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शराब घोटाला मामले में केजरीवाल को छोड़कर सभी आरोपियों की भूमिका की जांच पूरी’, सीबीआई ने कोर्ट को बताया

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को स्पष्ट किया कि दिल्ली शराब घोटाला मामले में अन्य सभी आरोपियों की भूमिका की जांच पूरी हो चुकी है और केवल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भूमिका की जांच की जा रही है।

सीबीआई के वकील एडवोकेट डीपी सिंह ने आगे कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट को 4 जून के बाद हुए कुछ नए घटनाक्रमों के बारे में बताएंगे कि आखिर हमें अरविंद केजरीवाल को क्यों गिरफ्तार करना पड़ा? सीबीआई ने आगे कहा कि अभी सिर्फ केजरीवाल की भूमिका और जांच को आगे बढ़ाया गया है और बाकी आरोपियों के खिलाफ जांच लगभग पूरी हो चुकी है।

सीबीआई ने स्पष्ट किया कि सॉलिसिटर जनरल द्वारा पहले दिया गया बयान केजरीवाल को छोड़कर इस मामले में गिरफ्तार सभी आरोपियों से संबंधित था। इससे पहले 4 जून को, सुप्रीम कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा था कि उम्मीद है मामले में जांच पूरी की जाएगी और अंतिम शिकायत और आरोप पत्र शीघ्रता से और किसी भी कीमत पर 3 जुलाई, 2024 को या उससे पहले दायर किया जाएगा। उसके बाद, ट्रायल कोर्ट मुकदमे को आगे बढ़ाने के लिए स्वतंत्र होगा।

सीबीआई गलत बयान दे रही: सिसोदिया के वकील

मनीष सिसोदिया और के. कविता के वकीलों ने शनिवार को आरोप लगाया कि सीबीआई गलत बयान दे रही है और कोर्ट को गुमराह कर रही है। 22 मार्च को अदालत द्वारा पारित एक न्यायिक आदेश में यह नोट किया गया कि जांच पूरी हो गई थी। सीबीआई ने कोर्ट के सामने गलत कहा कि जांच पूरी हो गई है। आज जो स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की गई है, वह इसके विपरीत है।

हाथरस भगदड़ कांड में वकील एपी सिंह के दावे का पीड़ित ने खोला राज, बता दी ये चौंकाने वाली बात

डेस्क: हाथरस में नारायण साकार हरि के सत्संग में हुई भगदड़ में 122 लोगों की मौत हो गई थी। मामले में पुलिस ने अबतक नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इस घटना के कई दिनों के बाद नारायण साकार हरि उर्फ सूरज पाल का बयान भी सामने आया है। सबसे बड़ी बात है कि इस केस के एफआईआर में बाबा का नाम नहीं है। बाबा के वकील का दावा है कि इस भगदड़ को साजिश के तहत अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग हाथ में जहरीला पदार्थ लेकर आए थे। अब उनके दावे पर एक पीड़ित ने जो बात बताई है वो चौंकाने वाली है।

हादसे के पीड़ित ने किया चौंकाने वाला खुलासा

अलीगढ़ पिलकना में मृतकों के परिजनों ने बाबा के वकील एपी सिंह के दावा पर कहा कि हमने ऐसा नहीं देखा कि कुछ लोग जहरीला पदार्थ लाए हों या छिड़का हो। ऐसा होता तो वहां सभी मरते, वहां पिंक आर्मी वाले लोग भी घायल हुए थे। बाबा के नाम पर कुछ लोग करोड़ों रुपये कमाते थे, सप्ताह के पहले मंगलवार को भक्तों की लाइन लगती थी कि 5 लॉकेट खरीदो। एक लॉकेट नहीं बेचते थे, मंदिर खरीदो 500 रुपए का, लॉकेट, पेन खरीदने की भी लंबी लाइन लगती थी। कई लोग इससे लाखों-करोड़ों रुपये कमाते होंगे।

एपी सिंह खुद बाबा को भगवान मानते है

उन्होंने कहा कि, जब बाबा का प्रवचन होता था, वहां पैसा बाबा का नहीं लगता था, इनके खातों में अनाप शनाप पैसे होंगे। इस पूरे हादसे की जांच हो और बाबा पर एक्शन हो। बाबा जब मंच पर बैठते थे तो कहते थे तुम्हारे सामने खुद नारायण हरि बाबा हैं, जो शृष्टि चलाता है, दुनिया में आना, दुनिया से जाना, हम ही तय करते हैं। अब इनकी शक्ति क्या है, पता नहीं। परिजन ने एक और खुलासा किया और बताया कि एपी सिंह खुद बाबा को भगवान बताते थे। सत्संग में आते थे, कहते थे कि कायनात ला सकते है बाबा, इनके माथे पर चंद्रमा देखा हमने, इनकी पत्नी में लक्ष्मी हैं, कुछ भी कर सकते हैं बाबा।

भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव के मौके पर सीएम ममता बनर्जी का दिखा अलग अंदाज, इस्कॉन मंदिर में की पूजा

डेस्क: भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव समारोह के मौके पर CM ममता बनर्जी ने कोलकाता के इस्कॉन मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें ममता भगवान की आरती उतारती हुई दिख रही हैं।

क्या है पूरा मामला? 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को लोगों को रथ यात्रा के अवसर पर बधाई दी और लोगों के जीवन में शांति, सौहार्द और समृद्धि की कामना की। बनर्जी ने बताया भी था कि वह कोलकाता में इस्कॉन द्वारा आयोजित रथ यात्रा में भाग लेंगी। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, 'रथ यात्रा के पावन अवसर पर आज सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान जगन्नाथ की कृपा से यह दिन सभी के लिए शांति, सौहार्द और समृद्धि लाए।'

उन्होंने कहा, 'आज पूरे बंगाल से लाखों लोग रथ यात्रा में शामिल होंगे। ऐतिहासिक महेश (जहां हमने प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार किया है) में विशाल जनसमूह होगा। कोलकाता इस्कॉन में मैं यात्रा में शामिल होऊंगी।'

मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों को अगले वर्ष से पूर्वी मेदिनीपुर जिले के दीघा में निर्माणाधीन जगन्नाथ मंदिर से रथ यात्रा शुरू करने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा, 'हम सभी दीघा के अपने नये जगन्नाथ धाम में अगले वर्ष की रथ यात्रा का इंतजार करेंगे! जय जगन्नाथ।' 

पश्चिम बंगाल सरकार तटीय शहर दीघा में जगन्नाथ मंदिर का निर्माण करा रही है। 'पश्चिम बंगाल हाउसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन' की इस परियोजना पर राज्य सरकार

ब्रिटेन और ईरान चुनाव में मौजूदा सरकार हारी, अब फ्रांस में चुनाव जारी, बढ़ रही मैक्रों की बेकरारी

डेस्क: ईरान और ब्रिटेन में चुनाव के बाद सरकार बदल गई है। अब फ्रांस में भी संसदीय चुनाव के लिए आज दूसरे चरण का मतदान प्रारंभ हो गया है। चुनाव में देश की धुर दक्षिणपंथी पार्टी ‘नेशनल रैली’ अपनी अबतक की सबसे बड़ी बढ़त बनाए हुए है। फ्रांस की संसद का कार्यकाल 2027 में खत्म होना था, लेकिन यूरोपीय संघ में बड़ी हार के कारण राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने समय से पहले संसद भंग कर दी थी। इससे पहले 30 जून को पहले चरण का चुनाव हुआ था, जिसमें मरीन ले पेन नीत नेशनल रैली ने बढ़त बनाई थी।

आज के मतदान से यह तय होगा कि नेशनल असेंबली पर किसका नियंत्रण होगा और प्रधानमंत्री कौन बनेगा। अगर मैक्रों की पार्टी को बहुमत नहीं मिलता तो उन्हें यूरोपीय संघ-समर्थक नीतियों का विरोध करने वाली पार्टियों के साथ सत्ता साझा करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

पहले चरण में क्या हुआ

फ्रांस संसदीय चुनावों के पहले चरण के मतदान में धुर दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन की पार्टी नेशनल रैली (आरएन) की धमाकेदार जीत हुई है। आज दूसरे चरण का मतदान हो रहा है। मगर तमाम एग्जिट पोल के अनुसार धुर दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन की पार्टी नेशनल रैली (आरएन) ही सरकार बनाती दिख रही है। वहीं राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की विदाई अब तय मानी जा रही है। मरीन ले पेन ने फ्रांस के संसदीय चुनाव के पहले दौर में रविवार को ऐतिहासिक बढ़त हासिल करते हुए जीत हासिल की, लेकिन अंतिम परिणाम पहले चरण में जीते उम्मीदवारों की खरीद-फरोख्त पर भी निर्भर करेगा।

बता दें कि रन-ऑफ इप्सोस, आईफॉप, ओपिनियनवे और एलाबे के एग्जिट पोल के अनुसार ले पेन की पार्टी आरएन को लगभग 34% वोट हासिल करने की संभावना है। यह राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। मैक्रों ने यूरोपीय संसद चुनावों में आरएन की जीत और अपने उम्मीदवार की हार के बाद तत्काल चुनाव की घोषणा कर दी थी। कुल वोट में आरएन का हिस्सा वामपंथी और मध्यमार्गी प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे था, जिसमें मैक्रों का टुगेदर गठबंधन भी शामिल था, जिसका ब्लॉक 20.5% -23% जीतता हुआ देखा गया था। एग्जिट पोल से पता चला कि हाल में बनाए गए वामपंथी गठबंधन न्यू पॉपुलर फ्रंट (NPF)को लगभग 29% वोट मिलने का अनुमान है।

यूपी के अलीगढ़ में मुस्लिम महिला ने BJP को दिया वोट तो पति ने दे दिया तीन तलाक, थाने में नहीं हो रही सुनवाई

डेस्क: यूपी के अलीगढ़ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक मुस्लिम महिला को केवल इसलिए तलाक दे दिया गया क्योंकि उसने बीजेपी को वोट दिया था। महिला का कहना है कि उसने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को वोट दे दिया, तो उसके पति ने घर आते ही उसे तलाक दे दिया। अब महिला पिछले दो महीनों से न्याय के लिए दर-दर भटक रही है।

क्या है पूरा मामला?

गांव सुनपहर एदलपुर निवासी आसिया की शादी 7 अप्रैल 2021 को बरौली निवासी सेवान मियां के साथ हुई थी। आसिया ने बताया कि शादी के समय उसके माता-पिता द्वारा करीब 8 लाख 50 हजार रुपए का दान-दहेज भी दिया गया था। आसिया का आरोप है कि उसका पति सेवानमियां पहले से ही शादी-शुदा था और उसके साथ धोखे से दूसरी शादी की गई।

शादी के बाद से ही पति व ससुरालियों द्वारा उसे अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर परेशान किया जाने लगा। जिसकी वजह से वह अपने घर आकर रह रही थी। आसिया ने बताया कि 26 जून को वह अपने भाई के साथ वोट डालकर वापस अपने घर जा रही थी, तभी रास्ते में उसका पति सेवान मियां अपने भाईयों के साथ उसे मिला और उसने पूछा कि वह किसे वोट डालकर आ रही है, जिस पर उसने कहा कि वह बीजेपी को वोट डालकर आ रही है।

इतना सुनते ही सेवान मियां आग बबूला हो गया और कहा कि समाजवादी पार्टी को वोट नहीं डाला? तभी सेवान मियां के साथ आए उसके भाई शब्बू व सादान ने सेवान मियां से कहा कि भाई इसे तलाक दे दो। इस पर सेवान मियां ने उसे तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोल दिया और वहां से चला गया।

आसिया ने बताया कि वह सेवान मियां के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पिछले दो महीनों से थाने-चौकियों के दर-दर चक्कर लगा रही है, पर अभी तक उसकी कोई भी सुनवाई नहीं हुई है। अब उसने इसकी शिकायत तहसील दिवस में की है।

शुरू हो गया आषाढ़ गुप्त नवरात्रि, दुर्गा की शक्ति की उपासना का है विधान, की जाती है 10 महाविद्याओं की साधना, जानिए, क्या है महत्व

वर्ष 2024 में आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ 6 जुलाई, दिन शनिवार से हो गयी। आषाढ़ महीने की इस नवरात्रि में मां दुर्गा की शक्ति की उपासना का विधान है। इन दिनों 10 महाविद्याओं की साधना की जाती है। वर्ष में आदिशक्ति मां भगवती की उपासना के लिए 4 नवरात्रि आती है। इसमें 2 गुप्त एवं 2 उदय नवरात्रि होती हैं। चैत्र और अश्विन मास की नवरात्रि उदय नवरात्रि तथा आषाढ़ और माघ की नवरात्रि गुप्त नवरात्रि के नाम से जानी जाती है। 

इस बार शनिवार, 6 जुलाई 2024 से गुप्त नवरात्रि का पर्व प्रारंभ होकर दिन मंगलवार, 16 जुलाई 2024 तक जारी रहेगा। 

मां दुर्गा शक्ति की उपासना का पर्व गुप्त नवरात्रि से संबंधित पौराणिक मान्यता के अनुसार इन दिनों अन्य नवरात्रि की तरह ही पूजन करने का विधान है। इन दिनों भी 9 दिन के उपवास का संकल्प लेते हुए प्रतिपदा यानी पहले दिन घटस्थापना करनी चाहिए। घटस्थापना के बाद प्रतिदिन सुबह और शाम मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए। 

महत्व :

देवी भागवत पुराण के अनुसार जिस तरह एक वर्ष में 4 बार नवरात्रि आती है और जिस प्रकार नवरात्रि में देवी के नौ रूपों की पूजा होती है, ठीक उसी प्रकार गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की साधना की जाती है। गुप्त नवरात्रि विशेष कर तांत्रिक कियाएं, शक्ति साधनाएं, महाकाल आदि से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्व रखती है। इस दौरान देवी भगवती के साधक बेहद कड़े नियम के साथ व्रत और साधना करते हैं। 

गुप्त नवरात्रि में भी नौ दिनों तक क्रमानुसार देवी के स्वरूपों की पूजा की जाती है। गुप्त नवरात्रि हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और आसपास के इलाकों में खास तौर पर मनाई जाती है। इन दिनों में मां दुर्गा की आराधना गुप्त रूप से की जाएगी। 

10 देवियां : मां काली, तारादेवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी माता, छिन्न माता, त्रिपुर भैरवी मां, धुमावती माता, बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी।

गुप्त नवरात्रि के दौरान कई साधक महाविद्या के लिए मां दुर्गा के सभी स्वरूपों का पूजन करते हैं। तथा दुर्लभ शक्तियों को प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। अष्टमी-नवमी के दिन कन्या पूजन के साथ नवरात्रि व्रत का उद्यापन करने की मान्यता है। नवरात्रि उद्यापन में कुंआरी कन्याओं को भोजन कराकर यथाशक्ति दान, दक्षिणा, वस्त्र और आभूषण तथा श्रृंगार सामग्री भेंट करने से मां भगवती की अपार कृपा मिलती है।

महाराष्ट्र के अमरावती सेंट्रल जेल के अंदर जोरदार धमाका, रात में दो बैरकों के बाहर हुआ ब्लास्ट, जांच पड़ताल जारी

महाराष्ट्र के अमरावती सेंट्रल जेल के अंदर शनिवार की रात जोरदार धमाके हुए. हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. हादसे की जानकारी मिलते ही अमरावती सीपी-डीसीपी और बम निरोधक दस्ते के साथ पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की. बताया जा रहा है कि बैरक नंबर छह और सात के बाहर देसी बम से यह धमाके हुए. इस घटना के बाद जेल परिसर में हड़कंप मच गया. घटना की सूचना मिलते ही जेल के अधिकारियों और अमरावती के पुलिस आयुक्त और डीसीपी सहित बम निरोधक दस्ता घटनास्थल पर पहुंचे.

जांच में जुटी फॉरेंसिक टीम

घटना की जांच के लिए फौरन ही फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया. अमरावती के पुलिस आयुक्त नवीन चंद्र रेड्डी ने बताया कि शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि किसी बॉल के माध्यम से पटाखा या बम पड़ोस के हाईवे की पुलिया के ऊपर से फेंका गया है. फेंकने वाला शख्स कौन है और इसके पीछे का कारण क्या है. इसकी फिलहाल जांच जारी है.

देश में 18वीं लोकसभा के गठन के बाद अब मोदी सरकार इस दिन पेश करेगी बजट, हो गया तारीख का ऐलान

देश में 18वीं लोकसभा के गठन के बाद अब मोदी सरकार अपने तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रही है. केंद्रीय बजट 2024 की तारीखों का ऐलान भी हो गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को संसद में बजट पेश करेंगी. दरअसल, 18वीं लोकसभा का पहला सत्र समाप्त हो चुका है. इसमें नवनिर्वाचित सांसदों का शपथ ग्रहण हुआ और लोकसभा व राज्यसभा की संयुक्त बैठक हुई थी, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संबोधित किया था. अब सबकी निगाहें बजट सत्र पर टिकी हैं. 22 जुलाई से 12 अगस्त तक संसद सत्र चलेगा.

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बजट सत्र की जानकारी अपने एक्स हैंडल पर दी. उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, "भारत सरकार की संस्तुति पर भारत की माननीय राष्ट्रपति ने बजट सत्र, 2024 के लिए संसद के दोनों सदनों को 22 जुलाई, 2024 से 12 अगस्त, 2024 तक बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है (संसदीय कार्य की अनिवार्यताओं के अधीन). केंद्रीय बजट 2024-25, 23 जुलाई, 2024 को लोकसभा में पेश किया जाएगा."

केंद्रीय बजट 2024 की तारीखें घोषित होने के साथ ही, इस बात की काफी उम्मीदें और अटकलें लगाई जा रही हैं कि वित्त मंत्री मोदी 3.0 सरकार के तहत टैक्सपेयर्स के लिए कुछ लाभों की घोषणा कर सकती हैं. वहीं समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दो सरकारी अधिकारियों के हवाले से बताया कि केंद्र सरकार केंद्रीय बजट में ग्रामीण आवास के लिए राज्य सब्सिडी बढ़ाने की तैयारी कर रही है, जिसमें पिछले साल की तुलना में 50 प्रतिशत तक की वृद्धि होने की उम्मीद है, जो 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो जाएगी.

बता दें कि इस साल दो बार बजट पेश हो रहा है. 1 फरवरी 2024 को अंतरिम बजट पेश किया गया था. लेकिन अब नई सरकार का गठन होने के बाद पूर्ण केंद्रीय बजट पेश होने जा रहा है. इस बार बजट पेश करने के साथ ही वर्तमान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज हो जाएगा. कारण, ऐसा करके वह लगातार सात केंद्रीय बजट पेश करने वाली पहली वित्त मंत्री बन जाएंगी. इस मामले में वह मोरारजी देसाई को पीछे छोड़ देंगी. देसाई ने लगातार छह बजट पेश किए थे.

यह 4 लाख से अधिक स्टूडेंट्स के भविष्य का मुद्दा, हम सबूतों के साथ कोर्ट जाएंगे...जीतू पटवारी ने भाजपा के खिलाफ खोला मोर्चा

मध्यप्रदेश विधानसभा बजट सत्र के एक दिन बाद प्रदेश कांग्रेस चीफ जीतू पटवारी बीजेपी सरकार को घेरते हुए नजर आए. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी नर्सिंग स्कैम पर बीजेपी सरकार को घेरना जारी रखेगी और यह कोर्ट भी जाएगी क्योंकि यह 4 लाख से अधिक स्टूडेंट्स के भविष्य का मुद्दा है. पटवारी का यह बयान आया है जिस दौरान कांग्रेस ने मंत्री विश्वास सारंग का इस्तीफा मांगा था. उनसे कथित घोटाले के संबंध में इस्तीफा मांगा था. विधानसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया है. 

जीतू पटवारी ने कहा कि हम लड़ना जारी रखेंगे, हम सबूतों के साथ कोर्ट जाएंगे, हम सड़क पर प्रदर्शन करेंगे. हम विपक्ष के नेता उमंग सिंघार और विधायकों को बधाई देते हैं जिन्होंने विधानसभा में आक्रामक तरीके से घोटाले को उठाया. हमने मंत्री सारंग के सामने सबूत रखे लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी ने इसे अस्वीकार कर दिया. 

विधानसभा सत्र की छोटी अवधि पर जीतू पटवारी का हमला

पटवारी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बीजेपी की सरकार लोकतंत्र और संसदीय व्यवस्था में विश्वास नहीं करती. जीतू पटवारी ने कहा कि इस बार का सत्र पांच दिनों का ही था जो कि 20 साल के इतिहास में सबसे छोट सत्र था. फीस जमा करने और परीक्षा पास करने के बाद भी चार लाख स्टूडेंट्स का भविष्य अधर में अटका हुआ है.

पेपर पर ही उपलब्ध हैं कई संस्थान

जीतू पटवारी ने कहा कि भ्रष्ट सरकार ने स्टूडेंट्स का भविष्य बर्बाद कर दिया. बता दें कि सीबीआई नर्सिंग कॉलेज के कामकाज में अनियमितताओं की जांच कर रही है क्योंकि इनमें से कई केवल पेपर पर ही उपलब्ध हैं. जांच एजेंसी ने 308 संस्थानों की जांच की जिनमें से 169 को क्लीन चिट मिल गई जबकि 73 के पास आधारभूत संरचनाओं की कमी है और 66 संस्थान के लिए फिट नहीं हैं. सांरग बीजेपी की पूर्ववर्ती सरकार में मेडिकल शिक्षा मंत्री थे जब यह अनियमितता सामने आई थी.

अमरनाथ यात्रा के बीच आई बड़ी खबर, अब नहीं हो पाएंगे बाबा बर्फानी के दर्शन, जान लीजिए, पहली बार हुआ कुछ ऐसा

 इस साल पूरे देश में कई जगहों पर रिकॉर्ड तोड़ गर्मी देखने को मिली है. कश्मीर में भी गर्मी ने इस साल कई रिकॉर्ड तोड़े हैं जिसका असर अमरनाथ यात्रा पर देखने को मिल रहा है. यात्रा शुरू होने के महज 7 दिन के अंदर ही बाबा बर्फानी का शिवलिंग पिघल गया है. अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यूट्यूब पर जो वीडियो जारी किए हैं उसमें बाबा बर्फानी के शिवलिंग के पिघलने की पुष्टि हो रही है. बाबा बर्फानी 30 जून के वीडियो में स्पष्ट दिख रहे हैं, लेकिन अब शिवलिंग दिखाई नहीं दे रहा है.

गौरतलब हैं कि ऐसा पहली बार हुआ है कि पवित्र अमरनाथ यात्रा शुरू होने के महज सात दिन के अंदर ही बाबा बर्फानी अदृश्य हो गए हैं. 2008 में यात्रा शुरू होने के दस दिन के अंदर बाबा बर्फानी विलीन हुए थे. 2023 में बाबा बर्फानी 14 दिन में अदृश्य हो गए थे. वहीं, साल 2016 में 13 दिन बाद अदृश्य हुए थे. निसंदेह बाबा के विलीन होने के बाद अब अमरनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को सिर्फ पवित्र गुफा के ही दर्शन होंगे.

अमरनाथ यात्रा में समय से पहले बाबा बर्फानी के विलीन होने के मुख्य कारणों में मौसम एक बड़ा कारण बताया जा रहा है. पिछले साल सर्दियों कम बर्फबारी हुई थी और हाल ही में कश्मीर संभाग में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के कारण बाबा बर्फानी का आकार प्रभावित हुआ है. बता दें इस सप्ताह कश्मीर संभाग में श्रीनगर में गर्मी ने 25 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जबकि दक्षणी कश्मीर के जिलों में 35 साल का रिकॉर्ड गर्मी ने तोड़ा है.

गौरतलब है कि इस साल वार्षिक अमरनाथ जी यात्रा 29 जून 2024 से शुरु हुई थी. यह यात्रा 19 अगस्त तक जारी रहेगी. बीते 6 दिनों में बाबा बर्फानी के दर्शन करने आए भक्तों का आंकड़ा अनौपचारिक तौर पे 1.50 लाख को पार कर चुका है. मान्यता है कि अमरनाथ में पवित्र गुफा 90 फीट लंबी और 150 फीट ऊंची है. ऐसा माना जाता है कि गुफा में जल की बूंदें टपकती है, उस वजह से ही शिवलिंग बनता है. उसके बाद चंद्रमा के घटने-बढ़ने के साथ बर्फ से बने शिवलिंग के आकार में परिवर्तन होता है.