*सीआरसी गोरखपुर में 100 से अधिक दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल का वितरण*
गोरखपुर- सीआरसी गोरखपुर में 47वें प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र द्वारा मोटराइज्ड ट्राई साइकिल एवं अन्य उपकरण वितरण किया गया। इस अवसर पर पहले से चिन्हित 100 से अधिक दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल वितरित की गई। सीआरसी गोरखपुर और एलिम्को कानपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विकलांगों को न केवल दिव्यांगजन नाम प्रदान किया बल्कि उनके जीवन को सुलभ बनाने के लिए जरूरी उपकरण और सहायक उपकरण भी प्रदान करवा रहे हैं। उसी क्रम में शनिवार प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रयास सीआरसी गोरखपुर में प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र का कार्य प्रारंभ हो रहा है। स्थानीय सांसद होने के नाते सीआरसी को यह भरोसा दिलाता हूं कि किसी भी रूप में कैसे भी जरूरत पड़ने पर मैं हमेशा सीआरसी के साथ खड़ा रहूंगा और प्रधानमंत्री के प्रयासों को आगे बढ़ता रहूंगा। दिव्यांगता पुनर्वास के क्षेत्र में पहले जहां दिव्यांगजनों को परंपरागत सहायक उपकरण मिलते थे, आज वहीं प्रधानमंत्री के प्रयास से उनको आधुनिक तकनीक से लैस मोटराइज्ड ट्राई साइकिल जैसे उपकरण मिल रहे हैं। जो उनके जीवन को और सुगम बना रहा है। इस अवसर पर पूर्व राज्यसभा सांसद माननीय जयप्रकाश निषाद भी उपस्थित रहे। उन्होंने सीआरसी में संचालित गतिविधियों की सराहना की और कहा सीआरसी को भविष्य में किसी भी प्रकार की जरूरत के लिए वह हमेशा सीआरसी गोरखपुर को सहयोग प्रदान करने के लिए तैयार हैं।
संगम नेत्र चिकित्सालय के निदेशक डॉ वाई सिंह भी इस अवसर पर बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। डॉ सिंह ने कहा कि सीआरसी का दिव्यांगता पुनर्वास के क्षेत्र का प्रयास सराहनीय है। इस संदर्भ मे संगम नेत्र चिकित्सालय सीआरसी को हमेशा सहयोग के लिए तैयार है। इस अवसर पर बतौर विशिष्ट अतिथि डॉ शिव शंकर शाही भी उपस्थित रहे।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ राम कुमार जायसवाल ने बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पहले बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पुनर्वास की सेवाएं बहुत सीमित थी। परन्तु अब बीआरडी मेडिकल कॉलेज परिसर में सीआरसी स्थापित हो जाने के बाद पुनर्वास सेवाओं को और विस्तार मिलेगा तथा दिव्यांगता की शीघ्र पहचान शीघ्र हस्तक्षेपण हो सकेगा। हालांकि बीआरडी मेडिकल कॉलेज के अलग-अलग विभाग पहले से ही सीआरसी में मरीज़ों रेफर करते रहे हैं। इस अवसर पर आईसीएमआर के उपनिदेशक डॉ अशोक पांडे भी उपस्थित रहे। डॉक्टर पांडे ने कहा कि आईसीएमआर सीआरसी गोरखपुर के साथ मिलकर दिव्यांगता पुनर्वास के क्षेत्र में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। जिससे दिव्यांगता पुनर्वास के क्षेत्र में नए शोध कार्य को प्रोत्साहन मिल सके।
कार्यक्रम में सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि बहुप्रतीक्षित प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र का आज सीआरसी गोरखपुर में कार्य एवं प्रथम उपकरण वितरण शुरू हो गया। सीआरसी गोरखपुर के लिए यह अत्यंत गौरव का छण है कि उद्घाटन के इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर ने पहले ही दिन 100 से ज्यादा दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल वितरित किया है। आज जब दिव्यांगजन मोटराइज्ड ट्राई साइकिल लेकर निकल रहे थे तो उनके चेहरे की प्रसन्नता देखकर एक आत्म संतुष्टि का भाव महसूस होता है कि हम लोग सीआरसी के पार्ट हैं, और सीआरसी के माध्यम से दिव्यांगजनों तक समुचित पुनर्वास सेवाओं को पहुंचा पा रहे हैं।
Jun 29 2024, 19:16