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सदस्यता बहाली के बाद राहुल गांधी को मिला सरकारी बंगला, लोकसभा की हाउस समिति ने किया तुगलक लेन वाला पुराना घर ही किया आवंटित

#rahulgandhiallottedbungalowof12tughlaq_lane

पहले सांसदी मिली अब सरकारी बंगला भी। लोकसभा की सदस्यता फिर से हासिल करने के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अपना बंगला वापस मिलेगा। लोकसभा की हाउस सीमिति ने राहुल को उनका पुराना 12 तुगलक लेन बंगला आवंटित किया है।

लोकसभा की हाउस सीमिति ने राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने के बाद मंगलवार को उनको पुराना सरकारी आवास आवंटित कर दिया है। इससे पहले 'मोदी उपनाम' टिप्पणी मामले में चार अगस्त को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बड़ी राहत मिली थी। सर्वोच्च न्यायालय ने एक अंतरिम आदेश जारी कर उनकी सजा पर रोक लगा दी थी। इस फैसले के बाद सोमवार को लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता भी बहाल कर दी गई थी।

राहुल बोले- मेरा घर पूरा हिंदुस्तान

इस बीच राहुल गांधी असम कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक के लिए एआईसीसी मुख्यालय पहुंचे। जब कांग्रेस सांसद से अपना आधिकारिक आवास वापस पाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरा घर पूरा हिंदुस्तान है।

22 अप्रैल को बंगला किया था खाली

बता दें कि राहुल गांधी का पहले आधिकारिक निवास 2005 से राष्ट्रीय राजधानी में 12, तुगलक लेन बंगला था। करीब 19 साल तक ये उनका आधिकारिक आवास था। 23 मार्च को दोषी ठहराए जाने के एक महीने बाद 22 अप्रैल को अपना सरकारी आवास खाली कर दिया था। गुजरात की जिला अदालत द्वारा दो साल की सजा मिलने के बाद राहुल गांधी को सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था।अयोग्यता के बाद, सांसदों को अधिकतम एक महीने की अवधि के लिए अपने आधिकारिक आवास को बनाए रखने की अनुमति होती है।

मोदी सरनेम को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर उनकी सजा पर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार चार अगस्त को रोक लगा दी थी। जस्टिस बी आर गवई, जस्टिस पी एस नरसिम्हा और जस्टिस संजय कुमार की बेंच ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि निचली अदालत के जज ने राहुल गांधी को दोषी ठहराते समय कोई कारण नहीं बताया, सिवाय इसके कि उन्हें अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट ने चेतावनी दी थी। लोकसभा की सदस्यता बहाल होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को निचले सदन की बैठक में शामिल हुए। मानहानि के एक मामले में गुजरात की एक अदालत ने उनको दोषी करार दिया था, जिसके बाद 24 मार्च को उन्हें लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराया गया था।

लूना-25 के साथ चंद्रमा पर वापसी की तैयारी में रूस, 11 अगस्त को लॉन्च करेगा मिशन मून

#russiatolaunchluna25moonmission

भारत अपने चंद्रयान-3 के साथ मिशन मून पर निकल चुका है। चंद्रयान-3 5 अगस्त चंद्रमा के ऑर्बिट में पहुंच भी चुका है। भारत की इस सफलता पर दुनियाभर के देशों की नजर है।भारत के इस कदम से रूस एक बार फिर उत्साह में है और चांद की ओर बड़ा कदम बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। लगभग 50 साल के अंतराल के बाद रूस चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर रोवर उतारने वाला पहला देश बनने की दौड़ में शामिल होने की योजना बना रहा है।बताया जा रहा है कि रूस 11 अगस्त को चांद के लिए मिशन लूना-25 लॉन्च कर सकता है। रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ने भी इसकी पुष्टि की है।रूस इससे पहले 1976 में चांद पर मिशन लूना-24 उतार चुका है।

रोस्कोस्मोस ने इस संबंध में बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि प्रक्षेपण 11 अगस्त को होगा। इसे राजधानी मॉस्को से लगभग 5,550 किमी पूरब में स्थित वोस्तोचनी कोस्मोड्रोम से लॉन्च किया जाएगा। इसे सोयुज-2 रॉकेट के जरिए प्रक्षेपित किया जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके लिए वहां एक गांव को खाली कराया जाएगा। रूसी स्पेस एजेंसी ने अपने बयान में यह भी बताया है कि लूना-25 का उद्देश्य चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग टेस्टिंग करना, मिट्टी और पानी के नमूने लेना और उनका विश्लेषण करना है। साथ ही दीर्घकालिक वैज्ञानिक अनुसंधान करना भी है। 

पहले किससे कदम पड़ेंगे?

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने कहा है कि वह 23 अगस्त के आसपास चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग करने की योजना बना रहे हैं। ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक वहीं रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ने कहा कि उसके लूना-25 (Luna-25) अंतरिक्ष यान को चंद्रमा तक उड़ान भरने में पांच दिन लगेंगे। इसके बाद वह 5-7 दिन चांद की ऑर्बिट में रहेगा। इसके बाद चांद पर उतरेगा। यानी इसका चांद पर उतरने का समय करीब-करीब वही रहेगा या कुछ घंटे पहले का रहेगा, जब हमारा चंद्रयान-3 चांद की धरती पर उतरेगा।

लूना-25 मिशन में लगभग दो साल की देरी

मूल रूप से अक्टूबर 2021 में लॉन्च किए जाने वाले लूना-25 मिशन में लगभग दो साल की देरी हुई है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने अपने पायलट-डी नेविगेशन कैमरे को लूना-25 से जोड़कर उसका परीक्षण करने की योजना बनाई थी। मगर पिछले साल फरवरी में रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद उसने इस परियोजना से अपना नाता तोड़ लिया।

चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचेगा पहला लैंडर

बता दें कि लगभग एक महीने पहले मून लैंडर की निर्माता और रूसी एयरोस्पेस कंपनी एनपीओ लावोचकिना ने घोषणा की थी कि लूना-25 अंतरिक्ष यान के निर्माण पर काम पूरा हो गया है। रूस की अंतरिक्ष एजेंसी का दावा है कि यह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला लैंडर होगा।

लूना-25 के साथ चंद्रमा पर वापसी की तैयारी में रूस, 11 अगस्त को लॉन्च करेगा मिशन मून

#russiatolaunchluna25moonmission

भारत अपने चंद्रयान-3 के साथ मिशन मून पर निकल चुका है। चंद्रयान-3 5 अगस्त चंद्रमा के ऑर्बिट में पहुंच भी चुका है। भारत की इस सफलता पर दुनियाभर के देशों की नजर है।भारत के इस कदम से रूस एक बार फिर उत्साह में है और चांद की ओर बड़ा कदम बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। लगभग 50 साल के अंतराल के बाद रूस चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर रोवर उतारने वाला पहला देश बनने की दौड़ में शामिल होने की योजना बना रहा है।बताया जा रहा है कि रूस 11 अगस्त को चांद के लिए मिशन लूना-25 लॉन्च कर सकता है। रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ने भी इसकी पुष्टि की है।रूस इससे पहले 1976 में चांद पर मिशन लूना-24 उतार चुका है।

रोस्कोस्मोस ने इस संबंध में बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि प्रक्षेपण 11 अगस्त को होगा। इसे राजधानी मॉस्को से लगभग 5,550 किमी पूरब में स्थित वोस्तोचनी कोस्मोड्रोम से लॉन्च किया जाएगा। इसे सोयुज-2 रॉकेट के जरिए प्रक्षेपित किया जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके लिए वहां एक गांव को खाली कराया जाएगा। रूसी स्पेस एजेंसी ने अपने बयान में यह भी बताया है कि लूना-25 का उद्देश्य चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग टेस्टिंग करना, मिट्टी और पानी के नमूने लेना और उनका विश्लेषण करना है। साथ ही दीर्घकालिक वैज्ञानिक अनुसंधान करना भी है। 

पहले किससे कदम पड़ेंगे?

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने कहा है कि वह 23 अगस्त के आसपास चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग करने की योजना बना रहे हैं। ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक वहीं रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ने कहा कि उसके लूना-25 (Luna-25) अंतरिक्ष यान को चंद्रमा तक उड़ान भरने में पांच दिन लगेंगे। इसके बाद वह 5-7 दिन चांद की ऑर्बिट में रहेगा। इसके बाद चांद पर उतरेगा। यानी इसका चांद पर उतरने का समय करीब-करीब वही रहेगा या कुछ घंटे पहले का रहेगा, जब हमारा चंद्रयान-3 चांद की धरती पर उतरेगा।

लूना-25 मिशन में लगभग दो साल की देरी

मूल रूप से अक्टूबर 2021 में लॉन्च किए जाने वाले लूना-25 मिशन में लगभग दो साल की देरी हुई है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने अपने पायलट-डी नेविगेशन कैमरे को लूना-25 से जोड़कर उसका परीक्षण करने की योजना बनाई थी। मगर पिछले साल फरवरी में रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद उसने इस परियोजना से अपना नाता तोड़ लिया।

चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचेगा पहला लैंडर

बता दें कि लगभग एक महीने पहले मून लैंडर की निर्माता और रूसी एयरोस्पेस कंपनी एनपीओ लावोचकिना ने घोषणा की थी कि लूना-25 अंतरिक्ष यान के निर्माण पर काम पूरा हो गया है। रूस की अंतरिक्ष एजेंसी का दावा है कि यह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला लैंडर होगा।

महाकाल मंदिर के पुजारियों ने OMG 2 फिल्म से मंदिर के सभी दृश्यों को तत्काल हटाने को भेजा नोटिस, थम नहीं रहा विवाद, कहा, भक्तों की भावनाएं हो रह


बॉलीवुड फिल्मों के मशहूर अभिनेता अक्षय कुमार अभिनित फिल्म ओह माय गॉड 2 को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब महाकाल मंदिर के पुजारियों ने फिल्म के निर्माताओं को लीगल नोटिस भेज कर फिल्म से महाकाल मंदिर में शूट किए गए सभी दृश्यों को तत्काल हटाने के लिए कहा है। पुजारियों ने फिल्म को A सर्टिफिकेट दिये जाने को लेकर भी आपत्ति व्यक्त की है।

संतों का कहना है की फिल्म में अश्लीलता परोसने के अतिरिक्त यदि महाकाल मंदिर के शॉट्स भी नजर आए तो देशभर में फिल्ममेकर, डायरेक्टर और अभिनेता अक्षय कुमार के खिलाफ प्रदर्शन होगा। FIR भी दर्ज कराई जाएगी। उज्जैन में ओह माय गॉड 2 फिल्म का महाकाल मंदिर के पुजारी और संत निरंतर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है की फिल्म को A सर्टिफिकेट दिया गया है। तत्पश्चात, अब 18 वर्ष से कम उम्र के युवा इस फिल्म को देख नहीं पाएंगे। साधू-संतों का आरोप है कि फिल्म में भगवान शिव का रूप गलत तरीके से दिखाया गया है। उन्हें बाजार में दुकान से कचौरी खरीदते दिखाया गया है। यह भगवान महादेव के भक्तों की भावनाएं आहत करता है। इस फिल्म का प्रसारण 11 अगस्त को सिनेमाघरों में होगा। इस पर महाकाल मंदिर के पुजारियों का कहना है कि ऐसा प्रतीत होता है कि इस फिल्म में अश्लील सीन हैं। महाकाल मंदिर के साथ इस प्रकार के दृश्य स्वीकार्य नहीं हैं।

महाकाल मंदिर के मुख्य पुजारी महेश शर्मा द्वारा यह नोटिस फिल्म डायरेक्टर अमित राय, निर्माता विपुल शाह एवं चंद्रप्रकाश द्विवेदी, एक्टर अक्षय कुमार के अतिरिक्त सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून कुमार जोशी को भेजा गया है। अखिल भारतीय पुजारी महासंघ की तरफ से हाईकोर्ट के अधिवक्ता अभिलाष व्यास ने यह नोटिस 7 अगस्त को भेजा है। इसमें कहा गया है कि पत्र मिलने के 24 घंटे के अंदर अपमानजनक दृश्यों को हटाया जाए तथा वो सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। ऐसा न करने पर फिल्म के सर्टिफिकेट को रद्द करने के लिए अपील की जाएगी। पंडित महेश शर्मा ने कहा, इस फिल्म में भगवान शिव के गलत चित्रण से उनके श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत होंगी। धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मुकदमा दर्ज कराएंगे तथा उज्जैन में फिल्म के प्रदर्शन पर रोक के लिए मांग करेंगे।

अमेरिका में भी 15 अगस्त को राष्ट्रीय उत्सव के तौर पर मनाने की तैयारी, संसद में बिल पेश

#indiaindependencedaytobecelebratedasnationaldayinus

भारत और अमेरिका के बीच संबंधों का एक नया अध्याय शुरू हुआ है। हाल के सालों में दोनों देशों के बीच की दोस्ती और प्रगाढ़ हुई है। इसी बीच भाकत-अमेरिका संबंध को लेकर बड़ी खबर है। अमेरिका में भी जल्द ही भारत के स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय जश्न के तौर पर मनाना शुरू किया जा सकता है। दरअसल, संसद में इसे लेकर प्रस्ताव पेश किया गया है। अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में भारतीय मूल के सांसद श्री थानेदार ने ये रिजॉल्यूशन रखा है।

बिल का आधार भारत-अमेरिका की मजबूत साझेधारी को बताया गया

भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद श्री थानेदार के नेतृत्व में अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने भारत के स्वतंत्रता दिवस को दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के राष्ट्रीय उत्सव दिवस के रूप में घोषित करने के लिए प्रतिनिधि सभा में एक प्रस्ताव पेश किया है। इसमें भारत के स्वतंत्रता दिवस को दुनिया के 2 सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों के नेशनल डे ऑफ सेलिब्रेशन के तौर पर घोषित किए जाने की मांग की है। इस बिल का आधार भारत और अमेरिका के बीच मजबूत साझेधारी को बताया गया है, जो दोनों के लोकतांत्रिक मूल्यों पर निर्भर है। प्रस्ताव इस विश्वास को व्यक्त करता है कि साझा लोकतांत्रिक मूल्यों में निहित दोनों देश के बीच मजबूत साझेदारी वैश्विक लोकतंत्र को आगे बढ़ाती रहेगी और सभी देशों के लिए शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देगी।

दोनों देशों ने विश्वास और आपसी समझ को एक नए स्तर पर स्थापित किया

इसे सांसद बडी कार्टर और ब्रैड शर्मन की तरफ से भी प्रायोजित किया गया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जून को अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर आए थे और उन्होंने दोनों देशों के समान हितों और स्वतंत्रता, लोकतंत्र, बहुलतावाद, कानून के शासन, मानवाधिकार के सम्मान के प्रति साझा प्रतिबद्धताओं के आधार पर विश्वास और आपसी समझ को एक नए स्तर पर स्थापित किया।

अमेरिका में अहम पदों पर भारतीय मूल के लोग

प्रस्ताव में कहा गया है कि भारतीय विरासत वाले अमेरिकी नागरिक देश में सार्वजनिक जीवन को सरकारी अधिकारी, सैन्यकर्मी और कानून लागू करने वाले अफसर बनकर बढ़ाते हैं। यह लोग अमेरिकी संविधान के सिद्धांतों का समझदारी से पालन करते हैं। देश की अनेकता को समृद्ध करने में अहम योगदान देते हैं।

अमेरिकी संसद में दिवाली पर सरकारी छुट्टी के लिए प्रस्ताव

इससे पहले अमेरिका में 25 मई को निचले संदन की सांसद ग्रेस मेंग ने दिवाली को सरकारी छुट्टी घोषित करने की मांग की थी। इसके लिए उन्होंने संसद में एक बिल भी पेश किया था। इस बिल को 'दिवाली डे ऐक्ट' नाम दिया गया था। बिल के तहत दिवाली को अमेरिका में 12वीं सरकारी छुट्टी घोषित करने की मांग की गई थी। वहीं न्यूयॉर्क में दिवाली पर स्कूलों में छुट्टी होने की घोषणा हो चुकी है।

*पीएम मोदी ने विपक्ष को बताया ‘घमंडिया गठबंधन’, दिल्ली सेवा बिल पर राज्यसभा में हुई वोटिंग को बताया 2024 से पहले का सेमीफाइनल

#pmnarendrainbjpparliamentarypartymeetslamsopposition

लोकसभा में आज से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो गई है। अविश्वास प्रस्ताव पर बहस से पहले बीजेपी की संसदीय दल की बैठक हुई है। बैठक की अध्यक्षता पीएम मोदी ने की। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विपक्ष अविश्वास से भरा है और ये दिखाने के लिए वो अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष का सेमीफाइनल का मन था और कल सेमीफाइनल हो गया। नतीजा सबके सामने है।

घमंडिया गठबंधन को हमें एकता से जवाब देना है-पीएम मोदी

आज संसद भवन में भाजपा संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। विपक्ष को घमंडिया गठबंधन करार देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों को बहुत घमंड है। उन्होंने भाजपा सांसदों से कहा कि घमंडिया गठबंधन को हमें एकता से जवाब देना है।

अविश्वास प्रस्ताव को कहा- आखिरी बॉल पर छक्का मारने जैसा

वहीं लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा को लेकर भी पीएम मोदी ने विपक्ष पर तंज कसा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने 2018 में ही विपक्ष को यह काम दिया था, जिसे अब ये कर रहे हैं और अभी साफ दिख रहा है कि इनके बीच में ही अविश्वास है। पीएम ने कहा कि विपक्षी दल आपसी टेस्ट के चक्कर में ही नो-कॉन्फिडेंस मोशन लाए हैं।उन्होंने कहा कि विपक्ष में कौन साथ में है कौन नहीं, ये अभी पता चल जाएगा। पीएम मोदी ने सांसदों को संदेश दिया कि इस अविश्वास प्रस्ताव को आप आखिरी बॉल पर छक्का मारने के अवसर के तौर पर लें।

पीएम मोदी ने दिया नया नारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जो लोग सामाजिक न्याय की बात करते थे, वही आज भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण की वजह से सामाजिक न्याय का बड़ा नुकसान कर रहे हैं। पीएम मोदी ने एक बार फिर करप्शन क्विट इंडिया, परिवारवाद क्विट इंडिया और तुष्टिकरण क्विट इंडिया का नारा दिया

आप नेत्री आतिशी मार्लेना के पास अब 14 विभाग, राज्यसभा में बिल पास होते ही केजरीवाल कैबिनेट में बड़ा बदलाव


दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने आज मंगलवार (8 अगस्त) को लोक निर्माण विभाग मंत्री आतिशी मार्लेना को सेवा और सतर्कता विभाग का प्रभार सौंप दिया। इससे पहले, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दो विभागों का नेतृत्व किया था, जो अब दिल्ली कैबिनेट में एकमात्र महिला को दिए गए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बदलाव का प्रस्ताव दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को भेज दिया है।

बता दें कि, दिल्ली सरकार का यह कदम दिल्ली सेवा विधेयक के राज्यसभा में पारित होने के एक दिन बाद आया है, जो केंद्र को राष्ट्रीय राजधानी में नौकरशाही पर नियंत्रण देगा। बता दें कि, जून में, LG सक्सेना द्वारा कैबिनेट में फेरबदल के प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद आतिशी को राजस्व, योजना और वित्त विभागों का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। ये तीनों विभाग पहले परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के पास थे। आतिशी के पास अब शिक्षा और बिजली सहित 14 विभाग होंगे, जो दिल्ली सरकार के सभी मंत्रियों में सबसे अधिक है। आतिशी कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं।

बता दें कि, दिल्ली कैबिनेट ने पिछले महीनों में मंत्री पदों में बार-बार बदलाव दर्ज किए हैं। मनी लॉन्ड्रिंग के संबंधित मामलों में जेल में बंद मनीष सिसौदिया और सत्येन्द्र जैन के इस्तीफे के बाद, इस साल मार्च में सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना ने मंत्री पद की शपथ ली थी।

पंडित धीरेंद्र शास्त्री की सभा में एक साथ दिखे हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई, महाराज ने दी ये प्रतिक्रिया

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में पीठाधीश्वेर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की राम कथा चल रही हैं। सोमवार को कथा में एक अलग ही दृश्य देखने को मिला। कथा में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई चारों समुदायों के धर्म गुरु एक साथ दिखाई दिए। आम तौर पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा में ऐसा दृश्य नहीं नजर आता है। सभा का यह माहौल चर्चा का विषय बन गया।

इस पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बयान में सामने आया। कथा में सर्व धर्म समभाव का संदेश देते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- सनातन सबका है। राष्ट्र हित के लिए काम करने वाले सभी हमारे हैं। यह देख कर अच्छा लगा की सभी धर्म के लोग यहां उपस्थित हैं। कथा के आखिरी दिन कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ भी उपस्थित रहे। छिंदवाड़ा के सिमिरिया में पंडित धीरेन्द्र शास्त्री की रामकथा का आयोजन 5 अगस्त को आरम्भ हुआ था। राम कथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ एवं उनके सांसद पुत्र नकुल नाथ ने कराई।

सोमवार को कथा के अंतिम दिन सर्वधर्म गुरुओं की मंच पर उपस्थिति चर्चा का विषय बन गई। इस कथा के माध्यम से सदभाव का संदेश दिया गया। सोमवार को दोपहर 2 बजे से आरम्भ हुई कथा शाम 5 बजे तक चली। कथा समापन पर महा भंडारे का आयोजन किया गया। इससे पहले दो दिन 5 और 6 अगस्त को कथा शाम 4 बजे से 7 बजे तक चली। बता दे कि श्रद्धालुओं के लिए कथास्थल पर ही चार दिन तक नि:शुल्क खाने-पीने की व्यवस्था की गई थी। लगभग दो लाख श्रद्धालुओं के कथा में आने का अनुमान लगाया गया था। कथा के पहले दिन भारी आंकड़े में श्रद्धालु जुटे।

मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा जारी, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पीएम मोदी से पूछे तीन सवाल

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केंद्र सरकार के खिलाफ लोकसभा में आए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो गई है।कांग्रेस की ओर से गौरव गोगोई और भारतीय जनता पार्टी की ओर से निशिकांत दुबे ने बहस की शुरुआत की। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने चर्चा की शुरुआत की। कांग्रेस की ओर से इस चर्चा की शुरुआत पहले राहुल गांधी करने वाले थे लेकिन बाद में गौरव गोगोई ने शुरुआत की। बीजेपी ने संसद में सवाल उठाया कि राहुल गांधी की बजाय गोगोई को पहले बोलने का मौका क्यों दिया है। हम तो राहुल गांधी को सुनने आए थे। बीजेपी ने कहा कि पहले राहुल गांधी के बोलने का लेटर क्यों दिया गया, जबकि गोगोई असम सांसद गोगोई पहले बोल रहे हैं।

गोगोई ने पीएम मोदी से पूछे तीन सवाल

बहस की शुरुआत करते हुए गौरव गोगोई ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर संख्या की बात नहीं थी, बल्कि मणिपुर के इंसाफ की बात थी। हमने ये प्रस्ताव इसलिए पेश किया कि हमारा सरकार में विश्वास नहीं है।कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मौन व्रत रखा हुआ है और वह संसद में नहीं बोल रहे हैं। इसलिए पीएम का मौनव्रत तोड़ने के लिए हमें अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा। हमारे पीएम मोदी से तीन सवाल हैं, पहला वह अभी तक मणिपुर क्यों नहीं गए? उन्होंने मणिपुर मुद्दे पर बोलने के लिए 80 दिन का समय लिया और जब बोले तो सिर्फ 30 सेकेंड? अभी तक मणिपुर के सीएम को क्यों नहीं हटाया गया है?

पीएम मोदी को वाजपेयी के राजधर्म की बात याद करनी चाहिए-गोगोई

कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि मणिपुर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अटल बिहारी वाजपेयी के राजधर्म की बात याद करनी चाहिए, जहां किसी में भी भेदभाव नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मणिपुर के सीएम ने इस हिंसा के पीछे ड्रग्स का बिजनेस बताया, लेकिन जब पुलिस ने एक बड़े ड्रग माफिया को पकड़ा तो मणिपुर सीएम ऑफिस से उन्हें रिहा करने का आदेश गया।

मणिपुर में फेल हुई है डबल इंजन की सरकार-गोगोई

कांग्रेस सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री को यह स्वीकार करना होगा कि डबल इंजन की सरकार मणिपुर में असफल हुई है। यही वजह है कि 150 लोग मणिपुर में मारे गए हैं और करीब 5000 घर जला दिए गए हैं। 60 हजार लोग राहत कैंपों में रह रहे हैं और 6500 एफआईआर दर्ज हुई हैं। मुख्यमंत्री को बातचीत का माहौल बनाना चाहिए लेकिन उनके द्वारा उठाए गए कदमों से समाज में तनाव बढ़ा है।

मुझे लगा राहुल गांधी पहले बोलेंगे- निशिकांत दुबे

निशिकांत दुबे ने बीजेपी की ओर से सबसे पहले अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में बोलने की कमान संभाली। उन्होंने लोकसभा में बोलते हुए कहा कि 'मुझे लगा कि राहुल गांधी पहले बोलेंगे।' निशिकांत दुबे के बोलने के दौरान विपक्ष ने नारेबाजी की और जमकर हंगामा किया। प्रह्लाद जोशी ने हंगामे के बीच कहा कि गोगोई का भाषण पूरा हो गया है, अब निशिकांत दुबे की स्पीच से विपक्ष को डर क्यों है। इसके बाद निशिकांत ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि 'शायद राहुल गांधी देर से उठे होंगे इसलिए बहस में पहले नहीं बोले।'इस दौरान मणिपुर पर दुबे ने कहा कि मैं खुद मणिपुर के इतिहास का भुक्तभोगी हूं। मेरे रिश्तेदार जो सुरक्षाबल में उच्च पद पर थे, वह उग्रवादी हमले में अपना पैर गंवा दिया था।

राहुल गांधी आप कभी सावरकर नहीं हो सकते-निशिकांत दुबे

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से 'मोदी' सरनेम टिप्पणी मामले में राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने का मुद्दा उठाया, जिसके बाद उनकी सदस्यता बहाल की गई। उन्होंने कहा, ''सुप्रीम कोर्ट ने कोई फैसला नहीं दिया है, स्थगन आदेश दिया है। वे कह रहे हैं कि वे माफी नहीं मांगेंगे। दूसरी बात, वे कहते हैं मैं सावरकर नहीं हूं। आप कभी सावरकर नहीं हो सकते क्योंकि सावरकर ने 28 साल जेल में गुजारे थे।

सोनिया गांधी पर भी बोला हमला

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सोनिया गांधी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'सोनिया गांधी का बहुत सम्मान करता हूं। सोनिया गांधी एक भारतीय नारी की तरह काम कर रही हैं। उनके दो काम हैं- बेटे को सेट करना है और दामाद को भेंट करना है। मैं अपनी इस बात पर कायम हूं।

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर भारी भूस्खलन, हाईवे पर रामपुर में होटल जमींदोज


रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर मंगलवार सुबह भारी भूस्खलन हो गया। जिसके चलते हाईवे पर रामपुर में होटल जमींदोज हो गया। वहीं, अगस्त्यमुनि से सोनप्रयाग के बीच हाइवे कई जगहों पर बाधित है। बताया जा रहा है कि यह होटल शहर का सबसे पुराना होटल था। इसे पहले भी खाली कराया जा चुका था।

रुद्रप्रयाग जिले को भूस्खलन से सबसे ज्यादा खतरा

बता दें कि रुद्रप्रयाग देश के 10 सबसे अधिक भूस्खलन खतरे वाले जिलों में से पहले नंबर है। इसकी तस्दीक पिछले तीन-चार दशकों के दौरान जिले में भूस्खलन की वे बड़ी घटनाएं हैं, जिनमें हजारों लोग मारे गए या लापता हो गए।

सोनप्रयाग में 40 और दुकानों को किया ध्वस्त

सोनप्रयाग में अवैध अतिक्रमण के तहत चिह्नित 65 दुकानों में से 40 को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया है। तीन दिनों में सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक कुल 265 दुकानें तोड़ दी हैं। ये सभी कच्ची व अस्थायी दुकानें रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग के दोनों तरफ अवैध तरीके से बनाई गईं थी।

सोमवार को नायब तहसीलदार जयकृत सिंह रावत के नेतृत्व में सुबह 10 बजे से अतिक्रमण वाली दुकानों को तोड़ने का काम शुरू किया। दोपहर तक प्रशासन की टीम ने मशीन की मदद से सभी दुकानें ध्वस्त कर दी थीं। नायब तहसीलदार ने बताया कि सोनप्रयाग में शटल टैक्सी सेवा स्टैंड से बस स्टेशन तक 65 दुकानें अवैध चिह्नित की गईं थी। 25 दुकानें बीते रविवार को तोड़ दी गईं थी। इस दौरान शेष दुकानों से जुड़े लोगों ने भी अपना सामान समेट लिया था।

बता दें कि इससे पूर्व बीते पांच अगस्त को गौरीकुंड में 40 अवैध कच्ची दुकानों को तोड़ा गया था। जबकि रविवार को गौरीकुंड से सोनप्रयाग तक 175 दुकानें ध्वस्त की गईं थीं। उप जिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा ने बताया कि सभी दुकानों को अवैध अतिक्रमण व सुरक्षा की दृष्टि से तोड़ा गया है।