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*स्कूलों के सत्यापन के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित* *एक से 18 अक्टूबर तक नामित अफसर स्कूलों का करेंगे सत्यापन*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही । माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से वर्ष 2025 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बार भी ऑनलाइन ही केंद्र बनाए जाएंगे। इसलिए बोर्ड के निर्देश पर तैयारी शुरू हो गई है। विद्यालयों के बीच की दूरी संबंधी जियो लोकेशन की सूचना स्कूल कैंपस से मोबाइल एप के माध्यम से 30 सितंबर तक अपलोड करनी होगी। केंद्र निर्धारण से पूर्व स्कूलों का सत्यापन करने के लिए तीनों तहसीलों में तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है।जिले में 38 राजकीय, 25 वित्तपोषित समेत कुल 193 माध्यमिक और इंटर कॉलेज हैं। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा में 50 से 55 हजार अभ्यर्थियों के शामिल होने का अनुमान है। इसके लिए पूरे जिले में केंद्र निर्धारण भी होना है। इसे लेकर बोर्ड की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। केंद्रों का निर्धारण ऑनलाइन होने की वजह से 25 सितंबर तक सभी स्कूलों को अपने यहां से अवस्थापना और आधारभूत सूचनाओं को अपलोड करने का मौका दिया गया था।इसमें विद्यार्थियों के बैठने की क्षमता, फर्नीचर, चहारदीवारी, पेपर रखने के लिए सुरक्षित स्थान सहित अन्य सूचनाएं शामिल हैं। अब विद्यालयों के बीच की दूरी के लिए जियो लोकेशन की सूचना मांगी गई है। इससे पता चल सकेगा कि किस क्षेत्र में कितनी दूरी पर कौन सा विद्यालय है, ताकि परीक्षा केंद्र उसी आधार पर तय किया जा सके। जिलाधिकारी विशाल सिंह ने केंद्रो के सत्यापन के लिए तहसील स्तर पर तीन सदस्यीय टीम गठित की है। जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि 30 सितंबर तक जियो टैगिंग किया जाना है। उसके बाद एक से 15 अक्तूबर तक डीएम की ओर से नामित अफसर सत्यापन कर रिपोर्ट देंगे।


इनकी लगाई गई ड्यूटी

ज्ञानपुर तहसील में एसडीएम अरूण गिरी अध्यक्ष, तहसीलदार अजय कुमार सिंह, एई लोक निर्माण सुभाष चंद्र, जीआईसी प्रधानाचार्य आलोक तिवारी सदस्य, औराई तहसील में एसडीएम बरखा सिंह अध्यक्ष, तहसीलदार सुनील कुमार, एई नहर विभाग गुलाब चंद्र मौर्य और पंडित दीनदयाल उपाध्याय माॅडल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य अरविंद कुमार पटेल सदस्य बनाए गए। भदोही तहसील में एसडीएम भान सिंह अध्यक्ष, तहसीलदार संजय कुमार, एई पीडब्लूडी शिव प्रसाद यादव और मॉडल राजकीय इंटर कॉलेज सागरपुर डीघ के प्रधानार्य सूर्यबली सदस्य बने हैं।
*हवा संग बारिश से चार फीसदी फसल को क्षति 27 हजार सात सौ हेक्टेयर में हुई रोपाई, किसानों की बढ़ी चिंता*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कालीन नगरी में बदल रहा मौसम का मिजाज किसानों को सांसत में डालने लगा है। तेज हवा संग बारिश से करीब चार प्रतिशत धान की फसल खेत में गिर पड़ी है। बदला मौसम का रुख देख अन्नदाता चिंतित हो गए हैं। इस वर्ष करीब 27 हजार सात सौ हेक्टेयर में धान की रोपाई हुई है। जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पांडेय ने बताया कि जिले में ज्यादातर 135 दिन में तैयार होने वाले प्रजातियों के धान पौधा रोपित होते हैं।


सितंबर माह में करीब 23 प्रतिशत ही धान फसल में बालियां निकली है, वह जड़ें कमजोर हो गई है। ऐसे में तेज हवा संग बारिश हुई तो फसलों खेत में गिर जाएंगी। पूर्व में तेज हवा संग हुई बारिश में करीब चार फीसदी धान की फसल गिर पड़ी है। मौसम में आ रहा बदलाव किसानों की चिंता बढ़ा सकता है।
*भदोही में युवती ने फांसी लगा कर सुसाइड किया:प्रतिमा क्लिनिक के दूसरे तल पर रहती थी, पति मुंबई में करता है नौकरी*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।भदोही के कोतवाली क्षेत्र के स्टेशन रोड पर मुल्ला तालाब पर स्थित जीवन प्रतिमा क्लिनिक के दूसरे तल पर बने एक कमरे में 18 वर्षीय युवती का फंदे से लटकता शव मिला। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कोतवाली क्षेत्र के डुडवा कुकरौठी गांव निवासी उदयशंकर सरोज मुंबई में रहकर काम करता है। जबकि उनकी पत्नी सुमित्रा देवी अपनी तीन पुत्रियों के साथ नगर के स्टेशन रोड मुल्ला तालाब पर स्थित जीवन प्रतिमा क्लिनिक के दूसरे तल पर रहती है। जो उसी क्लिनिक में काम भी करती है। क्लिनिक के अंदर से रोने की आवाज आ रही थी। ऐसे में उधर से गुजर रहे लोग जब अंदर जाकर देखें तो उन्हें माजरा समझ में आया। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। कमरे में युवती का शव फंदे से लटक रहा था। जबकि उसका शव जमीन से छू रहा था। हालांकि देखने के बाद मामला संदिग्ध लग रहा था। वैसे घटना की जानकारी होते ही मौके पर भारी भीड़ जमा हो ग‌ई थी। कोतवाली से चंद कदम दूर होने के कारण प्रभारी निरीक्षक अश्वनी कुमार त्रिपाठी अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच - पड़ताल करने में जुटी रही। क्षेत्राधिकारी अजय कुमार चौहान भी मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि युवती ने आत्महत्या की है‌ या फिर उसकी हत्या कर दी गई। अगर उसने खुदकुशी की है तो किन कारणों से की। यह पुलिस की जांच में स्पष्ट हो जाएगा। वैसे हादसे के बाद मृतका की मां सुमित्रा देवी और उनकी दोनों छोटी बहनें राधिका और समृद्धि का रो-रोकर बुरा हाल रहा। पुलिस द्वारा घटना की सूचना मुंबई में रह रहे मृतका के पति को दे दी गई है।
*लक्ष्य हुआ आधा, इस साल 35 हजार एमटी होगी धान की खरीद*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। इस साल जिले में धान की खरीद का लक्ष्य पिछले साल से आधा हो गया है। 2023 में 66 हजार एमटी के सापेक्ष अबकी बार मात्र 35 हजार एमटी लक्ष्य तय किया गया है। एक नवंबर से शुरू होने वाली खरीद के लिए 52 के सापेक्ष क्रय केंद्रो की संख्या भी घटाकर 30 कर दी गई है। अब विभाग किसानों का पंजीकरण कराने के साथ ही लक्ष्य को पूरा करने की तैयारी में जुट गया है।जिले में खरीफ और रबी के सीजन में किसानों की उपज खरीदने के लिए क्रय केंद्र खोले जाते हैं। विपणन विभाग की ओर से खोले जाने वाले केंद्रो पर शासन से निर्धारित रेट पर भुगतान किया जाता है। साल 2023 में धान की अच्छी पैदावार देखते हुए शासन ने 66 हजार एमटी का लक्ष्य निर्धारित किया था, लेकिन सत्र खत्म होते-होते स्थिति विकट हो गई। विभाग दो से ढाई हजार एमटी धान की ही खरीद कर सका। डोर टू डोर, मोबाइल वाहन लेकर जाने के बाद भी पांच से छह फीसदी ही खरीद हो पाई थी।अबकी बार लक्ष्य पिछले साल का लगभग आधा 35 हजार एमटी कर दिया गया है। जिला विपणन अधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि किसानों को धान मूल्य का भुगतान उनके आधार लिंक्ड बैंक खाते में किया जाएगा। अन्नदाता अपने जिस बैंक खाते में भुगतान प्राप्त करना चाहते हैं, उसे आधार सीडेड और बैंक शाखा की ओर से एनपीसीआई पोर्टल पर मैप करा दें। बैंक खाता भी तीन माह से सक्रिय हालत में हो। बताया कि धान विक्रय के पूर्व किसी भी जन सुविधा केंद्र से किसान खाद्य विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीयन कराते हुए नवीनीकरण जरूर कराएं।

पूर्व में रबी और खरीफ सीजन में बेचने वाले किसान सिर्फ अपना नवीनीकरण करा लें। उन्होंने बताया कि इस बार खाद्य और विपणन विभाग के 17, पीसीएफ के 12 और एफसीआई की ओर से एक क्रय केंद्र खोले जाएंगे। किसानों को इस वर्ष प्रति क्विंटल 117 रुपये ज्यादा मूल्य मिलेगा। पिछले वर्ष क्रय केंद्रों पर 2183 रुपये प्रति क्विंटल धान का मूल्य निर्धारित था। लेकिन इस वर्ष 2300 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों को बिक्री मूल्य मिलेगा। अब तक 125 किसानों ने पंजीयन करा लिया है।
*अब ऑनलाइन आवेदन से ही पा सकेंगे पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। आगामी एक अक्तूबर से पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र के लिए ऑफलाइन आवेदन नहीं लिए जाएंगे। पुलिस रिपोर्ट में बरती जा रही लापरवाही और प्रमाण पत्र जारी करने में आ रही शिकायतों को देखते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी कात्यायन ने यह व्यवस्था सुनिश्चित की है। अब तक जो भी ऑफलाइन आवेदन हुए हैं। उन्हें 30 सितंबर तक जारी कर दिया जाएगा। एक अक्तूबर से चरित्र प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे और वहीं से जांच कर जारी कर दिया जाएगा।जिले में पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र जारी किए जाने को लेकर लंबे समय से शिकायतें आ रही थीं। इसमें कई बार पुलिसकर्मियों की लापरवाही की शिकायतें भी मिलती थीं। विभिन्न नौकरियों में आवेदन करने और नियुक्ति को लेकर लगाए गए पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र को लेकर बार-बार आवेदकों को पुलिस कार्यालय में चक्कर भी लगाना होता था। इसे देखते हुए एसपी ने अब इस व्यवस्था को ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है।अब तक जिले में ऑफलाइन चरित्र प्रमाण पत्र बनाए जाते थे। जिनकी पहुंच और पकड़ होती वे सुविधानुसार 15 से 20 दिनों में ही चरित्र प्रमाण पत्र बनवा लेते थे, लेकिन अन्य को बार-बार चक्कर लगाना होता था। अब एक अक्तूबर से ऑनलाइन आवेदन के बाद इसे जारी होने में कम समय लगेगा। पुलिस अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी कात्यायन के अनुसार सिटीजन सर्विसेज, यूपी कॉप, सीसीटीएनएस के माध्यम से आवेदकों का ऑनलाइन ओवदन ही चरित्र प्रमाण पत्र के रूप में मान्य होगा।बताया कि विभाग के पोर्टल पर जिस दिन आवेदन दिखेंगे। उसी दिन रिपोर्ट लगाकर आगे की प्रक्रिया होगी। जिससे महीनों चक्कर लगाने के बजाय चार से पांच दिनों में प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि ऑनलाइन आवेदन के बाद भी अगर किसी तरह की लापरवाही मिली तो शिकायत के आधार पर दोषी पाए जाने पर संबंधित पर कार्रवाई भी की जाएगी।
*ई-केवाईसी नहीं कराई तो नहीं मिलेगा सिलिंडर*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले के एलपीजी उपभोक्ताओं को अब ई-केवाईसी करानी होगी। 31 दिसंबर तक एलपीजी उपभोक्ताओं ने ई-केवाईसी नहीं कराई तो उनका गैस कनेक्शन काट दिया जाएगा। वहीं उनकी सब्सिडी भी बंद कर दी जाएगी।घरेलू गैस कनेक्शन को लेकर अब वितरक एजेंसियों की ओर से सख्त रुख अपनाया जा रहा है। अब हर एलपीजी उपभोक्ताओं की ई-केवाईसी की प्रक्रिया जरूरी होगी। ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि घरेलू और कॉमर्शियल उपभोक्ताओं को चिह्नित किया जा सके। इसके अलावा जो लोग जिला छोड़ गए हैं, उनके कनेक्शन भी काटे जाएंगे। उपभोक्ता अगर एलपीजी कनेक्शन का ई-केवाईसी नहीं कराएंगे तो उनकी सिलिंडर की आपूर्ति रोकी जा सकती है। जिले में इंडेन, भारत गैस और एचपी गैस के करीब छह लाख उपभोक्ता हैं। इस समय घरेलू सिलिंडर 956 रुपये में मिल रहा है। इसमें उज्ज्वला के लाभार्थियों को 300 रुपये और आम कनेक्शन धारकों को 50 रुपये की सब्सिडी मिल रही है। सर्वे न होने के कारण सब्सिडी में भी समस्या आ रही है। इसे देखते हुए यह कदम उठाया गया है। नजदीकी वितरक के पास जाकर करा सकते हैं ईकेवाईसी एलपीजी उपभोक्ता अपने नजदीकी वितरक के यहां जाकर ई-केवाईसी अपडेट करा सकते हैं। एलपीजी वितरक संघ के जिलाध्यक्ष अरूण मिश्रा ने बताया कि एलपीजी कनेक्शन धारकों की ई-केवाईसी शुरू हो चुकी है। 31 दिसंबर तक हर हाल में ई-केवाईसी करानी है। ऐसा कनेक्शन काट दिया जाएगा। वहीं सब्सिडी भी बंद कर दी जाएगी। उपभोक्ताओं सिलिंडर और चूल्हे की भी कराएं जांच एलपीजी वितरक संघ के जिलाध्यक्ष अरूण मिश्रा ने बताया कि लोगों की सुरक्षा की दृष्टी से जांच कराना भी अनिवार्य कर दिया गया है। उपभोक्ता अपने नजदीकी वितरक को सूचना देकर घर पर ही गैस चूल्हे और उसकी पाइप की जांच अनिवार्य रूप से कराएं। जिससे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
*बढ़े त्वचा रोगी, ओपीडी में रोज पहुंच रहे 35 से 40 पीड़ित* बारिश में भीगने के कारण भी बढ़ रही त्वचा संबंधी समस्या*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही । मौसम में बदलाव से त्वचा रोगियों की संख्या की संख्या बढ़ गई है। जिला अस्पताल में की ओपीडी में रोज त्वचा रोग से पीड़ित 35 से 40 लोग पहुंच रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि बारिश में भीगना से भी त्वचा संबंधी समस्या बढ़ जाती है। जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि बारिश में लोग भीगकर आफिस या कार्यस्थल पर पहुंचते हैं। वे भीगे कपड़े पहने ही काम करते हैं। इस बीच बदन पर ही कपड़े सूख जाते हैं। इससे लोगों के शरीर पर खुजली, दाना, दाद, जैसी समस्या होने लगती है। जिला चिकित्सालय में रोजाना 700 से 800 के करीब ओपीडी होती है। इसमें 35 से 40 मरीज त्वचा रोग के आ रहे हैं। शरीर के अलग-अलग हिस्सों में लाल चकत्ते वाले दाने और अन्य एलर्जी वाले मरीज भी पहुंच रहे हैं।


अस्पताल में मौसम में बदलाव के कारण मरीजों की संख्या बढ़ी है। बीमारी से बचाव के लिए भीगने से बचें और नियमित साफ कपड़ा पहनें, भींगने के बाद तत्काल कपड़ा बदले लें।
*कोर्ट से बरी होने पर बोले रंगनाथ मिश्र कहा - कोर्ट ने दिलाया न्याय,सपा सरकार ने किया था पडयंत्र,आय से अधिक संपत्ति का था मामला*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पूर्व मंत्री रंगनाथ मिश्र ने शनिवार को ज्ञानपुर में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में कोर्ट से मुझे न्याय मिला है। इसमें किसी भी पार्टी या सरकार की कोई भूमिका नहीं है। मेरे खिलाफ 2012 में षड्यंत्र के तहत सपा सरकार में आय से अधिक संपत्ति के मामले मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिस मामले में ईडी ने हाई कोर्ट को क्लोज करने के लिए एप्लीकेशन दिया ,यह इतिहास में पहली बार हुआ है ।पूर्व मंत्री रंगनाथ मिश्रा ने कहा कि जिले में सपा के सरकार में माफियाओं का राज हुआ करता था। इसके खिलाफ हमने लड़ाई लड़ा। 2012 में सपा सरकार के कुछ माफियाओं द्वारा आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा औराई थाने में दर्ज कराया गया। उन्होंने कहा कि सपा की सरकार में माफियाओं द्वारा हमारे साथ काफी गलत व्यवहार किया गया। किंतु हमने माफियाओं के आगे झुका नहीं और लड़ाई लड़ा। जिसका परिणाम रहा की इतिहास में पहली बार ईडी ने हाईकोर्ट को मामले को बंद करने के लिए एप्लीकेशन दिया। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान मुझे विभिन्न तरह से परेशान किया गया। पूर्व मंत्री ने कहा कि आज जो माफिया सपा सरकार में अपने गलत कार्यों से लोगों को परेशान करते थे आज वे माफिया जेल के अंदर है और जनता की सेवा करने वाला रंगनाथ मिश्र बाई इज्जत बरी होकर जनता के बीच में है। उन्होंने कहा कि राजनीति के दौरान हमारे खिलाफ एक भी मुकदमा नहीं था। कई चुनाव लड़ा कई बार मंत्री और विधायक रहा आचार्य संहिता का भी मुकदमा नहीं था। किंतु सपा सरकार में फर्जी तरीके से मुझे फसाया गया । हम न्यायालय पर भरोसा किया और हमारे हर एक मामले में न्यायालय से जीत मिली है।
*हवा संग हुई हल्की बारिश से मौसम बना सुहाना*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।मौसम में आ रहा उतार - चढ़ाव लोगों को बीमार कर दे रहा है। शुक्रवार को सुबह हल्की बारिश शुरू हुई तो बाइक सवार सिहरन का एहसास करने लगे। दस बजे धूप इतना तेज हुआ कि लोग गर्मी से व्याकुल होने लगे। वहीं शाम तीन बजे के बाद हवा संग हल्की बारिश शुरू हुई तो गर्मी से व्याकूल हुए साइकिल सवार छात्र मौज - मस्ती करने लगे। कालीन नगरी में हर पल मौसम का रुख बदल रहा है। ऐसे में सेहत के प्रति थोड़ी सी लापरवाही लोगों को बीमार कर सकती हैं। शाम चार बजे के बाद मौसम सुहाना हुआ तो लोग बच्चों संग के बाहर निकल पड़े। विभूति नारायण राजकीय इंटर कालेज मैदान में भी गर्मी से व्याकूल हुए लोग मौसम का आनंद उठाने पहुंच गए। दिन में धूप से उमस भरी गर्मी तो रात और भोर में हवा चलते ही सिहरन का एहसास हो रहा है। ऐसे में लोग उल्टी, दस्त, पेट दर्द, बुखार, टाइफाइड की चपेट में आ जा रहे हैं।
*एक मात्र पर्यटन स्थल पर समस्याओं की भरमार*








रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।कालीनों के कारण गूगल से लेकर पूरी दुनिया में भदोही का नाम जाना जाता है। एक मात्र पर्यटन स्थल सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी में समस्याओं का अंबार है। इसके अलावा बाबा बड़े शिव गोपीगंज एवं ज्ञानपुर स्थित बाबा हरिहरनाथ मंदिर को पर्यटक स्थल बनाने की कवायद अभी भी ठंडे बस्ते में है। लाखों खर्च करने के बाद योजना अधर में है। सरकारों, जिला प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा इस दिशा में ठोस पहल नहीं की जा रही है। बता दें कि जिले डीघ ब्लाॅक क्षेत्र के सीतामढ़ी में रामायण काल में महर्षि वाल्मीकि का आश्रम था। वहां पर प्रभु श्रीराम के पुत्रों लव व कुश की परवरिश हुई थी। इतना ही नहीं माता सीता यहीं पर धरती में समाहित हुई थी। पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय पंडित शंकर दयाल शर्मा ने अपने कार्यकाल में यहां पत्नी संग आकर दर्शन व पूजन किया था। पुरातत्व विभाग की टीमों ने जांच में रामायण काल के दौरान आश्रम होने के सबूत पाए गए थे। उसके बाद से उस स्थान को पर्यटन स्थल घोषित कर दिया गया था। लेकिन वर्षों बीतने के बाद भी आधुनिक सुविधाएं नहीं हैं।

एक करोड़ खर्च, नतीजा सिफर

गोपीगंज नगर स्थित बाबा बड़े शिव व ज्ञानपुर बाबा हरिहरनाथ मंदिर को गत वर्षों में पर्यटन स्थल बनाने की कवायद शुरू की गई थी। करीब डेढ़ करोड़ खर्च करने के बाद भी योजनाएं अधर में है। पूर्ण सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के प्रयास से उक्त मंदिरों के सुंदरीकरण, प्रकाश बैठने की व्यवस्था,टिनशेड आदि बनवाने की योजना शुरू की गई थी।


बड़े शिव धाम में एक करोड़ 10 लाख खर्च किए गए। दूर हो समस्याएं तो रोजगार के होंगे पैदा पर्यटन स्थलों के होने से आसपास के लोगों के साथ ही बड़ी तादाद में लोगों को रोजगार मिलता है। सीतामढ़ी,बाबा बड़े शिव धाम तथा हरिहरनाथ मंदिर का सुंदरीकरण तथा पर्यटन स्थल की तरह सुविधाएं सरकार की ओर से प्रदान की जाए तो जिले का न सिर्फ विकास होगा बल्कि हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इस दिशा में जिला प्रशासन द्वारा कदम भी उठाया गया था।