सोनभद्र में बाजार में युवक ने सरेआम नंगी तलवार लहराकर मचाया हड़कंप, पुलिस ने किया गिरफ्तार

विकास कुमार,सोनभद्र।सोनभद्र जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक युवक ने सरेआम नंगी तलवार लहराकर इलाके में दहशत फैला दी। यह घटना रॉबर्ट्सगंज कोतवाली के अंतर्गत आने वाले सुकृत पुलिस चौकी क्षेत्र के मधुपुर बाजार की है, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो में एक युवक हाथ में तेज तलवार लिए बेखौफ घूमता दिख रहा है। उसकी इस हरकत ने बाजार में मौजूद लोगों के बीच खौफ का माहौल पैदा कर दिया। मधुपुर बाजार कई गांवों का एक प्रमुख केंद्र है, जहां रोजाना भारी भीड़ रहती है। युवक की इस करतूत को देखकर दर्जनों गांवों के लोग घंटों तक परेशान रहे और बाजार में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।

स्थानीय लोगों ने तुरंत सुकृत पुलिस चौकी को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही, सुकृत चौकी के द्वितीय एसआई रामआसरे यादव, कांस्टेबल राहुल सरोज, कांस्टेबल सुंगध, सिपाही सोनू और अन्य सिपाही मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम ने स्थिति को नियंत्रित किया और कुछ ही देर में उस युवक को धर दबोचा।

पुलिस के पहुंचने तक, युवक की कई वीडियो क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी थीं, जिसमें वह तलवार लहराता दिख रहा है। लोगों में यह भी चर्चा थी कि युवक के पास और भी संदिग्ध हथियार हो सकते हैं।

पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है और अब आगे की कानूनी कार्रवाई में जुट गई है। इस घटना ने एक बार फिर सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

सोनभद्र:जुगैल में ट्रैक्टर पलटा, चालक की दर्दनाक मौत, परिवार में मचा कोहराम

विकास कुमार सोनभद्र । जुगैल थाना क्षेत्र के चौरा गांव में एक दुखद हादसे ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। खेत की जुताई कर रहे 35 वर्षीय तेज नारायण केवट की ट्रैक्टर पलटने से मौके पर ही मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना से उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

टीले पर जुताई बनी मौत का कारण

यह हादसा उस वक्त हुआ जब तेज नारायण अपने खेत में ट्रैक्टर से जुताई कर रहे थे। उनका खेत कुछ टीलेनुमा था, जिस पर ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ गया। देखते ही देखते ट्रैक्टर पलट गया और तेज नारायण उसके नीचे बुरी तरह दब गए। आस-पास के लोग जब तक मौके पर पहुंचे, तब तक उनकी सांसें थम चुकी थीं।

हादसे की खबर फैलते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई और घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। जुगैल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

तेज नारायण के अचानक चले जाने से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके पीछे उनकी पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं। वे अपने परिवार के अकेले कमाने वाले सदस्य थे। उनकी मौत से परिवार की आजीविका पर गहरा संकट आ गया है। पुलिस ने घटना के संबंध में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। यह दुखद घटना एक बार फिर खेती में सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर करती है।

सोनभद्र में पत्रकार हित में हुआ बड़ा फैसला: ओबरा में मीडिया हब काउंसिल(MHC) की बैठक में हुआ मंथन, "पत्रकार सुरक्षा" पर जोर

विकास कुमार सोनभद्र।ओबरा में मीडिया हब काउंसिल (MHC) की एक महत्वपूर्ण बैठक मंगलवार को ओबरा के इलाहाबादी होटल में हुई, जिसने पत्रकारों के सशक्तिकरण और सुरक्षा की दिशा में एक नया अध्याय जोड़ा। बैठक की अध्यक्षता MHC के जिला अध्यक्ष कैलाश बिहारी ने की, जिसमें जिले भर के प्रमुख पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे।

बैठक का मुख्य उद्देश्य पत्रकार सुरक्षा और संस्था को ज़िले में और अधिक मज़बूत बनाना था। शुरुआत में, जिला अध्यक्ष ने आए हुए सभी सदस्यों को गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें हब काउंसिल का पहचान पत्र पहनाकर सम्मानित किया। यह सम्मान समारोह दर्शाता है कि काउंसिल अपने सदस्यों के प्रति कितनी प्रतिबद्ध है।

रणनीति पर हुई गहन चर्चा

बैठक के दौरान, संस्था को और अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए गहन चर्चा हुई। सदस्यों ने अपने विचार खुलकर रखे। विकास कुमार ने एक अहम सुझाव देते हुए कहा कि क्षेत्रीय पत्रकारों के साथ मिलकर एक बड़ी मीटिंग की जानी चाहिए। इससे पत्रकार बंधुओं को संस्था की नीतियों के बारे में जानकारी मिलेगी और वे बड़ी संख्या में संस्था से जुड़ेंगे, जिससे संस्था और भी मज़बूत होगी।

इस सुझाव का समर्थन करते हुए लाल बहादुर सिंह ने कहा कि मीडिया हब काउंसिल हमेशा पत्रकार हित और पत्रकार सुरक्षा के लिए काम करेगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि काउंसिल किसी भी राजनीतिक गठजोड़ से दूर है और पूरी तरह से पत्रकारों के लिए समर्पित है।

आगामी 9 नवंबर को होगी विस्तृत मीटिंग

सभी सदस्यों की बातों को ध्यान में रखते हुए, जिला अध्यक्ष कैलाश बिहारी ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया। उन्होंने घोषणा की कि आगामी 9 नवंबर को क्षेत्र के सभी सम्मानित पत्रकारों के साथ एक विस्तृत मीटिंग आयोजित की जाएगी। इस मीटिंग में संस्था के प्रचार-प्रसार और सदस्यों को जोड़ने की रणनीति पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

बैठक में यह भी बताया गया कि काउंसिल अपने सदस्यों के लिए निःशुल्क दुर्घटना बीमा की सुविधा देती है। इसके अलावा, यह संस्था समय-समय पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले और वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित करती है। राष्ट्रीय अध्यक्ष इसरार खान द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार, इन सभी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जा रही है।

सभी सदस्यों ने एकमत होकर इस बैठक को सफल बनाया और आगे की रणनीति पर काम करने का संकल्प लिया। इस बैठक में लाल बहादुर सिंह, विकास कुमार, मुकेश कुमार, रोहित द्विवेदी, और राजू जायसवाल सहित कई महत्वपूर्ण सदस्य शामिल रहे। यह बैठक सोनभद्र के पत्रकारिता जगत में एक नई उम्मीद जगा रही है।

सोनभद्र:मनरेगा में 'महा-घोटाला' पनारी में! विकास के नाम पर सरकारी 'लूट' और अब 'लीपापोती' का खेल!

विकास कुमार सोनभद्र । सोनभद्र जिले के चोपन ब्लॉक का पनारी क्षेत्र आजकल विकास के नाम पर हुए भ्रष्टाचार का जीता-जागता उदाहरण बन गया है! यहां महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत ₹10.88 लाख से अधिक की लागत से बने काशी खाड़ी खड़िया नाले पर जल अवरोधक निर्माण कार्य में खुलेआम धांधली सामने आई है। वर्ष 2023 में बना यह निर्माण, अपनी आधी अवधि से भी पहले ही जर्जर होकर दम तोड़ रहा है.

विकास नहीं, ये तो 'सरकारी लूट' है!

22 मार्च, 2023 को शुरू हुआ यह कार्य, जिसकी मौजूदा हालत भ्रष्टाचार की चीख-चीखकर गवाही दे रही है, विकास कार्यों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाता है। कई जगहों पर बड़ी-बड़ी दरारें साफ दिख रही हैं, तो कुछ हिस्से पूरी तरह से टूटकर बिखर चुके हैं। यह सिर्फ एक निर्माण की विफलता नहीं, बल्कि सार्वजनिक धन के घोर दुरुपयोग का एक दुखद और शर्मनाक उदाहरण है.

सूत्रों की मानें तो पनारी में विकास के नाम पर खुला लूट तंत्र चल रहा है! जंगल से मिट्टी हटाने और पत्थर निकालने के नाम पर लाखों रुपये हजम कर लिए गए। इसे विकास कहना गलत होगा, यह तो सरकारी तिजोरी पर सुनियोजित डाका है.

भ्रष्टाचार उजागर होते ही 'लीपापोती' शुरू!

जैसे ही इस महा-भ्रष्टाचार की खबर बाहर आई, कुछ जिम्मेदार अधिकारी आनन-फानन में सीमेंट और बालू लेकर लीपापोती करने पहुंच गए। यह हरकत साफ दर्शाती है कि यदि शुरुआत में ही काम ईमानदारी से हुआ होता, तो आज इस तरह अपनी गलतियों पर पर्दा डालने की नौबत ही नहीं आती। यह अधिकारियों की जवाबदेही से बचने की साफ कोशिश है.

अधिकारियों की भूमिका पर बड़ा सवाल!

सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस ₹10.88 लाख के निर्माण कार्य की गुणवत्ता की निगरानी कौन कर रहा था? किस आधार पर इस घटिया काम को पास किया गया? क्या संबंधित अधिकारियों ने निर्माण के दौरान कोई जांच नहीं की, या फिर जानबूझकर भ्रष्टाचार को अनदेखा किया गया? यह मामला स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभागों की कार्यप्रणाली पर गहरा संदेह पैदा करता है और उनकी जवाबदेही पर सीधा प्रश्नचिन्ह लगाता है।

पनारी: 'विकसित' गाँव की कड़वी सच्चाई!

पनारी गाँव, जिसकी आबादी 35 हजार के करीब है और जिसमें 64 टोले शामिल हैं, चोपन ब्लॉक का एक विशाल और महत्वपूर्ण गाँव है। 20 से 22 किलोमीटर के दायरे में फैले इस गाँव में पांच रेलवे स्टेशन - सलईबनवा, फफराकुंड, मगरदहा, ओबरा डैम और गुरमुरा - भी हैं। 2020 में यहां 16344 मतदाता थे, जो अब 21 हजार तक पहुंच चुके हैं.

लेकिन इस तथाकथित 'विकसित' गाँव की कड़वी सच्चाई यह है कि अदरा कूदर,

छत्ताडांड, ढोढहार जैसे कई टोले, जहां प्रत्येक में करीब 700 की आबादी है, आज भी बिना बिजली और बिना स्कूल के अंधेरे में जी रहे हैं। यह विडंबना साफ दर्शाती है कि एक तरफ जहां विकास के नाम पर लाखों रुपये पानी में बहाए जा रहे हैं और उन पर भी भ्रष्टाचार हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ बुनियादी सुविधाओं के लिए भी लोग तरस रहे हैं.

अब जनता को उठानी होगी आवाज!

भ्रष्ट निर्माण कार्य सीधे तौर पर जनता के विश्वास को ठेस पहुंचाते हैं और उनके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। ऐसे मामलों में त्वरित और कठोर कार्रवाई की नितांत आवश्यकता है। संबंधित अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ निष्पक्ष जांच कर उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

यह समय है कि जनता भी इस पर चुप न रहे। अपनी आवाज उठाना, सवाल पूछना और प्रशासन को जवाबदेह ठहराना हम सबका कर्तव्य है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हमारे गाँव और क्षेत्रों में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार का ऐसा खेल फिर कभी न हो। पनारी के लोगों को अब अपने अधिकारों के लिए खुलकर सामने आना होगा और इन भ्रष्ट अधिकारियों व ठेकेदारों पर लगाम कसनी होगी.

सोनभद्र: बांध में मिला शव, इलाके में सनसनी!पुलिस ने मामले की जांच शुरू की

विकास कुमार सोनभद्र । जुगैल थाना क्षेत्र के गोठानी टोला स्थित चड़की बुडी बंधी में आज सुबह एक व्यक्ति का उतराया हुआ शव मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने तत्काल डायल 112 पर फोन किया, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद शव को बंधी से बाहर निकाला।

मृतक की पहचान उसके पास से मिले आधार कार्ड से हुई। उसकी पहचान 32 वर्षीय कृपाशंकर पुत्र जानकी खरवार, निवासी ग्राम गोठानी के रूप में की गई है। जैसे ही परिजनों को इस दुखद घटना की सूचना मिली और उन्होंने शव देखा, वहां कोहराम मच गया। परिजनों ने शव की शिनाख्त की, जिसके बाद पुलिस ने पंचायतनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और मौत के कारणों का पता लगाने में जुटी है।

सोनभद्र में मानवाधिकार संगठन की बैठक,राष्ट्रीय चेयरमैन ने फूंकी संगठन में नई जान, पदोन्नति का चला दौर!

विकास कुमार सोनभद्र। जिला सोनभद्र में समग्र मानवाधिकार एसोसिएशन की एक महत्वपूर्ण मासिक बैठक आहूत की गई। इस बैठक में संगठन के राष्ट्रीय चेयरमैन श्री बी. यू. अंसारी जी के नेतृत्व में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य संगठन को मजबूत करने और उसके विस्तार की रणनीति पर विचार-विमर्श करना था।

राष्ट्रीय चेयरमैन श्री बी. यू. अंसारी जी ने बैठक के दौरान सभी पदाधिकारियों के कार्यों की सराहना की और उनके योगदान को सराहा। उन्होंने संगठन के प्रति उनकी निष्ठा और अथक प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया। बैठक का एक प्रमुख आकर्षण पदोन्नति का दौर रहा, जहाँ कुछ पदाधिकारियों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए पदोन्नत किया गया।

चेयरमैन श्री अंसारी ने पदोन्नत किए गए सदस्यों को माला पहनाकर प्रोत्साहित किया, जिससे उनमें और अधिक उत्साह भर गया।

इस बैठक में जिला प्रभारी, जिलाध्यक्ष सहित संगठन के अन्य पदाधिकारी और कई सक्रिय कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर संगठन को जमीनी स्तर पर और अधिक प्रभावी बनाने तथा मानवाधिकारों के संरक्षण के लिए एकजुट होकर कार्य करने का संकल्प लिया। यह बैठक संगठन की आगामी रणनीति और लक्ष्यों को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण साबित हुई, जिससे सोनभद्र जिले में मानवाधिकारों के क्षेत्र में और अधिक सक्रियता देखने को मिल सकती है।

सोनभद्र: रेनूकूट में बाबू राम सिंह महाविद्यालय के सामने जंगल में मिला व्यक्ति का शव फांसी पर लटका, इलाके में सनसनी जांच में जुटी पुलिस

विकास कुमार, सोनभद्र। 20 जून, 2025 को बाबू राम सिंह महाविद्यालय के ठीक सामने वाले जंगल में एक व्यक्ति का शव फांसी पर लटका हुआ मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। इस दिल दहला देने वाली घटना की सूचना सबसे पहले नितेश यादव ने टीम निशा बबलू सिंह के सदस्यों को दी।

सूचना मिलते ही, टीम निशा बबलू सिंह के सदस्य बिना देर किए मौके पर पहुँचे। उन्होंने तुरंत मृतक के परिवारजनों को सूचित किया और पुलिस प्रशासन को भी खबर दी गई। पुलिस और परिवारजन भी मौके पर पहुँच गए हैं और आगे की कानूनी कार्यवाही में जुट गए हैं।

फिलहाल, मृतक की पहचान और फांसी के पीछे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की गहनता से जाँच कर रही है। यह हत्या है या आत्महत्या, यह तो जाँच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।

ओबरा में धनवंतरी पतंजलि ने मनाया 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, मंत्री संजीव गोंड़ ने दिया योग संदेश

विकास कुमार सोनभद्र । ओबरा में योग की शक्ति को जन-जन तक पहुंचाने और 'फिट इंडिया' मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए, धनवंतरी पतंजलि योग संस्थान ने इस वर्ष का 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस CISF ओबरा के जांबाज़ जवानों के साथ एक भव्य समारोह के रूप में मनाया। यह तीन दिवसीय योग कार्यशाला प्रशिक्षण शिविर उत्तर प्रदेश सरकार के लोकप्रिय मंत्री संजीव गोंड़, धनवंतरी पतंजलि योग संस्थान के संरक्षक रमेश सिंह, और CISF कमांडेंट सतीश सिंह द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर शुरू किया गया.

'योग: रोग मुक्ति का महामंत्र और राष्ट्र निर्माण का सूत्र' - योग गुरु आचार्य अजय पाठक

इस अवसर पर, धनवंतरी पतंजलि योग संस्थान के संस्थापक और जाने-माने योग गुरु आचार्य अजय पाठक महाराज ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, "योग दुनिया की सबसे कीमती साधन है।" उन्होंने जोर देकर कहा कि संस्थान का मुख्य उद्देश्य योग शिविरों के माध्यम से पूरे राष्ट्र को रोगमुक्त करना और 'हर घर योग प्रशिक्षक बनाओ' अभियान को सफल बनाना है। उनका लक्ष्य है कि हर घर से एक व्यक्ति योग में पारंगत हो और दूसरों को भी इसका लाभ पहुंचाए.

आज के योग सत्र में, योग गुरु आचार्य अजय पाठक के साथ-साथ दिल्ली और उत्तर प्रदेश की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य साक्षी और प्रतिमा ने बेहतरीन योगाभ्यास प्रस्तुत किया। उन्होंने यह साबित कर दिया कि योग न केवल उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करता है, बल्कि ओलंपिक जैसे खेलों में भी पदक जीतकर अपने परिवार और देश का नाम रोशन करने में सहायक हो सकता है। यह प्रदर्शन दिखाता है कि योग केवल शारीरिक कसरत नहीं, बल्कि एक संपूर्ण जीवन शैली है जो उत्कृष्टता की ओर ले जाती है.

युवाओं का जोश: योग से स्वास्थ्य और सफलता का संदेश

इस महोत्सव में धनवंतरी पतंजलि योग संस्थान की राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त बहनें और भाई शामिल हुए, जिन्होंने अपने योगाभ्यास से सभी को प्रभावित किया। दिल्ली से साक्षी, उत्तर प्रदेश से प्रतिमा-प्रिया, और उत्तर प्रदेश से विकास, आयुष, संदीप ने योग गुरु आचार्य अजय पाठक के सानिध्य में स्वास्थ्य रहने का प्रशिक्षण दिया। इन युवा योग साधकों का प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि योग के माध्यम से युवा पीढ़ी भी अपने स्वास्थ्य और भविष्य को उज्ज्वल बना सकती है

इस तीन दिवसीय योग शिविर में विभिन्न रोगों के अनुसार योग क्रियाएं और आयुर्वेदिक दिनचर्या के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। संस्थान का मानना है कि इन पद्धतियों को अपनाकर सभी योग साधक निरोगी काया प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम में संस्थान के मुख्य संरक्षक रमेश सिंह भी उपस्थित रहे, क्योंकि यह कार्यक्रम उन्हीं के माध्यम से आयोजित किया जाना सुनिश्चित किया गया था। यह आयोजन धनवंतरी पतंजलि योग संस्थान के दिल्ली से साक्षी, उत्तर प्रदेश से प्रतिमा-प्रिया, विकास, आयुष बंसल, संदीप और अन्य पदाधिकारियों के सानिध्य में सफलतापूर्वक संपन्न होगा.

यह शिविर योग के माध्यम से स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की प्रेरणा देता है और 'फिट इंडिया' के सपने को साकार करने में एक महत्वपूर्ण कदम है.

सोनभद्र में 'तेज रफ्तार का कहर': ट्रकों ने बाइक सवारों को कुचला, 'टीम निशा' बनी देवदू

विकास कुमार सोनभद्र: रेणुकूट में दोपहर सोनभद्र के रेणुकूट में खाड़ पाथर धोकी नाले के पास एक दर्दनाक सड़क हादसे ने इलाके में हड़कंप मचा दिया। रफ्तार के नशे में धुत दो ट्रक चालकों ने एक बाइक पर सवार दो युवकों को बेरहमी से कुचल दिया और मौके से फरार हो गए.

हालांकि, 'टीम निशा बबलू सिंह जी' के सक्रिय सदस्यों ने फरिश्ता बनकर घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया और एक बड़ी मानवीय मिसाल पेश की।जानकारी के अनुसार, यह भीषण हादसा उस वक्त हुआ जब बिरड़ गांव, दुद्धी के निवासी धीरेन्द्र कुमार (पुत्र भरत लाल) और शिवम कुमार (पुत्र किसन राम पटेल) अपनी बाइक से खाड़ पाथर धोकी नाला मार्ग से गुजर रहे थे। तभी अचानक पीछे से आ रहे दो ट्रकों ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया

टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों युवक सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए और ट्रक चालक मौके से फरार हो गए।हादसे की सूचना तुरंत कृष्णा मंदिर के पास रहने वाले छोटे भाई मद्रासी ने 'टीम निशा बबलू सिंह जी' को दी। सूचना मिलते ही, टीम के सदस्य डब्लू प्रताप सिंह जी ने बिना देर किए 100 नंबर पर पुलिस को सूचित किया और पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।घायल पड़े धीरेन्द्र कुमार और शिवम कुमार को तुरंत हिंडाल्को अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए भर्ती कराया गया

'टीम निशा' के सदस्यों ने तत्परता दिखाते हुए घायलों के परिजनों को भी घटना की सूचना दी, जिससे समय रहते वे अस्पताल पहुंच सकें.

'टीम निशा बबलू सिंह जी' द्वारा जनहित में किए जा रहे इस तरह के कार्य लगातार सराहनीय रहे हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी पीड़ितों की मदद के लिए उनका तुरंत आगे आना, समाज के लिए एक प्रेरणा है। इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा नियमों के पालन और लापरवाह ड्राइविंग के गंभीर परिणामों की ओर ध्यान खींचा है। पुलिस ने अज्ञात ट्रक चालकों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

सोनभद्र : "सनसनीखेज खुलासा: हिंडालको में 'नौकरी का झांसा, लाखों का चूना'!

विकास कुमार सोनभद्र । सोनभद्र जिले के हिंडालको कारखाने में नौकरी दिलाने के नाम पर एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है, जिसने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। इस सनसनीखेज मामले के केंद्र में हैं अल्युमिनियम कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष ब्रह्मानंद सिंह, जिन पर एक युवक से ₹5 लाख रुपये ठगने का गंभीर आरोप लगा है। आरोप है कि सिंह ने नौकरी लगवाने का वादा किया, लेकिन न तो नौकरी मिली और न ही पैसे वापस हुए।

यह मामला तब प्रकाश में आया जब शिकायतकर्ता डब्ल्यू सिंह ने इस धोखाधड़ी का "जीता-जागता प्रमाण" होने का दावा करते हुए, सोशल मीडिया का सहारा लिया। उन्होंने हिंडालको के वरिष्ठ अधिकारियों और समस्त मजदूर भाइयों के सामने इस "अन्याय" को बेनकाब किया।

सबूतों का 'बम' फोड़ा: वॉयस रिकॉर्डिंग, बाउंस चेक और 'फर्जी' ऑफर लेटर!

डब्ल्यू सिंह का दावा है कि उनके पास इस धोखाधड़ी के "अकाट्य प्रमाण" मौजूद हैं, जो यूनियन अध्यक्ष ब्रह्मानंद सिंह की कथित संलिप्तता को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं। इन सबूतों में सबसे चौंकाने वाले हैं:आरोपी और पीड़ित के बीच की वॉयस रिकॉर्डिंग: यह रिकॉर्डिंग कथित तौर पर इस बात का प्रमाण है कि पैसों के लेनदेन और नौकरी के वादे पर बातचीत हुई थी। बाउंस हुआ चेक: पीड़ित को पैसे वापस करने के लिए दिया गया एक चेक, जो बैंक में बाउंस हो गया, धोखाधड़ी की नीयत को और पुख्ता करता है। कथित 'ऑफर लेटर': एक संदिग्ध ऑफर लेटर भी सबूत के तौर पर पेश किया गया है, जिसकी सत्यता की जांच होनी बाकी है।

इन ठोस सबूतों के आधार पर डब्ल्यू सिंह ने यूनियन अध्यक्ष पर सीधे तौर पर "धोखाधड़ी और विश्वासघात" का आरोप लगाया है।

शिकायतकर्ता की 'गुहार': दोषियों पर हो 'कठोर कार्रवाई', पीड़ित को मिले 'न्याय'

डब्ल्यू सिंह का मुख्य आरोप यह है कि यूनियन अध्यक्ष ब्रह्मानंद सिंह ने नौकरी लगवाने के नाम पर ₹5 लाख रुपये की मोटी रकम ली। उन्होंने हिंडालको प्रबंधन से "भ्रष्टाचारी यूनियन लीडर और इसमें शामिल अधिकारियों" के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई की मांग की है।

डब्ल्यू सिंह ने अपनी भावुक अपील में पीड़ित युवक को वापस नौकरी देने और उसके साथ हुए "अन्याय का प्रतिकार" करने की भी मांग की है। उन्होंने अपने वीडियो को अधिक से अधिक साझा करने की अपील की है ताकि "भविष्य में कोई और युवक या उनके माता-पिता इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार न हो।"

'जानवर' हैं ऐसे धोखेबाज! डब्ल्यू सिंह की 'न्याय' के लिए लड़ाई

डब्ल्यू सिंह ने ऐसे धोखेबाजों को "जानवर" करार दिया है, जो युवाओं और उनके माता-पिता की "जीवन भर की कमाई को छीन लेते हैं और उन्हें असहनीय पीड़ा देते हैं।" उन्होंने खुद को "प्रभु का दास" बताते हुए इस अन्याय के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है। उनकी इस मार्मिक अपील ने सामाजिक न्याय के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को उजागर किया है।

हिंडालको प्रबंधन की 'अग्निपरीक्षा': विश्वसनीयता दांव पर!

यह घटना हिंडालको प्रबंधन के लिए एक गंभीर चुनौती पेश करती है। इस मामले की निष्पक्ष जांच करने और यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का दबाव प्रबंधन पर होगा। इस तरह के आरोप न केवल कंपनी की सार्वजनिक छवि को धूमिल करते हैं, बल्कि कार्यरत श्रमिकों और नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के विश्वास को भी गहरी ठेस पहुँचाते हैं। यदि ये आरोप सही साबित होते हैं, तो यह कारखाने के भीतर व्याप्त कथित भ्रष्टाचार और यूनियन नेताओं की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े करेगा।

पूरा मामला अब हिंडालको प्रबंधन और संबंधित अधिकारियों के समक्ष है। देखना होगा कि वे इस संवेदनशील और गंभीर मुद्दे पर क्या कदम उठाते हैं और पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए क्या कार्रवाई की जाती है। इस घटना ने एक बार फिर नौकरी के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। इस मामले पर हमारी नज़र बनी हुई है और जल्द ही आगे के अपडेट सामने आएंगे।