अभियंता संघ के अधिवेशन में नई भर्ती, ओपीएस की उठी मांग, प्रबंध निदेशक कटियार ने कहा-

रायपुर-  छ्त्तीसगढ़ विद्युत मंडल अभियंता संघ ने एक दिवसीय प्रादेशिक अधिवेशन एवं असाधारण सभा का आयोजन किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी के प्रबंध निदेशक एसके कटियार ने कहा है कि ऊर्जा क्षेत्र में आने वाले दिनों में चुनौतियां और बढ़ेंगी. ऐसे में युवा अभियंताओं को नवाचार के लिए तैयार रहना होगा.

कटियार में कहा कि टीम वर्क के बगैर हमारी सफलता सुनिश्चित नहीं हो सकती इसलिए हमें मिलकर चलना होगा. अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत संयंत्र मड़वा के सीनियर क्लब में आयोजित कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि ट्रांसमिशन कंपनी के एमडी राजेश कुमार शुक्ला ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि वरिष्ठ इंजीनियरों के अनुभव और युवा अभियंताओं की ऊर्जा के समन्वित प्रयास से हम अपनी प्रगति को सुनिश्चित कर सकते हैं. अधिवेशन में प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर राजेश पांडे, महासचिव मनोज वर्मा, कार्यक्रम संयोजक एचएन कोसरिया,कोषाध्यक्ष शशांक श्रीवास्तव प्रमुख रूप से उपस्थित थे.

अध्यक्ष राजेश पांडे ने अधिवेशन को संबोधित करते हुए पॉवर कंपनी में पुरानी पेंशन योजना की बहाली, कनिष्ठ स्तर पर नई भर्ती, अंतर कंपनी ट्रांसफर पर रोक समेत कई मांगे कंपनी प्रबंधन के समक्ष रखी. महासचिव मनोज वर्मा ने बताया कि अधिवेशन की शुरुआत में अभियंताओं के प्रेरणा भारत रत्न इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की प्रतिमा का अतिथियों ने अनावरण किया एवं वरिष्ठ अभियंताओं पीएन सिंह, सुरेन्द्र तिवारी, शरद श्रीवास्तव, मुकेश नाहर,संजय तैलंग, पीके खरे, सुनील विश्वास, राकेश शर्मा, अनिल व्यास, एसके बंजारा, प्रवीण श्रीवास्तव, विनय पांडेय, विनोद अग्रवाल, सीएम बाजपई, मोहम्मद शाहिद खान को अभियंता के रूप में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया.

अधिवेशन में ऊर्जा क्षेत्र में हो रहे नवाचारों के लिए अभियंताओं की भूमिका तथा दक्षता सुधार पर विशेष तौर पर चर्चा की गई.

इस मौके पर बदलते ऊर्जा परिदृश्य और अभियंता संघ के प्रयासों पर केंद्रित स्मारिका “ऊर्जा संदेश” का विमोचन भी किया गया. इसका संपादन ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर फेडरेशन की पत्रिका के संपादक इंजीनियर विनय पांडेय ने किया है. अधिवेशन में प्रदेशभर के 400 से अधिक अभियंताओं ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम का संचालन इंजीनियर विनय पांडेय एवं आभार प्रदर्शन इंजीनियर एच एन कोसरिया ने किया.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने की सौजन्य भेंट

रायपुर- छत्तीसगढ़ प्रवास पर पहुंचे केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में सौजन्य मुलाकात की। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ में शांति, सुशासन और सतत विकास को लेकर चल रही पहल पर केंद्रीय मंत्री से विस्तृत चर्चा की। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ की दिशा में किए जा रहे प्रयासों और विभिन्न विकास कार्यों की जानकारी साझा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ को बस्तर की समृद्ध कला-संस्कृति का प्रतीक ‘बस्तर आर्ट’ स्मृति चिह्न भेंट किया।

अब रायपुर में भारत का पहला क्रायोथेरेपी चेंबर, जानिए इस तकनीक के फायदे…

रायपुर-  राजधानी रायपुर अब देश के पहले क्रायोथेरेपी चेंबर का केंद्र बन गया है, जिसे F95 एडवांस फिजियोथेरेपी सेंटर, मैगनेटो मॉल में लॉन्च किया गया है। क्रायोथेरेपी, यानी कोल्ड थेरेपी, दुनियाभर के एथलीट्स, फिटनेस उत्साही और दर्द से राहत पाने वाले लोगों के लिए एक प्रभावी तकनीक है, जो शरीर को -100°C से भी कम तापमान में कुछ मिनटों के लिए एक्सपोज कर मांसपेशियों की रिकवरी, सूजन में कमी और ऊर्जा स्तर बढ़ाने में मदद करती है।

इस तकनीक का उपयोग दुनियाभर के ओलंपिक एथलीट्स और प्रोफेशनल स्पोर्ट्समैन करते हैं और अब यह सुविधा छत्तीसगढ़ में उपलब्ध होने से पूरे देश के खिलाड़ियों और स्वास्थ्य प्रेमियों को रायपुर आने के लिए आकर्षित करेगी। यह न केवल खेल जगत के लिए बल्कि पुरानी चोटों, जोड़ों के दर्द, माइग्रेन, नींद की समस्याओं और मानसिक तनाव से जूझ रहे लोगों के लिए भी लाभदायक सिद्ध हो सकती है।

क्रायोथेरेपी का आगमन रायपुर को हेल्थ और स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक नया आयाम देगा, जिससे शहर राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान बना सकता है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के दो दिवसीय आठवें प्रांतीय सम्मेलन का किया शुभारंभ

रायपुर-  छत्तीसगढ़ी गुरतुर भाषा है। छत्तीसगढ़ी भाषा केवल संवाद का माध्यम नहीं है, यह हमारे अंतस को सींचने और हमारी आत्मा को एक दूसरे से जोड़ने वाली भाषा है। हमें अपनी छत्तीसगढ़ी भाषा पर गर्व है। मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के दो दिवसीय आठवें प्रान्तीय सम्मेलन 2025 के शुभारंभ अवसर पर यह बात कही।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ी भाषा का मान-सम्मान बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सन 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण कर हमारे पुरखों के सपनों को साकार किया। अलग राज्य बनने के बाद अपनी महतारी की भाषा छत्तीसगढ़ी को सम्मान दिलाने की जिम्मेदारी हम सब की है। यह खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ी में बढ़िया किताबें लिखी जा रही है। इनमें से आज भागमानी, छत्तीसगढ़ के छत्तीस भाजी, छतनार, चल उड़ रे पुचुक चिरई, एक कहानी हाना के, गंगा बारू अउ माटी के दीया सहित छत्तीसगढ़ी भाषा की 11 पुस्तकों का विमोचन किया गया। आयोग के आठवें प्रांतीय सम्मेलन के अध्यक्ष और वरिष्ठ साहित्यकार रामेश्वर वैष्णव, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रमेन्द्र नाथ मिश्र, डॉ. विनय कुमार पाठक, संचालक संस्कृति एवं राजभाषा विवेक आचार्य, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के सचिव डॉ. अभिलाषा बेहार सहित अनेक गणमान्य साहित्यकार उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा अब तक डेढ़ हजार पुस्तकों का प्रकाशन

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारा यह प्रयास है कि हमारी भाषा, बोली का मान बढ़े, लोगों का अपनी भाषा से जुड़ाव रहे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा का समृद्ध इतिहास है, हमारी यह भाषा शिलालेख में भी दर्ज है। अनेक कवि और लेखक अपनी लेखनी से छत्तीसगढ़ी को समृद्ध कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा अपने गठन के बाद अब तक डेढ़ हजार पुस्तकों का प्रकाशन किया जा चुका है। उन्होंने कहा प्रदेश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई है, इस नीति में बच्चों को अपनी मातृभाषा में शिक्षा दी जाती है। छत्तीसगढ़ में भी बच्चों को मातृभाषा में शिक्षा दी जा रही है। बच्चे अपनी मातृभाषा में कठिन से कठिन विषय भी आसानी से समझ लेते हैं। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन छत्तीसगढ़ी भाषा को लोकप्रिय बनाने में सफल होगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने साहित्यकारों के आग्रह पर छत्तीसगढ़ी रचनाकारों की किताबें स्कूलों की लाइब्रेरी में भेजने की घोषणा की, ताकि स्कूली बच्चे इनका अध्ययन कर सकें।

वरिष्ठ साहित्यकारों का सम्मान

मुख्यमंत्री श्री साय ने सम्मेलन में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. देवधर दास महंत, जिला जांजगीर, काशीपुरी कुन्दन जिला गरियाबंद, सीताराम साहू ’’श्याम’’जिला बालोद, राघवेन्द्र दुबे, जिला बिलासपुर, कुबेर सिंह साहू जिला राजनांदगांव और डॉ. दादूलाल जोशी जिला राजनांदगांव को शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।

11 किताबों का विमोचन -

मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में 11 साहित्यकारों की पुस्तक का विमोचन किया। इनमें देवचरन धुरी की पुस्तक ‘‘देवचरन के कहमुकरी’’, डॉ. दीनदयाल साहू की पुस्तक ‘‘भागमानी’’ ( छत्तीसगढ़ी उपन्यास), मुकेश कुमार के उपन्यास ‘‘मंजरी पाती’’ (छत्तीसगढ़ी उपन्यास), कन्हैया साहू ’ अमित की पुस्तक ‘‘छत्तीसगढ़ के छत्तीस भाजी’’, राजकुमार चौधरी के काव्य संग्रह ‘‘छतनार (काव्य संग्रह)’’, टीकेश्वर सिन्हा की ’गब्दीवाला’ की पुस्तक ‘‘चल उड़ रे पुचुक चिरई’’, हरिशंकर प्रसाद देवांगन की पुस्तक ‘‘एक कहानी हाना के’’, मिनेश कुमार साहू की पुस्तक ‘‘गंगा बारू’’ डॉ. लूनेश कुमार वर्मा के काव्य संग्रह ‘‘माटी के दिया’’, रामनाथ साहू - गीतांजली (गुरूदेव रविन्द्रनाथ टेगोर के गीताजंली काव्य के छत्तीसगढ़ी अनुवाद) और दुर्गा प्रसाद पारकर की पुस्तक प्रतिज्ञा (मुंशी प्रेमचंद कृत प्रतिज्ञा के छत्तीसगढ़ी अनुवाद) शामिल हैं।

छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के आठवें प्रांतीय सम्मेलन के अध्यक्ष रामेश्वर वैष्णव ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ी समृद्ध भाषा है। अलग-अलग क्षेत्रों में बोली जाने वाली छत्तीसगढ़ी का मानकीकरण करने और एकरूपता लाने का प्रयास किया जाना चाहिए। संचालक संस्कृति एवं राजभाषा विवेक आचार्य ने राजभाषा आयोग के कार्यों पर प्रकाश डाला। आयोग की सचिव डॉ. अभिलाषा बेहार ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर प्रदेश भर से आए गणमान्य साहित्यकार बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ में दिखा रमजान का चांद, कल से रखा जाएगा रोजा…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई इलाकों में चांद नजर आने के साथ रमजान का पाक महीना शुरू हो गया है। ऐसे में आज से सभी मस्जिदों में तरावीह (विशेष नमाज) पढ़ी जाएगी और कल सुबह सहरी के बाद पहला रोजा रखा जाएगा। सऊदी अरब में 28 फरवरी को चांद दिख गया था, जिसके कारण वहां 1 मार्च से रोजे आरंभ हो गए हैं।

बता दें कि रमजान इस्लामिक कैलेंडर का नौवां महीना है। रमजान के माह को रहमत और बरकत का माना जाता है। मुस्लिम समुदाय के लोग अल्लाह की नेमत पाने के लिए 30 दिन रोजा रखते हैं। इस पाक माह का एक-एक मिनट कीमती माना जाता है। इस दौरान लोग रोजा रखकर अपने बुरे कर्मों से तौबा करते हैं और नेक काम करते हैं। ऐसा करने से कई गुना अधिक पुण्य प्राप्त होता है। इस दौरान रोजेदारों को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा, ताकि उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव न पड़े और सेहत अच्छी बनी रहे।

डिहाइड्रेशन जैसी समस्या से ऐसे रखें खुद को महफूज

रोजेदार पूरे दिन बिना भोजन और बिना पानी पिए रोजा रखते हैं। शरीर में पानी की कमी न हो, इसके लिए मौसम के अनुसार रोजेदार कुछ बातों का ध्यान रखें, जिससे डिहाइड्रेशन जैसी समस्या से बचाव किया जा सके और सेहत का भी ख्याल रखा जा सके। इफ्तार के समय किए जाने वाले भोजन में ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए, जो आसानी से पच जाएं और शरीर में दिनभर पानी की पर्याप्त मात्रा बनी रहे। डिहाइड्रेशन ज्यादा गर्मी और दिनभर पानी न पीने की वजह से हो सकता है। ऐसे में जब भी कुछ खाएं-पीएं, तो ऐसी चीजों का सेवन करें, जिससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सके।

सहरी और इफ्तार में ध्यान देने योग्य बातें:

  • सहरी या इफ्तार में हमेशा कम तली-भुनी चीजें ही खाएं, क्योंकि ऐसी चीजों के सेवन से प्यास लगने की संभावना बढ़ जाती है।
  • सहरी में प्रोटीन और फाइबर युक्त चीजों का ज्यादा सेवन करें, जैसे मल्टीग्रेन रोटी, छिलके सहित फल, अंडे, पनीर, चिकन आदि। फाइबर युक्त भोजन प्यास से बचाने में मदद करता है और लंबे समय तक पेट भरा रहता है।
  • ज्यादा से ज्यादा हरी पत्तेदार सब्जियां और सलाद खाएं। इसमें खीरा, ककड़ी, तरबूज, संतरा, अंगूर जैसे फलों को शामिल करें, जिनमें पानी और फाइबर की मात्रा अधिक होती है।
  • सहरी के दौरान कैफीन युक्त चीजों से बचें। चाय या कॉफी शरीर का पानी सोख लेती हैं, जिससे बार-बार प्यास लग सकती है। इसकी जगह नींबू पानी और जूस का सेवन करें।
  • इफ्तार की शुरुआत हल्की चीजों जैसे खजूर, शिकंजी या सूप से करें।
  • रोजा रखने के दौरान पर्याप्त नींद लेना जरूरी है। सुबह सहरी के कारण नींद पूरी न होने पर दिन में आराम जरूर करें।
नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 2.37 लाख की हेरोइन और अफीम के साथ आरोपी गिरफ्तार

रायपुर-  थाना कबीर नगर पुलिस ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से 14.70 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) और 12.75 ग्राम अफीम बरामद की गई, जिसकी कुल कीमत लगभग 2,37,760 रुपये आंकी गई है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

रिंग रोड नंबर 2 पर पकड़ा गया आरोपी

रायपुर पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में 1 मार्च 2025 को थाना कबीर नगर पुलिस को सूचना मिली कि रिंग रोड नंबर 2 के पास एक व्यक्ति मादक पदार्थ बेचने की फिराक में है. सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा.

पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम दविंदर सिंह (52 वर्ष), निवासी अमृतसर, पंजाब बताया. जब उसकी तलाशी ली गई, तो उसके कुर्ते की जेब से दो पन्नियों में 14.70 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) और 12.75 ग्राम अफीम बरामद हुई. पुलिस द्वारा जब उससे इस मादक पदार्थ को रखने के वैध दस्तावेज मांगे गए, तो वह कोई भी प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर सका और पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करने लगा.

NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज

थाना कबीर नगर पुलिस ने आरोपी दविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ अपराध क्रमांक 27/25, धारा 18(A), 21(B) NDPS ACT के तहत मामला दर्ज कर लिया गया. आरोपी के पास से 9010 रुपये नगद भी जब्त किए गए.

इन अधिकारियों की रही अहम भूमिका

इस कार्रवाई में निरीक्षक दीपेश जायसवाल, सहायक उपनिरीक्षक गौरी शंकर सिंह, प्रधान आरक्षक भारद्वाज, आरक्षक पिलेश्वर प्रसाद, अशवन दास और राकेश चंद्राकर की महत्वपूर्ण भूमिका रही.

छत्तीसगढ़ में 30 बिस्तर तक के अस्पतालों को पंजीकरण से रखें बाहर, एएचपीआई की सरकार से मांग…

रायपुर-  एसोसिएशन ऑफ़ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स इंडिया (एएचपीआई) ने छत्तीसगढ़ में 30 बिस्तर तक के अस्पतालों को क्लीनिकल एस्टाब्लिशमेंट एक्ट (नर्सिंग होम एक्ट) में पंजीकरण से बाहर रखने की मांग की है. 

एएचपीआई छत्तीसगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि हाल ही बिहार कैबिनेट ने 40 बिस्तर तक के अस्पतालों को नर्सिंग होम एक्ट के तहत पंजीयन करने की छूट की मंजूरी दी है. छत्तीसगढ़ में भी 30 बिस्तर तक के अस्पतालों को नर्सिंग होम एक्ट में पंजीयन से बाहर रखने का नियम बन चुका है, लेकिन इसे आज तक लागू नहीं किया गया है.

डॉ. गुप्ता ने स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव से अपील की है कि सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को 30 बिस्तर तक के अस्पतालों को नर्सिंग होम एक्ट में पंजीयन की परिधि से बाहर रखने के लिए निर्देशित करें, जिससे छोटे नर्सिंग होम और एकल डॉक्टर क्लिनिक निर्बाध रूप से प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर सकें.

कांग्रेसियों ने छत्तीसगढ़ पुलिस के नाम का काटा केक, कहा – चाची हमारी महापौर, कांग्रेस ने केक काटा तो जेल, मेयर के बेटे को बेल…

रायपुर- महापौर मीनल चौबे के बेटे मृणक चौबे के जन्मदिन पर बीच सड़क केक काटने के मामले में सियासत तेज हो गई है. एनएसयूआई और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रायपुर के गांधी मैदान में छत्तीसगढ़ पुलिस के नाम का केक काटा. हैप्पी बर्थडे छत्तीसगढ़ पुलिस के नारे लगाकर पटाखे भी फोड़े. इस दौरान कांग्रेस ने महापौर के बेटे समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग उठाई.

कांग्रेसियों ने पोस्टर में लिखा – चाची हमारी महापौर है. कांग्रेस ने केक काटा तो जेल, महापौर के बेटे को बेल. एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष शांतनु झा ने पुलिस पर बीजेपी के इशारों पर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा, सड़क पर जन्मदिन मनाने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की FIR के तत्काल बाद गिरफ़्तारी हुई थी. अब FIR के बाद महापौर मीनल चौबे के बेटे सहित अन्य आरोपियों को भी तत्काल गिरफ्तार किया जाए।


10 से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

बता दें कि रायपुर की नवनियुक्त महापौर मीनल चौबे के बेटे मृणक चौबे सहित दस से ज्यादा लोगों के खिलाफ सड़क पर जन्मदिन मनाते हुए केक काटने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है. डीडी नगर थाना में ऑटो चालक रवि ध्रुव की शिकायत पर मृणक चौबे, पिंटू चंदेल, मनोज गौतम सहित 10 से ज्यादा लोगों के खिलाफ धारा 126 (2), 3 (5) BNS के तहत अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया है.ए.

59 मतदाता, लेकिन वोट पड़े 64 : पंचायत चुनाव में भाजपा विधायक पर धांधली का आरोप, री-वोटिंग की मांग नहीं हुई पूरी

गौरेला पेंड्रा मरवाही- छत्तीसगढ़ के मरवाही ब्लॉक के धरहर गांव में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगा था. विधायक पर चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए हारे प्रत्याशियों ने रि-वोटिंग की मांग की थी. उनका आरोप है कि विधायक के दबाव के चलते शिकायत पर कार्रवाई नहीं हो रही है. इसलिए वे अब इस मांग को लेकर प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं. हालांकि इस मामले में पीठासीन अधिकारी को निलंबित किया जा चुका है. 

दरअसल, मरवाही ब्लॉक ग्राम धरहर में 23 फरवरी को मतदान हुआ था. सरपंच और पंच का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों ने शिकायत की थी कि यहां कुल जितने मतदाता थे. उससे अधिक लोगों से वोटिंग कराई गई जो कि आपत्तिजनक है. उम्मीदवारों ने मरवाही विधायक प्रणव मरपच्ची पर चुनाव में धांधली कराने का आरोप लगाया है. बता दें कि ग्राम धरहर मरवाही विधायक प्रणव मरपच्ची का गृह ग्राम है और पूर्व में वे यहां से सरपंच भी रह चुके हैं.  

प्रत्याशियों का आरोप है कि विधायक के गांव के बूथों में विधानसभा और लोकसभा में कांग्रेस जीती थी. विधायक ने प्रशासन के साथ मिलकर यहां पंच-सरपंच जनपद और जिला पंचायत चारो के चुनाव प्रभावित हुए हैं. यहां से कांग्रेस काल में अर्चना पोर्ते अनुसूचित जनजाति आयोग की अध्यक्ष रह चुकी है. इनका आरोप है कि मतदान का रिपोर्ट सभी अभियर्थियों का न देकर व्यक्तिगत दिया गया इसलिए यहां फिर से मतदान कराया जाना चाहिए, अनियमितता को दबाने लाठी चार्ज तक किया गया. 

शिकायत में बताया गया है कि बीते 23 फरवरी को हुए पंचायत मतदान के बाद मरवाही ब्लॉक के ग्राम धरहर के वार्ड नम्बर 05 से दो प्रत्याशी गेंदी प्रजापति और शांति बाई सोनवानी उम्मीदवार थे. जहां कुल मतदाता 59 थे और मतदान संख्या 64 रही, जो कि अपने आप फर्जी मतदान होना प्रतीत हो रहा है. शिकायतकर्ताओ ने यहां फिर से मतदान कराए जाने को लेकर ज्ञापन दिया है.

रायपुर मेयर के बेटे के खिलाफ एफआईआर: सड़क पर जन्मदिन मनाना पड़ा भारी

रायपुर- रायपुर की नवनियुक्त महापौर मीनल चौबे के बेटे मृणक चौबे सहित दस से ज्यादा लोगों के खिलाफ सड़क पर जन्मदिन मनाते हुए केक काटने पर एफआईआर दर्ज किया गया है. डीडी नगर थाना में ऑटो चालक रवि ध्रुव की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया है.

दरअसल, महापौर मीनल चौबे के बेटे मृणक चौबे का अपने दोस्तों के साथ सड़क पर जन्मदिन मनाते हुए केक काटते और आतिशबाजी करते हुए वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. मामले में अब ऑटो चालक रवि ध्रुव पिता दशरथ ध्रुव की शिकायत पर मृणक चौबे, पिंटू चंदेल, मनोज गौतम सहित 10 से ज्यादा लोगों के खिलाफ धारा 126 (2), 3 (5) BNS के तहत अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया है.

डीडी थाना प्रभारी एसएन सिंह ने बताया कि तीन सहित अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया है. मामले में कार्रवाई जारी है. जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा.

इसके पहले इसी तरह सड़क पर जन्मदिन मनाने पर युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई की थी. इस तरह की बढ़ती घटनाओं पर हाई कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए प्रदेश के आला अधिकारी से जवाब तलब किया था. हाई कोर्ट की फटकार के बाद एक दिन पहले ही मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने अधिकारियों की बैठक लेकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, जिसका अब असर देखने को मिल रहा है.