/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png StreetBuzz *15 लाख की 102 गुमशुदा मोबाइल जीआरपी पुलिस ने उनके मालिकों को किया सुपुर्द* Gorakhpur
*15 लाख की 102 गुमशुदा मोबाइल जीआरपी पुलिस ने उनके मालिकों को किया सुपुर्द*

गोरखपुर- ट्रेनों में यात्रा करते समय गुम हुए या छूट जाने वाले पंद्रह लाख की 102 मोबाइल सीआरपी पुलिस ने सर्विस एल लांस के जरिए बरामद करने में सफलता प्राप्त किया पुलिस अधीक्षक जीआरपी संदीप मीणा ने प्रेस वार्ता कर बताया कि 102 मोबाइल धारकों को जीआरपी पुलिस ऑफिस पर बुलाकर मोबाइल सुपुर्द किया गया।

एसपी रेलवे संदीप मीणा ने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक रेलवे बलिया सविरत्न गौतम व पुलिस उपाधीक्षक रेलवे गोरखपुर विनोद कुमार के प्रयास से जीआरपी पुलिस सर्विलांस शाखा द्वारा 102 गुमशुदा मोबाइलों को रिकवर किया गया। जिनकी अनुमानित कीमत लगभग पंद्रह लाख रुपए है।

गुमशुदा मोबाइल को उनके स्वामियों को जीआरपी अनुभाग गोरखपुर कार्यालय पर बुलाकर पुलिस अधीक्षक रेलवे द्वारा सुपुर्द किया गया। मोबाइल को पाकर मोबाइल स्वामियों का चेहरा खिल उठा और उन्होंने पुलिस अधीक्षक रेलवे व जीआरपी सर्विलांस टीम को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित कर खुशी मन से अपने गंतव्य को प्रस्थान किये ।

*देश में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का सबसे बड़ा राज्य है यूपी, गोरखपुर विश्वविद्यालय में बोले सीएम योगी*

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुशासन के बल पर निवेश का सबसे आकर्षक गंतव्य बना उत्तर प्रदेश, देश का सबसे बड़ा मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग स्टेट है। भारत में बनने वाले मोबाइल फोन में 55 फीसद की हिस्सेदारी अकेले यूपी की है। देश में बनने वाला 60 प्रतिशत मोबाइल कम्पोनेंट भी उत्तर प्रदेश में ही बनता है। यह यूपी में निहित संभावनाओं की ही क्षमता है कि सैमसंग दुनिया का पहला मोबाइल डिस्प्ले यूनिट चीन से भारत और भारत में भी उत्तर प्रदेश में ले आया।

सीएम योगी शनिवार को दोपहर बाद दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में सैमसंग इनोवेशन कैंपस द्वारा आयोजित प्रमाणपत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में गोरखपुर विश्वविद्यालय और आईटीएम (इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट) के बीटेक के करीब 600 छात्र-छात्राओं को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से आठ छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 2017 और उसके पहले के उत्तर प्रदेश की परिस्थितियों से आहत दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी सैमसंग नोएडा की अपनी यूनिट बंद करना चाहती थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने सैमसंग के अधिकारियों को बुलाकर बातचीत की। उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी सभी समस्याओं का समाधान कराया जाएगा। ऐसा किया भी। इसका परिणाम हुआ कि 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने सैमसंग द्वारा बनाई गई दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री का उद्घाटन किया।

इंस्टिट्यूट से मिले ज्ञान को इंडस्ट्री से जोड़ना आवश्यक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इनोवेशन कैम्पस के लिए सैमसंग की सराहना करने के साथ अपेक्षा जताई कि जिन छात्रों को प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है, उन्हें सैमसंग की नोएडा यूनिट का भ्रमण भी कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे सैमसंग इनोवेशन कैम्पस से प्रशिक्षण प्राप्त 3500 छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान के साथ इंडस्ट्री की चुनौतियों को भी समझने का अवसर मिलेगा। इंस्टिट्यूट से मिले ज्ञान को जब तक इंडस्ट्री से नहीं जोड़ेंगे तब तक प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया मिशन को सफलता मिलने में कठिनाई होगी। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिन भी पाठ्यक्रमों को जोड़ा गया है वे सभी न्यू एज कोर्स हैं जो आज ग्लोबल मार्केट की आवश्यकता हैं।

डिमांड के अनुरूप सप्लाई के मार्केट की मैपिंग जरूरी

सीएम योगी ने कहा कि डिमांड के अनुरूप सप्लाई के लिए आज के दौर की सबसे बड़ी जरूरत है मार्केट की मैपिंग करने की। यदि हम समाज की आवश्यकता के अनुसार मार्केट की मैपिंग नहीं करेंगे तो बेरोजगारों की फौज तैयार कर लेंगे। ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि हमारे शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थान ऐसे कोर्स तैयार करें जो युवाओं को अगले 20-25 वर्षों तक पैरों पर खड़ा कर सकें। इसके लिए संस्थानों को क्षेत्रीय, देश और दुनिया की आवश्यकता के अनुरूप मैपिंग कराकर कोर्स चलाने होंगे क्योंकि रटी-रटाई बातों को लेकर चलने का परिणाम यह होगा कि हम पिछड़ जाएंगे।

मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना से साकार होगी आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना

सीएम योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना के जरिये सरकार आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को शिक्षण संस्थानों के कैम्पस से ही साकार करने जा रही है। कैम्पस में ही ट्रेनिंग दिलाकर यूथ को जॉब दिलाने या स्टार्टअप शुरू करने की गारंटी दी जाएगी। इस योजना में फाइनल ईयर के छात्र के प्रोजेक्ट वर्क को किसी इंडस्ट्री में इंटर्नशिप से जोड़ा जाएगा। इसमें छात्र को आधा मानदेय सरकार और आधा मानदेय संबंधित इंडस्ट्री द्वारा दिया जाएगा।

सोशल इम्पैक्ट स्टडी करने की अपील

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय एवं अन्य शिक्षण संस्थानों का आह्वान किया कि वे सोशल इम्पैक्ट स्टडी (सामाजिक प्रभाव अध्ययन) करें क्योंकि कोई भी निवेशक किसी क्षेत्र में यूनिट लगाने या निवेश करने के लिए उस क्षेत्र के सामाजिक प्रभावों को परखता है। सरकार खुद इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च करती है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में बाढ़ के कारण और समाधान को लेकर या फिर यहां के इतिहास पर सोशल इम्पैक्ट स्टडी की जा सकती है। इसके लिए सरकार पैसा देगी। इससे विश्वविद्यालय व संस्थानों को अतिरिक्त आय तो होगी ही, छात्रों को नया अनुभव मिलेगा। उन्होंने कहा कि लकीर का फकीर बनने की बजाय हमे नवाचार पर ध्यान देना होगा।

विकास और निवेश के बड़े अभियान का हिस्सा बन रहा यूपी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा यूपी आज विकास और निवेश के बड़े अभियान का हिस्सा बन रहा है। 2017 में जब उनकी सरकार आई तो निवेश के लिए प्रयास शुरू किए गए। उन्होंने कहा कि सुशासन की पहली शर्त होती है सुरक्षा। 2017 के पहले जब यूपी में व्यक्ति ही सुरक्षित नहीं था तो उसकी पूंजी कैसे सुरक्षित रहती। इसे देखते हुए सरकार ने अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई। उन्होंने कहा कि छह माह की कवायद के बाद इसमें लगी टीम ने बताया कि 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो पाएगा। कारण पूछने पर बताया गया कि यूपी इतना बदनाम था कि यहां कौन निवेश करने आना चाहेगा। पर, सरकार ने कानून व्यवस्था मजबूत करने के साथ अलग अलग 27 सेक्टर के लिए पॉलिसी बनाई। किसी भी राज्य में इतने तरह की पॉलिसी नहीं है। निवेश मित्र पोर्टल के जरिए 450 तरह की एनओसी के लिए एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराया। निवेश सारथी से एमओयू मॉनिटरिंग की व्यवस्था की और उत्पादन के बाद ऑनलाइन इंसेंटिव देने की व्यवस्था की। इसका परिणाम है कि जिस प्रदेश में मुश्किल से 20 हजार करोड़ का निवेश हो रहा था, वहां 2023 में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। इन प्रस्तावों का सीधा अर्थ है दो करोड़ युवाओं को रोजगार की गारंटी। उन्होंने कहा कि इस रोजगार की संभावना के अनुरूप युवाओं को डिजिटली सक्षम बनाने के लिए सरकार स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत दो करोड़ टैबलेट, स्मार्टफोन का वितरण करने का अभियान भी शुरू कर चुकी है।

सेमी कंडक्टर बनाने तीन प्रस्ताव मिले यूपी को

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 सितंबर को ग्रेटर नोएडा में हुए सेमीकॉन इंडिया के सफलतम आयोजन में भारत को सेमी कंडक्टर बनाने के लिए तीन निवेश प्रस्ताव मिले। इनमें से तीन प्रस्ताव यूपी के लिए हैं। एक-एक निवेश में एक लाख जॉब मिलेंगे।

परिश्रम की पराकाष्ठा पर पहुंचिए

सीएम योगी ने छात्रों को सफलता हासिल करने का मंत्र देते हुए कहा कि परिश्रम की पराकाष्ठा पर पहुंचिए। छह घण्टे की बजाय 12 से 14 घण्टे काम करने की आदत डालिए। कार्य कमजोर नहीं करता है बल्कि कुछ न कुछ सिखाता है। अधिक कार्य करके ही आप पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया को मजबूत कर पाएंगे।

युवाओं के लिए कीर्तिमान स्थापित कर रहे सीएम योगी: कुलपति

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि सैमसंग इनोवेशन कैम्पस के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से हमारे युवा रोजगार ने नए अवसरों से जुड़ने और डिजिटल इकॉनमी का हिस्सा बनने को तैयार हैं। उन्होंने युवाओं के हित में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि सीएम योगी युवाओं के कौशल विकास के लिए, उनकी शिक्षा और रोजगार के लिए नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल प्रशिक्षण से एक नई यात्रा की शुरुआत कर ये युवा अपने कौशल से समाज और राष्ट्र के निर्माण में भी योगदान देंगे।

लॉ एंड ऑर्डर से यूपी को निवेश का हब बना दिया सीएम योगी ने : जेबी पार्क

इस अवसर पर सैमसंग साउथ वेस्ट एशिया के प्रेसिडेंट और सीईओ जेबी पार्क ने उत्तर प्रदेश को निवेश प्रदेश के रूप में परिवर्तित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुक्त कंठ से सराहना की। श्री पार्क ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर पर फोकस कर सीएम योगी ने यूपी को निवेश का हब बना दिया है। उनका मजबूत नेतृत्व और जीरो टॉलरेंस की नीति बेहद प्रशंसनीय है। सीएम योगी ने युवाओं की शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार के क्षेत्र में बहुत गंभीरता से ध्यान दिया है। उन्होंने सैमसंग को यूपी में सपोर्ट करने के लिए भी मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। श्री पार्क ने बताया कि सैमसंग इनोवेशन कैम्पस में कुल 3500 युवाओं में दो तिहाई युवा यूपी के हैं। यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं बल्कि भविष्य के नेतृत्वकर्ताओं को तैयार करने की पहल है। कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्राप्त तीन छात्रों ने अपने अनुभव भी साझा किए।

इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल कॉउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) की सीईओ डॉ. अभिलाषा गौड़ ने बताया कि प्रशिक्षण का यह कार्यक्रम गोरखपुर विश्वविद्यालय, सैमसंग, ईएसएससीआई और स्वदेश की तरफ से यह आयोजित हुआ है। इनमें करीब 350 विद्यार्थी डीडीयू और 250 आईटीएम के शामिल रहे।सैमसंग के इस सीएसआर पहल से छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), कोडिंग, बिग डाटा और इंटरनेट ऑफ थिंग्स सीखने का मौका मिला। गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रों में से कोडिंग और प्रोग्रामिंग में 150, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में 100, बिग डाटा में 50 और इंटरनेट ऑफ थिंग्स में 50 छात्रों को प्रमाण पत्र दिए गए हैं। साल के अंत में सैमसंग टॉपर्स छात्रों को एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार और अपने विशिष्ट उत्पाद प्रदान करेगा।

*समाधान दिवस में सबसे ज्यादा आई भूमि विवाद की समस्याएं, 72 में 5 का तत्काल निस्तारण*

गोरखपुर- तहसील मुख्यालय में आयोजित सितंबर माह के अंतिम समाधान दिवस में हमेशा की तरह भूमि विवादों से संबंधित समस्याओं की भरमार रही कुल 72 फरियादी अपनी विवादित समस्याओं को लेकर अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत हुए, जिनमें 5 मामलों को तत्काल निस्तारित करा दिया गया। 

अध्यक्षता कर रहे उप जिलाधिकारी कुंवर सचिन सिंह ने सभी फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और संबंधित अधिकारियों को नियत समय सीमा के भीतर निष्पक्षता पूर्ण तरीके से निस्तारित करने का आदेश दिया। मौके पर तहसीलदार गोपाल कृष्ण त्रिपाठी, नायब तहसीलदार रामसूरज प्रसाद खण्ड विकास अधिकारी रमेश शुक्ला तथा अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

*पितृ तर्पण के लिए गया की यात्रा पर रवाना हुए श्रद्धालू*

गोरखपुर- सनातन धर्म की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार पितृपक्ष में अपने पितरों के तर्पण और पिण्ड दान के लिए गया धाम और पिशाच मोचन वाराणसी में पहुंच कर पिण्ड दान करने की सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार क्षेत्र से दर्जनों की संख्या में श्रद्धालू गया धाम की यात्रा के लिए रवाना हुए।

ग्रामवासियों और परिजनों के साथ गेरूए वस्त्रों में सजे धजे लोगों ने गाजे-बाजे के साथ अपने गांव तथा क्षेत्र के धार्मिक स्थलों पर भ्रमण करते हुए पित्रदेवों को धाम में आने के लिए अक्षत फेंक कर आमंत्रित किया। परिजनों और ग्रामवासियों के द्वारा सभी तीर्थयात्रियों को सम्मान पूर्वक विदा किया गया। इस दौरान चंद्रभान त्रिपाठी, जय प्रकाश शुक्ला, परशुराम त्रिपाठी, सुधा त्रिपाठी, भोला गुप्ता, सुनील गुप्ता, बृजराज, रामनरेश, बैजनाथ आदि विभिन्न गांवों के दर्जनों लोग सपत्नीक (अपनी धर्मपत्नियों के साथ) श्रद्धापूर्वक गयाधाम वाराणसी, जगन्नाथपुरी एवं तिर्थस्थलों (चार धाम) यात्रा के लिए रवाना हुए।

वैदिक एवं पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अाश्विन माह कृष्ण पक्ष प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक पंद्रह दिन पितृपक्ष के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान लोग अपने पितरों (पुर्वजों) को नियमित तर्पण करते हैं तथा उनकी विहित पुण्यतिथि पर पार्वण श्राद्ध करते हैं। माता-पिता और पारिवार के सभी दिवंगत जनों की आत्मतृप्ति के लिए श्रद्धापूर्वक किए जाने वाले श्राद्धकर्म की सनातन धर्म में बड़ा महत्व और मान्यता है।लोग अपने घरों में श्रद्धापूर्वक श्राद्ध कर्म करते हैं। साथ ही पितृपक्ष में गया धाम में पहुंच कर दिवंगत देवतुल्य पितृ की आत्मशांति और मोक्ष के लिए गयाधाम की प्रेतशीला और गंगातट पर पिण्ड दान और पितृ तर्पण की सदियों पुरानी परंपरा है।

*‘हर हर हेमू' फ़िल्म को निःशुल्क दिखाएगा सिन्धी समाज*

गोरखपुर : उत्तर प्रदेश सिंधी अकादमी लखनऊ द्वारा 24 सितंबर को विजय सिनेमा हॉल में सिंधी सिनेमा ‘हर हर हेमू' का 3 से 6 से एवं 6 से 9 का प्रदर्शन पूरे सिंधी समाज को निशुल्क दिखाया जाएगा।

इस संबंध में जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश सिंधी अकादमी के निवर्तमान सदस्य नरेश बजाज ने बताया यह फिल्म सिंधी भाषा एवं साहित्य को बढ़ाने में भरपूर सहयोग करेगी और इससे सिंधी बच्चों एवं महिलाओं का मार्गदर्शन होगा यह सिनेमा अमर शहीद हेमू कालानी पर आधारित है और बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक है।

सिनेमा का निशुल्क पास 21 सितंबर को सुबह विवेक मैरिज हॉल में सिंधी समाज के पदाधिकारी विजय नेभानी, विकी कुकरेजा, अमित केसवानी, शरद लखमानी‌, इदू बजाज ने पास वितरण में भरपूर सहयोग किया पास वितरण में भारी संख्या में सिंधी समाज के मुखिया गणों एवं पंचो ने निशुल्क पास लिया अब 24 तारीख को समाज के सभी लोग सिनेमा का आनंद लेंगे।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गोरखपुर के सांसद रवि किशन, महापौर डा. मंगलेश श्रीवास्तव होंगे।

*साधन सहकारी समिति के अध्यक्ष का चुनाव संपन्न*

गोरखपुर- पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज साधन सहकारी समिति संघ के चुनाव में आशापार खजनी से ध्रुव नारायण सिंह की पत्नी संगीता सिंह अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचित हुईं तथा उपाध्यक्ष पद पर संजीत सिंह चुने गए। इस दौरान समिति के संचालक सदस्य गजेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह, गायत्री देवी, सीमा सिंह, दयाराम आदि मौजूद रहे।

वहीं साधन सहकारी समिति रजवल के चुनाव में गोपीपुर गांव के कृष्ण मोहन सिंह को अध्यक्ष तथा पाकड़घाट गांव के उदय प्रताप सिंह को उपाध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचित किया गया। इस दौरान उपस्थित वीरेन्द्र प्रताप सिंह सोनू तथा समिति के सदस्यों ने चयनित होने पर फूल माला पहनाकर बधाई दी।

भारोत्तोलन प्रतियोगिता में गोरखपुर अव्वल

गोला गोरखपुर I गोला क्षेत्र के स्वामी विवेकानंद इंटर कालेज महुजा, पकड़ी दुबे में गुरुवार को जनपदीय स्तरीय भारोत्तोलन प्रतियोगिता हुई, जिसमें गोरखपुर को प्रथम देवरिया को द्वितीय महराजगंज को तृतीय तथा कुशीनगर को चतुर्थ स्थान मिला।

अंडर 17 के 61 किलो भार वर्ग में गोरखपुर के श्रवण यादव प्रथम, 49 किलो भार वर्ग में गोरखपुर के धीरज यादव प्रथम, 55 किलो भार वर्ग में गोरखपुर के सौरभ विश्वकर्मा प्रथम, 96 किलो भार वर्ग में गोरखपुर के चन्देश यादव प्रथम, 67 किलो भार वर्ग में गोरखपुर के अंकित रावत प्रथम, 89 किलो भार वर्ग में गोरखपुर के निखिल प्रथम, 73 किलो भार में गोरखपुर के प्रसिद्धनाथ ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

मुख्य अतिथि स्वामी विवेकानंद इंटर कालेज के प्रबंधक डा. अरविंद कुमार राय, जगदीश राय व सभाजीत राजभर, अयोध्या प्रसाद राय आदि मौजूद रहे।

आयुष्मान पखवाड़ा शुरू, जागरूकता के संदेश के साथ दी जाएंगी सेवाएं

गोरखपुर, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और आयुष्मान भारत डिजीटल मिशन के प्रति जनजागरूकता का संदेश दिया जाएगा। साथ ही इन योजनाओं से संबंधित सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी। 

इस संबंध में शुक्रवार से आयुष्मान पखवाड़े की शुरूआत की गई है। यह अभियान तीस सितम्बर तक चलाया जाएगा, जिसमें विविध आयोजन भी किये जाएंगे। प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने पत्र भेज कर इस संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश दिये हैं। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने दी।

उन्होंने बताया कि योजना के नोडल अधिकारी डॉ अनिल सिंह, डीपीसी डॉ संचिता मल्ल, ग्रीवांस मैनेजर विनय और जिला स्तरीय टीम से शशांक इस पखवाड़े के संचालन में सहयोग कर रहे हैं। 

पखवाड़े के दौरान आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों के कार्ड बनाए जाएंगे। आयुष्मान चौपाल और आयुष्मान सभा का आयोजन कर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से लोगों को योजनाओं के बारे में जागरूक किया जाएगा। 

योजना में सूचीबद्ध करीब आधा दर्जन उत्कृष्ट कार्य करने वाले सरकारी और निजी अस्पतालों को सम्मानित भी किया जाएगा। साइकिल और मोटर साइकिल रैली निकालने के अलावा आयुष्मान भारत स्वास्थ्य जांच शिविर के भी आयोजन किये जाएंगे।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि विभिन्न स्कूल में दोनों योजनाओं से संबंधित प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। 

जनपद स्तर पर स्वास्थ्य दौड़ का आयोजन किया जाएगा और सोशल मीडिया अभियान भी चलाए जाएंगे। इस दौरान घर घर आयुष्मान, हर घर आयुष्मान, देश हो रहा आयुष्मान, आभा बनाओ, अपने स्वास्थ्य का रिकॉर्ड फोन पर पाओ जैसे स्लोगन को प्रचारित प्रसारित किया जाएगा।

डॉ दूबे ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत पोर्टल पर सूचीबद्ध लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जाते हैं। इस कार्ड के जरिये लाभार्थी देश के किसी भी सम्बद्ध निजी या सरकारी अस्पताल में भर्ती होकर इलाज प्राप्त कर सकता है।

 इसके तहत प्रति परिवार पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा भर्ती होने के बाद दी जाती है। वहीं, आयुष्मान भारत डिजीटल मिशन के तहत देश के प्रत्येक नागरिक की आभा आईडी बननी है। इस आईडी के जरिये लाभार्थी के स्वास्थ्य का रिकॉर्ड देश के किसी भी अस्पताल में देखा जा सकेगा और आपद परिस्थिति में केस हिस्ट्री के आधार पर समुचित उपचार किया जा सकेगा।

योजना की स्थिति

डॉ दूबे ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में करीब 19.39 लाख लाभार्थी सूचीबद्ध हैं। इनके सापेक्ष करीब ग्यारह लाख आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। योजना के अन्तर्गत जिले के करीब 2.48 लाख से अधिक लाभार्थी इलाज करवा चुके हैं।

आपदा में प्रत्येक विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण: जिलाधिकारी

गोरखपुर। मोहद्दीपुर क्षेत्र की दो प्रमुख भवनो, ओरियन मॉल एवं ऑर्किड ग्रीन रेजिडेंसी अपार्टमेंट में भूकंप एवं अग्निकांड के दौरान की जाने वाली गतिविधियों का संजीव प्रस्तुतीकरण किया गया।

इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम (आईआरएस) के तहत की गई कार्रवाई : आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 तथा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार आपदा में घटित होने वाली घटना में की जाने वाली कार्यवाही आईआरएस के अंतर्गत किया गया। आईआरएस में सभी विभाग/कार्यालय अध्यक्षों के कार्य एवं उत्तरदायित्व का निर्धारण किया गया है।

जिला इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (इओसी) का संचालन: अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम के नेतृत्व में आपदा प्राधिकरण कार्यालय, कलेक्ट्रेट में स्थापित जिला ईओसी का संचालन किया गया। वायरलेस सेट के माध्यम से सूचनाओं का प्रेषण तथा विभागों द्वारा की जा रही कार्रवाई का दस्तावेजीकरण का कार्य किया गया।

रूट डाइवर्जन व ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण: मोहद्दीपुर से एयरपोर्ट जाने वाली मुख्य मार्ग को घटित आपदा के दृष्टिगत ग्रीन कॉरिडोर में परिवर्तित करते हुए रूट को डायवर्ट किया गया। पेडलेगंज और यूनिवर्सिटी की तरफ से आने वाले वाहनों को मोहद्दीपुर से चार फाटक फ्लावर के नीचे से हाइडिल रोड होते हुए मूव कराया गया जिससे कि राहत एजेंसियां त्वरित रूप से घटना स्थल तक पहुंच सके।

स्टेजिंग एरिया एवं कमांड पोस्ट का निर्माण: विभागों के मध्य समन्वय स्थापित करने, आवश्यक दिशा निर्देश देने तथा सूचनाओं के प्रेषण हेतु गोपाल मंदिर परिसर में स्टेजिंग एरिया एवं कमांड पोस्ट का निर्माण किया गया। उक्त स्थल पर पुलिस विभाग द्वारा वायरलेस स्टेशन की स्थापना, राजस्व, एनडीआरएफ, स्वास्थ्य, नगर निगम, नागरिक सुरक्षा, अग्निशमन आदि विभागों ने अपने संसाधनों का प्रदर्शन करते हुए पोस्ट की स्थापना की। स्टेजिंग एरिया का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) गोरखपुर ने किया।

भवन में फंसे लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन: 11वीं वाहिनी एनडीआरएफ एवं अन्य विभागों के सहयोग से ऑर्किड ग्रीन अपार्टमेंट में भूकंप के दौरान फंसे लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया। एनडीआरएफ टीम ने दीवाल काटकर (प्रतीकात्मक रूप से) अंदर फंसे व्यक्ति को बाहर निकाला और रस्सा बांधकर तीसरे और चौथे माले पर फंसे व्यक्तियों एवं बच्चों को निकालने की कार्यवाही का संजीव प्रस्तुतीकरण किया।

मलबा निस्तारण तथा विद्युत आपूर्ति हेतु पहुंची नगर निगम की टीम: भूकंप के पश्चात क्षतिग्रस्त हुए भवनो के मलबों को हटाने तथा क्षतिग्रस्त हुए विद्युत पोलो को ठीक करने के लिए जेसीबी, ट्रक, लोडर, पानी टंकी, क्रेन, सफाई कर्मचारियों आदि संसाधनों के साथ नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और कार्य में सहयोग प्रदान किया।

राहत शिविर का संचालन: भूकंप की दृष्टिगत प्रभावित परिवारों को सुरक्षित एवं समुचित सहायता उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से हाइडिल गेस्ट हाउस मोहद्दीपुर को राहत शिविर के रूप में प्रयुक्त किया गया। शिविर के अंतर्गत महिलाओं व पुरुषों को रहने हेतु पृथक रूप से व्यवस्था, शुद्ध पेयजल, शौचालय, मेडिकल टीम, पंजीकरण स्थल, वैकल्पिक शिक्षा आदि अन्य व्यवस्थाओं का प्रस्तुतीकरण किया गया।

ओरियन मॉल में अग्निकांड: भूकंप के पश्चात यह संभावित है की किन्हीं क्षेत्र में अग्निकांड की घटनाएं हो सकती हैं। उक्त के दृष्टिगत ओरियन मॉल में अग्निकांड की घटना का संजीव प्रस्तुतीकरण किया गया। अग्निशमन विभाग, नागरिक सुरक्षा, एनसीसी, आपदा मित्र व सखी तथा ओरियन मॉल के कर्मचारियो के सहयोग से मॉल में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया और फायर टेंडर की मदद से आग पर काबू पाया गया।

इमरजेंसी अस्पताल की स्थापना: भूकंप में प्रभावित हुए व्यक्तियों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने हेतु 100 शैय्या टीवी अस्पताल नंदा नगर में 20 बेड का ओपन अस्पताल संचालित किया गया। अस्पताल में चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ के साथ ऑक्सीजन तथा अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई।

एच.यू.आर.एल. में ऑन साइट ड्रिल: हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड बरगदवा में फैक्ट्री के अंतर्गत ऑन साइट ड्रिल का आयोजन किया गया और यह सुनिश्चित किया गया कि फैक्ट्री के अंतर्गत कहीं से कोई रिसाव नहीं हो रहा है।

मॉक ड्रिल कार्यक्रम का नेतृत्व विनीत कुमार सिंह अपर जिलाधिकारी (वि/रा)/प्रभारी अधिकारी (आपदा)/ इंसीडेंट कमांडर एवं जितेंद्र कुमार पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी)/ ऑपरेशन सेक्शन चीफ गोरखपुर ने किया। एनडीआरएफ से प्रेम कुमार पासवान डिप्टी कमांडेंट तथा इंस्पेक्टर सुधीर कुमार मय टीम उपस्थित रहे। अग्निशमन विभाग से शांतनु कुमार एफएसओ ने नेतृत्व किया। नागरिक सुरक्षा से डॉक्टर संजीव गुलाटी चीफ वार्डन तथा सत्य प्रकाश सिंह उप नियंत्रक मय टीम ने कार्य किया। चिकित्सा विभाग से डॉ राजेश कुमार अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी मय टीम उपस्थित रहे। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से प्रतीक, मनोज, मनदीप, राणा, विवेक तथा भारी संख्या में आपदा मित्र व सखी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गौतम गुप्ता जिला आपदा विशेषज्ञ, गोरखपुर ने किया।

हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान द्वारा नि:शुल्क कैंसर शिविर का आयोजन

गोरखपुर। कैंसर के चयनित विषय "देखभाल अंतर को बंद करें" के तहत मुख्य चिकित्साधिकारी- संत कबीर नगर, के सहयोग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मेंहदावल के प्रांगण में शुक्रवार को हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, गोरखपुर द्वारा एक नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन हुआ।

जिसमें 127 लोगों ने आकर अपनी परेशानी बताकर कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. सी. पी. अवस्थी से कैंसर संबंधित लक्षण की परामर्श एवं जांच कराई तथा उचित नि:शुल्क दवाई पाकर बहुत खुस हुए। इस कैंसर शिविर में हिस्सा लेने आए लोगों एवं उनके परिजनों को समाज के दुर्दांत रोग कैंसर के विषय के बारे में तथा उनसे बचाव और होने पर तुरंत इलाज कराने के बारे में जानकारी दी गई।

कैंसर जागरूकता अभियान के तहत इस स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित जी. एन. एम., ए. एन. एम. संगिनी एवं आशा कार्यकतार्ओं को बुलाकर उनको कैंसर लक्षण का प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई ताकि वे और लोगों को कैंसर के बारे मे जागरुक कर सकें। भारत में स्तन कैंसर 23% है जबकि महिलाओं में कैंसर के 17% मरीज सर्वाइकल कैंसर के कारण होते हैं और दुनिया में सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों में से एक चौथाई का कारण सर्वाइकल कैंसर है, हालांकि इसे ज्यादातर रोका जा सकता है। इन्हें समझाया गया कि भारत में हर साल लगभग 1.25 लाख महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का पता चलता है और 75 हजार से अधिक की इससे मौत हो जाती है।

भारत में 83% आक्रामक सर्वाइकल कैंसर एचपीवी 16 या 18 से जुड़े होते हैं, जबकि दुनिया भर में यह 70% है। महिलाओं को शक होने पर गर्भाशय ग्रीवा और स्तनों के लिए परीक्षण करना चाहिए, क्योंकि प्रारंभिक युवी अवस्था में निदान होने पर यह पूरी तरह से ठीक हो सकता है।

सभी लोगो को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका आदि वितरित किया गया ताकि वे लोगो को कैंसर के बारे मे जागरुक कर सकें जिससे हम साथ मिलकर कैंसर से लड़कर उसको जीतने न दें।

शिविर में प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आई. डी. गौरव, डॉ. राकेश श्रीवास्तव, अजय श्रीवास्तव, सत्यवती तिवारी, सुनील मिश्र, रामसूरत सिंह नारद मुनि, स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य उल्लेखनीय रहा।