आतंकी साजिश का खुलासा: झारखंड मॉड्यूल के आतंकियों का बड़े नेता की हत्या का षडयंत्र विफल
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रांची: झारखंड में आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने एक बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश किया है। एटीएस की गहन जांच में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि राज्य में सक्रिय एक आतंकी मॉड्यूल, जिसका संबंध झारखंड से बताया जा रहा है, एक बड़े और प्रभावशाली नेता की हत्या की योजना बना रहा था। एटीएस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। इस खुलासे के बाद पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
एटीएस सूत्रों के अनुसार, उन्हें विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ संदिग्ध तत्व राज्य के एक प्रमुख नेता को निशाना बनाने की फिराक में हैं। इस सूचना के आधार पर एटीएस ने एक विशेष टीम गठित कर जांच शुरू की। जांच के दौरान, एटीएस को झारखंड के कुछ इलाकों में संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली, जिसके बाद इन इलाकों में छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान, एटीएस ने कई ऐसे सबूत बरामद किए हैं, जिनसे इस आतंकी साजिश की पुष्टि होती है। बरामद सबूतों में हथियार, गोला-बारूद और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज शामिल हैं, जो इस साजिश की ओर इशारा करते हैं।
एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए संदिग्धों से पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं। पूछताछ में पता चला है कि यह मॉड्यूल पिछले कुछ महीनों से इस साजिश को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था। उन्होंने नेता की रेकी भी की थी और उनके दैनिक गतिविधियों की जानकारी जुटा रहे थे। अधिकारी ने यह भी बताया कि इस मॉड्यूल के तार किसी बड़े आतंकी संगठन से जुड़े होने की आशंका है और एटीएस इस दिशा में भी अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। हालांकि, सुरक्षा कारणों से अधिकारी ने नेता के नाम और मॉड्यूल से जुड़े अन्य विशिष्ट विवरणों का खुलासा करने से इनकार कर दिया।
इस खुलासे के बाद राज्य के राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। जिस नेता को निशाना बनाने की साजिश रची गई थी, उनकी सुरक्षा को तत्काल प्रभाव से बढ़ा दिया गया है। राज्य सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए एटीएस को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य में किसी भी तरह की आतंकी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस आतंकी साजिश के खुलासे ने राज्य की सुरक्षा एजेंसियों के सामने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना दर्शाती है कि आतंकी संगठन अब भी राज्य में अपनी जड़ें जमाने की कोशिश में लगे हुए हैं और बड़े नेताओं को निशाना बनाकर अशांति फैलाने की फिराक में हैं। एटीएस अब इस मॉड्यूल के नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करने और इसके पीछे के मास्टरमाइंड तक पहुंचने के लिए गहन जांच कर रही है।
गिरफ्तार किए गए संदिग्धों के मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की भी जांच की जा रही है, ताकि इस साजिश से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा सके।
इस घटना ने आम जनता के बीच भी चिंता और भय का माहौल पैदा कर दिया है। लोग राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं और सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस घटना का राज्य की राजनीति पर भी गहरा प्रभाव पड़ सकता है।
फिलहाल, एटीएस की जांच जारी है और उम्मीद है कि जल्द ही इस आतंकी साजिश से जुड़े सभी पहलुओं का खुलासा हो सकेगा। इस घटना ने एक बार फिर देश की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और तेज करने का संदेश दिया है।
5 hours ago