/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png StreetBuzz कांग्रेस ने झारखंड विधानसभा के लिए 21 प्रत्याशियों के पहली पहली सूची की जारी, पढ़िए कौन कहाँ से लड़ेंगे चुनाव.. Jharkhand
कांग्रेस ने झारखंड विधानसभा के लिए 21 प्रत्याशियों के पहली पहली सूची की जारी, पढ़िए कौन कहाँ से लड़ेंगे चुनाव..

?* झारखंड डेस्क कांग्रेस ने सोमवार को झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की जिसमें प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, मंत्री बन्ना गुप्ता, कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य अजय कुमार और कुछ अन्य मंत्रियों के नाम हैं.पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक के कुछ घंटों के बाद यह सूची जारी की गई. उरांव को उनकी मौजूदा लोहरदगा सीट से एक बार फिर उम्मीदवार बनाया गया है. भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी अजय कुमार को जमशेदपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया है. कुमार जमशेदपुर से लोकसभा सदस्य भी रह चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को जमशेदपुर पश्चिम से उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं पश्चिमी सिंहभूम के जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकू पर फिर से भरोसा जताया है. राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री इरफान अंसारी को उनके वर्तमान क्षेत्र जामताड़ा से फिर से मैदान में उतारा गया है, जबकि कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह को महगामा से एक फिर उम्मीदवार बनाया गया है. वह वर्तमान में इस सीट से विधायक हैं. कांग्रेस ने सत्तारूढ़ गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर जारी गतिरोध के बीच ये उम्मीदवार घोषित किए हैं. कांग्रेस ने सोमवार रात कहा कि मंगलवार को इसको लेकर पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी कि कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस ने गत शनिवार को घोषणा की थी कि दोनों दल राज्य की 81 विधानसभा सीट में से 70 पर चुनाव लड़ेंगे और बाकी सीट पर घटक के अन्य सहयोगी लड़ेंगे. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इस घोषणा पर नाराजगी जताते हुए रविवार को कहा था कि 12 से कम सीट उसे स्वीकार्य नहीं होंगी और अगर अकेले चुनावी मैदान में उतरना पड़ा, तो उस स्थिति में भी वह ‘इंडिया’ गठबंधन की संभावनाओं को नुकसान नहीं पहुंचाएगा. झामुमो, कांग्रेस और राजद विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) शामिल हैं. झारखंड में दो चरण में 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी. विधानसभा सीट प्रत्याशी हटिया…….अजय नाथ शाहदेव जरमुंडी—–बादल पत्रलेख जामताड़ा—–डॉ इरफान अंसारी पौड़याहाट—–प्रदीप यादव महगामा—–दीपिका पांडेय सिंह बड़कागांव—–अंबा प्रसाद साहू रामगढ़— ममता देवी मांडू—जय प्रकाश भाई पटेल हजारीबाग—मुन्ना सिंह बेरमो—–जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह झरिया—–पूर्णिमा नीरज सिंह बाघमारा- जलेश्वर महतो जमशेदपुर पश्चिम—–बन्ना गुप्ता जमशेदपुर, पूर्वी—–डॉ अजय कुमार जगन्नाथपुर—–सोना राम सिंकू खिजरी—–राजेश कच्छप मांडर—–शिल्पी नेहा तिर्की सिमडेगा—–भूषण बाड़ा कोलेबिरा—–नमन विक्सल कोंगाड़ी लोहरदगा—–रामेश्वर उरांव मनिका—–रामचंद्र सिंह
मेनका, लुईस के बाद बाटुल व मिस्त्री सोरेन ने भी दिया भाजपा से इस्तीफा,पार्टी के अंदर अंतर्विरोध जारी

झारखंड डेस्क

विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने 66 प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद पार्टी नेताओं के इस्तीफा का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. सबसे पहले पोटका के पूर्व विधायक मेनका सरदार, रांची से संदीप वर्मा, सरायकेला से 2019 में चंपाई सोरेन से मुकाबला करने वाले भाजपा नेता गणेश महली और सारठ के चुन्ना सिंह दुमका से पार्टी के पूर्व विधायक व मंत्री लुईस मरांडी के बाद महेशपुर के पूर्व विधायक सह भाजपा नेता मिस्त्री सोरेन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.

मिस्त्री सोरेन ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को लिखे पत्र में कहा है, मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ ही तमाम पदों से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं. इससे पहले पूर्व कृषि मंत्री और नाला से विधायक रहे सत्यानंद झा बाटुल ने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया है. बाटुल नाला विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.

धनबाद पुलिस संस्मरण दिवस पर पुलिस केन्द्र में वीर शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि


धनबाद : 21 अक्टूबर का दिन पूरे देश मे पुलिस संस्मरण दिवस के रुप मे मनाया जाता हैं. इस दिन पुलिस विभाग के द्वारा अपने कर्तव्य के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियो को श्रद्धांजलि दी जाती हैं. 

धनबाद मे भी सोमवार को पुलिस केन्द्र मे वीर शहीदो को श्रद्धांजलि दी गई.

पुलिस संस्मरण दिवस के मौके पर सोमवार को जिले मे पुलिस विभाग द्वारा अपने कर्तव्य के दौरान झारखंड पुलिस के शहीदों जवानों को याद करते हुए कर्त्तव्य के दौरान शहीद हुए वीर पुलिसकर्मियो को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई.

सोमवार सुबह 8 बजे कार्यक्रम की शुरुआत हुई. वरीय पुलिस अधीक्षक श्री हृदीप पी जनार्दनन महोदय, पुलिस अधीक्षक महोदय (नगर) श्री अजीत कुमार , पुलिस अधीक्षक महोदय (ग्रामीण) श्री कपील चौधरी समेत अन्य पदाधिकारियों ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहीद जवानों को नमन किया.

मौके पर वरीय पुलिस अधीक्षक महोदय के द्वारा शहीदों के परिजन को सम्मानित किया गया और उनका दुःख बांटने की कोशिश की गई. मौके पर एस्एसपी महोदय ने कहा कि अपने कर्तव्य के दौरान देश के लिए शहीद होना गौरव की बात है, हालांकि शहीदों की क्षति को भुलाया नहीं जा सकता है. 

मौक़े पर एसएसपी श्री हृदीप पी जनार्दनन, सिटी एसपी श्री अजीत कुमार, ग्रामीण एसपी श्री कपील चौधरी, डीएसपी श्री धीरेंद्र नारायण बंका, डीएसपी श्री नौशाद आलम, एसडीपीओ श्री आशुतोष सत्यम, डीएसपी श्री सुमित कुमार, एसडीपीओ श्री रजत मणिक बाखला, डीएसपी श्री अरविंद सिंह, डीएसपी श्री संजीव कुमार, डीएसपी श्री शंकर कामती, प्रचारी प्रवर प्रथम श्री अवधेश कुमार समेत कई पदाधिकारी व जवान मौजूद थें.

विधानसभा चुनाव के दौरान आम नागरिकों, मतदाताओं के शिकायत / सुझाव हेतु जिला कन्ट्रोल रूम बनाया गया

धनबाद : आगामी झारखंड विधानसभा निर्वाचन-2024 के निमित्त जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त सुश्री माधवी मिश्रा द्वारा धनबाद जिला के सभी छः विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र यथा 38-सिन्दरी, 39-निरसा, 40-धनबाद. 41-झरिया, 42-टुण्डी एवं 43-बाघमारा के आम नागरिकों, मतदाताओं के शिकायत / सुझाव हेतु जिला कन्ट्रोल रूम अधिष्ठापित्त किया गया है।

 विधान सभा आम चुनान-2024 से संबंधित एवं अन्य किसी भी प्रकार के निर्वाचन संबंधित जानकारी या शिकायत / सुझाव हेतु जिला कन्ट्रोल रूम में अधिष्ठापित्त दूरभाष नं0 9065729326 एवं Toll Free No. 1950 या 0328-1950 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। 

धनबाद जिला कन्ट्रोल रूम में अधिष्ठापित दूरभाष नं० 9065729326 पर 24X7 एवं Toll Free No. 1950 या 0326-1950 पर पूर्वा० 10:00 बजे से अप० 08:00 बजे तक सम्पर्क किया जा सकता है। अतः सभी नागरिकों / गतदाताओं से अपील है कि विधान सभा आम चुनाव 2024 के अवसर पर कोई जानकारी / शिकायत / सुझाव देतु उक्त नम्बर पर सम्पर्क किया जा सकता है।

कन्ट्रोल रूम नं.- 9065729326

टॉल फ्री नंबर- 1950 या 0326-1950

गढ़वा सीट से JMM के मिथिलेश ठाकुर ने आज भरा अपना नामांकन, CM हेमंत सोरेन भी हुए शामिल


रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है. नामांकन की प्रक्रिया शुक्रवार (18 अक्टूबर) को शुरू हो गई थी और 25 अक्टूबर तक जारी रहेगी. 

इसी के चलते आज (सोमवार, 21 अक्टूबर) को गढ़वा से जेएमएम कैंडिडेट मिथिलेश ठाकुर ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया. इस दौरान उनके साथ सीएम हेमंत सोरेन भी मौजूद रहे.

 नामांकन के बाद सीएम चुनावी सभा को संबोधित भी करेंगे. झारखंड सरकार में मंत्री मिथिलेश ठाकुर के नामांकन कार्यक्रम में महागठबंधन के कार्यकर्ता, पदाधिकारी सहित आमजनों का महाजुटान देखने को मिला.

भाजपा के अंदर घमासान, टिकट नहीं मिलने पर कई दिग्गज नेताओं ने पार्टी छोड़ा, कई सीट पर बागी उम्मीदवार होंगे खड़े, भाजपा के लिए बड़ी चुनौती


झारखंड डेस्क 

झारखंड में बीजेपी के टिकट का एलान होते हीं पार्टी में घमासान मच गया है, कई नेता बगावत की मूड में आ गए. कई जिलों में बीजेपी के दिग्गज नेता पार्टी का दामन छोड़कर या तो निर्दलीय या दूसरी पार्टी में शामिल होकर मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे है. 

अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को टिकट देने के विरोध में मेनका सरदार पहले ही पार्टी छोड़ चुकी हैं. रविवार को भाजपा नेता गणेश महली और मलखान सिंह ने भी पार्टी छोड़ दी. उधर बड़ी खबर है कि भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लुईस मरांडी ने बरहेट सीट से चुनाव लड़ने के ऑफर को ठुकरा कर स्पष्ट कर दिया है कि वह अब भाजपा में नहीं रहेंगी. सूत्रों के अनुसार वह जल्द ही झामुमो में शामिल होंगी. वे जामा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी.

हुसैनाबाद के भाजपा नेता विनोद सिंह और प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य संदीप वर्मा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है. संदीप वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि वे रांची से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. ईचागढ़ सीट आजसू के खाते में जाने के बाद से हाल ही में भाजपा में शामिल हुए मलखान सिंह ने भी बीजेपी से इस्तीफा दे दिया. मलखान सिंह ने कहा कि वे 24 अक्टूबर को नामांकन करेंगे. गणेश महली सरायकेला में चंपाई सोरेन के खिलाफ भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ते रहे हैं.

मधुपुर के पूर्व विधायक राज पलिवार और पूर्व मंत्री बाटुल झा भी पार्टी के रवैये पर नाराज हैं. पूर्व मंत्री राज पलिवार ने सोशल मीडिया में लिखा है कि मधुपुर में उस भाजपा कार्यकर्ता को टिकट देना चाहिए था, जिसने सालों से बिना स्वार्थ खून-पसीने से पार्टी को सींचा है.यह बेहद दुखद है कि समर्पित कार्यकर्ता की जगह एक धनवान व्यक्ति को चुना गया. खबर है कि राज पलिवार जल्द बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो सकते है. भाजपा नेता शिवशंकर सिंह ने भी पार्टी से बगावत कर दी है. शिवशंकर सिंह जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. शिवशंकर भाजपा से टिकट के बड़े दावेदार थे.

आजसू ने विधानसभा चुनाव के लिए किये प्रत्याशियों की घोषणा, जानिए किन्हें कहाँ से मिला टिकट...?

झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो की अध्यक्षता में 20 अक्टूबर को हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में नामों इन नामों को फाइनल किया गया।

 पार्टी ने आठों उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। जानिए पार्टी अध्यक्ष समेत सभी उम्मीदवारों के नाम कि कौन किस सीट से चुनाव लड़ रहा है।

उम्मीदवारों के नाम और उनकी विधानसभा सीट-

सिल्ली विधानसभा से आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो चुनाव लड़ने वाले हैं। इनके अलावा अन्य सातों नाम और उनकी विधानसभा सीटों के नाम इस प्रकार हैं। 

रामगढ़ से सुनीता चौधरी, 

लोहरदगा से नीरु शांति भगत, 

गोमिया से लम्बोदर महतो, 

जुगसलाई से रामचंद सहिस, 

माण्डू से निर्मल महतो उर्फ तिवारी महतो, 

ईचागढ़ से हरेलाल महतो

 पाकुड़ से अजहर इस्लाम

ये सभी प्रत्याशी एनडीए द्वारा आवंटित सीट से आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे चुनाव लड़ेंगे। आठ नामों की इस लिस्ट में दो सीटें एसटी हैं। इनके नाम लोहरदगा और जुगसलाई है।

2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन

ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) झारखंड की एक क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी है। इसको संस्थापित करने वाले नेता निर्मल महतो थे।

 अभी इसकी अध्यक्षता सुदेश कुमार महतो के हाथों में है। आपको बता दें कि इस पार्टी की स्थापना साल 1986 में ऑल असम स्टूडेंट यूनियन के बाद की गई थी। बीते विधानसभा चुनाव (2019) में आजसू ने 53 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसमें से केवल 2 सीटों को ही जीत पाई थी। इनके नाम सुदेश महतो और सुनीता चौधरी थे। 

सुनीता चौधरी ने ये बाजी 2023 में हुए रामगढ़ निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में मारी थी।

जेएलकेएम के आधा दर्जन कार्यकर्ताओं ने पार्टी से दिया इस्तीफा

धनबाद : जेएलकेएम (जयराम महतो) की पार्टी झारखण्ड लोकतान्त्रिक क्रान्तिकारी मोर्चा के केंद्रीय संगठन महासचिव शंकर महतो समेत सिंदरी विधानसभा क्षेत्र के आधा दर्जन कार्यकर्ताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं पद से इस्तीफा दे दिया है।

पार्टी के अंदर अंदरूनी विवाद के कारण यह इस्तीफा देने की बात सामने आ रही हैं, पिछले कुछ दिनों से कई लोग जयराम महतो का साथ छोड़ रहे हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं का आरोप हैं कि जिस मुद्दा और उद्देश्य को लेकर यह संघठन बनी उस से भटक गयी हैं जिसके कारण लोग इस्तीफा दे रहे हैं.

स्टेशन पर विधायक राज सिन्हा का हुआ जोरदार स्वागत


झारखंड डेस्क 

धनबाद :धनबाद विधानसभा क्षेत्र से टिकट देकर भाजपा ने राज सिन्हा पर फिर भरोसा जताया हैं, जिसके कारण भाजपा के उनके समर्थक कार्यकर्ता में ख़ुशी हैं.

इस बीच टिकट मिलने के बाद राज सिन्हा सोमवार को दिल्ली से धनबाद पहुँचे। धनबाद पहुँचने पर उनके समर्थकों ने स्टेशन पर जोरदार उनका जोरदार स्वागत किया। वही स्टेशन पर राज सिन्हा के समर्थकों ने फूल माला पहनाया और जिंदाबाद के नारे लगाए।

विदित हो कुछ लोग लोबिंग कर रहे थे कि राज सिन्हा को टिकट नहीं मिले. इसके लिए पिछले कुछ दिनों से लगतार सोशल मीडिया पर ब्यान बाजी चल रही थी. लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने ऐसे लोगों को यह सन्देश दिया हैं कि पार्टी को कमजोर करने वाले लोगों के अनर्गल ब्यान को शीर्ष नेतृत्व बर्दास्त नहीं करेगी.

अब चुकी राज सिन्हा को पार्टी ने टिकट दे दिया तो अब कार्यकर्त्ता चुनावी तैयारी में जुट गए हैं.

झारखंड विंधानसभा चुनाव 2024: कल्पना सोरेन की भाजपा को खुली चुनौती,अगर भाजपा को हिम्मत है तो सरना धार्मिक कोड का समर्थन करे.


झारखंड डेस्क 

रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है और राजनीतिक पार्टियां चुनावी अखाड़े में जमकर पसीना बहा रही हैं. सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से एक-दूसरे पर जमकर प्रहार किए जा रहे हैं.

इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा की नेता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने बीजेपी को चुनौती दी है कि अगर उसमें हिम्मत है तो वह सरना धार्मिक कोड का समर्थन करे. 

यही नहीं, उन्होंने बीजेपी को भर्ती नीति, आदिवासी अधिकारों और ओबीसी के लिए 27 फीसदी आरक्षण का समर्थन करने को लेकर भी चुनौती दी है.

कल्पना सोरेन ने धनबाद जिले के टुंडी में रविवार को एक चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी झूठे वादे करती है, जिसे झारखंड के लोग समझ गए हैं. इसके लिए भगवा पार्टी को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. जेएमएम विधायक का कहना है कि सीएम हेमंत सोरेन आदिवासियों, ओबीसी और महिलाओं के अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष करते आ रहे हैं.

दरअसल, झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री रहते हुए चंपई सोरेन सरना धर्म को लेकर आवाज उठा चुके हैं. यह राज्य की आदिवासी आबादी के बीच लंबे समय से लंबित और भावनात्मक मांग है. चंपई सोरेन अब बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. प्रकृति की पूजा पर केंद्रित सरना आदिवासी धर्म मुख्य रूप से झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, असम और पश्चिम बंगाल में आदिवासी समुदायों की ओर से मनाया जाता है. 

अभी इस धर्म को लेकर कोई अलग कोड नहीं था. केवल हिंदू, इस्लाम, ईसाई, सिख, बौद्ध और जैन धर्म के पास अपना खुद का कोड है. 2011 की जनगणना में लगभग 50 लाख लोगों ने अपना धर्म सरना के रूप में दर्ज किया था.

सरना धर्म क्या है?

झारखंड में आदिवासी खुद को एक अलग धार्मिक समूह से संबंधित मानते हैं और प्रकृति की पूजा करते हैं. सरना धर्म का पवित्र ग्रंथ जल, जंगल, जमीन है और इसके मानने वाले वन क्षेत्रों की रक्षा करने में विश्वास करते हैं. साथ ही पेड़ों और पहाड़ियों की पूजा करते हैं. सरना धर्म के लोग मूर्ति पूजा नहीं करते हैं, न ही वे वर्ण व्यवस्था, स्वर्ग-नरक आदि की अवधारणा का पालन करते हैं.

आदिवासियों की क्या रही है मांग?

आदिवासी कहते आए हैं कि वे अपने लिए एक अलग सरना धार्मिक कोड की लगातार मांग कर रहे हैं. इसके लिए वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य को पत्र भी लिख चुके हैं. झारखंड के मूल निवासी प्रकृति की पूजा करने वाले हैं और हिंदू, मुस्लिम या ईसाई नहीं हैं. कई सर्वे और रिपोर्ट में सामने आया था कि पूरे देश में 50 लाख से अधिक आदिवासी लोगों ने 2011 की जनगणना में अपना धर्म सरना बताया था, जबकि ये कोई कोड नहीं था.