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*सक्रिय क्षय रोग खोजी अभियान से पहले धर्मगुरु समाज से अपील, संभावित मरीजों को जांच और इलाज के लिए प्रेरित करें*

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वर्ष 2025 तक देश से टीबी का उन्मूलन करने के राष्ट्रव्यापी संकल्प को पूरा करने में धर्मगुरु समाज की अहम भूमिका है। समाज में उनकी बातों की स्वीकार्यता है। धर्मगुरु टीबी के लक्षणयुक्त संभावित मरीजों को जांच और इलाज के लिए प्रेरित करेंगे तो अधिकाधिक टीबी मरीजों की पहचान की जा सकेगी। यह बातें जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ गणेश यादव ने कहीं। उन्होंने सक्रिय क्षय रोग खोजी अभियान से पहले धर्मगुरु समाज के संवेदीकरण बैठक को जिला क्षय रोग केंद्र में शनिवार को संबोधित किया । बैठक के जरिये धर्मगुरु समाज से अपील की गई कि वह लक्षणयुक्त अधिकाधिक संभावित मरीजों को जांच और इलाज के लिए प्रेरित करें।

डॉ गणेश यादव ने कहा कि अगर एक टीबी मरीज की समय से जांच और इलाज न हो तो वह एक वर्ष में दस से पंद्रह लोगों को इस बीमारी से संक्रमित कर सकता है। वहीं, अगर मरीज की समय से पहचान हो जाए और दवा शुरू कर दिया जाए तो तीन से चार सप्ताह बाद उसके जरिये दूसरे के संक्रमित होने की आशंका नहीं रह जाती है। समय से जांच और इलाज न होने के कारण ड्रग सेंसिटिव (डीएस) टीबी धीरे धीरे ड्रग रेसिस्टेंट (डीआर) टीबी में बदल जाती है। जहां डीएस टीबी महज छह माह में ठीक हो जाती है, वहीं डीआर टीबी के मरीज को ठीक होने में एक से डेढ़ साल का और कई बार उससे भी अधिक समय लग जाता है। डीआर टीबी के इलाज के दौरान मरीजों को कई प्रकार की जटिलताएं भी झेलनी पड़ती हैं। यही वजह है कि विभाग का जोर शीघ्र जांच और इलाज पर है।

जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ यादव ने कहा कि टीबी बाल और नाखून को छोड़ कर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। अगर दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी आए, पसीने के साथ रात में बुखार हो, सीने में दर्द हो, तेजी से वजन घट रहा हो, सांस फूलती हो और बलगम में खून आए तो टीबी की जांच जरूर करानी चाहिए। जांच की सुविधा सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर मौजूद है। जिले में सभी ब्लॉक स्तरीय अस्पतालों, जिला क्षय रोग केंद्र, बीआरडी मेडिकल कॉलेज और एम्स गोरखपुर में टीबी का इलाज सरकारी प्रावधानों के अनुसार किया जाता है और मरीज पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ता है।

डॉ यादव ने बताया कि नौ सितम्बर से बीस सितम्बर तक जिले में सक्रिय क्षय रोग खोजी (एसीएफ) अभियान चलाया जाएगा । इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की तीन सदस्यीय टीम करीब 10.88 लाख की आबादी के बीच जाएगी और टीबी के नये संभावित मरीजों को खोजेंगी। इन मरीजों की जांच कराई जाएगी और जिन लोगों में टीबी की बीमारी निकलेगी उन्हें समुचित इलाज दिया जाएगा।

इस मौके पर यूनिसेफ के डीएमसी डॉ हसन फहीम ने टीबी से बचाव में नियमित टीकाकरण की महत्ता बताई।उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव, डीपीसी धर्मवीर प्रताप सिंह, पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र, मिर्जा आफताब बेग, टीवी एचआईवी कोआर्डिनेटर राजेश सिंह, कमलेश कुमार गुप्ता, टीबी चैंपियन चंद्र प्रकाश, इंद्रनील कुमार, मयंक, गोबिंद और केके शुक्ला ने आयोजन में प्रमुख तौर पर सहयोग दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि ने बैठक में तकनीकी जानकारियां प्रदान कीं।

धर्मगुरुओं ने दिया आश्वासन

संवेदीकरण बैठक के प्रतिभागी दर्जनों धर्मगुरुओं ने एसीएफ के दौरान और उसके बाद भी टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में सक्रिय योगदान देने का संकल्प लिया। धर्मगुरु मोहम्मद अजीम फारुकी ने बताया कि बैठक के जरिये टीबी उन्मूलन के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी मिली है। स्वास्थ्य विभाग के प्रयास को सफल बनाने में धर्मगुरु समाज आगे बढ़ कर भागीदारी निभाएगा। इससे पहले भी उन्होंने एक टीबी मरीज की पहचान और इलाज में मदद की है।

मरीजों को मिलती हैं यह सुविधाएं

नये मरीज की अत्याधुनिक सीबीनॉट मशीन से जांच होती है

प्रत्येक टीबी मरीज की एचआईवी और मधुमेह की जांच भी कराई जाती है

इलाज चलने तक 500 रुपये प्रति माह पोषण के लिए खाते में धनराशि दी जाती है

टीबी मरीजों के निकट सम्पर्कियों की भी जांच कराई जाती है

मरीजों के निकट सम्पर्की में टीबी न मिलने पर भी उन्हें बचाव की दवा खिलाते हैं

आर्थिक तौर पर कमजोर मरीजों को निक्षय मित्रों की मदद से पोषण व मानसिक संबल दिलवाया जाता है

जिले में टीबी की स्थिति

डीआर टीबी मरीज 350

डीएस टीबी मरीज 8145

उपचार सफलता दर 93 फीसदी

*प्रदेश बार काउंसिल के आह्वान पर अधिवक्ताओं का विरोध प्रदर्शन, महिला अधिवक्ता के हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग*

गोरखपुर- प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर आज खजनी तहसील बार एसोसिएशन की आम सभा की बैठक के बाद अध्यक्ष कृपा शंकर सिंह के नेतृत्व में कासगंज के दीवानी न्यायालय की महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर के अपहरण और नृशंस हत्या की घटना पर अधिवक्ताओं ने आक्रोश जताया। हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग करते हुए अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।

अधिवक्ताओं ने युवा महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर के हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने, उनके परिवारजनों को एक करोड़ रुपया मुआवजा देने तथा प्रदेश में अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने से संबंधित पत्रक उप जिलाधिकारी खजनी की अनुपस्थिति में तहसीलदार गोपाल कृष्ण तिवारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा गया। नारे लगाते हुए सभी अधिवक्ताओं ने आज न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया। हत्यारों के गिरफ्तारी की मांग कर रहे सभी अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए।

इस अवसर पर अध्यक्ष कृपा शंकर सिंह, मंत्री कामेश्वर प्रसाद, उपाध्यक्ष दिनेश कुमार, अनूप सिंह, रामप्रीत यादव, विनोद पांडे,रामकृष्ण द्विवेदी, पन्ने लाल यादव, दरगाही प्रसाद, चंद्रभान शुक्ला उपस्थित थे।

*समाधान दिवस में पहुंचे 70 फरियादी, एक का हुआ निस्तारण*

गोरखपुर- सितंबर माह के पहले समाधान दिवस का आयोजन तहसील मुख्यालय में तहसीलदार गोपाल कृष्ण तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। कुल 70 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर प्रस्तुत हुए जिनमें एक मामले को मौके पर निस्तारित करा दिया गया।

इस दौरान घईसरा गांव से पहुंचे दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि गांव की सौ साल पुरानी पोखरी कुछ दबंगों ने पाट दी है जिससे उनके घरों से निकलने वाला सीवर का पानी तथा स्कूल आने जाने में बच्चों के लिए समस्या हो रही है। तहसीलदार ने लेखपालों की टीम को मौके पर जांच और कार्रवाई का आदेश दिया। टिकुलियाडांड़ गांव बेलघाट के रामप्रताप ने बताया कि बैनामे की भूमि पर कब्जा नहीं मिल रहा है।

सतुआभार गांव के पिंगलेश गुप्ता एकडंगा गांव के रामप्रगट मिश्रा बारीगांव के गनेश असौजी बाजार के दिनेश कुमार ने अपनी भूमि विवाद से संबंधित समस्याएं पेश की, ज्यादातर मामले जमीनी विवाद से संबंधित प्रस्तुत हुए। तहसीलदार ने नियत समय में सभी मामलों के समाधान का आदेश दिया। इस दौरान विभिन्न अधिनस्थ विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

*गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन कर भावविभोर हुए उपराष्ट्रपति, सीएम योगी ने अपनी देखरेख में संपन्न कराया अनुष्ठान*

गोरखपुर- पहली बार गोरखपुर आए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को सैनिक स्कूल का लोकार्पण करने के बाद गोरखनाथ मंदिर जाकर शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ जी का दर्शन-पूजन किया। साथ में उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ भी उपस्थित रहीं। दर्शन-पूजन का अनुष्ठान मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने खुद अपनी देखरेख में संपन्न कराया। गुरु गोरखनाथ के चरणों में शीश नवाकर और महायोगी के मंदिर के गर्भगृह में प्रज्वलित अखंड ज्योति की महत्ता जानकर उपराष्ट्रपति भावविभोर हो गए।

सैनिक स्कूल के लोकार्पण का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगवानी में उपराष्ट्रपति, सपत्नी गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। यहां मंदिर के मुख्य द्वार से वह गोल्फ कार्ट से मुख्य मंदिर की सीढ़ियों तक आए। यहां उपराष्ट्रपति के आते ही 251 वेदपाठी छात्रों ने वैदिक मंत्रोच्चार और शंखध्वनि के बीच उनका दिव्य स्वागत किया। मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने के दौरान गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, देवीपाटन शक्तिपीठ के महंत योगी मिथिलेशनाथ, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास, चचाईराम मठ के महंत पंचानन पुरी, द्वारिका तिवारी और महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के पदाधिकारी डॉ. एसपी सिंह ने उपराष्ट्रपति और उनकी पत्नी की अगवानी की।

मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर उपराष्ट्रपति और उनकी पत्नी ने विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच महायोगी गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया। उन्होंने मंदिर के गर्भगृह में प्रज्वलित अखंड ज्योति का भी दर्शन कर प्रणाम निवेदित किया। पूजन के अनुष्ठान के दौरान वहां मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। गोरक्षपीठाधीश्वर ने उपराष्ट्रपति को महायोगी गोरखनाथ और मंदिर के गर्भगृह में प्रज्वलित अखंड ज्योति की महिमा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने मंदिर के गर्भगृह में उपराष्ट्रपति और उनकीन पत्नी को गुरु गोरखनाथ की प्रतिमा भेंटकर तथा अंगवस्त्र देकर अभिनंदन किया।

दर्शन-पूजन के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ ने सीएम योगी के साथ मंदिर परिसर स्थित पीठाधीश्वर निवास आकर सूक्ष्म जलपान ग्रहण किया। इस दौरान महायोगी गोरखनाथ के पौराणिक आख्यान, नाथपंथ के गुरुजन और गोरखनाथ मंदिर के इतिहास की जानकारी देते हुए उन्हें अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ पर तीन खंडों में प्रकाशित ग्रंथ ‘राष्ट्रीयता के अनन्य साधक महंत अवेद्यनाथ’ भेंट स्वरूप दिया। साथ ही उन्होंने गीता प्रेस से प्रकाशित कई आध्यात्मिक पुस्तकें भी उपहार स्वरूप दीं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सानिध्य में कई जनप्रतिनिधियों, शिक्षाविदों, उद्यमियों, चिकित्सकों और समाज के विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्यजन ने गोरखनाथ मंदिर पधारे उपराष्ट्रपति से शिष्टाचार भेंट की। सबका परिचय सीएम योगी ने कराया। यहां उपराष्ट्रपति से मिलने आए गीताप्रेस के न्यासियों ने उन्हें पांच आध्यात्मिक पुस्तकों का सेट उपहार स्वरूप प्रदान किया। शिष्टाचार भेंट के बाद भोज का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान ने एक टेबल पर भोजन किया। गोरखनाथ मंदिर में करीब एक घंटा का वक्त बिताने के बाद उपराष्ट्रपति एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन्हें विदा करने के लिए एयरपोर्ट तक गए।

*शिक्षा, स्वास्थ्य और निवेश का ड्रीम डेस्टिनेशन बना गोरखपुर: मुख्यमंत्री*

गोरखपुर- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर पूर्वी उत्तर प्रदेश, सीमावर्ती बिहार और नेपाल की तीन करोड़ से आबादी का हर लिहाज से महत्वपूर्ण केंद्र है। आज गोरखपुर नए भारत की विकास यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से, उनके मार्गदर्शन में तेजी से आगे बढ़ रहा है। गोरखपुर, उत्तर-पूर्व क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और निवेश का ड्रीम डेस्टिनेशन बन गया है।

सीएम योगी शनिवार को सैनिक स्कूल गोरखपुर के लोकार्पण समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत कर रहे थे। उपराष्ट्रपति और उनकी पत्नी डॉ सुदेश धनखड़ का प्रदेश और गोरखपुरवासियों की तरफ से अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि उपराष्ट्रपति जी का पहली बार गोरखपुर आगमन हुआ है। उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल के जरिये आज पीढ़ियों का निर्माण करने वाला पवित्र उद्देश्य पूरा हो रहा है। यह पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण दिन है।

पौराणिक व ऐतिहासिक कालखंड से गोरखपुर महत्वपूर्ण स्थान

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर पौराणिक और ऐतिहासिक कालखंड से महत्वपूर्ण स्थान रहा है। यह महायोगी गुरु गोरखनाथ जी की साधना स्थली है तो गीता प्रेस के माध्यम से पूरी दुनिया में सनातन साहित्य के प्रकाशन का केंद्र भी। आजादी की लड़ाई में 1857 के प्रथम स्वतंत्रता समर के दौरान शहीद बंधु सिंह के नेतृत्व में गोरखपुर क्षेत्र में अंग्रेजी हुकूमत की चूलों को हिला दिया गया था। 1922 में चौरीचौरा की ऐतिहासिक घटना में आजादी के संघर्ष को नई गति दी। सीएम ने कहा कि गोरखपुर प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है। गोरखपुर को केंद्र में रखकर देखें तो यहां से 50 किमी की दूरी पर महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर है। 90 किमी की दूरी पर बुद्ध की जन्मभूमि लुम्बिनी है तो 25 किमी की दूरी पर संतकबीर की परिनिर्वाण स्थली मगहर है। 175 किमी की दूरी पर प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या है जबकि 225 किमी की दूरी पर बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी है।

विकास के नए आयामों से बनी गोरखपुर और यूपी की विशिष्ट पहचान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस खाद कारखाना परिसर में सैनिक स्कूल बना है वह कारखाना कभी बंद पड़ा था। आज दोबारा शुरू होने से यह कृषि की उत्पादकता बढ़ाने, कृषि लागत कम करने और आजीविका के नए साधन उपलब्ध कराने के केंद्र के रूप में उभरा है। गोरखपुर में एम्स और बीआरडी मेडिकल कॉलेज से स्वास्थ्य अभियान को गति मिल रही है। चिकित्सा के क्षेत्र में बीआरडी मेडिकल कॉलेज और एम्स प्रतिदिन नये कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। चीनी मीलों से गन्ना किसानों को अप्रत्याशित लाभ मिल रहा है। अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, ऐक्सप्रेसवे, सिक्सलेन, फोरलेन के निर्माण से, विकास के नए आयामों से गोरखपुर और यूपी की विशिष्ट पहचान बन रही है।

तीन वर्ष में बनकर तैयार हुआ सैनिक स्कूल

सीएम योगी ने कहा कि तीन वर्ष की अल्प अवधि में बनकर तैयार हुआ गोरखपुर का सैनिक स्कूल भविष्य की पीढ़ियों का भविष्य संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। 176 करोड रूपये़ की लागत से बन रहा यह पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला सैनिक स्कूल है, जिसमें कक्षा 6 से 12 तक छात्र/छात्राओं को आवासीय शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। यह सैनिक स्कूल भविष्य की पीढ़ियों का निर्माण करेगा तथा जीवन के कर्तव्यों का बोध कराने में सहायक सिद्ध होगा। सैनिक संस्थान से निकले विद्यार्थी भविष्य में राष्ट्र निर्माण एवं विकसित भारत का मार्ग प्रशस्त करेंगे।

पुरातन छात्र के हाथों सैनिक स्कूल का लोकार्पण सौभाग्य की बात

मुख्यमंत्री ने कहा देश में पहला सैनिक स्कूल तत्कालिन मुख्यमंत्री सम्पूर्णानंद जी ने 1960 में लखनऊ में स्थापित किया था। तत्पश्चात 1961 में देश के तत्कालीन रक्षा मंत्री ने 5 नए सैनिक स्कूल भी प्रारंभ किये थे। उन्होंने उपराष्ट्रपति का स्वागत करते हुए कहा कि हमारा सौभाग्य है कि 1962 से 1969 की अवधि में चितौड़गढ़ सैनिक स्कूल के पुरातन छात्र, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के कर कमलों द्वारा इस सैनिक स्कूल का लोकार्पण किया जा रहा है।

सैनिक स्कूल का ऑडिटोरियम जनरल विपिन रावत के नाम पर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस सैनिक स्कूल में छात्र-छात्राओं हेतु अलग-अलग कैम्पस के साथ देश के पहले सीडीएस जनरल विपिन रावत के नाम पर ऑडिटोरियम का निर्माण किया गया है। कारगिल में शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के नाम पर मल्टीपरपज हॉल के साथ साथ एकलव्य शूटिंग रेंज एवं तरणताल का निर्माण भी किया गया है। सैनिक परिसर में प्राचीन भारतीय संस्कृति एवं परम्परा के आधार पर प्रशासनिक भवन बनाया गया है। इसके अन्तर्गत 20 कक्षाएं, 4 प्रयोगशालाएं, डायनिंग हॉल बहुउद्देशीय हॉल, कान्फ्रेस हॉल भी स्थित है। ऑडिटोरियम की क्षमता 1014 सीटो से लैश है। इसके अन्तर्गत ध्यान केन्द्र हेतु योग सेन्टर, इण्डोर शूटिंग रेंज, स्विमिंग पुल और सीएसडी कैन्टीन की सुविधाएं भी उपलब्ध है। शहीद भगत सिंह, शहीद पं. राम प्रसाद बिस्मिल, शहीद बन्धु सिंह और वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर विद्यार्थियों के लिए आवासीय सदन का निर्माण किया गया है। अन्नपूर्णा भवन में विद्यार्थियों के लिए प्रतिदिन स्वच्छ एवं स्वास्थ्यवर्धक विशेष भोजन की व्यवस्था भी की जायेगी। सैनिक स्कूल में विद्यार्थियों की मानसिक एवं शारीरिक क्षमता बढ़ाने के लिए निश्चित समय अंतराल पर विविध खेलकूद की प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की जायेंगी। जिसके लिए विभिन्न खेलों के दृष्टिगत बास्केटबॉल कोर्ट, वॉलीबॉल कोर्ट, फुटबाल ग्राउण्ड, टेनिस कोर्ट, बैटमिण्टन कोर्ट आदि का निर्माण किया गया है।

नई पीढ़ी को उत्तम शिक्षा देने का सर्वोत्तम प्रयास

सीएम योगी ने कहा कि सरकार नई पीढ़ी को उत्तम शिक्षा देने के लिए सर्वोत्तम प्रयास कर रही है। बताया कि प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित 1 लाख 56 हजार से अधिक स्कूलों में जनसहभागिता और ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से बुनियादी सुविधाओं से आच्छादित करते हुए परिपूर्ण किया जा रहा है। 1 लाख 34 हजार स्कूलों में यह कार्य हो चुका है। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के सभी 18 मंडल मुख्यालय पर गत सत्र से अटल आवसीय विद्यालय चल रहे हैं। शेष 57 जिलों में डे केयर स्कूल खोले जाएंगे। कहा कि पीएमश्री योजना में में बेसिक और माध्यमिक के 1707 विद्यालयों को बेहतरीन सुविधाओं से सुसज्जित कर आगे बढ़ाने का कार्य भी किया जा रहा है।

हरितालिका तीज व्रत रह कर सौभाग्यवती महिलाओं ने की पूजा अर्चना

खजनी गोरखपुर। इलाके में हरितालिका तीज व्रत महापर्व के अवसर पर शुक्रवार को विवाहित सौभाग्यवती महिलाओं ने कठिन निर्जल व्रत रह कर अपने पतियों (सौभाग्य) की रक्षा के लिए मंगलकामनाऐं की इस अवसर पर शिव मंदिरों पर श्रद्धालु महिलाओं की भारी भीड़ रही।

बडी संख्या में सौभाग्यवती महिलाओं ने भगवान शंकर मां गौरी तथा शिव परिवार की विधि विधान सहित श्रद्धापूर्वक पूजा अर्चना की साथ ही सभी महिलाओं ने सौभाग्य के प्रतीक सिंदूर, चूडियां,महावर, बिंदी, चुनरी, नारियल, फल, फूल, वस्त्र आदि विभिन्न सामग्रियों का दान किया तथा श्रद्धापूर्वक भगवान शंकर पार्वती की हरितालिका तीजव्रत कथा सुनी और दक्षिणा दी। मंदिरों पर सामुहिक भजन किर्तन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लोगों ने अपनी बहुओं और बेटीयों के घर तीज के उपहार पहुंचाए।

पूजा में लगने वाले विशेष फल फूल और पूजन सामाग्री की खरीदारी के लिए कस्बे और आसपास के सभी बाजारों में भीड़ और रौनक रही। महिलाओं ने ब्राह्मणों और पुरोहित से व्रत कथाएं सुनी जएश्वरनाथ शिव मंदिर भरोहियां, कोटही माता मंदिर रूद्रपुर खजनी में नीलकंठ मंदिर सरयां तिवारी झारखण्डेश्वर शिव मंदिर उनवल, भैंसा बाजार, हरनहीं, खजुरी,सिसवां, रकौली बाजार,बहुरीपार,बढ़नी,छताईं सहित सभी स्थानों पर मंदिरों में अपराह्न 2.30 बजे के बाद से ही श्रद्धालु महिलाओं की भारी भीड़ रही।

घर पर ईंट पत्थर फेंकता और अश्लील इशारे करता है युवक

खजनी गोरखपुर। इलाके के कटघर चौराहे पर रहने वाली महिलाओं ने पड़ोस में रहने वाले युवक पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

थाने में दिए गए प्रार्थनापत्र में महिलाओं आराधना सिंह और निर्मला सिंह ने बताया है कि पड़ोस में रहने वाला युवक छत पर ईंट पत्थर फेंकता रहता है, जिससे घर के सामने लगी सीमेंट सीट टूट गई है। महिलाओं ने बताया कि उनके पति व्यावसाई हैं और पूरे दिन घर में नहीं रहते मनबढ़ युवक महिलाओं को गंदी गालियां देता है, और उनके घर से बाहर निकलते ही गंदे भद्दे अश्लील इशारे करता है। मना करने पर गंड़सा, हंसिया लेकर हमला करने पहुंच जाता है।

महिलाओं से संबंधित घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने बताया कि वीआईपी सुरक्षा ड्यूटी में लगे थे, मामले में विधिक कार्रवाई की जाएगी।

भाजपा का सदस्यता अभियान राष्ट्रवादी मिशन, जुड़कर करें गौरव की अनुभूति : सीएम योगी

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय सदस्यता अभियान 2024 एक राष्ट्रवादी मिशन है और राष्ट्र के प्रतिप्रेम करने वाले, राष्ट्रीय मूल्यों और सिद्धांतों के साथ चलने वाले हर व्यक्ति को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करनी चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र के अपने गृह बूथ (संख्या) 223 (पुराना गोरखपुर वार्ड) के लिए भाजपा के राष्ट्रीय सदस्यता अभियान का शुभारंभ कर रहे थे। सीएम योगी इस बूथ समिति के कार्यकर्ता भी हैं। गोरखनाथ मंदिर में आयोजित सदस्यता शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों को टोल फ्री नंबर 8800002024 की जानकारी देने के साथ अपने सामने उन्हें पार्टी की डिजिटली साधारण सदस्यता दिलाई। सीएम ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर इस सदस्यता अभियान का शुभारंभ पहली सितंबर को हुआ है। पूरे देश के अंदर छह वर्ष पर भाजपा का सदस्यता अभियान चलता है। भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ ही पार्टी के राष्ट्रवादी मिशन से जुड़ने के इच्छुक लोग भी इसका हिस्सा बनते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। यह देश के अंदर राष्ट्रवादी मूल्यों और सिद्धांतों पर चलने वाली एकमात्र दल है।

बूथ पर बनाएं भाजपा के अधिक से अधिक सदस्य

इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि जिस बूथ संख्या 223 के वह कार्यकर्ता हैं और जहां मतदान करने का उन्हें अवसर मिलता है, वहां राष्ट्रवादी विचारों के लोगों के सहयोग से भाजपा हमेशा विजयी होकर जाती है। सभी बूथ कार्यकर्ताओं का प्रयास होना चाहिए कि बूथ पर अधिक से अधिक लोग भाजपा के सदस्य बनें। इसी लक्ष्य को लेकर वह लोगों के बीच स्वयं संवाद करने आए हैं।

100 साधारण सदस्य बनेंगे सक्रिय सदस्य

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि कोई भी व्यक्ति अपने स्मार्ट फोन से टोल फ्री नंबर 8800002024 डायल करेगा तो मिस्ड कॉल होते ही वह भाजपा का डिजिटली साधारण सदस्य बन जाएगा। सदस्यता का प्रमाण पत्र मोबाइल पर आ जाएगा। उन्होंने बताया कि 100 साधारण सदस्य बनाने वाला पार्टी का सक्रिय सदस्य बनेगा और सक्रिय सदस्य ही पार्टी का पदाधिकारी बनने के लिए अर्ह होगा। साधारण सदस्यता अभियान के सत्यापन के बाद 1 अक्टूबर से सक्रिय सदस्यता का अभियान शुरू होगा।

सदस्यता लेने वालों के साथ सीएम योगी ने ली सेल्फी

इस अवसर पर जिन भी लोगों ने बूथ संख्या 223 पर सदस्यता ली, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके साथ खुद सेल्फी लेकर उनका उत्साह बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने सभी लोगों को हरतालिका तीज की बधाई भी दी। सदस्यता अभियान के इस कार्यक्रम में भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, पार्षद पवन त्रिपाठी और बूथ संख्या 223 के अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव ने पुष्प गुच्छ देकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, वीर सिंह सोनकर, दिवाकर श्रीवास्तव आदि भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

सैनिक स्कूल के रूप में साकार हुआ सीएम योगी के हृदय में संजोया स्वप्न

गोरखपुर। अपने संसदीय कार्यकाल से देशप्रेम, राष्ट्रीय गौरव के जिस स्वप्न को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संजो रखा था, अब वह सैनिक स्कूल के रूप में पूरी तरह साकार हो गया है। गोरखपुर के खाद कारखाना परिसर में 176 करोड़ रुपये की लागत से 49 एकड़ क्षेत्रफल में पसरा यह हकीकत गोरखपुर की उपलब्धियों में स्वर्णिम अध्याय बनकर जुड़ चुका है। गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से बना सैनिक स्कूल पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला और उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल सोसाइटी की तरफ से संचालित दूसरा सैनिक स्कूल है। शनिवार पूर्वाह्न साढ़े दस बजे इसका औपचारिक लोकार्पण सीएम योगी की मेजबानी में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ करेंगे। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति के स्वागत के लिए मुख्यमंत्री की देखरेख में जबरदस्त तैयारियां की गई हैं।

गोरखपुर में सैनिक स्कूल की स्थापना सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। इसका शिलान्यास उन्होंने 23 जुलाई 2021 को किया था। ‘युवाओं को शिक्षा, देश की रक्षा’ के ध्येय से इस शैक्षिक प्रकल्प में कक्षा 6 से 12 तक बालक-बालिकाओं को आवासीय व्यवस्था के तहत शिक्षा प्रदान की जाने की व्यवस्था है। प्रवेश परीक्षा के जरिये कक्षा 6 और 9 में दाखिला लेने के बाद इस सैनिक स्कूल में पहली जुलाई से पढ़ाई शुरू हो चुकी है। प्रथम चरण में इस स्कूल में कक्षा 6 और 9 में 84-84 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया है। इनमें कुल मिलाकर 40 छात्राएं और 128 छात्र हैं। यहां छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग कैंपस हैं। स्कूल का प्रशासनिक भवन प्राचीन भारतीय संस्कृति व परंपरा का दर्शन कराते है। सैनिक स्कूल के विद्यार्थियों के खेलकूद की गतिविधियों के लिए खेलों के कई कोर्ट व मैदान भी विकसित किए गए हैं।

सैन्य सेवाओं में जाने के लिए पूर्वी यूपी की मेधा को मिला प्लेटफार्म

गोरखपुर का सैनिक स्कूल सीएम योगी के दिल के बहुत करीब है। इसके शिलान्यास के बाद भी वह कई बार इसके निर्माण कार्यों का भौतिक निरीक्षण करने आते रहे हैं। उन्होंने सैनिक स्कूल का उपहार देकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के मेधावियों को सैन्य सेवाओं में जाने के लिए एक सशक्त प्लेटफार्म उपलब्ध कराया है। पूर्वी उत्तर के इस सैनिक स्कूल से सैन्य सेवाओं में अवसर के लिए क्षेत्रीय संतुलन को भी बढ़ावा मिलेगा।

सैनिक स्कूल का पूरा पैटर्न सैन्योन्मुखी शिक्षा पर आधारित

सैनिक स्कूल का उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास कर उन्हें भारतीय सशस्त्र सेनाओं के अधिकारी वर्ग में चयन के लिए राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के लिए तैयार करना होता है। सामान्य विद्यालयों से अलग संकल्पना वाले इस स्कूल में प्रवेश हेतु चयन प्रक्रिया में बच्चों की बौद्धिक क्षमता के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और चिकित्सकीय क्षमता का भी विशिष्ट रूप से आकलन किया जाता है। इसका पूरा पैटर्न सैन्योन्मुखी शिक्षा पर आधारित है। सैनिक स्कूल की समय सारिणी सेना में होने वाले प्रशिक्षण के अनुरूप होती है।

यूपी सैनिक स्कूल सोसाइटी के तहत स्थापित प्रदेश का दूसरा स्कूल

गोरखपुर का सैनिक स्कूल यूपी सैनिक स्कूल सोसाइटी के अंतर्गत स्थापित होने वाला दूसरा विद्यालय है। यहां 20 क्लासरूम, 4 लैब्स, छात्रावास, डायनिंग हाल, मल्टीपर्पज हाल, कांफ्रेंस हाल, 1014 सीटेड ऑडिटोरियम, योग सेंटर, इंडोर शूटिंग रेंज, इंडोर स्विमिंग पूल और सीएसडी कैंटीन की सुविधा है। इस सैनिक स्कूल में कुल प्रवेशित विद्यार्थियों को चार सदनों (हॉस्टल) में रखा गया है। इन सदनों का नामकरण शहीद भगत सिंह, शहीद पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, शहीद बंधु सिंह और रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर किया गया है। विद्यार्थियों के लिए भोजन की व्यवस्था अन्नपूर्णा भवन में की गई है। परिसर में क्रीड़ा गतिविधियों के लिए बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, फुटबॉल, टेनिस, बैडमिंटन कोर्ट बनाए गए हैं।

किसी भी क्षेत्र के लिए सैनिक स्कूल बड़ी उपलब्धि

अस्सी और नब्बे के दशक में गोरखपुर की पहचान अपराध की नर्सरी के रूप में रही है। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा और उद्योग के क्षेत्र में हासिल उपलब्धियों से बदनाम पहचान बदल गई है। अब गोरखपुर की पहचान विकास के मॉडल रूप में होती है। इस मॉडल में सैनिक स्कूल भी एक नगीने के रूप में है। वास्तव में किसी भी क्षेत्र में सैनिक स्कूल का होना बड़ी उपलब्धि होती है। मुख्यमंत्री का मानना है कि सैनिक स्कूल राष्ट्र रक्षा की नर्सरी बनेगा। इसके जरिये छात्र फौज में अफसर बनेंगे। देश की सीमाओं की रक्षा करेंगे। सैनिक स्कूल की सौगात सिर्फ युवा छात्रों के लिए ही नहीं, गोरखपुर की अपनी निजी पहचान और शान के लिहाज से भी बेहद खास है। सीएम योगी की मंशा है कि सैनिक स्कूल गोरखपुर किशोरों और युवाओं में राष्ट्रप्रेम, समर्पण, नेतृत्व कौशल जगाने का उत्कृष्ट मंच बने। बच्चों का शारीरिक, मानसिक और चारित्रिक विकास करते हुए समेत समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए गौरव स्तम्भ के रूप में दिखे।

विकास और सुरक्षा का मॉडल ही ले जाएगा उज्ज्वल भविष्य की ओर : मुख्यमंत्री

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विकास और सुरक्षा का मॉडल ही वर्तमान और भावी पीढ़ी को उज्जवल भविष्य के मार्ग पर आगे बढ़ाएगा और इसका लाभ अनंत काल तक प्राप्त होगा। सरकार के विकास प्रस्तावों में विध्न डालने की वजह विकास का सहभागी बनना चाहिए क्योंकि इसी में पीढ़ियों का भविष्य जुड़ा है इसलिए विकास का सिलसिला निरंतर आगे बढ़ना चाहिए।

सीएम योगी पिपराइच विधानसभा क्षेत्र के सोनबरसा में 535 करोड़ रुपये की लागत वाली पांच विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने के बाद यहां आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इन विकास परियोजनाओं में प्राथमिक विद्यालय सोनबरसा को स्मार्ट स्कूल बनाने, इसी ग्राम पंचायत में स्मार्ट पंचायत भवन और बालापार-टिकरिया मार्ग पर रेलवे ओवरब्रिज का लोकार्पण व बालापार-टिकरिया-गांगी बाजार मार्ग के फोरलेन में उच्चीकरण तथा नवीन थाना सोनबरसा के प्रशासनिक-आवासीय भवनों के निर्माण कार्य के शिलान्यास शामिल हैं। समारोह में उपस्थित जनसमूह से मुख्यमंत्री ने प्रदेश और गोरखपुर के विकास को लेकर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि जब विकास होगा तभी उद्यमिता बढ़ेगी। क्षेत्र में नए नए युवा उद्यमी बन पाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने युवाओं को उद्यम स्थापित करने के लिए दो चरणों में ब्याजमुक्त लोन देने की व्यवस्था कर दी है। पहले चरण में 5 लाख और दूसरे चरण में 10 लख रुपए तक का ब्याज मुक्त लोन दिया जाएगा। इस व्यवस्था के तहत लोन लेने वाले युवा को बैंकों को सिर्फ मूल पूंजी वापस करनी होगी, ब्याज का पैसा सरकार चुकता करेगी।

बालापार क्षेत्र के लोगों का आसान हो जाएगा जीवन

सीएम योगी ने कहा कि आज बालापार, टिकरिया और आसपास क्षेत्र के लोगों के लिए रेल ओवर ब्रिज का लोकार्पण किया गया है। इसके साथ ही बालापार, टिकरिया से लेकर गांगी तक फोरलेन सड़क का शिलान्यास किया गया है। इससे इस क्षेत्र के लोगों का जीवन बहुत आसान हो जाएगा। आधे घंटे की दूरी अब पांच मिनट में पूरी हो जाएगी।

फोरलेन निर्माण में नहीं टूटने देंगे किसी का मकान

सीएम योगी ने कहा कि फोरलेन निर्माण के लिए उन्होंने निर्देश दे रखा है कि फोरलेन बनने के दौरान मकान नहीं टूटने चाहिए, भले ही फोरलेन का नक्शा बदलने पड़े। इसके साथ ही सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा देने के निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सोनबरसा में नया थाना बन जाने से लोगों की सुरक्षा व्यवस्था और सुदृढ़ होगी।

ब्याज के पैसे से खरीदे खेत कुछ नया काम भी शुरू करें

मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों का आह्वान किया कि वे जमीन के मुआवजे के पैसे से दूरदराज के क्षेत्र में खेत खरीदें और कुछ नया काम भी शुरू करें। इससे आने वाली पीढ़ी खुशहाल बनेगी।

पीएम मोदी के नेतृत्व में विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है देश

सीएम योगी ने कहा कि आज देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। आज पूरी दुनिया में भारत की तूती बोलती है। भारत की पहचान पूरी दुनिया में विकास के एक मॉडल के रूप में बनी है। देश विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। आने वाले तीन वर्षों में यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा और इसमें उत्तर प्रदेश की भी बड़ी भूमिका होगी।

आने वाले चार वर्षों में देश की नंबर एक अर्थव्यवस्था होगा उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में जब प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी थी तब उत्तर देश में सातवें नंबर की अर्थव्यवस्था था। सात सालों में यूपी दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था है और आने वाले चार सालों में यह देश की नम्बर एक अर्थव्यवस्था होगा।

विकास के लिए पैसे की कोई कमी नहीं

सीएम योगी ने कहा कि आज प्रदेश में विकास के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है। गोरखपुर का विकास इसका प्रमाण है। आज गोरखपुर में बंद पड़ा खाद कारखाना फिर से चल रहा है। एम्स बन गया है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज बेहतरीन सुविधाओं का केंद्र बन गया है। गोरखपुर का रामगढ़ताल पर्यटन और रोजगार का नया केंद्र बन गया है। गोरखपुर में चारों तरफ सड़कों का संजाल बिछ चुका है। मेडिकल, फार्मेसी, नर्सिंग की पढ़ाई के लिए अब कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं है। आयुष विश्वविद्यालय भी बनकर लगभग तैयार है। पिपराइच में चीनी मिल चल रही है।

चिलुआताल को बनाएंगे पर्यटन का नया केंद्र

मुख्यमंत्री ने कहा कि रामगढ़ताल की ही तर्ज पर चिलुआताल का भी पर्यटन विकास कराया जा रहा है। यह पर्यटन का नया केंद्र बना है और इससे रोजगार की संभावनाएं भी आगे बढ़ेंगी।

अपराध, अपराधी के साथ बीमारी को भी दूर भगाया

सीएम योगी ने कहा कि एक समय यहां लोकार्पण और शिलान्यास के समारोह की बात भी नहीं सोची जा सकती थी। इंसेफेलाइटिस के चलते बच्चे दम तोड़ते थे। कोहराम मचा रहता था। आज सरकार ने अपराध और अपराधी के साथ इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी को भी दूर भगा दिया है।

आज राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और पीएम तक आते हैं गोरखपुर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक दौर वह भी था जब कोई बाहरी व्यक्ति गोरखपुर आना नहीं चाहता था। आज राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक गोरखपुर आते हैं। उन्होंने बताया कि कल उपराष्ट्रपति सैनिक स्कूल का उद्घाटन करने गोरखपुर आएंगे।

सोनबरसा में बना स्मार्ट स्कूल और स्मार्ट पंचायत भवन

सीएम ने कहा कि सोनबरसा में खाद कारखाना के सीआरएस फंड से बने स्कूल को आसपास के लोगों को भी देखना चाहिए कि हमारे विद्यालय कैसे होने चाहिए। स्मार्ट पंचायत भवन भी बना है। जैसे प्रदेश का सचिवालय होता है, वैसे ही ग्राम पंचायत का भी ग्राम सचिवालय होता है। सरकार 57 हजार ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय बना रही है। इनके जरिए अब ग्रामीणों को जरूरी प्रमाण पत्रों के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, सभी जरूरी प्रमाण पत्र ऑनलाइन ग्राम सचिवालय से ही मिल जाएंगे।

सीएम योगी की पूरी दुनिया में डिमांड : रविकिशन

इस अवसर पर सांसद रविकिशन ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे देश में नम्बर एक सीएम हैं। उनकी डिमांड पूरी दुनिया मे है। उन्होंने गोरखपुर को नई उम्मीदों का शहर बना दिया है। लोकार्पण समारोह को विधायक महेंद्रपाल सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, श्रीराम चौहान, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार, प्रमुख सचिव अजय चौहान, भाजपा के जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, आनंद शाही, गजेंद्र सिंह, जनार्दन जायसवाल, रणविजय सिंह मुन्ना, राघवेंद्र प्रताप सिंह, संजय मद्देशिया आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

रेल ओवरब्रिज, स्मार्ट स्कूल और स्मार्ट पंचायत भवन का हुआ लोकार्पण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोनबरसा गांव में आयोजित समारोह में 88 करोड़ 46 लाख 98 हजार रुपये की दो विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 546 करोड़ 19 लाख 11 हजार रुपये की तीन विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। लोकार्पण की प्रमुख परियोजना बालापार-टिकरिया मार्ग स्थित रेल समपार संख्या-6 के स्पेशल टू लेन रेल ओवरब्रिज शामिल है। इसके निर्माण पर 84 करोड़ 87 लाख 58 हजार रुपये की लागत आई है। मुख्यमंत्री सोनबरसा गांव में हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के सीएसआर फंड से जीडीए द्वारा बनवाए गए स्मार्ट स्कूल और स्मार्ट पंचायत भवन का भी लोकार्पण किया। इस पर 3 करोड़ 59 लाख 40 हजार रुपये की लागत आई है।

फोरलेन और नए थाना भवन के निर्माण कार्य का किया शिलान्यास

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के हाथों बालापार-टिकरिया-गांगी बाजार मार्ग के फोरलेन में चौड़ीकरण (लागत 519.62 करोड़), रिपोर्टिंग पुलिस चौकी सिकटौर को उच्चीकृत कर थाना सिकटौर सोनबरसा हेतु प्रशासनिक व आवासीय भवनों (लागत 26.56 करोड़) के निर्माण कार्य का शिलान्यास भी हुआ।