आदर्श शिक्षक विनय कुमार सिंह का सेवानिवृत्ति सम्मान समारोह संपन्न


मुंबई। बृहन्मुंबई महानगरपालिका शिक्षण विभाग द्वारा संचालित एमपीएस एक्सर हिंदी शाला के आदर्श शिक्षक विनय कुमार सिंह का आज सैकड़ो शिक्षकों की उपस्थिति में सेवानिवृत्ति सम्मान किया गया। महानगर की प्रतिष्ठित सामाजिक संस्था समरस फाउंडेशन की तरफ से संगठन मंत्री सुरेंद्र पांडे तथा विशेष सलाहकार एड. भारत पांडे ने उनका सम्मान किया। इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख लोगों में डॉ शिवधनी पांडे, प्रशासकीय अधिकारी कासले, विनोद सिंह, राम सकल मिश्रा, ब्रह्मदेव मिश्रा, योगेंद्र सिंह, नरेंद्र सिंह, रमाकांत तिवारी, प्रेमचंद दुबे, कौशलेंद्र सिंह, प्रदीप सिंह, अरविंद कुमार सिंह, प्रकाश गैरोला, विद्या नौटियाल, शैलेंद्र दुबे, इंद्रभान सिंह, राजेश तिवारी, बिहारी सिंह, अरुण सिंह, राजेंद्र पाल, रामकृपाल यादव आदि का समावेश रहा।
भांडुप,वार्ड क्रमांक 112 से श्रेया राकेश शेट्टी ने भरा नामांकन फॉर्म
मुंबई । बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनावों के लिए वार्ड क्रमांक 112 से कांग्रेस की ओर से श्रेया राकेश शेट्टी ने सफलतापूर्वक अपना नामांकन फॉर्म दाखिल किया। नामांकन की इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। नामांकन के समय श्रेया राकेश शेट्टी के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता बिपिन विचारे, ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद पांडेय , भांडुप सेवा दल अध्यक्ष कागड़ा सहित अन्य कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद थे। सभी नेताओं ने एकजुट होकर श्रेया शेट्टी को शुभकामनाएं दीं और आगामी चुनाव में उनकी जीत का विश्वास जताया। इस अवसर पर उपस्थित नेताओं ने कहा कि वार्ड 112 में विकास, पारदर्शिता और जनसेवा के मुद्दों को लेकर कांग्रेस पूरी मजबूती से चुनाव मैदान में उतरेगी। श्रेया राकेश शेट्टी ने भी सभी वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने और वार्ड के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध रहेंगी।

नामांकन के साथ ही वार्ड 112 में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल देखा जा रहा है।
भाजपा प्रत्याशी मदन सिंह ने लिया लल्लन तिवारी का आशीर्वाद
भायंदर। मीरा  भायंदर महानगरपालिका की स्थापना काल से लगातार चार बार नगरसेवक रह चुके प्रभाग क्रमांक 2 के भाजपा प्रत्याशी मदन उदित नारायण सिंह ने आज नामांकन के बाद सबसे पहले देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान राहुल एजुकेशन के चेयरमैन लल्लन तिवारी से आर्शीवाद लिया। इस अवसर पर राहुल एजुकेशन के सचिव राहुल तिवारी तथा वरिष्ठ पत्रकार शिवपूजन पांडे उपस्थित रहे। मदन सिंह जनता के प्रति समर्पित कार्यों और पार्टी के प्रति हमेशा निष्ठावान रहे। वार्ड में उनके द्वारा किए गए  विकास कार्यों को देखते हुए एक बार फिर उनकी जीत पक्की मानी जा रही है। मदन सिंह ने भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता का विशेष आभार मानते हुए कहा कि वे खुद को जनता का सेवक और पार्टी का कार्यकर्ता मानते हैं।
बाबागंज चौराहे के पास दिखा दुर्लभ उल्लू, कौवों के हमले से युवक ने बचाया
वन विभाग ने किया सुरक्षित रेस्क्यू, विशेषज्ञ करेंगे प्रजाति की पुष्टि

गोंडा(करनैलगंज)। तहसील क्षेत्र के अन्तर्गत बाबागंज चौराहे के पास सोमवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब कौवों से घिरा एक बड़ा और रंग-बिरंगा उल्लू लोगों को दिखाई दिया। कौवों के लगातार हमले से उल्लू घायल होने की स्थिति में था, जिससे आसपास मौजूद लोग हैरान रह गए। इसी दौरान स्थानीय युवक आलोक शुक्ला ने साहस और मानवता का परिचय देते हुए उल्लू को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया और तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुँची और उल्लू को अपने संरक्षण में ले लिया। प्रारंभिक जांच में यह उल्लू दुर्लभ प्रजाति का बताया जा रहा है। वन विभाग के अनुसार, इसकी सही पहचान और उत्पत्ति को लेकर विशेषज्ञों से राय ली जा रही है। फिलहाल उल्लू को सुरक्षित रखा गया है और उसकी स्वास्थ्य स्थिति पर निगरानी की जा रही है। वन विभाग का कहना है कि विशेषज्ञों की रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी, ताकि उल्लू का भविष्य सुरक्षित रह सके और उसे प्राकृतिक वातावरण में उचित संरक्षण मिल सके। स्थानीय लोगों में इस दुर्लभ उल्लू को लेकर काफी उत्सुकता देखी गई।
अधिक सजग और अधिक करुणामय इंसान बनने का संकल्प, 2026
–डॉ मंजू लोढ़ा, वरिष्ठ साहित्यकार

हर साल की तरह 2025 भी आया और चला गया, पर यह साल केवल कैलेंडर का बदलना नहीं था।
यह अनुभवों का ऐसा अध्याय रहा,
जिसे पलटते समय
मन अपने-आप ठहर जाता है।
यह वर्ष हमें यह सिखा गया कि
जीवन केवल उपलब्धियों का उत्सव नहीं,
बल्कि विपरीत परिस्थितियों में
इंसान बने रहने की परीक्षा भी है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में
पर्यटकों को निशाना बनाकर किया गया
आतंकी हमला
केवल निर्दोष जानें ही नहीं ले गया,
बल्कि पूरे देश को
गहरे शोक और आक्रोश में डुबो गया। लंदन जाने वाली
अंतरराष्ट्रीय उड़ान का
तकनीकी खराबी के कारण
दुर्घटनाग्रस्त होना
वैश्विक स्तर पर
विमान सुरक्षा पर
गंभीर प्रश्न छोड़ गया। दिल्ली और उत्तर भारत में
आतंकी घटनाओं ने सार्वजनिक स्थानों पर असुरक्षा की भावना को
और गहरा किया।
प्रकृति भी इस वर्ष
कुछ कम कठोर नहीं रही।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड , महाराष्ट्र और असम में
भारी वर्षा, बाढ़ और भूस्खलन ने
कई परिवारों से
उनके घर, आजीविका
और सहारे छीन लिए। मुंबई और नवी मुंबई में
भीषण आग की घटनाएँ
और भांडुप की
BEST बस दुर्घटना ने महानगर की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी को
अचानक थाम लिया।
दूर मध्य-पूर्व और यूक्रेन में
जारी युद्धों की तपिश
महँगाई, अस्थिरता
और मानव संकट बनकर
पूरी दुनिया ने महसूस की।
सच यही है—
2025 ने हमें
कड़वे घूँट पिलाए।
पर इसी कठिन समय में
हमने अपनी सामूहिक शक्ति भी देखी।
आतंकी घटनाओं के बाद
देश की निर्णायक प्रतिक्रिया
और ऑपरेशन सिंदूर जैसे
सख़्त कदमों ने
यह स्पष्ट कर दिया कि
भारत अब केवल सहने वाला देश नहीं—
वह अपनी सुरक्षा और संप्रभुता को लेकर
पूरी तरह सजग और सक्षम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का नेतृत्व
इस वर्ष
एक दृढ़, जुझारू और आत्मविश्वासी
वैश्विक व्यक्तित्व के रूप में
और उभरकर सामने आया।
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर
भारत की आवाज़
सिर्फ़ सुनी ही नहीं गई,
उसका सम्मान भी किया गया।
देशवासियों के मन में यह भरोसा गहरा हुआ कि
सशक्त नेतृत्व के कारण
हम अपेक्षाकृत
निश्चिंत होकर
अपना जीवन जी पा रहे हैं।
दुख और संकट के बीच
देश–विदेश से
संवेदना, सहायता
और प्रार्थनाओं की
एकजुटता भी हमने देखी।
NDRF, SDRF,
फायर ब्रिगेड,
मेडिकल टीमें और स्वयंसेवक—
थके हुए शरीर,
पर अडिग संकल्प के साथ
कई जानें बचाने में सफल रहे।
आपदा प्रबंधन की क्षमता
पहले से अधिक
मजबूत दिखाई दी।
खेलों के क्षेत्र में
भारत ने
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर
उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल कीं।
विशेषकर महिला खिलाड़ियों की
सफलताओं ने
देश को
नया गर्व दिया।
इंफ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर
मेट्रो परियोजनाएँ,
एक्सप्रेसवे,
रेलवे आधुनिकीकरण
और वंदे भारत ट्रेनों ने
यात्रा को
अधिक सुरक्षित
और सुविधाजनक बनाया। ISRO के सफल अंतरिक्ष मिशनों ने
यह भरोसा दिया कि भारत की उड़ान
अब केवल धरती तक सीमित नहीं—
वह अंतरिक्ष तक पहुँच चुकी है।
डिजिटल इंडिया के अंतर्गत
UPI, AI, फिनटेक
और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम ने
भारत को
तकनीक का उपभोक्ता नहीं,
बल्कि नवाचार का केंद्र बनाया।
महिला सशक्तिकरण,
शिक्षा,
डिजिटल कृषि,
स्वास्थ्य शिविर,
योग और मानसिक स्वास्थ्य पर
बढ़ता ज़ोर—
ये सभी संकेत थे कि विकास की समझ
अब अधिक मानवीय हो रही है।
युवाओं की सामाजिक भागीदारी
और स्वयंसेवी कार्यों में
उनकी सक्रियता ने
भविष्य के प्रति
आशा को
और मजबूत किया।
2025 ने हमें
रुलाया भी,
और संभलना भी सिखाया।
इस साल ने यह भी समझाया कि
जीवन को
सिर्फ़ जीया नहीं जाता—
कभी-कभी
उसे सीपीआर भी देनी पड़ती है।
जब साँसें थमती हैं,
तो यादों को बटोरना पड़ता है।
जब हौसला टूटता है,
तो अनुभव
धड़कन बनते हैं।
हर साल
कितनी सीपियाँ छोड़ जाता है—
कुछ से हम मोती निकाल लेते हैं,
कुछ बस
रेत में चमकती रह जाती हैं।
पर वे व्यर्थ नहीं जातीं—
वे हमें याद दिलाती हैं कि हमने
पूरी शिद्दत से
जिया था।
जीवन अनमोल है।
कठिनाइयों के बीच
मिला हुआ यह अवसर
हर पल खर्च करने के लिए नहीं—
हर पल महसूस करने के लिए है।
जो बीत गया,
वह अनुभव बन गया। जो मिला,
वह कृतज्ञता बन गया। हमने यह खोया,
और हमने यह पाया। शायद
यही 2025 की
सबसे बड़ी सीख है। अलविदा 2025।
स्वागत 2026—
और अधिक सजग,
और अधिक करुणामय
इंसान बनने के संकल्प के साथ।                          ईश्वर से यही प्रार्थना है। प्रधानमंत्री मोदी जी दीर्घायु हो और उनके नेतृत्व में देश सुरक्षित सशक्त और शांतिपूर्ण मार्ग पर आगे बढ़ता रहे, ताकि नागरिक निश्चिंत होकर सुख की नींद सो सके।
बैटल ऑफ़ गलवान को लेकर शिवसेना यूबीटी ने चीन पर बोला हमला

मुंबई। सलमान खान की फिल्म 'बैटल ऑफ गलवान' पर चीन ने सवाल उठाए हैं। ग्लोबल टाइम्स में कहा गया है कि भारत और चीन के रिश्तों में यह फिल्म तनाव बढ़ा सकती है. सलमान खान की फिल्म 'बैटल ऑफ गलवान' के टीजर पर ग्लोबल टाइम्स और चीनी विशेषज्ञों ने विवाद और प्रोपेगेंडा का आरोप लगाया है।

शिवसेना यूबीटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आनंद दुबे ने चीन पर हमला बोलते हुए कहा कि गलवान  की सच्चाई सामने आने के डर से चीन बौखला गया है। उन्होंने कहा कि चीन 1962 से लगातार अपनी विस्तारवादी नीति के तहत भारत की सीमा पर अशांति फैलाने का प्रयास करता आ रहा है। भारत की बढ़ती ताकत को देखकर वह पूरी तरह से बौखला गया है।उन्होंने कहा सलमान खान की फिल्म गलवान में अपनी सेना की कमजोरी की पोल खुलते देख चीन घबड़ा गया है। यह फिल्म अप्रैल 2026 में रिलीज होगी।
साप्ताहिक समाचार पत्र कदम कदम पर के कैलेंडर का विमोचन


मुंबई । साप्ताहिक समाचार पत्र ' कदम कदम पर ' का 10 वां कैलेंडर विमोचन समारोह रविवार 28 दिसंबर 2025 को ह्यवंकर हाल दिप्ती सालिटायर बिल्डिंग एम जी रोड घाटकोपर पश्चिम में किया गया।

जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी जे पी शर्मा अखिल भारतीय सविता महासंघ अध्यक्ष ने किया तथा मुख्य अतिथि के रूप में आर आर शर्मा, राजू जैन,नारायण तिवारी, कन्हैया कांकड़,हौसिला प्रसाद गुप्ता,राकेश डी सेमुआ,आर के मिश्र, डॉ एस आर श्रीवास, रविन्द्र नाथ शर्मा,एफ सी शर्मा, डॉ शेषधर बिंद,अशोक शर्मा, मुकेश जयनाथ शर्मा,प्रमुख अतिथि पन्नालाल शर्मा, कलेक्टर शर्मा, अशोक उमाशंकर शर्मा, प्रसिद्धि ठाकुर, जयपाल शर्मा, अधिवक्ता नोटरी बी एम शर्मा, सम्मानित अतिथियों में सतीश चन्द्र गुप्ता, राघवेन्द्र नाथ द्विवेदी, संतोष जैसवार, कपिलदेव शर्मा, राष्ट्रीय कवि एवं पत्रकार विनय शर्मा दीप, अधिवक्ता अनिल शर्मा,हरिकेश शर्मा नंदवंशी, प्रदीप कुमार शर्मा नंदवंशी, जियालाल शर्मा, मनोज जगदीश शर्मा,विनोद शर्मा,संतोष निरंकार शर्मा,सुरेश कमला प्रसाद शर्मा,चंद्रभूषण शर्मा, श्रीमती राधा संतोष शर्मा, हरीशंकर शर्मा, शिवप्रसाद शर्मा,अनंतलाल शर्मा, हरिशंकर शर्मा उर्फ मुन्ना,नवनीश शर्मा, वीरेंद्र शर्मा, सतपाल श्रीवास्तव, दिनेश श्रीवास्तव, रंजीत शर्मा,गंगाराम विश्वकर्मा, पत्रकार अरविंद बिंद,वरिष्ठ पत्रकार स्पर्श देशाई,अमरेश बिंद, संतोष आंबेकर, मानव कल्याण सामाजिक संस्था की टीम,मोमाई प्रवासी भजन मंडली,शशिकांत यादव, जनार्दन प्रसाद शर्मा, सभाजीत शर्मा,शिवा जायसवाल,बीडी शर्मा,अनिल कुमार शर्मा,संतोष शर्मा, अनिल कुमार शर्मा, अमरनाथ, मंगेश शर्मा पूर्व प्रधान, राजकुमार शर्मा,घनश्याम शर्मा सहित सैकड़ों समाजसेवी उपस्थित थे।मंच का खूबसूरत संचालन युवा समाजसेवी एवं प्रबंध संपादक क़दम क़दम पर अनिल शर्मा ने किया।

समारोह का संयोजन संपादक छोटेलाल शर्मा ने अपने पत्रकार बंधुओं के साथ किया। उपस्थित सभी अतिथियों का सम्मान पुष्पगुच्छ,अंगवस्त्र,मोमेंटो एवं क़दम क़दम पर - 2026 कैलेंडर से किया गया।
हिन्दी प्रचार एवं शोध संस्था मुंबई की 256 वीं मासिक गोष्ठी संपन्न
भायंदर।  हिन्दी प्रचार एवं शोध संस्था मुंबई द्वारा न्यु सी ब्यु न्यु रविराज काम्प्लेक्स जेसल पार्क भाईंदर पूर्व में डॉ. सुधाकर मिश्र की अध्यक्षता में काव्य गोष्ठी का संयोजन किया गया। डॉ.मिश्र ने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि सभी लोगों ने शब्द सौंदर्य की दृष्टि से बेहतरीन रचना पढ़ी। "गीत मैंने लिखें मैं यशस्वी बना। गीत तुम पर लिखें तुम अमर हो ग‌‌ई।" मुख्य अतिथि मुरलीधर पाण्डेय ने गीत पढ़ा "यह मत सोचो, किसने क्या क्या बात कही" एवं बाल कविता "बचपन के दिन प्यारे प्यारे" डॉ.उमेशचन्द्र शुक्ल ने  संचालन करते हुए कहा कि "यहां हर रोज परीक्षा है,हर लम्हा सबक, जिसने दिल से पढ़ा उसने ही अंजाम सहा।।" ग़ज़ल पढ़ा "खुला ये राज कि ये जिंदगी भी होती है"एवं "और चुप रहने को तैयार नहीं हैं ब्राह्मण।झूठ के आगे कभी लाचार नहीं हैं ब्राह्मण।" भोलानाथ तिवारी भारतांचली ने "अजब निराला देश बा,अजब निराला खेल, चालिस नंबर पास है अस्सी नंबर फेल" एवं "बेचकर सम्मान जिसको रहना आता नहीं" व्यंग्य रचना पढ़ी। कल्पेश यादव ने गीत "मोहब्बत छुपतीं नहीं छुपाने से" एवं "जब मैं बाज़ार में खरीदीं गई, तभी मेरे घर से ग़रीबी गई।" श्रीधर मिश्र आत्मिक ने आध्यात्मिक रचना "छोड़कर बाहर भीतर पाया तुम्हें।" संजय सिंह निर्जल ने "मौसम के बदलने का भी एक वक्त होता है" अमरनाथ द्विवेदी ने धारदार व्यंग्य रचना पढ़ी "एक चौराहे पर कुछ लोग कह रहे थे कैसी है व्यवस्था हस्ताक्षर के नाम पर अँगूठा लगाते हैं।" विजय नाथ मिश्र ने "चलीं है चुनावी लहर धीरे धीरे" एवं "गिरगिट तो बदनाम है केवल आदम रंग बदलता है।" व्यवस्था कि विसंगतियों पर करारा प्रहार करती है। विनोद मिश्र ने"तुम कितनी सुन्दर लगती हो" बेहद भावपूर्ण रचना पढ़ी। बीना त्रिपाठी ने "दिक्कतें आती है तो आने दें।" एवं "मुकद्दर भी रूठ सकता है।" बेहद भावपूर्ण खूबसूरत रचना का पाठ किया। डॉ. ओमप्रकाश तिवारी ने " दर्पण टूट गया" एवं "झंझावातों से ना डर तू, ये तेरे" ओजस्वी वाणी में काव्य पाठ किया।
मार्कंडेय त्रिपाठी ने सरस्वती वंदना करके विधिवत कार्यक्रम का आरंभ किया किया। काव्य गोष्ठी का संचालन डॉ उमेशचन्द्र शुक्ल ने किया एवं संस्था के कोषाध्यक्ष प्रभाकर मिश्र ने सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में सूर्यकांत त्रिपाठी वाराणसी, संतोष मिश्र, बब्लू दुबे, सभाजीत उपाध्याय हरहर जी, ओंकार नाथ मिश्र, आदि गणमान्य लोगों की उपस्थिति ने आयोजन को विशेष बना दिया।
श्री गौरी शंकर ग्राम सेवा मंडल के 112 वे स्थापना दिवस समारोह का भव्य आयोजन
मुंबई। मुंबई की सबसे पुरानी सामाजिक संस्था श्री गौरी शंकर ग्राम सेवा मंडल, मुंबई द्वारा 1 जनवरी को 112 वा स्थापना दिवस मनाया जाएगा। मलाड पूर्व के दत्त मंदिर रोड स्थित शारदा ज्ञानपीठ इंटरनेशनल स्कूल के सकल नारायण शर्मा सभागृह में सुबह 10 बजे से आयोजित समारोह के प्रमुख अतिथि महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह होंगे। सम्मानित अतिथि के रूप में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अजीत कुमार व न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव तथा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के संस्कृत आचार्य प्रोफेसर रामनाथ झा समारोह में शामिल होंगे। इस वर्ष के बोहनीकर्ता जौनपुर के राजा बाजार स्थित श्री चंडी मंदिर रामस्वरूप गुप्त आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य पंडित मंसाराम तिवारी होंगे। समारोह में पिछले वर्ष के बोहनीकर्ता नालासोपारा मेडिकल कॉलेज के संचालक डॉ ओमप्रकाश दुबे विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। संस्था के चेयरमैन, ट्रस्टी बोर्ड डॉ शारदा प्रसाद शर्मा, अध्यक्ष रामसेवक पांडे उपाध्यक्ष कौशल कुमार तिवारी, मानकेश्वर चौबे तथा संयुक्त मंत्री सुभाषचंद्र उपाध्याय, विनोद कुमार मिश्रा व राधेश्याम दुबे हैं। संस्था द्वारा जौनपुर के कई स्थानों पर शिक्षण संस्थान तथा पुस्तकालय और वाचनालय संचालित किए जा रहे हैं।
वरिष्ठ लेखक नीरजकांत सोती ने काशी में ली अंतिम सांस

बिजनौर।साहित्यिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक राष्ट्रीय संस्था हृदयांगन के संरक्षक, राष्ट्रीय संयोजक एवं मुख्य लेखा नियंत्रक वरिष्ठ साहित्यकार भैयाजी नाम विख्यात नीरजकांत सोती ने 73 वर्ष की आयु पूर्ण करते हुए काशी कैलाशी की नगरी में अंतिम सांस ली। भैयाजी मूलरूप से बिजनौर उत्तर प्रदेश के निवासी थे पिछले सप्ताह 26 दिसंबर 2025 को सत्या होप टाक के संस्थापक सत्य प्रकाश पाण्डेय के संयोजन में काशी बनारसिया कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।हृदयांगन विथिका फेसबुक पेज पर नित्य रामचरितमानस के दिव्य उद्बोधक, मुक्तक के लेखक एवं विचारक नीरजकांत सोती साहित्य सफर में बिजनौर से अपनी पत्नी  सुषमा सोती के साथ काशी गये थे।

26 दिसंबर की रात्रि 12 बजे भीषण हृदयाघात हुआ तुरंत उन्हें आनंदम् आवास से बीएचयू अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। भैयाजी के दो बेटे एक आजमगढ़ व दूसरा बिजनौर में होने के कारण पार्थिव शरीर बिजनौर लाया गया जहां उनका बेटों ने अंतिम संस्कार किया।हृदयागंन के संस्थापक विधु भूषण त्रिवेदी ने बताया कि नीरज भैयाजी इलाहाबाद बैंक से सेवानिवृत्त पश्चात साहित्य साधना में रत थे। उक्त समाचार सुनकर देश के सभी साहित्यकारों ने अश्रुपूरित श्रद्धांजलि देते हुए उनकी आत्मा के शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना किया।