जिले के बीडीओ एवं मनरेगा पीओ के साथ जिलाधिकारी ने की बैठक, हुई चर्चा, पदाधिकारियों को दिया गया यह निर्देश

गया। जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय सभागार में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं सभी प्रोग्राम पदाधिकारी मनरेगा तथा जीविका के सभी प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारी के बैठक करते हुए जनहित में किये जा रहे कार्यो की वर्तमान स्थिति से अवगत हुए। जीविका के कार्यों की समीक्षा में डीपीएम जीविका द्वारा बताया गया कि ज़िले के सभी प्रखंडों में जीविका के समूह संचालित है।

गया जिले में कुल 46361 जीविका समूह संचालित है। इसके अलावा 557344 जीविका की दिदिया जीविका समूह में जुड़े हुए हैं। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि ग्रामीण क्षेत्र एवं सभी नगर निकाय के क्षेत्र में और प्रभावी रूप से जीविका समूह को जोड़ने में तेजी लावे। साथ ही जीविका दीदी को दिए जाने वाले रिवाल्विंग फंड दीदियों को उपलब्ध कराने में कोई देरी नहीं करें। बताया गया कि इस वर्ष 1874729 लीटर नीरा को बेचा गया है, जो ज़िले के लिये काफी अच्छी प्रगति है।

डीपीएम जीविका ने बताया कि इस वर्ष मोडल के रूप में गया ज़िले में 700 हाउस होल्ड को मुर्गी पालन अंतर्गत अंडा उत्पादन से जोड़ने का कार्य किया गया है। इसके तहत अब ज़िले से ही उत्पादित अंडों को डिमांड बेसिस पर यथा अनुग्रह नारायण अस्पताल, सरकारी अस्पताल, सभी आंगनवाड़ी केंद्रों एव शिक्षा विभाग के एमडीएम से जोड़ा जाएगा। डीएम ने कहा कि यह काफी अच्छी इनिसिएटिव है, इसमें पूरी रुचि लेकर अंडा उत्पादन का कार्य करवाये ताकि ज़िले के ही जीविका दीदियों को भरपूर फायदा हो सके।

सतत जीविकोपार्जन योजना की समीक्षा के दौरान डीएम ने कहा कि राज्य सरकार की यह योजना काफी अच्छी योजना है इस योजना के तहत ₹200000 तक का राशि जीविकोपार्जन के लिए दिया जाता है, वैसे गरीब तबके के परिवार या पूर्व में मादक पदार्थ बेचने में संलिप्त परिवार जिनके वर्तमान में कोई जीविकोपार्जन का सहारा नहीं है, वैसे परिवार या समूह को इस योजना का लाभ हर हाल में उपलब्ध करवाये। इस योजना का और अधिक विस्तार करने पर जोर दिए हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ मिल सके।

जल जीवन हरियाली योजना के समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि गया जिला लगभग पहाड़ियों से घिरा हुआ क्षेत्र है गया जिले में ज्यादातर सुखाड़ की स्थिति बनी रहती है। गया जिले में सिंचाई आहार पोखर पर ही निर्भर है इसे ध्यान में रखते हुए आहार पोखर कि अतिक्रमण को हर हाल में हटवाना जरूरी है। जिलाधिकारी ने कहा कि सार्वजनिक जल संरचनाओं का यदि कहीं अतिक्रमण है तो उसे तुरंत अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाए। सार्वजनिक चापाकलों के किनारे सोख्ता का निर्माण करवाने में तेजी लाएं। नए जल स्त्रोतों कर सृजन में तेजी लावे ताकि ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र सिंचित हो सके। 

जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को कहा कि अपने क्षेत्र में सौर ऊर्जा अधिष्ठापन करने हेतु लोगों को प्रोत्साहित करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग सौर ऊर्जा के प्रति जागरूक बने और सौर ऊर्जा का प्रयोग कर सके सौर ऊर्जा के लिए राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार योजना बनाकर अनुदान भी दी जा रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि जिले के वैसे पत्र लाखों जो पात्रता रखते हैं उन्हें आवास योजना का लाभ देने में कोई देरी नहीं करें साथ ही यदि लाभार्थी का नाम सूची में आ चुका है और बिना कोई विशेष कारण के प्रथम किस्त की राशि देने में विलंब हो रहा है तो वैसे आवास सहायक के विरुद्ध प्रतिवेदन भेजें, कठोर कार्रवाई की जाएगी। बैठक में उप विकास आयुक्त नवीन कुमार, निदेशक डीआरडीए सहित सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी उपस्थित थे।

बीपीएससी अभ्यर्थीयो पर पुलिसिया दमन के खिलाफ गया में इंकलाबी छात्र का विरोध प्रदर्शन

गया। बिहार लोक सेवा आयोग के 17 में परीक्षा रद्द करने को लेकर और प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिसिया दमन के खिलाफ मगध विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर इंकलाबी छात्र द्वारा मुख्यमंत्री और बीपीएससी अध्यक्ष का पुतला दहन कर प्रदर्शन किया गया ।

विरोध प्रदर्शन में उपस्थित छात्र अपने अपने हाथों में तख्ती और सरकार के खिलाफ नारीबाजी कर अपना विरोध जाहिर किया। 

मौके पर उपस्थित छात्रों ने बीपीएससी चेयर मैन पर आरोप लगाते हुए कहा कि व्यापक धांधली के बाद भी चेयर मैन का खामोशी और परीक्षा न रद्द करना इस धांधली में उनकी संलिपिता को दर्शाता है।

प्रदर्शन की अगुवाही कर रहे इंकलाबी छात्र के संयोजक दीपक कुमार दांगी ने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने और विरोध करने का अधिकार है । लेकिन मौजूदा सरकार जिस तरह से छात्रों के आवाज को पुलिसिया दमन से खत्म करना चाह रही है यह कहीं से भी जायज नहीं है । हम छात्रा से कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे ।

श्री दांगी ने बताया कि सूबे में शिक्षा और परीक्षा माफियाओ के गिरफ्त में है। समय पर डिग्री न मिलना, कॉलेज में शिक्षकों का न होना, परीक्षा में धांधली, पैसा पर बिकती नौकरी और डिग्री बिहार में आम चलन बनता जा रहा है। परंतु प्रदेश की सरकार इन माफियाओं पर लगाम लगाने की बजाय युवाओं पर लाठियां चला रही है। 

वही मौके पर उपस्थित इंकलाबी छात्र के संरक्षक कमलेश यादव और छात्र नेता राजेश कुमार ने सरकार से यह मांग किया कि अभिलंब परीक्षा रद्द करे और इस धांधली में लिप्त सभी दोषियों को सलाखों के पीछे डालें साथ ही प्रदर्शन में घायल छात्रों को उचित मुआवजा दे ।।

प्रदर्शन में इंकलाबी छात्र के नेता अशोक यादव, अभिषेक कुमार सिंह, रंजीत कुमार, विक्रम कुमार, सुजीत, विकाश, संतोष यादव, राजेश एवं सैकड़ो छात्र उपस्थित रहे।

गया पुलिस ने साइबर गिरोह का किया पर्दाफाश, विदेश भेजने के नाम पर झांसे में लेकर करते थे ठगी, लैपटॉप, मोबाइल समेत 5 अपराधी गिरफ्तार

गया। बिहार के गया में 5 साइबर अपराधी को साइबर थाना की पुलिस ने गिरफ्तार कर साइबर गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरफ्तार किया गया साइबर अपराधी के पास से एक लैपटॉप, 21 मोबाइल, 15 रजिस्टर, तीन अपाचे मोटरसाइकिल और अन्य दस्तावेज बरामद किया गया।

इसकी खुलासा गया के एसएसपी आशीष भारती ने सोमवार को 3:30 पर प्रेस वार्ता कर की है। एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि गया जिले में एक साइबर ठगी गिरोह सक्रिय होकर कार्य कर रहा है। जिसके द्वारा विदेश भेजने के नाम पर लोगों को झांसे में लेकर साइबर ठगी की घटना को अंजाम दिया जा रहा है। सूचना के बाद मामले को काफी गंभीरता से लिया गया और साइबर थाना के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन कर शेरघाटी थाना क्षेत्र के तेतरिया स्थित एक मकान में छापेमारी की गई।

इस दौरान पुलिस को देखकर भागने का प्रयास करने लगा, लेकिन उसे पकड़ा गया और जब उससे पूछताछ किया गया तो उसने अपना नाम विकास कुमार, गणेश कुमार, जनमूल हुसैन, जमील अख्तर और मोहम्मद इमरुद्दीन अंसारी है। जब इन लोगों से पूछताछ किया गया तो इन लोगों ने बताया कि पासवर्ड डाटा को चोरी कर लोगों को विदेश भेजने के नाम पर पहले में झांसे लेते थे फिर हम लोग साइबर ठगी का काम करते थे। पुलिस ने तलाशी में लैपटॉप, मोबाइल, रजिस्टर, मोटरसाइकिल एवं फर्जी दस्तावेज को बरामद किया गया। पुलिस इस गिरोह का अन्य साइबर ठगी में संलिप्त होने के बारे में गंभीरता से जांच कर रही है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

चोरी के कांड में एक आरोपी को मगध मेडिकल पुलिस ने किया गिरफ्तार, पूर्व में दो आरोपी को भेजा जा चुका जेल

गया। बिहार के गया में मगध मेडिकल थाना की पुलिस ने चोरी के कांड में संलिप्त एक आरोपी राहुल पासवान को गिरफ्तार किया है। आरोपी मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के ग्राम काजीचक का रहने वाला है। 

इसकी खुलासा गया के एसएसपी आशीष भारती ने रविवार को प्रेस रिलीज जारी कर की है। एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि 3 जून 2024 को वादी के द्वारा लिखित आवेदन दिया गया था कि रात्रि में छत से घर में घुसकर अज्ञात चोरों के द्वारा चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था।

जिसके बाद लिखित आवेदन के आधार पर थाना में मामला दर्ज करते हुए अनुसंधान प्रारंभ की गई और इस घटना में संलिप्त आरोपी की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गया, जिसके बाद मगध मेडिकल थाना की पुलिस ने छापेमारी कर आरोपी राहुल पासवान को गिरफ्तार किया गया है। जिसे पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है। एसएसपी ने बताया कि पूर्व इस कांड में दो आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा चुका है।  

आचार्य किशोर कुणाल का जाना बड़ी क्षति: कुमार गौरव

गया: युवा जदयू के गया जिलाध्यक्ष कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा ने पूर्व आई०पी०एस० अधिकारी, बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद के पूर्व अध्यक्ष और महावीर मंदिर न्यास समिति के संस्थापक सचिव आचार्य किशोर कुणाल के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि स्व० आचार्य किशोर कुणाल जी एक कुशल प्रशासक एवं संवेदनशील पदाधिकारी थे।

आप विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों से भी जुड़कर समाज के सभी वर्गों के लिए काम करते रहे। उन्होंने बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद के अध्यक्ष पद पर रहते हुये अपने कार्यों को सफलतापूर्वक संपादित किया और धार्मिक स्थलों के संरक्षण के लिए अनेक कारगर कदम उठाये, जिससे समाज मे समरसता का माहौल बना रहे। गुजरात कैडर के अधिकारी कुणाल साहब 80 के दशक में पटना एसपी की कमान संभाले और अपराधियों के बीच दहशत कायम किये तथा कई मामलों का उद्भेदन भी किया था।

पटना जंक्शन पर बने हनुमान मंदिर का इस कदर विकसित किये की उससे प्राप्त हुई राशि से पटना में कई अस्पतालों के निर्माण कराया जिससे लोग लाभान्वित हो रहे हैं। इस दुख की घड़ी में गया जदयू परिवार उनके परिजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना करता है।

गया में सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन: नक्सलियों के पहाङी ठिकाने से 414 पीस इंसास राइफल के कारतूस और 56 नक्सली पर्ची बरामद

गया. बिहार के गया में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है. गया पुलिस और एसटीएफ के सर्च ऑपरेशन में नक्सल प्रभावित लुुटुआ थाना क्षेत्र से भारी संख्या में इंसास राइफल के कारतूस और प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा मााओवादी के नाम से रहे नक्सली रसीद की बरामदगी की गई है. वहीं, पिट्ठू बैग भी मिला है, जिसका उपयोग नक्सली करते हैं. बताया जा रहा है, कि गया एसएसपी आशीष भारती को सूचना मिली थी, कि नक्सलियों की गतिविधियां जंंगल वाले इलाके में देखी गई है. इसके बाद सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन चला और यह बड़ी सफलता मिली है.

इंसाफ राइकल के 414 कारतूस और 56 नक्सली पर्ची बरामद 

गया जिले के लुटुआ थाना अंतर्गत भुसिया- असुराईन के जंगलों में सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन चला. सूचना थी, कि इलाके में नक्सलियों की गतिविधियां देखी जा रही है. इसके बाद गया पुलिस और एसटीएफ के द्वारा नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. सर्च ऑपरेशन के दौरान भुसिया- असुराईन जंगल के इलाके में रहे करिया पहाड़ी से नक्सलियों द्वारा छुपाकर रखे गए 5.56 बोर के इंसास राइफल के 414 जिंदा कारतूस बरामद किए गए. वहीं, 56 नक्सली पर्ची भी बरामद की गई है. नक्सली पर्ची में नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का नाम लिखा गया है. माना जा रहा है कि इसी पर्ची से लेवी आदि की मांग नक्सली संगठन के द्वारा की जाती है.

किसी नक्सली की गिरफ्तारी नहीं

वही, इस मामले में किसी नक्सली की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है. फिलहाल नक्सलियों द्वारा छुपाकर रखे गए आग्नेयास्त्र एवं अन्य सामानों को सुरक्षा बलों के द्वारा बरामद किया गया है. इस तरह से नक्सलियों की एक बड़ी योजना को सुरक्षाबलों ने नाकाम किया है. वहीं, सुरक्षा बलों के आने की भनक लगते ही नक्सलियों का दस्ता भाग निकलने में सफल रहा. किसी नक्सली की गिरफ्तारी इस मामले में नहीं हो सकी है. वही, इतने बड़े पैमाने पर इंसास राइफल के कारतूसों और नक्सली पर्ची की बरामदगी को लेकर लुटुआ थाना में कांड संख्या 34/24 दिनांक 28 दिसंबर 24 दर्ज की गई है. कांड दर्ज कर कई बड़े नक्सली नेताओं की तलाश तेज कर दी गई है.

लगातार ऑपरेशन के बावजूद नक्सलियों की गतिविधियां जारी

वहीं, सुरक्षा बलों के लगातार सर्च ऑपरेशन के बावजूद नक्सलियों की गतिविधियां जारी है. खासकर बिहार- झारखंड के बॉर्डर वाले इलाकों में नक्सलियों की गतिविधियां रुक नहीं रही है. यही वजह है, कि नक्सली कभी बिहार तो कभी झारखंड के इलाके में देखे जा रहे हैं. नक्सलियो की गतिविधियां देखे जाने के बाद ही लुटुआ थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों की छापामारी हुई और इंसास राइफल के 414 कारतूस और नक्सली पर्ची की बड़े पैमाने पर बरामदगी हुई.

नक्सलियों के खिलाफ मिली है बड़ी सफलता: एसएसपी 

नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है. नक्सलियों के गतिविधियों की सूचना पर सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन चला. इस क्रम में लुटुआ थाना अंतर्गत पहाड़ी वाले इलाके से 414 पीस इंसास राइफल के कारतूस, 56 नक्सली पर्ची की बरामदगी की गई है. यह एक बड़ी सफलता है. इससे नक्सलियों की कमर और टूटेगी. मामले में अग्रतर कार्रवाई की जा रही है.

न्याय के साथ विकास का नारा देने वाले सीएम नीतीश कुमार एक विशेष वर्ग के लिए कर रहे हैं काम : बीरेन्द्र गोप

गया। ओबीसी महासभा बिहार के प्रदेश अध्यक्ष सह प्रदेश महासचिव राष्ट्रीय जनता दल बिहार एडवोकेट बीरेन्द्र कुमार उर्फ बीरेन्द्र गोप ने गया के जिलाधिकारी डॉ० एसएम त्यागराजन को पत्र लिखकर कोंच प्रखंड के ग्राम पंचायत असलेमपुर के ग्राम सभा द्वारा पंचायत सरकार भवन के लिए चयनित स्थल के बजाय दूसरे जगह पर कराये जा रहे निर्माण कार्य को अविलम्ब रोक लगाने की मांग की है।

श्री बीरेन्द्र गोप ने बताया कि टिकारी के स्थानीय विधायक के इशारे पर बिहार सरकार पंचायत नियमावली के विरुद्ध ग्राम सभा के निर्णय को दरकिनार करते हुए उनके जाति विशेष के गांव में पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य कराया जा रहा है जिसका ओबीसी महासभा बिहार पुरजोर तरीके से प्रतिकार करती है।

साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि न्याय के साथ विकास का नारा देने वाले नीतीश कुमार एक विशेष वर्ग के लिए काम कर रहे हैं जिसका जवाब बिहार व गया जिला के पिछड़ा,अतिपिछड़ा एवं दलित वर्ग के लोग 2025 के विधानसभा चुनाव में देगी। श्री बीरेन्द्र गोप ने कहा कि अगर निर्माण कार्य पर अविलम्ब रोक नहीं लगाया गया तो ओबीसी महासभा आंदोलन करने पर मजबूर होगी।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया में सरकारी क्वार्टर में एक 28 वर्षीय युवक का मिला लटका शव, हत्या या आत्महत्या जांच के बाद ही खुलासा

गया। बिहार के गया में एक 28 वर्षीय एक युवक का सरकारी क्वार्टर में लटका हुआ शव मिली है। दरअसल, मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के खिरियावां गांव में शनिवार को जर्जर पड़े सरकारी भवन के क्वार्टर में एक 28 वर्षीय युवक का लटका हुआ शव मिला है।  

लटका हुआ शव मिलने के बाद लोगों की भीड़ जुट गई और तरह-तरह की चर्चाएं करने लगे। मृतक युवक की पहचान विशाल सिंह के रूप में किया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज भेजा है और जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। स्थानीय लोगों के मुताबिक युवक के पैर जमीन से सटे हुए थे और उसके हाथ पैंट की जेब में थे। इससे हत्या की अशंका जताई जा रही है।

गांव वाले का कहना है कि अपराधियों ने हत्या के बाद शव को फांसी पर लटका कर आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की है। इस संबंध में मगध मेडिकल के थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया कि सरकारी क्वार्टर में एक युवक का शव लटका हुआ मिली है। सूचना के बाद पुलिस पहुंची है और पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल अस्पताल भेजा गया और जांच की प्रक्रिया की जा रही है। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। अब जांच प्रक्रिया के बाद ही खुलासा हो पायेगा।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

आईएएस संजीव हंस से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में ED ने बड़ी कार्रवाई की, गया समेत कई ठिकानों पर छापेमारी

गया। आईएएस संजीव हंस से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में ED की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की है. बता दें कि ED की टीम संजीव हंस के करीबी और उनकी अवैध तरीके से अर्जित की गई कमाई का निवेश करने वाले कारोबारी के कई ठिकानों पर छापेमारी की है।

मिली जानकारी के अनुसार, ED की टीम ने आज सुबह पुल निर्माण विभाग के जूनियर इंजिनियर के घर छापेमारी की है। टीम ने इंजीनियर के पटना और गया दो ठिकानों पर रेड मारी है. पुल निर्माण विभाग के जूनियर इंजिनियर सुनील कुमार के घर और होटल में रेड चल रही है।

बता दें कि, आय से अधिक संपत्ति मामले में आईएएस अधिकारी संजीव हंस फिलहाल बेउर जेल में बंद हैं. वहीं, इसी मामले में दिल्ली से गिरफ्तार किए गए राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ा एक्शन लेते हुए संजीव हंस की संपत्ति को अटैच किया और ईडी ने IAS अधिकारी के कुल 7 संपत्तियों को जब्त किया है।

बता दें कि ED ने संजीव हंस की दिल्ली, नागपुर और जयपुर की संपत्ति को जब्त की है. संपत्ति की कीमत करीब 23 करोड़ 72 लाख रुपए बताए जा रहे हैं. IAS संजीव हंस के नागपुर में जमीन के तीन प्लॉट, दिल्ली में एक फ्लैट और जयपुर में तीन फ्लैट्स को ईडी ने जब्त कर रखा है. संजीव हंस बड़ी चालाकी से इन संपत्तियों के मालिक बने थे. ऊर्जा विभाग में ठेकेदारी करने वाले प्रवीण कुमार चौधरी, कोलकाता के कारोबारी पुष्पराज बजाज और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर यह संपत्तियां रजिस्टर्ड कराई गई थी। 

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया में एक महिला से सरकारी नौकरी के नाम पर 10 लाख की ठगी, रुपए मांगने के बाद रेप की वारदात, महिला ने लगाई संगीन आरोप

गया जिले के चेरकी इलाके में एक महिला ने सरकारी नौकरी के नाम पर 10 लाख रुपए ठगी और रुपए मांगने के बाद रेप की वारदात का आरोप लगाया है। 

पुलिस का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में आया है, जल्द ही जांच पड़ताल कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता के मुताबिक, आरोपी चेरकी के प्रकाश विद्या मंदिर स्कूल और ओम साई अस्पताल का डायरेक्टर मनोज कुमार है। आरोप है कि सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर मनोज कुमार ने 2020 में शिक्षिका पद पर बहाली के नाम पर 10 लाख रुपए लिए थे। दावा किया था कि पैसे देने के बाद तुम्हारी सरकारी नौकरी लग जाएगी।

चार साल बाद भी जब नौकरी नहीं मिली, तो महिला ने रुपए की मांग की। महिला के मुताबिक, आरोपी ने उसे 21 दिसंबर को अपने स्कूल पर बुलाया था। इस दौरान उसने मेरे साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया। पीड़िता के मुताबिक, जब भी वो पैसे की डिमांड करती थी, तो आरोपी कोई न कोई बहाना बनाता था। महिला थाना में दर्ज रिपोर्ट में पीड़िता ने बताया है कि उसने घर की खेती की जमीन बेचकर आरोपी मनोज को रुपए दिए। थे।

पीड़िता का कहना है कि आरोपी को सजा दी जाए और उसके ठगे हुए पैसे वापस दिलाए जाएं। पीड़िता का कहना है। कि मुझे न्याय चाहिए। मेरे साथ जो हुआ, वह किसी और के साथ न हो। अब पीड़िता की शिकायत पर महिला थाना प्रभारी शशिकला कुमारी ने आरोपी मनोज कुमार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पीड़िता की मेडिकल जांच कराई गई है और रिपोर्ट आने के बाद कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच चल रही है। कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही है। जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।