लोकमाता अहिल्याबाई होलकर नारी शक्ति, न्याय और जनकल्याण की प्रतीक, त्रिशताब्दी जयंती पर बोले राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार
डेस्क : रांची-झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने लोकमाता अहिल्याबाई होलकर को नारी शक्ति, न्याय और जनकल्याण की अप्रतिम प्रतीक बताते हुए कहा कि वे केवल एक कुशल प्रशासिका ही नहीं, बल्कि सेवा, त्याग और परोपकार की प्रतिमूर्ति थीं. उन्होंने शिक्षा, कला, संस्कृति और धर्म के संरक्षण के लिए अनुकरणीय कार्य किए. उनकी शासन-व्यवस्था पूरी तरह प्रजा के हितों पर केंद्रित थी.
उन्होंने समाज को नई दिशा प्रदान की. वे बुधवार को राष्ट्र सेविका समिति (रांची महानगर) एवं रांची विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में राजधानी के आर्यभट्ट सभागार में आयोजित लोकमाता अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे.
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने काशी विश्वनाथ मंदिर एवं अन्य धार्मिक स्थलों के पुनर्निर्माण में लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के ऐतिहासिक योगदान का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि जब हम ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘विकसित भारत’ की ओर अग्रसर हैं, तब अहिल्याबाई जैसी महान विभूतियों के योगदान से हमें नई प्रेरणा मिलती है.
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई का जीवन न केवल प्रशासनिक दक्षता, बल्कि परोपकार और नारी सशक्तीकरण का भी सर्वोत्तम उदाहरण है. उन्होंने इस समारोह के आयोजन के लिए राष्ट्र सेविका समिति एवं रांची विश्वविद्यालय को बधाई देते हुए विश्वास प्रकट किया कि यह प्रयास लोकमाता अहिल्याबाई की प्रेरणादायी गाथा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होगा.
Jan 29 2025, 19:29