/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png StreetBuzz CM रेखा गुप्ता को आतिशी की चिट्ठी, महिला सम्मान योजना पर जताई उम्मीद veer
CM रेखा गुप्ता को आतिशी की चिट्ठी, महिला सम्मान योजना पर जताई उम्मीद

आप विधायक आतिशी ने CM रेखा गुप्ता को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने ये चिट्ठी महिला सम्मान योजना के लिए लिखी है. आतिशी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने वादा किया था कि महिला दिवस पर दिल्ली की महिलाओं के खाते में 2500 आयेंगे. महिला दिवस में बस अब एक दिन बाकी हैं. मुझे उम्मीद है कल दिल्ली की महिलाओं के मोबाइल में 2500 रु उनके खाते में आने का मैसेज आ जाएगा.

रैली में प्रधानमंत्री ने किया था वादा

आतिशी ने पत्र में लिखा कि 31 जनवरी 2025 को पीएम मोदी ने एक रैली के दौरान दिल्ली की माताओं और बहनों से वादा किया था कि भाजपा की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में उन्हें 2500 रुपए हर महीने दिए जाएंगे. इस योजना को पास किया जाएगा.

यहां तक कि उन्होंने महिलाओं से ये भी कहा था कि वो अपने-अपने मोबाइल नंबर को बैंक अकाउंट से जोड़ लें ताकि, जब भी उनके अकाउंट में 2500 रुपये ट्रांसफर किए जाएं तो इसकी सूचना उन्हें तुरंत ही मिल सके. महिलों को पैसे ट्रांसफर करने का दिन 8 मार्च यानी महिला दिवस बताया गया है, ऐसे में वो इसका बेसब्री से इंतजार भी कर रही हैं.

महिला दिवस में सिर्फ एक दिन बचा है

उन्होंने कहा कि भाजपा ने वादा किया था. अब सिर्फ एक दिन बचा है. सीएम रेखा जी दिल्ली की महिलाओं को उनका हक दिलाने के लिए जल्द से जल्द उनके खातों में 2500 रुपये की राशि को ट्रांसफर किया जाए. महिलाएं पूरे मन से सरकार की ओर देख रही हैं, ऐसे में उनकी उम्मीद टूटनी नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि कल तक हमारे दिल्ली की माताओं-बहनों के अकाउंट में 2500 रुपये मिलने के मैसेज जरूर आ जाएंगे.

औरंगजेब को काशी विश्वनाथ मंदिर से सबसे ज्यादा नफरत क्यों थी? जानें

मंदिरों को ध्वस्त करने का औरंगजेब का हुक्म किसी खास मंदिर या इलाके तक सीमित नहीं था. उसने अपनी हुकूमत के सभी 21 सूबों के गवर्नरों को मंदिरों के विध्वंस के साथ ही हिंदुओं द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाएं बंद कराने को लिखा था. इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए सिर्फ मूर्तिपूजा रोके जाना ही उसने काफी नहीं माना. हिंदू पर्वों-त्योहारों और रीति-रिवाजों पर भी रोक लगाई. उनकी हर आस्था पर चोट पहुंचाई. हिंदू शिक्षा संस्थाओं से उसे शिकायत थी कि वहां झूठी किताबें पढ़ाई जाती हैं. वो सिर्फ हुक्म जारी करके खामोश नहीं बैठा. उस पर अमल की भी जानकारी लेता रहा.

हालांकि मंदिरों को गिराए जाने के बाद भी उनके खंडहरों के बीच हिन्दू पूजा-अर्चना करते रहे. सत्रहवीं सदी के आखिरी दिनों में उसने गुजरात के गवर्नर को लिखा कि अगर काफिरों ने सोमनाथ में पूजा जारी रखी हो तो उसे ऐसा जमींदोज कर दो कि उसका नामों-निशां न बचे.

शुरुआत में नए मंदिरों पर रोक का आडंबर

इस्लाम को राजधर्म घोषित करने और शरीयत के मुताबिक शासन करने के औरंगजेब फैसले के बाद काफिर (हिंदू), उनके पूजा स्थल ,शिक्षण संस्थाएं और तीज-त्योहार सभी निशाने पर थे. मशहूर इतिहासकार जदुनाथ सरकार ने औरंगजेब के भरोसेमंद मुस्तइद ख़ां की किताब “मासिर-ए-आलमगीरी” के हवाले से लिखा है कि शुरुआत में उसने काफिरों के नए मंदिरों के निर्माण पर रोक का आडंबर किया था.

शरीयत की इस हिदायत को उसने दोहराया था कि जो मंदिर लंबे अरसे से मौजूद हैं उन्हें नहीं तोड़ा जाना चाहिए लेकिन नए मंदिर नहीं बनने दिए जाएं. दूसरी ओर 28 फरवरी 1659 के उसके फरमान में पुराने मंदिरों की मरम्मत पर रोक और कटक से मेदनीपुर के बीच गांव-कस्बों में पिछले दस-बारह सालों में बने सभी मंदिरों को गिराने का आदेश था.

मंदिर गिराओ, हिंदुओं को दबाओ

8 अप्रैल 1669 को औरंगजेब ने इस सिलसिले का दूसरा कड़ा हुक्मनामा जारी किया. थानों के फौजदारों, मुसद्दियों , करोड़ी और गुमाश्तों को संबोधित करते हुए इसमें लिखा गया कि काफिरों के सभी शिवालय और मंदिर गिरा दिए जाएं और उनकी धार्मिक प्रथाओं को दबाया जाए. मराठों, जाट और सिखों के विरोध के बीच उसके तेवर और कड़े हुए. वो मानने लगा कि मंदिर और हिंदू शिक्षण संस्थाएं काफिरों के जुड़ाव और प्रचार के केंद्र हैं जो उसके शासन के लिए खतरा और इस्लाम के विस्तार की राह का रोड़ा हैं. औरंगजेब के रुख ने मातहत अफसरों और कारिन्दों को मनमानी और ज्यादती की खुली छूट दी. मंदिरों के विध्वंस का कार्य इतना बड़ा था कि उसके लिए एक अलग मोहकमा खोलना पड़ा.

सोमनाथ, विश्वनाथ, केशवराय सब निशाने पर

काठियावाड़ का प्रसिद्ध और प्राचीन सोमनाथ मंदिर, बनारस का विश्वनाथ मंदिर, मथुरा का केशवराय मंदिर औरंगजेब के आदेश पर ध्वस्त किए गए. बनारस के विश्वनाथ मंदिर को नष्ट करने के लिए औरंगजेब का पहला आदेश 8 अप्रैल 1669 को जारी हुआ. इसी सिलसिले के 2 सितंबर 1669 के उसके दूसरे आदेश के बीच के पांच महीनों में विश्वनाथ मंदिर को लगातार नष्ट किया गया.

बनारस पर खासतौर पर उसकी कोप दृष्टि थी. इसकी एक वजह प्रतिद्वंदी भाई दारा शिकोह का इस स्थान से जुड़ाव और वहां संस्कृत और हिंदू धर्म-दर्शन का अध्ययन किया जाना भी था. हालांकि इस समय तक दारा को वह मार चुका था लेकिन औरंगजेब को इस बात से शिकायत और नाराजगी थी कि उसके बाद भी वहां की शिक्षण संस्थाओं में दूर-दूर से हिंदू और मुस्लिम दोनों ही पहुंचते हैं और वहां गलत तालीम दी जाती है.

सिर्फ मंदिर नहीं गिराए, पूजा भी रुकवाई

औरंगजेब के प्रति उदार दृष्टि रखने वाले बनारस को लेकर उसकी नाराजगी की एक वजह दारा का वहां से जुड़ाव और वहां से मिले हिंदू समर्थन को भी मानते हैं. लेकिन देश भर के मंदिरों के प्रति उसकी कोप दृष्टि के मद्देनजर यह वजह बेदम नजर आती है. औरंगजेब बनारस तक नहीं थमा. मथुरा के केशवराय मंदिर को ही उसने नहीं तुड़वाया बल्कि मथुरा का नाम भी इस्लामाबाद किया. सोमनाथ मंदिर को पहली बार 1665 में गिराने का आदेश दिया और फिर आगे इस बात का वह पता लगाता रहा कि वहां हिंदुओं की पूजा जारी तो नहीं है?

जयपुर के नजदीक मलरीना मंदिर, अहमदाबाद का चिंतामण मंदिर,बड़नगर का हृदयेश्वर मंदिर, उदयपुर में झील के किनारे के तीन मंदिर, सवाई माधोपुर का मलासा मंदिर,उज्जैन और आस – पास के अनेक मंदिर, कूच बिहार, उदयपुर, जोधपुर, गोलकुंडा, बीजापुर और महाराष्ट्र के अनेक मंदिर उस बड़ी सूची का एक छोटा सा हिस्सा हैं, जहां के मंदिर औरंगजेब के आदेश पर खंडहरों में बदल दिए गए.

टूटी मूर्तियां मस्जिद के फर्श और सीढ़ियों पर

औरंगजेब ने अपने वफादार राजपूत मित्रों के इलाकों में भी कोई रियायत नहीं की. आमेर राज्य उसके पूर्वजों के वक्त से मुगलों के प्रति वफादार था. लेकिन जून 1680 में उसने आमेर के सभी मंदिर तुड़वा दिए. 1674 में गुजरात के हिंदुओं को धर्मार्थ वजहों से दी गईं जमीनें जब्त कर ली गईं. मुस्तइद ख़ां ने अपनी किताब ” मासिर-ए-आलमगीरी” में लिखा है कि खान-ए-जहां जोधपुर में मंदिरों के विध्वंस के बाद वापसी में कई गाड़ियों में भरकर टूटी मूर्तियां लाया.

खुश औरंगजेब ने कहा कि इसमें जो सोने, चांदी, पीतल और पत्थर की हैं, उन्हें जामा मस्जिद के चौक और सीढ़ियों पर लगा दिया जाए ताकि पैरों से रौंदी जा सकें. मुस्तइद ख़ां के मुताबिक शहंशाह के धर्म की ताकत और अल्लाह के उस पर करम को देखकर हिंदू राजाओं को काठ मार गया और वे दीवार की तरफ मुंह करके बुतों के मानिंद भौंचक्के रह गए.

अयोध्या में नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप, आरोपियों ने बनाया वीडियो और किया वायरल

उत्तर प्रदेश के अयोध्या से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक नाबालिग लड़की के साथ चार युवकों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया है. इतना ही नहीं कुकर्मियों ने गैंगरेप का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया है. घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. हालांकि, अभी तक पुलिस ने इस मामले को कोई सफलता नहीं है. पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेंगे.

अयोध्या के पूरा कलंदर थाने क्षेत्र के सनेथू गांव की एक 16 साल की लड़की को गांव के ही चार युवकों ने अपनी हवस का शिकार बनाया है. बीते दिनों आरोपी चार लड़के नाबालिक लड़की को खींचकर गांव के बाहर सरसों के खेत में ले गए, जहां उन्होंने एक-एक कर लड़की के साथ रेप किया और इसी दौरान उसका वीडियो बना लिया. इसके बाद उन्होंने लड़की के साथ वीडियो वायरल करने की धमकी देकर कई बार दुष्कर्म किया.

वायरल हुआ वीडियो

ऐसा कहा जा रहा है कि एक दिन देर शाम सभी दरिंदे एक साथ बैठकर शराब पी रहे थे. इसी बीच वह आपस में दुष्कर्म की घटना को लेकर बात कर रहे थे और उन्होंने इस दौरान एक-दूसरे को रेप का वीडियो शेयर कर दिया. तभी यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इस मामले का पता परिवार को उस समय चला जब परिवार के सदस्य के मोबाइल पर ही किसी ने दुष्कर्म का वायरल वीडियो भेज दिया.

बेटी ने परिवार को बताई दुख भरी कहानी

इस वीडियो के सामने आने के बाद परिवार के लोगों ने नाबालिक लड़की से घटना के बारे में पूछा तो वह रोने लगी और इसके बाद उसने पूरी घटना का खुलासा किया. पीड़िता पिता ने पूरा कलंदर थाने में आरोपियों के खिलाफ लिखित शिकायत देते हुए कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए कुछ लोगों को डिटेन किया है. उन लोगों से पुलिस आरोपियों को लेकर पूछताछ कर रही है.

4 युवकों के खिलाफ पॉस्को एक्ट में दर्ज हुई FIR

इस पूरे मामले में अयोध्या पुलिस को मिली तहरीर में दो नामजद और दो अज्ञात के खिलाफ पॉस्को एक्ट में FIR दर्ज किया गया है. अयोध्या धाम के DSP आशुतोष तिवारी ने बताया कि हम इस घटना को बहुत ही गंभीरता से देख रहे हैं. कुछ लोगों से पूछताछ चल रही हैं. फिलहाल अभी चारों आरोपी फरार है. पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी. DSP तिवारी का कहना है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की अपील कर हम दोषियों को कड़ी सजा दिलाने का कार्य करेंगे.

वृंदावन में रंगों का उत्सव… बांके बिहारी इस दिन खेलेंगे लड्डू और जलेबी मार होली, पहुचंने लगे श्रद्धालु

मथुरा के वृंदावन में खेली जाने वाली लड्डू और जलेबी की होली 11 और 12 मार्च को खेली जाएगी. ब्रज में राधा कृष्ण के प्रेम की होली खेली जाती है. यहां पर खुद राधा कृष्ण ने होली खेली है. इसलिए यह क्षेत्र अपने आप में बेहद खास है. यहां पर होली एक दिन की नहीं बल्कि पूरे 40 दिन की खोली जाती है, लेकिन इस बार ठाकुर बांके बिहारी मंदिर की होली कुछ ज्यादा ही खास होने वाली है क्योंकि ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में इस बार लड्डू और जलेबी की होली खेली जाएगी, इसमें शामिल होने के लिए लाखों श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है.

ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में 10 मार्च से होली का पांच दिवसीय महोत्सव प्रारंभ हो जाएगा, जिसमें 10 मार्च से ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में रंग भरनी एकादशी के दिन से रंग उड़ना प्रारंभ होगा और होली के रंग उड़ाए जाएंगे. वहीं 11 मार्च को ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में लड्डू की होली खेली जाएगी, जिसमें श्रद्धालुओं के ऊपर लड्डू लुटाए जाएंगे. इसके बाद 12 मार्च को ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में जलेबी की होली होगी, जिसमें मंदिर आने वाले भक्तों को जलेबी बांटी जाएगी.

11 मार्च को होगी लड्डू मार होली

बांके बिहारी मंदिर में खेली जाने वाली होली को लेकर मंदिर में तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं. इस बारे में जानकारी देते हुए ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के सेवायत आशीष गोस्वामी ने बताया कि इस बार की होली बेहद खास होने वाली है क्योंकि ठाकुर बांके बिहारी महाराज के मंदिर में पांच दिवसीय होली का महोत्सव बनाया जाता है, जिसमें पहले दिन 10 मार्च को रंगभरी एकादशी है. इस दिन रंगों की होली खेली जाएगी. 11 मार्च को लड्डू लुटाए जाएंगे. मंदिर में लड्डू बनाने का काम शुरू हो गया है. वहीं, 12 मार्च को जलेबी की होली होगी.

होली कार्यक्रम को लेकर प्रशासन तैयारियों में जुटा

आने वाले होली कार्यक्रम को देखते ही पुलिस और मंदिर प्रशासन ने अपनी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं. पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने का फैसला लिया है. साथ ही पार्किंग को लेकर भी पुलिस ने खास इंतजाम किए हैं

मध्य प्रदेश: बैतूल की कोयला खदान में हादसा, 3 मजदूरों की मौत

मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में गुरुवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया. कोयला खदान का स्लैब गिरने ने उसमें मजदूर दब गए. हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया.अब तक मलबे से तीन मजदूरों को निकाला गया है, जिन्हें डॉक्टरों की टीम ने मृत घोषित कर दिया. डब्ल्यूसीएल, एसडीआरएफऔर पुलिस बलकी टीम ने इनका रेस्क्यू किया. बैतूल एसपी निश्चल झारिया ने घटना की पुष्टि की और एसपी खुद भी छतरपुर-1 खदान पहुंच गए हैं.

हादसाबैतूल जिले की सारणी स्थित बागडोना-छतरपुर खदान में गुरुवार शाम को हुआ, जिसमें खदान की छत धंसने से तीन मजदूरों की मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे, कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी और पुलिस अधीक्षक (एसपी) निश्चल झारिया मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. कलेक्टर सूर्यवंशी के निर्देश पर तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, जिसमें खदान में कार्यरत अन्य मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. हालांकि, तीन मजदूरों की मौत की पुष्टि एसपी निश्चल झारिया ने की.

मृतकों के परिजनों को मिलेगी सहायता राशि

इस हादसे मेंगोविंद कोसरिया (37) शिफ्ट इंचार्ज,हरि चौहान (46) ओवरमैन,रामदेव पंडोले (49) माइनिंग सरदार की मौत हो गई.विधायक डॉ. पंडाग्रे और कलेक्टर सूर्यवंशी ने वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (WCL) के जीएम को निर्देश दिए कि मृतकों के परिजनों को तत्काल लाइफ कवर स्कीम के तहत 1.5 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाए.

जिला प्रशासन हादसे की जांच में जुटा

इसके अलावा एक्स-ग्रेसिया, ग्रेच्युटी, कंपनसेशन, पीएफ और लाइफ एनकैशमेंट की राशि भी शीघ्र जारी करने के निर्देश दिए गए हैं. घटना के बाद प्रशासन ने माइनिंग सुरक्षा मानकों की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को रोका जा सके. फिलहाल, रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया गया है और अधिकारियों द्वारा हादसे के कारणों की विस्तृत जांच जारी है.

9 मार्च रात 12 बजे से नहीं चलेंगी हिमाचल की बसें! आखिर क्या है इसकी वजह?

हिमाचल में HRTC ड्राइवर कंडक्टर यूनियन ने अब आर पार की लड़ाई का एलान कर दिया है. यूनियन ने प्रबंधन व सरकार को गुरुवार को प्रबंधन व सरकार को 9 रात्रि तक का अल्टीमेटम दे दिया है. उन्होंने गुरुवार को नोटिस देकर एलान कर दिया है कि अगर उनकी मांगें नही मानी गई तो 9 मार्च की मध्य रात्रि से चालक परिचालक हड़ताल के लिए चले जाएंगे. ऐसे में इसके लिए सरकार उत्तरदायी होगी. यूनियन ने मुख्यमंत्री पर झूठ बोलने के आरोप लगाए।

एचआरटीसी चालक संघ के अध्यक्ष मानसिंह ने बताया कि वह यूनियन ने सरकार व प्रबंधन को 15 दिन का नोटिस दिया था. नोटिस की मियाद आज पूरी हो गई है. सरकार व प्रबंधन के समक्ष उन्होंने अपनी मांगे रख दी है. एचआरटीसी के चालकों और परिचालकों को 65 माह का ओवरटाइम, डीए का एरियर, 4-9-14 का एरियर और वर्ष 2016 पे कमीशन के एरियर की किस्त लंबित हैं. इसके बावजूद प्रदेश सरकार लंबे समय उनकी लंबित देनदारियों को अदा नहीं कर रही है.

मान सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 12 अक्टूबर 2024 को ऐलान किया था कि उनको 59 करोड़ रुपया दे दिया जाएगा. हालांकि उनकी यह घोषणा झूठी साबित हुई है. मुख्यमंत्री ने बार बार झूठे वादे किए और कोई देनदारियां उन्हें नहीं दी गई. उन्होंने प्रबंधन को 15 दिन का नोटिस भी दिया जो आज पूरा हो गया है. ऐसे में अब प्रबंधन बोल रहा है कि 5 करोड़ रुपया आ गया है, लेकिन अब इस 5 करोड़ से बात नही बनेगी.

उन्होंने कहा कि उनका ध्येय यह नही है कि वह हड़ताल पर जाएं. अब प्रबंधन व सरकार को 9 मार्च तक का समय दिया है. इस बीच सरकार वार्ता के लिए बुलाती है तो ठीक है, अन्यथा 72 घण्टों के लिए वह हड़ताल पर जाएंगे. उन्होंने कहा कि आज प्रबंधन को नोटिस में साफ तौर पर बता दिया गया है कि एडवांस बुकिंग अब न ली जाए. ऐसे में अगर लोगों को कोई दिक्कत होगी तो उसके लिए प्रबंधन व सरकार जिम्मेदार होगी. मान सिंह ठाकुर ने कहा कि आज सरकार व प्रबंधन को यह खुले मंच से चेतावनी दे दी गई है अगर 9 मार्च तक उनकी मांगें नही मानी गयी तो 9 मार्च मध्य रात्रि 12 बजे से वह 72 घण्टों की हड़ताल पर चले जाएंगे.

गुरुग्राम में विदेशी महिला ने किया सुसाइड, DLF सोसाइटी की 14वीं मंजिल से कूदी

दिल्ली-एनसीआर के गुरुग्राम में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. एक 34 वर्षीय विदेशी महिला ने 14वीं मंजिल से कूद कर सुसाइड कर लिया. महिला ने गुरुवार दोपहर 12 बजे डीएलएफ फेज-5 के पार्क प्लेस की 14वीं मंजिल से कूद कर आत्महत्या की. मृतका की पहचान मडोका के तौर पर हुई, जो की जापान की रहने वाली थी.

मृतका 24 सितंबर को अपने बच्चों के साथ भारत आई थी और डीएलएफ फेज-5 के पार्क प्लेस सोसाइटी में रह रही थी. मृतका का पति जैपनीज बैंक का VP बताया जा रहा है. वहीं घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और क्राइम टीम मौके पर पहुंची. पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी. शुरुआती जांच में आत्महत्या के सही करणों का पता नहीं लग पाया है.

बिहार: प्रशांत किशोर का बड़ा ऐलान, तेजस्वी यादव के खिलाफ इस सीट से लड़ेंगे चुनाव

जन सुराज पार्टी के सूत्रधार और भारतीय राजनीति के रणनीतिकार कहे जाने वाले प्रशांत किशोर बिहार के सियासी रण में पैर जमाने की कोशिश में पूरी तरीके से लग गए हैं. पीके ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का किया ऐलान किया है. प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव के चुनाव क्षेत्र राघोपुर से चुनाव लड़ने का फैसला किया है. पीके ने कहा है कि कार्यकर्ताओं ने तेजस्वी यादव के खिलाफ राघोपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का सुझाव दिया है. मोतिहारी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बात कही.

चुनाव लड़ना है तो लड़ेंगे, कोई दिक्कत नहीं’

प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर पार्टी ने तय किया है कि चुनाव लड़ना है तो लड़ेंगे, कोई दिक्कत नहीं है. कहां से लड़ेंगे? अभी तय नहीं है लेकिन मेरे नाम से किसी ने राघोपुर से आवेदन दिया है. अगर पार्टी तय करेगी तो जरूर लड़ेंगे. बता दें कि तेजस्वी यादव राघोपुर से वर्तमान विधायक हैं और राघोपुर लालू परिवार का गढ़ माना जाता है.

उपचुनाव में PK को मिली थी असफलता

दरअसल, अपनी पार्टी के लॉन्चिंग के बाद प्रशांत किशोर ने पहली बार विधानसभा उपचुनाव में किस्मत आजमाया था लेकिन उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी. चारों विधानसभा सीटों पर उनके उम्मीदवार चारों खाने चित हो गए. इसके बाद उन्होंने तिरहुत स्नातक स्तरीय विधान परिषद चुनाव में भी भाग्य आजमाया लेकिन यहां भी उन्हें निराशा हाथ लगी. वहीं, अब पीके विधायकी का चुनाव लड़ने चले हैं.

बिहार में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव है लेकिन इसकी तैयारी अभी से ही शुरू हो गई है. तमाम राजनीतिक दल अपनी-अपनी कोशिशों में जुट गए हैं. बयानबाजी और आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है. जनसुराज में बिहार में 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पीके इसकी तैयारी में पूरी तरह जुट गए हैं. वो तमाम विधानसभा सीटों का दौरा कर रहे हैं.

पाला बदल सकते हैं नीतीश कुमार-PK

पीके बीजेपी, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर लगातार हमलावर हैं. एक दिन पहले प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार बिहार चुनाव के बाद पाला बदल सकते हैं. पीके ने कहा कि नीतीश कुमार बीजेपी के साथ ही चुनाव लड़ेंगे लेकिन चुनाव के बाद वो फिर से पाला बदल सकते हैं लेकिन इस बार उनका सीएम बनना मुश्किल है. चाहे वे किसी से भी गठबंधन कर लें.

रेलवे ट्रैक पार किया तो खैर नहीं, हो सकती है 6 महीने की जेल… इस राज्य में सर्कुलर जारी

रेलवे स्टेशनों में हम अक्सर देखते हैं कि कई लोग शॉर्टकट के चक्कर में जान को जोखिम में डाल रेल ट्रैक (Railway Track) को पार कर लेते हैं. लेकिन छत्तीसगढ़ में अब सर्कुलर जारी हुआ है. यहां अगर आपने रेलवे स्टेशन (Indian Railways) पर एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए शॉर्टकट मारा तो आपको जेल भी हो सकती है. फुट ओवरब्रिज का उपयोग करके ही यात्रियों को दूसरे प्लेटफार्म तक जाना होगा.

यहां अगर अगर रेलवे ट्रैक पार करते पाए गए तो छह महीने की जेल और 1000 रुपए का जुर्माना या दोनों हो सकता है. रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नया सर्कुलर जारी किया है. रेलवे ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि रेलवे ट्रैक पार करने की खतरनाक प्रवृत्ति से बचें. रेलवे ट्रैक पार करना न केवल जान को जोखिम में डालना है, अन्यथा यह एक दंडनीय अपराध भी है.

यात्रियों से रेलवे ने की अपील

यात्रियों से अपील करते हुए रेलवे ने कहा है कि एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए फुट ओवर ब्रिज का उपयोग करें. सड़क मार्ग उपयोग करने वालों के लिए रोड ओवरब्रिज, रोड अंडरब्रिज, सब-वे एवं निर्धारित पैदल मार्ग बनाने की बात कही है.

रेलवे का जागरुकता अभियान

रेलवे ट्रैक पार करने की प्रवृत्ति के रोकथाम के लिए रेलवे सुरक्षा बल द्वारा नियमित रूप से जागरुकता अभियान, लाउड स्पीकर की घोषणाएं और चेकिंग अभियान चलाए जा रहा है, ताकि लोगों को इस गंभीर खतरे के प्रति सचेत किया जा सके. साल-2024 में रेलवे सुरक्षा बल, रायगढ़ और रायपुर द्वारा 1283 अनाधिकृत प्रवेश, न्यूसेन्स एवं अवैध वेंडर्स के विरुद्ध 3063 व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई. इस दौरान संपूर्ण दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में ऐसे मामलों में 28,419 व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई.

मोहम्मद शमी के रोजा छोड़ने पर विवाद, मुस्लिम धर्मगुरु ने दी सफाई

भारत और आस्ट्रेलिया के बीच हुए सेमी फाइनल मैच के दौरान मोहम्मद शमी की वायरल हुई एक तस्वीर से सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है. इस तस्वीर में भारतीय तेज गेंदबाज शमी एनर्जी ड्रिंक पीते दिख रहे हैं. इसपर कुछ लोग भड़क गए और गलत कमेंट्स करने लगे. उनका कहना है कि रमजान के पवित्र महीने में शमी को रोजा रखना चाहिए था. इन सबके बीच मुस्लिम धर्मगुरु उनके बचाव में उतर आए हैं. उन्होंने न सिर्फ ट्रोलर्स को लताड़ा है बल्कि मोहम्मद शमी को भी कुछ हिदायत दी है.

देश में एक मार्च रमजान का पवित्र महिना शुरू हो गया है. 2 मार्च से मुसलमान रोजा रख रहे हैं. इस बीच चैंपियंस ट्रॉफी के सेमी फाइनल मैच में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच मुकाबला हुआ. इसी मैच में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इस फोटो में वह एनर्जी ड्रिंक पीते दिखे, जिसपर लोग उनसे रोजा रखने की नसीहत देने लगे.

ईद के बड़ा रख सकते हैं रोजा

सेमी फाइनल मैच के दौरान मोहम्मद शमी के रोजा छोड़ने पर मुरादाबाद के मुस्लिम धर्मगुरु इंतेसाब कादरी का कहना है कि मोहम्मद शमी को वो लोग ट्रोल कर रहे हैं, जो इस्लाम के बारे में जरा भी जानकारी नहीं रखते.इंतेसाब कादरी का कहते हैं कि अगर रमजान के महीने में किसी का रोजा छूट जाता है, तो वह ईद के बाद छूटे हुए रोजे पूरे कर सकता है. वह कहते हैं कि इसमें बहुत ही महत्वपूर्ण बात यह है कि जो रमजान के रोजो का सवाब होता है, वह रमजान के बाद रखे गए रोजा से ज्यादा होता है.

हर बालिग मुसलमान पर रोजा रखना फर्ज

वह कहते हैं कि रमजान में रोजा रखना हर बालिग मुसलमान पर फर्ज है. बहुत ही मुश्किल हालात में रोजा छोड़ा जाता है. अगर कोई ज्यादा बीमार हो जाता है तो वह रोजा छोड़ सकता है. लेकिन वह ईद के बाद अपने छूटे हुए रोजे पूरे कर सकता है. वह कहते हैं कि अगर ईद के बाद भी कोई रोजा नहीं रख सकता तो उसे फिदया अदा करने का हुक्म है. फिदया में जो रकम फितरे में दी जाती है उसी के हिसाब से प्रति रोजा वह रकम किसी गरीब को देनी पड़ेगी.

मोहम्मद शमी को दी हिदायत

धर्मगुरु इंतेसाब कादरी कहते हैं कि मोहम्मद शमी को वही लोग ट्रोल कर रहे हैं, जो सोशल मीडिया पर मुफ्ती बनते हैं और जमीनी हकीकत में वह इस्लाम के बारे कोई जानकारी नहीं रखते. वह कहते हैं कि मोहम्मद शमी दुनिया में अकेले नहीं हैं, जिन्होंने खेल के दौरान रोजा नहीं रखा. आज भी लाखों मुसलमान रोजा नहीं रखते. रमजान के महीने में मुस्लिम इलाकों के होटलों में पर्दा डल जाते हैं, जिनके पीछे बहुत से मुसलमान खाना खाते हैं. उन्होंने इस मामले में मोहम्मद शमी को भी हिदायत देते हुए कहा कि अगर उन्हें कोई भी चीज खानी-पीनी है तो वह खुले में कैमरों के बीच इसके इस्तेमाल से बचे.