सावन का महीना खुशी की एक नई लहर लाने वाला माह - महंत दिनेशचंद्र दास
अयोध्या । सावन झूला मेला अयोध्या के लिए विशेष महत्व है । महंत दिनेशचंद्र दास बाबा हरी जी का स्थान मन्दिर साकेत भवन जानकी श्री अयोध्या जी ने प्रेस प्रतिनिधि से सावन माह के विशेष महत्व बताते हुए बताया कि हिंदी कैलेंडर के एक वर्ष में कुल 12 महीने होते हैं जिसमें से एक सावन का महीना होता है। हर साल वर्षा ऋतु के जुलाई से अगस्त के बीच में यह महीना रहता है इसलिए इसे बारिश का महीना भी कहते हैं क्योंकि इस समय खूब बरसात होती है। यह महीना हिन्दू आस्था का प्रतीक भी माना जाता है क्योंकि इस महीने में हिन्दू खासकर से भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं। यह समय कृषि की दृष्टि से भी बड़ा ही महत्व रखता है क्योंकि इस समय किसान अपनी फसल बुआई भी करते हैं।
सावन महीना में पुराणों के अनुसार इस महीने में श्रवण नक्षत्र वाली पूर्णिमा आती है जिसके नाम पर इस महीने का नाम ह्यश्रावणह्ण पड़ा। हिन्दू पंचांग या हिन्दू कैलेण्डर के अनुसार वर्ष का पांचवा महीना सावन का महीना होता है। हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सावन का महीना हिन्दुओं का सबसे पवित्र महीना होता है। इस महीने से हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं और आस्था जुड़ी होती हैं। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार यह महीना प्रत्येक वर्ष जुलाई से अगस्त के बीच में पड़ता है। महंत दिनेशचंद्र दास ने आगे बताया कि सामान्य बोलचाल की भाषा में इसे ह्यसावनह्ण के नाम से जाना जाता है। हिन्दुओं की धार्मिक मान्यता है कि यह महीना भगवान शिव को बहुत प्रिय है अत: इस महीने में हिन्दू भगवान शिव की पूजा आराधना करते हैं। इसे भगवान शंकर का महीना भी कहते हैं।
यह पूरा महीना भक्तिमय गीतों और धार्मिक माहौल का होता है। हिन्दू देवी-देवताओं के मंदिरों में दर्शनार्थियों की भीड़ लगी रहती है। इस माह के खास दिनों पर हिन्दू उपवास रखते हैं और पूरे महीने शुद्ध व शाकाहारी भोजन करते हैं। सावन का महीना केवल भक्ति के लिए ही प्रसिद्ध नहीं है बल्कि इस महीने में कई महत्वपूर्ण हिन्दू त्यौहार भी पड़ते हैं। यह भी एक कारण है जिसके लिए हिन्दू धर्म में सावन महीने की मान्यता इतनी अधिक है। श्रावण महीने में मनाये जाने वाले मुख्य हिन्दू त्यौहारों में रक्षाबंधन, नाग पंचमी और हरियाली तीज है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का महोत्सव सावन महीने की पूर्णिमा के 7 दिन के बाद अष्टमी के दिन मनाया जाता है। भारत में प्रसिद्ध भगवन शिव के भक्तों द्वारा किए जाने वाला कांवड़ यात्रा भी सावन के महीने में ही किया जाता है।
सावन का महीना किसानों के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी समय किसान कई प्रकार के अनाज, सब्जी और फूल आदि की बुआई करते हैं। धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, सूरजमुखी और कई प्रकार की सब्जी आदि की बुआई सावन के महीने में किया जाता है। सावन का यह महीना सभी के लिए राहत का महीना होता है। अप्रैल से जून तक की भीषण गर्मी से मनुष्य और जीव दोनों त्रस्त हो जाते है, पेड़-पौधे, नदी, नहर, तालाब और कुएं आदि सुख जाते हैं और कई स्थानों पर तो सूखे जैसे हालात बन जाते है जो लोगों को बदहाल कर देता है। सावन के महीने में होने वाली तेज बारिश पृथ्वी के इस बदहाल वातावरण में नई जान देता है और हर तरफ खुशी की एक नई लहर दिखने लगती है ।
Aug 11 2024, 19:04