महाकुंभ में सुरक्षा और सुव्यवस्था को लेकर योगी सरकार ने दिए दिशा-निर्देश
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डेस्क:–उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए योगी सरकार ने अपनी कमर कस ली है। इसको लेकर मेला क्षेत्र में विशेष तैयारियां की जा रही हैं। महाकुंभ को सफल बनाने के लिए योगी सरकार की तरफ से कड़े कदम उठाए जा रहे है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मंगलवार को प्रयागराज दौरे पर महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अधिकारियों को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। सीएम योगी के निर्देशों के क्रम में पुलिस प्रशासन तैयारियों में जुट गया है।
मुख्यमंत्री योगी मंगलवार को महाकुंभ की तैयारियों की प्रगति की समीक्षा के लिए प्रयागराज में थे। उन्होंने अधिकारियों को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इसमें प्रयागराज और आसपास के जनपदों में व्यापक स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाने, होटल, रेस्टोरेंट, स्ट्रीट वेंडर्स और अवैध बस्तियों में सघन तलाशी अभियान चलाने के साथ ही मेला क्षेत्र और प्रयागराज आने वाले वाहनों की कड़ी जांच करने के निर्देश भी शामिल रहे। उन्होंने बिना लाइसेंस और परमिट वाले वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने, संदिग्ध व्यक्तियों और वस्तुओं की तलाशी और पूछताछ के साथ एलआईयू और आईबी को पूरी तरह अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया। प्रयागराज पुलिस की ओर से इस पर अमल किया जा रहा है।
महाकुंभ से पहले सभी पुलिस अधिकारियों और सिपाहियों की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा गया है। इसके अलावा, ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के रहने-खाने की उचित व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश हैं। मुख्यमंत्री का कहना है कि मेले में यथासंभव रिजर्व पुलिस बल का उपयोग किया जाए। अन्य जनपदों की पुलिस केवल आपात स्थिति में ही बुलाई जाए। इसके अतिरिक्त, प्रयागराज और प्रदेश के अन्य जिलों की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंद किए जाने को प्राथमिकता दी गई है। मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के दौरान किसी भी तरह की अवैध वसूली, ठेका या फ्रॉड की गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साइबर और ऑनलाइन फ्रॉड पर नजर रखने के लिए विशेष टीमें गठित करने के साथ फायर सेफ्टी के लिए विशेष प्रबंध सुनिश्चित करने पर जोर दिया है। आपातकालीन स्थितियों में रिस्पांस टाइम को कम से कम रखने और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
सीएम योगी के निर्देश पर मुख्य स्नान पर्वों के दिन बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए भगदड़ या जाम की समस्याओं के त्वरित निस्तारण पर जोर दिया जा रहा है। ट्रैफिक पुलिस को शहर और मेले में प्रवेश करने वाले मार्गों पर क्रेन की व्यवस्था रखने को कहा गया है, ताकि जाम का त्वरित निस्तारण किया जा सके। रूट मैप और श्रद्धालुओं के आने-जाने वाले मार्गों का उचित प्रबंधन सुनिश्चित किया जा रहा है। सीएम योगी का निर्देश है कि महाकुंभ में सुरक्षा इंतजाम जीरो एरर की पॉलिसी के मुताबिक होने चाहिए। सीएम ने संगम में स्नान के दौरान जल पुलिस को भी पूरी तरह मुस्तैद रहने के निर्देश दिए। नावों का संचालन और सुरक्षा के मानकों का पूरी तरह पालन करने के साथ ही उन्होंने अधिक भीड़ या गड़बड़ी की स्थिति में पांटून पुलों का विकल्प तैयार रखने के भी निर्देश दिए हैं।


डेस्क:–उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर नए साल से पहले ही पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ने लगी है। मंदिरों के दर्शन करने के लिए पर्यटक पहले ही मथुरा, वृंदावन, वाराणसी धाम पहुंच गए है। नए साल के मौके पर प्रार्थना करना शुभ माना जाता है। काशी धाम को सभी धार्मिक स्थलों में सर्वोच्च माना जाता है। इस समय वाराणसी पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण हो गया है। नए साल पर यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। श्रद्धालु गंगा घाट पर डुबकी लगाने और फिर काशी विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं।
Jan 02 2025, 10:40
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