बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावित व्यक्तियों को वितरित किया राहत सामाग्री पैकेट
मीरजापुर। जनपद के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ से प्रभावित लोगों में राहत व बचाव का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा हैं। राहत शिविरों में रह रहे व बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत सामाग्री पैकेट वितरण करने के साथ ही संक्रामक बीमारियों के रोकथाम हेतु जीवन रक्षक दवाईयां, पशुओं की बीमारियों को रोकने के दृष्टिगत टीकाकरण, भूषा आदि का वितरण प्रभावी ढंग से किया जा रहा है। तहसील सदर अन्तर्गत एसके डिग्री कालेज तिलठी में स्थापित बाढ़ राहत शिविर में विधायक नगर रत्नाकर व जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार के द्वारा बाढ़ प्रभावित पात्र परिवारों को राहत सामाग्री पैकेट का वितरण किया गया। इस अवसर पर विधायक व जिलाधिकारी द्वारा 400 राहत किट का वितरण पात्र प्रभावित लोगों को दिया गया।
विधायक नगर ने कहा कि वितरित किए जाने वाले राहत पैकेट में खाद्यान से लेकर प्लास्टिक पन्नी सहित 26 प्रकार के आवश्यक सामाग्रियां रखी गई जो एक घर के लिए आवश्यतानुसार चाहिए। इसके अलावा ताजा भोजन बनवाकर भी जो लोग घरो में है उन्हें व राहत शिविरों में रह रहे लोगो को पहुंचाया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि जनपद के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व सम्बन्धित उप जिलाधिकारी तथा जिस अधिकारी को जो भी बाढ़ में लगाया है वे पूरी निष्ठा के साथ हर जगह लोगो को मद्द पहुंचान के लिए तत्पर। उन्होंने कहा क मुख्यमंत्री जी का स्पष्ट निर्देश है कि बाढ़ क्षेत्र पीड़ित लोगों को त्वरित सहायता किया जाए। तहसील सदर अन्तर्गत ग्राम भटौली में विधायक मझवां के प्रतिनिधि डा जेपी बिन्द व सुशील मिश्रा द्वारा राहत सामाग्री का वितरण किया गया। इसी प्रकार तहसील चुनार अन्तर्गत बाढ़ राहत शिविरों में उप जिलाधिकारी चुनार व क्षेत्र के जनप्रतिनिधिगण के द्वारा राहत सामाग्री किट का युद्ध स्तर पर वितरण किया जा रहा हैं।
जनपद मीरजापुर में बाढ़ के परिदृश्य के बारे में अपर जिलाधिकारी अजय कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गंगा नदी का चेतावनी जलस्तर- 76.724 मीटर, गंगा नदी का खतरे का जलस्तर- 77.724 मीटर,
नदी चेतावनी के जलस्तर से 2.434 मीटर एवं खतरे के जलस्तर से 3.434 मीटर नीचे आ चुकी है। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार के निर्देश के क्रम में जनपद स्तर पर अब तक किये गये राहत एवं बचाव कार्य के बारे में जानकारी देते हुए अपर जिलाधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के मार्ग निर्देशन में युद्ध स्तर पर राहत कार्य जारी है। उप निदेशक कृषि विकेश पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद के 284 राजस्व ग्राम की फसले बाढ़ से प्रभावित हुयी हैं। यहां पर राजस्व, कृषि तथा एसबीआई बीमा कंपनी के प्रतिनिधि द्वारा संयुक्त रूप से फसल नुकसान सर्वे किया जा रहा है, जिन ग्राम पंचायत में 50 प्रतिशत से अधिक फसले बाढ़ से प्रभावित हुयी हैं उन गांव के बीमित किसानों को तात्कालिक फसल छतिपूर्ति बीमा कंपनी द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा। गैर ऋणी किसान जिनके पास केसीसी नहीं हैं वे 14 अगस्त तक फसल बीमा हेतु प्रीमियम की धनराशि अपने नजदीकी जनसेवा केंद्र से जमा कर सकते हैं। जिनके पास अपनी केसीसी है ऐसे किसान 30 अगस्त तक सम्बंधित बैंक से अपने केसीसी के माध्यम से फसल बीमा करा सकते हैं। ध्यान रहे बाढ़ व अन्य आपदा की स्थिति में राजस्व बिभाग के आपदा के अंतर्गत देय फसल नुकसान छतिपूर्ति और फसल बीमा के अंतर्गत देय छतिपूर्ति दोनों अनुमन्य है।
Aug 11 2025, 15:13