आजमगढ़:: पूर्णश्लोक अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के तहत नगर पालिका सम्मेलन नेहरु हाल में सम्पन्न हुआ

उपेन्द्र पांडेय,आजमगढ़: अहिल्याबाई होल्कर त्रि- शताब्दी स्मृति अभियान का कार्यक्रम नगर पालिका में संपन्न हुआ।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में दारा सिंह चौहान (कारागार मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार) मौजूद रहे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा महिला सफाई कर्मचारियों को अंगवस्त्र पुष्प गुच्छ व स्वच्छता किट देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि कारागार मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार दारा सिंह चौहान ने कहा कि पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर भारतीय हतिहास की उन महान नारियों में से हैं, जिन्होंने नारी शक्ति, प्रशासनिक दक्षता और धर्म-परायणता का ऐसा अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया, जिसकी स्मृति आज भी भारतीय जनमानस में श्रद्धा के साथ अंकित है। 31 मईं, 1725 को महाराष्ट्र के अहमदनगर जनपद स्थित चांडी ग्राम में जन्मी अहिल्याबाई, प्रारंभ से ही विलक्षण प्रतिभा और प्रखर बुद्धि की धनी थीं। उनके पिता मानकोजी शिदे मराठा साम्राज्य में पाटिल के पद पर कार्यरत थे, जिन्होंने अपनी पुत्री को मर्यादा, नीति और धर्म का संस्कार बचपन से ही दिया।

विवाह के उपरांत अहिल्याबाई मालवा राज्य की बहू बनीं और कालांतर में राज्य की महारानी। यह मार्ग सरल न था। युद्ध में पति खांडेराव की मृत्यु. फिर ससुर मल्हारराव का निधन और अंतत: अपने इकलौते पुत्र मालेराव की असामयिक मृत्यु- ये सारे आघात अहिल्याबाई पर एक के बाद एक टूटे, परंतु उन्होंने इन्हें दुर्बलता नहीं, बल्कि दायित्व का आह्वान समझा। 11 दिसम्बर, 1767 को जब उन्हें विधिवत राज्याभिषेक कर राजसिंहासन सौंपा गया, तब उन्होंने न केवल राज्य को स्थायित्व दिया, बल्कि अपनी दूरदृष्टि, न्यायप्रियता और धर्मनिष्ठा से उसे समृद्धि की ओर अग्रसर किया। उनकी न्यायिक व्यवस्था इतनी प्रभावी थी कि प्रजा उन्हें साक्षात धर्म का रूप मानती थी। उन्होंने देशभर में मंदिरों, कुओं, धर्मशालाओं और घाटों का निर्माण करवाया, जिनमें काशी, गया, सोमनाथ, द्वारका, रामेश्वरम् जैसे तीर्थस्थलों का विशेष उल्लेखनीय स्थान है।

अहिल्याबाई न केवल धर्मप्रेमी थीं, बल्कि उत्कृष्ट शासक भी- वे सैनिक रणनीति में निपुण थीं, राज्य कीआय-व्यय प्रणाली को व्यवस्थित करती थीं, और महिला सशक्तिकरण की मूर्तिमान प्रेरणा थीं। उनके शासनकाल में मालवा न केवल राजनैतिक रूप सें स्थिर रहा, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उन्नयन का भी केंद्र बना। 13 अगस्त, 1795 को जब अहिल्याबाई इस लोक से विदा हुईं, तब वे अपने पीछे एक ऐसा आदशं राज्य मॉडल छोड़ गई, जिसमें शक्ति, सेवा और संयम का प्रतीक माना जाता है।

इस अवसर पर जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव कुमार सिंह पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष माला द्विवेदी , श्रीकृष्ण पाल,प्रेम प्रकाश राय, पूनम सिंह ,विभा बर्नवाल, अवनीश मिश्रा अजय सिंह, विवेक निषाद,मृगांक शेखर सिन्हा, संतोष चौहान, धर्मवीर चौहान , अवनीश चतुर्वेदी, शोभित श्रीवास्तव मौजूद रहे।

उ.प्र सहकारी चीनी मिल्स संघ लिमिटेड के नवनिर्वाचित उपसभापति ऋषिकांत राय का हुआ जोरदार स्वागत

उपेन्द्र पांडेय,आजमगढ़:: उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल्स संघ लिमिटेड उपसभापति/उपाध्यक्ष नवनिर्वाचित होने के उपरांत लालगंज के पूर्व जिला अध्यक्ष ऋषिकांत राय के जनपद में प्रथम आगमन पर भारतीय जनता पार्टी लालगंज के निवर्तमान जिला अध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं में अपने हुजूम के साथ फूलवरिया टोल प्लाजा से स्वागत की शुरुवात करते हुए भाजपा कार्यालय तक जगह जगह अपने नेता के नेतृत्व में स्वागत किया। भाजपा कार्यालय पहुंचने के उपरांत ऋषिकांत राय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय,महाराजा अग्रसेन, प लक्ष्मी शंकर मिश्र और बाबू विश्राम राय की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद आयोजित स्वागत समारोह में उपस्थित हुए।

  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोरखपुर के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय उपस्थित रहे।

 सहजानंद राय ने कहा कि अब यह चुनाव केवल पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को ही लड़ने का मौका मिला करता था।अब यही आजमगढ़ जैसी कृषक भूमि से निकले किसान के बेटे को भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने जो कम किया है। यह कार्यकर्ताओं के लिए एक मिशाल कायम किया है। क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय ने कहा कि पार्टी का हर कार्यकर्ता आपसी वैमनस्यता को दूर करने और समर्पित भाव से काम करने का कड़ा निर्देश दिया।  

   ऋषिकांत राय ने कहा कि मुझे जैसे साधारण कार्यकर्ता को भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी बना कर उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य के चीनी मिल्स संघ का उपसभापति बनाया। इसके लिए मैं पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं। मैं चीनी मिल से आने वाली किसान कबसारी समस्याओं को शासन तक पहुंचने के काम करूंगा जिससे आने वाले समय में गन्ना किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का निदान हो सकेगा।

मंच का संचालन जिला मंत्री दिलीप सिंह बघेल ने किया।

  इस अवसर पर निवर्तमान जिला अध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव,श्रीकृष्ण पाल,जिला अध्यक्ष विनोद राजभर,क्षेत्रीय संयोजक श्रम प्रकोष्ठ रमाकांत मिश्रा,पूर्व सांसद संगीता आजाद,पूर्व विधायक आजाद अरिमर्दन,पूर्व प्रत्याशी अखिलेश मिश्रा,संचालक रामश्रय राय,उपसभापति रजनीश राय, जिला उपाध्यक्ष हनुमत सिंह,जिला मंत्री अजय यादव,शैलेंद्र यादव, ब्लॉक प्रमुख अनुराग सिंह,प्रवीण सिंह,अजय सिंह,अमन श्रीवास्तव,मयंक श्रीवास्तव,सत्यम राय,शिवम् राय,कुणाल,शिवांश यादव आदि मौजूद रहे।

आज से नौतपा 25 मई 2025 से शुरु

उपेन्द्र पांडेय

आजमगढ़::आज से नौतपा शुरू हो गया है आईए जानते हैं ज्योतिषाचार्य भूपेंद्रानंद महाराज ने नौतपा को लेकर बहुत बड़ी जानकारी दिया। जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है इस समय सूर्य पृथ्वी के सबसे करीब होते हैं, जिससे गर्मी का असर बहुत बढ जाता है । धार्मिक दृष्टि से इसका समय 15 दिन का होता है। शुरुआती 9दिनो में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने के कारण इसे नौतपा कहा जाता है। इस साल नौतपा 8जून तक रहेगा , नौ दिन सूरज जितना प्रचंड होगा, बारिश उतनी ज्यादा होगी । जैसा कि मैंने पहले ही कहा था कि इस वर्ष तूफान बारिश ओले ,भूकम्प आदि पडने के प्रबल सम्भावना है , ठीक 25 मई से 8जून तक सतर्क रहने की आवश्यकता है , इसमे जन हानि और दुर्घटना ,बारिश और तूफान से दिक्कत होगी।राजधानी से शुरुआत अतः मौसम और धूप से बचे , नदी मे स्नान से बचे खतरा ,जून में किसी बडे नेता को गम्भीर बिमारी होने के संकेत ।

ज्योतिष भूपेन्द्रानन्द महाराज ( गुरु जी)

एक देश और एक चुनाव के कार्यक्रम के बाद भाजपा के पदाधिकारी ने प्रधानमंत्री के मन की बात को सुना

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़ ::भारतीय जनता पार्टी एक देश एक चुनाव के संबन्ध में बेलइसा स्थित विद्यालय के सभागार में सदर विधानसभा का समागम सम्पन्न हुआ। जिला पदाधिकारी मंडल पदाधिकारी व कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 121वें मन की बात कार्यक्रम को सुना।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव कुमार सिंह कार्यक्रम संयोजक पवन सिंह मुन्ना व सह संयोजक विनय प्रकाश गुप्ता मौजूद रहे।

इस अवसर पर जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव कुमार सिंह ने कहा कि ह आजादी के बाद 1967 तक हमारे देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ होते थे और पांच वर्षों तक कोई चुनाव नहीं होने से चुनी हुई सरकार को पांच वर्ष विकास के काम करने का अवसर मिलता था। लेकिन 1967 के बाद सरकारों के समय से पूर्व गिरने और राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने से यह क्रम टूट गया और आज परिस्थितियां ऐसी बन गई है कि प्रति वर्ष किसी न किसी राज्य में चुनाव होता रहता हैं। जिसके कारण आचार संहिता लगने से विकास कार्य बाधित हो जाते हैं। लोकसभा और विधानसभा का चुनाव अलग-अलग होने से हजारों करोड़ रुपए खर्च होते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में इस एक राष्ट्र एक चुनाव का संकल्प लिया था जिसके संबंध में कदम आगे बढ़ाए जा रहे हैं । एक राष्ट्र एक चुनाव के सम्बन्ध में देश भर में चर्चा चल रही है उसी क्रम में आज हम सभी यहा उपस्थित हैं । लोकसभा और विधानसभा का चुनाव एकसाथ होने से जनता के टैक्स का पैसा बचेगा जिससे जनहित के दूसरे विकास कार्यों लगाया जा सकेगा। एक राष्ट्र एक चुनाव की चर्चा हम सभी को जनता के बीच जाकर करनी होगी और उसके फायदे बताने होंगे। विकसित भारत बनने के लिए यह भी आवश्यक है की पांच साल में एक बार चुनाव हो और फिर पांच वर्ष लगातार सिर्फ विकास के का निर्बाध रूप से हो।

इस अवसर पर अखिलेश मीश्रा गुड्डू, घनश्याम पटेल,जयनाथ सिंह, , डा श्याम नारायण सिंह, सचिदानंद सिंह, हरिवंश मिश्रा, पवन सिंह मुन्ना यशवंत सिंह, आर पी राय, हवलदार सिंह , विनय प्रकाश गुप्ता, पंकज सिंह कौशिक,अशोक सोनकर, मनीष सिंह दिवाकर सिंह, राकेश सिंह प्रमोद चौहान, मृगांक शेखर सिन्हा, विवेक निषाद, प्रवीण सिंह, मिथिलेश चौरसिया, संतोष चौहान, अवनीश चतुर्वेदी, मुन्सी निषाद, अभिषेक गुप्ता गोलू, नीरज सिंह ,रमेश सैनी, अभिनव श्रीवास्तव, योगेन्द्र यादव पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

वीरों के सम्मान में आजमगढ़ व्यापारियों ने बंद किया दुकान और विशाल शोक सभा

उपेन्द्र कुमार पांडेय,आजमगढ़। कश्मीर के पहलगाम में हुई विभत्स घटना से आजमगढ़ का जन-जन आक्रोशित है और इसी के विरोध में शुक्रवार को आजमगढ़ के व्यापारियांं ने अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद आक्रोशित जनता ने आतंकवाद को पोषित करने वाले पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया और पाकिस्तान का पुतला दहन कर अपनी भड़ास निकालकर एकजुटता का संदेश दिया। प्रदर्शन और बंदी को सफल बनाने में शहर के पुरानी कोतवाली पर आर्यमगढ दुर्गा पूजा महासमिति, विहिप गोरक्षा विभाग, व्यापार मंडल, भाजपा समेत अनेकों संगठनों के लोग एकत्र हुए और सभी से बंदी का आह्वान की अपील कियाऔर जनसमर्थन मांगा।

इसके उपरांत पैदल मार्च करते हुए पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाये। कार्यक्रम का नेतृत्व आर्यमगढ़ दुर्गा पूजा महासमिति के अध्यक्ष अरविन्द मोदनवाल और विहिप गोरक्षा विभाग के प्रान्त संयोजक गौरव सिंह रघुवंशी ने किया। प्रदर्शन करते हुए लोग हाथों में भगवा ध्वज और तिरंगा लेकर मातबरगंज शंकर जी की मूर्ति होते हुए मुख्य चौक पर आंतक का पर्याय बने पाकिस्तान का पुतला दहन किया। पुरानी कोतवाली पर विरोध प्रदर्शन करते हुए वक्ताओं ने अपने विचार प्रकट करते हुए आतंकी हमले कि निंदा की और सभी देशवासियों से एकजुट होने कि अपील किया।

कार्यक्रम में विशेष रूप से दीपक राय, अजय अग्रवाल, अभिषेक जायसवाल दीनू, आर.पी. राय सोनू, चंदन सिंह, श्री कृष्ण सिंह किशन, पद्माकर लाल वर्मा, विनय गुप्ता, अमन श्रीवास्तव, शैलेन्द्र अग्रवाल, ऋत्विक जायसवाल, विनीत सिंह रिशु, गोविन्द दुबे, रविन्द्र पाण्डेय, राजेश गोंड, विवेक सिंह, अश्वनी मिश्रा, शशांक तिवारी, विकास वर्मा, संदीप सिंह समेत नगर के अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

इस अवसर पर अनिल अग्रवाल, अमन गर्ग, सुधीर गुप्ता, विजय सोनकर, मिथुन निषाद, इंद्रजीत निषाद, उत्कर्ष सिंह, प्रशांत सिंह, अंकुर गुप्ता, अनिल सोनकर, सागर सेठ, जितेंद्र गुप्ता, अरविन्द वर्मा, संदरी सिंह, शौनक शाहू, संदीप सेठ, चंद्रकेश गोंड, गौतम बरनवाल, विमल निषाद, तुषार सेठ, तनिष्क, आकाश गुप्ता, विनायक, आशुतोष, हर्ष, मकरध्वज यादव, सूरज समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

श्री विश्वकर्मा मय पाञ्चाल ब्राह्मण सभा की बैठक में नई कार्यकारिणी का गठन...

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़: आज दिनांक 20 अप्रैल, 2025 को श्री विश्वकर्मा मय पाञ्चाल ब्राह्मण सभा की बैठक श्री विश्वकर्मा मंदिर सरफुद्दीनपुर स्थित रेलवे स्टेशन मार्ग पर आयोजित की गई....

बैठक की अध्यक्षता संरक्षक श्री रामकेर विश्वकर्मा जी ने की,

बैठक में वार्षिक अधिवेशन के उपरान्त एवं नई कार्यकारिणी पर विचार-विमर्श किया गया।

इसके पश्चात सर्वसम्मति से नई कार्यकारिणी का अनुमोदन किया गया।

नई कार्यकारिणी में श्री महेंद्र विश्वकर्मा को अध्यक्ष, श्री अम्बुज विश्वकर्मा को महामंत्री और श्री रजनीश विश्वकर्मा को कोषाध्यक्ष एवं श्री मोनू विश्वकर्मा को संगठन मंत्री चुना गया।

उपाध्यक्ष पद पर श्री छवि श्याम विश्वकर्मा सहित सभी कार्यकारिणी पदाधिकारियों व सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।

आज की बैठक में मुख्य रूप से संरक्षक श्री श्यामा प्रसाद शर्मा, श्री रामकेर विश्वकर्मा, श्री विंध्याचल शर्मा डॉ० जे० आर० विश्वकर्मा, श्री उमाशंकर विश्वकर्मा, हरिराम विश्वकर्मा, प्रेमनाथ विश्वकर्मा, महात्मा विश्वकर्मा, राममिलन विश्वकर्मा, राजेश विश्वकर्मा, मोतीलाल विश्वकर्मा, नंदलाल विश्वकर्मा, अच्छे विश्वकर्मा, नंदकिशोर विश्वकर्मा, विनोद विश्वकर्मा, विकेंद्र विश्वकर्मा, जगदीश विश्वकर्मा, आदि कई स्वजातीय बंधु उपस्थित रहे।

ब्रह्म मुहूर्त में उठने की परंपरा क्यों ?

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़::रात्रि के अंतिम प्रहर को ब्रह्म मुहूर्त कहते हैं। हमारे ऋषि मुनियों ने इस मुहूर्त का विशेष महत्व बताया है। उनके अनुसार यह समय निद्रा त्याग के लिए सर्वोत्तम है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने से सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।

सूर्योदय से चार घड़ी (लगभग डेढ़ घण्टे) पूर्व ब्रह्म मुहूर्त में ही जग जाना चाहिये। इस समय सोना शास्त्र निषिद्ध है। ब्रह्म का मतलब परम तत्व या परमात्मा। मुहूर्त यानी अनुकूल समय। रात्रि का अंतिम प्रहर अर्थात प्रात: 4 से 5.30 बजे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहा गया है।

“ब्रह्ममुहूर्ते या निद्रा सा पुण्यक्षयकारिणी”।

अर्थात - ब्रह्ममुहूर्त की निद्रा पुण्य का नाश करने वाली होती है।

सिख धर्म में इस समय के लिए बेहद सुन्दर नाम है--"अमृत वेला", जिसके द्वारा इस समय का महत्व स्वयं ही साबित हो जाता है। ईश्वर भक्ति के लिए यह महत्व स्वयं ही साबित हो जाता है। ईवर भक्ति के लिए यह सर्वश्रेष्ठ समय है। इस समय उठने से मनुष्य को सौंदर्य, लक्ष्मी, बुद्धि, स्वास्थ्य आदि की प्राप्ति होती है। उसका मन शांत और तन पवित्र होता है।

ब्रह्म मुहूर्त में उठना हमारे जीवन के लिए बहुत लाभकारी है। इससे हमारा शरीर स्वस्थ होता है और दिनभर स्फूर्ति बनी रहती है। स्वस्थ रहने और सफल होने का यह ऐसा फार्मूला है जिसमें खर्च कुछ नहीं होता। केवल आलस्य छोड़ने की जरूरत है।

पौराणिक महत्व

वाल्मीकि रामायण के मुताबिक माता सीता को ढूंढते हुए श्रीहनुमान ब्रह्ममुहूर्त में ही अशोक वाटिका पहुंचे। जहां उन्होंने वेद व यज्ञ के ज्ञाताओं के मंत्र उच्चारण की आवाज सुनी।

शास्त्रों में भी इसका उल्लेख है--

वर्णं कीर्तिं मतिं लक्ष्मीं स्वास्थ्यमायुश्च विदन्ति।

ब्राह्मे मुहूर्ते संजाग्रच्छि वा पंकज यथा॥

अर्थात- ब्रह्म मुहूर्त में उठने से व्यक्ति को सुंदरता, लक्ष्मी, बुद्धि, स्वास्थ्य, आयु आदि की प्राप्ति होती है। ऐसा करने से शरीर कमल की तरह सुंदर हो जाता हे।

ब्रह्म मुहूर्त और प्रकृति

ब्रह्म मुहूर्त और प्रकृति का गहरा नाता है। इस समय में पशु-पक्षी जाग जाते हैं। उनका मधुर कलरव शुरू हो जाता है। कमल का फूल भी खिल उठता है। मुर्गे बांग देने लगते हैं। एक तरह से प्रकृति भी ब्रह्म मुहूर्त में चैतन्य हो जाती है। यह प्रतीक है उठने, जागने का। प्रकृति हमें संदेश देती है ब्रह्म मुहूर्त में उठने के लिए।

इसलिए मिलती है सफलता व समृद्धि

आयुर्वेद के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में उठकर टहलने से शरीर में संजीवनी शक्ति का संचार होता है। यही कारण है कि इस समय बहने वाली वायु को अमृततुल्य कहा गया है। इसके अलावा यह समय अध्ययन के लिए भी सर्वोत्तम बताया गया है क्योंकि रात को आराम करने के बाद सुबह जब हम उठते हैं तो शरीर तथा मस्तिष्क में भी स्फूर्ति व ताजगी बनी रहती है। प्रमुख मंदिरों के पट भी ब्रह्म मुहूर्त में खोल दिए जाते हैं तथा भगवान का श्रृंगार व पूजन भी ब्रह्म मुहूर्त में किए जाने का विधान है।

ब्रह्ममुहूर्त के धार्मिक, पौराणिक व व्यावहारिक पहलुओं और लाभ को जानकर हर रोज इस शुभ घड़ी में जागना शुरू करें तो बेहतर नतीजे मिलेंगे।

ब्रह्म मुहूर्त में उठने वाला व्यक्ति सफल, सुखी और समृद्ध होता है, क्यों? क्योंकि जल्दी उठने से दिनभर के कार्यों और योजनाओं को बनाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। इसलिए न केवल जीवन सफल होता है। शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने वाला हर व्यक्ति सुखी और समृद्ध हो सकता है। कारण वह जो काम करता है उसमें उसकी प्रगति होती है। विद्यार्थी परीक्षा में सफल रहता है। जॉब (नौकरी) करने वाले से बॉस खुश रहता है। बिजनेसमैन अच्छी कमाई कर सकता है। बीमार आदमी की आय तो प्रभावित होती ही है, उल्टे खर्च बढऩे लगता है। सफलता उसी के कदम चूमती है जो समय का सदुपयोग करे और स्वस्थ रहे। अत: स्वस्थ और सफल रहना है तो ब्रह्म मुहूर्त में उठें।

वेदों में भी ब्रह्म मुहूर्त में उठने का महत्व और उससे होने वाले लाभ का उल्लेख किया गया है।

प्रातारत्नं प्रातरिष्वा दधाति तं चिकित्वा प्रतिगृह्यनिधत्तो।

तेन प्रजां वर्धयमान आयू रायस्पोषेण सचेत सुवीर:॥ - ऋग्वेद-1/125/1

अर्थात- सुबह सूर्य उदय होने से पहले उठने वाले व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इसीलिए बुद्धिमान लोग इस समय को व्यर्थ नहीं गंवाते। सुबह जल्दी उठने वाला व्यक्ति स्वस्थ, सुखी, ताकतवाला और दीर्घायु होता है।

यद्य सूर उदितोऽनागा मित्रोऽर्यमा।

सुवाति सविता भग:॥ - सामवेद-35

अर्थात- व्यक्ति को सुबह सूर्योदय से पहले शौच व स्नान कर लेना चाहिए। इसके बाद भगवान की पूजा-अर्चना करना चाहिए। इस समय की शुद्ध व निर्मल हवा से स्वास्थ्य और संपत्ति की वृद्धि होती है।

भाजपा के जिलाध्यक्ष ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ऊपर लगाए लगाया बडा आरोप

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़ ::भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर थ्रुव सिंह ने जिला कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि भारतीय जनता पार्टी जहां एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की सरकार, अपराधमुक्त उत्तर प्रदेश बनने का काम कर रही है।

वहीं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गंभीरपुर थाना के मंगरावां क्षेत्र के एक अपराधी गैगेस्टर के घर वोट बैंक के लिए दावतें वलीमा में शामिल होते हैं। आजमगढ़ की जनता ने अखिलेश यादव और उनके भाई को आजमगढ़ से सांसद बनाकर सम्मान दिया था लेकिन वह आजमगढ़ के आम जनता के दुःख सुख में कभी नहीं आते। ये लोग दिखावे के लिए संविधान हाथ में लेकर घूमते हैं लेकिन किसी दलित के घर किसी गरीब के घर किसी साधारण कार्यकर्ता के घर कभी नहीं जाते।

अभी हाल ही में एक दलित के साथ दुखद घटना घटी है लेकिन अखिलेश यादव को उस दलित परिवार से मिलने की फुर्सत नहीं है। अखिलेश यादव सिर्फ, जो उनके फाइनेंसर है, माफिया है, गुन्डे है ,जमीन कब्जा करने वाले लोग हैं जिनके उपर सरकारी विभागों के कई मुकदमे दर्ज हैं,उनके घर दावत उड़ानें जाते हैं।वह किसी भी गरीब के आंसू पोंछने कभी भी आजमगढ़ नहीं आते हैं। हमारी सरकार ने आजमगढ़ में हमारे सांसद विधायक ना होने के बाद भी आजमगढ़ के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा है। आजमगढ़ में विश्वविद्यालय, अटल आवासीय विद्यालय, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, एयर पोर्ट सभी सड़कें फोर लेन ,सिक्स लेन से जोड़ी जा रही है, संगीत विद्यालय जैसी तमाम योजनाओं से आजमगढ़ का विकास करने का काम कर रहीं हैं। अपराधियों का आजमगढ़ से धीरे-धीरे खात्मा हो रहा है। लेकिन सपा को आजमगढ़ ने दस विधायक और दो सांसद दिया जिसके बदले में सपा मुखिया अखिलेश यादव आजमगढ़ में गुन्डे,अपराधियों ,माफियाओं को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं।

इस अवसर पर प्रदेशकार्यसमिति सदस्य अखिलेश मिश्रा गुड्डू और पूर्व विधायक वंदना सिंह मोजूद रहे।

*भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष एमएलसी प्रांशु दत्त द्विवेदी का आजमगढ़ आगमन पर हुआ जोरदार स्वागत*

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़::भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष व सदस्य विधान परिषद प्रांशु दत्त द्विवेदी के लालगंज लोकसभा के ओमप्रकाश मिश्रा डिग्री कॉलेज, फुलेश के फेयरवेल कार्यक्रम में उपस्थित होने के पूर्व फुलवरिया टोल प्लाजा पर भारतीय जनता पार्टी के निवर्तमान जिलाध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव व भाजयुमो जिलाध्यक्ष पुष्कर मिश्रा के नेतृत्व में कार्यकताओं में जोरदार फूल मालाओं से स्वागत किया।

सैकड़ो कार्यकताओं द्वारा फुलवरिया, माहुल, अंबारी, पल्थी , दीदारगंज में जगह-जगह रोक कर जोरदार स्वागत किया गया।

उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को पार्टी के कार्यकमों में गति प्रदान करने व घर घर संपर्क व वन नेशन वन इलेक्शन कार्यकम में जुट कर सफल बनाने का आह्वाहन किया।

इस अवसर पर जिला मंत्री दिलीप सिंह बघेल,मंडल अध्यक्ष माहुल विमलेश पांडेय, भाजयुमो जिला महामंत्री अंकुर राय,जिला मंत्री भाजयुमो अमन श्रीवास्तव, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रानू राजभर,जिला उपाध्यक्ष भाजयुमो प्रदुम्न मिश्रा, अभय चौरसिया, सौरभ कन्नौजिया सहित सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।

आजमगढ़::रामनवमी पर निकली भव्य शोभा यात्रा, झंकियों पर हुई पुष्पवर्षा

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़। रामनवमी के अवसर पर सठियाँव बाजार में विहिप द्वारा प्रति वर्ष कि भाँती रामजन्मोत्सव पर रविवार को देरशाम भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं व श्रद्धालुओं द्वारा लगाए गए जय श्रीराम के नारों से पूरा क्षेत्र गूँज उठा। शोभायात्रा का जगह जगह लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया एवं यात्रा में चल रही मनमोहक झाँकियों का पूजन अर्चन भी किया। रामदरबार कि झांकी का शोभायात्रा का शुभारंभ सठियाँव हनुमान जी के मंदिर से किया गया। जिसके बाद मुख्य चौक से मुहम्मदाबाद रोड होते हुए सठियाँव रेलवे स्टेशन से जहानागंज मोड़ होते हुए पुनः हनुमान मंदिर पर सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ एवं आरती के साथ यात्रा का समापन किया गया। रामदरबार, माँ दुर्गा, केवट प्रसंग, वीर शिवाजी, भगवान परशुराम, काशी विश्वनाथ कि तर्ज पर बनी आकर्षक झांकियों और सरस्वती शिशु मंदिर सठियाँव के बच्चों द्वारा घोष वादन ने लोगों का मन मोह लिया। हाथों में भगवा ध्वज लिए जय श्रीराम के नारों के साथ कार्यकर्ता कदमताल करते नजर आये।

यात्रा में प्रमुख रूप से सेवा भारती के प्रान्त संगठन मंत्री सत्येंद्र जी, भाजपा नेता जयनाथ सिंह, दुर्गविजय यादव, विहिप से अशोक अग्रवाल,राणाप्रताप राय सोनू, दीनानाथ सिंह, अरविन्द अग्रवाल, गौरव रघुवंशी,आरएसएस जिला संघ चालक कामेश्वर जी, जिला कार्यवाह अरुण पाल, तेज प्रताप, गोपाल जायसवाल, डॉ आरपी सिंह, हरिप्रकाश राय, राकेश राय, अखिलेश पाण्डेय समेत अन्य गणमान्य जन सम्मिलित हुए। आयोजन समिति के लोगों द्वारा सभी अतिथियों को जय श्रीराम का पटका पहनाकर स्वागत किया गया।

इस अवसर पर प्रभात रंजन सिंह, किशन मोदनवाल, अनूप पाण्डेय, मकरध्वज यादव, वेदप्रकाश पाठक, नवीन पाण्डेय, अरविन्द प्रजापति, बंशी चौरसिया, सूजल वर्मा, रवि सिंह, राजन गुप्ता, हरेंद्र मौर्या, गजेंद्र सिंह, प्रशांत सिंह, आशीष यादव, शिवम पाण्डेय, विवेक शर्मा, राजा बाबू प्रजापति, विजय कुमार, रतन पटवा, मुनीब गुप्ता, इष्टदेव सिंह, ललितनाथ वर्मा, संदीप गुप्ता कल्लू, साहिल रावत, मनीष शर्मा, सत्या सिंह, विशाल, बाबुल श्रीवास्तव, विक्की राय,ओमकार सिंह, अश्वनी सिंह,अवनीश पाण्डेय, प्रमोद सिंह, कन्हैया पाण्डेय, राजू पाठक,अभिषेक गुप्ता, धर्मेन्द्र राय, दिनेश मौर्या, संतोष मौर्या, मृत्युंजय, आशुतोष समेत हजारों लोग उपस्थित रहे।