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समारोह पूर्वक किलकारी के समर कैम्प का हुआ समापन


पूर्णिया
समारोह पूर्वक किलकारी के समर कैम्प का हुआ समापन... मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी ने बच्चों का किया उत्साहवर्धन.... किलकारी, बिहार बालभवन, पूर्णिया के द्वारा आयोजित अठ्ठारह दिवसीय समर कैम्प 'चक धूम धूम' का समापन, समारोह पूर्वक बुधवार को हो गया। विगत 28 अप्रैल से 15 अप्रैल2024 तक चले इस समर कैम्प के समापन समारोह में, मुख्य अतिथि के रूप में पूर्णिया के जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने शिरकत किया,



वहीं विशिष्ट अतिथि के रुप मे जिला शिक्षा पदाधिकारी पूर्णिया, भ उपस्थित रहे ! अतिथियों का स्वागत किलकारी परिवार की ओर से, किलकारी पूर्णिया के प्रमंडल समन्वयक रवि भूषण कुमार उर्फ मुकुल ने किया । सर्वप्रथम मुख्य अतिथि के आगमन पर शंख ध्वनी, नगाड़ा और वैदिक मंत्र के उच्चारण के साथ मुख्य अतिथि को मंच पर आसन ग्रहण करवाया गया । तत्पश्चात मुख्य अतिथि समेत सभी अतिथियों को बुके, मंजूषा पेंटिंग ,पर्यावरण का प्रतीक एक पौधा और इस समर कैम्प में निर्मित ब्लैक पॉटरी की एक कलाकृति उपहार स्वरूप भेंट की गई ।साथ ही इस अवासर पर किलकारी के प्रति सहयोग पूर्ण भावना से, किलकारी क साथ आवश्यकता अनुसार कदम से कदम मिलाकर चलने वाले चार अलग-अलग क्षेत्र से संबंध रखने वाले विशिष्ट व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया , जिनमे, विद्या विहार आवासीय विद्यालय के निदेशक,



राजेश मिश्रा, सेंट पीटर हिंदी मीडियम स्कूल की प्रधान अध्यापिका, सिस्टर वन्दिता, मध्य विद्यालय,उफ्रैल की प्रधानाध्यापिका, अर्चना एवं इनारिका कंप्यूटर सेंटर के निदेशक, रविंद्र कुमार साह के नाम शामिल है। मौके पर अतिथियों का सम्मान करते हुए किलकारी पूर्णिया के प्रमंडल समन्वयक रवि भूषण ने कहा कि, हमने किलकारी पूर्णिया के तीन वर्षों के सफर में, जो भी उपलब्धियां हासिल की है,उसमें किलकारी के सभी बच्चों और उनके अभिभावकों का सहयोग अगर हमें नहीं मिल पाता तो, हम निरंतर यह प्रगति नहीं कर पाते, क्योंकि अगर यह बच्चे नहीं होते तो,किलकारी अपने स्वरूप के अनुकूल यहां कार्य ही नहीं कर पाती, मैं आभार व्यक्त करता हूं पूर्णिया के जिलाधिकारी महोदय का एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी महोदय का, आप श्रीमान ने अपने व्यस्त समय से समय निकालकर यहां आकर इन बच्चों के साथ-साथ हमारा भी उत्सवर्धन किया है । अगर श्रीमान का सहयोग हमें इसी तरह मिलता रहा तो भविष्य में भी हम छात्रों के सर्वांगिक विकास के लिए और भी आगे बढ़कर काम कर पाएंगे । जिलाधिकारी ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कहा कि, किलकारी, बिहार बालभवन, पूर्णिया में जिस रूप में कार्य कर रहा है, उससे यह प्रतीत होता है कि,यह अपने उद्देश्य के अनुरूप पूर्णिया में कार्य करते हुए बिहार के दूसरे जगह के लिए एक संदेश प्रसारित कर रही है, जिस तरह से यहां आयोजित समर कैम्प में बच्चों ने खेल, कला और विज्ञान से जुड़े विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण प्राप्त किया और



अपने अंदर छुपी प्रतिभा को सामने लाया है, मैं इस मंच से कह रहा हूं, कि इनमे ऐसी संभावना दिखती कि यह बच्चे भविष्य में अपने लिए वह जगह बना बनाने में कामयाब होंगे, जिससे इन्हें एक नई पहचान मिल पाएगी । मैं इन सभी छात्र-छात्रओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं और किलकारी परिवार को बधाई देता हूं ,किलकारी परिवार ने बेहतरीन वातावरण में उत्कृष्ट कार्यक्रम का आयोजन कर गर्मी की छुट्टियों का सदुपयोग किया है। वहीं मौजूद सभी विशिष्ट कतिथियों ने भी अपने संबोधन में बच्चों का संबोधित करते हुए उन्हें उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी । मंच के उद्घाटन सत्र की समाप्ति के बाद सभी अतिथि, अतिथि दीर्घा में आकर बैठ गए। फिर मंच पर शुरू हुआ कार्यक्रम का दौरा, जिसमें सर्वप्रथम छोटे बच्चों के द्वारा सोना रे सोना गीत पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति हुई । उसके उपरांत एक के बाद एक रविंद्र शास्त्रीय गायन, भजन की प्रस्तुति ने सभी उपस्थित जनों को मुग्ध कर दिया । उसके उपरांत, छोटे-छोटे बच्चों ने परंपरिक खेल आधारित नृत्य, हूला छुप की प्रस्तुति की,जो सभी को गुदगुदा गया। फिर एक अंदाज में मंजूषा पेंटिंग को हाथ में लेकर प्रतिभागियों ने रैंप वॉक किया, उसके उपरांत ट्रैक म्यूजिक पर जब बच्चे झूमे तो दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों का मान भी झूमने लगा । अपनी लोक परंपरा को दर्शाती हुई पारंपरिक नागपुरी नृत्य की प्रस्तुति नृत्य विधा के प्रतिभागियों के द्वारा की गई जो एक उत्कृष्ट प्रकृति के रूप में उभरी । वहीं उदय शंकर स्टाइल में मां गंगे को नमन करते हुए 'गंगा नृत्य'की प्रस्तुति भी मनभावन रही । किलकारी के द्वारा लांच किए गए बच्चा बैंड के प्रतिभागियों के छात्र समूह के द्वारा वेस्टर्न म्यूजिक की भी प्रस्तुति हुई । साथ ही लोक संगीत सजी गीतों की भी प्रस्तुति हुई! जिससे संगीत की दो अलग-अलग धाराओं को एक ही मंच पर दर्शकों ने महसूस किया और तारीफ भी की और अंत में किलकारी पूर्णिया के बच्चों के द्वारा, मौजूदा समय पर व्यंग करते हुए भारतेंदु हरिश्चंद्र द्वारा लिखित नाटक अंधेर नगरी चौपट राजा का मंचन किया गया, जो काफी सराहनीय रहा । कार्यक्रम में मंच संचालन ..... ने किया। कार्यक्रम की समाप्ति पर धन्यवाद ज्ञापन किलकारी पूर्णिया के सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी त्रिदीप शील ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सी.पी.सी रुचि कुमारी व संगीत गुरु पंडित अमरनाथ झा का अभी अहम योगदान रहा । जबकि किलकारी के अन्य सभी स्थानीय प्रशिक्षक भी जुटे रहे ।
पूर्व उपमुख्यमंत्री पूर्व राज्यसभा सांसद दिवंगत सुशील मोदी को भाजपा कार्यालय में दी गई श्रद्धांजलि

पूर्णिया
आज वनभाग स्थित भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय मे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री पूर्व राज्यसभा सांसद दिवंगत श्री सुशील मोदी जी की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के जिला अध्यक्ष श्रीमान राकेश कुमार किशनगंज जिला अध्यक्ष सुशांत गोप, पूर्व जिला अध्यक्ष प्रफुल्ल रंजन वर्मा, परमानंद मंडल,तारा साह,पल्लवी गुप्ता, डॉक्टर संजीव कुमार डॉ अनिल गुप्ता ,ज्ञानेंदु शेखर,मनोज सिंह सीनियर,इंदू सिंह, दिलीप कुमार दीपक संजय मिर्धा किशोर जैसवाल,सचिन राय,अरविंद कुमार साह, राजीव श्रीवास्तव,राजेश यादव,सुनील भंसाली, प्रकाश दास, अभ्यम लाल, जिला मीडिया प्रभारी सत्यम श्रीवास्तव, शुभम अन्य ज्येष्ठ श्रेष्ठ कार्यकर्ता ने नम आँखो से श्रद्धांजलि अर्पित किए
16 को मनाया जाएगा राष्ट्रीय डेंगू दिवस

पूर्णिया
16 को मनाया जाएगा राष्ट्रीय डेंगू दिवस, होंगे जागरूकता संबंधी कई कार्यक्रम आयोजित -जागरूकता से ही खत्म होगा डेंगू, मच्छरों के प्रजनन को रोकना जरूरी -आसपास के माहौल का स्वच्छ व सुंदर बनाये रखना जरूरी -"कनेक्ट विथ कम्युनिटी, कंट्रोल डेंगू" है इस साल के डेंगू दिवस का थीम पूर्णिया, 13 मई ।


मच्छर के काटने से होने वाले रोगों में डेंगू बेहद खतरनाक रोग है। इस घातक बीमारी की वजह हर साल देश में हजारों लोगों की जानें जाती हैं । डेंगू के सबसे अधिक मामले बारिश के दिनों में सामने आते हैं। लिहाजा इस समय डेंगू से बचाव को लेकर ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत होती है। डेंगू के प्रति आम लोगों में जनजागरूकता बढ़ाने के लिये हर साल 16 मई को राष्ट्रीय स्तर पर डेंगू दिवस का आयोजन किया जाता है।



मौके पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न आयोजनों के माध्यम से लोगों को रोग से बचाव संबंधी उपायों के प्रति जागरूक किया जाता है। इस साल भी डेंगू दिवस के मौके पर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जागरूकता गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को डेंगू से सुरक्षित रहने के लिए जागरूक करने के लिए अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम डॉ अशोक कुमार द्वारा सभी जिले के सिविल सर्जन, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी और जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी को पत्र जारी कर राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने का निर्देश दिया गया है। इस वर्ष राष्ट्रीय डेंगू दिवस का थीम "कनेक्ट विथ कम्युनिटी, कंट्रोल डेंगू" रखा गया है। जागरूकता से ही खत्म होगा डेंगू, मच्छरों के प्रजनन को रोकना जरूरी : सिविल सर्जन डॉ ओपी साहा ने बताया कि डेंगू का लार्वा मुख्य रूप से जमे हुए साफ पानी में पैदा होता है। मानसून के शुरू होते ही लोगों को डेंगू से ग्रसित होने का संभावना बढ़ जाता है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा मानसून के शुरुआती समय में ही स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को इसके लिए जागरूक किया जाता है जिससे कि लोग डेंगू से सुरक्षित रह सकें।



इसके लिए लोगों को रोग के लक्षण, उपचार, प्रतिरोध व सावधानियों की जानकारी दी जाती है और इसके लक्षण दिखाई देने पर स्वास्थ्य केन्द्र से स्वस्थ सुविधा का लाभ लेने के लिए जागरूक किया जाता है। पत्र के माध्यम से डेंगू दिवस के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ अन्य विभागों को भी शामिल करने का निर्देश दिया गया है। इसमें पंचायत,नगर पालिका, नगर निगम को भी जोड़ा जाएगा इसके माध्यम से लोगों को डेंगू से सुरक्षा के लिए जागरूक किया जाएगा। आसपास के माहौल का स्वच्छ व सुंदर बनाये रखना जरूरी : जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आर पी मंडल ने बताया कि भारत में हर साल डेंगू के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही और इनमें से कुछ की तो मृत्यु तक हो जाती है। डेंगू के बुखार को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है। जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। मच्छर के द्वारा संचारित होने वाला यह बुखार कभी-कभी घातक भी सिद्ध होता है। इसके तीव्र लक्षण कभी-कभी कुछ समय बाद देखे या महसूस किए जाते हैं। हालांकि यदि इसकी समय पर पहचान कर ली जाए तब इससे बचाव या उपचार करने में मदद भी मिल सकती है। अक्सर डेंगू के लक्षण सामान्य फ्लू या वायरल बुखार से मिलते जुलते लगते हैं। इसलिए निम्न लक्षणों के आधार पर इनकी पहचान कर ली जानी चाहिए और सही पहचान के लिए ब्लड टेस्ट करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जागरूकता से डेंगू के मामलों को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है। डेंगू के मच्छर आम मच्छर से अलग होते हैं जो दिन के रोशनी में काटते हैं। मच्छरों को आसपास पनपने से रोकने के लिये जरूरी है कि हम आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ व सुंदर बनाए रखना चाहिए। नियमित रूप से जलजमाव वाले क्षेत्रों की सफाई करना, एसी, कूलर, फूल का गमला व अन्य जगहों पर पानी जमा नहीं होने देना आदि रोग से बचाव के लिहाज से महत्वपूर्ण है। ये हैं




डेंगू के लक्षण: - तेज बुखार,मांसपेशियों एवं जोड़ों में दर्द,सिर दर्द,आखों के पीछे दर्द, - जी मिचलाना,उल्टी,दस्त - त्वचा पर लाल रंग के दाने डेंगू से बचाव के लिए जरूरी : - घर में एवं घर के आसपास पानी एकत्र होने से रोकें। - साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें। - यदि घर में बर्तनों आदि में पानी भर कर रखना है तो ढककर रखें। - कूलर, गमले आदि का पानी रोज बदलते रहें। - ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर के अधिकतम हिस्से को ढक सकें। - मच्छर रोधी क्रीम, स्प्रे, लिक्विड, इलेक्ट्रॉनिक बैट आदि का- प्रयोग मच्छरों के बचाव के लिए करें।
बिजली की लचर व्यवस्था पर भड़के विधायक विजय खेमका

पूर्णिया

पूर्णिया में बिजली आपूर्ति की लचर व्यवस्था उत्पन्न होने से उद्यमी को हो रही कठिनायों को शीघ्र दूर करने के लिए सदर विधायक विजय खेमका ने विभाग के एसी एवं कार्यपालक अभियंता से वार्तालाप किया | विधायक ने विभागीय अधिकारी से स्पष्ट कहा कि विद्युत आपूर्ति बाधित होने से कल कारखाने चलाने वाले उद्यमी भाइयों को काफी क्षति हो रही है, जो चिंताजनक है |


हाल के दिनों में पूर्णिया में लचर विद्युत् आपूर्ति के कारण बिजली उपभोक्ताओं को भारी कठिनाई हो रही है | विधायक श्री खेमका ने विभाग के अधिकारी को बिजली आपूर्ति व्यवस्था को शीघ्र दुरुस्त कर उपभोक्ता को सुविधा देने को कहा |



विधायक ने पूर्णिया को ज्यादा बिजली आपूर्ति हो इस सम्बन्ध में पटना स्थित विभाग के उच्च अधिकारी से भी बातचीत की | विधायक ने बिजली विभाग के अधिकारी से पूर्णिया के उद्यमी एवं उपभोक्ता तक बिजली आपूर्ति को अतिशीघ्र सामान्य बनाने को कहा |
विहिप व दुर्गा वाहिनी ने ली नवजात लावारिस शिशु की सुधि


पूर्णिया


विहिप व दुर्गा वाहिनी ने ली नवजात लावारिस शिशु की सुधि। डगरूआ प्रखंड के कोचैली ग्राम की एक निसहाय महिला ने रविवार को एक बच्चे को जन्म देते ही शरीर में खून की कमी होने के कारण स्वर्ग सिधार गई। नवजात शिशु का लालन-पालन करने वाला कोई सामने नहीं आया। उक्त जानकारी जब दुर्गा वाहिनी संयोजिका सुश्री प्रिया कुमारी को हुई तो उन्होंने विहिप के वरिष्ठ अधिकारियों से विचार-विमर्श कर बच्ची को देखने जाने का निर्णय लेकर कोचैली डगरूआ गई।



उस परिवार के लोगों ने अपनी व्यथा बताते हुए संयोजिका प्रिया कुमारी को बताया कि मेरी बहु बच्चे को जन्म देते ही मर गई। पैसे के अभाव में महिला का इलाज भी नहीं करा पाया। हमलोग मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे हैं। इस बच्ची को पालना हमलोगों के लिए संभव नहीं है। कहां से दवा दारू और खाने पीने का इंतजाम कर पाऊंगा। संयोजिका प्रिया कुमारी ने बच्ची के नानी को बुलाकर कहा कि आप इस बच्ची को अपने घर गुलाब बाग ले चलिए। हम संगठन के लोग इस बच्ची का भरन पोषण का भार उठाऊंगी।



आश्वासन मिलने पर नानी ने विहिप जिला कोषाध्यक्ष श्री रंजन कुणाल एवं दुर्गा वाहिनी संयोजिका प्रिया कुमारी के सहयोग से उक्त बच्ची को सदर अस्पताल पूर्णिया लाकर बच्चा रोग डाक्टर से दिखाकर व ईलाज पर्ची बनाकर नानी के घर ले आई। समाज के लोगों ने विश्व हिन्दू परिषद् एवं दुर्गा वाहिनी के इस सराहनीय पहल के लिए भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए रंजन कुणाल एवं प्रिया कुमारी के प्रति आभार व्यक्त किया।इस सराहनीय समाजोपयोगी सेवा कार्य में विहिप के जिला उपाध्यक्ष श्री निलाभ रंजन झा, जिला सम्पर्क प्रमुख श्री मृत्युंजय महान एवं मातृशक्ति की मुन्नी देवी का सराहनीय योगदान रहा। जिन्होंने अस्पताल में रहकर नवजात का इलाज और भरन पोषण स्वयं के खर्च पर करने का आश्वासन दिया।
पति-पत्नी की फंदे से लटकी मिली लाश


पूर्णिया में घर के अलग-अलग कमरे में पति-पत्नी की फंदे से लटकी लाश मिली। दोनों की शादी 6 माह पहले अक्टूबर में हुई थी। रविवार को किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हुआ था। जिसके बाद पति ने आत्महत्या कर ली। मृतक की मां के अनुसार जब पत्नी ने अपने पति की लाश देखी तो उसने भी खुद को कमरे में बंद कर आत्महत्या कर ली।


मरने से पहले कहा था जब मेरे पति ही इस दुनिया में नहीं रहे तो मैं जी कर क्या करूंगी। पति-पत्नी के बीच किस बात को लेकर विवाद हुआ था ये अभी तक क्लियर नहीं है। मृतकों की पहचान मीरगंज थाना क्षेत्र के बाघवा गांव निवासी रिशु कुमार और उसकी पत्नी रंजना उर्फ रंजू देवी के रूप में हुई है।


घटना की सूचना पर मीरगंज थाना की पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। मामले की तहकीकात में जुट गई है। घटना मीरगंज थाना क्षेत्र के बघवा गांव की है। मृतक की बहन काजल ने बताया कि फोन पर देर रात सूचना मिली कि मेरे भाई और भाभी ने फंदे लटक कर खुदकुशी कर ली है। दोनों का शव अलग-अलग कमरे में लटक रहा था।


सूचना मिलते ही आज सुबह गांव पहुंची। मृतक के रिश्तेदार ने कहा कि रविवार सुबह पति-पत्नी के बीच घरेलू विवाद हुआ था। इसी बीच मां ने अपनी बहू को खाना बनाने के लिए कहा तो वो अपने कमरे में सो गई। हम लोग खेत में चले गए थे। पति-पत्नी घर में अकेले थे। शाम करीब 6 बजे घर लौटे तो बेटे को खोजा। कमरे में सो रही बहू को उठाया और बेटे को कमरे से बुलाने को कहा। बहू ने बंद कमरे की खिड़की से झांक कर देखा तो शव फंदे पर लटका था। मृतक की पत्नी शोर मचाने लगी। जब तक हम लोग दरवाजा तोड़ कमरे में पहुंचे, तक तक उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद बहू अपने कमरे में चली गई और वह भी फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली।
अब बड़े शहरों की तरह पूर्णिया में भी शुरू हुई कैब सुविधा

अब बड़े शहरों की तरह पूर्णिया में भी कैब की गाड़ियां चलेगी ।जिससे लोगों को कहीं भी आने-जाने में सुविधा मिलेगी। आज इंजीनियरिंग कॉलेज में डीएम कुंदन कुमार ने इसका उद्घाटन किया ।


दरअसल इंजीनियरिंग कॉलेज के एक छात्र प्रवीण आनंद ने स्टार्टअप के तहत इसकी शुरुआत की है । डीएम ने कहा कि आज के युवा जाब के लिए मारामारी करने से बेहतर है कि स्टार्टअप शुरू करें। ताकि वह खुद जाब क्रिएटर बन सके । इसके लिए सरकार और जिला प्रशासन भी उन्हें भरपूर मदद करेगी । उन्होंने कहा कि मरंगा बियाड़ा में स्टार्टअप और बिजनेसमैन के लिए बी हब बनाया गया है ।


जहां स्टार्टअप कारोबारी बहुत सस्ते दाम में जगह लेकर अपना कारोबार कर सकते हैं। वहीं स्टार्टअप प्रवीण आनंद ने कहा कि उसने कैब की शुरुआत की है। अब बड़े शहरों की तरह पूर्णिया में भी लोग ऐप के माध्यम से कैब को बुक कर कहीं भी आ जा सकते हैं। किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
दाखिल के लंबित मामले, जमाबंदी,आधार सीडिंग,मापी, ऑनलाइन भू-लगान में तेजी लाने का जिलाधिकारी ने दिया निर्देश


शुक्रवार को जिला पदाधिकारी -सह- समाहर्ता श्री कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में अपर समाहर्ता श्री रवि राकेश एवं सभी अंचलाधिकारी के साथ राजस्व कार्यों की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन जिला पदाधिकारी कार्यालय वेश्म में आहूत की गई। जिलाधिकारी महोदय द्वारा अंचलवार ऑनलाइन दाखिल के लंबित मामले, जमाबंदी,आधार सीडिंग,मापी, ऑनलाइन भू-लगान, सर जमीनी सेवाएं, लैंड बैंक एवं सरकारी भूमि तथा जन शिकायत एवं लोक शिकायत के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई।



दाखिल खारिज की समीक्षा के दौरान अंचलाधिकारी अमौर, वैसा ,पूर्णिया पूर्व तथा के नगर की प्रगति संतोषजनक नहीं पाया गया। इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी महोदय द्वारा उक्त अंचल के अंचलाधिकारी को निर्देशित किया गया कि निर्धारित समय सीमा के अंदर दाखिल खारिज के लंबित मामलों का गुणवत्तापूर्ण निष्पादन करना सुनिश्चित करें।



जिलाधिकारी महोदय द्वारा सभी अंचलाधिकारी को निर्देशित किया गया कि अपने अपने अंचल अंतर्गत राजस्व कर्मचारियों के पास दाखिल खारिज के लंबित मामलों कि शीघ्र समीक्षा करें और त्वरित निष्पादन करने का निर्देश दिया गया। आधार सीडिंग की समीक्षा के क्रम में सभी अंचलाधिकारी को निर्देश दिया गया कि आधार सीडिंग में प्रगति लाने हेतु पूर्व से निर्धारित कैंप के माध्यम से आधार संग्रह कर विभागीय पोर्टल पर ससमय ऑनलाइन करने का निर्देश दिया गया। भूमि विवाद एवं नापी के लंबित मामलों का निष्पादन प्राथमिकता के आधार पर त्वरित गति से करने का निर्देश दिया गया।




जिलाधिकारी महोदय द्वारा सभी अंचलाधिकारी को निर्देशित किया गया की लोक शिकायत एवं गंभीर मामलों का प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र निष्पादन करना सुनिश्चित करें। संभावित बाढ़ के मद्देनजर जिलाधिकारी महोदय द्वारा सभी अंचलाधिकारी को निर्देशित किया गया कि सभी अंचलों में पूर्व से संवेदनशील स्थलों की सूची रक्षित है उसके आधार पर अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत संवेदनशील स्थलों का भौतिक निरीक्षण करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी महोदय द्वारा सभी अंचलाधिकारी को राजस्व एवं भू संबंधित कार्यों का निष्पादन नियमानुसार पूरी प्रदर्शित के साथ ससमय निष्पादन करने का निर्देश दिया गया। अपर समाहर्ता महोदय को निर्देशित किया गया कि अंचलाधिकारियों के कार्यों में गुणवत्ता के लिए एक कार्यशाला का आयोजन सुनिश्चित करें । जिसके माध्यम से राजस्व एवं भूमि संबंधित मामलों के नियमानुसार निष्पादन करने की गहन जानकारी से अवगत कराया जाए। ताकि भूमि एवं राजस्व के कार्यों का निष्पादन में किसी प्रकार की त्रुटि नहीं हो सके। बैठक में अपर समाहर्ता श्री रवि राकेश, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी एवं सभी अंचल अधिकारी उपस्थित थे।
लोहिया स्वच्छता अभियान में गरबरी, जिला अधिकारी ने करवाई का दिया निर्देश

पूर्णिया जिला के बी०कोठी प्रखंड  अन्तर्गत लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान अन्तर्गत चल रहे कार्यों का निरीक्षण जिला स्तरीय टीम द्वारा कराया गया। समर्पित प्रतिवेदन में घोर लापरवाही एवं अनियमितता पाया गया यथा- पंचायत-गौरीपुर में बिना शौचालय निर्माण के ही प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया गया है। एक ही परिवार के पति एवं पत्नी तथा पिता एवं पुत्र, दोनो का अलग-अलग इन्ट्री कर प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया गया है। साथ ही MIS पर गलत इन्ट्री कर Family Head में पति का नाम एवं Father/Husband Name में महिला अथवा पत्नी का नाम इन्ट्री कराकर गलत जियो टैग भी कर दिया गया है।


एक ही शौचालय पर स्वयं, पत्नी एवं पिता, तीनों के नाम से अलग-अलग तीन बार भुगतान लिया गया है। अन्य व्यक्ति के शौचालय का गलत जियो टैग कर भुगतान कर दिया गया है।



आरापों को गम्भीतरा पूर्वक लेते हुए संलिप्त कर्मी यथा- प्रखंड समन्वयक की सेवा निरस्तीकरण हेतु इनकी सेवा विभाग को वापस किया गया। संबंधित कार्यपालक सहायक, स्वच्छता पर्यवेक्षक एवं प्रखंडवार रूम कर्मी को सेवा मुक्त किया गया। साथ ही अयोग्य लाभुकों से राशि वसूली कराने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी, बी०कोठी को दिया गया।
सौरा को बचाने का एक्शन प्लान तैयार, ग्रीन पूर्णिया ने लिया जायजा



पूर्णिया


सौरा को बचाने का एक्शन प्लान तैयार, आज से निकाली जाएगी गाद - ग्रीन पूर्णिया के बैनर तले जुटे बुद्धिजीवियों और समाजसेवियों ने उठाया जिम्मा - काली घाट पर लोहे की रेलिंग लगाएंगे डॉ. अनिल कुमार गुप्ता पूर्णिया । शहर को जीवन देने वाली सौरा नदी में जान फूंकने की कवायद एक बार फिर शुरू की गई है। नदी की धारा को अविरल बनाने के लिए गुरुवार की सुबह सिटी स्थित काली मंदिर घाट पर मंदिर के पुजारी, समाज सेवी, पर्यावरण प्रहरी, बुद्धिजीवि और पत्रकार ग्रीन पूर्णिया के बैनर तले इक्कठा हुए और सौरा को बचाने के लिए एक्शन प्लान बनाया,



साथ ही नदी की स्वच्छता बनी रहे इसपर भी मंथन किया। नदी के तट पर जुटे लोगों ने अक्षय तृतीया के दिन से नदी की पेटी में जमी गाद की सफाई अभियान शुरू करने का फैसला लिया। बता दें कि दो दिन पहले ग्रीन पूर्णिया के संस्थापक अध्यक्ष सह भाजपा नेता व सर्जन डॉक्टर अनिल कुमार गुप्ता ने सौरा नदी के लगातार गिरते जलस्तर को लेकर चिंता जताई थी और उन्होंने आर्ट ऑफ लिविंग से फल्गु नदी के तर्ज पर सौरा को गोद लेने की अपील की थी।



उनके इस अपील के बाद एक बार फिर से शहर के तमाम बुद्धिजीवि सजग हुए और सौरा के तट पर डॉ. एके गुप्ता की अगुवाई में मीटिंग बुलाई। इसमें आज से नदी की सफाई का निर्णय लिया गया। सौरा को बचाने को लेकर आहुत मीटिंग में श्रीराम सेवा संघ के राणा सिंह, पर्यावरण प्रहरी सुमित प्रकाश, राकेश राय, पंकज श्रीवास्तव, अखिलेश चंद्रा, नंदू सिंह के अलावा ग्रीन पूर्णिया के आलोक लोहिया, रवि झा, जावेद आलम, संजय, राहुल, आधिराज आदि मौजूद थे। घाट पर लोहे की रेलिंग लगाएगा ग्रीन पूर्णिया सिटी काली घाट पर लोगों की जीवन रक्षा के लिए ग्रीन पूर्णिया ने लोहे की रेलिंग लगाने का निर्णय लिया है। इस बाबत ग्रीन पूर्णिया के अध्यक्ष डॉक्टर एके गुप्ता ने बताया कि बरसात के मौसम में हर साल कई लोगों के डूबने की घटना सामने आती है। इसको देखते हुए उन्होंने काली घाट पर लोहे की रेलिंग लगाने का निर्णय लिया है। डॉ. गुप्ता ने कहा कि काली घाट पर सैंकड़ों की संख्या में लोग स्थान करने के लिए आते हैं। जिनकी सुरक्षा के लिए उन्होंने रेलिंग लगाने का निर्णय लिया है। काली घाट पर डुबकी लगाने लायक भी पानी नहीं सिटी स्थित काली घाट पर सौरा नदी का जलस्तर इतना कम हो गया है कि जहां कभी लोग आराम से नदी में डुबकी लगाकर स्नान किया करते थे, वहां अब घुटने से भी कम पानी है। जिससे डुबकी तो दूर बैठने पर भी पानी कमर से ऊपर नहीं आता। आलम यह है कि लोग बोतल और लोटा में पानी भरकर स्नान करने को मजबूर हैं। यही हाल रहा तो वह दिन दूर नहीं जब सौरा के बारे में लोग रेणु की कहानियों में ही पढ़ और जान सकेंगे।



2018 में सौरा बचाने के लिए शुरू हुआ था आंदोलन सौरा नदी को बचाने के लिए आज से 6 साल पूर्व भी जनआंदोलन शुरू हुआ था। विधानसभा से लेकर लोकसभा तक सौरा का मुद्दा गुंजा था, वहीं सौरा की रक्षा के लिए शरह के युवा सड़क पर उतरे थे और रैली निकाली थी। इसके बाद सरकार से लेकर प्रशासन तक जागा। लेकिन बीच में कोरोना आने की वजह से पूरा आंदोलन सुस्त पड़ गया। जिसे ग्रीन पूर्णिया ने एक बार फिर से जागृत किया है।