क्या झारखंड आतंकियों का बनता जा रहा है अड्डा, धनबाद सें पकड़े जाने के बाद आतंकी संगठन पर सरकार और ATS की कड़ी नज़र
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झारखंड एटीएस ने धनबाद के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब उत-तहरीर से जुड़ने के आरोप में पांच संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया. जानकारी के अनुसार, इनमें से चार आतंकी जिले के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं, जबकि एक भूली ओपी क्षेत्र का निवासी है.
इनकी गिरफ्तारी के बाद इस बात का खुलासा हुआ कि ये आतंकी सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को गुमराह कर आतंकी संगठन के साथ जोड़ते थे. साथ ही सभी आतंकी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में भी शामिल थे. सभी सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से लोगों को गुमराह कर रहे थे. ऐसे में आशंका है कि आतंकी संगठन झारखंड का प्रयोग स्लीपर सेल बनाने के लिये कर रहे हैं. ताकि ये संगठन सुरक्षित रूप से अपना नेटवर्क बढ़ाकर समय आने पर इन स्लीपर सेल्स का इस्तेमाल कर सकें.
साल 2024 में भी आतंकी संगठन से जुड़े संदिग्धों हुए गिरफ्तार
विदित हो कि इससे पहले भी दिल्ली पुलिस की एटीएस ने साल 2024 में राज्य से आतंकी संगठन से जुड़े संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. इस दौरान रांची के डॉक्टर इश्तियाक सहित चार लोगों को अल कायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट आतंकी संगठन से जुड़े होने के आरोप में 22 अगस्त 2024 को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद एटीएस की टीम ने साल 2024 में ही गोड्डा और हजारीबाग से एक-एक युवक को आइएसआइएस की विचारधारा फैलाने के आरोप में अरेस्ट कर जेल भेजा था.
2025 के शुरूआत में भी लोहरदगा से हुई थी एक युवक की गिरफ्तारी
इसके अलावा 2025 के शुरूआत में भी एनआइए की टीम ने लोहरदगा से एक युवक को गिरफ्तारी किया था. एनआइए ने आइएसआइएस का आतंकी होने के आरोप में छापेमारी कर फैजान अंसारी को अरेस्ट किया था. साथ ही जनवरी 2025 में दिल्ली पुलिस ने एटीएस की मदद से लोहरदगा में छापेमारी की थी. इस दौरान दिल्ली पुलिस ने अलकायदा मॉड्यूल के संदिग्ध आतंकी शहवाज अंसारी को गिरफ्तार किया, जो चान्हो का रहने वाला है. पिछले कुछ समय में कई बार झारखंड से आतंकी संगठन का कनेक्शन सामने आ रहा है.
May 06 2025, 14:00