बहराइच: महाराजा सुहेलदेव के विजय दिवस पर आयोजित हुई गोष्ठी
महेश चंद्र गुप्ता ,बहराइच। महाराजा सुहेलदेव सेवा समिति एवं क्षत्रिय राजपूताना आर्गेनाईजेशन के संयुक्त तत्वावधान में आज सेवा समिति केंद्रीय कार्यालय में बैठक का आयोजन कर परंपरागत तरीको से मनाए जाने वाले विजय महोत्सव कार्यक्रम के बारे में चर्चा परिचर्चा कर सम्राट सुहेलदेव पर्यटन केंद्र चित्तौरा झील तट पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम को अंतिम स्वरूप दिया गया।
आयोजकों ने महाराजा सुहेलदेव के विजयी यशोगान को सम्पूर्ण भारतवर्ष तक प्रसारित करने के लिए जन जागरण अभियान चलाए जाने के रूप रेखा भी तय की ।
महाराज सुहेलदेव सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए क्षत्रिय राजपूताना आर्गेनाईजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राणा विजय भारशिव ने कहा कि चक्रवर्ती सम्राट वीरवर सुहेलदेव मध्य काल के अद्वितीय श्रावस्ती सम्राट थे जिन्होंने विदेशी आक्रांता सय्यद सालार मसूद गाज़ी व इसके एक लाख से भी अधिक आततायी सेना को मार डाला था जिनके यत्र तत्र अस्थिपंजर अब भी बहराईच की धरती पर जमीन में दबे पड़े हैं।
महाराज श्री के यश एवं प्रचंड पराक्रम का ही प्रभाव था कि महाराज श्री के शासन काल के एक हज़ार वर्ष बाद तक विदेशी आक्रांताओं की भारत की ओर देखने की हिम्मत नही हई । राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि महाराज श्री के पराक्रम से जन जन को अवगत कराने के लिए परंपरागत रूप से आगामी 31 मई से सम्राट सुहेलदेव पर्यटन केंद्र चितौरा झील के तट पर विजय महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसका कि समापन 10 जून को होगा । आयोजित कार्यक्रम में समूचे उत्तर भारत के अलावा विदेशो के लोग भी सहभाग करेंगे ।सेवा समिति के सचिव अर्जुन कुमार दिलीप जी ने बताया कि 31 मई से आयोजित विजय महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ सुंदर कांड पाठ एवं सामुहिक भजन कीर्तन पूजन आदि से होगा जिसमें देश कें प्रख्यात विद्वान जन एवं मनीषी तथा स्थानीय जन मानस सहभाग करेंगे ।
आयोजन मंडल के सदस्य रूल ऑफ लॉ सोसाइटी देवी पाटन मंडल अध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव एडवोकेट ने बताया कि महाराज सुहेलदेव के व्यक्तित्व से आम जन को अवगत कराने के लिए विशेष जन जागरण अभियान चलाया जाएगा तथा महाराजा के व्यक्तित्व एवं कृतत्व से आम जन को अवगत कराने के लिए जन जागरण अभियान चलाए जाने की रूप रेखा बनाई गई है। महामना मालवीय मिशन अध्यक्ष (अवध) संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने बताया कि महाराजा सुहेलदेव यशस्वी सम्राट थे जिन्होने अपने शासन काल मे सनातन धर्म की रक्षा की और हिन्दू धर्म का डंका पूरे विश्व मे बजाया। उनके शासन काल मे सूर्यकुण्ड मंन्दिर की गड़ना पूरे विश्व मे होती थी कालांतर में मुस्लिम आक्रांताओ ने इतिहास प्रसिद्ध सनातन मंदिर को तोड़कर विदेशी आक्रांता सय्यद सालार मसूद गाज़ी के मज़ार का रूप दे दिया इस कलंकित इतिहास को मिटाने के लिए समिति की ओर से न्यायालय में वाद प्रस्तुत कर अपना प्रभावी पक्ष प्रस्तुत किया जाएगा ।
योगाचार्य दीप नारायन धनगर बताया कि 31 मई मध्यान्ह पौराणिक चितौरा झील के तट पर राष्ट नायिका लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की जन्मोत्सव समारोह मनाया जाएगा तथा नशा उन्मूलन के सामूहिक संकल्प भी लिया जाएगा ।आज अयोजित बैठक में प्रमुख रूप से नगर अध्यक्ष अशोक राजभर समजसेवी डॉ धर्मेंद्र , मलहुराम राजभर समाजसेवी हृदयराम गुप्ता, गौरी शंकर मिश्र एडवोकेट, समाजसेवी लाल बहादुर संघ विचारक ओम प्रकाश सक्सेना जिला अध्यक्ष राम नारायण राजभर जनजाति नेता गीत बहादुर थारू समेत तमाम समाजसेवी एवँ समिति के पदाधिकारी व समाजसेवी उपस्थित रहे और महाराजा सुहेलदेव के विजय महोत्सव कार्यक्रम को भव्य रूप से मनाने के लिए सामूहिक संकल्प भी लिया।
May 30 2024, 20:06