यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, घटना 30 अक्टूबर की रात की है. घटना वाली रात रवि बनर्जी ने अपने माता-पिता को बार बार फ़ोन किया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया उसके बाद बेटे ने अपने सहयोगी प्रखर शर्मा को अवंति विहार सेक्टर- 02 अपने घर जाकर देखने बोला. उसने पहुंचकर देखा कि घर का मेन दरवाजा बंद था, दरवाजा खोलकर अंदर जाकर खिड़की से देखा तो बैठक रूम में रवि बनर्जी के पिता जमीन में पेट के बल खून से लथपथ था और दूसरे कमरे में उसकी मां माया बनर्जी डायनिंग टेबल के पास पड़ी थी. दरवाजा बाहर से लगा हुआ था. आवाज देने पर भी उन दोनों के द्वारा कोई जवाब न देने पर डायल 112 और 108 एम्बुलेंस को प्रखर शर्मा फोन बुलाया. जिनके आने पर प्रखर ने अंदर जाकर देखा तो रतनेश्वर बनर्जी और माया बनर्जी को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा सिर पर गम्भीर चोट पहुंचाया गया था जिससे रत्नेश्वर बैनर्जी की मृत्यु हो गई थी और माया बैनर्जी आहत थी जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं मामले पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 103, 109 बी.एन.एस. के तहत अपराध दर्ज कर जांच में जुट गई.
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि घटना के बाद से बुजुर्ग दंपति के मकान में किराये से रहने वाला किरायेदार मुकेश कुमार लगातार फरार चल रहा था. जसिके बाद उसपर संदेह हुआ और उसकी पतासाजी शुरू की गई. मुखबीर और तकनीकी माध्यमों से भी उसकी पतासाजी की जा रही थी, इसी दौरान पुलिस को उसकी उपस्थिति दुर्ग में होने की प्राप्त हुई.
आरोपी मुकेश कुमार, जो कि उनके घर में किरायेदार के तौर पर रहता था, घटना के बाद से फरार है. पुलिस टीम ने तकनीकी सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से मुकेश कुमार का पीछा किया. आरोपी लगातार दुर्ग, नागपुर, हैदराबाद, मुंबई, दिल्ली, और चंडीगढ़ में अपनी लोकेशन बदल रहा था. अंततः उसे चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया.
आरोपी ने इस वजह से दिया खौफनाक वारदात को अंजाम
पुलिस ने गिरफ्तार कर उससे पूछताछ किया, जिसमें उसने अपना गुनाह कबूल किया. उसने बताया कि वह रत्नेश्वर बैनर्जी और माया बैनर्जी के घर में किरायेदार के रूप में रह रहा था, लेकिन काफी समय से किराया नहीं दे पाया था. साथ ही आरोपी पर अन्य लोगों का 20 से 25 लाख का उधार भी था, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान था. घटना के दिन मकान मालिकों ने किराया मांगा, जिस पर विवाद हो गया. इस दौरान गुस्से में आकर मुकेश ने घर में रखी नटराज मूर्ति से हमला कर दिया, जिससे रत्नेश्वर की मौके पर ही मौत हो गई और माया गंभीर रूप से घायल हो गईं. इसके बाद आरोपी ने मृतक के शरीर से सोने की अंगूठी और चेन चुराई और फरार हो गया.
पुलिस ने आरोपी मुकेश कुमार के कब्जे से सोने की अंगूठी, चेन, घटना में प्रयुक्त नटराज की मूर्ति और एक मोबाइल फोन बरामद किया है. मुकेश कुमार के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
Nov 11 2024, 21:39