प्राथमिक विद्यालयों व आगंनबाड़ी केन्द्रों में बचपन से ही स्वच्छता के प्रति बच्चों को करे जागरूक : राज्यपाल

मीरजापुर 1। राज्यपाल उत्तर प्रदेश आनंदीबेन पटेल ने जनपद के जंगल मोहाल ग्राम पंचायत में आयोजित भव्य कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि विगत दिनों राजभवन में आयोजित कार्यक्रम ग्रीन आर्मी की महिलाओं के द्वारा का प्रवचन कराया गया था। उन्होंने कहा कि ग्रीन आर्मी की महिलाएं उन्होंने प्रवचन किया गया था जिनके जब्जा को देखते हुए अत्यंत खुशी हैं इस बात की है कि आपने अपने आप को खोजा है। अपने आप में यह पहचान है कि आज मैं क्या हूं, जबकि इससे पहले यही लोग सोचते थे कि पति जो करें ।

वही करना चाहिए और हमें वही करना पड़ता था, क्योंकि आय का कोई साधन नहीं था आत्मनिर्भरता न होना दूसरे पर निर्भर होना और इसी वजह से हिम्मत नहीं होती थी। राज्यपाल ने कहा कि मैं स्वंय महिलाओं समाज की मुख्य धारा से जोड़ने, उन्हें शिक्षित करने तथा उनके घर को नशा मुक्ति कराने की दिशा में पिछले 40 वर्ष से कार्य कर रही हूं जिससे बहुत ही नजदीक से इन महिलाओं सुना है देखा तथा अनुभव किया है। इसी वजह से जब भी अवसर मिला तो इस पर अवश्य मंथन किया कि महिलाएं आत्मनिर्भर कैसे बने, इस दिशा में प्रयास किया क्योंकि महिलाओं के पास महीने में हजार रुपया भी आता है तो उनकी हिम्मत बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1998 में मैं मंत्री पद का दायित्व संभाला और सखी मदद नियम शुरू किया 8-10 महिलाएं इकट्ठी होती हैं।

उन महिलाओं को इतना कार्य सिखाया की पुरुष जाकर कहने लगे मैडम आप यह क्या कर रही हैं घर पर इनको बहुत काम होता है मेरे द्वारा उन्हें यह बताया गया कि महिलाओं को समाज की मुख्य धारा में ले आए इनकी बातों को सुने तथा अपनी पत्नी का सहयोग करें दोनों साथ में मिलकर परिवार को आगे बढ़ाओ तथा महिलाओं के प्रति हिंसा करना छोड़े। उन्होंने कहा कि जब बच्चों की पढ़ाई की बात मेरे द्वारा की जाती लोगों के द्वारा कहा जाता पैसे नहीं है मैं उन सभी से कहा कि अपनी गंदी आदते यथा नशा करना व कोई अन्य मादक पदार्थ का सेवन करना छोड़कर अनावश्यक खर्च न करके परिवार की देखभाल व उनके शिक्षा पर ध्यान दें। महामहिम ने बताया कि आज ग्रीन आर्मी फाउंडेशन की महिलाओं का अभिनंदन करने के लिए आई हुई हूं क्योंकि इन्हीं लोगों ने यह प्रयास कर शुरू किया के पुरुषों को नशे के शिकार से मुक्त कराने का प्रयास किया जाए और बच्चों की पढ़ाई हो सके इसके लिए इस प्रयास और हमें इसमें सहयोगी बनना है।

सरकार भी सहयोगी बने सभी अधिकारी सहयोगी बने और उनकी ताकत का उपयोग करें मार्गदर्शन करें तथा समग्र मिजार्पुर जनपद में सबसे पहले यह जनपद बना पूरे भारत का की मिजार्पुर अब नशा मुक्त हो सके है यह यह प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि यह आप सभी की जिम्मेदारी बनती है कि कहीं पर भी कोई मादक पदार्थ बनाया जा रहा है तो अथवा उसकी आपूर्ति की जा रही है तो उसे आप सभी को बंद कराना है और आप सभी को यह अवश्य पता होता है कहीं ना कहीं की कौन कहां पर मादक पदार्थ बना रहा है अथवा उसकी आपूर्ति कर रहा है किंतु हम चुप रहते हैं सभी लोगों से जितना हो सके बस इतना ही करें कि ग्रीन आर्मी को ऐसा करने वालों को सौंप दें और यह उनकी जिम्मेदारी होगी कि उसको बंद कराएंगे, इसके लिए प्रयास होना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि कई परिवार दूर दराज रहते हैं स्कूल नजदीक में नहीं होते हैं और उन्हें आने जाने में दिक्कत होती कुछ दसवीं कक्षा कुछ कालेज तक ही पहुंच पाते हैं किंतु जहां रहते हैं उसमें किसी को प्रोफेसर बनना है किसी को शिक्षक बनना है किसी को डाक्टर बनना है आत्मनिर्भर बनना है उन्होंने कहा कि परन्तु कम उम्र में ही जब बेटियों का विवाह कर दिया जाता है उनको यह सपना बिखर जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसी बेटियों को जिनमें पढ़ने की ललक पढ़ने है और घर 10 किलोमीटर दूर जाना है तथा उन्हें जाने के लिए कोई सुविधा नही होती उनके लिए ग्रीन आर्मी संस्था आगे आकर साइकिले उपलब्ध करा रही हैं। बेटियों में पढ़ने की इच्छा है तो उन्हें अवश्य पढ़ाया जाए।

उन्होंने कहा हमारे समय में भी पढ़ने के लिए ऐसी कोई सुविधा नहीं थी किंतु फिर भी परिवार की मद्द से 10 किलोमीटर पैदल चलकर जाते थे और उस समय साइकिल भी कही नहीं मिलती थी। उन्होंने बच्चों विशेषकर बालिकाओं को शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि जब किसी कार्य का संकल्प लिया जाता है कि यह कार्य करना है तो बीच में किसी प्रकार की कठिनाई न आकर मंजिल ही प्राप्त होती हैं। उन्होंने कहा कि बेटियां पढ़ने के लिए दूर तक जाने के लिए प्रयास करती है परन्तु पिछड़े क्षेत्रो मे आगे जाने के कोई संशाधन नही हैं, ऐसे छात्राओं को आगे बढ़ाने व सहायता देने के लिए ग्रीन आर्मी फाउंडेशन व होप संस्था बालिकाओं को साइकिल मुहैया कराने के लिए कदम बढ़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि यहां भी होप फाउंडेशन के द्वारा ऐसे पढ़ने वाले छात्रो को साइकिल प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी बच्चें स्कूल पढ़ने जाए, अगले वर्ष आपका सर्टिफिकेट देखते हुए यह देखा जाएगा कि आपने सही उपयोग करते हुए शिक्षा प्रदान की है अथवा नही इसी आधार पर आगे और बालिकाओं को साइकिले, अन्य सहायताए प्रदान कर उन्हें आगे बढ़ने का अवसर प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अच्छे रिपोर्ट कार्ड के आधार पर यह देखा जाएगा कि संस्था के द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने संस्था से जुड़ी महिलाओं का आह्वान करते हुए कहा कि गांव-गांव में ऐसे बेटियों को ढूंढ निकाले जो दूर पढ़ने जा सकती है ताकि उन्हें आगे भी साइकिल प्रदान किया जा सकें। उन्होंने कहा कि आपकी सफलता के बाद ही अन्यत्र जगह भी यह बताया जाएगा कि मीरजापुर में एक उदाहरण है जहां पर बेटियां दूर साइकिल से जाकर अपनी शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। उन्होंने कहा कि संस्था से जुड़ी महिलाएं गांव में भ्रमण कर यह सुनिश्चित करे जो महिलाएं ग्रीन आर्मी संस्था में ईमानदारी व मेहनत के साथ कार्य करना चाहती है तो उन्हें इस संस्था से जोड़ने का भी कार्य किया जाए। राज्यपाल द्वारा कार्यक्रम के दौरान ग्रीन आर्मी संस्था में जुड़ने व जोड़ने वाली महिलाओं के अपनी तरफ से एक हजार ग्रीन साड़ी भी प्रदान किया। उन्होंने महिलाओं से कहा कि लोगो में शराब व अन्य मादक पदार्थ को छोड़वाने के लिए भी उन्हें समझाने हेतु जन जागरूकता के लिए अभियान चलाएं ताकि आगे से वे भी नशा को छोड़कर अपने घर को सही ढंग से चला सकें। उन्होंने कहा कि संस्था से जुड़ी महिलाएं पूरे विश्वास व निष्ठा के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि यह प्रण ले कि संस्था में हम पूरी निष्ठा के साथ कार्य करते हुए विश्वसनीयता बनाए रखेंगे ताकि आगे आने वाले समय में पूरा मीरजापुर टीवी मुक्त व नशामुक्ति का एक उदाहरण बन सकें। उन्होंने क्षय रोगियों को भी पहचान कर उन्हें नजदीकी अस्पतालों में जांच व उपचार कराने हेतु नामांकन कराएं। उन्होंने शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि सभी महिलाएं यह भी संकल्प ले कि वे अपने बच्चों का स्कूलों में नामाकंन अवश्य करायेंगे ताकि व शिक्षित होकर अपने मुकाम को तय कर सकें।

आगंनबाड़ी केन्द्र में पढ़ने वाले बच्चों की चर्चा करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रो में गरीब परिवार से बच्चें आते हें आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों उन्हें बैठने उठने, बोलने के साथ ही साफ सफाई पर भी ध्यान देते हुए उन्हें जागरूक करे। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रो के लिए एक किट दिखाते हुए कहा कि जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी इन किटो को प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्रो में उपलब्ध कराएं महामहिम राज्यपाल ने किट के सामान को दिखाते हुए बताया कि इसमें शीसा, कंघी, छोटा टावल, सुई, धागा व बटन उपलब्ध है सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां यह सुनिश्चित करे कि केन्द्र में आने पर बच्चों को सीसा के सामने खड़ा करते हुए उन्हें कंघी करना भी सिखाए यदि बच्चों के शर्ट का बटन आदि टूटा हो तो सुई धागा से उसे सही करे तथा बच्चों को छोटा टावल उपलब्ध कराई जाए व उन्हें बचपन से ही साफ सफाई व सही ढंग से रहने के लिए सिखाया जाए यदि बच्चा अपने आप सही ढंग से स्कूल से घर जाता है तो उसके मां व अभिभावक भी अगले दिन उसे साफ सुथरा बनाकर भेंजेगे इससे बचपन से ही बच्चों में सफाई व स्वयं का साफ सुथरा ढंग से रहने की आदत पड़ेगी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे उस समय उन्होंने स्कूलों में ह्यह्यस्टूडेंट प्रोजेक्ट कैडेटह्णह्ण (एसपीसी) का प्रारम्भ कराकर बच्चों में पुलिस के साथ प्रशिक्षण दिया जाता था जिसमें स्कूलों से 25 छात्र व 25 छात्राएं का ग्रुप बनाकर पुलिस की तरह प्रशिक्षण दिया जाता था गुजरात के पुलिस डिपार्टमेंट के द्वारा स्कूलों में जाकर इस अभियान को आगे बढ़ाया जिसमें परिणाम आया कि इन बच्चों के द्वारा अपने घरो व अपने आस पास के लोगो में नशा से मुक्ति कराया। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री सफाई व समय का महत्व का जो सपना था उसे स्कूलों में ही बचपन से सिखाने का कार्य किया गया इससे यह 50 बच्चें स्कूल के सभी छात्रो को नियमित रूप से समय से आने का पाठ सिखाया। इन एसपीसी के बच्चों को तैयार होने के बाद गुजरात के 26 जनवरी के परेड में भी शामिल किया गया जो आर्मी के लोगो के द्वारा सराहना की गई। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से कहा कि वह भी बेसिक व जूनियर के बच्चों में सम्बन्धित अध्यापको से समन्वय स्थापित कर यह कार्य ताकि बच्चों में सफाई व समय के महत्व के बारे में जानकारी आ सकें। उन्होंने स्कूल के छात्रो को ऐतिहासिक व पुरातत्व जैसे महत्वपूर्ण स्थलों पर भ्रमण के लिए भी ले जाने आह्वान किया ताकि बच्चों में भारत वर्ष समृद्ध एवं पुरातन ऐतिहासिक, धरोहरो एवं भारतीय संस्कृति समझ विकसित करके देश के प्रति गौरव भी भावना व देश प्रेम जागृत हो सकें।

राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आगामी-2047 तक भारत देश को विकसित भारत बनाने का सपना तभी साकार होगा जब पूरे देश में शत प्रतिशत लोग शिक्षित होंगे उन्हें रोजगार सृजित होगा नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रो के सभी घरो में शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो, सभी आवास, गैस, किसानों को उनके उत्पादकता का सही मूल्य तथा उन्हें आसानी से खाद, बीज व उरवरक व कृषि यंत्र आदि मुहैया हो सकें तभी विकसित भारत का सपना पूर्ण हो सकता है। उन्होंने कहा कि हम सभी लोग केवल भारतवासी है इसे संकल्प लेते हुए जाति पाति ऊपर उठकर भारत कि विकास की दिशा में कार्य करे तभी इस सपने को साकार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी के प्रयास से भारत को विश्व के शिखर पर विकसित भारत के रूप में पहचान दिलाई जा सकती हैं। पर्यावरण को बचाने व स्वच्छता में नदियों के संरक्षण पर बल देते हुए महामहिम राज्यपाल ने कहा कि नदियों में बहता पानी किसी का एक नही बल्कि प्रत्येक नागरिक का है इसके संरक्षण व स्वच्छता पर सभी लोग आगे आकर प्रयास करे वृक्षो के कटान को रोके अधिक से अधिक वृक्ष लगाए ताकि पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सकें। इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल महोदया द्वारा टीवी मरीजों के हित आदि कार्यो पर लोगों को जागरूक करते हुए अपना सराहनीय योगदान दे ताकि उनके लिए प्रेरणादायक व अनुकरणीय हो सकें यह योगदान देश को मजबूती देने में अपना विशेष महत्व रखेंगी। उन्होंने कहा कि सभी लोग संगठित होकर अपना कर्तव्य निभाएं साथ ही जनपद को टीवी व नशामुक्ति श्रेणी में लाने हेतु सम्बन्धित एवं जन मानस का सहयोग करें।

इस अवसर पर राज्यपाल द्वारा ग्रीन आर्मी महिलाओं के लिए एक हजार साड़ी व स्कूल जाने वाली छात्राओं को 20 साइकिल का वितरण के साथ ही मझवां विकास खण्ड के ग्राम जमुआ नरायनपुर के निवासी शहीद चन्द्र प्रकाश पटेल धर्मपत्नी व बच्चें को प्रमाण पत्र व शाल भेंटकर सम्मानित करते हुए सांत्वना व्यक्त की गई। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के द्वारा अन्न प्रशासन वितरण व गोद भराई वितरण सम्पन्न कराया गया। जिला प्रोबेशन विभाग द्वारा स्पांशरसिप योजना अन्तर्गत आयंशा माता आयशा पटेल तथा राष्ट्रीय आजिविका मिशन एनआरएलएम के लक्ष्मी आजिविका एसएचजी, जय मां दुर्गा एसएचजी, सरस्वती आजिविका एसएचजी, आरएफसीआईएफ व सीसीएल के अन्तर्गत चेक वितरण, बैंक सखी श्यामलावती व विद्युत सखी को थर्मल प्रिन्टर वितरण किया गया। एक उत्पाद योजना वित्त पोषण योजना के अन्तर्गत दो लाभार्थियों, मुख्यमंत्री युवा स्वारोजगार के योजना के दो लाभार्थी, विश्वकर्मा श्रम सम्मान के दो लाभार्थियों को सिलाई मशीन, किट, विश्वकर्मा किट का वितरण किया गया। रमेश पुत्र बाबूलाल को प्रधानमंत्री आवास व धर्मी पत्नी रामलाल को मुख्यमंत्री आवास ग्रामीण की चाभी प्रदान की गई। उद्यान विभाग बागवानी एवं कृषि विभाग के लाभार्थियों को भी प्रमाण पत्र वितरण कर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार जिला पंचायती राज विभाग द्वारा विध्य प्रतिष्ठान के केयर टेकर मुन्नी देवी व राजकुमारी देवी को चाभी वितरण तथा सफाई कमी राजेन्द्र प्रसाद व छोटे लाल को जाकेट वितरण किया गया। प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा के लाभार्थी श्रीमती विद्यावती देवी को 18 लाख का डेमो चेक तथा ग्रीन आर्मी के सदस्य सपना सिंह पत्नी संतोष को साइकिल वितरण, ग्रीम आर्मी संस्था के महिला सदस्यों को साइकिल, साड़ी व कम्बल प्रदान किया गया। इसी प्रकार क्षय रोग विभाग द्वारा साधना पत्नी बुद्धू को टीवी किट का वितरण किया गया।

इस अवर पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने राज्यपाल को ओडीओपी के पीतल से बने उत्पाद का स्मृति चिन्ह प्रदान करते हुए महामहिम का स्वागत व अभिनंदन किया। कैबिनेट मंत्री ने राज्यपाल को अवगत कराते हुए कहा कि आज जहां पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है वह जनपद का वह अछूता भाग था जहां आज से कुछ वर्ष पहले यहां के पहले काफी सोच विचार करते थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम लोगों ने जनपद के विभिन्न क्षेत्रो में अनेक परिवतर्न किए हैं। उस परिवर्तन में ग्रामीण आवास, शौचालय, विद्युतीकरण, उज्जवला योजना, हर घर नल योजना सहित अनेक योजनाओं को लोगों को लाभान्वित करते हुए क्षेत्र में विकास की दिशा में काफी परिर्वतन लाया गया। आज ग्रीन आर्मी व होप फाउंडेशन के सौजन्य से आयोजित कार्यक्रम आपका आगमन इस जनपद के इस क्षेत्र में हुआ है इसके लिए संस्था सहित सभी कार्यकतार्ओं को बधाई देते हुए आपका हार्दिक अभिनंदन करता हूं।

उन्होंने कहा कि इन संस्थाओं के द्वारा इन दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में एक नया कार्य प्रारम्भ किया किया गया तथा जिस प्रकार से इस क्षेत्र को नशामुक्त बनाने की दिशा में कदम आगे बढ़ाया जा रहा है उस कार्य में पूरा प्रशासन आपके साथ सहयोग के लिए अग्रसर रहेगा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के द्वारा प्रदेश में आगंनबाड़ी के क्षेत्र में तथा अन्य यामाजिक क्षेत्रों में काफी सराहनीय कार्य बदलाव के क्षेत्र में व आंगनबाड़ी केन्द्रों की सूरत व कीरत को बदलने के क्षेत्र में किया गया है जो प्रदेश में एक नए इतिहास की तरफ एक सराहनीय कदम हैं। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों के स्वच्छता व शिक्षा के लिए किट भी प्रदान किया गया हैं। उन्होंने कहा कि जो दिशा आपके द्वारा दिखाया गया है उस दिशा में हम सभी भी आगे चलने का कार्य करेंगे। इस अवसर पर मण्डलायुक्त डॉ मुथुकुमार स्वामी बी, उप पुलिस महानिरीक्षक आरपी सिंह, जिलाधिकारी प्रियंका निंरजन, पुलिस अधीक्षक अभिनंदन, मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, केशव जालान व ग्रीम आर्मी व होप फाउंडेशन के पदाधिकारियों के द्वारा महामहित राज्यपाल को पूष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत व अभिनंदन किया। इस अवसर पर मुख्य राजस्व अधिकारी सत्य प्रकाश सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक नितेश सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी, उप निदेशक कृषि विकेश पटेल, उप निदेशक उद्यान मेवा राम, जिला कार्यक्रम अधिकारी वार्णी वर्मा, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार, परियोजना निदेशक डीआरडीए, उपायुक्त मनरेगा सहित अन्य सम्बन्धित अधिकरी उपस्थित रहें।

पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के पैतृक घर चोरी,एक्स पर पोस्ट के बाद मचा हड़कंप



केराकत,जौनपुर। केराकत में चोर इस कदर बेखौफ हैं,कि गरीब किसानों के घर को तो निशाना बना ही रहे हैं। लेकिन अब हौसल बुलन्द चोरों ने पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के पैतृक घर में घुसकर चोरी कर ली। मामला तब प्रकाश आया जब किसी ने चोरी की खबर को किसी ने एक्स पोस्ट करते हुए लिखा कि पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद के घर हुई चोरी,एक सप्ताह पूर्व हुई चोरी,स्थानीय पुलिस ने मामला दबाए रखा,जिसके बाद यूपी पुलिस को टैग करते हुए तत्काल संज्ञान में लेकर कार्यवाही की मांग की,एक्स पर पोस्ट होते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।

मालूम हो कि केराकत कोतवाली के थानागद्दी चौकी अंतर्गत ग्रामसभा निहालापुर में भाजपा के दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद का पुस्तैनी आवास है। घर व खेती की देखभाल चचेरे भाई कन्हैया लाल करते है। जिन्होंने फोन पर बताया कि गेहूं व बासमती चावल चोर चुरा ले गए,जिसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी थी। पुलिस ने कहा था कि ठीक हैं हम कुछ करते हैं। आप शोरगुल मत करिएगा। हालांकि एक्स पर पोस्ट होने के बाद हरकत में आई पुलिस ने कन्हैया लाल को बुलाकर तहरीर ली,फिर मामला दर्ज करने का आश्वासन दिया।

नगर में चल रहे विकास कार्यों का नपाध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी ने किया निरीक्षण

मीरजापुर।नपाध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी ने नगर के विभिन्न वार्डो में चल रहे विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया।आयुक्त कार्यालय के बगल में बन रहे नवीन पार्क निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे,जहा उन्होंने पार्क के निर्माण को तेजी कराने के निर्देश दिए।घंटाघर वार्ड में स्थित बरियाघाट में निर्मित सामुदायिक भवन का जीर्णोद्धार,चेतगंज वार्ड में नाली मरम्मत,कवर एवं गैबीघाट के पास ओपन जिम कार्य का निरीक्षण किया।उत्तरी सबरी वार्ड के लालडिग्गी में स्थित राजकीय गांधी उद्यान पार्क में निरीक्षण कर वार्डो के आमजन से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनकर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित भी किया।

नाबालिग दो बच्चों संग पत्नी को ले उड़ा गैर युवक, पति ने धर्मान्तरण कर विवाह रचाने की जताई आशंका

मिर्ज़ापुर। जिले में एक गैर धर्म के युवक ने दो बच्चों की मां को बहला-फुसलाकर कर भगा ले गया है। मामला दो संप्रदाय के बीच का होने से हड़कंप मचा हुआ है।

दूसरी ओर जानकारी होने पर पति, पत्नी सहित दोनों नाबालिग बच्चों की सकुशल बरामदगी के लिए दर-दर भटकने को विवश हैं। आरोप लगाया है कि युवक मुस्लिम धर्म का है, आशंका जताई है कि वह पत्नी का धर्म परिवर्तन करा कर विवाह रचा सकता है। पत्नी जातें जाते घर में रखे नगदी समेत गहना इत्यादि भी अपने साथ लेकर चली गई है।

जिले के पड़री थाना क्षेत्र के मुल्हवा गांव निवासी राजू सिंह पुत्र दयाराम सिंह ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। बताया है कि उसकी 13 वर्ष पहले जिले के राजगढ़ थाना क्षेत्र के भवानीपुर गांव निवासी मुन्ना लाल की बेटी नन्दनी के साथ धूमधाम से हुई थी। जिससे उन्हें तीन बच्चे क्रमश: पूजा 10 वर्ष व नेहा 9 वर्ष तथा एक पुत्र नाबालिग प्रिन्स वर्ष हुए हैं। वह परिवार की परवरिश के लिए मेहनत-मजदूरी करके अपने व अपने परिवार का पालन पोषण करता चला आ रहा था।

आरोप लगाया है कि इसी बीच उसकी पत्नी नंदिनी मोबाइल नंबर -91033711887, 8493067153, तथा 9035242710 पर बराबर बात किया करती थी। वह जब घर पर रहता था तो पूछता था कि किसका नम्बर है तो इसी बात से वह नाराज हो जाया करती थी। पीड़ित पति राजू ने बताया कि उसकी औरत को शौकत नामक युवक से बराबर बात हुआ करती थी। इसी बीच मौका देख 4 दिसंबर 2024 को 10 बजे दिन में नंदिनी नाबालिक पुत्र प्रिन्स व नाबालिग पुत्री नेहा को लेकर शौकत के साथ कहीं चली गयी। जाते-जाते घर में रखे हुए समस्त गहना व भैस बेचकर रखे हुए रूपया 40 हजार को भी साथ लेकर चली गयी।

जिसकी सूचना पुलिस को देने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।

बुआ का बेटा भी है साजिश का हिस्सेदार

पत्नी और बच्चों की खातिर दर-दर भटकने को विवश राजू सिंह ने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी नंदिनी के बुआ का लड़का ग्राम मुल्हवां निवासी पवन कुमार उर्फ डीएम पुत्र सम्पति

भी पत्नी को भगाने के साजिश में शामिल है। वह इस कार्य में पूर्ण सहयोग करता था और घर पर आकर नंदिनी से शौकत की मोबाइल पर बातचीत करवाता था। उसी ने नंदिनी को पैसे की लालच देकर नन्दनी को भगाने में भूमिका निभाई है। घटना वाले दिन से ही शौकत के साथ पवन भी दिखाई नहीं दे रहा है।

राजू ने आशंका जताई है कि उसकी पत्नी नंदिनी का वह शौकत

धर्म-परिवर्तन कराकर उसका विवाह करा सकते हैं। पत्नी व दोनों बच्चों की तलाश कराकर पवन व शौकत के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई किए जाने की मांग किया है।

पत्रकार मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी को पत्रकारों, साहित्यकारों ने दी श्रद्धांजलि

मीरजापुर। सोनभद्र जनपद के वरिष्ठ पत्रकार मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी के निधन पर जनपद के पत्रकारों ने रमईपट्टी स्थित वरिष्ठ पत्रकार संतोष कुमार श्रीवास्तव के आवास पर 

शोक सभा आयोजित कर अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित किया है। 

इस पर जिला सूचना अधिकारी ओमप्रकाश उपाध्याय ने अपने संबोधन में कहा कि मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी सोनभद्र की पत्रकारिता में एक अमिट छाप छोड़ गए हैं जिन्हें लोग सदैव याद करेंगे। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को एक मंच पर लाकर उनके हितों के लिए वह सदैव तत्पर रहा करते थें। कहा द्विवेदी न केवल एक वरिष्ठ पत्रकार थे बल्कि नई पीढ़ी के पत्रकारों के लिए मार्गदर्शक और प्रेरणास्रोत भी थे। उन्होंने अपने पूरे जीवन में पत्रकारिता के सिद्धांतों और मूल्यों को सर्वोपरि रखा। वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार सलिल पांडेय ने उनसे जुड़े हुए संस्मरणों को याद करते हुए उनके जीवन वृत्त पर विस्तार से प्रकाश डाला। स्वतंत्र लेखक पत्रकार संतोष देव गिरि ने मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी के साथ बिताए हुए पलों पर चर्चा करते हुए बताया कि गोरखपुर में जन्म लिए मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी जी डाला सीमेंट फैक्ट्री से सेवानिवृत्त होने के बाद सोनभद्र को अपनी कर्मभूमि बनाकर कलम के माध्यम से वंचितों के अधिकारो को आवाज देने का काम किया था। वरिष्ठ पत्रकार संतोष श्रीवास्तव, प्रभात मिश्रा, शिवशंकर उपाध्याय ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी को याद किया। इस मौके पर पत्रकारों में संतोष श्रीवास्तव, सलिल पांडेय, शिवशंकर उपाध्याय, प्रभात मिश्रा, विश्वजीत दुबे, संदर्भ पांडेय, सुरेश सिंह, शिवभोला सिंह, विकास तिवारी, संतोष देव गिरि, सुधीर सिंह राजपूत, राजू भारती इत्यादि ने दो मिनट का मौन रख मृतक आत्मा की शांति हेतु शोक व्यक्त किया।

शार्ट सर्किट से कमरे लगी आग,दर्जी और उसके सहयोगी की जलकर हुई मौत, परिजनों में कोहराम

मीरजापुर।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के दुर्जनीपुर गांव में मंगलवार की देर रात बिजली के तार में शार्ट सर्किट होने से कपड़ा सिलाई का काम करने वाले दुर्जनीपुर गांव निवासी 55 वर्षीय दर्जी बृजलाल उर्फ निराला हरिजन और उसके साथी 57 वर्षीय हरिश्चंद्र उर्फ कल्लू कोल की दर्दनाक मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल करते हुए मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दुर्जनीपुर गांव निवासी बृजलाल उर्फ निराला गांव निवासी पूर्व प्रधान छोटे लाल तिवारी के मकान में एक कमरा किराए पर लेकर करीब पंद्रह वर्षों से अपने साथी हरिश्चंद्र उर्फ कल्लू के साथ कपड़ा सिलाई का काम करते थे। मंगलवार की रात खाना खाने के बाद दोनों लोग शटर गिराकर कमरे सो गए जहां देर रात बिजली के तार में शार्ट सर्किट होने से कमरे के भीतर आग लग गई आग की चपेट में आने से दोनों लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।

बुधवार सुबह बगल में गुमटी में चाय की दुकान लगाने वाली निर्मला देवी पहुंची तो देखा कि कमरे के भीतर से धुआं सुलग रहा है।टेलर के कमरे से धुआं सुलगता देख महिला ने अगल बगल के लोगों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस और परिजनों को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शटर उठाकर देखा तो बृजलाल और उसके सहयोगी हरिश्चंद्र दोनों मृत अवस्था में पड़े थे। कमरे में रखा सिलाई का कपड़ा, बिस्तर तथा खाद्य सामग्री जलकर राख हो गया था।सूचना पर पहुंचे तहसीलदार लालगंज तरूण प्रताप सिंह प्रभारी निरीक्षक अरविंद सरोज ने घटना की जांच पड़ताल की। तहसीलदार तरूण प्रताप सिंह ने बताया कि टेलर बृजलाल और उसके सहयोगी हरिश्चंद्र दोनों के पास भूमि है दोनों को कृषक दुर्घटना बीमा योजना का लाभ दिलवाया जाएगा। मृतक बृजलाल उर्फ निराला की पत्नी की मृत्यु तीस वर्ष पूर्व हो चुकी है। बृजलाल का इकलौता बेटा बृजेश गुजरात में किसी प्राइवेट कंपनी में काम करता है।

वहीं प्रयागराज जिला के कोरांव थाना क्षेत्र के राजापुर गांव निवासी हरिश्चंद्र उर्फ कल्लू कोल बीस वर्ष पूर्व अपने ननिहाल नदौली में आकर बस गए थे । पत्नी प्रमिला देवी और परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। सूचना पाकर दोनों गांव के प्रधान प्रतिनिधि धीरज मिश्र और बैजनाथ बिंद ने परिजनों को ढांढस बंधाते हुए शासन से हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक ड्रमंडगंज अरविंद कुमार सरोज ने बताया कि दुर्जनीपुर गांव में बिजली के तार में शार्ट सर्किट होने से आग लगने से किराए के कमरे में कपड़े की सिलाई का काम करने वाले बृजलाल और उसके सहयोगी हरिश्चंद्र की मौत हो गई है। परिजनों की तहरीर पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज गया है। घटना की जांच की जा रही है।

Mirzapur: संयुक्त विधि प्रवेश परीक्षा में प्रज्ञा सिंह ने किया टॉप बधाई देने वालों का लगा तांता

मिर्ज़ापुर। मिर्ज़ापुर। संयुक्त विधि प्रवेश परीक्षा (क्लैट) की सम्पन्न हुई परीक्षा में प्रज्ञा सिंह ने टॉप कर घर-परिवार का मान बढ़ाया है। जिन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। प्रज्ञा सिंह ने इस परीक्षा में ऑल इंडिया 104 में से 104 रैंक हासिल किया है, जबकि उत्तर प्रदेश में इनका 01 रैंक बताया जा रहा है। प्रज्ञा सिंह मूलतः अलीगढ़ जनपद के इगलास थाना अंतर्गत मई गांव की मूल निवासिनी है। प्रज्ञा सिंह के पिता अरुण कुमार तोमर सिविल सेवा में है। प्रज्ञा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा नेशनल कॉन्वेंट स्कूल मिर्जापुर व हाईस्कूल, इंटर की शिक्षा सैनिक स्कूल देहरादून से पूर्ण की है।

कुशाग्र और शांत स्वभाव, मिलनसार व्यक्तित्व की प्रज्ञा सिंह शुरू से ही पढ़ाई लिखाई में काफी होनहार बताई जाती हैं। अपनी इस सफलता और कामयाबी को वह अपने माता-पिता व गुरु को समर्पित करते हुए प्रज्ञा सिंह ने बताया कि इन्हीं लोगों के प्रेरणा और मेहनत सेवा इस मुकाम तक पहुंची हैं। (क्लैट) की सम्पन्न हुई परीक्षा में प्रज्ञा सिंह ने टॉप कर घर-परिवार का मान बढ़ाया है। जिन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। प्रज्ञा सिंह ने इस परीक्षा में ऑल इंडिया 104 में से 104 रैंक हासिल किया है, जबकि उत्तर प्रदेश में इनका 01 रैंक बताया जा रहा है।

प्रज्ञा सिंह मूलतः अलीगढ़ जनपद के इगलास थाना अंतर्गत मई गांव की मूल निवासिनी है। प्रज्ञा सिंह के पिता अरुण कुमार तोमर सिविल सेवा में है। प्रज्ञा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा नेशनल कॉन्वेंट स्कूल मिर्जापुर व हाईस्कूल, इंटर की शिक्षा सैनिक स्कूल देहरादून से पूर्ण की है। कुशाग्र और शांत स्वभाव, मिलनसार व्यक्तित्व की प्रज्ञा सिंह शुरू से ही पढ़ाई लिखाई में काफी होनहार बताई जाती हैं। अपनी इस सफलता और कामयाबी को वह अपने माता-पिता व गुरु को समर्पित करते हुए प्रज्ञा सिंह ने बताया कि इन्हीं लोगों के प्रेरणा और मेहनत सेवा इस मुकाम तक पहुंची हैं। प्रज्ञा सिंह की इस कामयाबी पर उनके माता-पिता सहित उनके गांव परिवार में भी उन्हें बधाई देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है।

मिर्ज़ापुर: महिला शिक्षक संघ ने बीईओ से भेंट मुलाकात कर मिशन शक्ति कार्यक्रम में किया आमंत्रित

मीरजापुर। महिला शिक्षक संघ नरायनपुर के तत्वावधान में मंगलवार को बीईओ जय कुमार यादव का स्वागत करते हुए महिला शिक्षक संघ की पदाधिकारियों ने शिष्टाचार भेंट मुलाकात किया है। 

इस दौरान उन्हें 20 दिसंबर को मिशन शक्ति मिर्जापुर के कार्यक्रम के लिए आमंत्रित भी किया गया। इस दौरान उन्हें कार्यक्रम की उपयोगिता बताई गई तथा महिला शिक्षक संघ की विभिन्न समस्याओं से भी अवगत कराया गया। जिसपर बीईओ ने हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। कहा कि वह हर परिस्थितियों में उनके साथ हैं।

इस मौके पर कनक प्रभा जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष, रेणुका सिंह जिला मंत्री, प्रियंका सिंह ब्लॉक अध्यक्ष, सरिता सिंह ब्लॉक वरिष्ठ उपाध्याय, मीरा देवी ब्लॉक उपाध्यक्ष, प्रतिभा ब्लॉक उपाध्यक्ष, शिप्रा सिंह ब्लॉक मंत्री, लिलियन जी ब्लॉक महामंत्री, आशा गुप्ता ब्लॉक संयुक्त मंत्री, माधुरी सिंह ब्लॉक कोषाध्यक्ष, नीतू सिंह ब्लॉक संगठन मंत्री, मनोरमा देवी मीडिया प्रभारी, कुसुम कुमारी देवी ब्लॉक संगठन मंत्री, सीता साहनी ब्लॉक संगठन मंत्री, विनीत मौर्य ब्लॉक अकाउंटेंट आदि लोग उपस्थित रहे।

मनबढ़ युवाओं ने ढाबा कर्मियों के साथ की मारपीट

लालगंज(मीरजापुर): स्थानीय थाना क्षेत्र के बरौंधा पुलिस चौकी अंतर्गत नेशनल हाईवे पर स्थित बरौधा के पास एक ढाबे पर बीती रात लगभग ढाई बजे आधा दर्जन की संख्या में पहुंचे मनबढ युवाओं ने न सिर्फ तोड़ फोड़ किया, बल्कि वहां मौजूद ढाबा कर्मियों के साथ मारपीट भी किया। सभी आरोपी बिहार के शिक्षक पात्रता परीक्षा पास किए थे उसी को उपलक्ष में पार्टी में शराब पीकर उत्पात मचाया।पीड़ित ने बरौधा चौकी पर नामजद तहरीर देकर कार्रवाई की मांग किया है।

लालगंज के बरौंधा के पास नेशनल हाईवे पर प्रधान ढाबा नाम से गलरिया गांव की अंबुज सिंह पुत्र पप्पू सिंह ढाबा का संचालन करता है। बताया कि बीती रात के लगभग 2:30 बजे आधा दर्जन की संख्या में आए मनबढ युवाओं ने शराब के नशे में मारपीट किया है। तहरीर में बताया गया कि सभी युवक बिहार के शिक्षक पात्रता परीक्षा में पास हुए हैं और उसी के उपलक्ष में देर रात पार्टी किए थे और जहां से शराब के नशे में ढाबा पर आकर के मारपीट किए। इस संबंध में थाना अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने आवश्यक कार्रवाई करने के लिए चौकी प्रभारी बरौधा को निर्देश दिया है।

अच्छी खबर: UP के आउटसोर्स कर्मचारियों को शोषण से मिलेगी मुक्ति, जाने पूरी खबर

संतोष देव गिरि, मिर्ज़ापुर। आर्थिक प्रताड़ना के साथ तंगहाली भरी जिंदगी जीते हुए भी बराबर ड्यूटी बजाते आएं आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है, उन्हें अब शोषण से मुक्ति मिलेगी. इसके लिए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने पहल तेज करने के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने से लखनऊ में मुलाकात कर आउटसोर्स कर्मचारियों की समस्याओं को भी सामने रखा है.

बताते चलें कि केंद्र सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों के क्रम में उत्तर प्रदेश में आउटसोर्सिंग के लिए जेम पोर्टल के माध्यम से मैन पावर क्रय की व्यवस्था लागू है. उत्तर प्रदेश शासन के कार्मिक- 2 के शासनादेश संख्या- 8/2019/ 20/1- 19- का- 2/ 2019 18 दिसंबर 2019 के माध्यम से उत्तर प्रदेश के शासकीय विभाग एवं उनके अधीनस्थ संस्थानों में केवल जेम पोर्टल के माध्यम से मैनपॉवर आउटसोर्स किए जाने के दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. उक्त शासनादेश के बिंदु 7 में यह प्रावधान किया गया है कि "सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम तथा सेवायोजन विभागों द्वारा जेम पोर्टल व्यवस्था को सुचार रूप से चलाने के लिए शासनादेश के निर्गत किए जाने की तिथि से 45 दिन के अंदर प्रत्येक दशा में संगत कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाएगी." कार्मिक अनुभाग- 2 के शासनादेश 18 दिसंबर 2019 की व्यवस्था के अंतर्गत यह समझा जा रहा था कि सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम एवं सेवायोजन विभाग आउटसोर्स पर कार्यरत कर्मियों के लिए सुसंगत नियमावली का प्रख्यापन कर उनकी सेवा शर्तों को संरक्षित करेंगे एवं न्यूनतम मानदेय का निर्धारण भी करेंगे, परंतु शासनादेश जारी होने के पांच साल बाद भी आउटसोर्स कर्मचारियों लिए ना तो नियमावली जारी की गई है और ना ही उनका न्यूनतम मानदेय ही निर्धारित किया गया है, जो सेवा प्रदाता एजेंसियों के लिए खुली छूट है. सेवा प्रदाता एजेंसी आउटसोर्स कर्मियों का आर्थिक सामाजिक एवं श्रम शोषण कर रही है. आउटसोर्स कर्मी नियुक्ति से लेकर भुगतान तक आर्थिक शोषण के शिकार है. सेवा प्रदाता एजेंसियां नियुक्ति के समय प्रत्येक आउटसोर्स कर्मी से नियुक्ति के नाम पर लाखों रुपए का लेनदेन करती है, वहीं समय से मानदेय का भुगतान नहीं किया जाना, निर्धारित मानदेय से कम का भुगतान किया जाना, आउटसोर्स कर्मी के मानदेय से सेवा कर वसूला जाना (GST) तथा निर्धारित घंटों से अधिक काम लिया जाना भी शोषण का जरूरी हिस्सा है. हालांकि सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम विभाग ने आउटसोर्स कर्मचारियों को शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए 2020 में एक आदेश जारी किया है, लेकिन संगत नियमावली ना होने के कारण सेवा प्रदाता एजेंसियां निरंकुश है.

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष जेएन तिवारी के नेतृत्व में संयुक्त परिषद के प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर बताया कि संगठन ने पूर्व में भी उन्हें (मुख्यमंत्री) आउटसोर्स कर्मचारियों के शोषण से अवगत कराया था. तब मुख्यमंत्री जी ने आउटसोर्स कर्मचारियों को शोषण से मुक्ति दिलाने, न्यूनतम मजदूरी निर्धारित करने एवं नियमावली बनाने के निर्देश भी जारी किए थे, परंतु अभी तक न्यूनतम मजदूरी का निर्धारण नहीं हो सका है एवं नियमावली भी प्रकाशित नहीं हो सकी है. आउटसोर्स कर्मियों को शोषण से बचाने के लिए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की तरफ से निम्नवत सुझाव प्रस्तुत करते हुए कार्यवाही का अनुरोध किया गया है जिनमें मुख्य रूप से

आउटसोर्स कर्मियों के चयन के लिए "आउटसोर्स कर्मचारी चयन आयोग" का गठन किया जाए, जिसके माध्यम से पद के अनुरूप योग्यता धारक उम्मीदवारों का चयन हो सके तथा सरकारी कार्यों में गुणवत्ता पूर्वक कार्य हो सके. निजी कंपनियां चयन में निर्धारित योग्यता का ध्यान नहीं रखती हैं जिसके कारण कार्य की गुणवत्ता प्रभावित होती है.

नियमावली कार्मिक अनुभाग- 2 के शासनादेश 18 दिसंबर 2019 के क्रम में आउटसोर्स कर्मियों के लिए सुसंगत नियमावली का प्रख्यापन कराया जाए, जिसमें उनकी सेवा शर्तें, न्यूनतम मजदूरी एवं अन्य कल्याणकारी प्रावधान निहित हो. तथा निम्न प्रावधानों को नियमावली में रखा जाए.

(I) संशोधन: नियमावली 1 अप्रैल 2024 से लागू मानी जाए

(II) लाभार्थी: उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिष्ठानों में कार्यरत श्रमिक को इसका लाभ दिया जाय

(III) क्षेत्र: निर्माण, लोडिंग, अनलोडिंग, वॉच एंड वार्ड, हाउसकीपिंग, खनन, कृषि, जन स्वास्थ्य, समाज कल्याण, शिक्षा को इस क्षेत्र इसकी परिधि में रखा जाय

(IV) वर्गीकरण: श्रमिकों का वर्गीकरण कौशल स्तर, कार्य उत्तरदायित्व एवं भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर किया जाए

(V) उद्देश्य: आउटसोर्स कर्मियों को महंगाई से राहत दिलाया जाना, शोषण से मुक्ति दिलाया जाना सेवा संरक्षित किया जाना है.

(VI) संशोधन की आवृत्ति: वर्ष में दो बार 1 अप्रैल एवं 1 अक्टूबर को

न्यूनतम मजदूरी,

आउटसोर्स कर्मियों की न्यूनतम मजदूरी निम्न प्रकार निर्धारित की जाए

(१) अकुशल rs 783 प्रतिदिन, rs 20358 प्रतिमाह

(२) अर्ध कुशल rs 868 प्रतिदिन, rs 22568 प्रतिमाह

(३) कुशल, लिपिक, वाच एंड वार्ड (बिना हथियार) rs 954 प्रतिदिन Rs 24804 माह

(४) अत्यधिक कुशल, कंप्यूटर, वाच एंड वार्ड (हथियार सहित)

rs 1035 प्रतिदिन, rs26910 प्रति माह

(५) तकनीकी, डिप्लोमा धारक rs 1459, प्रतिदिन, rs43770, माह

(६) पर्यवेक्षक, एलटी ग्रेड शिक्षक rs 2244, प्रतिदिन,

rs 67320 माह

(७) राजपत्रित rs 2805 प्रतिदिन, rs 84150 प्रतिमाह

(८) अन्य पदों पर पद के न्यूनतम ग्रेड की मैट्रिक्स + महंगाई भत्ता

(९) आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए

मकान किराया भत्ता, चिकित्सा सुविधा, बीमा की सुविधा भी प्रदान करने पर विचार करने की मांग किया गया. जानकारी देते हुए संगठन के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष नारायण जी दुबे ने बताया कि इसी के साथ ही

आउटसोर्स कर्मियों के संबंध में उपरोक्त अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए उनका सेवा संरक्षण, न्यूनतम मानदेय सुनिश्चित करने की की भी मांग मुख्यमंत्री से की गई है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों का आर्थिक शोषण बंद करने के साथ उनकी न्योचित समस्याओं का निदान करते हुए उनका शोषण रोका जायेगा.