भारत का हिंदू करें पुकार हिंदू राष्ट्र करें सरकार के नारे के साथ दूसरी सनातन धर्म यात्रा चिनहट से अयोध्या धाम के लिए रवाना
लखनऊ। भारत का हिंदू करे पुकार, हिंदू राष्ट्र करे सरकार के नारे के साथ बुधवार को लखनऊ चिनहट स्थित छोहरिया माता मंदिर से द्वितीय सनातन धर्म यात्रा रामधुन से शुरू हुई। यात्रा को भगवा झंडा लहराकर उत्तर प्रदेश भाजपा महामंत्री व एमएलसी गोविंद नारायण शुक्ला व विधायक बीकेटी योगेश  शुक्ला ने शुरुआत की। राम भक्तों की पैदल यात्रा को संबोधित करते हुए श्री शुक्ला ने कहा कि मां सिद्धिदात्री छोहरिया माता शक्तिपीठ के महंत लाला बाबा के द्वारा किए जा रहे सनातनी प्रयास को सनातन धर्म के लिए वायु प्राण कहा। उन्होंने कहा कि इस तरह का प्रयास सनातन धर्म के मानने वालों को करना चाहिए। लाला बाबा द्वारा किए जा रहे इस सराहनीय कार्य के लिए वह हमेशा उनके साथ हैं। धर्म यात्रा के दौरान मां सिद्धिदात्री चौहरिया माता मंदिर शक्तिपीठ के संरक्षक शैलेंद्र पांडे उर्फ शैलू, राम प्रधान उत्तर धोना संदीप सिंह उर्फ रिंकू,  विनोद सिंह, विनोद यादव, यादवेंद्र सिंह गब्बर लवलेश सिंह राजेश सिंह अनूप सिंह रामनरेश यादव, अरविंद यादव,  ग्राम प्रधान धावां भैरव सिंह यादव, ब्लॉक प्रमुख धर्मेंद्र यादव के भाई शैलेंद्र सिंह यादव समेत सैकड़ो की संख्या में राम भक्त शामिल रहे। यात्रा के मौके पर राम भक्तों का जगह-जगह स्वागत अभिनंदन किया गया। पहला स्वागत लखनऊ स्थित तिवारीगंज में समाज सेवी शिव कुमार सिंह ने राम भक्तों का स्वागत किया। इसके अलावा अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित अनोरा कला चौराहे पर अरविंद यादव ने राम भक्तों की सेवा की। इसके बाद यात्रा बाराबंकी के लिए रवाना हो गई बाराबंकी नए बस स्टॉप के पास फिर से राम भक्तों का स्वागत अभिनंदन बाराबंकी वीडियो ने फूल माला के साथ किया।
मध्यांचल के समस्त वितरण कार्यालय में ओटीएस योजना के तहत उपभोक्ताओं ने कराया 2,11,263 पंजीकरण
लखनऊ। मध्यांचल (डिस्कॉम) के समस्त वितरण कार्यालयों में एक मुश्त समाधान योजना में 23.12.2024 तक कुल 2,11,263 विद्युत उपभोक्ताओं ने अपना पंजीकरण करवाया योजना के तहत रुपये पांच हजार से पच्चीस हजार तक के बकायेदारों की श्रेणी में 91,620 विद्युत उपभाक्ताओं ने अपना पंजीकरण कराया तथा इसी क्रम में पांच लाख तक के बकायेदारों के पंजीकरण की संख्या 20,639 थी।

इसी क्रम में रु0 पांच लाख से अधिक की श्रेणी में 133 विद्युत उपभोक्ताओं 23 दिसम्बर तक विभिन्न जनपदों में अपना पंजीकरण योजना के लाभ के लिए करवाया। इसके अतिरिक्त उच्चश्रेणी के विद्युत बिल बकायेदारों में कुल संख्या 178 विद्युत उपभोक्ताओं ने भी अपना पंजीकरण करवाया। लखनऊ शहर में 23.12.2024 तक पांच लाख से अधिक के बकायेदारों ने सर्वाधिक पंजीकरण अमौसी क्षेत्र में करवाया तथा हाई वैल्यू बिल के भी सर्वाधिक पंजीकरण अमौसी क्षेत्र में किया गया जिसमें सर्वाधिक उपभोक्ता विद्युत वितरण खण्ड मोहनलालगंज के थे।
गृह मंत्री को आज नहीं तो कल इस्तीफा देना ही पड़ेगा, बाबा साहब का अपमान देश नहीं सहेगा: इमरान लतीफ़
लखनऊ। बीते दिनों सदन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विषय में की गई टिप्पणी पर आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश इकाई की तरफ से प्रदेश कार्यालय पर एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसको पार्टी के बौद्ध प्रांत अध्यक्ष इंजीनियर इमरान लतीफ ने संबोधित किया।

अपने बयान में अमित शाह की टिप्पणी की निंदा करते हुए इंजीनियर इमरान लतीफ ने कहा कि गृहमंत्री ने न सिर्फ शब्दों के जरिए बल्कि अपने लहजे से भी संविधान रचयिता बाबा साहब का अपमान किया है जिसे देश की अमनपसंद आबादी किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं कर सकती है। इमरान लतीफ ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर देश के संविधान और लोकतंत्र की आत्मा है। देश का बच्चा-बच्चा बाबा साहब का अनुयाई है। अमित शाह की टिप्पणी के खिलाफ देशभर में आक्रोश है। जब तक नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा नहीं लेते हैं तब तक विरोध का सिलसिला रुकने वाला नहीं है। पूरा देश बाबा साहब से प्रेम करता है आज नहीं तो कल भारतीय जनता पार्टी को देश के सामने झुकना पड़ेगा और गृहमंत्री को इस्तीफा देना पड़ेगा।

इमरान लतीफ़ ने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर प्रहार करते हुए कहा कि आरएसएस ने बाबा साहब के जीवन काल में ही उनके द्वारा रचित संविधान का पूरजोर विरोध किया था जबकि भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता में आने के बाद लगातार बाबा साहब के संविधान के परखच्चे उड़ाये हैं। उन्होंने कहा कि अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणी से साफ जाहिर होता है कि भाजपा और आरएसएस के लोग बाबा साहब और उनके संविधान से घृणा करते है। इमरान लतीफ ने कहा कि आम आदमी पार्टी सच्चे अर्थों में बाबा साहब की अनुयाई है जिसको सरकार मे रहते हुए अपने कामों से सिद्ध किया है। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी में सरकारी स्कूलों अस्पतालों को बेहतर करके, निःशुल्क बिजली पानी दवाई पढ़ाई का इंतजाम करके आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने देश के शोषित वंचित पीड़ित गरीब कमजोर तबके को राहत देने का काम किया है और विकास की मुख्य धारा से जोड़कर बाबा साहब की सपनों को साकार करने का काम किया है। आम आदमी पार्टी के सर्वोच्च नेता अरविंद केजरीवाल ने जय भीम योजना के तहत दलित छात्रों के लिए स्कॉलरशिप की व्यवस्था करके उच्च शिक्षा में भागीदार बनाया है। साथ ही दलित छात्रों का विदेश में पढ़ने का भी इंतजाम आम आदमी पार्टी कर रही है। इससे सिद्ध होता है कि आम आदमी पार्टी बाबा साहब की सच्ची अनुयाई है।
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के सत्यम एवं विदुषी का हुआ राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2025 में चयन
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के सत्यम पाण्डेय एवं विदुषी सक्सेना का चयन राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2025 में हुआ है। प्रांत स्तर पर यह प्रतियोगिता स्टूडेंट फॉर डेवलपमेंट, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गयी थी। जिसमें उत्तर प्रदेश जोन के 18विश्वविद्यालयों के लगभग 200 प्रतिभागियों ने भाग लिया एवं 'प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन' विषय पर अपने विचारों को रखा। प्रांत स्तर पर चयनित बीबीएयू के सत्यम पाण्डेय एवं विदुषी सक्सेना 24 - 25 जनवरी को राजस्थान की विधानसभा में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2025 में लखनऊ एवं उत्तर प्रदेश जोन का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस अवसर पर शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने दोनों ही प्रतिभागियों को उनकी इस सफलता पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल ने चलाया टिकट चेकिंग अभियान
लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के मण्डल रेल प्रबंधक आदित्य कुमार के मार्गदर्शन एवं वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक  आशुतोष गुप्ता के दिशा निर्देश तथा सहायक वाणिज्य प्रबन्धक मुकेश कुमार के नेतृत्व में आज लखनऊ मण्डल के बादशाहनगर, बक्शी का तालाब एवं मोहिबुल्लापुर रेलवे स्टेशनों पर ’बस रेड’/मजिस्ट्रेट टिकट चेकिंग अभियान चला गया तथा उक्त स्टेशनों से गुजरने वाली यात्री टेनों पर 93 बिना टिकट/अनियमित रेल यात्रियों के साथ-साथ यात्रा कर रहे एमएसटी धारक व वर्दीधारी यात्रियों को जॉच अभियान में पकड़ा गया।

इस ’बस रेड जॉच अभियान के दौरान बिना टिकट/अनियमित यात्रा के 74 यात्रियों से रू. 36000/-(छत्तीस हजार) का जुर्माना वसूला गया तथा जुर्माना न अदा करने वाले 19 बिना टिकट यात्रियों को रेलवे मजिस्टेªट महोदय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस दौरान यात्रियों को टिकट लेकर यात्रा करने के लिए जागरूक भी किया गया। इस जॉच अभियान को सफल बनाने में मुख्य चल टिकट निरीक्षक, मुख्यालय एस.पी.सिंह एवं आर.पी.एफ तथा जीआरपी के बल सदस्यों व रेल कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा।
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में हुआ घुमन्तू भाषा शब्द संचय प्रविधि द्वितीय शिविर का आयोजन
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में 20 दिसंबर को जनजातीय लोककला एवं बोली विकास अकादमी, भोपाल, संस्कृति विभाग, मध्यप्रदेश शासन, सोसायटी फॉर एण्डेन्जर्ड एण्ड लैसर नॉन लैंग्वेजेज, लखनऊ एवं बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित घुमन्तू भाषा शब्द संचय प्रविधि के द्वितीय शिविर का उद्घाटन किया गया।

विश्वविद्यालय में 20 - 22 दिसंबर तक इस शिविर का‌ आयोजन किया जायेगा, जिसमें घुमन्तू समुदायों की संस्कृति,शिल्प,कला और भाषा परंपरा से सम्बंधित विषयों को प्रस्तुत किया जायेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. द्विवेदी ने की। मुख्य अतिथि के तौर पर प्रसिद्ध लोकविद् पद्मश्री डॉ. विद्या बिन्दु सिंह उपस्थित रहीं। इसके अतिरिक्त मंच पर जनजातीय लोककला एवं बोली विकास अकादमी के निदेशक डॉ. धर्मेन्द्र पारे, भारतीय हिन्दी परिषद के सभापति प्रो. पवन अग्रवाल, दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान के निदेशक डॉ. मुकेश मिश्रा, सोसायटी फॉर एण्डेन्जर्ड एण्ड लैसर नॉन लैंग्वेजेज की अध्यक्ष प्रो. कविता रस्तोगी, भाषा एवं साहित्य विद्यापीठ, बीबीएयू के संकायाध्यक्ष प्रो. रामपाल गंगवार एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बलजीत श्रीवास्तव मौजूद रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं बाबासाहेब के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके पश्चात आयोजन समिति की ओर से अतिथियों को पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया गया। सर्वप्रथम डॉ. धर्मेन्द्र पारे ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया। साथ ही प्रो. कविता रस्तोगी ने सभी को कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रुपरेखा से अवगत कराया। 

कुलपति प्रो. एस.के. द्विवेदी ने आयोजन समिति को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों के द्वारा सामाजिक तौर पर वंचित रहने वाले समुदायों के प्रति सभी को जागरूक किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त इन समुदायों की भाषाओं के लिए शब्दकोश बनाने का कार्य किया जा रहा है, जो कि एक सराहनीय कदम है।

प्रसिद्ध लोकविद् पद्मश्री डॉ. विद्या बिन्दु सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा कि घुमन्तू समुदायों से संस्कृति, प्रकृति एवं सभ्यताओं के संरक्षण के विभिन्न तरीकों को सीखा जा सकता है। इसके अतिरिक्त इन्होंने विभिन्न प्रदेशों के अनेकों घुमन्तू जातियों और उनसे जुड़े तौर - तरीकों एवं परंपराओं की विस्तृत जानकारी दी। भारतीय हिन्दी परिषद के सभापति प्रो. पवन अग्रवाल ने चर्चा के दौरान कहा कि घुमन्तू समुदाय अपने धर्म एवं संस्कृति के लिए जीता है। इन समुदायों ने समाज कल्याण के क्षेत्र में आजादी से लेकर वर्तमान तक कार्य किया है, परंतु समाज द्वारा ही इन्हें नजरअंदाज करना गंभीर चिंता का विषय है। हम सभी को इस क्षेत्र में कार्य करने की आवश्यकता है।
         
दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान के निदेशक डॉ. मुकेश मिश्रा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि हम सभी का कर्तव्य है कि भाषा एवं संस्कृति के क्षेत्र में नया संवेरा लाने का कार्य करें। दूसरी ओर औपनिवेशिक काल में भारत के अस्तित्व को दबाने का कार्य किया गया था, इसीलिए विभिन्न संस्कृतियों के वास्तविक स्त्रोतों तक पहुंचने की आवश्यकता है।
   
भाषा एवं साहित्य विद्यापीठ, बीबीएयू के संकायाध्यक्ष प्रो. रामपाल गंगवार ने बताया कि घुमन्तू समुदायों के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि उनके पास भाषा तो है, परन्तु कोई लिपि‌ मौजूद नहीं है। हम सभी की जिम्मेदारी है कि समाज के हाशिये पर रहने वाले समुदायों का राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक आधार पर संरक्षण एवं विकास किया जाये। जनजातीय लोककला एवं बोली विकास अकादमी के निदेशक डॉ. धर्मेन्द्र पारे ने अकादमी द्वारा घुमंतु समुदायों के विकास के क्षेत्र में किये जाने वाले कार्यों के बारे में बताया। साथ ही प्रो. कविता रस्तोगी ने विभिन्न घुमंतू जातियों एवं उनसे जुड़े विभिन्न पहलुओं पर की गई शोध की विस्तृत जानकारी दी। अंत में धन्यवाद ज्ञापन का कार्य कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बलजीत श्रीवास्तव ने किया।
 
कार्यक्रम के दौरान तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संस्थाओं से आये शोधार्थियों एवं भाषाविदों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये। इस अवसर पर जनजातीय लोककला एवं बोली विकास अकादमी द्वारा प्रकाशित चौमासा के संत रैदास पर केंद्रित 126 वें अंक का लोकार्पण किया गया। इस चौमासा पत्रिका को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा केयर लिस्ट की सूची में सम्मिलित किया गया है।  साथ ही बंजारा समुदाय के लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुति भी दी गई। समस्त कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विश्वविद्यालयों से आये शिक्षक, विभिन्न संस्थानों के अधिकारी, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राज्य महिला आयोग की अध्यक्षता में पंचायतीराज संस्थाओं में प्रॉक्सी उपस्थिति को रोकने के लिए राज्य स्तरीय सेमिनार आयोजित
लखनऊ। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा योजित रिट के पारित आदेश के क्रम में गठित एडवाइजरी कमेटी द्वारा पंचायतीराज संस्थाओं में प्रॉक्सी उपस्थिति को रोकने के लिए आज होटल रेग्नंत निराला नगर लखनऊ में विचार-विमर्श, चिंतन एवं कार्यवाही हेतु राज्य स्तरीय सेमिनार/संगोष्ठी आयोजित किया गया। इस 2 दिवसीय राज्य स्तरीय सेमिनार एवं संगोष्ठी का उद्घाटन बबिता सिंह चौहान, अध्यक्ष राज्य महिला आयोग, उप्र, बी. चन्द्रकला, सचिव पंचायती राज, उप्र, रामित मौर्या, निदेशक पंचायतीराज मंत्रालय, भारत सरकार डा एन.वी. माधुरी, असोसिएट प्रोफेसर, हैदराबाद विश्वविद्यालय, अटल कुमार राय, निदेशक, पंचायती राज, उप्र, अमितोष श्रीवास्तव, मुख्य लेखा अधिकारी, पंचायतीराज, उप्र, आर.एस. चौधरी, संयुक्त निदेशक, पंचायतीराज, उ0प्र0, अभय कुमार शाही, संयुक्त निदेशक/नोडल, पंचायती राज, उ0प्र0, द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। आयोजित कार्यक्रम में ममता वर्मा, संयुक्त सचिव, पंचायतीराज मंत्रालय, भारत सरकार, वी.के. भसीन, भूतपूर्व लॉ सचिव एवं समिति सदस्य, डॉ0 अनीता ब्रैंडन, यू.एन.एफ.पी.ए. द्वारा ऑनलाइन रूप से प्रतिभाग किया गया। प्रदेश के त्रि-स्तरीय पंचायतों के 40 महिला प्रतिनिधियों के साथ समीपवर्ती राज्य झारखण्ड, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश से उपस्थित निर्वाचित महिला पंचायत प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

कार्यशाला में महिला आयोग व सहयोगी संस्थाओं सेंटर फॉर कैटेलाइजिंग चेंज (ब्3) व यूनीसेफ के प्रतिनिधियों द्वारा भी प्रतिभाग किया गया। उक्त कार्यक्रम में उपस्थित निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों के साथ प्रॉक्सी प्रथाओं, आई.ई.सी. अभियान के विचार सृजन, लिंग भेदभाव और पंचायतों से ‘प्रधान पति’ की प्रॉक्सी प्रथाओं को समाप्त करने हेतु सलाहकार समिति द्वारा उक्त प्रथाओं को कम व समाप्त करने हेतु पंचायत स्तर पर कौन-कौन से कानूनी उपाय किए जाने चाहिए, पर खुली चर्चा की गयी। साथ ही उच्च न्यायालय के पारित आदेश दिनांक 23.10.2024 के प्रस्तर 20 एवं 28 एवं जनहित याचिका संख्या-2080/2024 में पारित आदेश दिनांक 24.10.2024 के क्रम में उप्र पंचायतीराज अधिनियम 1947 की धारा 15 के अनुसार ग्राम पंचायत के कार्य, धारा 95 (1)(छ) के प्राविधानुसार प्रधान को पद से हटाया जाना, ग्राम प्रधान को स्वयं के आयकर रिर्टन दाखिल करने की जानकारी तथा महिला ग्राम प्रधान को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के संबंध में विशेष रूप से जानकारी दी गयी है। इस अवसर पर पंचायतीराज विभाग, उप्र द्वारा किए जा रहे प्रयासों के साथ मिशन शक्ति अन्तर्गत महिलाओं के क्षमता संवर्द्धन हेतु विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों के साथ कार्यक्रम का समापन उद्बोधन व धन्यवाद ज्ञापन निदेशक, पंचायतीराज द्वारा किया गया। सेमिनार/संगोष्ठी के द्वितीय दिवस दिनांक 20.12.2024 को समिति के सदस्यों द्वारा लखनऊ जनपद के विकास खण्ड- माल की ग्राम पंचायत- अटारी का क्षेत्र भ्रमण किया जायेगा, जिसमें सलाहकार समिति के सदस्यों द्वारा ग्राम पंचायत में हितधारकों के साथ बैठक कर वार्तालाप की जायेगी।
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में 'भारतीय भाषा उत्सव' के तहत राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में 'भारतीय भाषा उत्सव' के तहत हिन्दी विभाग की ओर से 'भारतीय भाषाओं का संरक्षण एवं संवर्धन : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020' विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. द्विवेदी ने की। मुख्य अतिथि के तौर पर पीएसी लखनऊ की अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. अर्चना सिंह उपस्थित रहीं। इसके अतिरिक्त मंच पर हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. रामपाल गंगवार, लखनऊ विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के डॉ. सत्यकेत, डॉ. विपिन कुमार झा एवं डॉ. प्रीति राय उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं बाबासाहेब के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके बाद आयोजन समिति की ओर से अतिथियों एवं शिक्षकों को पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट करके उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया। सर्वप्रथम प्रो. रामपाल गंगवार‌ ने सभी को अतिथियों के परिचय एवं कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रुपरेखा से अवगत कराया। मंच संचालन ,  कार्यक्रम संयोजक डॉ. शिवशंकर यादव द्वारा किया गया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. द्विवेदी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में हिन्दी भाषा के समायोजन की आवश्यकता है। क्योंकि भाषा संस्कृति और सभ्यता के संरक्षण, आम जनमानस के भाव एवं विचारों के आदान-प्रदान के लिए आवश्यक है। इसके अतिरिक्त इन्होंने समाज में विभिन्न साहित्यकारों के योगदानों पर प्रकाश डाला। पीएसी लखनऊ की अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. अर्चना सिंह ने चर्चा के दौरान कहा कि भाषा संवाद के लिये आवश्यक है। हमें अपनी मातृभाषा एवं क्षेत्रीय भाषाओं के पुनर्जागरण के लिए हरसंभव प्रयास करने चाहिए, क्योंकि किसी भी भाषा के लुप्त होने पर भाषा के साथ - साथ वर्षों की‌ परंपरायें, संस्कृति, रीति रिवाज एवं उस भाषा से संबंधित ज्ञान भी लुप्त हो जाता है। लखनऊ विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के डॉ. सत्यकेत ने अपने विचार रखते हुए कहा कि भारतीय भाषाओं ने प्राचीन काल से ही आपस में समन्वय स्थापित किया हुआ है, यही कारण है कि भाषायी एकता के आधार पर भारत के अस्तित्व को स्वीकार करना चाहिए। इसके अतिरिक्त इन्होंने वेदों, उपनिषदों एवं विभिन्न समाज की संस्कृतियों में भाषा की महत्ता पर प्रकाश डाला। डॉ. विपिन झा ने बताया कि संस्कृत भाषा सभी भाषाओं का केंद्र बिंदु हैं। इसके अतिरिक्त वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने के लिए मातृभाषा के अतिरिक्त अन्य भाषा का ज्ञान भी जरूरी है। इसीलिए संस्कृत भाषा अपनी संस्कृति के संरक्षण के लिए, हिन्दी एवं अन्य मातृभाषा ज्ञानार्जन के लिए एवं आंग्ल भाषा वैश्विक स्तर पर अपनी बात रखने के लिए आवश्यक है। अंत में धन्यवाद ज्ञापन का कार्य डॉ. बलजीत श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. रामपाल गंगवार की अध्यक्षता में  विभिन्न प्रतिभागियों द्वारा शोध-पत्र प्रस्तुत किये गये। अंत में समापन सत्र की अध्यक्षता अमेठी केंद्र में अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. बी. पात्रा ने की। डॉ. पात्रा ने सभी हिन्दी भाषा पर गर्व महसूस करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि कोई भी राष्ट्र तभी उन्नति कर सकता है जब वह वैश्विक दौर की भाषा के साथ-साथ अपनी मातृभाषा का सम्मान करें। भारतीय भाषा उत्सव के दौरान 'भारतीय भाषाओं का संरक्षण एवं संवर्धन : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020' विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें निर्णायक के तौर पर डॉ. प्रीति राय एवं डॉ. विपिन कुमार झा उपस्थित रहे। साथ ही विद्यार्थियों के लिए निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें निर्णायक के तौर पर डॉ. नमिता जैसल एवं डॉ. अभिषेक कुमार मौजूद रहे। समस्त कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शिक्षक, शोधार्थी, प्रतिभागी एवं विद्यार्थी मौजूद रहें।
              
मुख्य सचिव का चालक महासंघ की मांगो पर आश्वासन
लखनऊ। राजकीय वाहन चालक महासंघ के प्रदेष अध्यक्ष रिजवान अहमद की अध्यक्षता में महामंत्री जयप्रकाश त्रिपाठी, उपाध्यक्ष सहजराम और प्रचार मंत्री रमेश कुमार ने मुख्य सचिव से मुलाकात उन्हें महासंघ की लम्बित मांगों से अवगत कराया।

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने चालक महासंघ की मुख्य मांगों क्रमषः 20 प्रतिशत पदों पर पदों पर पदोन्नति, ग्रेड पे 2000 रूपये और रिक्त पदों पर भर्ती का आश्वासन दिया।
महासंघ के अध्यक्ष रिजवान अहमद ने बताया कि मुख्य सचिव ने कहा कि मांगों में षासन द्वारा सहानुभूति पूर्वक विचार किया जा रहा है। आश्वासन दिया गया कि विचारोपरान्त इसे संवर्ग की विशिष्टता की स्थिति को देखते हुए वाहन चालक ग्रेड-4 जिसका वर्तमान वेतनमान 3050-4590 वेतन बैण्ड 15200-20200 ग्रेड वेतन रू0 2000 से कुल पदों के 30 प्रतिशत पदों पर सीधी भर्ती के नियमानुसार वर्तमान में निर्धारित अर्हताओं के आधार पर की जायेगी। समिति की संस्तुति उक्त आदेश दिनॉक 30 नवम्बर, 2011 (छायाप्रति संलग्न) के प्रस्तर-पांच में की गयी है। इसी संस्तुति में 30 प्रतिशत पदों पर वाहन चालक ग्रेड-3 वेतनमान 4000-6000 वेतन बैण्ड- 15200-20200 ग्रेड वेतन रू0 2400 के वेतनमान में 09 वर्ष की संतोषजनक सेवा पूरी करने पर पदोन्नति दिये जाने की व्यवस्था की गयी है। इसी तरह वाहन चालक ग्रेड-2 वेतनमान 4500-7000, वेतन बैण्ड-2 5200-20200 ग्रेड वेतन 2800 के पद पर ग्रेड-3 के पदधारकों में से जिन्होंने ग्रेड-3 के पद पर 6 वर्ष की सेवा अथवा वाहन ग्रेड-3, ग्रेड-4 के पदों पर कुल 15 वर्ष की सेवा पूर्ण कर ली हो और इस हेतु निर्धारित ट्रेड टेस्ट उत्तीर्ण कर लिया हो, को ज्येष्ठता के आधार पर पदोन्नति की जायेगी।वाहन चालक ग्रेड-1 वेतनमान 5000-8000 वेतन बैण्ड-2, 5200-20200 ग्रेड वेतन 4200 के वेतनमान में वाहन चालक ग्रेड-2 के पद धारकों में ज्येष्ठता के आधार पर 10 प्रतिशत पदों पर पदोन्नति किये जाने की व्यवस्था की गयी है जिन्होंने ग्रेड-2 के पद पर तीन वर्ष की सेवा पूर्ण कर ली हो। इसी संस्तुति में वाहन चालक की एक विशिष्ट श्रेणी निर्धारित की गयी है, जिसका वेतनमान 6500-10500 वेतन बैण्ड-2 9300-34800 ग्रेड वेतन 4600 के वर्तमान में वेतनमान में ज्येष्ठता के आधार पर पदोन्नति ऐसे वाहन चालक के पद धारकों से की जायेगी, जिन्होंने ग्रेड-1 के पद पर कम से कम एक वर्ष की सेवा पूर्ण कर ली हो। इस तरह पदोन्नति और भर्ती को लेकर मुख्य सचिव ने आश्वासन दिया है।
एलडीए ने तीन अवध निर्माण किया सील
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर शहर में अवैध निर्माण के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के क्रम में सोमवार को प्रवर्तन जोन-1 की टीम ने गोमती नगर क्षेत्र में कार्यवाही की।
इस दौरान अवैध तरीके से किये जा रहे 3 निर्माण कार्यों को सील किया गया।

प्रवर्तन जोन-1 के जोनल अधिकारी देवांश त्रिवेदी ने बताया कि राजकुमार व अन्य द्वारा गोमती नगर के विनम्र खण्ड में भूखण्ड संख्या-2/4 पर लगभग 200 वर्गमीटर क्षेत्रफल में अवैध रूप से चार मंजिला भवन का निर्माण कार्य कराया जा रहा था। इसी तरह हितेश खन्ना व अन्य द्वारा गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-5 में भूखण्ड संख्या-5/483 पर लगभग 115 वर्गमीटर क्षेत्रफल में निर्माण कार्य कराया जा रहा था। जिनके विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए सीलिंग के आदेश पारित किये गये थे। इसके अलावा नावेद सिद्दीकी व अन्य द्वारा गोमती नगर के सृजन विहार में भूखण्ड संख्या-49 पर लगभग 200 वर्गमीटर क्षेत्रफल में व्यावसायिक निर्माण करवाया जा रहा था। जिसे प्रवर्तन टीम द्वारा पूर्व में सील किया गया था। वर्तमान में विपक्षी द्वारा अवैध तरीके से परिसर की सील खोलकर पुनः निर्माण/फिनिशिंग का कार्य कराया जा रहा था। जिस पर परिसर को पुनः सील करने के आदेश पारित किये गये थे। इसके अनुपालन में सहायक अभियंता उदयवीर सिंह के नेतृत्व में अवर अभियंता विपिन बिहारी राय व सुरेन्द्र द्विवेदी द्वारा प्राधिकरण पुलिस व स्थानीय थाने के पुलिस बल के सहयोग से तीनों अवैध निर्माणों को सील कर दिया गया।