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एनएसयूआई ने सभी नए प्रदेश पदाधिकारी का किया अभिनंदन
धनबाद: सोमवार को एनएसयूआई धनबाद जिला के द्वारा नए प्रदेश पदाधिकारी का स्वागत सह अभिनंदन समारोह रखा गया जिसमें नए पदाधिकारीयो को माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर सम्मानित किया गया ।
धनबाद जिला के पूर्व जिला अध्यक्ष गोपाल कृष्णा चौधरी को प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। जिला उपाध्यक्ष रवि पासवान को प्रदेश सचिव, जिला सचिव अकाश प्रमाणिक, एनएसयूआई नेत्री प्रिया गुप्ता इन सभी को प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी शौपी गई है।
प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल कृष्णा चौधरी ने कहा कि संगठन के द्वारा दी गई जिम्मेदारी को पूर्ण निष्ठा से निभाऊंगा तथा धनबाद जिला के साथ-साथ पूरी झारखंड में छात्रों से जुड़े हुए समस्याओं पर कार्य करूंगा। झारखंड एक गरीब राज्य है और अपने राज्य के विकास के लिए यह सुनिश्चित करूंगा कि चाहे कॉलेज हो स्कूल हो या कोई भी शिक्षण संस्थान,मेरा लक्ष्य पंक्ति में खड़े उस आखिरी छात्र तक मदद पहुंचाना है जो शिक्षा तंत्र में कमियो के कारण गुणवक्ता वाले शिक्षा से वंचित रह जाता है।
प्रदेश सचिव रवि पासवान और आकाश प्रमाणिक ने संघटन को इस नए जिम्मेदारी के लिए धन्यवाद दिया, तथा बताया कि छात्रों की हक की लड़ाई को और मजबूती से लड़ेंगे और उसके हक अधिकारों को दिलाएंगे।
मौके पर उत्तम कुमार, देवेंद्र पासवान, सनी सिंह, राज रंजन सिंह, साहिल खान, सोनू पासवान,मोइन अंसारी, ऋतिक चटर्जी,अमन प्रसाद,सयुम खान,मयंक चौहान,रोशन कुमार,आयुष कुमार,सुंदर कुमार,रौशन कुमार,रोहित मंडल,सूरज कुमार समेत दर्जनों एनएसयूआई नेता मौजूद थे।
युवाओं को रोजगार पाने का अवसर दे रहा डॉक्टर पी एन वर्मा फाउंडेशन 8 अक्टूबर को रोजगार मेला का आयोजन
पीएन वर्मा फाउंडेशन 8 अक्टूबर को धनबाद के धनसार में रोजगार मेला का आयोजन करने जा रही है।रोजगार देने के लिए टेक्स्ट्रॉन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, मेघावी एस्पायर प्राइवेट लिमिटेड,ओम लॉजिस्टिक्स,हीरो महिंद्रा ऐंड महिंद्रा,सुपर जीप,
अनीता मजूमदार की प्रथम निर्देशित सॉन्ग एल्बम तू निकली बेवफा के ऑडियो गाने सुपरहिट
अनीता मजूमदार की प्रथम निर्देशित सॉन्ग एल्बम तू निकली बेवफा के ऑडियो गाने सुपरहिट अनीता ने अभिनय, मॉडलिंग व लेखन में हासिल किए कई महत्वपूर्ण अवार्ड्स
थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों और उनके परिवार के समर्थन में आए धनबाद विधायक राज सिन्हा
धनबाद: धनबाद विधायक राज सिन्हा धनबाद के रणधीर वर्मा चौक में समाजसेवी छोटे भाई रवि शेखर के नेतृत्व में धरना दे रहें करीब 40 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों और उनके परिवार के सदस्यों से मुलाक़ात कर उनकी समस्याओं से अवगत हुआ।
एशियन हॉस्पिटल में गैस्ट्रो से संबंधित सभी जटिल बिमारियों का इलाज उपलब्‍ध
धनबाद:एशियन जालान सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के अनुभवी और विशेषज्ञ गैस्ट्रो एंटेरो लॉजिस्ट डॉ.हिमांशु ने गैस्ट्रो से संबंधित समस्याओं के लक्षण और उनके समाधान हेतु बहुत ही महत्वपूर्ण बातें साझा की। धनबाद और आस पास के इलाके के मरीजों को गैस संबंध शिकायतें रहती है, पेट फूल जाता है या टाइट हो जाता है, गैस ज्यादा निकलती है, पेट से गुड गुड की आवाजें बहुत आती है, इन सभी शिकायतों के कारण अलग हो जाते हैं। ज्यादातर लोग खाली पेट गैस की गोली खाने लगते हैं लेकिन उनको राहत नहीं मिलती।कई मरीजों के पेट में लहर होती है जो खाना खाने से कम हो जाती है या फिर खाने के बाद भी सही नहीं होती, थोड़ा सा खाना खाने के बाद पेट भर जाता है,ऐसी समस्या को डायस्पेप्सिया बोला जाता है, जो एच.पाइलोरी बैक्टीरिया के पेट में संक्रमण होने की वजह से होती है। भारत की 80% जनता इस संक्रमण से ग्रस्त है, लेकिन इस कारण से दिक्कत सिर्फ 15-20% मरीजों को ही होती है। अपच के अलावा एच.पाइलोरी बैक्टीरिया की वजह से पेप्टिक अल्सर रोग और गैस्ट्रिक कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी भी होती है। जिन मैरीजॉन को अपच की शिकायत होती है, उनकी एंडोस्कोपी द्वार एच.पाइलोरी बैक्टीरिया की जांच की जाती है और 14 दिन को दवा के कोर्स के बाद ये मरीज ठीक हो जाते हैं।धनबाद के बहुत से पेट के रोगियों को कब्ज की शिकायत होती है, डॉ.हिमांशु ने बताया कि इस बीमारी की शिकायत बहुत आम है और ये हमारे खराब जीवन शैली की वजह से और दूसरी बीमारियों के कारण भी होती है। ज्यादातर कब्ज के मामले, कब्ज के कारण होने वाले विकार, जिनके रोगी को लगता है कि शौच के वक्त खुलासा नहीं हुआ। सुबह शौच में खुलासा होने के लिए कुछ चीजों का सही होना जरूरी है, जैसे कि, खाना टाइम से खाना, खाने में सलाद लेना, पानी अच्छे से पीना, एक्सरसाइज करना और रात में टाइम से सोना। अगर कोई भी रात का खाना 10-11 बजे खायेंगे तो उनको कब्ज की शिकायत रहने की पूरी संभावना होगी। रात का खाना सूरज ढलने के बाद ना खाये। कुछ मरीज़ों की आंत में रुकावट होने की वजह से कब्ज की समस्या होती है, इसके लिए कोलोनोस्कोपी की जाती है, जो एशियन हॉस्पिटल में उपलब्ध है।जिन मरीजों की कोलोनोस्कोपी नॉर्मल आती है उनके मलाशय के रास्ते के दवाब जांच की जाती हैइस जांच को एनो रेक्टलमेनी मेट्री कहते हैं, जो एशियाई जालान अस्पताल में की जाती है।यदि किसी को भी शौच के साथ ब्लड मिक्स हो कर आ रहा है और शौच कई बार हो रहा है तो ऐसे मरिज को इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (आईबीडी) होने की संभावना है, और ये देखा गया है के ये मरीज ज्यादातर पाइल्स का इलाज करा रहें हैं, आईबीडी एक गंभीर बीमारी है जिसका इलाज डायग्नोसिस कन्फर्म होने के बाद जल्द से जल्द शुरू किया जाना चाहिए, जिन मरीजों की आईबीडी नियंत्रित नहीं रहती उन्हें आगे चलकर कैंसर होने का खतरा रहता है। आईबीडी नाभि के पास मरोड़ मार के दर्द और पतले मल की तरह होती है जिसे वर्तमान में "क्रोहन रोग" से जाना जाता है, उसकी जांच पेट के सीटी सैकन एवं कोलोनोस्कोपी द्वारा की जाती है। जिन मरीज़ों को बवासीर में खून आता है, उन्हें सिग्मायोडोस्कोपी की ज़रूरत होती है और उन्हें बवासीर में एक दवा डाली जाती है, जिस से से बवासीर से खून निकलना बंद हो जाता है और मरीज़ों को बवासीर की सर्जरी करवाने की ज़रूरत नहीं पड़ती। डॉ.हिमांशु ने बताया कि जिन मरीज़ों को उल्टी में खून आता है उनके कारणों में पेप्टिक अल्सर रोग, लीवर खराब हो जाना (शराब के सेवन से, क्रोनिक हेपेटाइटिस बी, सी, ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस), होती है ऐसे कारणों को एंडोस्कोपी की जांच द्वारा पता लगाया जाता है और यदि अल्सर की वजह से रक्तस्राव होता है तो एंडोस्कोपी द्वारा ब्लीडिंग को रोका जाता है,यदि लीवर खराब होने की वजह से उलटी में खून आता है तो उसको वैरिसियल ब्लीडिंग बोलते है, जिसकी वैरिस की बैंडिंग की जाति और ग्लू या स्क्लेरोज़िंग एजेंट का इंजेक्शन लगाया जाता है। डॉ. हिमांशु ने बताया कि ये सारी जांच और इलाज की सुविधा एशियन जालान हॉस्पिटल में उपलब्ध है। अगर किसी मरीज़ को काली शौच हो रही है तो इस मामले में एंडोस्कोपी और कॉलिनिस्कोपी कर के रक्तस्राव का स्रोत ढूंढा जाता है, और अगर इसमें मरीज़ को काली शौचालय का कारण नहीं मिलता तो छोटी आंत में इसके स्रोत की खोज की जाती है। छोटी आंत में रक्तस्राव का स्रोत खोजने के लिए कैप्सूल एंडोस्कोपी की जाति है, जो एशियन जालान अस्पताल में उपलब्ध है। यदि किसी मरीज़ को पीलिया पित की नली में रुकावत हो या पिट की नाली में सिकुडन आने की वजह से होता है तो इसके लिए "ईआरसीपी" की जाति है और ये सारी सुविधा भी एशियाई अस्पताल में उपलब्ध है। वजन बढ़ने की वजह से फैटी लीवर की शिकायत हो जाती है जो आज भारत में लिवर खराब होने का शराब के बाद, दूसरा सबसे आम कारण है जिसको एम ए एस एल डी बोलते है। इस के उपचार के लिए फ़ाइब्रोस्कैन जैसी अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाता है, जिससे पता चलता है की लीवर कितना हार्ड हो गया है और फिर उस मर्ज के हिसाब से उपचार किया जाता है। अग्न्याशय नाम की एक बहुत ही महत्वपूर्ण ग्रंथि हमारे शरीर में होती है, जो खाने को पचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, इतना ही नहीं, शरीर में जो इंसुलिन का उत्पादन भी पैंक्रियाज द्वारा होता है जो लोग लंबे समय से शराब का सेवन कर रहे होते हैं उनकी अग्न्याशय खराब हो जाती है उसको क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस बोलते हैं, जिस की हर प्रकृति की जांच डॉक्टर हिमांशु के नेतृत्व में होती है। तीव्र अग्नाशयशोथ का सबसे आम कारण पित्ताशय में पथरी है, जिनको हम ईआरसीपी के द्वारा निकाल देते हैं। यदि कोई बच्चा सिक्का निगल गया हो या पेंसिल या बटन बैटरी निगल गया हो तो उसको एंडोस्कोपिक फॉरेन बॉडी रिमूवलप्रक्रिया से निकालने की जरूरत है, जो मरीज़ एसिड पी लेते हैं और उनके खाने की नली और पेट सिकुड़ जाते हैं, ऐसे में मरीज़ों के खाने की नली और पेट को दूरबीन द्वारा चौड़ाया जाता है जिस को एंडोस्कोपिक डिलेटेशन बोलते है,ये सारी सुविधाएं एशियन जालान अस्पताल में डॉ.हिमांशु द्वारा की जाती है।डॉ.हिमांशु ने कैप्सूल एंडोस्कोपी के द्वारा की गई जांच पर प्रकाश डाला और बताया कि एक मरीज को 2018 में हार्ट अटैक पड़ा था, उसके बाद स्टेंट लगाया गया था, 2023 से इस मरीज को हर 3-4 महीने में 2-3 दिन के लिए काला शौच होता था और उनका रक्त (हीमोग्लोबिन) कम हो जाता था, इसके लिए मरीज़ को 3-4 बार अस्पताल में भर्ती होना पड़ता था और जनवरी, 2024 में 4 यूनिट रक्त चढ़ाना पड़ा था और कई बार मरीज की एंडोस्कोपी और कॉलिनिस्कोपी की गई थी लेकिन ब्लीडिंग का सोर्स नहीं मिला। इस वर्ष ये पेशेंट एशियन जालान हॉस्पिटल में भर्ती हुआ,इस मरीज की एंडोस्कोपी और कोलोनोस्कोपी करने के बाद भी कोई ब्लीडिंग का सोर्स नहीं मिला, इस के बाद डॉ.हिमांशु ने कैप्सूल एंडोकॉपी की। जिसमें इस मरीज को छोटी आंत में काई जगह एंजियोएक्टेसियास मिले जिन का इलाज प्रक्रिया और दवाई के माध्यम से सफलतापूर्वक उपचार किया गया और रोगी को कुछ दवाइयाँ निर्धारित समय के लिए दी गई। इस इलाज के बाद मरीज को अब काली शौचालय नहीं हो रही है और वह पूर्ण रूप से स्वस्थ है और वह डॉ.हिमांशु के अनुसार दिए हर दिनचर्या का पालन कर रहा है। डॉ. हिमांशू ने बताया कि अगर किसी मरीज को पित्ताशय का कैंसर है या पित की नली में होने वाले कैंसर की वजह से अगर आतों में सिकुड़न आती है या खाने की नली में रुकावत लाइलाज कैंसर की वजह से हो तो मरीज को खाना खाने के बाद उल्टियां शुरू हो जाति है ,ऐसे में डॉ.हिमांशु द्वारा एंडोस्कोपी से मेटल स्टेंट डाला जाता है और रास्ते को खोल दिया जाता है इसके उपरांत मरीज आराम से खाना खाने लगता है। एशियन हॉस्पिटल में ये महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए एशियन हॉस्पिटल के सेंटर हेड डॉ.सी. राजन, डॉ.हिमांशु और पदाधिकारी ताजुदीन उपस्थित थे।
अनाथ बच्चों के लिए डालसा की अनोखी पहल नवरात्र में पांच अनाथ गरीब बेटियों को पढ़ाई के लिए स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ा
धनबाद : डालसा की पहल से नवरात्र के दौरान शनिवार को पांच अनाथ बेटियों को नया जीवन मिला।  झारखंड विधिक सेवा प्राधिकार एवं धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम शर्मा के निर्देश पर जिले मे चलाए जा रहे वात्सल्य योजना के तहत गठित स्पेशल टीम ने हिरापुर मध्य विद्यालय मे पढ रहे पांच ऐसे नाबालिग बेटियों एवं चार नाबालिग लड़के को चिन्हित किया जो अत्यंत गरीब है जिनके  माता पिता की मृत्यु हो चुकी है वे अपने रिश्तेदारों के यहां  रहते हैं और स्कूल के बाद दुकानो मे काम करते हैं। स्पेशल टीम ने शनिवार को इसकी सूचना डालसा को दी।जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने फौरन इस सूचना पर कारवाई करने का आदेश सचिव डालसा राकेश रोशन को दिया। सचिव ने सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन उत्तम मुखर्जी,एवं
हिरापुर मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापिका को सभी चिन्हित 9 नाबालिगों के साथ डालसा कार्यालय में बुलाया । मौके पर ही पांच नाबालिग बेटियों एवं चार नाबालिग बच्चों के सभी आवश्यक दस्तावेज तैयार किए गए , अवर न्यायाधीश सह सचिव ने रेस्क्यू किए गए बच्चों को सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्पानशरसीप (प्रायोजन) योजना के तहत मिलने वाले चार हजार रुपए प्रत्येक माह 18 वर्ष की आयू तक , का भुगतान करवाने तथा उससे संबंधित सभी आवश्यक कार्रवाई कर तीस दिनों के अंदर रिपोर्ट करने का आदेश दिया है। डालसा की  इस पहल से सभी बच्चों को नया जीवन मिला बच्चों ने कहा कि वह पढ़ाई लिखाई कर अधिकारी बनना चाहते हैं परंतु माता-पिता के  नहीं रहने व गरीबी के कारण वे लोग मायूस हो गए थे । आज उन्हें नया जीवन मिला है।
महिलाओं के उत्थान के लिए कानूनी जागरुकता आवश्यक
धनबाद :महिलाओं तथा विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के उत्थान के लिए कानूनी जागरुकता  का सर्वोपरि महत्व है । वे अपने कानूनी और अन्य अधिकारों, समाज में अपनी स्थिति और अपनी समस्याओं के समाधान के बारे में अनभिज्ञ हैं ।इसी कारण से राष्ट्रीय महिला आयोग ने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार के सहयोग से विधान से संविधान योजना को चला रही है। जिसके तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकार के चेयरमैन सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम शर्मा के निर्देश पर जिला प्रशासन के सहयोग से विभिन्न ब्लॉक मे महिलाओं को जागरूक बनाने का काम कर रही है। उक्त बातें शुक्रवार को निरसा ब्लॉक में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अवर न्यायाधीश राकेश रोशन ने कही। उन्होंने कहा कि जब  तक महिलाएं अपने अधिकार के प्रति जागरूक  नहीं होगी और कानून को नहीं जानेगी तब तक वह विभिन्न तरीकों से प्रताड़ित होती रहेगी। उन्होंने बताया कि कुल पांच ब्लॉक में नालसा के निर्देश पर यह कार्यक्रम फरवरी तक  किया जाएगा कार्यक्रम में उपस्थित सहिया, साथीयों को एलएडीसीएस के डिप्टी चीफ अजय कुमार भट्ट ने दहेज प्रताड़ना, पोक्सो एक्ट , भारतीय न्याय संहिता में वर्णित विभिन्न प्रावधानों के विषय में बताया। किसी भी तरह की शिकायत नालसा के टॉल फ्री नंबर 15100 पर फोन कर अथवा डालसा को फोन कर दें, पैनल अधिवक्ता जया कुमारी ने कहा कि शिक्षा के बिना आप अपने अधिकार को प्राप्त नही कर सकते। मेडइएटर मीना सिन्हा ने कहा कि यदि महिला समाज मे अथवा अपने घर मे किसी भी प्रकार से प्रताड़ित हो रही है उसकी तुरंत सूचना पुलिस स्टेशन में जाकर अथवा टॉल फ्री नंबर 100 पर फोन कर दे।
कार्यक्रम में  प्रोजेक्टर के द्वारा नालसा , एनसी डब्लू के विभिन्न प्रोजेक्ट के विषय में बताया गया। इस मौके पर
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह अवर न्यायाधीश राकेश रोशन लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के डिप्टी चीफ अजय कुमार भट्ट, मेडियेटर मिना सिन्हा, पैनल अधिवक्ता जया कुमारी, अंचलाधिकारी रमेश रविदास,डालसा सहायक अरूण कुमार, राजेश सिंह समेत दर्जनों सहिया साथी उपस्थित थे।
पहला कदम में डेफ एंड ब्लाइंडनेस जागरूकता कैंप का आयोजन
धनबाद:नारायणी चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित जगजीवन नगर स्थित दिव्यांग बच्चो की विशेष स्कूल पहला कदम में  शुक्रवार को दीपशिखा रांची  से डेफ एंड ब्लाइंडनेस जागरूकता कैंप और मीटिंग आयोजित की गई जो की सेंस इंडिया के द्वारा आयोजित की गई थी जो  रजिस्टर्ड संस्था पहला कदम में हुई। दीपशिखा रांची से   उर्मिला सिंह तथा  दशरथ कच्छप  इस मीटिंग में शामिल हुए। उर्मिला सिंह ने बताया की सेंस इंडिया भारत की ऐसी एकमात्र संस्था है जो डेफ एंड ब्लाइंड के लिए प्रोजेक्ट चलाता है उन्होंने बताया की भारत में 80000 डेफ एंड ब्लाइंड है ।झारखंड में 2020 से  स्पर्श प्रोजेक्ट रामगढ़ और रांची जिले में चलाया जा रहा है। इस जागरूकता कैंप और  मीटिंग में  बताया गया की डेफ ब्लाइंडनेस व्यक्ति की  पहचान और निदान कैसे की जाए। बताया की  इनकी ट्रेनिंग के द्वारा  काफी हद तक सुधार किया जा सकता है।सेंस इंडिया के द्वारा डेफ एंड ब्लाइंड बच्चो को चिन्हित कर ट्रेनिंग। दे कर उन्हे रोजगार के अवसर दे कर स्वावलंबी बनाकर  सम्मान के साथ जीने के अवसर भी देती है। दशरथ  जी ने बताया की  इस मीटिंग का उद्देश्य है की  सभी रजिस्टर्ड एनजीओ आगे आए और  डेफ ब्लाइंड के साथ ऑटिज्म, मल्टिपल आईडी  आगे आकर लीगल गार्जियनशिप और निरामया हेल्थ इंश्योरेंस  का लाभ उठाए और उनके लाभ को जाने। सचिव अनिता अग्रवाल ने बताया की पहला कदम नेशनल ट्रस्ट में रजिस्टर्ड है और  लोकल लेवल  कमिटी का मेम्बर भी है जिसके कारण  दिव्यांगत के क्षेत्र में उनकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है और समय समय पर जागरूकता कैंप आयोजित करती है जिससे दिव्यांग बच्चो को सभी लाभ मिल सके। उन्होंने सभी से अनुरोध किया की वे सब आगे आए और सभी योजनाओं  का लाभ उठाए।
विस चुनाव को लेकर जयराम ने जारी की प्रत्याशीयों की पहली सूची डुमरी से जयराम महतो लड़ेंगे विधानसभा चुनाव
धनबाद: झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के अध्यक्ष जयराम महतो ने नई राजनीतिक पार्टी बनाई है। उनकी पार्टी का नाम झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) है। आज धनबाद के सर्किट हाउस में संवाददाता सम्मेलन में जयराम महतो ने आगामी विधान सभा के चुनाव में जेएलकेएम से प्रत्याशीयों की पहली सूची जारी कर दी है।छह विधानसभा सीट डुमरी,जमुआ, राजमहल,तमाड़, सरायकेला और छत्तरपुर से प्रत्याशीयों के नाम की घोषणा कर दी है।डुमरी से जयराम महतो स्वंय प्रत्याशी बने हैं।जयराम महतो ने बताया अभीतक 69 सीट से उम्मीदवारी के लिए आवेदन मिले हैं। पार्टी का 69 सीट पर चुनाव लड़ना तय है। इसके बाद भी अच्छे कंडीडेट आते हैं तो उन्हें चुनाव में जरूर लड़ाएंगे।महिलाओं की ज्यादा से ज्यादा भागेदारी हो यह पार्टी भी चाहती है।उन्होंने कहा हमारी पार्टी उत्तरी छोटानागपुर की सभी 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी यह तय है।उन्होंने कहा कि टुंडी,गोमिया, बेरमो बाघमारा और मांडू भी उनकी पसंदीदा सीटों में से है।जयराम महतो ने कहा कि आचार संहिता से पहले पहले पार्टी अपना घोषणा पत्र जारी कर देगी।सिल्ली सीट के मामले में उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक अमित महतो को सिल्ली से पार्टी लड़ाना चाहती है और इसपर बातचीत का दौर भी जारी है.जयराम महतो ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमारी पार्टी गठबंधन में नही जाकर अकेले चुनाव लड़ेगी।उन्होंने कहा कि विधान सभा के चुनाव राज्य के मुद्दे पर लड़े जाते हैं।मुद्दे कई हैं। धनबाद में उन्होंने विस्थापन, नियोजन आदि को ज्वलंत मुद्दा बताया.उन्होंने कहा कि दूसरी लिस्ट जल्द ही जारी की जाएगी।
आईआईटी आईएसएम में कचरे की मूल्यांकन पर एक दिवसीय तकनीकी सेमिनार का आयोजन
धनबाद:देश के विभिन्न हिस्सों के सिविल इंजीनियरिंग विशेषज्ञों ने राजमार्ग निर्माण में औद्योगिक और खदानों के  कचरे के मूल्यांकन पर एक दिवसीय तकनीकी सेमिनार के लिए आईआईटी (आईएसएम) धनबाद में एकत्र हुए। जिसमें निर्माण सामग्री के रूप में औद्योगिक और खदान कचरे के अवसरों और चुनौतियों में नवीनतम सफलताओं का पता लगाया गया।
इंडियन जियोटेक्निकल सोसाइटी, (आईजीएस) धनबाद चैप्टर द्वारा केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान,नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित सेमिनार,जिसका उद्घाटन सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान के प्रो. मनोरंजन परिदा ने किया था, में चार प्रमुख संबोधन देखे गए, जिनमें से एक डॉ. अनिल कुमार सिन्हा, प्रमुख जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग और वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक, सीएसआईआर-सीआरआरआई नई दिल्ली द्वारा सड़क निर्माण के लिए औद्योगिक अपशिष्ट सामग्री पर; दूसरा ओडिशा रोड्स एंड फेरोक्रोम स्लैगः ए ग्रीन रिप्लेसमेंट फॉर नेचुरल एग्रीगेट्स पर था।प्रो. सौमिया चावला, एसोसिएट प्रोफेसर, सिविल इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी (आईएसएम) धनबाद ने अपने मुख्य भाषण के दौरान जियोसिंथेटिक्स का उपयोग करके परिवहन अवसंरचना में संभावित भू-सामग्री के रूप में के बारे में बात की।स्मृति सौरव महापात्रा, एसोसिएट प्रोफेसर, सिविल इंजीनियरिंग विभाग,आईआईटी (आईएसएम) धनबाद ने कम मात्रा में सड़क निर्माण के लिए कोयला खदान ओवरबर्डन सामग्री की व्यवहार्यता की खोजbविषय पर अपना मुख्य भाषण दिया।उद्घाटन भाषण के दौरान, मुख्य अतिथि प्रो. मनोरंजन परिदा ने केंद्रीय सड़क अनुसंधान संगठन, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद की एक प्रमुख अनुसंधान प्रयोगशाला, और इसकी अनुसंधान और विकास परियोजनाओं के बारे में बताया।प्रो. शरत दास, डीन फैकल्टी, आई. आई. टी. (आई. एस. एम.), जो आई. जी. एस. धनबाद चैप्टर के अध्यक्ष भी थे, ने अपने संबोधन के दौरान सेमिनार के महत्व के बारे में बात कीऔर कहाजैसा कि हमारा उद्देश्य बुनियादी ढांचे के विकास और औद्योगीकरण में विस्तार करना है, एक समग्र दृष्टिकोण राजमार्ग निर्माण सामग्री के रूप में औद्योगिक और खनन कचरे का मूल्यांकन करने में निहित है।
सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रो. श्रीनिवास पासुपुलेती, जो समारोह के दौरान उपस्थित थे, ने इतिहास और चल रहे पाठ्यक्रमों और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग, जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग, जल संसाधन इंजीनियरिंग और परिवहन इंजीनियरिंग जैसे विशेषज्ञताओं के बारे में बताया।इससे पहले दिन में, आईआईटी (आईएसएम) के प्रशासनिक भवन के सम्मेलन कक्ष में कोलैबोरेटिव रिसर्च एंड डेवलपमेंट वर्क के लिए आईआईटी (आईएसएम) धनबाद और केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान धनबाद के बीच एक एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए गए, जिसके दौरान प्रो. सुकुमार, निदेशक आईआईटी (आईएसएम) प्रो. सागर पाल, डीन, आर एंड डी; और प्रो. श्रीनिवास पासुपुलेटी, एचओडी, सिविल इंजीनियरिंग ने आईआईटी (आईएसएम) पक्ष का प्रतिनिधित्व किया, जबकि प्रो. मनोज परिदा के नेतृत्व वाली टीम ने सीएसआईआर-सीआरआरआई पक्ष का प्रतिनिधित्व किया।