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औरंगाबाद: जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत लैब तकनिशियनों का प्रशिक्षण


राज्य के सभी सरकारी स्वास्थ संस्थानों में डायग्नोस्टिक सेवाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेवलपमेन्ट पार्टनर फाउंडेशन फॉर रिनोवेशन न्यू डायग्नोस्टिक इंडिया अर्थात फाइंड के सहयोग से बिहार लेबोरेटरी सर्विस स्ट्रैंथनिंग प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है. इस क्रम में शुक्रवार को औरंगाबाद जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत लैब तकनीशियनों को गुणवत्तापूर्ण पैथोलॉजी जांच, रिपोर्ट लेखन, इंडेंटिंग एवं निर्धारित एसेंशियल ड्रग लिस्ट की जानकारी फाइंड नामक संस्था के प्रशिक्षकों द्वारा दी गयी.

उक्त आशय की जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. अनवर आलम द्वारा बताया गया कि यह एक महत्वकांक्षी योजना है जिसका उद्देश्य सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में पैथोलॉजी जांच की सर्विस को सुदृढ़ करना है. कल्याणकारी सरकार का यह लक्ष्य है कि सरकारी संस्थानों में आने वाले कर्मियों को डायग्नोस्टिक सेवाओं के लिए अलग से पैसा खर्च नहीं करना पड़े. आज सदर अस्पताल के प्रशिक्षण कक्ष में 35 लैब तकनीशियनों को सहयोगी संस्था के तरफ से राज्य से आए माइक्रोबायोलॉजिस्ट श्रीधरण गणेशन द्वारा प्रशिक्षण दिया गया.

विदित हो कि उद्घाटन सत्र में सिविल सर्जन डॉ रवि भूषण श्रीवास्तव, डीपीएम मो. अनवर आलम, डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट उपेंद्र कुमार चौबे,

सहयोगी संस्था फाइंड के मानव संसाधन प्रबंधक राहुल सिंह की उपस्थिति रही तथा सिविल सर्जन एवं डीपीएम द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.

कुख्यात अपराधी सुनील हथियार के साथ गिरफ्तार, टॉप 15 अपराधियों के लिस्ट में था शामिल, कई कांडो में चल रहा था फरार

औरंगाबाद: जिले के टॉप 15 कुख्यात अपराधियों की लिस्ट में शामिल बदमाश सुनील कुमार उर्फ लालबाबू को गिरफ्तार कर लिया है। इसके पास से एक थ्रनेट गन एवं एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। यह राफीगंज थाना क्षेत्र के चरकुप्पा गांव निवासी शत्रुधन शर्मा का बेटा हैं। 

पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कुख्यात बदमाश को जिला मुख्यालय के रमेश चौक से गिरफ्तार किया है। इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त पर कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। 

इसके खिलाफ राफीगंज थाना में कुल 10 कांड दर्ज़ है जिसमें आर्म्स एक्ट एवं मारपीट सहित एससी-एसटी एक्ट जैसे कई अपराधी घटनाओं में शामिल रहा है। 

यह टॉप 15 कुख्यात बदमाशों में शमिल है। यह जिला अंतर्गत कोई बड़ी घटना कारित करने हेतु भ्रमणशील रहता है और छुप कर अवैध अग्नेयास्त्र का व्यापार करता हैं। यह पिछले काफ़ी दिनों से फरार चल रहा था। 

इसी क्रम में यह पकड़ा गया। इसका आपराधिक इतिहास रहा है जिससे आवश्यक पुछताछ की जा रही है। 

इस कार्रवाई में सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी स्वीटी सहरावत, राफीगंज थानाध्यक्ष गुफरान अली समेत कई अन्य सशस्त्र बल शामिल थे।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांध फूंका सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी का पुतला

औरंगाबाद : जिले के रफीगंज शहर के कासमा रोड़ स्थित पार्टी कार्यालय से भाजपा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को नगर अध्यक्ष संतोष कुमार साहू एवं ग्रामीण मंडल अध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह के नेतृत्व में काली पट्टी बांधकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ विरोध मार्च निकाला। मार्च मुख्य बाजार से टिकट काउंटर होते हुए महाराजगंज चौराहे पर पहुंचा, जहां चाचा-भतीजा का पुतला दहन किया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने चाचा-भतीजा की सरकार नही चलेगी-नहीं चलेगी, हत्यारों को संरक्षण देना बंद करो आदि नारे लगाएं। 

पुतला दहन के दौरान भाजपा नेता सुबोध कुमार सिंह ने नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए कहा कि सत्ता के अहंकार में चूर मुख्यमंत्री की पुलिस ने बिहारियों के हक एवं अधिकार के लिए लड़ रहे भाजपा कार्यकर्ता की जान ली है। 

कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि इन कार्यकर्ताओं का क्या कसूर है? यह बिहार में घोषित आपातकाल नहीं तो और क्या है? कहा कि बिहार में पहले छात्र, फिर शिक्षक अभ्यर्थी और किसान सलाहकारों के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करना नीतीश कुमार के तानाशाही रवैये को दर्शाता है। 

भाजपा नगर अध्यक्ष संतोष कुमार साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा ऐसी घटना करवाना बहुत ही दुखद और बेहद शर्मनाक है। जो अपने अधिकार की मांग कर रहा हो, उन पर आप लाठियां चलवाते हैं। क्या आपके पास हर समस्या का समाधान सिर्फ लाठी ही है? यह महा जंगलराज नहीं तो और क्या है? कार्यकर्ता की दुखद मृत्यु पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि शोक संतप्त परिजनों को धैर्य धारण करने और दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। कहा कि 15 जुलाई को प्रखंड मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया जायेगा। 

इस मौके पर भाजपा महामंत्री बबलू सिंह, भाजपा नगर महामंत्री बाल गोविंद साहू, कोषाध्यक्ष शिवनारायण साव, युवा मोर्चा जिला महामंत्री शुभम सिंह, अरूण कुमार सिंह, चंदेश्वर भगत, पिछड़ा मोर्चा अध्यक्ष अरविंद राज सिंह, पिछड़ा मोर्चा उपाध्यक्ष रघुनाथ साव, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष मो. मंसूर, नगर अनुसूचित मोर्चा अध्यक्ष विजय चौधरी, मंडल मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, उपाध्यक्ष सह पंचायत समिति प्रतिनिधि डॉ. गोपाल प्रसाद, विमलेश पासवान, रंजीत शर्मा, विजय पासवान, कुंदन मिश्रा, शेरू खान, राजेश शर्मा, दशरथ साव, युवा मोर्चा अध्यक्ष राहुल कुमार, हार्दिक सिंह राजपूत, रोहन गुप्ता, विक्की कश्यप के साथ दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मोटर दुर्घटना संशोधित नियमावली 2022 को जानना आवश्यक : सचिव

औरंगाबाद : सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सिविल अपील संख्या 9322/2022 में दिनांक    15.12.2022 को पारित न्यायालय निर्णय के आलोक में मोटर दुर्घटना के अध्याय- XI और XII के प्रावधानों के सम्बन्ध में संवेदनशील बनाने हेतु और मोटर दुर्घटना संशोधन नियमावली, 2022 में शासनादेश सुनिश्चित करने हेतु सभी स्टेकहोल्डर को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रकोष्ठ में सभी पैनल अधिवक्ताओं तथा मोटर दुर्घटना वाद से सम्बन्धित अधिवक्ताओं के साथ एक कार्यशाला सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

      

चूंकि मोटर दुर्घटना वाद में सभी प्रमुख स्टेकहोल्डर को मोटर दुर्घटना संशोधित नियमावली 2022 के नये प्रावधानों से अवगत कराते हुए उन्हें जागरूक किया जाना आवश्यक है, जिससे कि कोई भी दुर्घटना के बाद उनके दावे को लेकर किसी तरह की समस्या उत्पन्न न हो तथा आम जनमानस उक्त अधिनियम से सम्बन्धित तथ्यों से अवगत हो इसी उद्देष्य से आज का कार्यशाला किया गया।

      

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने बताया कि मोटर दुर्घटना संशोधित नियमावली 2022 के कई प्रावधान से आम जन मानस अवगत नहीं है तथा उन्हें इसकी अपेक्षित लाभ प्राप्त नहीं हो रहा है और इस जागरूकता सह कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य यही है कि पैनल अधिवक्ता और मोटर दुर्घटना से सम्बन्धित अधिवक्ता अगर संशोधित नियमावली से अवगत होंगे तो इसका सीधा लाभ पक्षकारो को प्राप्त होगा। 

कहा कि अभी लोगो में यह भ्रम की स्थिति है कि मोटर दुर्घटना सम्बन्धित वाद न्यायालय में नहीं दाखिल की जा सकती है परन्तु संदीप राज बनाम बिहार सरकार के मामले में माननीय पटना उच्च न्यायालय ने यह व्यवस्था दिया है कि उक्त वाद न्यायालय में दाखिल किये जायेंगें। सचिव द्वारा यह भी बताया गया कि पहले मोटर दुर्घटना से सम्बन्धित वाद दाखिल करने हेतु समय सीमा निर्धारित नहीं थी परन्तु अब परिस्थिति बदल गयी है अब समय सीमा का निर्धारण कर दिया गया हैं। 

मोटर दुर्घटना से सम्बन्धित वाद लाने हेतु समय सीमा घटना तिथि से छः माह है तथा उनके द्वारा यह बताया गया कि वाद को 12 महीने के अन्दर निष्पादित कर देना है साथ ही सचिव ने यह भी बताया कि नियमावली में कई प्रारूप दिये गये हैं जो अनुसंधानकर्ता, पीड़ित, चालक, वाहन मालिक, इन्षुरेंन्स कम्पनी को निर्धारित समयानुसार प्रारूप में दिये गये सूचनाओं के प्रपत्र को भरना है। इसके साथ-साथ उनके द्वारा कई अन्य विन्दुओं और मोटर दुर्घटना संषोधित नियमावली, के कानूनी पहलुओं पर जानकारी उपलब्ध करायी गयी| जिसका लाभ निश्चित रूप से पी़डित को प्राप्त होगी। 

उनके द्वारा उपस्थित लोगो से यह अपील किया गया कि आपको उपलब्ध कराये गये जानकारी को अधिक से अधिक लोगो तक पहुचाये जिससे कि पीड़ित को समय पर आर्थिक सहायता प्राप्त हो सके तथा तकनीकी कारणों के कारण वे इसका लाभ उठाने से वंचित न हो सके। उनके द्वारा यह भी बतया गया की अगर किसी दुर्घटना में गाडी के बारे में जानकारी नही प्राप्त नही हो सका जिसे हीट एंड रन मामले कहते है में मृतक के पीड़ित को 2.5 लाख और जख्मी को 50 हजार मिलने का प्रावधान है|

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

गिरफ्तारी के बाद जेल में शराबी को नही मिल पा रही थी शराब, अल्कोहल विड्रावल सिंड्रोम की थी शिकायत, तबीयत बिगड़ी तो हो गई मौत


औरंगाबाद : जिले के दाउदनगर अनुमंडल अस्पताल में इलाजरत एक कैदी की शुक्रवार को दोपहर में मौत हो गई। मृतक अमित सिंह(33) कुटुंबा थाना क्षेत्र के बसडीहा गांव का निवासी था। बताया जाता है कि अमित को कुटुम्बा थाना की पुलिस ने शराब पीने के मामले में 10 जुलाई को गिरफ्तार किया था। इसी दिन शाम में न्यायिक अभिरक्षा में उसे औरंगाबाद मंडल कारा भेजा गया था। बाद में उसे वहां से दाउदनगर उप मंडल कारा भेजा गया था। 

दाउदनगर उप मंडल कारा में ही उसकी तबीयत गुरूवार को खराब हो गई। इसके बाद उसे इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया गया। इलाज के बाद तबीयत में सुधार होने पर उसे गुरुवार की रात ही औरंगाबाद से दाउदनगर अनुमंडल अस्पताल भेज दिया गया। दाउदनगर अनुमंडल अस्पताल में वह कैदी वार्ड में भर्ती था। उसका इलाज चल रहा था। इसके बाद शुक्रवार को फिर अचानक से उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसी दौरान उसकी मौत हो गई और अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद अस्पताल ने दाउदनगर पुलिस और औरंगाबाद मंडल कारा को इसकी सूचना दी। 

दाउदनगर थाना के सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार अनुमंडल अस्पताल पहुंचे। मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मरीज को अल्कोहल विड्रावल सिंड्रोम की समस्या थी। 

उन्होंने बताया कि यह वह सिंड्रोम है, जिसमें शराबी शराब के बिना चैन से नही रह सकता। शराब नही पीने से उसे घुटन महसूस होती है। उसे भी सांस लेने में समस्या आ रही थी। मेडिकल बोर्ड ने उसे गुरुवार को ही मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल, गया रेफर कर दिया था। बाद में अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने पर इलाज किया गया लेकिन उसकी मौत हो गई।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

लाठी चार्ज और बीजेपी नेता की मौत के विरोध में बीजेपी ओबीसी मोर्चा ने फूंका सीएम और डिप्टी सीएम का पुतला

मुजफ्फरपुर : आज बिहार के मुजफ्फरपुर शहर स्थित अघोरिया बाजार चौक पर भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष विकास गुप्ता "आदित्य" की अध्यक्षता में, कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पुतला दहन किया गया। 

ज्ञात हो कि बीते गुरुवार क विधानसभा मार्च के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव एवं पुलिस बल द्वारा किए गए शर्मनाक एवं बर्बरतापूर्ण व्यवहार से बीजेपी कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। आज भाजपा पूरे प्रदेश में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के ऐसे कुकृत्य के विरोध में काला दिवस मना रही है। मोर्चे के सभी कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय लोगों ने नीतीश कुमार एवं तेजस्वी यादव के पुतले पर जूते चप्पल की बौछार कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। 

भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष विकास गुप्ता "आदित्य" ने कहा कि भाजपा के शांतिपूर्ण विधानसभा मार्च पर जिस प्रकार दोनों चाचा भतीजा ने मिलकर अपनी बर्बरता और तानाशाही का परिचय दिया है, इससे भाजपा चुप नहीं बैठेगी। आने वाले समय में इससे भी ज्यादा उग्र आंदोलन होगा और पलटू राम नीतीश कुमार एवं फेलस्वी यादव को सत्ता क्या बिहार से बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा। गद्दी पर बैठकर भ्रष्टाचार और कुशासन का जो खेल नीतीश सरकार खेल रही है वो खेल अब और नहीं बर्दाश्त किया जायेगा। 

मौके पर भाजपा नेता अनिल कुमार, आकाश पटेल, विकास कुमार, राकेश रंजन, रामू गुप्ता, संतोष साहेब, दिनेश चौधरी, चुन्नू रजक, शैलेंद्र कुमार सिंह, छोटू दास, विक्की, अजय कुमार, राम शर्मा, लक्ष्मण कुमार, दिनेक कुमार, रोहित कुमार, आनंद सिंह, मनीष कपूर, सुबोध कुमार एवं दर्जनों आम नागरिक इत्यादि उपस्थित थे।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

पूर्व मुखिया बृजमोहन मेहता का बढ़ा कद, जदयू किसान प्रकोष्ठ एवम सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष नियुक्त

औरंगाबाद : बिहार प्रदेश जनता दल यूनाइटेड ने किसान एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश भर में पदाधिकारी नियुक्त किया है। प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार जो कि बाढ़ विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के प्रत्याशी भी रहे हैं, ने 33 जिला संगठन में किसान एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष की घोषणा की है। 

मनोज कुमार ने जिलाध्यक्षों की सूची जारी करते हुए बताया कि इस सूची में समाज के सभी वर्गों के लोगों को प्रतिनिधित्व दी गयी है। साथ ही सभी मनोनित जिलाध्यक्षों को 15 दिनों के अंदर जिला कार्यकारिणी एवं प्रखंडों में अध्यक्ष मनोनीत करने का निर्देश दिया गया है।

औरंगाबाद जदयू मुख्य प्रवक्ता राजीव रंजन उर्फ राजा बाबू ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर जिलाध्यक्ष पार्टी के मूल संगठन के साथ मिलकर कार्य करेंगे। वे मूल संगठन के जिलाध्यक्ष के साथ समन्वय स्थापित कर किसान और सहकारिता प्रकोष्ठ संगठन को पंचायत और बूथ स्तर पर मजबूती प्रदान करने में अपना भूमिका अदा करेंगे।  

जदयू मुख्य प्रवक्ता राजा बाबू ने बताया है कि प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार ने नव-नियुक्त सभी जिलाध्यक्षों को बधाई और शुभकामनायें दी है और बेहतर भविष्य की कामना की है।

वहीं पूर्व विधायक रफीगंज और जदयू मुख्य संगठन के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, पूर्व विधायक नबीनगर वीरेंद्र कुमार सिंह, जदयू मुख्य प्रवक्ता औरंगाबाद राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू, जदयू जिला उपाध्यक्ष पप्पू ज्वाला सिंह, जदयू जिला उपाध्यक्ष महावीर मेहता और जदयू महासचिव नागेंद्र सिंह, जिला महासचिव संजय राणा सिंह, जिला सचिव चिंटू सिंह, टिंकू सिंह, औरंगाबाद प्रखंड अध्यक्ष राकेश सिंह , रिंकू सिंह , ओंकार नाथ सिंह , सत्येंद्र चंद्रवंशी , रामानुज सिंह , सुरेंद्र सिंह, कमलेश कुमार सिंह , उदय सिंह , अनिल मेहता , सुनील वर्मा ने बधाई प्रेषित की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

भूमि विवाद में पुलिस ने नही किया सहयोग तो पूर्व विधायक के पोते ने खाया जहर, गंभीर हालत में बेहरतर इलाज के लिए रेफर

औरंगाबाद : भूमि विवाद का समाधान किये जाने के बजाय विवादित जमीन पर पुलिस द्वारा कब्जा दिलाने की कार्रवाई से क्षुब्ध होकर पूर्व विधायक के पोते द्वारा आत्महत्या का प्रयास किये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मामला औरंगाबाद मुफ्फस्सिल थाना क्षेत्र के सैनिक चतरा गांव का है। 

बताया जाता है कि भ-माफिया द्वारा पुलिस के सहयोग जमीन पर कब्जा किया जा रहा था। इस जमीन पर पूर्व विधायक स्व. रामनरेश सिंह सैनिक के पौत्र व स्व. जितेंद्र यादव के पुत्र सुशील यादव(30) अपना हक जताते हुए जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराने की कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे लेकिन जब कही से कोई सहयोग नहीं मिला तो उसका धैर्य जवाब दे गया। उसने अजीज हो जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश कर डाली। 

युवक द्वारा जहर खाने के बाद परिजन आनन-फानन में उसे लेकर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल पहुंचे, जहां प्रारंभिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल, गया रेफर कर दिया। 

इलाज के दौरान सुशील ने बताया कि भू-माफियाओं द्वारा उसकी जमीन का फर्जी तरीके से कागज बना लिया गया। उस कागज को औरंगाबाद के अंचलाधिकारी द्वारा भी सत्य करार दे दिया गया। इसी आधार पर पुलिस की मिलीभगत से भू -माफिया द्वारा जमीन पर कब्जा किया जा रहा था। इसे लेकर उसने दो बार एसपी को भी कारवाई के लिए आवेदन भी दिया लेकिन कोई कारवाई नहीं हुई। आज उस जमीन पर पुलिस की मौजूदगी में नापी कराकर पाइलिंग कराई जा रही थी। इस दौरान सुशील ने आपत्ति जताई लेकिन वहां मौजूद पुलिस अधिकारी ने उसकी एक नही सुनी। 

सुशील ने इसकी जानकारी देने के लिए एसपी को कई बार कॉल किया, लेकिन कॉल नहीं उठा तो उसका धैर्य जवाब दे दिया और उसने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की। 

परिजनों का कहना है कि बिना दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की मौजूदगी में कैसे जमीन को कब्जा कराने की कोशिश की गई। परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है। इलाज के दौरान सुशील ने बताया कि इस मामले में उसी पर छेड़खानी का आरोप लगाकर फर्जी मुकदमा कर दिया गया। 

इस मामले में पुलिस अधीक्षक स्वपना गौतम मेश्राम ने कहा कि मामले को संज्ञान में लेकर जांच की जाएगी और कार्रवाई होगी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

पैर फिसलने से सोन नदी में गिरा किशोर, डूबने से गई जान

औरंगाबाद : जिले में आज बुधवार को पैर फिसलने से एक बच्चा सोन नदी में गिर गया। जिसके कारण डूब कर उसकी मौत हो गई। घटना बड़ेम ओपी थाना क्षेत्र के ओबीपुर बधार स्थित सोन नदी की है। मृतक 4 वर्षीय किशोर करन कुमार बड़ेम ओपी थाना क्षेत्र के ओबीपुर गांव निवासी सूर्या कुमार राजबन्सी का बेटा था।

जानकारी के अनुसार वह अपनी दादी के साथ खेत पर काम कर रहे पिता व दादा को खाना पहुंचाने गया था। खेत पर काम कर रहे पिता व दादा के पास खाना रखने के बाद वह अपनी दादी के साथ सोन नदी पानी लाने चला गया। इसी दौरान बच्चे का पैर फिसल गया। जिसके कारण वह नदी में गिर गया। 

यह देख उसकी दादी ने शोर मचाया। शोर सुनकर खेत में काम कर रहे बच्चे के पिता व दादा दौड़कर मौके पर पहुंचे और बच्चे को बचाने के लिए नदी में छलांग लगाया। जब तक उसे निकाला जाता, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

आपदा राहत के तहत मुआवजा की मांग

घटना के बाद इसकी सूचना बड़ेम ओपी पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही बड़ेम ओपी अध्यक्ष धनन्जय कुमार सिंह ने शव को अपनी कब्जे में लेकर कागजी प्रक्रिया पूरी कर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया। जहां से पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। 

घटना के बाद से परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने आपदा राहत के तहत मुआवजा की मांग की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बड़ों के बीच के विवाद का बच्चों ने लिया बदला, एक ने अपने ही चचेरे भाइयों को प्लानिंग के तहत चाकू से वार कर करवाया घायल

औरंगाबाद : अभीतक तो हम सुनते और देखते आए हैं कि बच्चों की लड़ाई में बड़े भिड़े और जमकर मारपीट होती थी।लेकिन मंगलवार की शाम औरंगाबाद में एक अजीब मामला आया। जहां बड़ों के बीच के विवाद का बदला बच्चो ने ले लिया और दूसरे बच्चे के द्वारा चाकू से अपने ही चचेरे भाई को घायल करवा दिया।

खुदवां थाना क्षेत्र के लहसा गांव में मंगलवार की शाम बड़ों की आपसी विवाद का बदला बच्चो ने खेल खेल में ले लिया और अपने ही एक चचेरे भाई को चाकू से तथा दूसरे की डंडे से पिटाई कर घायल करवा दिया। आनन फानन परिजनों द्वारा दोनो बच्चो को इलाज के लिए रात्रि साढ़े आठ बजे सदर अस्पताल लाया। जहां दोनो का इलाज किया गया।

सदर अस्पताल में अपने बच्चो का इलाज करा रहे रितेश कुमार ने बताया कि उनका विवाद भाई के साथ चल रहा है और उसी विवाद के तहत आज खेल खेल में भाई के बच्चे मेरे बच्चों के साथ खेल खेल में एक प्लानिंग के तहत बेवजह झगड़ गए और इस मामले को एक भतीजे न गांव के बच्चे को उकसा दिया।

फिर क्या था बच्चे ने चाकू निकाली और मेरे बड़े बेटे 12 वर्षीय प्रियांशु कुमार को पेट में घुसेड़ दिया और छोटे बेटे 10 वर्षीय हिमांशु कुमार को पीट पीटकर घायल कर दिया। सदर अस्पताल में इलाज के बाद चिकित्सकों के बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया है। 

रितेश ने बताया कि वे मरवतपर विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।उन्होंने पुलिस प्रशासन से कारवाई की मांग की हैं।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र