छत्तीसगढ़ : पहलगाम में आतंकी हमले के खिलाफ मुस्लिम समाज की जन आक्रोश रैली

रायपुर/गरियाबंद- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों में आज जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समाज ने विरोध प्रदर्शन किया. गरियाबंद और रायपुर में आयोजित जनआक्रोश रैलियों में लोगों ने आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और एकजुटता का संदेश दिया. इन रैलियों में समाज के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग काली पट्टी बांधकर शामिल हुए, जिन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

रायपुर में निकाली जनआक्रोश रैली

राजधानी रायपुर में मुस्लिम समाज ने आज एक विशाल जनआक्रोश रैली का आयोजन किया. रैली औलिया चौक, मोतीबाग से शुरू होकर कलेक्ट्रेट परिसर तक निकाली गई. रैली में पूर्व महापौर ऐजाज ढेबर समेत बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए. रैली के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया और पाकिस्तान के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई. रैली में आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हुए एकजुटता का संदेश दिया गया.

गरियाबंद में आतंकवाद के खिलाफ निकली रैली

वहीं गरियाबंद जिले में भी जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समाज ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए काली पट्टी बांधकर विशाल रैली निकाली. इस रैली में सैकड़ों मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए जिन्होंने आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की. मस्जिद से शुरू हुई यह रैली तिरंगा चौक तक पहुंची, जहां आतंकवाद का पुतला दहन किया गया. रैली में ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’, ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’, ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे गूंजते रहे. प्रदर्शनकारियों ने आतंकवादियों को जल्द पकड़कर कड़ी सजा देने की मांग की।

रैली का उद्देश्य और माहौल

रैली का आयोजन हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में किया गया, जिसमें 28 लोगों की जान चली गई थी. इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया, और गरियाबंद के मुस्लिम समाज ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए एकता और शांति का संदेश देने के लिए यह कदम उठाया. रैली में शामिल लोग तिरंगे झंडे और आतंकवाद विरोधी बैनर लिए हुए थे, जो देशभक्ति और आतंकवाद के खिलाफ उनके गुस्से को दर्शा रहे थे. मस्जिद से तिरंगा चौक तक की यह यात्रा शांतिपूर्ण रही, और स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे.

भविष्य की अपील

रैली के आयोजकों और मुस्लिम समाज के नेताओं ने अपील की कि समाज के सभी वर्ग आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहें. उन्होंने कहा कि भारत की ताकत उसकी विविधता और एकता में है, और आतंकवादी ताकतें इसे कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं. उन्होंने युवाओं से भी अपील की कि वे सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाले कंटेंट से बचें और देश की एकता को मजबूत करने में योगदान दें.

स्कूली बच्चों के लिए ‘समर कैंप’ लगाने गाइडलाइन जारी, विशेषज्ञ देंगे विभिन्न कलाओं का प्रशिक्षण, कराया जाएगा शैक्षणिक भ्रमण

रायपुर- छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग ने गर्मी की छुट्टी के दौरान स्कूली छात्रों के लिए समर कैंप लगाने को लेकर गाइडलाइन जारी किया है. इस समर कैंप का उद्देश्य अलग-अलग रचनात्मक गतिविधि के जरिए बच्चों का कौशल विकास करना है. 9 अलग-अलग बिंदुओं पर गाइडलाइन जारी हुई है. शिक्षा सचिव ने सभी जिलों के कलेक्टर और डीईओ को आदेश जारी किया है. 

समर कैंप के दौरान बच्चों को चित्रकारी, गायन, वादन, निबंध-कहानी लेखन, हस्तलिपि लेखन, नृत्य का प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही खेलकूद, अपने गांव व शहर का ऐतिहासिक परिचय दिया जाना भी शामिल रहेगा. वहीं स्कूली बच्चों को औद्योगिक संस्थान, मेडिकल कॉलेज जैसे बड़े संस्थानों का भ्रमण भी कराया जा सकता है. 

समर कैंप के लिए दिशा-निर्देश जारी 

शिक्षा विभाग की ओर से 9 बिंदुओं पर आदेश जारी किया गया है.

01. छात्र-छात्राओं के लिए समर कैम्प स्कूलों में अथवा गांव, शहर के सामुदायिक स्थानों में आयोजित किया जा सकता है। 

02. समर कैम्प में कला क्षेत्र, रचनात्मक क्षेत्र के विशेषज्ञों को आमंत्रित करके उनसे छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शन, प्रशिक्षण दिलाया जा सकता है, ग्राम शहर से निकट विभिन्न बड़े संस्थानों (औद्योगिक संस्थान, मेडिकल कॉलेज आदि) का भ्रमण भी कराया जा सकता है। 

03. समर कैम्प में स्कूल के शिक्षक और छात्र-छात्राओं के पालकों का भी सहयोग लिया जा सकता है। 

04. समर कैम्प में निम्नानुसार रचनात्मक गतिविधियां आयोजित की जा सकती है यथा-चित्रकारी, गायन, वादन, निबंध-कहानी लेखन, हस्तलिपि लेखन, नृत्य, खेलकूद, अपने गांव, शहर का ऐतिहासिक परिचय आदि गतिविधियां। 

05. इन गतिविधियों के अलावा अपने स्तर पर भी रचनात्मक गतिविधियों का भी चयन कर सकते हैं। 

06. समर कैम्प के आयोजन से पूर्व शाला विकास समिति एवं पालक शिक्षक समिति से सहमति लिया जाए। 

07. यह आयोजन पूर्णतः स्वेच्छिक रहेगा और समर कैम्प सुबह 07:30 बजे से 09:30 बजे के मध्य संचालित किया जाएगा। जनसहयोग का पर्याप्त उपयोग करने का निर्देश। 

08. समर कैंप के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से पृथक से कोई बजट देय नही होगा. कृपया जिला स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर कार्यक्रम को सफल बनावें। 

09. ग्रीष्मकालीन प्रायोजना शिक्षक एवं पालकों से सहयोग लेकर बच्चों से पूर्ण करावें। 

भारतमाला परियोजना का मुआवजा घोटाला : जाने वो सभी नाम जिनके यहां आज पड़ी रेड

रायपुर- भारतमाला प्रोजेक्ट में 220 करोड़ से अधिक के फर्जीवाड़े में शुक्रवार सुबह से ईओडब्ल्यू की रेड जारी है. टीम ने सुबह नया रायपुर, अभनपुर, दुर्ग-भिलाई, आरंग सहित प्रदेश के अन्य जिलों में करीबन 20 ठिकानों पर छापेमारी की और इस फर्जीवाड़े से जुड़े दस्तावेज खंगाल रही है.

अब इस मामले में ईओडब्यू की वो एफआईआर भी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक EOW ने इस फर्जीवाड़े में अपराध क्रमांक 30/2025 दर्ज किया है. तमाम आरोपियों के खिलाफ धारा 7C भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम समेत 420, 467,468,471 और 120B दर्ज कर ली गई है. जानकारी के अनुसार, ईओडब्ल्यू ने तत्कालिक अभनपुर एसडीएम निर्भय साहू और तत्कालिक तहसीलदार शशिकांत कुर्रे के रायपुर स्थित घरों के साथ करीबन 17 से 20 अधिकारी-कर्मचारियों के ठिकानों पर रेड डाली है.

इनके ठिकानों पर जारी है EOW की रेड कार्रवाई:

  • अमरजीत सिंह गिल- ठेकेदार, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी दुर्ग
  • हरजीत सिंह खनूजा- ठेकेदार, मकान नंबर 118 लॉ विष्टा सोसाइटी, कचना रायपुर
  • जितेंद्र कुमार साहू- पटवारी, अभनपुर
  • दिनेश कुमार साहू- पटवारी, माना बस्ती रायपुर
  • निर्भय कुमार साहू- SDM, अटलनगर, नवा रायपुर समेत कांकेर के नरहरपुर स्थित आवास
  • हरमीत सिंह खनूजा- ठेकेदार, महासमुंद
  • योगेश कुमार देवांगन- जमीन दलाल, अश्वनी नगर,रायपुर
  • बसंती घृतलहरे- अभनपुर
  • अमरजीत सिंह गिल- बैंक कर्मचारी ICICI बैंक, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी,दुर्ग
  • रोशन लाल वर्मा- RI, कचना रायपुर 
  • विजय जैन- कारोबारी, गोलबाजार दुकान और टैगोर नगर स्थित घर रायपुर
  • उमा तिवारी- महादेव घाट,रायपुर
  • दशमेश- तेलीबांधा गुरुद्वारा, रायपुर
  • लखेश्वर प्रसाद किरण- तहसीलदार, कटघोरा और बिलासपुर स्थित घर
  • शशिकांत कुर्रे- तहसीलदार, माना बस्ती और अभनपुर
  • लेखराम देवांगन- पटवारी, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सेजबहार रायपुर

बता दें, इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत अधिकृत किए गए 1-1 भूमि पर फर्जी तरीके से 6-6 लोगों के नाम पर मुआवजे निकलवाए और करोड़ो रुपए गबन कर लिए हैं.

सुरक्षाबल के साथ चल रही निर्णायक लड़ाई के बीच नक्सलियों ने फिर लगाई शांति वार्ता की गुहार

जगदलपुर- बीते 85 घंटों से बीजापुर के कर्रेगट्टा की पहाड़ियों में चल रही एक निर्णायक लड़ाई में सुरक्षाबलों के द्वारा नक्सलियों को चौतरफा घेरा जा चुका है. मोर्चे पर हिड़मा, देवा और विकास जैसे खतरनाक नक्सली कमांडरों के फंसे होने की सूचना के बीच नक्सली संगठन ने एक बार फिर सरकार से शांति वार्ता की गुहार लगाई है.

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) उत्तर-पश्चिम सब जोनल ब्यूरो के प्रभारी रूपेश की ओर से जारी पत्र में सबसे पहले बीजापुर-तेलंगाना सीमा पर तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और छत्तीसगढ़ में तैनात सुरक्षाबल की संयुक्त कार्रवाई को तुरंत रोकने की मांग करते हुए सरकार से शांति वार्ता के लिए आगे आने की अपील की है.

ब्यूरो के चिट्ठी में रूपेश ने साफ तौर पर कहा है कि बस्तर में बंदूक के दम पर शांति नहीं लाई जा सकती. उनका कहना है कि उन्होंने पहले ही शांति वार्ता के लिए माहौल बनाने की मांग की थी, लेकिन सरकार की ओर से इस दिशा में कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई.

चिट्ठी में हाल ही में शुरू हुए कागार ऑपरेशन का भी ज़िक्र किया गया है, जिस पर रूपेश ने लिखा है कि छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की संयुक्त कार्रवाई वार्ता के माहौल को नुकसान पहुंचा रही है. इसके साथ उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा है कि एक ओर बातचीत की बात होती है, तो दूसरी ओर जंगलों में फोर्स भेज दी जाती है. रूपेश का दावा है कि वे शांति वार्ता के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकार की मंशा कुछ और ही दिख रही है. अंत में लिखा गया है कि वे सरकार के जवाब का इंतज़ार कर रहे हैं.

चौतरफा घिरे हैं नक्सली

बता दें कि बीते 85 घंटों से बीजापुर के कर्रेगट्टा की पहाड़ियों में एक बड़ा ऑपरेशन जारी है. ये ऑपरेशन तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और छत्तीसगढ़ की संयुक्त टीम द्वारा चलाया जा रहा है. पहाड़ी की चोटी पर हिड़मा, देवा और विकास जैसे खतरनाक नक्सली कमांडर मौजूद हैं और उनके साथ कंपनी नंबर-1 की पूरी टीम तैनात है. सुरक्षाबलों ने करीब सात किलोमीटर में पूरे इलाके को घेर रखा है और ऑपरेशन बेहद रणनीतिक ढंग से आगे बढ़ाया जा रहा है.

नक्सलियों तक ट्रैक्टर से पहुंचा राशन

गर्मी के चलते हालात चुनौतीपूर्ण हैं. जवानों तक एयरलिफ्ट के जरिए राशन पहुंचाया जा रहा है, वहीं पहाड़ियों पर डटे नक्सलियों को भी राशन की कमी से जूझना पड़ रहा है. हालांकि, एक अहम जानकारी ये भी सामने आई है कि ऑपरेशन शुरू होने से पहले नक्सलियों तक एक ट्रैक्टर के जरिए राशन पहुंचाया जा चुका था, जिससे उनकी स्थिति थोड़ी मजबूत हुई है.

तीन नक्सलियों से शव हुए बरामद

अब तक इस ऑपरेशन में तीन नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं, लेकिन अब तक इस पूरे अभियान पर पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है. बीजापुर में तीन हेलीपैड्स को अलर्ट पर रखा गया है. वहीं खबर है कि छत्तीसगढ़ के डीजी और राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा जल्द ही बीजापुर पहुंच सकते हैं. इस दौरान कई जवानों के डिहाइड्रेशन का शिकार होने की भी खबरें आई हैं, जिन्हें एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए भद्राचलम भेजा गया है.

मोर्चे पर तैनात हैं सिद्धहस्त जवान

इस ऑपरेशन को बस्तर की निर्णायक लड़ाई माना जा रहा है. लंबे समय से इसकी तैयारी चल रही थी खास जवानों का चयन किया गया था जो पहाड़ी और घने जंगलों के इस मुश्किल इलाके में युद्ध जैसी स्थिति से निपट सकें. सवाल अब यही है क्या बस्तर में आख़िरकार शांति आएगी? या फिर ये जंग और लंबी खिंचने वाली है? सरकार की नीति और नक्सलियों की मंशा के बीच अब बस्तर की तकदीर तय होगी.

हाइवा चोरी की जांच में फूटा अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का भांडा, मास्टर माइंड ग्राम सरपंच के पास मिला पाकिस्तान का वीजा!

कवर्धा- हाइवा चोरी की जांच करते हुए कवर्धा पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरोह का सरगना हरियाणा के नूह जिले के ग्राम राजाका का सरपंच 58 वर्षीय जमील खान है, जिसके पास पाकिस्तान का वीजा मिला है.

एसपी धर्मेंद्र सिंह छवाई (IPS) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हाइवा चोरी के मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल और थाना कोतवाली की संयुक्त टीम ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डाटा के आधार पर जांच शुरू की.

मामले में अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें मास्टर माइंड जमील खान के अलावा उजेर खान, मुसेद खान और समीम खान शामिल हैं. मामले में एक अन्य आरोपी फरार है. यह गिरोह हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में सक्रिय था.

आरोपियों के कब्जे से दो हाइवा, दो मोटरसाइकिल, एक कार और चार मोबाइल फोन समेत कुल 41 लाख 60 हजार रुपए मूल्य की संपत्ति जब्त की. मास्टर माइंड जमील खान ने पूछताछ में पाकिस्तान वीजा के संबंध में बताया कि उसकी फूफी पाकिस्तान में रहती है, जिसके पास वह बार-बार पाकिस्तान जाता है.

पुलिस ने बताया कि आधुनिक तकनीक, सतर्कता और सुनियोजित घेराबंदी के चलते अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ने में सफलता मिली है. एसपी धर्मेंद्र सिंह के निर्देशन में की गई इस कार्रवाई में थाना प्रभारी लालजी सिन्हा, साइबर टीम और डीआरजी जवानों की अहम भूमिका रही.

मां बम्लेश्वरी मंदिर में बड़ा हादसा : रोपवे ट्रॉली टूटने से रामसेवक पैकरा सहित 4 भाजपा नेता घायल, मचा हड़कंप

डोंगरगढ़- छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी मंदिर में एक बार फिर बड़ा हादसा हो गया. शुक्रवार दोपहर मंदिर के पहाड़ी पर स्थित रोपवे की ट्रॉली अचानक रोप से टूटकर गिर गई. हादसे के दौरान ट्रॉली पर पूर्व मंत्री रामसेवक पैकरा, भाजपा प्रदेश महामंत्री भरत वर्मा, भाजपा नेता मनोज अग्रवाल और दया सिंह सवार थे. हादसे में सभी नेताओं को चोटें आई हैं. इस हादसे में भरत वर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए राजनांदगांव जिला अस्पताल रेफर किया गया है. फिलहाल रोपवे संचालन को तत्काल रोक दिया गया है.

जानकारी के मुताबिक, मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए पूर्व मंत्री रामसेवक पैकरा और भाजपा प्रदेश महामंत्री भरत वर्मा पहुंचे थे. दोनों रोपवे के जरिए दर्शन के लिए जा रहे थे. लेकिन बीच रास्ते में ही हादसा हो गया, अचानक रोपवे ट्रॉली रोप से टूटकर गिर गई. हादसे में पूर्व मंत्री पैकरा को हल्की चोटें आई है. वहीं भरत वर्मा गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. घटना की सूचना पर पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच गई है और रेस्क्यू अभियान जारी है.

बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब डोंगरगढ़ रोपवे में इस तरह का हादसा हुआ हो – लेकिन हर बार की तरह इस बार भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर कब सुधरेगी व्यवस्था?

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया जोरा मॉल का भव्य शुभारंभ

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर में जोरा मॉल का भव्य शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने विधिवत पूजा-अर्चना कर विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश का आशीर्वाद लिया और सभी के सुख, समृद्धि और मंगल की कामना की। इस दौरान उन्होंने मॉल में सर्व सुविधायुक्त सिनेमा हॉल का शुभारंभ किया और राज्य सरकार के सुशासन पर आधारित एक वीडियो देखा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि राजधानी वासियों के लिए आज का दिन बेहद खास है। यह नया प्रतिष्ठान लोगों को आधुनिक जीवनशैली से जुड़ी सभी आवश्यक वस्तुएं, मनोरंजन और सेवाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराएगा। इससे आसपास के युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों को नई गति मिलेगी। श्री साय ने कहा कि यह मॉल आने वाले समय में शहरी जीवनशैली को और अधिक सहज, समृद्ध और सुविधाजनक बनाएगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि लगभग 12 वर्षों की यात्रा के बाद यह प्रतिष्ठान अपने वास्तविक स्वरूप में बनकर तैयार हुआ है। प्रतिष्ठान के संचालक अनुभवी है और उद्योगपति के रूप में उनके लंबे अनुभवों का लाभ इस नए प्रतिष्ठान को भी मिलेगा। उन्होंने क्षेत्रवासियों और प्रतिष्ठान से जुड़े सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े मॉल का आज विधिवत शुभारंभ हुआ है। 12-13 वर्ष पहले ट्रेजर आईलेंड के नाम से इस मॉल का काम प्रारम्भ हुआ, परन्तु लम्बी यात्रा के बाद आज नए कलेवर के साथ इसका शुभारम्भ हुआ। यह मॉल रायपुर और प्रदेशवासियों के लिए बेहतरीन खरीदी एवं मनोरंजन का केंद्र होगा। राजधानी रायपुर देश में विकसित राजधानी के रूप में अपनी पहचान बना रहा है और यह मॉल इस पहचान को स्थापित करने में अपना योगदान देगा। शुभारंभ समारोह को उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने भी संबोधित कर अपनी शुभकामनाएं दी।

इस शुभ अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, विधायक अमर अग्रवाल, विधायक अनुज शर्मा, विधायक मोतीलाल साहू, सीएसआईडीसी के चेयरमैन राजीव अग्रवाल, सीएमडीसी के अध्यक्ष सौरभ सिंह, आरडीए के अध्यक्ष नंदकुमार साहू, बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष प्रभतेज सिंह भाटिया, मॉल के संचालक विजय झावर भी उपस्थित रहे।

सरकारी दफ्तर में महिला कर्मचारी की हत्या की कोशिश

रायपुर- मंदिर हसौद नगर पालिका कार्यालय में एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जहां कंप्यूटर ऑपरेटर तृप्ति मिश्रा पर उनके तलाकशुदा पति दिनेश मिश्रा ने लोहे के सूजा से जानलेवा हमला कर दिया. इस हमले में तृप्ति को पीठ और सीने में गंभीर चोटें आईं, जिससे वे खून से लथपथ होकर बेहोश हो गईं.

घटना के संबंध में तृप्ति की मां, जो ग्राम कुरूद की रहने वाली और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं, ने बताया कि उन्हें दोपहर में नगर पालिका कर्मचारी लव मिश्रा ने फोन पर सूचना दी कि दिनेश मिश्रा ने कार्यालय परिसर में तृप्ति पर हमला किया है. सूचना मिलते ही वे परिचित रमेश यादव के साथ नगर पालिका कार्यालय पहुंचीं, जहां लव मिश्रा ने बताया कि तृप्ति को प्राथमिक उपचार के लिए पीएचसी मंदिर हसौद ले जाया गया है.

पीएचसी पहुंचने पर तृप्ति ने अपनी मां को रोते हुए बताया कि दोपहर करीब 1:45 बजे वे अपने टेबल पर काम कर रही थीं, तभी दिनेश मिश्रा ने उनके टेबल पर रखे लोहे के सूजा से जान से मारने की नीयत से ताबड़तोड़ प्रहार किए. हमले में उनकी पीठ और सीने में गंभीर चोटें आईं, जिससे वे बेहोश हो गईं.

तृप्ति को बेहतर इलाज के लिए रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन आरोपी दिनेश मिश्रा अभी फरार बताया जा रहा है.

नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण हुआ कर्जमुक्त, 1788 करोड़ रुपए के कर्ज के साथ लौटाई 100 करोड़ की सरकारी

रायपुर- छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर से एक प्रेरणादायक और सुखद खबर सामने आई है। नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण, जिसे पहले एनआरडीए के नाम से जाना जाता था, अब पूरी तरह से कर्जमुक्त हो गया है। प्राधिकरण ने 1788 करोड़ रुपये का सारा कर्ज़ चुका दिया है, जो कि भारत सरकार और कई राष्ट्रीयकृत बैंकों से लिया गया था। साथ ही 100 करोड़ रुपये की सरकारी गारंटी भी अब राज्य सरकार को लौटा दी है। इस उपलब्धि का श्रेय छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की नीतियों, वित्तीय अनुशासन और पारदर्शी प्रशासन को जाता है। यह कदम नवा रायपुर को अधोसंरचना विकास और नई परियोजनाओं के क्रियान्वयन में मददगार होगा।

नवा रायपुर, छत्तीसगढ़ की आधुनिक और नियोजित राजधानी, के विकास के लिए बड़े पैमाने पर कर्ज लिया गया था। यह कर्ज भूमि अधिग्रहण, सड़कों, शासकीय भवनों और शैक्षणिक संस्थानों जैसे हिदायतुल्लाह विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए था। हालांकि, कर्ज के बोझ और ब्याज भुगतान ने प्राधिकरण के नगदी प्रवाह को प्रभावित किया था। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने वित्तीय स्वावलंबन पर जोर देते हुए ऐसी नीतियाँ लागू कीं, जिन्होंने प्राधिकरण की आय बढ़ाई और कर्ज से छुटकारा दिलाने का मार्ग प्रशस्त किया।

मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि नवा रायपुर अटल नगर का ऋणमुक्त होना एक सुखद संकेत है। हमारी सरकार ने वित्तीय अनुशासन, पारदर्शिता और रणनीतिक नियोजन के माध्यम से यह सुनिश्चित किया कि प्राधिकरण न केवल कर्ज से मुक्त हो, बल्कि आत्मनिर्भर बनकर विकास की नई ऊँचाइयों को छूए। यह उपलब्धि नवा रायपुर को एक आधुनिक, रोजगारोन्मुखी और सुविधायुक्त शहर बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों ने प्राधिकरण की संपत्तियों के व्यावसायिक उपयोग को बढ़ावा दिया। मेडिसिटी, फार्मास्यूटिकल पार्क, देश की विख्यात पॉलिमैटेक कंपनी के सेमीकंडक्टर प्लांट का भूमिपूजन और राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना की पहल जैसे प्रोजेक्ट्स ने निजी निवेश को आकर्षित किया। छत्तीसगढ़ सरकार ने वर्ष 2024-25 के तृतीय अनुपूरक बजट में नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण के लिए 1043 करोड़ रूपए का प्रावधान और औद्योगिक क्षेत्रों के लिए अतिरिक्त धन आवंटन ने आय के स्रोतों को मजबूत किया। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ बकाया कर, ब्याज एवं शास्ति के निपटान (संशोधन) अध्यादेश-2025 के तहत व्यापारियों को राहत ने आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया, जिसका अप्रत्यक्ष लाभ नवा रायपुर विकास प्राधिकरण को मिला है।

ऋणमुक्ति के साथ, प्राधिकरण की सभी संपत्तियाँ अब बंधनमुक्त हो गयी है, जिससे उनका उपयोग और क्रय-विक्रय आसान होगा। इससे नगदी प्रवाह बेहतर होगा और अधोसंरचना, सार्वजनिक सेवाओं और नई परियोजनाओं को तेजी से लागू किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम नवा रायपुर को मेडिकल टूरिज्म और औद्योगिक विकास का केंद्र बनाएगा। नागरिकों को बेहतर सुविधाएँ मिलेंगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण की यह उपलब्धि वित्तीय अनुशासन और रणनीतिक नियोजन का एक अनुकरणीय उदाहरण है। यह देश के अन्य शहरी विकास प्राधिकरणों के लिए अनुकरणीय है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारा लक्ष्य नवा रायपुर को न केवल छत्तीसगढ़ की गौरवशाली राजधानी बनाना है, बल्कि इसे देश के लिए एक मॉडल शहर के रूप में स्थापित करना है।

वित्त मंत्री ओपी चौधरी का कहना है कि नवा रायपुर छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था का नया ग्रोथ इंजन बनने जा रहा है। आज नवा रायपुर में आरबीआई, नाबार्ड सहित अन्य बैंकों और एनटीपीसी के क्षेत्रीय कार्यालय, बालको कैंसर अस्पताल, सत्य साईं अस्पताल जैसे अनेक संस्थाओं का पदार्पण हो चुका है। नवा रायपुर आईटी के क्षेत्र में भी एक बड़ा केंद्र बनकर उभर रहा है। अब यहां पर सेमीकंडक्टर, डाटा सेंटर क्षेत्र से संबधित उद्योग भी लगने जा रहे हैं । नवा रायपुर में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की मेडिकल सुविधा प्रदान करने हेतु लगभग 100 एकड़ क्षेत्र में मेडिसिटी विकसित करने की योजना है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने वर्ष 2025-26 के बजट में लगभग 100 एकड़ क्षेत्र में एडुसिटी विकसित करने के लिए भी बजट प्रावधान किया है। यहां पर देश का तीसरा सबसे बड़ा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम है। नवा रायपुर के बढ़ते विकास को देखते हुए इंटिग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर के उन्नयन, संचालन एवं संधारण कार्य हेतु 40 करोड़ का प्रावधान किया गया है। विकसित भारत आईकोनिक डेस्टिनेशन निर्माण हेतु 20 करोड़, ई-बसों सेवाओं के लिए 10 करोड़, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट हेतु 20 करोड़, साईंस सिटी की स्थापना हेतु 37 करोड़ तथा पुस्तकालय के निर्माण हेतु 20 करोड़ का प्रावधान किया गया है। प्लग एंड प्ले ऑफिस स्पेस विकसित किए जाने के लिए 156 करोड़ की लागत से कमर्शियल ऑफिस कॉम्प्लेक्स के निर्माण प्रावधानित है। सीबीडी कमर्शियल टॉवर में 2000 आईटी रोजगार हेतु जगह का आबंटन टेली परफार्मेंस, स्क्वायर बिजनेस, सीएसएम कंपनियों को किया है। नवा रायपुर में एसडीएम एवं नवीन तहसील कार्यालय की स्थापना के लिए भी बजट प्रावधान है।

वन और वन्यजीव संरक्षण के लिए सरकार के प्रयासों पर पानी फेर रहा प्रशासन, जंगल किनारे किया जा रहा कचरा डंप

डोंगरगढ़- एक तरफ सरकार ‘वन्यजीव संरक्षण’ और ‘स्वच्छ भारत’ जैसे अभियानों पर करोड़ों खर्च कर रही है, वहीं डोंगरगढ़ नगर पालिका की लापरवाही इन योजनाओं को खुलेआम ठेंगा दिखा रही है. शहर के सरस्वती शिशु मंदिर से बछेरा भांटा रोड से लगे जंगल के किनारे खुलेआम कचरे का अंबार लगाया जा रहा है, वो भी कोई आम कचरा नहीं, बल्कि पॉलिथीन, झिल्ली, मेडिकल वेस्ट और अन्य खतरनाक अपशिष्ट. मणिकंचन केंद्र केवल नाम मात्र का बनाया गया है और पूरे शहर का कचरा उसके पीछे लाकर बिना किसी उचित व्यवस्थापन के डंप किया जा रहा है जिसके चलते अब डोंगरगढ़ शहर का कचरा जंगल में कई किलोमीटर तक फैल चुका है.

दिन में गाय-भैंस और रात में वन्यजीव बन रहे ‘कचरे के शिकार’

दिन चढ़ते ही इन कचरे के ढेरों पर आवारा मवेशियों की भीड़ लग जाती है, तो रात होते ही कई जंगली जानवर इन्हीं जहरीले कचरों को भोजन समझकर खा लेते हैं. धीरे-धीरे ये कचरा उनके शरीर को अंदर से खा रहा है लेकिन इससे न नगर पालिका को फर्क पड़ता है, न वन विभाग को लेकिन इन दोनों विभागों की लापरवाही के चलते पर्यावरण जरूर बर्बाद हो रहा है.

वन विभाग की SDO गायब, नगर पालिका बेखबर!

कई बार इस गंभीर मुद्दे को वन्यजीव प्रेमियों द्वारा संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया, लेकिन हालात जस के तस हैं. वन विभाग की एसडीओ पूर्णिमा राजपूत अक्सर अपने कार्यालय में मौजूद नहीं होतीं और यदि कोई फोन करता है तो वो भी ‘अनसुना’ रह जाता है. ऐसा ही रवैया नगर पालिका के सीएमओ चंद्रकांत शर्मा का भी है. अभी हाल ही में इसी एरिया के मुक्तिधाम में कचरा डंप करने के चलते स्थानीय लोगों ने विरोध किया था लेकिन पालिका के सीएमओ के कान में जू तक नहीं रेंगी. स्थिति आज तक जस की तस है उल्टा अब हालत और भी बदतर हो रहे हैं.स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर हर साल लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं, लेकिन उसका असर जमीन पर नहीं बल्कि फाइलों में नजर आता है. शहर के वार्ड नंबर एक और तीन में मुक्तिधाम के साथ ही शहर के बाहर जो मंजर है, वह किसी गैस चेंबर से कम नहीं, जंगल के आसपास फैली यह गंदगी केवल वन्य जीवन ही नहीं, पूरी पारिस्थितिकी को खतरे में डाल रही है.

जहां एक तरफ सरकार हर मंच से हरे-भरे जंगलों को बचाने की बात करती है, वहीं उसके नुमाइंदे चुपचाप इस ‘पर्यावरणीय हत्या’ में भागीदार बन बैठे हैं. सवाल यह है कि क्या डोंगरगढ़ में पर्यावरण की सुध लेने वाला कोई है? 

SDM मनोज मरकाम ने कार्रवाई का दिया आश्वासन

बहरहाल डोंगरगढ़ एसडीएम मनोज मरकाम ने इस पूरे मामले पर गंभीरता दिखाते हुए जल्दी ही कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है अब देखना होगा कि नगर पालिका और वन विभाग की इस लापरवाही को कैसे सुधारा जाता है.