/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1721991960731886.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1721991960731886.png StreetBuzz Bhopal News : महकेगी यादों की बगिया, "पीपी सर" के शागिर्द करेंगे उनके लिए संवाद, जानें क्या है आयोजन Madhya Pradesh
Bhopal News : महकेगी यादों की बगिया, "पीपी सर" के शागिर्द करेंगे उनके लिए संवाद, जानें क्या है आयोजन


भोपाल। गुरु, उस्ताद, शिक्षक जीवन की बगिया का वह माली है, जो अपनी अथक मेहनत से अपने शागिर्दों को खुद से आगे निकल जाने की राह प्रशस्त करने में भी तनिक झिझक महसूस नहीं करता। कुछ उस्ताद ऐसे भी होते हैं, जो अपनी कार्यशैली और अपनत्व भाव के साथ शिष्यों के दिलों में वह मुकाम बनाने में कामयाब हो जाते हैं, जिन्हें "जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी" वाला रिश्ता स्थापित करने का गौरव हासिल होता है। ऐसी ही एक शख्सियत राजधानी भोपाल की पत्रकारिता क्यारियों में फूल खिलाने वाले प्रो पुष्पेंद्र पाल सिंह हैं। जो सारी पत्रकार बिरादरी के जगत पीपी सर हो गए हैं। 8 अक्टूबर को उनका जन्मदिवस है। उनकी गैर मौजूदगी में इस खास दिन को मनाने के लिए उनके शिष्यों ने एक संगोष्ठी का आयोजन करने की तैयारी की है। इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम को नाम भी अपने प्रिय पीपी सर के पसंदीदा विषयों में शामिल पर्यावरण, पत्रकारिता और हम को समर्पित किया है।

पत्रकारिता क्षेत्र में अपना खास मुकाम रखने वाले प्रो पुष्पेंद्र पाल सिंह के जन्मदिन 8 अक्टूबर को राजधानी भोपाल में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। पत्रकारिता की पाठशाला से लेकर मीडिया संसार में सरपट दौड़ने में अपने प्रिय पीपी सर से मार्गदर्शन, सहयोग और आशीर्वाद प्राप्त करने वाले उनके स्टूडेंट्स ने इस आयोजन की रूपरेखा बनाई है। पर्यावरण, पत्रकारिता और हम विषय पर एक संवाद कार्यक्रम होगा। विषय को तय करने के पीछे की मंशा बताते हुए पीपी सर के शागिर्द राकेश मालवीय और रितेश पुरोहित कहते हैं कि विषय में शामिल तीनों बिंदु पर्यावरण, पत्रकारिता और हम पीपी सर के रोम रोम में समाए रहे। उन्होंने पर्यावरण की फिक्र को हमेशा अपने पास रखा और इसकी बेहतरी के प्रयास करते रहे। पत्रकारिता उनके जीवन का अभिन्न अंग रही और इसके लिए उन्होंने अपना पूरा समय कुर्बान कर दिया। हम की धारणा में पीपी सर की हमेशा आस्था रही, यही वजह है कि उन्होंने सफलता के शीर्ष पर पहुंचकर भी कभी अपने लिए सोचने की बजाए हम के लिए बेहतरी चाही। पीपी सर के जन्म दिवस पर आयोजित संवाद के मुख्य वक्ता के रूप में पर्यावरणविद लोकेंद्र ठाकुर मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में शिरकत करने की गुजारिश करने वालों में पीपी सर के सभी विद्यार्थियों को शामिल किया गया है। आयोजन आयकर कालोनी, गुलमोहर पर स्थित विकास संवाद कार्यालय रखा गया है। शहर और प्रदेश भर के पीपी सर के चाहने वाले इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम संबंधी किसी जानकारी के लिए राकेश मालवीय (9977958934) और रितेश पुरोहित (9826823813) से संपर्क किया जा सकता है।

Bhopal News : उम्र के आठवें दशक में मिली गजल को मंजिल, सम्मान खुद हुआ जफरयाब; सजी कहकशां ए अदब की महफिल


भोपाल। आठ दशक के जिंदगी के सफर का एक तिहाई हिस्सा उन्होंने शेर ओ गजल के नाम कर दिया। मंचों से लेकर मेज़खानों तक की रौनक बने उनके कलामत देश दुनिया के शायरी की समझ रखने वालों के सीनों में बसते हैं और जुबां पर थिरकते हैं। कहकशां ए अदब की अदबी महफिल के 22 बरस के सफर में कई मुकाम आए और गुजर गए। लेकिन इस शनिवार की रात जिस शख्स के सिर एजाज का ताज सजाया गया, उसे महसूस कर ताज भी खुद की किस्मत पर झूम उठा। 

दो दशक की परंपरा को निरंतर रखते हुए लक्ष्मी टॉकीज सराय में इस शनिवार रात को महफिल ए कहकशां ए अदब सजी। दस्तूर के मुताबिक महीने के मकबूल शायर को एजाज से नवाजा गया। इस बार यह सेहरा राजधानी भोपाल के उस्ताद शायर जफर सहबाई के नाम पर था। शहर के नामवर शायरों और अदीबो की गहमागहमी में डॉ अली अब्बास उम्मीद, डॉ महताब आलम, डॉ कमर अली शाह, अजीम असर, शिराज भोपाली, फारुख अंजुम, आरिफ अली आरिफ, शोएब अली समेत बड़ी जमात मौजूद थी। विधायक आतिफ अकील ने शॉल, प्रशस्ति पत्र सौंपते हुए जफर सहबाई के गले में पहली पुष्प माला डाली। इसके बाद हारों का जो सिलसिला शुरू हुआ तो गुंजाइश पूरी होने तक हार जफर सहबाई की तरफ बढ़ते ही रहे।

सजी महफिल ए खास 

एजाज समारोह के बाद महफिल ए मुशायरा का आयोजन हुआ। जिसमें शहर के स्थापित शायरों से लेकर पहली बार पढ़ने वाले शायर तक अपने कलाम के साथ मौजूद थे। देर रात तक चलती रही इस महफिल में सीखने वाले शायर और सिखाने वाले उस्ताद शायर भी शामिल थे। विधायक आतिफ अकील समेत कई सियासी और शहर के अदब मिजाज से जुड़े लोग मौजूद थे।

आरिफ की परम्परा, अब बेटे आतिफ के हाथ

विधायक आतिफ अकील अपने पिता मरहूम आरिफ अकील की हर परम्परा को अपनाए हुए हैं। सराय में अपने मिलने आने वाले लोगों के लिए उपलब्ध रहने से लेकर विरासत में मिली सूमो कार में सफर करना वे अपने पिता आरिफ अकील से ही सीखे हैं। कव्वाली, मुशायरा महफिल, शरई कार्यक्रम से लेकर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज को भी आतिफ ने जिंदा रखा है।

==============

60 फीसदी निजी स्कूलों ने नही कराया स्टॉफ़ का पुलिस वेरिफिकेशन।

जीतेन्द्र सेन 

बैरसिया :::: रेडक्लिफ स्कूल में बच्ची से रेफ की घटना के वाद भी निजी स्कूल नही चेते है। ओर शासन के आदेश की धज्जियां उड़ा रहे है। सरकार अब निजी स्कूलों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की तैयारी में है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार मात्र 40 फीसदी निजी स्कूलों ने ही अब तक अपने स्टॉफ़ का पुलिस वेरिफिकेशन कराकर जानकारी जिला परियोजना अधिकारी ( डीपीसी ) को भेजी है। जवकि 60 फीसदी स्कूलों ने शासन के आदेश के प्रति गम्भीरता नही दिखाई है। जानकारी के अनुसार जिले के कुछ बड़े स्कूलों के स्टॉफ़ का पुलिस वेरिफिकेशन तो है। लेकिन कई क्वालीफाई शिक्षको के नाम दो से अधिक स्कूलों में दर्ज है। इनके नाम पर ही स्कूल की मान्यता ली गई है। ऐसे में ऑनलाइन जानकारी देने में स्कूलों की पोल खुल जायेगी। इस लिए स्कूल जानकारी देने से बच रहे है। इधर स्कूल शिक्षा विभाग ने भोपाल के अलावा अन्य जिलों में भी निजी स्कूलों के स्टॉफ़ का पुलिस वेरिफिकेशन कराने को कहा है। 

1822 निजी स्कूलों एव मदरसों को जारी हुआ था निर्देश । 

रेडक्लिफ स्कूल में साढ़े तीन साल की बच्ची से आईटी टीचर द्वारा रेप की घटना के वाद डीपीसी ओ पी शर्मा ने 22 सितंबर को भोपाल के सभी 1822 निजी स्कूलों व मदरसों को निर्देश जारी कर दो दिन में सभी शैक्षणिक एव गैर शैक्षणिक स्टॉफ़ के पुलिस वेरिफिकेशन के सम्बंध में जानकारी मांगी थी।

वर्षो से प्रभारी प्राचार्य के भरोसे बैरसिया स्वामी विवेकानंद शा. महाविद्यालय

बैरसिया ::: बैरसिया का एक मात्र शासकीय स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय लंबे समय से प्रभारी प्राचार्य के भरोसे चल रहा है। जहा लंबे समय से जमे प्रोफेसर राजू तिलंथे प्रभारी प्राचार्य बने हुए है। प्रभारी प्राचार्य का महाविद्यालय में छात्रों से लेकर स्टॉफ तक विरोध में है। लेकिन प्रभारी प्राचार्य की साठगांठ एव क्षेत्रीय नेताओ की चरण बंदना की बदौलत बे शासन प्रशासन के नियमो को धता बता ड़टे हुए है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य मुख्यालय पर निवासरत नही रह भोपाल से अपडाउन करते है।वही सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि महाविद्यालय में दो स्थानों पर मूर्ति अनावरण निर्माण में गम्भीर वित्तीय अनिमितताएं होने का संदेह है।

वही  महाविद्यालय में सार्थक - एप एव थम्स मशीन का उपयोग भी बंद बताया जा रहा है। मध्यप्रदेश मानव अधिकार परिषद के अध्यक्ष आर एस शर्मा ने आयुक्त उच्च शिक्षा एव उच्च शिक्षा मंत्री को पत्र लिख स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय बैरसिया के प्रभारी प्राचार्य के कार्यकाल में शासन से प्राप्त समस्त मद की राशियों के खर्च की निष्पक्ष जांच एव छात्र हितों में स्थाई प्राचार्य पदस्थ कराने की मांग की है।

एमपी हाई कोर्ट की तीखी टिप्पणी सरकार गुंडागर्दी से किसी की जमीन बिना मुआवजा दिए नहीं हड़प सकती।


जीतेन्द्र सेन 

जबलपुर::: MP हाई कोर्ट ने ओपन कोर्ट में मौखिक रूप से तल्ख टिप्पणी में कहा कि सरकार गुंडागर्दी से किसी की जमीन बिना मुआवजा नहीं हड़प सकती। इसी के साथ सरकार को आदेश दिए कि याचिकाकर्ता जबलपुर निवासी शशि पांडे को उसकी जमीन के बदले वर्ष 1988 से अभी तक का मुआवजा 10 हजार रुपये प्रतिमाह की दर से भुगतान करें।

कोर्ट ने कहा कि मुआवजे की उक्त राशि इस दौरान पदस्थ रहे सभी कलेक्टरों से वसूल की जाए। याचिकाकर्ता को यह राशि दो माह के भीतर भुगतान की जाए। न्यायमूर्ति गुरपाल सिंह अहलूवालिया की एकलपीठ ने प्रदेश के मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि आदेश का पालन सुनिश्चित कर हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल के समक्ष रिपोर्ट पेश करें

बायपास से लगी जमीन ले ली थी याचिकाकर्ता जबलपुर निवासी शशि पांडे की ओर से अधिवक्ता आरके संघी ने पक्ष रखा। उन्होंने दलील दी कि राज्य शासन ने पांच फरवरी, 1988 को याचिकाकर्ता की अधारताल बायपास से लगी 29 हजार 150 वर्गफुट जमीन ले ली थी।

इतने वर्षों में मुआवजा भी नहीं दिया गया।

इस जमीन के बदले याचिकाकर्ता को मुआवजा नहीं दिया गया और इतने वर्षों में अधिग्रहण की कार्रवाई भी नहीं की गई। इसके पहले भी एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें हाई कोर्ट ने 2006 में याचिकाकर्ता के प्रकरण का निराकरण करने के निर्देश कलेक्टर को दिए थे। वर्ष 2007 में तत्कालीन कलेक्टर ने आदेश तो पारित किया, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। याचिकाकर्ता ने पुन: 2016 में याचिका दायर कर मुआवजे की मांग की।

बाल विवाह के मुद्दों पर रंगोली बनाकर लोगों को किया जागरूक


भोपाल। भोपाल दीन दयाल कॉलोनी कराटे क्लास प्रशिक्षिका अंजली सैनी एवं कराटे टीम द्वारा नारियल खेड़ा भगत सिंह चौराहा पर शिक्षा से संबंधित रंगोली बनाई। शिक्षा के महत्व,बाल विवाह, घरेलू हिंसा के मुद्दों पर कराटे खिलाडियों ने रंगोली के माध्यम से समाज को जागरुक करने का प्रयास किया। प्रशिक्षिका अंजली सैनी ने बताया कि समाज में लड़कियों , महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों को समाज के बीच रखना ताकि लोग समझे और अपराधों पर रोक लगाई जाए।

अंजलि ने बताया की यह कार्य तिनका संस्था के मार्गदर्शन मे किया समाज में लड़के लड़कियों को बराबरी का दर्जा मिले,लड़कियों ओर महिलाओं का सम्मान हो।और जिन लोगों ने रंगोली देखी तो उन्होंने बोला कि आप इतने छोटे छोटे बच्चे होकर इतनी अच्छी चीजें समझा रहे हो ,आप सभी बहुत अच्छा काम कर रहे हो।और साथ ही हमारे उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

चंद्रमा बनेगा बिंदी, शुक्र का होगा चमकीला रूप... शनिवार की शाम आसमान में होगा यह खास नज़ारा


भोपाल। नवरात्रि की शनिवार की शाम यानी पांच अक्टूबर को दक्षिण-पश्चिमी आकाश में सूर्यास्त के तुरंत बाद एक अद्भुत खगोलीय घटना देखने को मिलेगी। इस दृश्य में हंसियाकार चंद्रमा और चमकता हुआ शुक्र एक जोड़ी के रूप में दिखेंगे। नेशनल अवार्ड प्राप्त सारिका घारू ने बताया कि यह जोड़ी पांच डिग्री से कम के अंतर पर होगी, जिसे एपल्स कहा जाता है। यह नजारा बिना टेलीस्कोप के एक घंटे तक देखा जा सकेगा। चंद्रमा और शुक्र के मैग्नीट्यूड इस नजदीकी को और भी खास बनाएंगे।

नेशनल अवार्ड प्राप्त सारिका घारू ने बताया कि शनिवार की शाम दक्षिण-पश्चिमी आकाश में सूर्य के अस्त होने के तुरंत बाद ही ये आकर्षक नजारा देखने को मिलेगा। इसमें चंद्रमा और बिंदी के रूप में चमकता शुक्र जोड़ी बनाते दिखेंगे। ये नजारा स्पष्ट रूप से हर कोई देख सकता है। वीनस और मून की इस नजदीकियों को टेक्निकल रूप से एपल्स कहा जाता है।

सारिका ने बताया कि ये खगोलीय जोड़ी क्षितिज से लगभग 14 डिग्री ऊपर रहकर धीरे-धीरे नीचे आते जाएंगे। इस जोड़ी को सूर्यास्त के बाद एक घंटे से कुछ अधिक समय तक देखा जा सकेगा। इस समय हंसियाकार चंद्रमा माईनस 9.9 के मैग्नीटयूड से चमक रहा होगा। तो वीनस माईनस 4 मैग्नीटयूड से चमक रहा होगा। तो मत चूकिंए किसी खुले स्थान से इस मनोहर आकाशीय जोड़ी से साक्षात्कार करने के लिए। ध्यान रखिये ये सिंदूरी शाम को यह समीपता केवल सीमित समय तक ही दिखेगी।

छात्र-छात्राओं ने जाने अधिकार समझीं बारीकियां, पुलिस ने पढ़ाया कानून का पाठ

भोपाल। जिले के देहात क्षेत्र में आने वाले थाना सूखी सेवनिया के पुलिस अधिकारियों द्वारा लगातार बच्चों को उनके अधिकारों और कानून के बारे में बताया जा रहा है। बता दें कि सिटी कान्वेंट स्कूल सूखी सेवनिया के कक्षा 1 से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं सहित उनके परिजनों को सूखी सेवानिया थाना प्रभारी निरीक्षक रामबाबू चौधरी , उपनिरीक्षक स्वाती दुबे, गयाराम शाक्य व सहायक उप निरीक्षक बी एल कटारे द्वारा अभिमन्यु 2 अभियान के तहत गुड टच, बेड टच ,महिला संबंधी अपराध , छेड़खानी अपहरण ह्यूमन ट्रैफिकिंग आदि व साइबर अपराध ,मोबाइल से होने वाले अपराध ,इंस्टाग्राम, फेसबुक, हाउस अरेस्ट, यातायात नियम, नशे के दुष्प्रभाव नशे से दूर रहने एवं नशा मुक्ति, महिला समानता आदि के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।

थाना प्रभारी रामबाबू चौधरी ने बताया की यह कार्यक्रम अभिमन्यु 2 अभियान के तहत किए जा रहें है जिसमें बच्चों को और उनके परिजनों को क़ानून सबंधी जानकारी भी दी जा रहीं है तथा स्कूल में पोस्टर लगाए गए हैं। इस मुहिम का मक़सद बाल संबंधित अपराधों पर अंकुश लगाना और कानून की आवश्यक जानकारी जन जन तक पहुंचाना है।

Bhopal News : कहकशां ए अदब का ताज इस बार उस्ताद शायर जफर सहबाई के सिर पर, जानें क्या है आयोजन

भोपाल। सियासत की एक लंबी पारी खेलने वाले पूर्व विधायक आरिफ अकील जितना राजनीतिक मैदान में सक्रिय रहे, उतना ही जोश साहित्य, संस्कृति, मनोरंजन, भाषा विकास और लोगों के साथ जुड़ने के अवसरों की तलाश में दिखाते रहे हैं। उनके जीवनकाल में आकार लेने वाली एक साहित्यिक संस्था कहकशां ए अदब अपने वजूद के करीब ढाई दशक का लंबा सफर पूरा कर चुकी है। हर महीने शायर, साहित्यकार, पत्रकार या समाज में विशेष योगदान देने वाले व्यक्ति को सम्मानित करने का एक अनवरत सिलसिला भी जारी है। इस कड़ी में इस शनिवार को प्रदेश के उस्ताद शायर कहे जाने वाले जफर सहबाई को एजाज ए खास से नवाजा जाएगा।

हर माह के पहले शनिवार को लक्ष्मी टॉकीज सराय में सजने वाली कहकशां ए अदब महफिल की बागडोर अब पूर्व मंत्री आरिफ अकील के वारिस विधायक आतिफ अकील ने सम्हाल ली है। 5 अक्टूबर की रात यह महफिल ए खास सजाई जाएगी। शहर और प्रदेश के नामवर शायरों के कलाम इस दौरान गूंजेंगे। कार्यक्रम की परंपरा के मुताबिक इस आयोजन के दौरान इस बार भी शायरों और अदीबो का सम्मान किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इस बार का कहकशां ए अदब सम्मान से उस्ताद शायर जफर सहबाई को नवाजा जाएगा। 

कुछ खास है सम्मान

कहकशां ए अदब सम्मान बाकी आयोजनों की तरह ही है। जिसमें शॉल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र होता है। फूलों की मालाएं भी पहनाई जाती हैं। लेकिन चंद फूलों की एक या दो मालाओं पर इसका अंत नहीं होता, सिलसिला शुरू होता है तो सम्मान पाने वाले का चेहरा फूलों की ऊंचाई से ढंक जाने तक चलता रहता है। वर्ष 2002 से निरंतर जारी इस सम्मान समारोह को अब तक कई बड़े नामों का साथ मिला है। कई नामवर और स्थापित शायरों की सफलता की यात्रा इस मंच से ही शुरू होकर देश दुनिया तक पहुंची है।

=================

MP News : आज खुलेगी अकीदतमंदों की लॉटरी, मुंबई में होगा कंप्यूटराइज्ड कुर्रा, देशभर में दिखेगा लाइव, जानें क्या है प्रोग्राम


भोपाल:- हज 2025 में अपनी अकीदत (आस्था) की हाजिरी लगाने वालों की किस्मत का फैसला शुक्रवार को होगा। देशभर से किए गए लाखों आवेदन से देश को मिले हज कोटे के मुताबिक नामों का चयन किया जाएगा। मुंबई हज कमेटी ऑफ इंडिया के दफ्तर में किए जाने वाले कंप्यूटराइज्ड कुर्रा (लॉटरी) का लाइव प्रसारण देशभर की हज कमेटियों पर भी देखा जा सकेगा। इस प्रक्रिया में मप्र के करीब 10 हजार आवेदक भी शामिल रहेंगे। 

हज कमेटी ऑफ इंडिया द्वारा तय किए गए कार्यक्रम के मुताबिक हज 2025 के आवेदकों के नाम शुक्रवार को चुने जाएंगे। इस दौरान हज कमेटी के हिस्से आईं सीटों के लिहाज से हाजियों के नाम कंप्यूटर द्वारा रेंडम पद्धति से तय किए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक सऊदी अरब से भारत के कुल हाजियों के लिए करीब सवा दो लाख सीटों का कोटा मिलेगा। इस वर्ष तय की गई पॉलिसी के अनुसार हज कमेटी के मार्फत जाने वाले हाजियों को कुल कोटे का करीब 70 प्रतिशत हिस्सा दिया जाएगा। जबकि बाकी 30 प्रतिशत सीटें निजी टूर ऑपरेटर्स को मिलेंगी। 

प्रदेश से करीब 10 हजार आवेदक 

प्रदेश 

मप्र राज्य हज कमेटी अध्यक्ष रफत वारसी ने बताया कि प्रदेशभर से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के दौरान करीब 10 हजार, 832 लोगों ने प्रक्रिया में भाग लिया। इस दौरान कुल 22 आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं। इसके बाद 9913 आवेदकों में से प्रदेश के कोटे के मुताबिक हाजियों के नाम चुने जाएंगे।

मुंबई में कुर्रा, भोपाल में टकटकी

शुक्रवार को मुंबई में हज 2025 के लिए नामों का चयन किया जाएगा। इस कंप्यूटराइज्ड कुर्रा का लाइव प्रसारण भोपाल में भी देखा जाएगा। हज हाउस स्थित हज कमेटी कार्यालय पर शहर के उलेमा, हज कमेटी अध्यक्ष और सदस्य, हज आवेदक और शहर के गणमान्य नागरिक मौजूद रहेंगे।

मप्र : फैक्ट फाइल 

कुल आवेदन : 10,832

आवेदन निरस्त : 22

कुर्रा होगा : 9891

65+ आयु के आवेदक : 896

बिना मेहरम हज पर जाने वाली महिला आवेदक : 56

सामान्य श्रेणी के आवेदक : 8939

इनका कहना है 

कुर्रा से चुने जाने वाले आवेदकों को हज कमेटी द्वारा फोन और मैसेज के जरिए सूचना पहुंचाई जाएगी। आवेदक अपने सिलेक्शन की जानकारी हज कमेटी की वेबसाइट पर भी चेक कर सकते हैं।

रफत वारसी,

अध्यक्ष, मप्र राज्य हज कमेटी