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ईंट भट्ठों और औद्योगिक संस्थानों में काम करने वाले मजदूरों के बच्चे भी होंगे शिक्षित, एसीएस एस सिद्धार्थ ने दिया यह बड़ा निर्देश

डेस्क : बिहार के वरिष्ठ आईएसएस अधिकारी व शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ अपने सादगी के साथ-साथ सामाजिक कार्यों के लिए जाने जाते है। उन्होंने जब से शिक्षा विभाग का कमान संभाला है लगातार शिक्षा व्यवस्था में सुधार के प्रयास में लगे है। वहीं अब उन्होंने एक कदम उठाया है। उन्होंने ईंट भट्ठों और इसके जैसे दूसरे औद्योगिक और निर्माण स्थलों में काम करनेवाले मजदूरों के बच्चों को नजदीकी स्कूल में नामांकन कराने को लेकर बड़ा आदेश जारी किया है।

एसीएस ने सभी जिलों के डीएम को निर्देश दिया है कि वह अपने क्षेत्र में चल रहे ईट भट्ठा अथवा अन्य निर्माण स्थलों पर कार्यरत श्रमिकों के 06-14 आयुवर्ग के बच्चों की पहचान की जाय एवं यह सुनिश्चित किया जाय कि बच्चे स्कूलों में अनामांकित न रहे।

वहीं उन्होंने कहा कि सभी ईट-भट्ठा मालिक एवं अन्य नियोजकों को यह हिदायत दी जाय कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके यहाँ कार्य करने वाले कामगारों / श्रमिकों के बच्चों का नामांकन निकटतम सरकारी अथवा निजी विद्यालय में हो। इसके लिए यह भी प्रावधान किया गया है कि विषय-ईंट भट्ठा एवं अन्य औद्योगिक / निर्माण स्थलों पर कार्य करने वाले कामगारों / श्रमिकों के 06-14 आयु वर्ग के बच्चों को निकटतम विद्यालय में नामांकन कराने के संबंध में। ऐसे बच्चों का नामांकन अकादमिक सत्र के बीच में कभी भी हो सकेगा। एसीएस ने निर्देश दिया है कि अपने जिलान्तर्गत अभियान चलाकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

बताते चले कि तीन दिन पहले एसीएस सिद्धार्थ तीन दिन पहले नवादा के एक स्कूल में निरीक्षण के लिए गए थे। जहां शिक्षिकाओं ने बताया कि कुछ बच्चे स्कूल आने की जगह पास के ईंट भट्ठे में काम करने के लिए चले गए हैं। इसके बाद एसीएस खुद ईंट भट्ठे पर पहुंच गए। जहां उन्होंने कुछ बच्चों को काम करते हुआ पाया था। उन बच्चों से बातचीत के दौरान एसीएस को कुछ बड़ी बातों के बारे में पता चला था।

एसीएस ने बताया कि निरीक्षण के क्रम में यह पाया गया है कि कतिपय बच्चे, जिनके माता-पिता ईट भट्ठा, बालूघाट, सड़क निर्माण, अन्य सरकारी या गैर सरकारी बड़ी परियोजनाओं में काम करने हेतु अपना गाँव छोड़कर कार्यस्थल पर निवास करते हैं, उन्हें माता-पिता के साथ रहने की बाध्यता के कारण अपनी पढ़ाई से वंचित होना पड़ता है।

आप अवगत हैं कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम की धारा 3 (1) में स्पष्ट प्रावधान है कि "06-14 आयु वर्ग प्रत्येक बच्चे को प्रारंभिक शिक्षा पूरी होने तक किसी आसपास के विद्यालय में निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार होगा।" इस प्रकार 06-14 आयु वर्ग के सभी बच्चों को विद्यालय में नामांकन कराकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना अनिवार्य है।

वर्दी का रौब दिखाना एसएचओ समेत पांच पुलिसकर्मियों को पड़ा महंगा, एसपी ने किया सस्पेंड

डेस्क : बिहार में पुलिसकर्मियों को अपनी वर्दी का रौब दिखाना महंगा पड़ गया। वाहन चेकिंग के दौरान एक युवक को पीटने के आरोप में एसपी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हे संस्पेंड कर दिया है। मामला मधुबनी जिले की है। मधुबनी एसपी ने इस मामले में एक्शन लेते हुए एक थानादार, एक ASI,एक हवलदार एक सिपाही और दो चौकीदार को सस्पेंड कर दिया है। अब इसको लेकर पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।

बताया जा रहा है कि बीते 30 जनवरी को बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के कटैया गांव निवासी मो. फिरोज, पिता-मो. युनुस, ने बेनीपट्टी थाना के विरूद् बाइक चेकिंग के दौरान मारपीट कर घायल करने का आरोप लगाया था। इस मामले को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों के साथ मो. फिरोज बीते 1 फरवरी को एसपी से मुलाकात कर मामले की जानकारी उन्हें दी।

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने पूरे घटनाक्रम की जांच करवाई। इसको लेकर सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की गई।

सभी जांच मुख्यालय डीएसपी रश्मि ने SP योगेंद्र कुमार को समर्पित किया। जिसके बाद प्रथम दृष्टया में मामला सही पाए जाने के बाद 1.स0अ0नि0 मुकेश कुमार, 2. हवलदार रंजीत, 3. सिपाही-557 विक्रम कुमार, 4. चौकीदार सुरेश पासवान एवं 5.चौकीदार सुरदीप मंडल बेनीपट्टी थाना को दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और पुलिस केन्द्र, मधुबनी में योगदान करने का निर्देश गया है।

इसके अलावा परशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक, गौरव गुप्ता को थानाध्यक्ष, बेनीपट्टी थाना से स्थानांतरित करते हुए पुलिस कार्यालय,मधुबनी में योगदान देने का आदेश दिया गया है।

पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, कुख्यात अपराधी को हथियार के साथ दबोचा

डेस्क : बिहार पुलिस इनदिनों पूरे एक्शन में है। अपराधियों पर नकेल कसने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। जिसमें उसे सफलता भी मिल रही है। इसी कड़ी में बेगूसराय पुलिस को एक बार फिर बडी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने कुख्यात अपराधी गोपाल कुमार को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक देशी पिस्तौल, एक देसी कट्टा, एक मैगजीन, 5 जिंदा कारतूस, 34 ग्राम गांजा और पांच मोबाइल फोन बरामद हुआ हैं। यह गिरफ्तारी गढ़हरा थाने की पुलिस ने हाजीपुर पोखर के निकट की।

इस बात की जानकारी देते हुए सदर टू डीएसपी भास्कर रंजन ने बताया कि गोपाल कुमार एक चाय की दुकान पर किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा था। इसी सूचना के आधार पर गढ़हरा थाने की पुलिस ने घेराबंदी कर छापेमारी की, जिसमें गोपाल कुमार को पकड़ा गया।

कुख्यात अपराधी गोपाल कुमार की जब तलाशी ली गई तो उसके पास से एक देशी पिस्तौल एक देसी कट्टा, एक मैगजीन पांच जिंदा कारतूस , पांच मोबाइल एवं 34 ग्राम गांजा को बरामद किया गया। इस दौरान डीएसपी भास्कर रंजन ने बताया है कि उसे इलाके का यह कुख्यात अपराधी है और वर्चस्व लगातार बनाने का काम करता था।

कुख्यात अपराधी गोपाल कुमार के द्वारा एक बार फिर बड़ी वारदात को अंजाम देने के फिराक में था।पुलिस ने समय रहते हुए कार्रवाई की नहीं तो उसे अपराधी के द्वारा किसी बड़ी वारदात को अंजाम दिया जाता। फिलहाल कुख्यात अपराधी गोपाल कुमार पर कई मामले अन्य थाने में दर्ज है।

बिहार मे 25 हजार किमी ग्रामीण सड़को का होगा निर्माण, कैबिनेट से मंजूरी के बाद शुरु होगा कार्य

डेस्क : राज्य की 25 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कों की डीपीआर (विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन) तैयार हो गई है।

ग्रामीण कार्य विभाग अब तक 20 जिले की सड़कों की मंजूरी लोक वित्त समिति से ले चुका है। बाकी जिलों की सड़कों की भी मंजूरी जल्द ही ली जाएगी। इसके बाद राज्य कैबिनेट से इन सड़कों की मंजूरी ली जाएगी। फिर सभी सड़कों के निर्माण के लिए चरणवार तरीके से निविदा जारी हो जाएगी। अधिकतम एक साल के भीतर सड़कों का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।

विभागीय अधिकारियों के अनुसार लगभग 25 हजार किमी ऐसी ग्रामीण सड़कें हैं जो मरम्मत अवधि से बाहर हो चुकी हैं। इन सड़कों की संख्या लगभग 13 हजार है। निर्माण करने के लिए ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम लागू किया गया है।

इसी योजना के तहत पिछले दिनों डीपीआर तैयार करने के लिए एजेंसियों का चयन हुआ। डीपीआर के अनुसार इन सड़कों के निर्माण पर लगभग 25 हजार करोड़ खर्च होंगे।

बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को लिए जारी हुआ यह बड़ा निर्देश, क्लास रुम में इस चीज के इस्तेमाल पर लगी रोक

डेस्क : बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए एक बड़ी खबर है। शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए स्कूलों में पढ़ाई के दौरान मोबाइल के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। अब सरकारी स्कूलों में शिक्षक पढ़ाई के दौरान मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल नहीं कर सकते है। हालांकि, शैक्षणिक गतिविधियों या किसी जरूरी बात पर टीचर मोबाइल फ़ोन का उपयोग कर सकते हैं।

दरअसल, पिछले दिनों सरकारी स्कूलों में शिक्षक द्वारा रिल बनाने पढ़ाने के दौरान बातचीत करने और व्हाट्सएप पर चैट करने की शिकायत छात्रों के तरफ से मिल रही थी। ऐसे में छात्रों का कोर्स भी समय पर पूरा नहीं हो पता था। इस रिपोर्ट में छात्रों को गणित हिंदी उच्चारण सहित अन्य विषयों में भी कमजोर बताया गया था। काफी शिकायत सुनने के बाद अब यह एक्शन लिया गया है।

जारी आदेश के अनुसार शिक्षक अपने मोबाइल को कार्यालय में जमा करेंगे या फिर बैग में साइलेंट मोड में रखेंगे। निरीक्षण के दौरान यदि शिक्षक मोबाइल का इस्तेमाल करते मिले तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी। यदि छात्र भी शिक्षकों की शिकायत करते हैं तो जांच के बाद एक्शन लिया जाएगा। इसको लेकर खुद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने निर्देश जारी कर दिया है।

बिहार कांग्रेस वरिष्ठ नेता और विधायक शकील अहमद खान के 18 वर्षीय बेटे ने की आत्महत्या

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक शकील अहमद खान के बेटे अयान ने पटना में सरकारी आवास में आत्महत्या कर ली है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी. सचिवालय डीएसपी ने आत्महत्या की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच जारी है और घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है. शकील के बेटे अयान की उम्र 18 साल थी.

राहुल गांधी के बिहार दौरे पर शकील अहमद ने मंच पर ही बेटे को राहुल से मिलवाया था. बेटे ने राहुल गांधी को कुछ दस्तावेज सौंपे थे. शकील अहमद खान कटिहार जिले के कदवा विधानसभा सीट से विधायक हैं और कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं. शकील अहमद खान बिहार कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते हैं. उनकी छवि बेहद साफ सुथरी रही है.

पप्पू यादव ने जताया दुख

कांग्रेस विधायक के बेटे के निधन पर पुर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, एक अत्यंत दुःखद सूचना से मर्माहत हूं! बिहार में कांग्रेस विधायक दल के नेता मेरे मित्र डॉ शकील अहमद खान साहब के इकलौते पुत्र का असामयिक निधन हो गया! मेरी पूरी संवेदना शकील भाई और उनके परिजनों के साथ है! लेकिन एक पिता माता के लिए ढांढस के कोई शब्द नहीं है मेरे पास!अल्लाह ईश्वर.

अब नेपाल से बिहार में अवैध रुप से घुसपैठ करना नहीं होगा आसान, इस तकनीक से सीमा क्षेत्र की होगी चौकसी

डेस्क : बिहार-नेपाल के सीमाक्षेत्र की हर छोटी-बड़ी गतिविधि पर कड़ी नजर रहेगी। नेपाल बॉर्डर की पूरी चौकसी अब एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से होगी। इसके लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनाई गई है। अभी सीमा पर मौजूद 11 ट्रेड एवं ट्रांजिट प्वाइंट समेत 65 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे हैं।

554 किमी की लंबाई में पूर्वी छोर सिकटी (अररिया) से मदनपुर (पश्चिमी छोर) के बीच कुछ-कुछ दूरी पर कैमरे लगेंगे। ये नाइट विजन से लैस होंगे। इन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। सभी कैमरों की कंट्रोल प्रणाली सीमा पर मौजूद कंट्रोल इकाइयों के अतिरिक्त पटना स्थित एसएसबी मुख्यालय में भी अवस्थित होगी। यहां से बैठकर पूरी सीमा की 24 घंटे चौकसी होगी। कुख्यात अपराधियों या अवैध तरीके से घुसपैठ करने वालों की पहचान करने में आसानी होगी। कुछ संदिग्ध गतिविधि पर यह कंट्रोल यूनिट को अलर्ट भी करेगा।

सीमा पर मौजूद सभी 11 ट्रेड एंड ट्रांजिट प्वाइंट के अलावा अन्य संवेदनशील प्वाइंट पर सेंसर, फुल बॉडी स्कैनर समेत अन्य आधुनिक उपकरण भी लगाए जाएंगे। इनकी मदद से आने जाने वाले व्यक्ति, सामान एवं वाहन की पूरी स्कैनिंग हो सकेगी। इससे नकली नोट, मादक पदार्थ, अवैध शराब, सोना समेत अन्य सभी तरह की तस्करी पर नकेल लग सकेगी। अभी ये सुविधाएं मौजूद नहीं हैं।

गौरतलब है कि सूबे की नेपाल से जुड़ने वाली सीमा की कुल लंबाई 633 किमी है। इसमें 554 किमी की सीमा ऐसी है, जिसकी सुरक्षा और चौकसी की जिम्मेदारी एसएसबी की बिहार इकाई के पास है। किशनगंज इलाके में शेष 79 किमी की लंबाई की सड़क की सुरक्षा की जिम्मेदारी एसएसबी की कोलकाता इकाई के पास है।

बिहार के साथ लगने वाली 554 किमी लंबाई वाली सड़क में 490 किमी की फॉरमेटिंग हो गई है और 390 किमी सड़क पूरी तरह से बन गई है। अभी करीब 64 किमी सड़क बननी शेष है। इस पर 2 हजार 468 करोड़ की लागत आ रही है।

सरस्वती पूजा आज, मां वीणा वादिनी की पूजा-अर्चना में जुटे लोग

डेस्क : बीते रविवार को माघ शुक्ल पक्ष पंचमी शुरू हो गई। लेकिन उदयातिथि के कारण पटना में सरस्वती पूजा आज सोमवार को पूरे विधि-विधान से की जा रही है। पूरे भक्ति-भाव और श्रद्धा के साथ आज सोमवार को मां शारदे की पूजा-अर्चना की तैयारी में लोग जुटे हुए है।

आज सोमवार को श्रद्धालु रेवती नक्षत्र में सिद्धि एवं साध्य योग के मेल के बीच मां सरस्वती की पूजा करेंगे। ज्योतिषाचार्य के अनुसार पंचमी तिथि आज सोमवार को सुबह 9.36 बजे तक है। इसके पहले पूजा करना श्रेयस्कर होगा। वैसे उदयातिथि के कारण पूरे दिन मां सरस्वती की पूजा-प्रार्थना की जा सकती है।

उन्होंने बताया कि ब्रह्मवैवर्त पुराण में इस तिथि को अक्षराम्भ, विद्यारम्भ आदि के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन छोटे बच्चों को खल्ली छूने की परंपरा से उसके पढ़ाई-लिखाई की शुरुआत कराने का विधान भी काफी संख्या में अभिभावकों की ओर से अपने बच्चों के लिए किया जाता है।

ज्योतिषाचार्य ने बताया कि वसंत पंचमी तिथि को अबूझ मूहर्त माना जाता है। मतलब इस दिन बिना किसी मुहूर्त के मुंडन संस्कार, गृह प्रवेश, भवन निर्माण का नींव डालना, जमीन व वाहन आदि की खरीदारी की जा सकती है।

सरस्वती पूजा को शांतिपूर्ण संपन्न कराने को लेकर प्रशासन की पूरी तैयारी, संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम

डेस्क : सरस्वती पूजा को शांति एवं सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न कराने को लेकर पटना प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी की गई है। आज सोमवार और कल मंगलवार को संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर की 74 जगहों पर दंडाधिकारी और अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है। खासकर शैक्षणिक संस्थानों के आसपास कड़ी चौकसी होगी। जिला प्रशासन ने पांच फरवरी तक गंगा में नावों के परिचालन पर रोक लगा दी है। जिला नियंत्रण कक्ष में चौबीस घंटे मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात रहेंगे।

सरस्वती पूजा को लेकर स्थानीय थानों के सतर्क कर दिया गया है। शांति बनाए रखने के लिए सभी जगहों पर वरीय अधिकारी और थाने की पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है। इस दौरान पटना में स्थानीय पुलिस के अलावा रैफ की एक, बिहार सशस्त्रत्त् पुलिस की पांच कंपनी और 300 पीटीसी की प्रतिनियुक्ति की गई है। विसर्जन जुलूस में डीजे बजाने के साथ हथियार के प्रदर्शन पर प्रतिबंध है।

उधर, रविवार की शाम को संवेदनशील इलाकों ने पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। अशोक राजपथ स्थित शैक्षणिक संस्थानों के परिसर में विशेष चौकसी बरती जा रही है। पटेल छात्रावास के पास दो मजिस्ट्रेट और दो पुलिस अधिकारी के साथ 50 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसी तरह सैदपुर, बीएन कॉलेज और मिंटो छात्रावासों के पास सुरक्षा के तगड़े प्रबंध किए गए हैं।

मां सरस्वती की मूर्ति के विसर्जित के लिए 10 जगहों पर कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं। इसमें दीघा पाटी पुल घाट और आसपास के इलाके शामिल हैं। फुलवारीशरीफ प्रखंड परिसर अंतर्गत तालाब, मानिकचंद तालाब, लॉ कालेज घाट और आसपास का इलाका, भद्रघाट कृत्रिम तालाब, कंगनघाट पर बनाए गए कृत्रिम तालाब में मूर्ति को विसर्जित किया जाएगा। इसके लिए संबंधित थानों को मूर्ति विसर्जन जुलूस निकालने के लिए समय सीमा निर्धारित करने की जिम्मेदारी दी गई है। प्रत्येक जुलूस के साथ पुलिस बल भी रहेगा।

सरस्वती पूजा, जुलूस और मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम को देखते हुए डीएम और एसएसपी ने 13 थानों को अलर्ट रहने को कहा है। पिछले वर्षों में सरस्वती पूजा के मौके पर हुई हिंसक झड़प को देखते हुए थाना प्रभारियों को विशेष सर्तकता बरतने को कहा गया है। जिन थानों को अलर्ट किया गया है, उसमें कदमकुआं, पीरबहोर, दीघा, राजीवनगर, फुलवारीशरीफ, बहादुरपुर, आलमगंज, सुल्तानगंज, खाजेकलां, चौक, कोतवाली, बुद्धा कॉलोनी, शास्त्रीनगर शामिल है।

मौसम का हाल : बिहार में आज 3 फरवरी से बदलेगा मौसम का मिजाज, 28 जिलों में मौसम का रहेगा यह हाल

डेस्क : बिहार में मौसम इस समय बदलाव के दौर से गुजर रहा है। सुबह-सुबह कोहरा रहता है। वहीं, दिन होते ही तेज धूप निकलने लगती है। ऐसे में लोगों में कंफ्यूजन बढ़ गया है कि वो स्वेटर पहने या न पहने। मौसम विज्ञान केंद्र ने 3 फरवरी 2025 को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के बारे में चेतावनी दी है, जिससे राज्य के कई हिस्सों में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। खासकर बिहार के 10 जिलों में आज यलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां घने कोहरे का सामना करना पड़ सकता है। बाकी 28 जिलों में मौसम सामान्य रहेगा।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, सोमवार से मौसम में बदलाव की शुरुआत हो सकती है और दिन-रात के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी देखी जा सकती है। सोमवार के लिए घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। अगले तीन से चार दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि होने की संभावना है, जिसके बाद तापमान में फिर से गिरावट आ सकती है। सुबह और शाम के समय चलने वाली ठंडी हवाओं को लेकर विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, 15 फरवरी तक ठंड का असर रहेगा और उसके बाद मौसम में धीरे-धीरे सामान्य स्थिति लौटेगी। 5 और 6 फरवरी को राज्य के कई जिलों में बादल छाए रहेंगे, जिससे हल्की ठंड की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इस बीच, 3 फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है, जो पहले से ज्यादा ताकतवर हो सकता है, और इससे पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है। 6 फरवरी के बाद ठंडी हवाएं उत्तरी बिहार में प्रवेश करेंगी, जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट और रात में अधिक ठंड का अनुभव होगा।