबल इंजन सरकार के तहत. केजरीवाल जी, अब खुद ही देख लीजिए, यमुना असली यमुना होगी और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि दिल्ली देश का सबसे अद्भुत शहर होगा, जो हमारी राजधानी होने के नाते खुद को परिभाषित करेगा। केजरीवाल जी, मेरे लिए चौंकाने वाली बात यह है कि चल रही सभी जांच के बीच में, आप और सत्येंद्र जी ने खुद ही मुझे फिर से धमकाया और चुनाव के दौरान मुझसे 100 करोड़ रुपये ऐंठने की कोशिश की, अविश्वसनीय।
अरविंद केजरीवाल के बाद मनीष सिसोदिया भी हारे, दिल्ली में आप का “बंटाधार”

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दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के लिए वोटों की गिनती जारी है। इस बीच आप के लिए बहुत बुरी खबर है। दिल्ली चुनाव के नतीजों में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी की मिट्टी पलीद हो गई है। पार्टी संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक अपनी सीट नहीं बचा सके। वहीं, जंगपुरा विधानसभा सीट से भी आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। आप उम्मीदवार मनीष सिसोदिया भी हार गए हैं।

केजरीवाल को 3182 वोटों से मिली हार

दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री पद का चेहरा रहे अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट पर भाजपा के प्रवेश वर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हरा दिया है। केजरीवाल को 3182 वोटों से हार मिली है। कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित तीसरे स्थान पर रहे।

जंगपुरा से मनीष सिसोदिया चुनाव हारे

जंगपुरा विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। आप उम्मीदवार मनीष सिसोदिया को बीजेपी उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवाह ने हराया। जंगपुरा सीट पर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर चल रही थी। आखिरकार बाजी बीजेपी के हाथ बाजी लगी।

मालवीय नगर से आप के सोमनाथ भारती हारे

मालवीय नगर सीट पर आम आदमी पार्टी को झटका लगा है। इस सीट से पार्टी उम्मीदवार सोमनाथ भारती चुनाव हार गए हैं। भारती को यहां से बीजेपी उम्मीदवार सतीश उपाध्याय ने हराया। कांग्रेस उम्मीदवार जीतेंद्र कोचर तीसरे नंबर पर रहे।

अरविंद केजरीवाल के घर पहुंची एसीबी की टीम, घर में नहीं मिली एंट्री

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दिल्ली में विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल की तरफ से सहयोग नहीं किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट में एसीबी सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आई है। एलजी के आदेश के बाद एसीबी की टीम केजरीवाल के घर मामले की जांच को लेकर पहुंची थी। एसीबी की टीम इस मामले में केजरीवाल के बयान दर्ज करने पहुंची थी, लेकिन उसे एंट्री नहीं मिली। दरअसल, अरविंद केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने आरोप लगाया था कि उनके उम्मीदवारों को 15-15 करोड़ रुपये का ऑफर देकर खरीदने की कोशिश की जा रही है। इस मामले में एसीबी की टीम अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करने पहुंची।

एसीबी की टीम को अंदर जाने नहीं दिया गया। केजरीवाल के आवास के बाहर उनकी लीगल टीम भी मौजूद थी। लीगल टीम का कहना था कि एसीसीबी के पास किसी भी तरह का लीगल नोटिस ही नहीं है। आम आदमी पार्टी के लीगल हेड संजीव नासियार ने कहा, बहुत ही हैरानी की बात है. पिछले आधे घंटे से यहां बैठी एसीबी टीम के पास कोई कागजात या निर्देश नहीं हैं। टीम के अधिकारी लगातार किसी से फोन पर बात कर रहे हैं। हमने उनसे जांच के लिए नोटिस मांगा मगर उनके पास कुछ भी नहीं है। एसीबी टीम किसके निर्देश पर यहां बैठी है? ये बीजेपी की राजनीतिक ड्रामा रचने की साजिश है और इसका जल्द ही पर्दाफाश होगा।

रिपोर्ट के अनुसार एसीबी की टीम बिना बयान दर्ज किए ही लौट गई है। इसके बाद एसीबी की टीम की तरफ से अरविंद केजरीवाल को नोटिस दिया गया है। विधायकों को 15 करोड़ रुपये में खरीद-फरोख्त के ऑफर के बाबत जानकारी मांगी है। इसमें बयान दर्ज कराने और डिटेल देने की मांग की गई है।

एग्जिट पोल के बाद आप को सताने लगा 'ऑपरेशन लोटस' का डर, केजरीवाल ने बुलाई सभी उम्मीदवारों की बैठक

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दिल्ली में विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार यानी 8 फरवरी को आने वाले हैं। इससे पहले दिल्ली मे सियासी हलचल बढ़ गई है। सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी को ‘ऑपरेशन लोटस’ का डर सताने लगा है। आप संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि भाजपा उनके उम्मीदवारों पर डोरे डाल रही है। इन आरोपों के बीच अरविंद केजरीवाल ने आज शुक्रवार को पार्टी की बड़ी बैठक बुलाई है। यह बैठक आज करीब साढ़े 11 बजे होगी। केजरीवाल बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में सभी उम्मीदवारों को बुलाया गया है।

कहा जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल ने सभी उम्मीदवारों को चाय पर बुलाया है। सूत्रों का कहना है कि चाय पर चर्चा के बहाने अरविंद केजरीवाल दिल्ली में नतीजों के बाद की परिस्थिति को लेकर रणनीति बनाएंगे। बता दें कि केजरीवाल ने पहले ही आरोप लगाया है कि अब तक उनके 16 उम्मीदवारों को भाजपा की तरफ से फोन किया जा चुका है। उन्हें लालच देकर भाजपा में शामिल करवाने की कोशिश की जा रही है। उम्मीदवारों से कहा जा रहा है कि आप छोड़ कर भाजपा में आ जाओ। मंत्री बना देंगे और 15-15 करोड़ देंगे।

सोशल मीडिया पर केजरीवाल ने लिखा कि कुछ एजेंसी दिखा रही हैं कि भाजपा की 55 से ज्यादा सीटें आ रही हैं। अगर ज्यादा सीटें आ रहीं हैं तो आप उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है। सभी सर्वे फर्जी हैं। इसके माध्यम से दिल्ली में माहौल बनाकर आप के उम्मीदवारों को साधने की कोशिश की जा रही है।

आप सांसद संजय सिंह ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता में कहा कि इस बार भी भाजपा की सरकार नहीं बनेगी। ऐसे में आप को तोड़कर भाजपा सरकार बनाने का प्रयास कर रही है। आप के सात उम्मीदवारों से भाजपा संपर्क कर 15-15 करोड़ रुपये लेकर पार्टी में शामिल करना चाह रही है। उन्होंने सभी उम्मीदवारों को सचेत रहने की सलाह देते हुए कहा कि भाजपा से जितनी भी कॉल आएं, उनकी रिकॉर्डिंग कर लें। अगर कोई मुलाकात कर पैसे का ऑफर देता है, तो हिडन कैमरे से वीडियो बना लें। बता दें कि कुछ ऐसा ही दावा आप ने 2013 में किया था। उस समय पार्टी ने दिल्लीभर में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर दावा किया था कि आप के उम्मीदवारों को 20-20 करोड़ रुपये देकर भाजपा में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है। आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 49 दिनों की सरकार चलाने के बाद इस्तीफा दे दिया था।

बता दें कि एग्जिट पोल के अनुमान के बाद से ही आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस में हलचल बढ़ गई है। ज्यादातर एग्जिट पोल ने दिल्ली में भाजपा की जीत और आम आदमी पार्टी की हार की भविष्यवाणी की है। कांग्रेस का प्रदर्शन इस बार भी बुरा रहने की संभावना है।

चुनाव आयोग की नोटिस पर केजरीवाल का 6 पन्नों में जवाब, चुनाव आयुक्त पर जमकर साधा निशाना

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दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच यमुना के पानी पर बवाल मचा हुआ है। इस बीच चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा यमुना को जहरीला बनाने के आरोप पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और आरोपों के तथ्यात्मक सबूत की मांग की थी। अरविंद केजरीवाल ने यमुना के पानी को लेकर पर दिए अपने बयान पर चुनाव आयोग की दूसरी नोटिस का जवाब सौंपा। केजरीवाल ने अपने बयान के समर्थन में छह पन्नों का जवाब दाखिल किया है। केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में सीईओ राजीव कुमार पर सत्ता पक्ष का साथ देने का आरोप लगाया है।

केजरीवाल ने अपने जवाब में कहा, दिसंबर के आखिरी हफ्ते में दिल्ली की मुख्यमंत्री ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से अमोनिया का स्तर कम करने या अतिरिक्त पानी देने का अनुरोध किया था। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कई बार फोन किया, लेकिन हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कॉल उठाना बंद कर दिया। अमोनिया का स्तर बढ़ता रहा। पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी हरियाणा के मुख्यमंत्री से दिल्ली के मुख्यमंत्री की ओर से बात की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। दिल्ली के मुख्य सचिव ने भी हरियाणा के मुख्य सचिव से कई बार बात की।

चुनाव आयुक्त के लिए जन हित से ऊपर सत्तारूढ़ पार्टी का हित-केजरीवाल

केजरीवाल ने कहा कि हैरान हूं कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव से ठीक पहले हरियाणा के सीएम को दिल्ली के पानी को प्रदूषित करने से रोकने के लिए कोई आदेश पारित नहीं किया। इसके बजाय, उन्होंने मुझे परेशान करना चुना। केजरीवाल ने अपने जवाब में कहा, अगर हरियाणा सरकार और भ्रष्ट आचरण में शामिल भाजपा नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो यह सभी के लिए स्पष्ट हो जाएगा कि मुख्य चुनाव आयुक्त जनता के हित से ऊपर सत्तारूढ़ पार्टी के हित को रखते हैं।

दिल्ली में जहरीला पानी भेजना बंद हो गया-केजरीवाल

आप संयोजक ने आगे कहा कि मेरी एकमात्र चिंता दिल्ली के लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा है और मैं हमारे लोकतांत्रिक सिद्धांतों की रक्षा के लिए लड़ूंगा। भाजपा के निर्देश पर आप मुझे जो भी अवैध सजा देना चाहते हैं, वह इसके लिए चुकाई जाने वाली एक छोटी सी कीमत है, और मैं इसका खुले दिल से स्वागत करता हूं। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में जो जहरीला पानी भेजा जा रहा था, वो अब बंद हो गया। दिल्ली में आने वाले पानी में अमोनिया की मात्रा 7 पीपीएम से घटकर 2 पीपीएम हो गई है। अगर हम आवाज नहीं उठाते और संघर्ष नहीं करते, तो आज दिल्ली की आधी आबादी को पानी नहीं मिल रहा होता। हमने दिल्ली को बहुत बड़े पानी के संकट से बचा लिया।

चुनाव आयोग ने क्या कहा?

इससे पहले चुनाव आयोग ने केजरीवाल से 31 जनवरी को सुबह 11 बजे तक यमुना में जहर के प्रकार, मात्रा, प्रकृति और तरीके के साथ-साथ दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों द्वारा जहर का पता लगाने की विधि और स्थान के बारे में तथ्यात्मक साक्ष्य प्रस्तुत करने की मांग की थी। आयोग ने कहा कि अगर केजरीवाल साक्ष्य प्रस्तुत करने में विफल रहते हैं, तो मामले में उचित निर्णय लिया जाएगा। चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि पर्याप्त और स्वच्छ पानी की उपलब्धता एक शासन का मुद्दा है और सभी संबंधित सरकारों को हमेशा इसे सभी लोगों के लिए सुरक्षित करने में संलग्न होना चाहिए।

चुनाव आयोग ने कहा कि वह लंबे समय से चले आ रहे जल-साझाकरण और प्रदूषण के मुद्दों पर संक्षिप्त चुनाव अवधि के दौरान मध्यस्थता से परहेज करेगा और इसे सरकारों और एजेंसियों की क्षमता और विवेक पर छोड़ देगा।

केजरीवाल ने क्या कहा था?

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से कुछ दिन पहले, केजरीवाल ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर राष्ट्रीय राजधानी की जल आपूर्ति में “जहर मिलाने” का आरोप लगाया था। केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली के लोग हरियाणा और उत्तर प्रदेश से पीने का पानी प्राप्त करते हैं, लेकिन हरियाणा सरकार ने यमुना से दिल्ली आने वाले पानी में जहर मिला दिया और इसे यहां भेज दिया। यह केवल हमारे दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों की सतर्कता के कारण था कि इस पानी को रोका गया।

स्वाति मालीवाल ने केजरीवाल के घर के बाहर क्यों फेंका कचरा? पुलिस ने हिरासत में लिया

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दिल्ली चुनाव के बीच यमुना के पानी पर मची सियासत के बाद कचरे को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। आप सांसद स्वाति मालीवाल ने गुरुवार अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर कूड़ा फेंक दिया। मालीवाल दिल्ली में सफाई के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर कूड़ा फेंका। तीन गाड़ियों में कूड़ा भरकर मालीवाल अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर विरोध जताने पहुंचीं थीं। जिसके बाद पुलिस ने स्वाति मालीवाल को हिरासत में ले लिया। इससे पहले स्वाति मालीवाल स्थानीय निवासियों के साथ विकासपुरी के उस इलाके में पहुंचीं जहां कचरे का ढेर लगा हुआ था।

पहले मालीवाल लोडिंग ऑटो लेकर विकासपुरी पहुंची। यहां उन्होंने लोगों के साथ सड़क से कचरा उठाया और ऑटो में भरकर केजरीवाल के घर गईं। यहां उन्होंने सारा कचरा सड़क पर फेंक दिया। इस दौरान दिल्ली पुलिस उन्हें बार-बार चेतावनी देती रही कि आप सड़क पर कचरा नहीं फेंके, वरना कार्रवाई की जाएगी। हालांकि मालीवाल नहीं मानीं, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

पूरा शहर कूड़ेदान में बदल गया- मालीवाल

मालीवाल ने दावा किया कि दिल्ली में स्वच्छता और बुनियादी ढांचे की स्थिति खराब हो गई है। उन्होंने विकासपुरी की महिलाओं की शिकायतों का हवाला दिया, जिन्होंने बताया कि स्थानीय विधायक को कई शिकायतों के बावजूद उनकी सड़क पर कचरे का ढेर लग गया है। मालीवाल ने कहा कि दिल्ली का हर कोना-कोना गंदगी से भरा हुआ है, सड़कें टूटी हुई हैं, और नालियां बह रही हैं।

सुधर जाओ, नहीं तो जनता सुधार देगी-मालीवाल

मालीवाल ने यह भी कहा कि केजरीवाल शहर की समस्याओं से पूरी तरह कट चुके हैं। राज्यसभा सांसद ने कहा कि यह प्रदर्शन किसी पार्टी के खिलाफ नहीं है। आज दिल्ली की हालत बहुत खराब है। मैं केजरीवाल से बात करने आई हूं। मैं उनसे कहूंगी सुधर जाओ, नहीं तो जनता सुधार देगी। मैं न तो उनके गुंडों से डरती हूं और न ही उनकी पुलिस से।

केजरीवाल के विपश्यना पर सियासी घमासान, बीजेपी बोली-100 कमांडो लेकर कौन सी शांति की खोज?

#kejriwalvisithoshiyarpurforvipassana_meditation

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विपाश्यना करने के लिए पंजाब के होशियापुर पहुंचे हैं। केजरीवाल होशियारपुर स्थित विपश्यना मेडिटेशन सेंटर में पूरे परिवार के साथ ध्यान साधना करने पहुंचे हैं। वह 4 मार्च को गाड़ियों के काफिले के साथ पंजाब के होशियारपुर से 11 किलोमीटर दूर स्थित आनंदगढ़ में धम्म धजा विपश्यना केंद्र पहुंचे थे। इस पर बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी ने पूछा है कि 50 गाड़ियों के काफिले और 100 से ज्यादा कमांडो के साथ कौन सा ध्यान लगाने पहुंचे हैं।

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की 10 दिवसीय विपश्यना साधना शुरू हो गई है, जो 15 मार्च को खत्म होगी। 5 मार्च से 15 मार्च तक केजरीवाल होशियारपुर के महिलांवाली गांव के पास आनंदगढ़ में धम्म-धजा विपश्यना योग केंद्र में ध्यान करेंगे। ये केंद्र शिवालिक पर्वत श्रृंखला की तलहटी में स्थित है।अरविंद केजरीवाल के इस पंजाब दौरे को लेकर काफी सियासी हंगामा भी मच गया है। रिपोर्टस के मुताबिक उनके काफिले में तीन दर्जन से अधिक गाड़ियां थीं और सुरक्षा के लिए पंजाब पुलिस के 100 जवानों को तैनात किया गया था। उनके लाव-लश्कर पर अब राजनीति गरमा गई है।

वीआईपी महाराजा की तरह चलते हैं- सिरसा

बीजेपी और कांग्रेस ने इसे वीवीआईपी विपश्यना बताते हुए अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है।बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने सवाल उठाया कि पंजाब के टैक्सपेयर्स के पैसे का इस्तेमाल केजरीवाल की विपश्यना के लिए क्यों किया जा रहा है? सिरसा ने एक्स पर लिखा कि अरविंद केजरीवाल कभी वैगनआर में एक आम आदमी होने का दिखावा करते थे, अब बुलेटप्रूफ लैंड क्रूजर, 100 से अधिक पंजाब पुलिस कमांडो, जैमर और एम्बुलेंस के एक भव्य काफिले में वीआईपी महाराजा की तरह चलते हैं। वह भी विपश्यना के लिए, जो शांति के लिए एकांतवास होता है।

वीआईपी संस्कृति को छोड़ नहीं पा रहे- वीरेंद्र सचदेवा

अरविंद केजरीवाल के 10 दिवसीय विपश्यना मेडिटेशन को लेकर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि वे आलीशान जीवनशैली और वीआईपी संस्कृति को छोड़ नहीं पा रहे हैं। यह विपश्यना नहीं, बल्कि विलासिता है। यह करदाताओं के पैसे को लूटने का एक माध्यम मात्र है। यह भोग विलास और सुविधाओं की चाहत है, जिसे वे छोड़ नहीं पा रहे हैं। पंजाब के लोगों को लूटना अब उनके दिमाग में है। उन्हें विपश्यना करने के बजाय पश्चाताप करने की जरूरत है।

कांग्रेस ने भी दागे सवाल

कांग्रेस पार्टी ने भी केजरीवाल पर हमला बोला। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने तंज कसते हुए कहा कि शायद केजरीवाल दिल्ली विधानसभा चुनावों में हार नहीं पचा पाए। तिवारी ने कहा कि वह शांति की तलाश और अपने स्वास्थ्य के लिए विपश्यना कर रहे हैं। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि जीत और हार राजनीति का हिस्सा है। अगर आप 100 कारों के काफिले के साथ यात्रा करते हैं, कांग्रेस की आलोचना सही है। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सत्ता के इतने आदी हो गए हैं और मैं इसे 'ऐय्याशी' कहूंगा क्योंकि वह इससे बाहर नहीं आ पा रहे हैं। आप एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष हैं, खड़गे भी अध्यक्ष हैं। क्या आपने कभी खड़गे के काफिले में 2-4 से ज्यादा गाड़ियां देखी हैं? वह दिल्ली में हार गए, फिर भी उन्होंने यह भ्रम नहीं छोड़ा कि वह किसी तरह के राजा या सम्राट हैं।

अरविंद केजरीवाल की बढ़े वाली है मुसीबत, सीएम आवास रिनोवेशन की होगी जांच, CVC ने दिए आदेश

#investigation_into_former_delhi_cm_kejriwals_bungalow_cvc_given_order

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुसीबत बढ़ने वाली है। दरअसल, सेंट्र्रल विजिलेंस कमिशन यानी सीवीसी ने दिल्ली के सीएम आवास के नवीनीकरण और लग्जरी चीजों की खरीद के लिए अरविंद केजरीवाल द्वारा कराए गए खर्च की जांच करने का आदेश दिया है। सीवीसी ने 13 फरवरी को जांच के आदेश जारी किए हैं। आदेश सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (सीपीडब्यूडी) की रिपोर्ट सामने आने के बाद दिया। बता दें कि सिविल लाइंस इलाके में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगला 2015 से अक्टूबर 2024 तक, दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल का आधिकारिक निवास था। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों पर पद से इस्तीफा देने के बाद इसे खाली कर दिया था।

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक विजेंद्र गुप्ता ने मुख्यमंत्री आवास पर किए गए खर्च की शिकायत की थी।विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को भी इसे लेकर पत्र लिखा था। उन्होंने पत्र के माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 6, फ्लैग स्टाफ रोड स्थित सरकारी आवास पर अवैध निर्माण और नियमों के घोर उल्लंघन के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। साथ उप-राज्यपाल वीके सक्सेना से आग्रह किया था कि संपत्ति को उसकी मूल स्थिति में बहाल किया जाए और आस-पास की सरकारी संपत्तियों पर अतिक्रमण को बिना देरी के हटाया जाए।

एलजी को लिखे अपने पत्र में विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया था कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सार्वजनिक धन का उपयोग करके अपने आधिकारिक आवास को शीश महल में बदल दिया, जो पूरी तरह से अवैध और अनैतिक था। ऐसे में संपत्ति को उसकी मूल स्थिति में बहाल किया जाए और आस-पास की सरकारी संपत्तियों पर अतिक्रमण को बिना देरी के हटाया जाए। इस शिकायत पर ही कार्रवाई करते हुए ये आदेश जारी किए गए हैं।

वहीं, 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित बंगले में रिनोवेशन को लेकर सें सीपीडब्यूडी की रिपोर्ट में कहा गया कि 40,000 वर्ग गज (8 एकड़) में बने बंगले के निर्माण में कई नियमों को तोड़ा गया। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने आरोप लगाया था कि बंगले के रेनोवेशन में 45 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए गए हैं। भाजपा ने बंगले को केजरीवाल का शीशमहल नाम दिया है।

पंजाब को लेकर दिल्ली में क्या “पक” रहा है? पूरी कैबिनेट लेकर केजरीवाल से मिलने पहुंचे भगवंत मान
#arvind_kejriwal_meeting_with_punjab_mla
* दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पंजाब को लेकर दिल्ली में हलचल तेज है। सोमवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों के साथ बैठक की। इस बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित दूसरे नेता भी शामिल रहे।इस बैठक के एजेंडे को लेकर अबतक कुछ भी स्पष्ट नहीं हो सका है पंजाब में आज यानी 10 फरवरी की कैबिनेट बैठक होनी थी। कैबिनेट की बैठक स्थगित कर के मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने मंत्रियों और विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचे। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान दिल्ली के कपूरथला हाउस पहुंचे। जहां पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक हुई। माना जा रहा था कि इस बैठक में कुछ बड़ा हो सकता है। दरअसल, पंजाब सीएम की कुर्सी को खतरे की बात कांग्रेस और बीजेपी कर रही है। हालांकि, पंजाब के मुख्ममंत्री ने कहा कि दिल्ली का जनादेश सिर माथे है। हार-जीत तो चलती रहती है। देश में पंजाब को मिसाल बनाएंगे। पहले भी काम करते थे और अब भी काम करेंगे। पंजाब को हर स्तर पर पहचान दिलाएंगे। पंजाब को विकास का नया मॉडल बनाएंगे। हमारे कार्यकर्ता किसी लालच में नहीं आते। वहीं, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी आरोप लगा रही है कि अब अरविंद केजरीवाल भगवंत मान के खिलाफ साजिश कर खुद पंजाब के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। भाजपा विधायक मनजिंदर सिरसा का कहना है कि केजरीवाल भगवंत मान को सीएम पद की कुर्सी से हटाने की कोशिश में जुटे हैं। सिरसा का कहना है कि केजरीवाल यह कहकर भगवंत मान को अक्षम घोषित कर देंगे कि उन्होंने महिलाओं को 1 हजरा रुपये देने और नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर नियंत्रण लगाने जैसे वादे पूरे नहीं किए हैं। इसके बाद वह खुद ही पंजाब की कमान संभाल लेंगे। इन सभी चीजों को लेकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के पटियाला हाउस में पंजाब के सभी विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई है।
राजनीति का वो चमकता सितारा, तेजी से बढ़ा जिसका ग्राफ, उतनी ही तेज गिरा, क्या रही वजहें?
#kejriwals_political_journey_graph_fell_as_fast_as_it_grew

राजधानी दिल्‍ली में आम आदमी की पार्टी की सरकार 10 साल की सत्‍ता के बाद ढह गई। राष्‍ट्रीय राजनीति में तेजी से उभर रहे अरविंद केजरीवाल की साख को भी इस हार ने बट्टा लगा दिया। लगभग सभी विधानसभा क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़ों से तुलना करें तो इस बार आप को 65 सीटों पर वोट शेयर का नुकसान हुआ। वहीं पार्टी को सिर्फ़ पांच सीटों पर वोट शेयर में बढ़ोतरी हासिल हो सकी। आप के वोट शेयर में सबसे ज़्यादा गिरावट ओखला, संगम विहार और मुस्तफ़ाबाद सीटों पर दिखाई दी। पार्टी ने इन सभी तीन सीटों पर साल 2020 में 50 फ़ीसदी से अधिक वोट हासिल किए थे। जिन सीटों पर इसका वोट शेयर बढ़ा उनमें बदरपुर, गांधीनगर और सीलमपुर शामिल हैं। आप को साल 2020 में 48 सीटों पर 50 फीसदी से अधिक वोट मिला था। इस चुनाव में उसे सिर्फ 12 सीटों पर ही 50 फ़ीसदी से अधिक वोट मिल सके हैं। ये आंकड़े गवाही हैं कि जिस तेजी से केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी का ग्राफ उपर गया, उतनी ही तेजी से ढलता दिखाई दिया।

देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ 13 साल पहले खड़े हुए आंदोलन से निकल कर अरविंद केजरीवाल ने राजनीति में कदम रखा। केजरीवाल ने अपने पहले ही सियासी मैच में शानदार प्रदर्शन कर सभी को चौंका दिया था। इसके बाद दिल्ली में तीन बार सरकार बनाई, जिसमें एक बार गठबंधन और दो बार प्रचंड बहुमत के साथ। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय फलक पर पहचान दिलाई।

*जब ब्रैंड मोदी भी बेबस नजर आया*
केजरीवाल के करिश्मे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब ब्रैंड मोदी को पूरे देश में कामयाबी मिल रही थी तो दो बार ब्रैंड केजरीवाल ने उन्हें तगड़ी टक्कर दी और ब्रैंड मोदी पर भारी पड़े। 2015 और 2020 में जब पूरे देश पर ब्रैंड मोदी का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा था और उन्हें हर राज्य में कामयाबी मिल रही थी, उस वक्त दिल्ली आकर ब्रैंड केजरीवाल के सामने ब्रैंड मोदी भी बेबस नजर आया। एक बार नहीं दो बार।

*राजनीति में बना ब्रांड केजरीवाल*
राजनीति के एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि ब्रैंड केजरीवाल इसलिए मजबूत हुआ, क्योंकि लोगों को लगा कि वे दूसरे दलों से अलग हटकर काम करेंगे। दिल्ली की सत्ता में आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने मुफ्त-बिजली, पानी, शिक्षा का एक मॉडल तैयार किया था। उस वक्त लोगों ने इसे इसलिए स्वीकारा, क्योंकि उन्हें लगा कि मुफ्त योजनाएं भी मिलेंगी और करप्शन भी खत्म होगा। यही केजरीवाल की राजनीतिक ताकत बना। ब्रांड केजरीवाल के आगे बीजेपी दस साल तक दिल्ली में पस्त नजर आई। हालांकि, जल्द ही दूसरी पार्टियों ने भी फ्रीबीज का ऐलान कर दिया तो केजरीवाल ब्रैंड में कुछ नया नहीं रहा।

*दावों पर पूरी तरह खरे नहीं उतरे*
दूसरी तरफ, केजरीवाल जब राजनीति में आए थे तो भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस और वीआईपी कल्चर से दूर रहने की बात कही थी। इसके अलावा वीआईपी कल्चर के बजाय आम आदमी पार्टी की तरह साधारण तरीके रहन-सहन रखने की बातें की थी। इस तरह केजरीवाल ने अपना खुद की छवि गढ़ी थी। लेकिन सत्ता मिलने के बाद उस पर पूरी तरह खरे नहीं उतर सके।

*जितना बोला, उतना किया नहीं*
केजरीवाल ने रामलीला मैदान के मंच से कहा था कि हम तो आम आदमी हैं, हम तो दो कमरे के घर में रह लेंगे, बड़ी गाड़ियों और सुरक्षा के तामझाम की हमें जरूरत नहीं, भ्रष्टाचारियों को पहले दिन से ही जेल में डालेंगे। केजरीवाल अधिक बोले। कभी कहा, यमुना साफ कर दूंगा। कभी कहा, कूड़े के पहाड़ हटा दूंगा। इस तरह के अनगिनत दावे और वादे अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली और देश की जनता से किया था, लेकिन सत्ता की मलाई उन्हें इतनी मीठी लगी कि वो जैसे भूल ही गए कि उन्होंने कहा क्या था और कर क्या रहे हैं। केजरीवाल ने सीएम रहते हुए अपने सरकारी घर में करोड़ों रुपये खर्च कर दिया, जिसे बीजेपी ने शीश महल का नाम दिया।
दिल्ली मे मिली हार के बाद जेल से केजरीवाल को किसने लिखी चिट्ठी? राजनीति छोड़ने की दी नसीहत
#sukesh_chandrashekhar_letter_from_tihar_jail_to_arvind_kejriwal
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी के झाड़ू का तिनका-तिनका बिखर गया है। जिसे आप समेटने का काम कर रही है। यानी, आम आदमी पार्टी दिल्ली चुनावों में मिली इस हार की समीक्षा कर रही है। इस बीच दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राजनीति छोड़ देने की नसीहत मिली है। केजरीवाल को ये सलाह दी है तिहाड़ की मंडोली जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर ने। दरअसल, सुकेश चंद्रशेखर ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है। इस पत्र में सुकेश ने केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को चुनाव में हार के लिए तंज कसते हुए बधाई दी है।

दिल्ली चुनाव के नतीजे सामने आने के तुरंत बाद ही सुकेश ने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक चिट्ठी लिखी है। ठग सुकेश ने लिखा है, सबसे पहले मैं आपको, मनीष जी और सत्येंद्र जी को अपनी सीटें हारने के लिए बधाई देता हूं, और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपकी कट्टर भ्रष्ट पार्टी आप चुनाव हार गई। केजरीवाल जी अगर आपके पास मेरे पिछले पत्र सुरक्षित हैं तो कृपया वे पत्र देखें जो मैंने 3, 6, 8 महीने पहले लिखे थे। मैंने आपको चुनौती दी थी कि आप अपनी सीट हार जाएंगे और आप सत्ता से बाहर हो जाएगी।

*आपका सारा अहंकार आपके साथ ही शौचालय में बह गया-सुकेश*
केजरीवाल जी आज बिल्कुल वैसा ही हुआ है। आपको बाहर निकाल दिया गया है, आपका सारा अहंकार आपके साथ ही शौचालय में बह गया है। आपके सारे जुमले बेनकाब हो चुके हैं और सही साबित हो चुके हैं, दिल्ली की जनता ने आपको और आपकी दुनिया की सबसे भ्रष्ट पार्टी को सचमुच लात मार दी है। अब केजरीवाल जी, आप और आपके साथियों को थोड़ी शर्म आनी चाहिए और राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए, राजनीतिक संन्यास ले लेना चाहिए क्योंकि अगली बार पंजाब से भी आपका सफाया हो जाएगा। अहंकार के लिए अब कोई जगह नहीं है, क्योंकि अब हम राम राज के समय में रह रहे हैं।

*केजरीवाल को बताया ‘सत्ता के लिए स्वार्थी’*
सुकेश चंद्रशेखर ने लेटर में आगे लिखा है कि केजरीवाल जी, शर्म करो और राजनीति छोड़ दो. वैसे भी तुम्हारा सारा भ्रष्टाचार एक-एक करके उजागर होने वाला है और अब अदालत में मुकदमे के दौरान साबित होने वाला है और आने वाले दिनों में तुम्हारे सारे कपड़े वाले तुम्हें छोड़ देंगे, इसलिए तुम्हें अपनी दुकान बंद कर देनी चाहिए। केजरीवाल जी, अगर तुम्हें याद हो तो मैंने भी तुम्हें चुनौती दी थी कि मैं इस चुनाव में तुम्हारे खिलाफ चुनाव लड़ूंगा, लेकिन मैंने ऐसा नहीं करने का फैसला किया क्योंकि मैं जेल से चुनाव नहीं लड़ना चाहता था और मतदाताओं के साथ अन्याय नहीं करना चाहता था, क्योंकि मैं जेल से उनके लिए काम नहीं कर पाऊंगा। इसलिए मैं तुम्हारी तरह नहीं बनना चाहता था, यानी ‘सत्ता के लिए स्वार्थी’

*दिल्ली ने सही पार्टी को चुना है-सुकेश*
यह बहुत आश्चर्यजनक है कि दिल्ली के लोगों ने सत्ता के लिए सही पार्टी को चुना है, क्योंकि यह केवल भाजपा और हमारे सबसे बेहतरीन नेता नरेंद्र भाई मोदी हैं जो लोगों से किए गए सभी वादों को पूरा करके उन्हें पूरा करेंगे, अब विकास के साथ, असंभव संभव होने जा रहा है, इस डबल इंजन सरकार के तहत. केजरीवाल जी, अब खुद ही देख लीजिए, यमुना असली यमुना होगी और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि दिल्ली देश का सबसे अद्भुत शहर होगा, जो हमारी राजधानी होने के नाते खुद को परिभाषित करेगा। केजरीवाल जी, मेरे लिए चौंकाने वाली बात यह है कि चल रही सभी जांच के बीच में, आप और सत्येंद्र जी ने खुद ही मुझे फिर से धमकाया और चुनाव के दौरान मुझसे 100 करोड़ रुपये ऐंठने की कोशिश की, अविश्वसनीय।
अरविंद केजरीवाल के बाद मनीष सिसोदिया भी हारे, दिल्ली में आप का “बंटाधार”

#arvindkejriwalloose_election

दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के लिए वोटों की गिनती जारी है। इस बीच आप के लिए बहुत बुरी खबर है। दिल्ली चुनाव के नतीजों में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी की मिट्टी पलीद हो गई है। पार्टी संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक अपनी सीट नहीं बचा सके। वहीं, जंगपुरा विधानसभा सीट से भी आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। आप उम्मीदवार मनीष सिसोदिया भी हार गए हैं।

केजरीवाल को 3182 वोटों से मिली हार

दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री पद का चेहरा रहे अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट पर भाजपा के प्रवेश वर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हरा दिया है। केजरीवाल को 3182 वोटों से हार मिली है। कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित तीसरे स्थान पर रहे।

जंगपुरा से मनीष सिसोदिया चुनाव हारे

जंगपुरा विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। आप उम्मीदवार मनीष सिसोदिया को बीजेपी उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवाह ने हराया। जंगपुरा सीट पर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर चल रही थी। आखिरकार बाजी बीजेपी के हाथ बाजी लगी।

मालवीय नगर से आप के सोमनाथ भारती हारे

मालवीय नगर सीट पर आम आदमी पार्टी को झटका लगा है। इस सीट से पार्टी उम्मीदवार सोमनाथ भारती चुनाव हार गए हैं। भारती को यहां से बीजेपी उम्मीदवार सतीश उपाध्याय ने हराया। कांग्रेस उम्मीदवार जीतेंद्र कोचर तीसरे नंबर पर रहे।

अरविंद केजरीवाल के घर पहुंची एसीबी की टीम, घर में नहीं मिली एंट्री

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दिल्ली में विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल की तरफ से सहयोग नहीं किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट में एसीबी सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आई है। एलजी के आदेश के बाद एसीबी की टीम केजरीवाल के घर मामले की जांच को लेकर पहुंची थी। एसीबी की टीम इस मामले में केजरीवाल के बयान दर्ज करने पहुंची थी, लेकिन उसे एंट्री नहीं मिली। दरअसल, अरविंद केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने आरोप लगाया था कि उनके उम्मीदवारों को 15-15 करोड़ रुपये का ऑफर देकर खरीदने की कोशिश की जा रही है। इस मामले में एसीबी की टीम अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करने पहुंची।

एसीबी की टीम को अंदर जाने नहीं दिया गया। केजरीवाल के आवास के बाहर उनकी लीगल टीम भी मौजूद थी। लीगल टीम का कहना था कि एसीसीबी के पास किसी भी तरह का लीगल नोटिस ही नहीं है। आम आदमी पार्टी के लीगल हेड संजीव नासियार ने कहा, बहुत ही हैरानी की बात है. पिछले आधे घंटे से यहां बैठी एसीबी टीम के पास कोई कागजात या निर्देश नहीं हैं। टीम के अधिकारी लगातार किसी से फोन पर बात कर रहे हैं। हमने उनसे जांच के लिए नोटिस मांगा मगर उनके पास कुछ भी नहीं है। एसीबी टीम किसके निर्देश पर यहां बैठी है? ये बीजेपी की राजनीतिक ड्रामा रचने की साजिश है और इसका जल्द ही पर्दाफाश होगा।

रिपोर्ट के अनुसार एसीबी की टीम बिना बयान दर्ज किए ही लौट गई है। इसके बाद एसीबी की टीम की तरफ से अरविंद केजरीवाल को नोटिस दिया गया है। विधायकों को 15 करोड़ रुपये में खरीद-फरोख्त के ऑफर के बाबत जानकारी मांगी है। इसमें बयान दर्ज कराने और डिटेल देने की मांग की गई है।

एग्जिट पोल के बाद आप को सताने लगा 'ऑपरेशन लोटस' का डर, केजरीवाल ने बुलाई सभी उम्मीदवारों की बैठक

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दिल्ली में विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार यानी 8 फरवरी को आने वाले हैं। इससे पहले दिल्ली मे सियासी हलचल बढ़ गई है। सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी को ‘ऑपरेशन लोटस’ का डर सताने लगा है। आप संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि भाजपा उनके उम्मीदवारों पर डोरे डाल रही है। इन आरोपों के बीच अरविंद केजरीवाल ने आज शुक्रवार को पार्टी की बड़ी बैठक बुलाई है। यह बैठक आज करीब साढ़े 11 बजे होगी। केजरीवाल बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में सभी उम्मीदवारों को बुलाया गया है।

कहा जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल ने सभी उम्मीदवारों को चाय पर बुलाया है। सूत्रों का कहना है कि चाय पर चर्चा के बहाने अरविंद केजरीवाल दिल्ली में नतीजों के बाद की परिस्थिति को लेकर रणनीति बनाएंगे। बता दें कि केजरीवाल ने पहले ही आरोप लगाया है कि अब तक उनके 16 उम्मीदवारों को भाजपा की तरफ से फोन किया जा चुका है। उन्हें लालच देकर भाजपा में शामिल करवाने की कोशिश की जा रही है। उम्मीदवारों से कहा जा रहा है कि आप छोड़ कर भाजपा में आ जाओ। मंत्री बना देंगे और 15-15 करोड़ देंगे।

सोशल मीडिया पर केजरीवाल ने लिखा कि कुछ एजेंसी दिखा रही हैं कि भाजपा की 55 से ज्यादा सीटें आ रही हैं। अगर ज्यादा सीटें आ रहीं हैं तो आप उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है। सभी सर्वे फर्जी हैं। इसके माध्यम से दिल्ली में माहौल बनाकर आप के उम्मीदवारों को साधने की कोशिश की जा रही है।

आप सांसद संजय सिंह ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता में कहा कि इस बार भी भाजपा की सरकार नहीं बनेगी। ऐसे में आप को तोड़कर भाजपा सरकार बनाने का प्रयास कर रही है। आप के सात उम्मीदवारों से भाजपा संपर्क कर 15-15 करोड़ रुपये लेकर पार्टी में शामिल करना चाह रही है। उन्होंने सभी उम्मीदवारों को सचेत रहने की सलाह देते हुए कहा कि भाजपा से जितनी भी कॉल आएं, उनकी रिकॉर्डिंग कर लें। अगर कोई मुलाकात कर पैसे का ऑफर देता है, तो हिडन कैमरे से वीडियो बना लें। बता दें कि कुछ ऐसा ही दावा आप ने 2013 में किया था। उस समय पार्टी ने दिल्लीभर में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर दावा किया था कि आप के उम्मीदवारों को 20-20 करोड़ रुपये देकर भाजपा में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है। आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 49 दिनों की सरकार चलाने के बाद इस्तीफा दे दिया था।

बता दें कि एग्जिट पोल के अनुमान के बाद से ही आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस में हलचल बढ़ गई है। ज्यादातर एग्जिट पोल ने दिल्ली में भाजपा की जीत और आम आदमी पार्टी की हार की भविष्यवाणी की है। कांग्रेस का प्रदर्शन इस बार भी बुरा रहने की संभावना है।

चुनाव आयोग की नोटिस पर केजरीवाल का 6 पन्नों में जवाब, चुनाव आयुक्त पर जमकर साधा निशाना

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दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच यमुना के पानी पर बवाल मचा हुआ है। इस बीच चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा यमुना को जहरीला बनाने के आरोप पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और आरोपों के तथ्यात्मक सबूत की मांग की थी। अरविंद केजरीवाल ने यमुना के पानी को लेकर पर दिए अपने बयान पर चुनाव आयोग की दूसरी नोटिस का जवाब सौंपा। केजरीवाल ने अपने बयान के समर्थन में छह पन्नों का जवाब दाखिल किया है। केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में सीईओ राजीव कुमार पर सत्ता पक्ष का साथ देने का आरोप लगाया है।

केजरीवाल ने अपने जवाब में कहा, दिसंबर के आखिरी हफ्ते में दिल्ली की मुख्यमंत्री ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से अमोनिया का स्तर कम करने या अतिरिक्त पानी देने का अनुरोध किया था। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कई बार फोन किया, लेकिन हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कॉल उठाना बंद कर दिया। अमोनिया का स्तर बढ़ता रहा। पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी हरियाणा के मुख्यमंत्री से दिल्ली के मुख्यमंत्री की ओर से बात की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। दिल्ली के मुख्य सचिव ने भी हरियाणा के मुख्य सचिव से कई बार बात की।

चुनाव आयुक्त के लिए जन हित से ऊपर सत्तारूढ़ पार्टी का हित-केजरीवाल

केजरीवाल ने कहा कि हैरान हूं कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव से ठीक पहले हरियाणा के सीएम को दिल्ली के पानी को प्रदूषित करने से रोकने के लिए कोई आदेश पारित नहीं किया। इसके बजाय, उन्होंने मुझे परेशान करना चुना। केजरीवाल ने अपने जवाब में कहा, अगर हरियाणा सरकार और भ्रष्ट आचरण में शामिल भाजपा नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो यह सभी के लिए स्पष्ट हो जाएगा कि मुख्य चुनाव आयुक्त जनता के हित से ऊपर सत्तारूढ़ पार्टी के हित को रखते हैं।

दिल्ली में जहरीला पानी भेजना बंद हो गया-केजरीवाल

आप संयोजक ने आगे कहा कि मेरी एकमात्र चिंता दिल्ली के लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा है और मैं हमारे लोकतांत्रिक सिद्धांतों की रक्षा के लिए लड़ूंगा। भाजपा के निर्देश पर आप मुझे जो भी अवैध सजा देना चाहते हैं, वह इसके लिए चुकाई जाने वाली एक छोटी सी कीमत है, और मैं इसका खुले दिल से स्वागत करता हूं। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में जो जहरीला पानी भेजा जा रहा था, वो अब बंद हो गया। दिल्ली में आने वाले पानी में अमोनिया की मात्रा 7 पीपीएम से घटकर 2 पीपीएम हो गई है। अगर हम आवाज नहीं उठाते और संघर्ष नहीं करते, तो आज दिल्ली की आधी आबादी को पानी नहीं मिल रहा होता। हमने दिल्ली को बहुत बड़े पानी के संकट से बचा लिया।

चुनाव आयोग ने क्या कहा?

इससे पहले चुनाव आयोग ने केजरीवाल से 31 जनवरी को सुबह 11 बजे तक यमुना में जहर के प्रकार, मात्रा, प्रकृति और तरीके के साथ-साथ दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों द्वारा जहर का पता लगाने की विधि और स्थान के बारे में तथ्यात्मक साक्ष्य प्रस्तुत करने की मांग की थी। आयोग ने कहा कि अगर केजरीवाल साक्ष्य प्रस्तुत करने में विफल रहते हैं, तो मामले में उचित निर्णय लिया जाएगा। चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि पर्याप्त और स्वच्छ पानी की उपलब्धता एक शासन का मुद्दा है और सभी संबंधित सरकारों को हमेशा इसे सभी लोगों के लिए सुरक्षित करने में संलग्न होना चाहिए।

चुनाव आयोग ने कहा कि वह लंबे समय से चले आ रहे जल-साझाकरण और प्रदूषण के मुद्दों पर संक्षिप्त चुनाव अवधि के दौरान मध्यस्थता से परहेज करेगा और इसे सरकारों और एजेंसियों की क्षमता और विवेक पर छोड़ देगा।

केजरीवाल ने क्या कहा था?

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से कुछ दिन पहले, केजरीवाल ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर राष्ट्रीय राजधानी की जल आपूर्ति में “जहर मिलाने” का आरोप लगाया था। केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली के लोग हरियाणा और उत्तर प्रदेश से पीने का पानी प्राप्त करते हैं, लेकिन हरियाणा सरकार ने यमुना से दिल्ली आने वाले पानी में जहर मिला दिया और इसे यहां भेज दिया। यह केवल हमारे दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों की सतर्कता के कारण था कि इस पानी को रोका गया।

स्वाति मालीवाल ने केजरीवाल के घर के बाहर क्यों फेंका कचरा? पुलिस ने हिरासत में लिया

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दिल्ली चुनाव के बीच यमुना के पानी पर मची सियासत के बाद कचरे को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। आप सांसद स्वाति मालीवाल ने गुरुवार अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर कूड़ा फेंक दिया। मालीवाल दिल्ली में सफाई के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर कूड़ा फेंका। तीन गाड़ियों में कूड़ा भरकर मालीवाल अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर विरोध जताने पहुंचीं थीं। जिसके बाद पुलिस ने स्वाति मालीवाल को हिरासत में ले लिया। इससे पहले स्वाति मालीवाल स्थानीय निवासियों के साथ विकासपुरी के उस इलाके में पहुंचीं जहां कचरे का ढेर लगा हुआ था।

पहले मालीवाल लोडिंग ऑटो लेकर विकासपुरी पहुंची। यहां उन्होंने लोगों के साथ सड़क से कचरा उठाया और ऑटो में भरकर केजरीवाल के घर गईं। यहां उन्होंने सारा कचरा सड़क पर फेंक दिया। इस दौरान दिल्ली पुलिस उन्हें बार-बार चेतावनी देती रही कि आप सड़क पर कचरा नहीं फेंके, वरना कार्रवाई की जाएगी। हालांकि मालीवाल नहीं मानीं, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

पूरा शहर कूड़ेदान में बदल गया- मालीवाल

मालीवाल ने दावा किया कि दिल्ली में स्वच्छता और बुनियादी ढांचे की स्थिति खराब हो गई है। उन्होंने विकासपुरी की महिलाओं की शिकायतों का हवाला दिया, जिन्होंने बताया कि स्थानीय विधायक को कई शिकायतों के बावजूद उनकी सड़क पर कचरे का ढेर लग गया है। मालीवाल ने कहा कि दिल्ली का हर कोना-कोना गंदगी से भरा हुआ है, सड़कें टूटी हुई हैं, और नालियां बह रही हैं।

सुधर जाओ, नहीं तो जनता सुधार देगी-मालीवाल

मालीवाल ने यह भी कहा कि केजरीवाल शहर की समस्याओं से पूरी तरह कट चुके हैं। राज्यसभा सांसद ने कहा कि यह प्रदर्शन किसी पार्टी के खिलाफ नहीं है। आज दिल्ली की हालत बहुत खराब है। मैं केजरीवाल से बात करने आई हूं। मैं उनसे कहूंगी सुधर जाओ, नहीं तो जनता सुधार देगी। मैं न तो उनके गुंडों से डरती हूं और न ही उनकी पुलिस से।