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आदिवासी भारत के पहले निवासी, बीजेपी ने वनवासी कहकर अपमानित किया, राजस्थान में बोले राहुल

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विश्व आदिवासी दिवस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी राजस्थान के मानगढ़ धाम पहुंचे। यहां राहुल गांधदी ने एक सभा को भी संबोधित किया। राहुल गांधी ने कहा- आदिवासियों ने अंग्रेजों की लड़ाई में हिंदुस्तान को बनाने के लिए जो काम किया जो कुर्बानी दी, उसके लिए मैं आप सब को दिल से धन्यवाद देता हूं। आज आदिवासी दिवस की मैं आपको बधाई देता हूं।सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आदिवासी भारत के पहले मालिक हैं। यह जो हमारी जमीन है, जिसे आज हम भारत कहते है, यह जमीन आदिवासियों की जमीन थी। यह मुझे मेरी दादी इंदिरा गांधी ने बताया है, लेकिन भाजपा आदिवासियों को आदिवासी नहीं वनवासी कहती है। यह आदिवासियों और भारत माता का अपमान है।

राहुल गांधी बोले, जब मैं छोटा सा था, तब मेरी दादी इंदिरा गांधी जी ने मुझे किताब दी थी। किताब का नाम पेंडू एक आदिवासी बच्चा था। वो एक आदिवासी बच्चे की जिंदगी के बारे में किताब थी। वह जंगल में किस तरह जीता था। तीर कमान से मच्छी मरता था। उसके माता-पिता किस प्रकार जीते थे। मुझे बहुत अच्छी लगती थी। मैं शायद 45 साल पुरानी बात कह रहा हूं। मैंने दादी से पूछा आदिवासी शब्द का क्या मतलब है। वो आदिवासियों से बहुत प्यार मोहब्बत करती थीं, आपसे बहुत गहरा रिश्ता उनका था। मुझे याद है उन्होंने क्या कहा ? उन्होंने कहा यह हिंदुस्तान के पहले निवासी हैं। जो हमारी भारत की जमीन है यह पहले आदिवासी की जमीन थी।मेरे दिमाग मे ये बात बैठ गई कि आदिवासी इस जमीन के पहले निवासी थे। 

बीजेपी-आरएसएस कहती है कि आदिवासी जंगल में रहें-राहुल गांधी

कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, पहले देश की पूरी जमीन आदिवासियों की हुआ करती थी। आहिस्ते आहिस्ते उनको धकेला गया।वह (भाजपा) कहती है आप आदिवासी नहीं बनवासी हो। यह गलत है बीजेपी और आरएसएस कहती है कि आप जंगल में रहो, आपके बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, इंडस्ट्रियलिस्ट नहीं बनें, हवाई जहाज नहीं उड़ाएं, प्रोफेसर नहीं बने, वो आपके वनवासी का पट्टा बांधना चाहते हैं। वो चाहते हैं आप वन में ही रहो आगे नहीं बढ़ो। वही वन उद्योगपतियों को सौंप दिए। वह चाहते हैं कि आहिस्ता-आहिस्ता जंगल खत्म कर दें और आप कहीं के नहीं रहें। लेकिन, कांग्रेस की सोच है आप और आपके बच्चे आगे बढ़े। 

पीएम चाहते हैं मणिपुर में आग लगी रहे-राहुल गांधी

वहीं, मणिपुर हिंसा पर संसद में सरकार को घेरेन के बाद एक बार फिर राहुल गांधी राजस्थान में भी गरजे। प्रधानमंत्री चाहते हैं कि मणिपुर में आग जलती रहे। तीन माह हो गए, ऐसा लगता है मणिपुर देश का भाग ही नहीं है। मैं रिलीफ कैंप गया, विपक्ष के नेता गए लेकिन पीएम नहीं गए। पीएम मणिपुर पर एक शब्द नहीं बोले। जहां भी ये लोग जाते हैं, किसी न किसी को लड़ा देते हैं। नफरत, हिंसा फैलाएंगे, बाकी लोगों के बारे में गलत शब्द प्रयोग करेंगे।

पीएम तो मणिपुर को भड़काना चाहते हैं-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा, बीजेपी ने मणिपुर में भारत माता की हत्या की। पीएम चाहें तो दो तीन दिन में इस आग को बुझा सकते हैं। सेना को कहें दो दिन में आग बुझा दो तो बुझा सकते हैं। लेकिन, पीएम तो मणिपुर को भड़काना चाहते हैं।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में राहुल गांधी को दिया जवाब


डेस्क: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में राहुल गांधी को जवाब देते हुए कहा कि यहाँ पर भारत माँ की हत्या की बात की गई। मणिपुर आज खंडित नहीं है। मणिपुर भारत का अभिन्न अंग है।

भारत माँ की हत्या पर कांग्रेस ने तली बजाया. कोई अपनी माँ की हत्या पर ताली कैसे बजा सकता हैं। आज साबित हुआ किसके दिल में गद्दारी है। इनके एक गठबंधन पार्टी DMK ने भारत माता को सिर्फ उत्तर भारत बताया। कांग्रेस को और गांधी परिवार की हिम्मत है तो उनसे सवाल पूछें।

क्या भारत केवल उत्तर भारत है?

क्या कांग्रेस देश का विभाजन चाहती है? कश्मीर में पंडितों पर हत्याचार पर कांग्रेस कभी नहीं बोली। क्या कश्मीर की आवाज़ देश की आवाज़ नहीं है।

सिख दंगों में लोगों की बेहरहमी से हत्या की गई। महिलाओं के साथ रेप किया गया। कांग्रेस सिखों की हत्यारी है। इनका बस चले तो यह धारा 370 पुनः स्थापति कर दें।

 धारा 370 के चलते कश्मीर में बेटियों को कोई अधिकार नहीं था। कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद शांति पहुँची है। राजस्थान के भीलवाड़ा में एक 14 साल की बच्ची का रेप कर भट्टी में जला दिया गया। उस पर कुछ क्यों नहीं बोलते हैं। असम में जब हिंसा हुआ करती थी तो हिंसा रोकने के लिए सेना तक नहीं भेजती थी।

 तब कांग्रेस के सीएम तरुण गुगोई ने खुद बोला कि केंद्र की कांग्रेस सरकार कोई मदद नहीं करती थी। असम के नरसंहार पर कांग्रेस क्यों चुप रहती थी?

आपातकाल के दौरान महिलाओं के साथ हत्याचार हुआ। यूपीए के दौरान खुले में सोच जाने से महिलाओं के साथ बलात्कार के मामले हो रहे थे। इस विषय में रिपोर्ट भी इनकी सरकार को दी गई लेकिन इन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।

 आज देश के हर महिला को शौचालय देने काम मोदी सरकार ने किया। हम शौचालय की बात करते हैं तो यह हंसते हैं। जनधन योजना के तहत 23 करोड़ महिलाओं का अकाउंट खुला। मोदी सरकार महिलाओं की मददगार। आज हर किसान के खाते में पैसा पहुँच रहा है। राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग पर विश्वास जताया। राजस्थान में अड़ानी को निवेश के लिए क्यों बुलाया?

अड़ानी को राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने जमीन क्यों दी? राहुल गांधी ने अभद्रता की। सदन में फ्लाइंग किस कर के गए।

“चंदा मामा” के और करीब पहुंचा इसरो का चंद्रयान-3, तीसरी कक्षा में सफल एंट्री, जानें अब कितना दूर

#chandrayaan_3_gets_closer_to_the_moon

चंद्रयान-3 को लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान की ओर से एक और शुभ समाचार आया है। चंद्रयान-3 चांद के और करीबी कक्षा में पहुंच गया है। इसरो ने बताया कि चंद्रयान-3 स्पेसक्राफ्ट ने चांद की कक्षा बदलने की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया।चंद्रयान-3 को चंद्रमा की तीसरी ऑर्बिट में पहुंचा दिया है।इसरो के एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।

इसरो ने एक ट्वीट में कहा, "चंद्रयान-3 अब चांद की सतह के और करीब है। चंद्रयान-3 के ऑर्बिट कम करने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब इसकी दूरी 174 किमी*1437 किमी रह गई है।" इसरो ने कहा कि अब यान का चांद की कक्षा बदलने से जुड़ा ऑपरेशन 14 अगस्त को दिन में 11.30 से 12.30 के बीच होगा। जैसे-जैसे मिशन आगे बढ़ रहा है चंद्रयान-3 को चांद की कक्षा में और नीचे उतारने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है, ताकि इसे चांद के ध्रुव पर पहुंचाया जा सके। 

अब 14 अगस्त का इंतजार

इसरो ने 9 अगस्त को दोपहर एक बजकर 40 मिनट पर ऑर्बिट में बदलाव किया। यानी चंद्रयान-3 के थ्रस्टर्स को ऑन किया गया था। बता दें कि यह 5 अगस्त 2023 को जब चंद्रमा की पहली कक्षा में चंद्रयान-3 पहुंचा था। उस समय उसने चांद से पहली तस्वीरें भेजी थीं। चंद्रयान-3 को चरणबद्ध तरीके से चंद्रमा के पास ले जाया जा रहा है। आज चंद्रयान-3 के चंद्रमा की तीसरी कक्षा में प्रविष्ट कराए जाने के बाद 14 अगस्त और 16 अगस्त को इसे क्रमश: चौथी और पांचवीं कक्षा में पहुंचाने की कोशिश की जाएगी। इसके बाद, लैंडर पर डी-आर्बिटिंग कवायद की जाएगी। 

23 अगस्त को चांद में कहां लैंड करेगा चंद्रयान-3?

चंद्रयान -3 की चांद के सतह पर कदम रखने की तारीख 23 अगस्त मुकर्रर है। इसरो ने बताया कि लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंड करेगा। अगर सब सही रहा तो शाम के 5:45 बजे चंद्रयान-3 चांद की सतह को छू लेगा। तीन पहले 20 अगस्त को चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल की रात पौने दो बजे डीऑर्बिटिंग होगी।

क्या केरल का नाम बदल कर हो जाएगा “केरलम”, विधानसभा में प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित

#kerala_name_change_now_keralam_officially_resolution_passed

केरल विधानसभा ने राज्य का नाम आधिकारिक रूप से बदलकर ‘केरलम’ करने का केंद्र से आग्रह करने संबंधी प्रस्ताव बुधवार को सर्वसम्मति से पारित कर दिया।यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पेश किया।इस प्रस्ताव में केंद्र सरकार से भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाओं में राज्य का नाम बदलकर ‘केरलम’ करने का आग्रह किया। इस प्रस्ताव को कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी यूडीएफ (संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा) ने किसी संशोधन या बदलाव का सुझाव दिए बगैर स्वीकार कर लिया।

मलयालम में कहा जाता केरलम

मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि राज्य को मलयालम में ‘केरलम’ कहा जाता है, लेकिन अन्य भाषाओं में यह अब भी केरल ही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम के समय से ही मलयालम भाषी समुदायों के लिए एकजुट केरल बनाने की आवश्यकता मजबूती से उभरी है। विजयन ने कहा कि संविधान की पहली अनुसूची में हमारे राज्य का नाम केरल लिखा हुआ है।

मुख्यमंत्री ने कहा, लेकिन संविधान की पहली अनुसूची में हमारे राज्य का नाम केरल लिखा हुआ है। उन्होंने कहा, यह विधानसभा केंद्र सरकार से सर्वसम्मति से अनुरोध करती है कि वह संविधान के अनुच्छेद तीन के तहत इसे संशोधित करके ‘केरलम’ करने के लिए तत्काल कदम उठाए और संविधान की आठवीं अनुसूची में उल्लिखित सभी भाषाओं में इसका नाम बदलकर ‘केरलम’ करे।

स्मृति ईरानी का बड़ा आरोप, राहुल गांधी ने संसद से जाते वक्त किए 'फ्लाइंग किस' के इशारे

#smriti_irani_alleges_rahul_gave_flying_kiss_to_women

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा आरोप लगाया है। स्मृति ईरानी ने दावा किया है कि अपना भाषण खत्म कर संसद से बाहर जाते समय राहुल गांधी ने महिला सांसदों को लक्ष्य करके फ्लाइंग किस के इशारे किए।राहुल गांधी की सांसदी बहाल होने के बाद आज वह संसद में बोले। आज सदन में भाषण के दौरान राहुल गांधी ने सरकार पर जोरदार हमला बोला। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए राहुल ने भाषण दिया और वह अपने भाषण के बाद संसद से चले गए।इसके बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने वक्तव्य में राहुल पर जमकर हमला बोला। स्मृति ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने अभद्रता के इशारे किए। उन्होंने कहा कि राहुल सदन से जाते वक्त फ्लाइंग किस का इशारा कर के गए। इस घटना को लेकर स्पीकर ओम बिरला के समक्ष शिकायत भी की गई है। 

लोकसभा में बोलते हुए केंद्रीय महिला एंव बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, मुझ से पहले जिनको यहां बोलने का मौका मिला उन्होंने आज असभ्यता का परिचय दिया है। उन्होंने अपना भाषण खत्म करने के बाद अभद्र व्यवहार किया।उन्होंने उस संसद में फ्लाइंग किस उछाला जिस संसद में महिला भी बैठी हुई हैं। ऐसा व्यवहार सिर्फ एक स्त्री द्वेषी व्यक्ति ही कर सकता है।स्मृति ईरानी ने कहा, ऐसा गरिमा विहीन आचरण इस देश के सदन में कभी नहीं देखा गया। ये उस खानदान के लक्षण हैं यह सदन में आज देश को पता चला है।

स्मृति ईरानी के बयान के बाद राहुल गांधी से जुड़ा ये मामला काफी बड़ा हो गया है। करीब 22 महिला सांसदों ने स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी है और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने स्पीकर से शिकायत इसकी शिकायत की है। उन्होंने संसद में राहुल के अनुचित व्यवहार को लेकर शिकायत दी है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद शोभा करंदलाजे ने कहा, "सभी महिला सदस्यों को फ्लाइंग किस देकर राहुल गांधी चले गए। यह सरासर एक सदस्य का दुर्व्यवहार है। यह एक सदस्य का अनुचित एवं अशोभनीय व्यवहार है।

स्मृति ईरानी का बड़ा आरोप, राहुल गांधी ने संसद से जाते वक्त किए 'फ्लाइंग किस' के इशारे

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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा आरोप लगाया है। स्मृति ईरानी ने दावा किया है कि अपना भाषण खत्म कर संसद से बाहर जाते समय राहुल गांधी ने महिला सांसदों को लक्ष्य करके फ्लाइंग किस के इशारे किए।राहुल गांधी की सांसदी बहाल होने के बाद आज वह संसद में बोले। आज सदन में भाषण के दौरान राहुल गांधी ने सरकार पर जोरदार हमला बोला। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए राहुल ने भाषण दिया और वह अपने भाषण के बाद संसद से चले गए।इसके बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने वक्तव्य में राहुल पर जमकर हमला बोला। स्मृति ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने अभद्रता के इशारे किए। उन्होंने कहा कि राहुल सदन से जाते वक्त फ्लाइंग किस का इशारा कर के गए। इस घटना को लेकर स्पीकर ओम बिरला के समक्ष शिकायत भी की गई है। 

लोकसभा में बोलते हुए केंद्रीय महिला एंव बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, मुझ से पहले जिनको यहां बोलने का मौका मिला उन्होंने आज असभ्यता का परिचय दिया है। उन्होंने अपना भाषण खत्म करने के बाद अभद्र व्यवहार किया।उन्होंने उस संसद में फ्लाइंग किस उछाला जिस संसद में महिला भी बैठी हुई हैं। ऐसा व्यवहार सिर्फ एक स्त्री द्वेषी व्यक्ति ही कर सकता है।स्मृति ईरानी ने कहा, ऐसा गरिमा विहीन आचरण इस देश के सदन में कभी नहीं देखा गया। ये उस खानदान के लक्षण हैं यह सदन में आज देश को पता चला है।

स्मृति ईरानी के बयान के बाद राहुल गांधी से जुड़ा ये मामला काफी बड़ा हो गया है। करीब 22 महिला सांसदों ने स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी है और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने स्पीकर से शिकायत इसकी शिकायत की है। उन्होंने संसद में राहुल के अनुचित व्यवहार को लेकर शिकायत दी है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद शोभा करंदलाजे ने कहा, "सभी महिला सदस्यों को फ्लाइंग किस देकर राहुल गांधी चले गए। यह सरासर एक सदस्य का दुर्व्यवहार है। यह एक सदस्य का अनुचित एवं अशोभनीय व्यवहार है।

राहुल गांधी को आवंटित बंगला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ददिहाल का बंगला है, कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी सांसद रविकिशन पर बोला करारा हमला


कांग्रेस नेता और पार्टी की सोशल मीडिया इंचार्ज सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी सांसद रविकिशन पर करारा हमला बोला है और पूछा है कि क्या राहुल गांधी को आवंटित बंगला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ददिहाल का बंगला है। दरअसल, बीजेपी सांसद ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा था कि यह मोदी जी का बड़प्पन है कि सजा पर रोक के बावजूद राहुल गांधी को बंगला आवंटित कर दिया गया।

रविकिशन ने कहा, "यह देखिए यशस्वी प्रधानमंत्री और भाजपा का बड़प्पन कि आपकी सजा स्टे पर है, फिर भी आपको बंगला दे दिया है। कभी तो आपको अच्छे काम के लिए तारीफ करनी चाहिए। आप लोगों की घमंडिया पार्टी बनी है, लेकिन फिर भी नए बंगले के लिए आपको बहुत मुबारकबाद।"

इस पर सुप्रिया श्रीनेत ने जवाब दिया है, "अपने ददिहाल का बंगला दे रहे हैं मोदी जी? सांसद को बंगला जनता के वोट से मिलता है - मोदी जी की दया से नहीं। अक्ल से पैदल एक और भाजपा के शिरोमणि!"

बता दें कि मोदी सरनेम मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों गुजरात कोर्ट के उस फैसले पर रोक लगा दी थी, जिसमें राहुल गांधी को दो साल की अधिकतम सजा सुनाई गई थी। इस सजा की वजह से राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता चली गई थी।

इस कारण उन्हें आवंटित बंगला भी वापस ले लिया गया था लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उनकी सांसदी बहाल हुई तो उन्हें बंगला भी आवंटित कर दिया गया। बीजेपी सांसद ने इसे मोदी जी का बड़प्पन करार दिया था, जिस पर कांग्रेस ने ऐतराज जताते हुए करार जवाब दिया है।

लोकसभा में स्मृति ईरानी ने उठाया कश्मीरी पंडितों का मुद्दा तो संसद छोड़कर निकले राहुल गांधी, हुआ जबरदस्त हंगामा


लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दिए गए संबोधन को लेकर सदन में ही जबरदस्त हंगामा हुआ। राहुल गांधी के तुरंत पश्चात् उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी में हराने वालीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भाषण आरम्भ किया। उन्होंने कहा कि आप हिंदुस्तान नहीं हैं,

भारत मेरिट पर भरोसा करता है, वंशवाद पर नहीं। उन्होंने कहा कि पहली बार भारत मां की हत्या की बात तथा कांग्रेस पार्टी यहां पर तालियां बजाती रही। जो भारत की हत्या की बात पर कांग्रेस पार्टी ने ताली पीटी है विपक्षी सदस्यों ने। यहां आज हिंदुस्तानी होने के नाते कहती हूं कि मणिपुर खंडित नहीं है, विभाजित नहीं है, मेरे देश का अंग है।

मैं इनसे पूछती हूं, इन्हीं के गठबंधन के एक सदस्य बैठे हैं, जो तमिलनाडु में बोलते हैं कि भारत का मतलब मात्र उत्तर भारत। क्या भारत सिर्फ उत्तर भारत है, अगर दम है तो अपने सहयोगी को मुंहतोड़ जवाब दें।

 कहा कि यदि राहुल गांधी में हिम्मत है तो भारत पर इस प्रकार का कटाक्ष करने वाले इस नेता का खंडन करके बताएं। कांग्रेस के एक नेता ने अदालत में जाकर वक्तव्य दे दिया कि कश्मीर में जनमत संग्रह होना चाहिए। यदि हिम्मत है गांधी खानदान में है तो कांग्रेस के उस नेता का वक्तव्य क्यों है। आप भारत नहीं हैं। क्या भारत विभाजित हो, यह कांग्रेस के नेतृत्व के निर्देश के अनुसार है? हमारे राष्ट्र के संसदीय इतिहास में आज तक भारत मां की हत्या की बात करने वाले कभी भी बैठकर मेज नहीं थपथपाते। इन्होंने मेज थपथपाई है। ये बात करते हैं इंसाफ की? यह चेहरा धूमिल है। मैं बताऊं किसका चेहरा है?

वही फिर स्मृति ईरानी ने कश्मीरी पंडितों की दास्तान सुनाने लगी तो राहुल गांधी संसद से चले गए। स्मृति ईरानी ने कहा कि यह चेहरा गिरिजा टिक्कू का है। कश्मीरी पंडितों की दास्तान सुन लीजिए। 90 के दशक में एक महिला यूनिवर्सिटी में अपना चेक लेने जाते हैं।

बस से घर लौटने का प्रयास करते हैं। 5 मर्द खींचकर ले जाते हैं, बलात्कार करते हैं और आरी से बदन काट देते हैं। जब गिरिजा टिक्कू के जीवन पर एक फिल्म में दिखाया गया तो कांग्रेस के कुछ प्रवक्ताओं ने उसे प्रपोगैंडा कहा। आप नहीं चाहते कश्मीरी पंडितों की दास्तान सुनाई जाए। सरला बट्ट को भी अगवा कर गैंगरेप किया गया था। ये आप अपने आप को इंसाफ का पुजारी बताते हैं, लेकिन मुझे बताइए कि गिरिजा टिक्कू और सरला बट्ट को कब इंसाफ मिलेगा? तब वहां यह नारा दिया जाता था कि या तो धर्म बदलो, या कश्मीर छोड़ो या यहीं मरो।

राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तीखा प्रहार, कहा- आपने मणिपुर में भारत माता की हत्या की

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केन्द्र की मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में पहले अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रही है। सरकार के खिलाफ इस अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में चर्चा में भाग लिया। राहुल गांधी ने कहा, स्पीकर महोदय मैं आपसे माफी मांगना चाहता हूं। मैंने पिछली बार अडानी के मुद्दे पर जोर से बोला था। उससे सीनियर नेता को कष्ट हुआ। लेकिन आपको अब डरने की जरूरत नहीं है। कोई घबराने की जरूरत नहीं है। आज मैं अडानी पर नहीं बोलने जा रहा है। बीजेपी की ओर इशारा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि 'आप लोग डरें नहीं, रिलेक्स रहें।

कांग्रेस सांसद ने बोलना जारी रखते हुए कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बहुत सारे लोगों ने बोला तुम क्यों चल रहे हो? शुरुआत में मेरे मुंह से जवाब नहीं निकलता था। शायद मुझे ही नहीं मालूम था कि मैंने ये यात्रा क्यों शुरू की थी। जब मैंने कन्याकुमारी से यात्रा शुरू की मैं सोच रहा था मैं लोगों के बीच जाना चाहता हूं, लोगों को समझना चाहता हूं, पर मुझे स्पष्ट मालूम नहीं था मैं क्या चाहता हूं। पर कुछ दिनों में मुझे समझ में आने लगा कि जिस चीज से मुझे प्यार था, जिस चीज के लिए मैं करने के लिए तैयार हूं, जिस चीज के लिए मैं मोदी जी के जेल जाने के लिए तैयार हूं, उस चीज को मैं समझना चाहता हूं। राहुल ने कहा, "जब मैंने यात्रा शुरू की थी दो तीन दिन में मेरे घुटने में दर्द शुरू हो गया। हर कदम में दर्द। पहले दो तीन दिनों में जो अहंकार था, भेड़िया जो निकला था वो चींटी बन गया।"

हमें अहंकार, नफरत को मिटाना पड़ेगा-राहुल गांधी

राहुल ने कहा कि कोई कहता है यह देश अलग जमीन है, अलग मिट्टी, धर्म है, सोना है, चांदी है, मगर सच्चाई यह है कि यह देश सिर्फ एक आवाज है। अगर हमें इस आवाज को सुनना है तो हमारे दिल में जो अहंकार है, जो सपने हैं, उन्हें हमें परे करना होगा। तब हमें हिंदुस्तान की आवाज सुनाई देगी। अब आप कहेंगे कि यह बात मैंने अविश्वास प्रस्ताव में क्यों रखी? भारत इस देश के सब लोगों की आवाज है। हमें अहंकार, नफरत को मिटाना पड़ेगा। 

आपने भारत माता की हत्या मणिपुर में की-राहुल गांधी

राहुल ने कहा, जैसे मैंने भाषण की शुरुआत में बोला भारत एक आवाज है। भारत हमारी जनता की आवाज है। दिल की आवाज है। उस आवाज की हत्या आपने मणिपुर में की। इसका मतलब आपने भारत माता की हत्या मणिपुर में की। राहुल ने कहा, कुछ दिन पहले मणिपुर गया। लेकिन हमारे पीएम नहीं गए। क्योंकि उनके लिए मणिपुर भारत नहीं है। मणिपुर की सच्चाई है कि मणिपुर नहीं बचा है। मैं राहत शिविरों में गया हूं, मैंने वहां महिलाओं से बात की। मणिपुर को आपने तोड़ दिया है।

बीजेपी की राजनीति ने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या-राहुल गांधी

इस दौरान स्पीकर ओम बिरला ने राहुल को टोका और कहा कि उन्हें आदर से बात करनी चाहिए। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि मैं अपनी मां की हत्या की बात कर रहा हूं। मैं आदर से बोल रहा हूं। मेरी एक मां यहां बैठी है। दूसरी मां को मणिपुर में मारा है।हिंदुस्तान की सेना चाहे तो मणिपुर में एक दिन में शांति बहाल कर सकती है। सरकार मणिपुर में शांति नहीं चाहती है। मोदी देश की आवाज नहीं सुनते। बीजेपी की राजनीति ने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है। तुम देशद्रोही हो, राष्ट्रद्रोही हो, आपने भारत माता की हत्या की है। आप भारत माता के रखवाले नहीं हो, भारत माता के हत्यारे हो।

एनसीपी प्रमुख शरद पवार का बड़ा खुलासा, बोले- 'बाबरी गिरने से पहले मैंने नरसिम्हा राव को कहा था की

 NCP प्रमुख शरद पवार ने खुलासा किया कि रामजन्मभूमि आंदोलन जब जोर पकड़ रहा था तब उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को सलाह दी थी कि उन्हें भाजपा के वादे पर विश्वास नहीं करना चाहिए कि बाबरी मस्जिद को कुछ नहीं होगा। शरद पवार ने कहा कि तब तत्कालीन भाजपा नेता विजया राजे सिंधिया ने तत्कालीन पीएम पीवी नरसिम्हा राव को आश्वासन दिया था कि बाबरी मस्जिद को कुछ नहीं होगा। राव ने अपने मंत्रियों की सलाह के खिलाफ उनकी बात पर भरोसा किया था। शरद पवार नरसिम्हा राव सरकार में रक्षा मंत्री थे। वरिष्ठ पत्रकार नीरजा चौधरी की किताब 'हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड' के विमोचन पर बाबरी मस्जिद विध्वंस के वक़्त रक्षा मंत्री रहे पवार ने कहा कि वह तत्कालीन गृह मंत्री शंकरराव चव्हाण एवं गृह सचिव माधव गोडबोले के साथ उस बैठक में मौजूद थे। पवार ने दावा किया कि उस बैठक में विजया राजे सिंधिया ने तत्कालीन प्रधानमंत्री राव को आश्वासन दिया था कि बाबरी मस्जिद को कुछ नहीं होगा।  

NCP सुप्रीमो ने कहा कि गृहमंत्री और गृह सचिव को लगा कुछ भी हो सकता है, किन्तु नरसिम्हा राव ने सिंधिया पर भरोसा करना चुना। शरद पवार ने उस घटनाक्रम को इस तरह बताया। "मंत्रियों का एक समूह था, उस समूह का मैं एक सदस्य था। इस बैठक में विजया राजे सिंधिया ने कहा था कि बाबरी मस्जिद को कुछ नहीं होगा, विजया राजे ने कहा था कि वे लोग सभी आवश्यक कदम उठाएंगे और प्रधानमंत्री को सख्त कदम नहीं उठाने चाहिए।" शारद पवार ने कहा कि विजया राजे का सुझाव प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने स्वीकार कर लिया, तत्पश्चात, गृह मंत्री, गृह सचिव और स्वयं शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को सलाह दी थी कि उन्हें भाजपा नेतृत्व की बातों पर विश्वास नहीं करना चाहिए, कुछ भी हो सकता है। शरद पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भाजपा नेताओं की बात पर विश्वास करना पसंद किया और इसके बाद क्या हम सभी जानते हैं।

कार्यक्रम के चलते पत्रकार नीरजा चौधरी ने मस्जिद विध्वंस के पश्चात् राव की कुछ वरिष्ठ पत्रकारों के साथ हुई बातचीत को याद किया, जहां पीएम से पूछा गया था कि विध्वंस के समय वह क्या कर रहे थे। चौधरी ने दावा किया कि राव ने मीडिया से कहा था कि उन्होंने ऐसा होने दिया क्योंकि इससे एक गंभीर घाव खत्म हो जाएगा तथा उन्हें लगा कि बीजेपी अपना मुख्य राजनीतिक कार्ड खो देगी। इस पुस्तक के विमोचन में शरद पवार के अतिरिक्त, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, कांग्रेस नेता शशि थरूर, पूर्व रेल मंत्री और भाजपा नेता दिनेश त्रिवेदी और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने किया। वहीं दिनेश त्रिवेदी ने पीएम के रूप में राजीव गांधी के समय और उनके प्रमुख सलाहकारों में से एक अरुण नेहरू की भूमिका को याद किया। त्रिवेदी ने कहा, "अरुण नेहरू परिवार की तरह थे।।। वह सबसे अच्छे दौर में से एक था तथा यदि यह जारी रहता तो चीजें बहुत अलग होती।" 

मनमोहन सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि अन्ना हजारे आंदोलन को ठीक से नहीं संभाल पाना, कांग्रेस के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के पतन की वजह बना। उन्होंने कहा, "सरकार के पतन का कारण पहले हुए घोटाले, 2जी... हमने अन्ना आंदोलन को ठीक से नहीं संभाला, इसी के कारण कांग्रेस सरकार का पतन हुआ।" उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह आम सहमति बनाने में अच्छे थे एवं उन्होंने परमाणु समझौते का भी उल्लेख किया। नीरजा चौधरी की पुस्तक ऐतिहासिक महत्व के 6 फैसलों से देश के प्रधानमंत्रियों की कार्यशैली का विश्लेषण करती है। 1977 में आपातकाल के पश्चात् अपनी अपमानजनक हार के पश्चात् 1980 में पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी की सत्ता में वापसी, शाहबानो मामले में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को रद्द करने का राजीव गांधी का फैसला, वीपी सिंह द्वारा मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू करना, पीएम के रूप में पीवी नरसिम्हा राव की भूमिका पुस्तक में चर्चा किए गए विषयों में बाबरी मस्जिद घटना और अटल बिहारी वाजपेयी एवं मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकारें सम्मिलित हैं।