भारत के शौर्य प्रतीको में शामिल होगी तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी की वीर गाथा

*राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल, लखनऊ में लिखा गया रानी ईश्वरी देवी का इतिहास,*

*25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे प्रेरणा स्थल का उद्घाटन,*

*मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर रानी ईश्वरी देवी पर शुरू कराएगा शोध कार्यक्रम,*

*बलरामपुर* । 1857 के स्वाधीनता संग्राम की गुमनाम वीरांगना तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी को नई पहचान मिलेगी। भारत के शौर्य प्रति में तुलसीपुर की महारानी ईश्वरी देवी की गाथा राष्ट्रीय प्रेरणास्थल लखनऊ में लगाई गई है जिसका उद्घाटन 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। तुलसीपुर की रानी लक्ष्मीबाई के रूप में विख्यात रानी ईश्वरी देवी को नई पहचान मिलने से क्षेत्र के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। *कौन है रानी ईश्वरी देवी* तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी ने प्रथम स्वाधीनता संग्राम 1857 की क्रांति में प्रमुखता से भाग लिया और अंग्रेजी हुकूमत को कड़ी चुनौती पेश की थी। इतिहासकारों का मानना है की तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी (रानी राजेश्वरी देवी) अवध मुक्ति संग्राम की एक गुमनाम वीरांगना बनकर रह गई जबकि उनका जीवन और संघर्ष अन्य क्रांतिकारियों के समान साहसपूर्ण रहा है। तुलसीपुर उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से 30 किलोमीटर दूर स्थित है। तत्कालीन तुलसीपुर रियासत भारत और नेपाल क्षेत्र में फैला हुआ था। और इसका क्षेत्र नेपाल के दांग (देवघर) जिले तक विस्तृत था। उस समय दांग (देवघर) भारतीय क्षेत्र का भू-भाग था। 1857 की क्रांति में अनुचित लगान वसूली को लेकर तुलसीपुर राज की जनता रानी के साथ विद्रोह पर उतर आई। विद्रोह होते ही अंग्रेजों ने रानी ईश्वरी देवी के पति राजा दृगनारायण सिंह को पकड़ लिया और उन्हें लखनऊ स्थित बेली गारद में कैद कर दिया। स्वाधीनता की क्रांति भड़कने पर राजा दृग नारायण सिंह की हत्या कर दी गई। राजा की मौत की खबर मिलते ही तुलसीपुर राज्य में अंग्रेजों के खिलाफ विरोध के स्वर तेज होने लगे इसके बाद रानी ईश्वरी देवी ने क्रांतिकारियों का साथ दिया और अंग्रेजी शासन का खुला विरोध शुरू कर दिया। बगावती तेवर अपना चुकी रानी ईश्वरी देवी ने अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और अपने ढाई वर्ष के मासूम बच्चे को पीठ पर बांधकर खूब लड़ी। धीरे-धीरे लड़ाई में रानी की सेना कम होती गई। अंग्रेजों की पकड़ से दूर रहने के लिए रानी अन्य क्रांतिकारियों के साथ सोनार पर्वत के दर्रे से होते हुए दांग नेपाल चली गई। 1857 की क्रांति भड़कने और अंग्रेजों के अत्याचार से बचने के लिए कई क्रांतिकारियों को रानी ईश्वरी देवी ने शरण दी। बेगम हजरत महल,राजा देवी बख्श सिंह,नाना साहब व बाला राव भी ईश्वरी देवी के साथ मिल गए थे। रानी ने कभी अंग्रेजों से याचना नहीं की। महलों में रहने वाली रानी ईश्वरी देवी जंगलों में रहने लगी थी। झांसी की रानी और महाराणा प्रताप जैसे योद्धाओं की तरह रानी ईश्वरी देवी भी जमीन पर सोई और जंगल को अपना घर बनाया। रानी ने कभी अंग्रेजों के सामने घुटने नहीं टेके। रानी के नेपाल चले जाने के बाद अंग्रेजों ने तुलसीपुर के महल को ध्वस्त कर दिया। तुलसीपुर राज परिवार से जुड़ी स्मृतियां तो अब नहीं बची है लेकिन शिव मंदिर व जोडग्गा पोखरा आज भी रानी ईश्वरी देवी के वीरता और साहस की कहानी कह रहे हैं। जंगल में छिपकर अपने राज को बचाने के लिए रानी ने घोड़े पर सवार होकर और अपने बच्चे को पीठ पर बांधकर अंग्रेजों से इस तरह लड़ी जैसे झांसी की रानी लक्ष्मीबाई लड़ी थी। इसीलिए रानी ईश्वरी देवी को तुलसीपुर की झांसी की रानी के रूप में भी जानते हैं। *माँ पाटेश्वरी विश्वविद्यालय,बलरामपुर के कुलपति प्रो.रविशंकर सिंह ने रानी ईश्वरी देवी के गौरवशाली इतिहास को राष्ट्र के प्रतीक के रूप में शामिल किए जाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह तुलसीपुर ही नहीं बल्कि संपूर्ण देवी पाटन मंडल के लिए गौरव का पल है। मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय स्वाधीनता संग्राम की इस महान वीरांगना की वीर गाथा और साहस को इतिहास के रूप में संजोने के लिए कटिबद्ध है और इस विषय पर विश्वविद्यालय शोध कार्यक्रम भी प्रारंभ करेगा। कुलपति ने यह भी कहा कि रानी ईश्वरी देवी की वीरता और शौर्य को प्रदर्शित करने के लिए तुलसीपुर में उनकी प्रतिमा लगाया जाना समीचीन होगा।* बलरामपुर फर्स्ट के संयोजक और मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय की वित्त समिति के सदस्य सर्वेश सिंह ने रानी ईश्वरी देवी के वीरता और शौर्य को नए सिरे से पहचान मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की है और यह विश्वास व्यक्त किया है कि हमें अपनी गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए रानी ईश्वरी देवी की वीरता, साहस और शौर्य को वर्तमान पीढ़ी से परिचित कराना अति आवश्यक है। तुलसीपुर में रानी ईश्वरी देवी की प्रतिमा स्थापित कराने के लिए प्रबुद्ध नागरिक समाज को आगे आने का आह्वान भी किया।
नगर पालिका बलरामपुर में नामांतरण शुल्क में भारी छूट,जनता को बड़ी राहत अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देश पर लिया गया जनहितकारी निर्

बलरामपुर।आदर्श नगर पालिका परिषद बलरामपुर में आम नागरिकों को बड़ी राहत देते हुए नामांतरण शुल्क में भारी कटौती की गई है। नगर पालिका अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू ने जनहित को सर्वोपरि रखते हुए नामांतरण शुल्क में व्यापक छूट प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। इस निर्णय से नगर पालिका क्षेत्र के हजारों संपत्ति धारकों को सीधा लाभ मिलेगा। नगर पालिका अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू ने कहा कि नामांतरण की प्रक्रिया आमजन के लिए सरल,सुलभ और किफायती होनी चाहिए। इसी उद्देश्य से शुल्क में युक्तिसंगत कमी की गई है,ताकि नागरिक बिना किसी आर्थिक बोझ के समय पर नामांतरण करा सकें। पूर्व में लागू नामांतरण शुल्क (मूल्य के आधार पर):0 से 10 लाख तक ₹2100,10 लाख से 25 लाख तक ₹2600,25 लाख से 50 लाख तक ₹4100,50 लाख से 1 करोड़ तक ₹10,600 1 करोड़ से अधिक ₹30,600 वर्तमान में लागू संशोधित नामांतरण शुल्क (मूल्य के आधार पर):0 से 5 लाख तक ₹1000,5 लाख से 10 लाख तक ₹2000,10 लाख से 15 लाख तक ₹3000,15 लाख से 50 लाख तक ₹5000,50 लाख से अधिक ₹10,000 क्षेत्रफल (वर्ग मीटर) के आधार पर नामांतरण शुल्क:1000 वर्ग मीटर तक ₹500,1001 से 2000 वर्ग मीटर ₹1000,2001 से 3000 वर्ग मीटर ₹1500,3000 वर्ग मीटर से अधिक ₹2500 नगर पालिका प्रशासन के अनुसार,यह नई व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। इससे नामांतरण प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी और नागरिकों को अनावश्यक परेशानियों से राहत मिलेगी। नगर पालिका अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू ने नगरवासियों से अपील की है कि वे इस छूट का लाभ उठाते हुए अपने संपत्ति संबंधी नामांतरण कार्य समय से पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद भविष्य में भी जनहित में इसी प्रकार के निर्णय लेती रहेगी।
धरमपुर प्रीमियम लीग में चेयरमैन डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू ने खिलाड़ियों का बढ़ाया उत्साह
बलरामपुर। अनन्य गौरव मिश्र के तत्वावधान में आयोजित धरमपुर प्रीमियम लीग (क्रिकेट टूर्नामेंट) का आयोजन खेल प्रेमियों के लिए उत्साह और रोमांच से भरपूर रहा। टूर्नामेंट में आदर्श नगर पालिका परिषद के चेयरमैन डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने मैदान पर पहुंचकर प्रतिभागी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया तथा रोमांचक मुकाबले का आनंद लिया। चेयरमैन डॉ.धीरू ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनके खेल कौशल की सराहना की और कहा कि ऐसे खेल आयोजन युवाओं में अनुशासन,टीम भावना और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने आयोजक मंडल को सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए भविष्य में भी इस तरह के खेल आयोजनों को निरंतर आयोजित करने की अपील की। मैच के दौरान खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित किया। मैदान में खेल भावना और जोश देखते ही बनता था। उपस्थित जनमानस ने भी तालियों और उत्साहवर्धन से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया। इस अवसर पर मनोज चौरसिया (सभासद),मनोज यादव (सभासद प्रतिनिधि),अमन मिश्रा,अजय मिश्र,पंकज जायसवाल,संजय शुक्ला,शिवम मिश्रा,शुभेंद्र मिश्र सहित अनेक खिलाड़ी एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे। सभी ने आयोजन की प्रशंसा करते हुए इसे क्षेत्र में खेल संस्कृति को सुदृढ़ करने की दिशा में एक सराहनीय पहल बताया।
बलरामपुर में वृहद रक्तदान शिविर का भव्य आयोजन हुआ
जिलाधिकारी डॉ विपिन कुमार जैन द्वारा स्वयं रक्तदान के साथ शिविर का शुभारंभ किया गया

36 रजिस्ट्रेशन के सापेक्ष 31यूनिट रक्त संग्रह हुआ

बलरामपुर।6 बार गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ड रिकॉर्ड प्राप्त कर चुकी सामाजिक संस्था नेशनल इंटीग्रेटेड फोरम ऑफ़ आर्टिस्ट्स एन्ड एक्टिविस्ट्स (निफा) एवं अग्रवाल सभा बलरामपुर के संयुक्त तत्वावधान में एक वृहद स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में  रक्तदानियों ने बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग किया। सामाजिक संस्था निफा द्वारा रक्तदान - महादान अभियान के अंतर्गत इस रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिससे जरूरतमंदों और गंभीर रोग से पीड़ित मरीजों को समय पर आसानी से रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।

जिलाधिकारी डॉ विपिन कुमार जैन ने स्वयं रक्तदान कर शिविर का शुभारंभ किया। उनके द्वारा स्वयं रक्तदान करना इसके महत्व एवं उपयोगिता को सार्थकता प्रदान करना है। उनके द्वारा आम जनमानस से नियमित रक्तदान की अपील भी की गई। शिविर के मुख्य आयोजक जनपद के चर्चित ब्लडमैन आलोक अग्रवाल ने अपना 37वॉं रक्तदान किया। अन्य रक्तदानियों में वैभव त्रिपाठी ने 43वॉं, डॉ तुलसीश दूबे ने 23वॉं, आशीष अग्रवाल ने 19वॉं, अनुज अग्रवाल ने 20वॉं रक्तदान किया। अन्य रक्तदान करने वालों में नारीशक्ति से गौरी अग्रवाल, सुनीति सिंह, सरोज मिश्रा, वंदना अग्रवाल, तृप्ति अग्रवाल सहित अक्षय शुक्ला, सुबोध मिश्रा, अक्षय शुक्ला, विनोद चौहान, राहुल अग्रवाल आदि ने भी रक्तदान किया। सभी रक्तदानियों को निफा की तरफ से विशेष प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।

निफा के उत्तर प्रदेश स्टेट कॉर्डिनेटर ब्लडमैन आलोक अग्रवाल ने  बताया कि निफा द्वारा समय समय पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता रहता है। इसी क्रम में इस वर्ष के तृतीय रक्तदान शिविर का आयोजन आज किया गया है। निफा बलरामपुर के जिला कोआर्डिनेटर संदीप उपाध्याय ने कहा कि रक्तदान के संबध में अभी भी बहुत सारी भ्रांतियां व्याप्त हैं, इन्हें दूर करने के लिए समाज के प्रबुद्ध वर्ग को आगे आने की जरूरत है। निफा के जिला अध्यक्ष वैभव त्रिपाठी ने अपना 43वाँ रक्तदान करने के बाद कहा कि इससे किसी भी प्रकार की कमजोरी नहीं होती है बल्कि हम ज्यादा स्वस्थ रहते हैं।

निफा के जिला सचिव अविनाश पांडेय ने बताया कि जरूरत पड़ने पर हम सभी रक्त की उपलब्धता को सुनिश्चित करने और दिलवाने का सम्मिलित प्रयास करते हैं।

ब्लड बैंक की टीम से डॉ आकांक्षा शुक्ला, एल. टी. अशोक पांडेय, अंजली सिंह, सोनम तिवारी, अभिषेक सिंह, अजीत श्रीवास्तव, सुन्दर, काउंसलर हिमांशु तिवारी सहित अग्रवाल सभा के सचिव विनोद कुमार बंसल का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ।
भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरा अलाउद्दीनपुर का राशन कोटा मामला


बलरामपुर।ग्राम सभा अलाउद्दीनपुर में कोटेदार रामपता के निधन (29 मई 2024) के बाद राशन कोटे के आवंटन को लेकर गंभीर अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए हैं। मृतक कोटेदार की तेरहवीं के उपरांत उनके पुत्र राहुल ने नियमानुसार मृतक आश्रित के रूप में कोटे के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था,लेकिन स्थानीय स्तर पर कथित मिलीभगत के चलते उसे न्याय नहीं मिल सका।

आरोप है कि ग्राम प्रधान अहमद एवं सप्लाई इंस्पेक्टर मनमंत लाल गुप्ता ने तथ्यों को गुमराह कर प्रधान के भतीजे अकमल के पक्ष में कोटे का प्रस्ताव पारित करा दिया। इस संबंध में विधायक राम प्रताप वर्मा के अनुरोध पर तत्कालीन जिलाधिकारी पवन अग्रवाल द्वारा मामले की जांच अपर जिलाधिकारी प्रदीप कुमार से कराई गई।

जांच में एडीएम द्वारा प्रधान,बीडीओ तथा सप्लाई इंस्पेक्टर पर एफआईआर कराने की संस्तुति की बात सामने आई। साथ ही स्पष्ट आदेश हुआ कि मृतक आश्रित को कोटा आवंटित किया जाए। जांच के दौरान परिवारजनों के बयान दर्ज किए गए,सभी आवश्यक कागजात संकलित किए गए। लेखपाल द्वारा पोर्टल पर जांच में यह भी पाया गया कि राहुल कोटेदार सूची में पात्र (सो/शो कर रहा था) के रूप में दर्ज है।
इसके बावजूद आरोप है कि सप्लाई इंस्पेक्टर मनमंत लाल गुप्ता ने ग्राम प्रधान अहमद से कथित तौर पर बड़ी धनराशि लेकर मामले को जानबूझकर लंबित कर रखा है और रोज़ नए-नए बहाने बनाकर फाइल आगे नहीं बढ़ा रहे हैं। इससे मृतक आश्रित राहुल को लगातार मानसिक व आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पीड़ित पक्ष ने प्रशासन से तत्काल संज्ञान लेते हुए दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई,लंबित प्रक्रिया का शीघ्र निस्तारण तथा मृतक आश्रित राहुल को नियमानुसार राशन कोटे का आवंटन सुनिश्चित कराने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो यह मामला प्रशासनिक पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करेगा।
— प्रशासन से निष्पक्ष जांच व शीघ्र निर्णय की अपेक्षा
अतिक्रमण को लेकर नगर पंचायत तथा व्यापारियों के बीच बैठक हुई

बलरामपुर 13 दिसंबर तुलसीपुर आदर्श नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अदनान फिरोज अधिशासी अधिकारी प्रवीण कुमार दुबे की अध्यक्षता में अवैध अतिक्रमण को लेकर की गई जिसमें जिलाधिकारी के आदेश के बारे में बताया गया।

शासन के मनसानुसार लोगों से अपील किया गया की नाली के ऊपर से छज्जा तथा टीन साजन हटाने की बात की गई जिसमें अधिशासीय अधिकारी ने कहा कि लोग स्वयं अतिक्रमण हटा लें, अन्यथा प्रशासन द्वारा हटा दिया जाएगा इस बैठक में व्यापार प्रतिनिधिमंडल तथा अन्य व्यापार मंडल तमाम व्यापारी सभासद गण, पुलिस तथा पत्रकार उपस्थित रहे।

ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन अध्यक्ष तुलसीपुर ने पत्रकारों की समस्याओं को लेकर विधायक को ज्ञापन सौपा

बलरामपुर।12 दिसंबर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य कर रहे प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों का प्रदेश का सबसे बड़ा संगठन है ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश की शाखा 18 मंडल तथा 75 जनपदों में कार्यरत है जिनकी समस्याओं को लेकर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन तुलसीपुर अध्यक्ष जय सिंह तथा जिला अध्यक्ष शीतल प्रसाद मिश्राके नेतृत्व में विधायक तुलसीपुर को ज्ञापन सौपा, इस अवसर पर पत्रकार संतोष कुमार दुबे अमरेश प्रसाद सहित कई पत्रकार उपस्थित रहे।

नगर में महत्वपूर्ण स्थानों पर अलाव जलाए गए

अध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देश पर ठंड से राहत हेतु पहल

बलरामपुर। बढ़ती शीतलहर और कड़ाके की ठंड को देखते हुए आदर्श नगर पालिका परिषद द्वारा शहर के प्रमुख एवं भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि डीपी सिंह बैस ने बताया कि परिषद अध्यक्ष डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देश पर अधिशासी अधिकारी लाल चन्द मौर्य ने तत्परता के साथ नगर के विभिन्न हिस्सों में अलाव जलवाने की कार्रवाई कराई।

नगर के महिला हॉस्पिटल,मेमोरियल चिकित्सालय,वीर विनय चौराहा,अम्बेडकर चौराहा स्थित रैन बसेरा,बस स्टेशन,झारखंडी रेलवे स्टेशन,बलरामपुर रेलवे स्टेशन सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है,जिससे रात्रि के समय राहगीरों,गरीब तबके के लोगों तथा जरूरतमंदों को ठंड से राहत मिल सके।

अध्यक्ष डॉ.धीरू ने कहा कि नगर पालिका का उद्देश्य है कि इस भीषण ठंड में किसी भी नागरिक को असुविधा न हो। उन्होंने नगर पालिका कर्मियों को निर्देश दिए कि सभी निर्धारित स्थानों पर नियमित रूप से अलाव उपलब्ध कराए जाएं तथा आवश्यकता पड़ने पर नए स्थलों को भी तत्काल चिन्हित किया जाए।

नगरवासियों ने नगर पालिका की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि अलाव जलाए जाने से उन्हें काफी राहत मिली है। नगर पालिका ने आश्वासन दिया है कि शीतकालीन मौसम में यह व्यवस्था निरंतर जारी रहेगी।

नगर निकायों में जनसुविधाओं के उन्नयन के लेकर डीएम की अध्यक्षता में बैठक संपन्न

बलरामपुर।11 दिसंबर 2025 कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन की अध्यक्षता में नगर निकायों की जनसुविधाओं एवं सुंदरीकरण कार्यों की प्रगति की समीक्षा एवं आगे की कार्ययोजना को लेकर विस्तृत बैठक आयोजित की गई। बैठक में नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों के चेयरमैनगण, अधिशासी अधिकारियों सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता, सौंदर्यीकरण व यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाना प्राथमिकता है। इस क्रम में सभी नगर निकायों में मुख्य मार्गों, चौराहों एवं महत्वपूर्ण स्थलों पर आकर्षक वॉल पेंटिंग, थीम-आधारित रोप लाइट, लैंडस्केपिंग किए जाएँ। उन्होंने कहा कि यह कार्य न केवल शहर की सुंदरता बढ़ाएंगे बल्कि जनजागरूकता को भी बढ़ावा देंगे।

जिलाधिकारी ने यह भी निर्देशित किया कि प्रत्येक नगर निकाय में वेंडिंग जोन चिह्नित कर विकसित किए जाएँ। उन्होंने कहा कि वेंडिंग जोन से सड़क किनारे अनियमित रूप से लगने वाली दुकानों पर रोक लगेगी और ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रहेगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी नगर पालिकाएँ एवं नगर पंचायतें अपने क्षेत्र को पूरी तरह अतिक्रमणमुक्त रखें। इसके लिए नियमित अभियान चलाया जाए, साथ ही ऐसे स्थानों को चिन्हित कर स्थायी समाधान की दिशा में कार्य किया जाए जहाँ बार-बार अतिक्रमण होता है।

बैठक में नगर निकायों के चेयरमैनगण द्वारा विभिन्न स्थानीय समस्याएँ एवं सुझाव भी प्रस्तुत किए गए, जिन पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि नगर निकायों के विकास कार्यों में जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है तथा सभी योजनाओं को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण किया जाए।

बैठक में चेयरमैन नगर पालिका बलरामपुर धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू, चेयरमैन नगर पालिका उतरौला , चेयरमैन नगर पंचायत पचपेड़वा, गैंसडी , चेयरमैन प्रतिनिधि तुलसीपुर , एडीएम वित्त एवं राजस्व ज्योति राय , समस्त अधिशाषी अधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।

संभावित शीत लहर से बचाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा एडवाइजरी जारी

बलरामपुर।मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार आगामी दिनों में जनपद में ठण्ड एवं घने कोहरे का प्रकोप बढ़ेगा। सर्दी और शीत लहर से बचाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन ने ठण्ड से बचाव के लिए गाइड लाइन यानी ठण्ड से बचाव को लेकर क्या करें, क्या न करें के बारे में विस्तार से बताया है। 

 जिलाधिकारी जैन ने बताया कि ठण्ड से बचाव को लेकर जिले में 06 जगहों पर रैन बसेरे बनाये गये हैं जिसमें नगर क्षेत्र में दो जगहों पर तुलसीपुर रोड पर अम्बेडकर तिराहे के पास एवं रोडवेज बस स्टाप पर, नगर पंचायत तुलसीपुर में जलकल परिसर में, नगर पंचायत उतरौला में मोहल्ला सुभाष नगर निकट बस स्टैण्ड के पास, नगर पंचायत गैसड़ी में वार्ड 15 मझौली में तथा नगर पंचायत पचपेड़वा में जगगदीशपुर वार्ड नम्बर 05 में निराश्रितों, असहायों एवं राहगीरों के ठहरने के लिए रैन बसेरे संचालित हैं। उन्होंने बताया कि रैन बसेरे में कोई भी जरूरतमंद, निराश्रित, असहाय अथवा राहगीर निःशुल्क ठहर सकता है। सभी रैन बसेरों में शासन के निर्देशानुसार चारपाई, बिस्तर, रजाई-गद्दा, प्रकाश, पेयजल, शौचालय एवं अलाव सहित अन्य आवश्यक प्रबन्ध किये गए हैं। इसके अलावा प्रमुख स्थलों पर अलाव जलवाने का भी प्रबन्ध सुनिश्चित किया जा रहा है।

 जिलाधिकारी ने ठण्ड से बचाव के उपायों के बारे में बताते हुए कहा कि जनसामान्य लगातार समाचार पत्रों, रेडियो एवं टीवी के माध्यम से मौसम की जानकारी लेते रहें तथा जिला प्रशासन व राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा समय-समय पर जारी किये जाने वाली एडवाजरी को प्राप्त कर जानकारी लेतेे रहें। उन्होंने बताया कि कान, नाक व गले को ढक कर रखें। कई परत वाले गर्म कपड़े पहनें। स्नान हेतु गरम पानी का प्रयोग करें। विशेष परिस्थितियों के लिए ईंधन बचाकर रखें। शरीर को गरम रखने हेतु पेय पदार्थों एएवं पौष्टिक आहार का सेवन करते रहें। शरीर के अंगों का सुन्न होना, हाथ पैर, कान पर सफेद या पीले रंग के दाग पड़ने पर तुरनत डाक्टर से सम्पर्क करें। कंप-कपी को नजर अंदाज न करें तुरन्त डाक्टर से सम्पर्क करें और सबसे जरूरी बात यह कि अपने पशुओं को रात में ढक कर रखें तथा उन्हें सड़कों पर न छोड़ें।

उन्होने बताया कि कमरे को गर्म रखने के लिए जलावन यानी लकड़ी का प्रयोग कतई न करें क्योंकि इससे कमरे में धुआं फैलने का खतरा उत्पन्न हो जाता है। कोयले की अंगीठी, हीटर या ब्लोअर आदि का प्रयोग यदि करते हैं तो सावधानी बरतें। कमरे की खिड़कियां खोल कर रखें ताकि अंगीठी से उत्पन्न जहरीले धुएं से आपको नुकसान न हो तथा कमरे में आक्सीजन की कमी भी न होने पावे। वाहन आदि धीमी गति से चलाएं तथा वाहनों पर रेफ्लेक्टर लगवा लें ताकि दुर्घटनाओं की संभावना कम रहे।