26 सितंबर को मनाया जायेगा विश्व गर्भनिरोधक दिवस, युवाओं में यौन और प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाना जरूरी : सिविल सर्जन
नवादा : हर साल 26 सितंबर को विश्व गर्भनिरोधक दिवस मनाया जाता है। गर्भनिरोधक दिवस का उद्देश्य लोगों के बीच गर्भनिरोधक की जरूरत और साधनों के महत्व पर जागरूकता बढ़ाना है। विशेषकर युवाओं में यौन और प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें बेहतर विकल्प चुनने का मौका प्रदान करना है।
विश्व गर्भनिरोधक दिवस मनाये जाने को लेकर शनिवार को सदर अस्पताल स्थित जिला स्वास्थ्य समिति सभागार में सिविल सर्जन डॉ राम कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक की गयी। इस बैठक में डीपीएम अमित कुमार सहित सभी 14 प्रखंडों में स्थित सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तथा प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक सहित बीसीएम, डीसीएम और पीरामल फांउडेशन के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
सिविल सर्जन ने बताया कि इस दिवस का संचालन सफलतापूर्वक हो, इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा गर्भनिरोधक साधन के इस्तेमाल के प्रति नवविवाहितों और युवाओं में जानकारी दी जाये। पुरुषों को कंडोम के इस्तेमाल करने के प्रति प्रोत्साहित किया जाये तथा महिलाएं विभिन्न प्रकर के गर्भनिरोधक साधनों की जानकारी रखें। महिलाओं पर ही परिवार नियोजन का भार नहीं दिया जाये।
गर्भनिरोधक सेवाओं के प्रति चिकित्सक जागरूकता लायें
सिविल सर्जन ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसव के आने वाली महिलाओं को गर्भनिरोध के बारे में वहां मौजूद एएनएम अथवा आशा अवश्य जानकारी दें। प्रसव तथा गर्भपात के बाद गर्भनिरोधक सेवाओं के प्रति चिकित्सकों की मदद से जागरूकता लायें। प्रसव पश्चात परिवार नियोजन के महत्व के प्रति जागरूक कर सभी प्रसुताओं को उपयुक्त साधन अपनाने के लिये सही और सम्पूर्ण जानकारी और परामर्श दें।
स्वास्थ्य संस्थानों में बनाये जायेंगे कांट्रासेप्टिव कॉर्नर
डीपीएम अमित कुमार ने सभी स्वास्थ्य पदाधिकारियों को अपने संस्थान में कांट्रासेप्टिव कॉर्नर बनाये जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा गुणवत्तापूर्ण गर्भनिरोधक का इस्तेमाल माँ और शिशु दोनों को एक स्वस्थ्य जीवन देता है। गुणवत्तापूर्ण परिवार नियोजन सेवा प्रत्येक प्रसूता महिला का अधिकार होता है। गर्भनिरोधक साधनों के इस्तेमाल के प्रति जागरूकता लाने का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य माता तथा शिशु के मृत्यु दर को शून्य स्तर पर ले जाना है। उन्होंने कहा पीरामल फांउडेशन द्वारा सभी आंकाक्षी प्रखंडों में इस दिवस को लेकर आवश्यक सहयोग प्रदान किया जायेगा।
Sep 24 2023, 16:50