बिहार और बंगाल समेत 9 राज्यों में हीटवेव का अलर्ट, पारा जा सकता है 45 पार
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आसमान से “आग” बरस रहा है, धरती तवे की तरह तप रही है। देशभर में गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। देश भर में सामान्य से अधिक गर्मी पड़नमे लगी है। लोग अप्रैल के महीने में मई-जून वाली गर्मी झेल रहे हैं। इस बीच मौसम विभाग ने नौ राज्यों में हीटवेट का अलर्ट जारी किया है।
इन राज्यों में पारा 45 डिग्री के पार भी जा सकता है
मौसम विभाग ने तीन राज्यों, पश्चिम बंगाल, बिहार और आंध्र प्रदेश में खतरनाक रूप से तापमान बढ़ने की संभावना जताई है और विभाग ने इन राज्यों में उच्च तापमान के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और कहा कि चार अन्य राज्यों - सिक्किम, झारखंड, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में भी हीटवेव की स्थिति बनी रहने की संभावना है। इन राज्यों में अगले चार दिन काफी परेशानी भरे हो सकते हैं क्योंकि लू चलने के साथ इन राज्यों में पारा 45 डिग्री के पार भी जा सकता है।
उत्तर पश्चिम भारत में अगले तीन दिनों में 2-3 डिग्री की तापमना बढ़ेगा
मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को कहा कि पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में अगले चार दिन तक और देश के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में दो दिन तक लू की स्थिति बनी रहेगी। बंगाल और बिहार के मैदानी हिस्से में लगातार चार दिन तक लू की स्थिति बनी रह सकती है। सिक्किम, ओडिशा और झारखंड में भी अगले दो से तीन दिन तक भीषण गर्मी का दौर बना रह सकता है। सोमवार (17 अप्रैल) को उत्तर पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के इलाकों में तापमान 40-42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।अगले तीन दिनों में उत्तर पश्चिम भारत के तापमान में अगले तीन दिनों के दौरान 2-3 डिग्री की वृद्धि होगी।
इन हिस्सों में राहत के आसार
हालांकि भारत के कुछ हिस्सों को मंगलवार को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में एक पश्चिमी विक्षोभ के आने से कुछ राहत मिलेगी। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुमान है कि आज (मंगलवार) शाम से उत्तर-पश्चिम भारत में मौसम बदलने की संभावना है। दरअसल आईएमडी ने अगले तीन दिनों तक तेज हवा के साथ हल्की बारिश का अनुमान जताया है। जिन इलाकों में बारिश होगी वहां भीषण गर्मी से थोड़ी राहत तो मिल सकती है. मौसम विभाग के मुताबिक तापमान में तीन डिग्री तक गिरावट दर्ज की जा सकती है।
क्यों पड़ने लगी है भीषण गर्मी, ये है वजह
आईएमडी के महानिदेशक एम महापात्र ने बताया कि जब हवाएं पूर्वी दिशा से या बंगाल की खाड़ी की दिशा से चलती हैं तो कई बार बादल छा जाते हैं जो पूर्वी राज्यों में तापमान को कम कर देते हैं। लेकिन उत्तर-पश्चिम से गर्म, शुष्क हवाएं पूर्वी भारत में चल रही हैं, जहां उनके स्थान के कारण आर्द्रता का स्तर अपेक्षाकृत अधिक है। इसलिए, पूर्वी राज्यों के लोगों को पर्याप्त रूप से गर्मी से बचाव के उपाय करने की आवश्यकता है।स्काईमेट वेदर में जलवायु और मौसम विज्ञान के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा, जब पूर्व से आने वाली हवाएं और समान तापमान प्रबल होता है तो वे गंभीर या घातक हो सकते हैं। विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि इस साल का मौसम एक तरह से असामान्य तरीके से सामने आ रहा है जो चिंताजनक है।
Apr 18 2023, 12:34