मंत्री रामविचार नेताम के विभागों के लिए 63,273 करोड़ रूपए से अधिक की अनुदान मांगें पारित

रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज कृषि एवं आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम के विभागों के लिए कुल 63,273 करोड़ 82 लाख 11 हजार रूपए की अनुदान मांगें पारित की गई। इसमें अनुसूचित जाति उपयोजना अंतर्गत त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाओं को वित्तीय सहायता के लिए 229 करोड़ 35 लाख 38 हजार रूपए, आदिम जाति कल्याण के लिए 155 करोड़ 28 लाख 40 हजार रूपए, अनुसूचित जनजाति उपयोजना के लिए 38,271 करोड़ 21 लाख 50 हजार रूपए, अनुसूचित जनजाति उपयोजना से संबंधित लोक निर्माण कार्य-सड़कें और पुल के लिए 1814 करोड़ 54 लाख 30 हजार रूपए, अनुसूचित जाति कल्याण के लिए 2 करोड़ 73 लाख 90 हजार रूपए अनुदान मांगें शामिल हैं। इसी प्रकार अनुसूचित जाति उपयोजना अंतर्गत नगरीय निकाय को वित्तीय सहायता के लिए 198 करोड़ 83 लाख 67 हजार रूपए, अनुसूचित जाति उपयोजना के लिए 13792 करोड़ 21 हजार रूपए, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण के लिए 291 करोड़ 3 लाख 50 हजार रूपए, अनुसूचित जाति उपयोजना से संबंधित लोक निर्माण कार्य-भवन के लिए 261 करोड़ 65 लाख 10 हजार रूपए, अनुसूचित जनजाति उपयोजना के अंतर्गत त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाओं को वित्तीय सहायता के लिए 461 करोड़ 20 लाख 98 हजार रूपए, अनुसूचित जनजाति उपयोजना के लिए नगरीय निकायों को वित्तीय सहायता के लिए 283 करोड़ 14 लाख 71 हजार रूपए, कृषि के लिए 7056 करोड़ 53 लाख 60 हजार रूपए तथा कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा से संबंधित व्यय के लिए 456 करोड़ 26 लाख 86 हजार रूपए की अनुदान मांगें शामिल हैं।

कृषि एवं आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम ने विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा का उत्तर देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार मोदी की गारंटी के अनुरूप गांव, गरीब, किसान, युवा और वंचित वर्गाें के लिए काम कर रही है। ‘‘हमने बनाया है, हम ही संवारेंगे‘‘ के जज्बे के साथ अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक सबके लिए काम कर रही है। इन सभी वर्गाें के उत्थान के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद आदिवासियों के लिए योजना बनाकर काम शुरू किया गया है। इनके परिणाम अब धरातल पर दिख रहे हैं और आदिवासी समाज का बेटा छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री बना है। विशेष पिछड़ी जनजाति की बेटी देश की राष्ट्रपति है।

श्री नेताम ने सदन में बताया कि आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के लिए आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 में राजस्व एवं पूंजीगत व्यय में 2956 करोड़ 40 लाख 52 हजार रूपए का प्रावधान किया गया है। इसमें अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए 2205 करोड़ 19 लाख 38 हजार रूपए, अनुसूचित जाति वर्ग के लिए 531 करोड़ 17 लाख 64 हजार रूपए तथा अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के लिए 220 करोड़ 3 लाख 50 हजार रूपए के प्रावधान शामिल हैं। उन्होंने बताया कि आदिवासी उपयोजना मद में विभिन्न विभागों के लिए आगामी बजट में कुल 40,800 करोड़ 76 लाख 49 हजार रूपए का बजट प्रावधान है। अनुसूचित जाति उपयोजना मद में कुल 14,036 करोड़ 49 लाख 56 हजार रूपए का प्रावधान किया गया है।

श्री नेताम ने अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में जनजातीय क्षेत्रों और अनुसूचित जाति बाहुल्य गांवों के विकास एवं स्थानीय समुदायों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए बहुत से कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। भारत सरकार द्वारा आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) नाम से एक महत्वपूर्ण अभियान क्रियान्वित किया जा रहा है, इसमें राज्य की पांच विशेष पिछड़ी जनजातियों बैगा, पहाड़ी कोरबा, कमार, अबूझमाड़िया एवं बिरहोर को शामिल किया गया है। इसके माध्यम से विशेष पिछड़ी जनजाति बसाहटों में मूलभूत सुविधाओं के विकास एवं विस्तार के लिए त्वरित कार्य किए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने नये बजट में विशेष पिछड़ी जनजातियों के विकास के लिए 300 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। उन्होंने बताया कि राज्य के 18 जिलों के 2161 बसाहटों में 59 हजार 800 से अधिक विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार निवासरत हैं, जिनकी जनसंख्या करीब 2 लाख 29 हजार है।

आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम ने सदन में बताया कि दूरस्थ क्षेत्रों के निवासी नियद नेल्ला नार के माध्यम से विकास की मुख्य धारा से जुड़ रहे हैं। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान भारत सरकार द्वारा संचालित 80 हजार करोड़ रूपए की योजना है, जिसमें छत्तीसगढ़ के 6 हजार गांव शामिल हैं। इस अभियान के तहत वन क्षेत्रों के गांवों में सड़क, बिजली, पानी, अस्पताल, सिंचाई के साधन, क्षमता निर्माण जैसे काम किए जा रहे हैं। भारत सरकार की निगरानी में राज्य में इन क्षेत्रों में काम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आश्रम-छात्रावासों केे सुव्यवस्थित संचालन के लिए अधिकारियों की टीम नियमित निरीक्षण करेगी। साथ ही जीर्ण-शीर्ण आश्रम-छात्रावासों का शीघ्र जीर्णाेंद्धार किया जाएगा।

श्री नेताम ने बताया कि नया रायपुर में निर्माणाधीन शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी संग्रहालय देश का सबसे अच्छा आदिवासी संग्रहालय होगा। यह प्रदेश की धरोहर बनने जा रहा है। आदिवासी समाज के लोगों के आजादी में योगदान और उनके संघर्षों को यहां चित्रित किया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जनजातियों के श्रद्धा/पूजा स्थलों ‘‘अखरा विकास‘‘ के परिरक्षण एवं विकास के लिए 2 करोड़ 50 लाख रूपए तथा आदिवासी समुदायों की पुरातन परंपरा ‘‘करमा‘‘ के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए 2 करोड़ 50 लाख रूपए का प्रावधान नये बजट में किया गया है। उन्होंने बताया कि संत शिरोमणि बाबा गुरू घासीदास जी के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए गिरौदपुरी के साथ ही भण्डापुरी जैसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में अधोसंरचना विकास एवं मूलभूत सुविधाओं के विस्तार एवं विकास के लिए बजट में 2 करोड़ 24 लाख रूपए का प्रावधान किया गया है। भण्डारपुरी धर्म स्थल में गुरूद्वारा (मोती महल) निर्माण के लिए 17.80 लाख रूपए का भी प्रावधान किया गया है।

कृषि मंत्री श्री नेताम ने विभागीय अनुदान मांगों पर चर्चा का उत्तर देते हुए कहा कि किसान परहित और परिश्रम का पर्याय है। कृषि और ऋषि संस्कृति में हम सब रचे-बसे हैं। श्री नेताम ने तखतपुर में उद्यानिकी महाविद्यालय खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य के अनुपूरक बजट में इसे शामिल किया जाएगा। उन्होंने सदन में बताया कि नये बजट में किसान समृद्धि योजना के लिए 11 करोड़ रूपए और किसानों के कृषि प्रशिक्षण एवं पर्यटन के लिए 2 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में श्रीअन्न (कोदो, कुटकी, रागी) की खेती को बढ़ावा देने के लिए योजना बनाकर काम किया जा रहा है।

मंत्री श्री नेताम ने सदन में कहा कि खरीफ एवं रबी फसलों की मक्का, सरसो, सोयाबीन, उड़द, मूंग, चना जैसी फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीदी की व्यवस्था नैफेड और एनसीएफ के माध्यम से की जाएगी। इसके लिए 80 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया है। बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए नये बजट में 10 करोड़ रूपए प्रावधानित है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में वर्टिकल फार्मिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना हो रही है। किसानों को उन्नत वर्टिकल फार्मिंग के लिए प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग इसके माध्यम से प्रदान किया जाएगा। आगामी बजट में इसके लिए 15 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।

अनुदान मांगों की चर्चा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत, सदस्यगण अजय चंद्राकर, पुन्नू लाल मोहले, धरमलाल कौशिक, धर्मजीत सिंह, लखेश्वर बघेल, संगीता सिन्हा, दलेश्वर साहू, दिलीप लहरिया, कुंवर सिंह निषाद, गोमती साय, रामकुमार यादव, प्रबोध मिंज, अटल श्रीवास्तव, व्यास कश्यप, भावना बोहरा, रायमुनि भगत, जनक ध्रुव, प्रणव कुमार मरपच्ची, नीलकंठ टेकाम और उद्धेश्वरी पैकरा ने हिस्सा लिया।

हाईटेक हुआ अब छत्तीसगढ़ का ये रेलवे स्टेशन… एयरपोर्ट की तर्ज पर ऑटोमेटिक मिलेगा चिप्स और कोल्ड्रिंक

रायपुर- दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन का बिलासपुर रेलवे स्टेशन अब हाईटेक होगया है. यहां अब यात्रियों को एयरपोर्ट की तर्ज पर ऑटोमेटिक तरीके से चिप्स और कोल्ड्रिंक मिलेगा. मंडल के बिलासपुर स्टेशन में यात्रियों के लिए एक नई व्यवस्था की गई है. अब यात्रियों को चिप्स, कुरकुरे, चॉकलेट और कोल्ड्रिंक जैसे स्नेक्स और पेय पदार्थ खरीदने के लिए स्टाल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वे आटोमेटिक वेंडिंग मशीन के जरिए खाने पीने की चीजें खुद से खरीद सकेंगे. रेल प्रशासन द्वारा यात्रियों को आसान, त्वरित एवं डिजिटल भुगतान से खान-पान के पदार्थों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने हेतु बिलासपुर स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक एक में आटोमेटिक वेंडिंग मशीन स्थापित की गई है जिसका आज विधिवत शुभारंभ स्टेशन में मौजूद एक बच्ची के द्वारा फीता काटकर किया गया. इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनुराग कुमार सिंह एवं मंडल वाणिज्य प्रबंधक एस. भारतीयन उपस्थित थे।

यात्रियों को इस आटोमेटिक वेंडिंग मशीन में सामान प्रिंट मूल्य पर प्राप्त होगा . कोई भी यात्री बिना किसी के सहयोग से इस मशीन का आसानी से उपयोग कर सकता है . इस मशीन में सभी सामग्री की नंबरिंग होगी, जिसके लिये यात्रियों को स्केन करना होगा . इस मशीन में कई खांचे होंगे, जिनमें से ऊपर के खांचे में चिप्स एवं कुरकुरे , बीच के खांचे में चॉकलेट, बिस्किट व अन्य स्नैक्स तथा सबसे नीचे के खांचे में कोल्डड्रिंक्स व पेयपदार्थ रहेंगे. इसका उपयोग करते समय यात्री को सबसे पहले मशीन में लगे क्यूआर कोड को स्केन करना होगा, जिसके बाद आगे के विकल्प अपने आप आते जायेंगे इसके साथ इसमें नंबर भी आयेगा जिसके आधार पर यात्री मनपसंद चीजों को प्राप्त कर सकेगा , प्रकिया पूरा होते ही नीचे स्थित बॉक्स में सामान आ जायेगा.

रेलवे प्रशासन द्वारा यह कदम यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया गया है, ताकि उन्हें इंतजार या ट्रेन के आने-जाने के दौरान खाने-पीने की चीजों की कमी न हो. इस आटोमेटिक वेंडिंग मशीन में खान-पान के पदार्थ 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे. इस मशीन से बड़ा लाभ यह होगा कि यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर लगे छोटे स्टाल से खरीदारी करने के लिए समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा . यह वेंडिंग मशीनें खासतौर पर ऐसे यात्रियों जो कि ट्रेनों की प्रतीक्षा कर रहे होते हैं, उनके लिए बहुत सहायक होंगी. इसके साथ ही ये मशीन पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी फायदेमंद है क्योंकि इसमें कागज एवं प्लास्टिक का इस्तेमाल कम होता है.

 यात्रियों को इस ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन से और भी कई फायदे होंगे

1.   प्रिंट रेट पर सामानों की प्राप्ति – इस ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन से यात्रियों को अपने खान-पान की चींजे निर्धारित मूल्यों (प्रिंट रेट) पर मिलेगी.

2.   24 घंटे उपलब्धता – यह ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन यात्रियों को 24 घंटे खाने-पीने की चीजें उपलब्ध कराएगी.

3.   मनपसंद चीजों/सामानों का चयन – इस ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन से यात्री अपनी मनपसंद चीजों/सामनों का चयन कर उसे आसानी से खरीद सकता है .

4.   ऑनलाइन भुगतान की सुविधा – इस ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन से यात्रियों को क्यूआर कोड के माध्यम से स्केन कर डिजिटल भुगतान की सुविधा प्राप्त होगी .

5.   समय की बचत- इस ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन का आसानी से प्रयोग कर शीघ्रता से अत्यंत कम समय में खान-पान की चीजें प्राप्त कर सकते हैं .

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनुराग कुमार सिंह ने कहा की आटोमेटिक वेंडिंग मशीन का उद्देश्य स्टेशनों में यात्रियों को बेहतर और त्वरित सेवाएं प्रदान करना है. यह मशीन यात्रियों की सुविधा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि यह मशीन यात्रियों को डिजिटल भुगतान से खान-पान के पदार्थों की उपलब्धता को सुनिश्चित करेगी. इसके साथ ही इन वेंडिंग मशीनों में विभिन्न विकल्पों का चुनाव किया जा सकता है ताकि यात्री अपनी इक्छा अनुसार अपनी चीजें खरीद सके .

छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 36 ट्रेनें रद्द…

रायपुर- ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों के लिए बुरी खबर है. खबर ये है कि एक बार फिर रेलवे ने छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 36 ट्रेनों को रद्द कर दिया है. वहीं कुछ ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है. कुल 43 ट्रेनें प्रभावित होगी. ये ट्रेनें 11 अप्रैल से 23 अप्रैल के बीच प्रभावित रहेगी.

रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मंडल के अंतर्गत रायगढ़-झारसुगुड़ा सेक्शन में कोतरलिया रेलवे स्टेशन को चौथी लाइन को कनेक्टिविटी का कार्य एवं इस सेक्शन में चौथी लाइन में विद्युतीकृत का कार्य किया जायेगा. यह कार्य दिनांक 11 से 23 अप्रैल, 2025 तक तक किया जायेगा. इस कार्य के फलस्वरूप कुछ यात्री गाड़ियों का परिचालन प्रभावित रहेगा.

प्रभावित होने वाली गाडियां:-

1.    दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक रायगढ़ से चलने वाली 68737 रायगढ़-बिलासपुर मेमू रद्द रहेगी.

2.    दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक बिलासपुर से चलने वाली 68738 बिलासपुर-रायगढ़ मेमू रद्द रहेगी.

3.    दिनांक 10 से 23 अप्रैल, 2025 तक बिलासपुर से चलने वाली 68736 बिलासपुर-रायगढ़ मेमू रद्द रहेगी.

4.    दिनांक 10 से 23 अप्रैल, 2025 तक रायगढ़ से चलने वाली 68735 रायगढ़-बिलासपुर मेमू रद्द रहेगी.

5.    दिनांक 10 से 23 अप्रैल, 2025 तक टाटानगर से चलने वाली 18113 टाटानगर-बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

6.    दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक बिलासपुर से चलने वाली 18114 बिलासपुर-टाटानगर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

7.    दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक टाटानगर से चलने वाली 18109 टाटानगर-नेता सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

8.    दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक नेता सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) से चलने वाली 18110 सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) -टाटानगर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

9.    दिनांक 16 एवं 23 अप्रैल, 2025 को संतरागाछी से चलने वाली 20828 संतरागाछी-जबलपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

10.   दिनांक 17 एवं 24 अप्रैल, 2025 को जबलपुर से चलने वाली 20827 जबलपुर-संतरागाछी एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

11.   दिनांक 11, 15, 18, 22 एवं 25 अप्रैल, 2025 को दरभंगा से चलने वाली 17008 दरभंगा-सिकंदराबाद एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

12.   दिनांक 08, 12, 15, 19 एवं 22 अप्रैल, 2025 को सिकंदराबाद से चलने वाली 17007 सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

13.   दिनांक 12 एवं 19 अप्रैल, 2025 को संतरागाछी से चलने वाली 20822 संतरागाछी-पुणे एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

14.   दिनांक 14 एवं 21 अप्रैल, 2025 को पुणे से चलने वाली 20821 पुणे-संतरागाछी-पुणे एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

15.   दिनांक 10, 14, 17 एवं 21 अप्रैल, 2025 को भुवनेश्वर से चलने वाली 12880 भुवनेश्वर-कुर्ला एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

16.   दिनांक 12, 16, 19 एवं 23 अप्रैल, 2025 को कुर्ला से चलने वाली 12879 कुर्ला-भुवनेश्वर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

17.   दिनांक 11 एवं 18 अप्रैल, 2025 को बिलासपुर से चलने वाली 22843 बिलासपुर-पटना एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

18.   दिनांक 13 एवं 20 अप्रैल, 2025 को पटना से चलने वाली 22844 पटना-बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

19.   दिनांक 11 एवं 18 अप्रैल, 2025 को हावड़ा से चलने वाली 12870 हावड़ा-मुंबई एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

20.   दिनांक 13 एवं 20 अप्रैल, 2025 को मुंबई से चलने वाली 12869 मुंबई-हावड़ा एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

21.   दिनांक 09, 10, 16 एवं 17 अप्रैल, 2025 को एलटीटी से चलने वाली 12151 एलटीटी-शालीमार एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

22.   दिनांक 11, 12, 18 एवं 19 अप्रैल, 2025 को शालीमार से चलने वाली 12152 शालीमार-एलटीटी एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

23.   दिनांक 10 एवं 17 अप्रैल, 2025 को हावड़ा से चलने वाली 22894 हावड़ा-साईंनगर शिरडी एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

24.   दिनांक 12 एवं 19 अप्रैल, 2025 को साईंनगर शिरडी से चलने वाली 22893 साईंनगर शिरडी-हावड़ा एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

25.   दिनांक 11, 12, 18 एवं 19 अप्रैल, 2025 को हटिया से चलने वाली 12812 हटिया-एलटीटी एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

26.   दिनांक 13, 14, 20 एवं 21 अप्रैल, 2025 को एलटीटी से चलने वाली 12811 एलटीटी-हटिया एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

27.   दिनांक 11 एवं 24 अप्रैल, 2025 को पुणे से चलने वाली 12129 पुणे-हावड़ा आजाद हिन्द एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

28.   दिनांक 11 एवं 24 अप्रैल, 2025 को हावड़ा से चलने वाली 12130 हावड़ा-पुणे आजाद हिन्द एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

29.   दिनांक 11 एवं 24 अप्रैल, 2025 को मुंबई से चलने वाली 12859 मुंबई-हावड़ा गीतांजली एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

30.   दिनांक 11 एवं 24 अप्रैल, 2025 को हावड़ा से चलने वाली 12860 हावड़ा-मुंबई गीतांजली एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

31.   दिनांक 10, 12, 17 एवं 19 अप्रैल, 2025 को हावड़ा से चलने वाली 12222 हावड़ा-पुणे दुरन्तों एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

32.   दिनांक 12, 14, 19 एवं 21 अप्रैल, 2025 को पुणे से चलने वाली 12221 पुणे-हावड़ा दुरन्तों एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

33.   दिनांक 09, 10, 16 एवं 17 अप्रैल, 2025 को पोरबंदर से चलने वाली 12905 पोरबंदर-शालीमार एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

34.   दिनांक 11, 12, 18 एवं 19 अप्रैल, 2025 को शालीमार से चलने वाली 12906 शालीमार-पोरबंदर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

35.   दिनांक 11, 12, 14, 15, 18, 19, 21 एवं 22 अप्रैल, 2025 को एलटीटी से चलने वाली 12101 एलटीटी-शालीमार ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

36.   दिनांक 13, 14, 16, 17, 20, 21, 23 एवं 24 अप्रैल, 2025 को शालीमार से चलने वाली 12102 शालीमार- एलटीटी ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

परिवर्तित मार्ग से चलाने वाली गाडियां:-

37.   दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक हावड़ा से चलने वाली 12810 हावड़ा-मुंबई मेल एक्सप्रेस परिवर्तित झारसुगुड़ा–टिटलागढ़-रायपुर होकर चलेगी.

38.   दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक मुंबई से चलने वाली 12809 मुंबई-हावड़ा मेल एक्सप्रेस परिवर्तित रायपुर-टिटलागढ़-झारसुगुड़ा होकर चलेगी.

39.   दिनांक 11, 14, 15, 16, 18, 21, 22 एवं 23 अप्रैल, 2025 को हावड़ा से चलने वाली 12262 हावड़ा-मुंबई दुरन्तों एक्सप्रेस परिवर्तित झारसुगुड़ा–टिटलागढ़-रायपुर होकर चलेगी.

40.   दिनांक 13, 15, 16, 17, 20, 22, 23 एवं 24 अप्रैल, 2025 को मुंबई से चलने वाली 12261मुंबई-हावड़ा दुरन्तों एक्सप्रेस परिवर्तित रायपुर- टिटलागढ़-झारसुगुड़ा होकर चलेगी.

बीच समाप्त होने वाली गाड़ी :-

41.   दिनांक 11 अप्रैल से 05 मई, 2025 तक गोंदिया एवं झारसुगुड़ा से चलने वाली 68861/ 68862 गोंदिया-झारसुगुड़ा-गोंदिया मेमू पैसेंजर स्पेशल बिलासपुर एवं झारसुगुड़ा के बीच रद्द रहेगी.

42.   दिनांक 09, 10, 12, 14, 15, 16, 17, 19, 21 एवं 22 अप्रैल, 2025 को निज़ामुद्दीन से चलने वाली 12410 निज़ामुद्दीन–रायगढ़ गोडवाना एक्सप्रेस बिलासपुर एवं रायगढ़ के बीच रद्द रहेगी.

43.   दिनांक 11, 12, 14, 16, 17, 18, 19, 21, 23 एवं 24 अप्रैल, 2025 को रायगढ़ से चलने वाली 12409 रायगढ़-निज़ामुद्दीन गोडवाना एक्सप्रेस रायगढ़ एवं बिलासपुर के बीच रद्द रहेगी।

पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. देवेंद्र प्रधान के निधन पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया शोक व्यक्त

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. देवेंद्र प्रधान के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि डॉ. देवेंद्र प्रधान के निधन से देश ने एक प्रखर जननेता, कुशल संगठनकर्ता और संवेदनशील जनप्रतिनिधि को खो दिया है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने शोक संदेश में कहा कि डॉ. देवेंद्र प्रधान का संपूर्ण जीवन राष्ट्रसेवा, संगठन और लोकहित के प्रति समर्पित रहा। वे श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में प्रभावी कार्य करते हुए देश के विकास में योगदान देने वाले कर्मठ राजनेता थे। उनकी दूरदर्शिता, संगठनात्मक कौशल और जनकल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सदा प्रेरणादायी रहेगी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि डॉ. प्रधान जी का निधन राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। वे एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने समाज के सभी वर्गों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए सदैव समाजसेवा को प्राथमिकता दी। उनकी नेतृत्व क्षमता और समर्पण भावना हमेशा हमें प्रेरित करती रहेगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोक संतप्त परिवार, समर्थकों और अनुयायियों को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें।

आत्महत्या करने वाले किसान के घर पहुंचे राकेश टिकैत, परिजनों को बंधाया ढांढस, CM साय को पत्र लिखकर सहयोग दिलाने की कही बात

महासमुंद- छत्तीसगढ़ के महासमुंद में अपनी ही खेत में फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले किसान के घर आज किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे. जहां उन्होंने पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया. वहीं उन्होंने पीड़ित परिजनों को सहयोग दिलाने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखने की बात कही है. 

बता दें कि पटेवा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सिघनपुर में 11 मार्च की सुबह परिजनों को किसान पूरन निषाद की लाश उसके खेत में पेड़ पर लटकी हुई मिली. इसकी तत्काल सूचना पुलिस को दी. मृत किसान के बेटे ने बताया कि उसके पिता ने झलप स्थित ग्रामीण सेवा सहकारी बैंक से डेढ़ लाख का केसीसी कर्ज लिया था. इसके अलावा भी साहूकारों से लगभग डेढ़ लाख का कर्ज लिया था. 

बिजली कटौती से हो रहा था फसल को नुकसान 

मृत किसान के बेटे तुलेश्वर निषाद ने बताया कि खेत में बोर खुदवाए थे, एक बोर चल रहा था, लेकिन बिजली कटौती की वजह से खेत सूख गया. छह से आठ घंटे कटौती होती है. ऑपरेटर अगर सो जाता है तो रात भर बिजली गुल रहती है. बिजली कटौती से खेत में लगी खड़ी फसल को हो रहे नुकसान की वजह से पिता ज्यादा परेशान थे.

कलेक्टर ने एसडीएम को दिए जांच के निर्देश

इस मामले में महासमुंद कलेक्टर विनय कुमार लहंगे का कहना है कि बिजली कटौती के कारण ही किसान ने आत्महत्या की है, यह कहना मुश्किल था. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. एसडीएम और थानेदार को जांच के लिए कहा गया है. 

कांग्रेस की जांच कमेटी भी परिजनों से मिले 

घटना के दो दिन बाद यानी 13 मार्च को कांग्रेस की ओर से गठित जांच समिति ने परिजनों से मुलाकात की थी. कांग्रेस की जांच टीम ने सिघनपुर पहुंचकर मृतक किसान के परिवार से बातचीत की और आत्महत्या के पीछे के कारणों की जानकारी ली. इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लगातार बिजली कटौती और लो वोल्टेज की समस्या बनी हुई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है.  

नक्सलियों की टूटी कमर : 19 माओवादियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ किया आत्मसमर्पण, 10 पर था 29 लाख का इनाम

बीजापुर- छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस को नक्सल उन्मूलन अभियान में बड़ी सफलता मिली है. सरकार की महत्वपूर्ण पुनर्वास नीति और “नियद नेल्लानार” योजना से प्रभावित होकर 19 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है. इनमें से 10 नक्सलियों पर कुल 29 लाख रुपये का इनाम घोषित था.

2025 में अब तक 84 नक्सलियों ने छोड़ा हिंसा का रास्ताइस आत्मसमर्पण के साथ ही वर्ष 2025 में अब तक कुल 84 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. इसके अलावा अब तक 137 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं और 56 माओवादियों को अलग-अलग मुठभेड़ में सुरक्षाबल के जवानों ने मार गिराया गया है. आत्मसमर्पण करने वाले सभी 19 नक्सली पूर्व में फायरिंग, आईईडी ब्लास्ट, आगजनी जैसे अन्य नक्सली घटनाओं में शामिल थे.

प्रत्येक नक्सली को मिली 25-25 हजार रुपये की सहायता राशि

इन सभी नक्सलियों ने सीआरपीएफ डीआईजी देवेन्द्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव, एएसपी मयंक गुर्जर (आईपीएस), डीएसपी शरद जायसवाल और अन्य अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने वाले सभी माओवादियों को अधिकारियों ने 25-25 हजार रुपये नगद राशि प्रदान किया गया.

सुहेला तहसीलदार निलंबित, काम नहीं होने पर किसान ने तहसील दफ्तर में खाया था जहर

रायपुर-  बलौदाबाजार जिले के सुहेला तहसील दफ्तर में किसान के जहर खाने के मामले में तहसीलदार कुणाल सवैया को राजस्व विभाग ने निलंबित कर दिया है. बता दें कि जमीन विवाद को लेकर किसान हीरालाल साहू परेशान था. बार-बार तहसील दफ्तर के चक्कर लगाने के बाद भी न्याय नहीं मिलने पर वह जहर खा लिया था. उनका इलाज अभी जारी है.

बता दें कि किसान हीरालाल साहू बुढ़गहन गांव का रहने वाला है. वह लंबे समय से अपनी जमीन पर कब्जे से जुड़े विवाद को लेकर परेशान था. यह प्रकरण सुहेला तहसील में चल रहा था. कई बार तहसील दफ्तर के चक्कर लगाने के बाद भी प्रशासन से मदद न मिलने के चलते परेशान किसान ने कार्यालय में ही जहर खा लिया था.

 

जून से प्रीपेड मीटर की सुविधा : मोबाइल की तरह कराना होगा रिचार्ज, 11 लाख घरों में लग चुके हैं स्मार्ट मीटर

रायपुर-  छत्तीसगढ़ के 11 लाख उपभाेक्ताओं काे बिजली के लिए जून माह से रिचार्ज कराना होगा. घर में लगे प्रीपेड स्मार्ट मीटर काे रिचार्ज कराने पर ही बिजली मिलेगी. जिनके घरों में स्मार्ट मीटर नहीं लगा है उनके यहां भी इस साल के अंत तक लग जाएगा. केंद्र सरकार के रिवेम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के तहत ये मीटर लगाए जा रहे हैं. स्मार्ट मीटर लगाने के मामले में छत्तीसगढ़ देश में तीसरे नंबर पर पहुंच गया है.

केंद्र की इस योजना के तहत कृषि उपभोक्ताओं को छोड़कर सभी उपभोक्ताओं के यहां प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. जानकारी के मुताबिक, इस मीटर की मैनुअल रीडिंग की आवश्यकता नहीं हाेगी. कर्मचारी स्टेशन से ही प्रत्येक घर की बिजली की खपत की गणना कर सकते हैं. राजधानी रायपुर स्मार्ट मीटर लगाने के मामले में रायपुर दो लाख 59 हजार मीटर के साथ पहले नंबर पर है. वहीं बिलासपुर में एक लाख नौ हजार स्मार्ट मीटर लग चुके हैं. इसी तरह धमतरी में 98 हजार, बलौदाबाजार में 78 हजार, महासमुंद में 82 हजार, राजनांदगांव में 67 हजार, जांजगीर चांपा में 29 हजार और कोरबा में 42 हजार स्मार्ट मीटर समेत पूरे 11 लाख प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं.

रिचार्ज खत्म होते ही कट जाएगी बिजली

छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी के मुताबिक प्रदेश में वर्तमान में 59 लाख बिजली उपभोक्ता हैं. इनमें से लगभग 5 लाख 50 हजार उपभोक्ता कृषि कनेक्शन वाले हैं. इन कृषि उपभोक्ताओं को केंद्र सरकार की योजना से बाहर रखा गया है. उपभोक्ता को एडवांस में रिचार्ज कराना होगा. इस मीटर के सक्रिय हो जाने के बाद उपभोक्ता रिचार्ज खत्म होते ही बिजली अपने आप कट जाएगी. रिचार्ज खत्म होने से पहले ही उपभोक्ताओं के फोन पर बैलेंस रिचार्ज का मैसेज आ जाएगा.

कटघोरा नगर पालिका परिषद में काबिज हुई ‘चाचा-भतीजा’ की जोड़ी, अध्यक्ष के बाद उपाध्यक्ष भी बना कांग्रेस से…

कटघोरा (कोरबा)- कोरबा जिले के पांच नगरीय निकायों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष में कब्जा जमाने के बाद कटघोरा नगर पालिका परिषद में आज भाजपा को निराशा हाथ लगी है. अध्यक्ष पद के बाद आज उपाध्यक्ष के चुनाव में भी कांग्रेस ने बाजी मार ली. उपाध्यक्ष बनने के बाद लालबाबू ठाकुर ने अध्यक्ष राज जायसवाल को चाचा बताते हुए कहा कि नगर पालिका में आज चाचा-भतीजा की जोड़ी बनी है.

बता दें कि कटघोरा नगर पालिका में 15 पार्षदों में 9 पार्षद कांग्रेस के, तो भाजपा के 5 और एक निर्दलीय पार्षद हैं. कांग्रेस के प्रत्याशी और वार्ड नं 8 के पार्षद लालबाबू ठाकुर ने 9 मतों से जीत हासिल कर उपाध्यक्ष बने. उनकी इस जीत से कांग्रेस समर्थकों में भारी उत्साह देखने को मिला. पीठासीन अधिकारी रोहित सिंह ने बताया कि चुनाव शान्तिपूर्ण सम्पन्न हुआ. वार्ड नं 8 के पार्षद ने उपाध्यक्ष पद का चुनाव जीत हासिल की है.

जीत हासिल करने के बाद लालबाबू ठाकुर ने मीडिया से चर्चा में कहा कि मेरी जीत में अध्यक्ष राज जायसवाल का बड़ा योगदान रहा है. नगर पालिका में चाचा-भतीजा की जोडी बनी है. हम लोग एक ही वार्ड से आते हैं, और हम लोग आने वाले पांच सालों में नगर की जनता का जो भी अविलाषा, उम्मीद है, भरोषा है, उसको पूरा करेंगे. किसी भी प्रकार से कोई द्वेषभाव नहीं रहेगा, सभी वार्डों में काम होगा, और अच्छे से काम करेंगे.

एकलव्य विद्यालय का अधीक्षक निलंबित, लापरवाही बरतने पर छात्र की हुई थी मौत

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-  एकलव्य आदर्श विद्यालय लाटा में निवासरत 9वीं के छात्र शिवम सिंह की असामयिक मौत होने के मामले में एकलव्य विद्यालय के अधीक्षक रामबिलास को निलंबित कर दिया गया है. सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर यह कार्रवाई की गई.

मामले की जांच में अधीक्षक रामबिलास की लापरवाही के कारण छात्रावास में रहकर पढ़ने वाले बालक शिवम सिंह की मौत होना पाया गया था. घटना से तीन दिन पहले से ही बच्चे की हालत ठीक नहीं थी. उसे खून की कमी भी थी. सही समय पर इलाज नहीं कराने के कारण उनकी मौत हुई थी.

मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर आदिवासी विभाग गौरेला पेंड्रा मरवाही ने भी एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के अधीक्षक रामबिलास को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित करने की अनुशंसा की थी. बच्चे के परिजनों ने भी अधीक्षक पर लापरवाही का आरोप लगाया था. जांच में भी लापरवाही पाए जाने पर छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय आदिम जाति कल्याण आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति रायपुर ने एकलव्य विद्यालय के अधीक्ष पर निलंबन की कार्रवाई की है।