सिर्फ़ 12 दिन बचे, सौ करोड़ के प्रोजेक्ट का अभी तक 60 फीसदी ही हुआ काम* *जिन गांवों में हुए थे हादसे, वहां अब भी नहीं बदले जा सके तार और उपकरण*



भदोही।जिले में 100 करोड़ की परियोजना पौने दो सालों बाद भी पूरी नहीं हो सकी है। आरडीएसएस योजना के तहत जिले के जर्जर तारों को बदलने के साथ-साथ विद्युत आपूर्ति दुरुस्त करने का कार्य चल रहा है। करीब 100 करोड़ के इस परियोजना में 55 से 60 फीसदी तक काम हो चुके हैं, लेकिन अब तक योजना के तहत कई गांवों में स्थिति जस की तस बनी है। जिन गांवों में हादसे हुए हैं। वहां भी अब तक तार नहीं बदले जा सके हैं। जिले में विद्युत दुर्व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आरडीएसएस योजना की शुरूआत की गई। लगभग 100 करोड़ की इस परियोजना से जर्जर तारों और पोल के साथ उपकरणों को बदला जाना है। करीब पौने दो सालों से योजना का काम हो रहा है, लेकिन अब तक योजना में अपेक्षाकृत प्रगति देखने को नहीं मिल सकी है। जिले में नगरीय इलाकों में तेजी से केबिलीकरण किया गया है, लेकिन ग्रामीण अंचलों तक न तो पूरी तरह से तारों को बदला जा सका है और न ही जर्जर पोल हटाए गए हैं। बारिश के दिनों में काफी हद तक काम प्रभावित रहा, लेकिन गर्मी के ठंड के दिनों में भी परियोजना में अपेक्षाकृत प्रगति देखने को नहीं मिल रही। जिले में दुर्गागंज, अभोली, सुरियावां, वहिदानगर, सीतामढ़ी, औराई, घोसिया, खमरिया समेत कई इलाकों में यह समस्या है। विभाग के अनुसार आरडीएसएस योजना को पूरा करने की अवधि दिसंबर 2024 निर्धारित की गयी है, लेकिन अब तक 55 से 60 फीसदी तक काम हुए हैं। योजना में अब तक केबिलीकरण को लेकर अधिक कार्य किये गये हैं। वह कार्य भी नगरीय इलाकों में ही हैं। अब भी तमाम जगहों पर जर्जर पोल, तार के साथ बिना घेरा में मौजूद ट्रांसफार्मर हादसों को दावत देते नजर आ रहे हैं। जर्जर तारों और पोल के कारण 18 जुलाई 2023 को औराई कोतवाली क्षेत्र के सारीपुर गांव में 53 वर्षीय कुसुम देवी पर लकड़ी के सहारे लगा तार टूट कर गिर गया था। इससे उनकी मौत हो गई थी। इसी तरह 28 अगस्त 2023 को गोपीगंज गणेश मंदिर मार्ग पर पोल में करंट उतरने से सोहगी गांव निवासी प्रकाश (25) की मौत हो गई। शिवचंद्र (18) किशन (16) झुलस गए थे। गोपीगंज के घनश्यामपुर गांव में ही लटक रहे हाईटेंशन तार से करंट लगने के कारण एक युवक का दाहिना हाथ बुरी तरह झुलस गया। उसका हाथ काटकर जान बचानी पड़ी। इन तीनों जगहों में सारीपुर जर्जर तार तो बदल दिए गए हैं, लेकिन गोपीगंज में अभी भी अधूरा काम हुआ है। घनश्यामपुर में अब भी तार काफी नीचे उसी तरह से लटक रहे हैं। काम करने के दौरान ही टूट गया जर्जर पोल गोपीगंज। नगर के पश्चिम मोहाल में एक विद्युत कर्मी एक पोल पर सीढ़ी खड़ी कर कार्य कर रहा था। इसी बीच जर्जर पोल टूट गया। बताया जा रहा है कि जर्जर पोल टूट और विद्युत कर्मी सीढ़ी समेत पोल से सटे एक भवन के बारजे से टकरा गया। संयोग अच्छा रहा कर्मी जमीन पर नही गिरा। विभागीय कर्मी उसे उसी दशा में छोड़ चले गए। स्थानीय लोगो ने रोष व्यक्त करते हुए खतरे की आशंका जताई। राकेश मौर्य, प्रदीप कुमार मौर्य, अशोक कुमार मौर्य, रामधनी कुमार गुप्ता, मणि राम बरनवाल, राजेश, कुरील शर्मा,लाल शर्मा, पप्पू जायसवाल आदि पोल बदलने की मांग की। आरडीएसएस योजना में पहले से तेजी आई है। अब तक 55-60 फीसदी तक काम हो चुका है। दिसंबर 2024 इसकी आखिरी डेडलाइन तय की गई है। आगे जो भी डेडलाइन मिलेगी। उसके अंदर काम पूरा कराया जाएगा। - राधेश्याम, अधीक्षण अभियंता, विद्युत।
*जिलाधिकारी ने बैराखास में वीएचएनडी सत्र का किया औचक निरीक्षण किया*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिलाधिकारी विशाल सिंह ने वंशीपुर बैराखास में वीएचएनडी सत्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 संतोष कुमार चक के साथ जच्चा बच्चा टीकाकरण की जानकारी उपस्थित एएनएम, सीएचओ, आगनबाड़ी, आशा से प्राप्त की। निरीक्षण में ड्यू लिस्ट, टीकाकरण विरोधी परिवार आदि बिन्दुओं का कमी पाये जाने पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित को सुधार लाते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने जनपद में आयोजित होने वाले वीएचएनडी सत्र के संचालकों को निर्देशित किया कि समय से खोलते हुए जच्चा-बच्चा को सभी टीकाकरण से आच्छादित करना सुनिश्चित करें। निरीक्षण के दौरान सोनी राजभर ए०एन०एम० व सी०एच०ओ० दुर्गा प्रसाद तथा आशा व आंगनबाडी कार्यकत्री उपस्थित पाये गये, डी०एम०सी० युनीसेफ द्वारा बताया गया कि डयूलिस्ट एवं हेड काउन्ट सर्वे अपडेट नही था, जिसे तत्काल अपडेट करने के निर्देश दिये गये। प्रिन्स कुमार, पर्यवेक्षक द्वारा अपरान्ह 01.30 बजे तक वी०एच०एन०डी० सत्र स्थल का निरीक्षण नही किया गया था जिससे जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी।
*नए साल से पहले रसोइयों को सौगात, मिले 14.89 लाख*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। परिषदीय विद्यालयों में तैनात रसोइयों को नए साल से पहले ड्रेस की सौगात मिली है। विद्यालयों में मध्याह्न भोजन पकाने वाली 2995 रसोइयों को साड़ी खरीदने के लिए 14 लाख 89 हजार की धनराशि जिले को उपलब्ध करा दी गई है। 500-500 रुपये की दर से रसोइयों को उनके खाते में पैसा भेज दिया गया है। जिले में 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। इसके अलावा वित्तपोषित एवं राजकीय मिलाकर कुल 920 विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बनाया जाता है। कक्षा एक से लेकर आठ तक पढ़ने वाले बच्चों को दोपहर का भोजन बनाने के लिए 2995 महिला और पुरुष रसोइयां कार्यरत हैं। प्रति रसोइयां 500-500 की दर से जिले को 14 लाख 89 हजार रुपये की धनराशि भेजी गई है। परिषदीय स्कूलों में प्रधानमंत्री पोषण योजना के अंतर्गत मिड-डे-मील वितरण के लिए तैनात रसोइयों को सरकार की ओर से नए साल से पहले यह तोहफा दिया गया है। रसोइयों को नई ड्रेस खरीदने की धनराशि उनके खातों में भेज दी गई है। डीसी एमडीएम सौरभ सिंह ने बताया कि महिला रसोइयों को भूरे रंग की साड़ी और पुरुष रसोइयों को भूरे रंग की पैंट और बादामी रंग की शर्ट खरीदनी होगी। दो ड्रेस खरीदने के लिए उनके खाते में 500-500 की दर से पैसा भेज दिया गया है।
*केएनपीजी कॉलेज में संपन्न हुआ संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता: विजेता छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।‌भदोही में संस्कृत परिषद काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय द्वारा संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।यह प्रतियोगिता स्नातक और स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों के लिए संयुक्त रूप से आयोजित की गई। प्रतियोगिता में बहुविकल्पी प्रश्न दिए गये थे। इसमें कुल 80 प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। मूल्यांकन के पश्चात् आज ही परिणाम की घोषणा की गयी। इसमें अच्छे लाल मिश्र, एम. ए. प्रथम सेमेस्टर ने सर्वाधिक अंक पाते हुए शीर्ष स्थान प्राप्त किया जबकि समान अंक प्राप्त करते हुए तृप्ति अग्रहरि, एम.ए. तृतीय सेमेस्टर और कावेरी पाल, एम.ए. तृतीय सेमेस्टर द्वितीय स्थान पर रहीं। सत्यमेव दूबे एम. ए. प्रथम सेमेस्टर ने इसमें तृतीय स्थान अर्जित किया। विजयी छात्र-छात्राओं को विभाग प्रभारी डाॅ. ऋचा ने बधाइयांँ दी। संस्कृत परिषद् के संयोजक डॉ. विष्णु कान्त त्रिपाठी ने बताया कि यह प्रतियोगिता संस्कृत विषय की प्रतियोगी परीक्षाओं के तर्ज पर आयोजित की गयी जिसका उद्देश्य प्रतिस्पर्धी परिवेश का निर्माण करते प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराना तथा छात्र -छात्राओं के ज्ञान को परखना था । संस्कृत परिषद् की आयोजन सचिव डॉ. उष्मा ने कहा कि ऐसी प्रतियोगितायें संस्कृत के प्रति छात्र-छात्राओं की रुचि को बढ़ातीं हैं।
*अर्धवार्षिक परीक्षा में शामिल होंगे 1.67 लाख विद्यार्थी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। परिषदीय विद्यालयों की अर्धवार्षिक परीक्षाएं 23 से 28 दिसंबर के बीच होंगी। इसमें जिले के एक लाख 67 हजार छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। इसको लेकर प्रश्न पत्रों को डायट पर तैयार किया जा रहा है। वहीं परीक्षा को लेकर विभाग ने भी अपने स्तर से तैयारी शुरू कर दी है। अर्धवार्षिक परीक्षा 23 दिसंबर से शुरू होकर 28 दिसंबर तक खत्म होनी है। इसमें पहली से आठवीं तक की मौखिक और लिखित परीक्षा कराई जाएगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया निदेशालय का पत्र आने के बाद सभी बीईओ को निर्देश कर दिया है।
*जिले में खुलेंगे 54 उप स्वास्थ्य केंद्र, बेहतर होगी सुविधा*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले के ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सुविधाएं और भी बेहतर होंगी। 54 नए उप स्वास्थ्य केंद्रों को खोलने की शासन से मंजूरी मिल गई है। स्वास्थ्य विभाग ग्राम पंचायतों के चयन में जुट गया है। 206 उपकेंद्र पहले से संचालित हैं। अब 54 नए खुलने से इनकी संख्या 260 पहुंच जाएगी। इन उप केंद्रों को पहले किराये के मकान में शुरू किया जाएगा। भविष्य में जरूरत पड़ने पर उनके लिए भवन बनाए जाएंगे। जिले की कुल आबादी करीब 20 लाख है। दो राजकीय जिला चिकित्सालय, छह सीएचसी, 16 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र समेत 206 उप स्वास्थ्य केंद्र संचालित हैं। सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए सरकार गंभीर है, हालांकि अब भी कई गांव ऐसे हैं जहां स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। लोगों को उपचार के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। अब शासन ने 54 नए उपकेंद्र खोलने की मंजूरी दे दी है। जिन गांवों में उपकेंद्र नहीं है, वहां की आबादी उसके पास के गांव की आबादी का सर्वे करके केंद्र खोला जाएगा। इससे हर मरीज को समय से उपचार मिल सकेगा। उपकेंद्रों पर एएनएम की तैनाती होगी। जो समय से प्रसव पीड़िता की जांच कर दवा उपलब्ध कराएंगी। वर्तमान में जिले में 195 एएनएम है, इसमें से 85 संविदा पर और 110 सरकारी है। ये 24 घंटे केंद्र पर तैनात रहती है। एसीएमओ डॉ. बीएन सिंह ने बताया कि दो कमरे का एक भवन होगा, जो शौचालय से अटैच होगा। एक भवन का किराया 3000 से 4000 रुपये होगा। बीमार पड़ने पर 15 किमी का चक्कर ऊंज। क्षेत्र के डीघ और ज्ञानपुर ब्लाॅक के करीब 25 गांवों में एक भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। यहां सीएचसी पीएचसी तो दूर की बात है, एक भी उप स्वास्थ्य केंद्र भी नहीं है। बीमार पड़ने पर ग्रामीण झोलाछाप के पास जाते हैं या फिर वहां से लगभग 10 किमी दूर डीघ सीएचसी और 15 किलो दूर गोपीगंज सीएचसी पहुंचते हैं। ऊंज के कुरमैचा गांव की आबादी 7000 से 8000 है। चौरी कला की आबादी 6000 से अधिक है। इन गांवों में उपकेंद्र नहीं है। ग्रामीणों को उपकेंद्र का इंतजार : ज्ञानपुर। ऊंज के कुरमैचा, बनकट खास, सीकी, चौरा कला, भैरवपुर, खरगपुर, कुबी हरद्दोपट्टी, सुबरी, मुंगरी, पुरेभान, विश्वनाथपुर, मोहनपुर, बरईपुर, बेलहुआ, कुरेनगरी आदि गांव में एक भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। ग्रामीण बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित है। किराये के भवन में 54 नए उप स्वास्थ्य केंद्र खोला जाएगा। भवन चिह्वित किए जा रहे हैं, मानक के अनुसार जिन गांवों में उपकेंद्र नहीं है, वहां भी खोलने का प्रयास होगा। इससे लोगों को बेहतर सुविधाएं मुहैया होगी। डॉ. एसके चक, सीएमओ भदोही
*बीडा की तर्ज पर 10 करोड़ से पालिका बनाएगी शॉपिंग मॉल* *भदोही - वाराणसी मार्ग पर अभयपुर में डेढ़ बीघा जमीन चिह्नित*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) की तर्ज पर अब भदोही नगर पालिका शॉपिंग मॉल एवं बाजार विकसित करेगी। पालिका अपने आय के स्रोत को बढ़ाने के लिए इस मुहिम को अमली जामा पहनाने में जुट गई है। भदोही-वाराणसी मार्ग स्थित अभयनपुर (भिखारीपुर) में लगभग डेढ़ बीघा जमीन पर शॉपिंग मॉल का निर्माण होगा। इस पर करीब 10 करोड़ रुपये तक खर्च आएगा। पीपीपी मॉडल से इसे विकसित कर संचालित किया जाएगा। जिले में दो नगर पालिका भदोही, गोपीगंज और पांच नगर पंचायत ज्ञानपुर, खमरिया, घोसियां, सुरियावां और नई बाजार शामिल है। इसमें सबसे बड़ी नगर पालिका भदोही है। आबादी के लिहाज से इसका बजट अन्य निकायों से आठ से 10 गुना अधिक है। नगरीय निकायों में आय का स्रोत सृजन करने के लिए शासन की ओर से पहले ही निर्देश जारी किया जा चुका है। इस क्रम में अधिकतर नगर निकायों में मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) सेंटर की स्थापना हो चुकी है। इसी तरह नगर निकायों में शॉपिंग मॉल, छोटे-छोटे बाजार विकसित करने की योजना बनाई गई। भदोही नगर पालिका परिषद इसकी शुरुआत करते हुए शॉपिंग मॉल तैयार करने की योजना पर तेजी के साथ काम कर रही है। इसके निर्माण में लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च होगा। भदोही-वाराणसी मार्ग स्थित अभयनपुर (भिखारीपुर) में डेढ़ बीघा जमीन पहले से चिन्हित कर ली गई है। निर्माण के बाद सड़क, बिजली, पानी, सुरक्षा की दृष्टि से चारदीवारी और सुरक्षा गार्ड आदि तैनात किए जाएंगे। यह न सिर्फ पालिका के लिए आमदनी का माध्यम बनेगा बल्कि बेहतर बाजार का सृजन होगा। इससे आसपास के लोगों के लिए भी रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इसमें 40 दुकानें बनेंगी तो सड़क, बिजली, पानी, सुरक्षा की दृष्टि से चहारदीवारी और सुरक्षा गार्ड आदि तैनात किए जाएंगे। इसको पीपीपी मॉडल पर बनाया जाएगा। इसकी डिजाइन लगभग फाइनल है और डीपीआर भी तैयार कराया जा रहा है। नौ माह पूर्व अतिक्रमण मुक्त कराई गई थी जमीन ज्ञानपुर। 23 अप्रैल को भदोही-वाराणसी मार्ग स्थित भिखारीपुर में अतिक्रमण मुक्त कराते हुए राजस्व विभाग ने नगर पालिका की सुपुर्दगी में दे दिया था। जिस पर पालिका ने उसी दौरान अपना का बोर्ड लगवा दिया था। लंबी रोड होने के कारण उस जमीन का उपयोग शॉपिंग माॅल के रूप में करने का निर्णय लिया गया है। वर्जन - भदोही-वाराणसी मार्ग स्थित भिखारीपुर में माॅडल शाॅपिंग माॅल पीपीपी मॉडल से बनाया जाएगा। आधुनिक सुविधाओं से लैस उक्त शाॅपिंग मॉल को बनाने एवं संचालन में करीब 10 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बाजार विकसित होने से लोगों को रोजगार मिलेगा। बोर्ड की सहमति के बाद जिलाधिकारी के समक्ष योजना रखी गई थी जिसे हरी झंडी मिल गई है। - धर्मराज सिंह, ईओ भदोही
*मांगलिक कार्यों पर आज को लगेगा विराम*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। इस बार सोलह दिसंबर से खरमास लग रहा है। इस दिन सूर्य अपनी राशि बदल कर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। इसलिए मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। लोगों को अब विवाह के शुभ मुहूर्त के लिए 15 जनवरी तक इंतजार करना होगा। खरमास मे मुंडन, जनेऊ, द्विरागमन या अन्य कोई संस्कार करना शुभ नहीं माना जाता है। सुजातपुर निवासी आचार्य शरद पांडेय ने बताया कि 16 दिसंबर को सुबह 07:29 बजे सूर्य वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि मे प्रवेश करेंगे। इस दिन से ही खरमास लग जाएगा। बताया कि काशी से प्रकाशित श्री महावीर पंचांग के अनुसार 16 दिसंबर सोमवार को मूल नक्षत्र और धनु राशि मे सूर्य दिन में 07:29 बजे प्रवेश कर जाएंगे, जो पंद्रह जनवरी मंगलवार को 02:48 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस अवधि में सभी शुभ कार्य विवाह, वधू प्रवेश द्विरागमन, गृहारंभ, गृह प्रवेश, मुंडन, कर्णवेध, विद्यारंभ मंत्र दीक्षा इत्यादि के लिए मुहूर्त मिलना बंद हो जाएगा।इसके बाद 15 जनवरी सोमवार मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से निकल कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन से शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे। धार्मिक मान्यता के अनुसार सूर्य देव जब गुरु की राशि धनु और मीन मे प्रवेश करते हैं तो वह अपने गुरु की सेवा मे लग जाते हैं और उनका प्रभाव कम हो जाता है। शुभ कार्य के वक्त सूर्य और गुरु दोनों का शुभ स्थित में होना जरूरी है। *खरमास में रोजाना ये करें* सुबह उठ कर सूर्य की पूजा करें और अर्घ्य दें। जप तप, दान आदि करने से सभी प्रकार के कष्ट समाप्त होते हैं। गाय, गुरु, ब्राह्मण और संन्यासियों की सेवा करनी चाहिए। इस दौरान नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व है। किसी पवित्र तीर्थ स्थल की यात्रा करने से विशेष पूण्य की प्राप्ति होती है।
*महाविद्यालय में अनोखे अंदाज में मनाई गई डी गुकेश के शतरंज विश्व चैंपियन बनने की खुशी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही ।केशव प्रसाद मिश्र राजकीय महिला महाविद्यालय औराई भदोही में आज दिनांक 13 दिसंबर 2024 दिन शुक्रवार को भारत के 18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर डी.गुकेश जी के शतरंज के विश्व चैंपियन बनने की खुशी के इस पल को यादगार बनाने के लिए छात्राओं एवं प्राध्यापकों के बीच मैत्रीपूर्ण शतरंज मैचों का आयोजन किया गया।सर्वप्रथम इस महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ०पी०न०डोंगरे ने छात्राओं को यह बताया कि शतरंज विश्व कप का यह मैच मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लिरेन और चैलेंजर डोमाराजू गुकेश के बीच खेल गया। डोमाराजू गुकेश एक भारतीय शतरंज खिलाड़ी हैं उन्होंने इस खेल को 14 गेम के बाद 7½-6½ से जीता उन्होंने भारत के इस गौरवशाली पल को छात्राओं के बीच साझा किया और प्रतिभागी छात्राओं को ढेर सारी बधाई एवं शुभकामनाएं दी। क्रीड़ा प्रभारी श्री जय कुमार ने कार्यालय के कनिष्क लिपिक शिवम कुमार द्विवेदी को हराया तथा छात्राओं में मनीषा देवी बी०ए०पंचम सेमेस्टर की छात्रा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बी०एस-सी०पंचम सेमेस्टर की छात्रा रंजना चौधरी को हराया। मैच की निर्णायक अधिकारी डॉ लक्ष्मी यादव विभागाध्यक्ष जंतु विज्ञान रही। प्राचार्य डॉ पी एन डोंगरे द्वारा दोनों विजेता व उपविजेता छात्राओं को पेन व डायरी देकर पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक गण एवं कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।
*भदोही में दो करोड़ से बनी पेयजल टंकी से 12 सालों बाद होगी पानी की सप्लाई*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। नगर में करीब दो करोड़ की लागत से बनी पेयजल टंकी का एक दशक बाद संचालन होने की उम्मीद जग गई है। पेजयल परियोजना की पाइप को मेन लाइन को जोड़ा जा रहा है। जल निगम द्वारा हैंडओवर न किये जाने के कारण अब तक मामला अटका हुआ है। इसका संचालन होने से नगर की 20 हजार की आबादी को लाभ मिलेगा। नगर पंचायत ज्ञानपुर में कुल 11 वार्ड है। यहां करीब 20 से 22 हजार की आबादी रहती है। नगर में पहले से ही पेयजल सुविधा को लेकर विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज पेजयल टंकी स्थापित है। जिससे नगर में पानी की सप्लाई होती है, लेकिन इससे पूरे नगर में पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पाता। खासकर बड़ा डीह, छोटा डीह समेत अन्य मोहल्ले ऊंचे स्थान पर होने के कारण गर्मी के दिनों में तो यहां लोग ठेले इत्यादि से पानी ढोते नजर आते हैं। 2012 में नगर के कल्याणबीर मोहल्ले में जल निगम की कार्यदायी संस्था ने एक करोड़ 97 लाख की लागत से पेयजल टंकी का निर्माण कराया था। जल निगम द्वारा हैंडओवर न किये जाने के कारण मामला बीते 12 सालों से अटका था, लेकिन अब तकनीकी दिक्कत को दूर कर जल निगम ने पेयजल टंकी को नगर पंचायत को हैंडओवर कर दिया है। जिसको लेकर पाइप इत्यादि बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। जल्द ही टंकी से नगर में पानी की सप्लाई की जाएगी। *करीब चार से पांच हजार आबादी को मिलेगा पेयजल* पेयजल टंकी का संचालन होने से नगर के तीन वार्डों की करीब चार से पांच हजार की आबादी को आसानी से पेयजल मिल सकेगा। गर्मी के दिनों में कई बार टुल्लू इत्यादि से पानी चढ़ाए जाने के बाद भी घरों की टंकियों में पानी नहीं पहुंचता, लेकिन पेयजल टंकी का संचालन होने से उसके प्रेशर से इन घरों में भी पानी आसानी से पहुंच सकेगा। पेयजल टंकी की क्षमता आठ लाख लीटर की है। *12 सालों से खड़ी टंकी न हो गई हो खराब* नगर पंचायत पेयजल टंकी का संचालन तो करने जा रहा है, लेकिन बीते 12 सालों से खड़ी टंकी कहीं खराब न पड़ गई हो। हालांकि अब तक नगर पंचायत की ओर से इसकी जांच पड़ताल नहीं की जा सकी है। पानी चढ़ाए जाने के बाद इसका पता चल सकेगा। काफी सालों से कल्याणबीर मोहल्ले में बनी टंकी जल निगम से हैंडओवर न मिलने के कारण संचालित नहीं हो पा रही थी, लेकिन अब उस समस्या को दूर कर लिया गया है। पाइप बिछाने का कार्य चल रहा है। जल्द ही घरों में पेयजल की सप्लाई भी की जाएगी। -राजेन्द्र दुबे, अधिशासी अधिकारी, ज्ञानपुर।