मनबढ़ युवाओं ने ढाबा कर्मियों के साथ की मारपीट

लालगंज(मीरजापुर): स्थानीय थाना क्षेत्र के बरौंधा पुलिस चौकी अंतर्गत नेशनल हाईवे पर स्थित बरौधा के पास एक ढाबे पर बीती रात लगभग ढाई बजे आधा दर्जन की संख्या में पहुंचे मनबढ युवाओं ने न सिर्फ तोड़ फोड़ किया, बल्कि वहां मौजूद ढाबा कर्मियों के साथ मारपीट भी किया। सभी आरोपी बिहार के शिक्षक पात्रता परीक्षा पास किए थे उसी को उपलक्ष में पार्टी में शराब पीकर उत्पात मचाया।पीड़ित ने बरौधा चौकी पर नामजद तहरीर देकर कार्रवाई की मांग किया है।

लालगंज के बरौंधा के पास नेशनल हाईवे पर प्रधान ढाबा नाम से गलरिया गांव की अंबुज सिंह पुत्र पप्पू सिंह ढाबा का संचालन करता है। बताया कि बीती रात के लगभग 2:30 बजे आधा दर्जन की संख्या में आए मनबढ युवाओं ने शराब के नशे में मारपीट किया है। तहरीर में बताया गया कि सभी युवक बिहार के शिक्षक पात्रता परीक्षा में पास हुए हैं और उसी के उपलक्ष में देर रात पार्टी किए थे और जहां से शराब के नशे में ढाबा पर आकर के मारपीट किए। इस संबंध में थाना अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने आवश्यक कार्रवाई करने के लिए चौकी प्रभारी बरौधा को निर्देश दिया है।

अच्छी खबर: UP के आउटसोर्स कर्मचारियों को शोषण से मिलेगी मुक्ति, जाने पूरी खबर

संतोष देव गिरि, मिर्ज़ापुर। आर्थिक प्रताड़ना के साथ तंगहाली भरी जिंदगी जीते हुए भी बराबर ड्यूटी बजाते आएं आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है, उन्हें अब शोषण से मुक्ति मिलेगी. इसके लिए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने पहल तेज करने के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने से लखनऊ में मुलाकात कर आउटसोर्स कर्मचारियों की समस्याओं को भी सामने रखा है.

बताते चलें कि केंद्र सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों के क्रम में उत्तर प्रदेश में आउटसोर्सिंग के लिए जेम पोर्टल के माध्यम से मैन पावर क्रय की व्यवस्था लागू है. उत्तर प्रदेश शासन के कार्मिक- 2 के शासनादेश संख्या- 8/2019/ 20/1- 19- का- 2/ 2019 18 दिसंबर 2019 के माध्यम से उत्तर प्रदेश के शासकीय विभाग एवं उनके अधीनस्थ संस्थानों में केवल जेम पोर्टल के माध्यम से मैनपॉवर आउटसोर्स किए जाने के दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. उक्त शासनादेश के बिंदु 7 में यह प्रावधान किया गया है कि "सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम तथा सेवायोजन विभागों द्वारा जेम पोर्टल व्यवस्था को सुचार रूप से चलाने के लिए शासनादेश के निर्गत किए जाने की तिथि से 45 दिन के अंदर प्रत्येक दशा में संगत कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाएगी." कार्मिक अनुभाग- 2 के शासनादेश 18 दिसंबर 2019 की व्यवस्था के अंतर्गत यह समझा जा रहा था कि सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम एवं सेवायोजन विभाग आउटसोर्स पर कार्यरत कर्मियों के लिए सुसंगत नियमावली का प्रख्यापन कर उनकी सेवा शर्तों को संरक्षित करेंगे एवं न्यूनतम मानदेय का निर्धारण भी करेंगे, परंतु शासनादेश जारी होने के पांच साल बाद भी आउटसोर्स कर्मचारियों लिए ना तो नियमावली जारी की गई है और ना ही उनका न्यूनतम मानदेय ही निर्धारित किया गया है, जो सेवा प्रदाता एजेंसियों के लिए खुली छूट है. सेवा प्रदाता एजेंसी आउटसोर्स कर्मियों का आर्थिक सामाजिक एवं श्रम शोषण कर रही है. आउटसोर्स कर्मी नियुक्ति से लेकर भुगतान तक आर्थिक शोषण के शिकार है. सेवा प्रदाता एजेंसियां नियुक्ति के समय प्रत्येक आउटसोर्स कर्मी से नियुक्ति के नाम पर लाखों रुपए का लेनदेन करती है, वहीं समय से मानदेय का भुगतान नहीं किया जाना, निर्धारित मानदेय से कम का भुगतान किया जाना, आउटसोर्स कर्मी के मानदेय से सेवा कर वसूला जाना (GST) तथा निर्धारित घंटों से अधिक काम लिया जाना भी शोषण का जरूरी हिस्सा है. हालांकि सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम विभाग ने आउटसोर्स कर्मचारियों को शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए 2020 में एक आदेश जारी किया है, लेकिन संगत नियमावली ना होने के कारण सेवा प्रदाता एजेंसियां निरंकुश है.

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष जेएन तिवारी के नेतृत्व में संयुक्त परिषद के प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर बताया कि संगठन ने पूर्व में भी उन्हें (मुख्यमंत्री) आउटसोर्स कर्मचारियों के शोषण से अवगत कराया था. तब मुख्यमंत्री जी ने आउटसोर्स कर्मचारियों को शोषण से मुक्ति दिलाने, न्यूनतम मजदूरी निर्धारित करने एवं नियमावली बनाने के निर्देश भी जारी किए थे, परंतु अभी तक न्यूनतम मजदूरी का निर्धारण नहीं हो सका है एवं नियमावली भी प्रकाशित नहीं हो सकी है. आउटसोर्स कर्मियों को शोषण से बचाने के लिए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की तरफ से निम्नवत सुझाव प्रस्तुत करते हुए कार्यवाही का अनुरोध किया गया है जिनमें मुख्य रूप से

आउटसोर्स कर्मियों के चयन के लिए "आउटसोर्स कर्मचारी चयन आयोग" का गठन किया जाए, जिसके माध्यम से पद के अनुरूप योग्यता धारक उम्मीदवारों का चयन हो सके तथा सरकारी कार्यों में गुणवत्ता पूर्वक कार्य हो सके. निजी कंपनियां चयन में निर्धारित योग्यता का ध्यान नहीं रखती हैं जिसके कारण कार्य की गुणवत्ता प्रभावित होती है.

नियमावली कार्मिक अनुभाग- 2 के शासनादेश 18 दिसंबर 2019 के क्रम में आउटसोर्स कर्मियों के लिए सुसंगत नियमावली का प्रख्यापन कराया जाए, जिसमें उनकी सेवा शर्तें, न्यूनतम मजदूरी एवं अन्य कल्याणकारी प्रावधान निहित हो. तथा निम्न प्रावधानों को नियमावली में रखा जाए.

(I) संशोधन: नियमावली 1 अप्रैल 2024 से लागू मानी जाए

(II) लाभार्थी: उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिष्ठानों में कार्यरत श्रमिक को इसका लाभ दिया जाय

(III) क्षेत्र: निर्माण, लोडिंग, अनलोडिंग, वॉच एंड वार्ड, हाउसकीपिंग, खनन, कृषि, जन स्वास्थ्य, समाज कल्याण, शिक्षा को इस क्षेत्र इसकी परिधि में रखा जाय

(IV) वर्गीकरण: श्रमिकों का वर्गीकरण कौशल स्तर, कार्य उत्तरदायित्व एवं भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर किया जाए

(V) उद्देश्य: आउटसोर्स कर्मियों को महंगाई से राहत दिलाया जाना, शोषण से मुक्ति दिलाया जाना सेवा संरक्षित किया जाना है.

(VI) संशोधन की आवृत्ति: वर्ष में दो बार 1 अप्रैल एवं 1 अक्टूबर को

न्यूनतम मजदूरी,

आउटसोर्स कर्मियों की न्यूनतम मजदूरी निम्न प्रकार निर्धारित की जाए

(१) अकुशल rs 783 प्रतिदिन, rs 20358 प्रतिमाह

(२) अर्ध कुशल rs 868 प्रतिदिन, rs 22568 प्रतिमाह

(३) कुशल, लिपिक, वाच एंड वार्ड (बिना हथियार) rs 954 प्रतिदिन Rs 24804 माह

(४) अत्यधिक कुशल, कंप्यूटर, वाच एंड वार्ड (हथियार सहित)

rs 1035 प्रतिदिन, rs26910 प्रति माह

(५) तकनीकी, डिप्लोमा धारक rs 1459, प्रतिदिन, rs43770, माह

(६) पर्यवेक्षक, एलटी ग्रेड शिक्षक rs 2244, प्रतिदिन,

rs 67320 माह

(७) राजपत्रित rs 2805 प्रतिदिन, rs 84150 प्रतिमाह

(८) अन्य पदों पर पद के न्यूनतम ग्रेड की मैट्रिक्स + महंगाई भत्ता

(९) आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए

मकान किराया भत्ता, चिकित्सा सुविधा, बीमा की सुविधा भी प्रदान करने पर विचार करने की मांग किया गया. जानकारी देते हुए संगठन के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष नारायण जी दुबे ने बताया कि इसी के साथ ही

आउटसोर्स कर्मियों के संबंध में उपरोक्त अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए उनका सेवा संरक्षण, न्यूनतम मानदेय सुनिश्चित करने की की भी मांग मुख्यमंत्री से की गई है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों का आर्थिक शोषण बंद करने के साथ उनकी न्योचित समस्याओं का निदान करते हुए उनका शोषण रोका जायेगा.

चेतना महोत्सव मिर्ज़ापुर में विजेता बच्चों को किया गया पुरस्कृत

मिर्ज़ापुर। साहित्य चेतना समाज की मीरजापुर इकाई के तत्वावधान में विंध्यवासिनी महाविद्यालय के क्रिस्टल हाल में रविवार को चेतना महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ अध्यक्षता कर रहे डॉ नीरज त्रिपाठी, मुख्य अतिथि पद्मश्री उर्मिला श्रीवास्तव, विशिष्ट अतिथि राजपति ओझा और सुभाष वर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। प्रसिद्ध गायक देवा ने सरस्वती वंदना व देवी गीत से सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रारंभ किया। आचार्य राम चन्द्र शुक्ल विद्यालय के बच्चों ने सरस्वती वंदना, स्वागत गान और बाल विवाह अपराध है विषय पर नाटक प्रस्तुत किया। गायिका कल्पना गुप्ता ने गीत प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ नीरज त्रिपाठी ने अपने वक्तव्य में कहा कि प्रतियोगिताओं से बच्चों का व्यक्तित्व निर्माण होता है। जो उनके जीवन के लिए उपयोगी है। मुख्य अतिथि पद्मश्री उर्मिला श्रीवास्तव ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं उन्हें अच्छे कार्य के लिए प्रोत्साहित करना हमारा दायित्व है। वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा ने संदेश दिया कि जीवन एक परीक्षा है। जरूरी है हिम्मत और जोश बनाये रखने की। साहित्य चेतना समाज के संस्थापक अमरनाथ तिवारी ने संस्था के बारे में जानकारी दी। अतिथियों को अंगवस्त्र, माल्यार्पण और स्मृति चिह्न देकर संगठन सचिव सुधाकर त्रिपाठी व सासाराम से आये संस्था के निर्णायक श्री मनोज ने सम्मनित किया। संचालन आनंद अमित, पूजा यादव व सृष्टि राज ने संयुक्त रूप से किया। स्वागत भाषण कुल भूषण पाठक ने दिया।

ज्ञात होकि गत तीन नवम्बर को आयोजित सामान्य ज्ञान एवं निबन्ध प्रतियोगिता में चयनित प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। इन प्रतियोगिताओं में नगर सहित सुदूर ग्रामीण अंचल के 15 से अधिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।चार वर्गों में आयोजित इन प्रतियोगिताओं के कनिष्ठ वर्ग में कक्षा चार से छह, मध्यम वर्ग में कक्षा सात व आठ,ज्येष्ठ वर्ग में कक्षा नौ व दस एवं वरिष्ठ वर्ग में कक्षा ग्यारह व बारह के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया था। सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के कनिष्ठ वर्ग में खूशबू कान्वेंट स्कूल के दीपक कुशवाहा,मध्यम वर्ग में गुरुनानक इण्टर काॅलेज के संकल्प दूबे,ज्येष्ठ वर्ग में इसी विद्यालय की कु.वर्षा प्रजापति एवं वरिष्ठ वर्ग में इसी विद्यालय की कु.प्रतिभा यादव ने टाॅप किया। निबन्ध प्रतियोगिता के कनिष्ठ वर्ग में ओपस इण्टरनेशनल स्कूल की कु.शुक्तिका सिंह,वर्धमान पब्लिक स्कूल की कु.जिया प्रजापति,ज्येष्ठ वर्ग में दिव्यांश इंस्टिट्यूट के अजित पाल एवं वरिष्ठ वर्ग में गुरुनानक इण्टर काॅलेज की कु.सौम्या गोयल टाॅपर रहीं। प्रथम द्वितीय व तृतीय के साथ-साथ प्रत्येक वर्ग से पांच-पांच प्रशंसित बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया।

इन 49 बच्चों को मुख्य अतिथि पद्मश्री उर्मिला श्रीवास्तव, अध्यक्ष डॉ नीरज त्रिपाठी, विशिष्ट अतिथि राजपति ओझा, सुभाष वर्मा, अमरनाथ तिवारी, साहित्यकार केदारनाथ सविता, प्रमोद गुप्ता, सारिका चौरसिया, नंदिनी वर्मा, जय कुमार, आनंद केसरी, शंकर राय ने अपने कर कमलों से मंच पर मोमेंटो और प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में सीताराम, मेवालाल, मिलन, रमेश प्रजापति, राकेश शुक्ल, स्कूलों के प्रधानाचार्य और अनेक अभिभावक उपस्थित रहे। अंत में आनंद अमित ने सभी का धन्यवाद प्रकट किया।

*दुष्कर्म में संलिप्त दूसरे आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल*

मिर्जापुर- क्षेत्र के एक गांव निवासी किशोरी को शादी का झांसा देकर भगाने व दुष्कर्म के मामले में संलिप्त दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने शनिवार को जेल भेज दिया।इस संबंध में मुख्य आरोपी कृष्णा पाल को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। घटना की जांच में दूसरे आरोपित सोनू विश्वकर्मा निवासी मड़वा धनावल का नाम प्रकाश में आने पर पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई थी। प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार सरोज कांस्टेबल अमित कुमार व वेदप्रकाश ने आरोपी सोनू विश्वकर्मा को क्षेत्र के दुर्जनीपुर मोड़ से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार सरोज ने बताया कि दुष्कर्म व पाक्सो एक्ट के मामले में संलिप्त दूसरे आरोपी सोनू विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

*मिर्ज़ापुर: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विंध्याचल के कोरोना कीड स्टोर में संदिग्धावस्था में लगी आग, मची भगदड़*

मिर्ज़ापुर- जिले के विंध्याचल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कोविड कीड स्टोर अबुझ हाल में आग लग जाने से हड़कंप मच गया। आग लगने की खबर से आसपास में अफरा तफरी का माहौल व्याप्त हो गया था। सूचना होने पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड के जवान आग बुझाने में लगे रहे हैं। आग लगने का कारण अज्ञात बताया जा रहा है तो वहीं इसे लेकर तरह-तरह की चर्चा भी है।

बताया जा रहा है कि शनिवार को दोपहर में विंध्याचल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित कोरोना कीड स्टोर में रहस्यमय तरीके से आग लग गई। आंख लगते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया था। अस्पताल के कर्मचारियों सहित अन्य लोग इधर-उधर भागते हुए नजर आए हैं तो वहीं अस्पताल के बाहर आसपास के दुकानदारों में भी अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त हो गया था।

मौके पर विंध्याचल कोतवाली पुलिस, फायर ब्रिगेड के जवान आग बुझाने में लगे हुए थे। मौके पर थाना प्रभारी अमित कुमार पुलिस बल के साथ मौजूद है। गौरतलब हो कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विंध्याचल विश्व विख्यात विंध्याचल मंदिर से कुछ ही दूर पर स्थित है। अस्पताल मार्ग से होकर भक्तों का मंदिर की तरफ आना-जाना होता है ऐसे में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। सरकारी अस्पताल के कोविड कीट सेंटर में आग लगने को लेकर तरह-तरह की चर्चा है। इस संदर्भ में जानकारी लेने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कुछ भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं रहे हैं। सभी आग लगने के कारणों पर अपना पल्ला झाड़ने नजर आएं हैं।

*मिर्ज़ापुर: अनियंत्रित ट्रैक्टर मोड़ पर पलटा ड्राइवर की हुई मौत

मिर्ज़ापुर- ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर खाई में पलट गया। इस हादसे में ट्रैक्टर का ड्राइवर घंटों ट्रैक्टर के नीचे हैंडल में फंसा रहा। काफी देर तक स्थानीय ग्रामीणों ने उसे निकालने की कोशिश की जब नहीं निकला तो राजगढ़ थाने की पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पर राजगढ़ थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी मंगवा कर बड़ी मुश्किल से ड्राइवर को बाहर निकाला है। बाहर निकाल कर एंबुलेंस बुलाकर उसे राजगढ़ अस्पताल भिजवाया है।जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। लेकिन परिजन उसे मृत मानने के लिए तैयार नहीं थे और लाश को लेकर अन्यत्र चले गए।

बताया जा रहा है कि सोनभद्र जिले के करमा थाना क्षेत्र के गेदरी गांव निवासी चंदन पुत्र राम चरित्र सिंह (35 वर्ष) शुक्रवार की रात्रि अपने ट्रैक्टर ट्राली पर सीमेंट लाद कर राजगढ़ थाना क्षेत्र के सेमरा बरहो गांव के मडयीपुर गांव स्थित अपने बहन के घर पहुंचाने गया था। वहां सीमेंट पहुंचा कर रात्रि में ही लौट रहा था की सेमरा गांव के बाहर मोड पर ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर ट्रॉली सहित पलट गई। जिससे ड्राइवर उसके नीचे आ गया और हैंडल में फंस गया था। दुर्घटना होते ही आसपास के गांव वालों की भीड़ लग गई थी। ग्रामीण ट्रैक्टर के अंदर फंसे हुए ड्राइवर को निकालने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन असफल रहे हैं।

थक-हार कर ग्रामीणों ने राजगढ़ पुलिस एवं एंबुलेंस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी मंगवा कर कड़ी मेहनत से ट्रैक्टर में फंसे ड्राइवर को निकाल उसे राजगढ़ अस्पताल भिजवाया। जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर संतलाल ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया पर पारिवारिक जन उसकी मौत हो जाने को मानने के लिए तैयार ही नहीं थे वह लोग उसे अन्यत्र दिखाने के नाम पर उसे लेकर चले गए।

इस संबंध में थाना अध्यक्ष राजगढ़ महेंद्र पटेल ने बताया कि सड़क दुर्घटना में एक ड्राइवर की मृत्यु हो गई थी लेकिन उसके घर वाले उसे मृत मानने के लिए तैयार नहीं थे और उसकी लाश को लेकर अन्यत्र चले गए हैं।

युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म, मुकदमा दर्ज करने के बजाए लोकलाज का हवाला दे पुलिस कर रही हीलाहवाली

संतोष देव गिरि, मिर्ज़ापुर। उत्तर प्रदेश सरकार की लाख हिदायतों, सख्ती के बाद भी महिला हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. दबंग-सरहंग किस्म के लोगों तथा मनचलों का खौफ न तो थम रहा है ना ही इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित हो रही है. जिसका असर यह है कि बेटियां असुरक्षित महसूस कर रही हैं.

ऐसा ही एक ताजा मामला मिर्ज़ापुर जिले का सामने आया है, जहां बेटी के साथ हुएं सामूहिक दुष्कर्म के मामले में कार्रवाई की खातिर पिता दर-दर भटकने को विवश हैं तो वहीं इलाकाई पुलिस लोकलाज का दिलासा दिलाते हुए मामले में पर्दा डालने में जुटी हुई है. ऐसी स्थिति में थक-हार कर पीड़ित पिता दुष्कर्म की शिकार बेटी के साथ जिला मुख्यालय पहुंच कर जिले के उच्चाधिकारियों से कार्रवाई की गुहार लगाई है.

मिर्ज़ापुर जिले के जिगना थाना क्षेत्र अंतर्गत दुबहां गांव निवासी पीड़ित पिता ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर संपूर्ण घटनाक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 08 दिसंबर 2024 की रात्रि में तकरीबन 11-12 बजे के आस-पास उसकी 21 वर्षीया बेटी घर से बाहर शौच के लिए निकली थी, कि तभी उसी के गांव के निवासी अरविन्द कुमार बिन्द पुत्र गोपाल बिन्द व दिलीप कुमार पुत्र सिपाही लाल जो दबंग किस्म के लोग हैं, उसकी लड़की का मुंह दबाकर, घसीटकर एकान्त में अपने कमरे में ले गये और उसको भद्दी-भद्दी गाली देते हुए जान से मारने की धमकी देकर उसके साथ दोनों ने मिलकर जबरियां बारी-बारी से शारीरिक सम्बन्ध बनाये व धमकी दिये कि तुम इस घटना के बारे में किसी से कुछ बताओंगी तो जो भी तुम्हारी मदद करेगा उसे भी नही छोड़ेंगे. आरोप लगाया कि लड़की के मुंह पर गन्धक पाउडर सुघांकर उसको बेहोश करके मोटर साईकिल पर बैठाकर बेहोशी की हालत में कहीं ले जा रहे थे, जब लड़की को होश आया तो वह पुनः अपनी जान बचाने के लिए शोर मचाने लगी. चूंकि रात्रि होने के कारण कोई आस-पास में नहीं था, परन्तु बरवा रोड, बसैनपुर गांव के आस-पास बस्ती होने पर लड़की को गाड़ी से धकेल कर सभी भाग गये थे. जहां से लड़की रोते बिलखते हुए किसी तरह से अपने ननिहाल ग्राम बसैनपुर पहुंची. इधर घर-परिवार वाले भी उसकी तलाश रात में ही घर व आस-पास में कर रहे थे व फोन के माध्यम से भी पता लगा रहे थे. खोजबीन करते हुए सुबह हो चुकी थी. सुबह होने पर लड़की के बारे में बसैनपुर उसकी ननिहाल से फोन आया तो लोगों ने राहत की सांस ली, लेकिन जैसे ही सम्पूर्ण घटनाक्रम पता चला है वैसे ही परिवार वालों पर मानों

वज्रपात हो गया. बेटी के साथ हुए घटनाक्रम से सभी सकते में पड़ गए थे.

परिजनों के मुताबिक उनकी लड़की ने अपने साथ हुए घटनाक्रम के बारे बिलखते हुए सारी बाते बतायी है, जिसे सुनकर बहुत बड़ा झटका लगा है. घटना के सदमें से लड़की की अचानक तबियत खराब होने तथा बार-बार बेहोश हो जाने से परिजन

ने आनन-फानन में इसकी सूचना पुलिस को दी है.

आरोप है कि घटना के बावत थाना जिगना पर 10 दिसंबर 2024 को सूचना दे कर मुकदमा कायम कर कार्रवाई की गुहार लगाई गई तो, जिगना थाना पर हल्का दरोगा व महिला कास्टेबल कि मौजूदगी में लड़की से बयान लिये जाने के पश्चात आश्वासन दिया गया कि सभी आरोपियों को पकड़ कर लायेंगे समझौता करा देंगे. समझौता नहीं करोगे तो इसमें तुम्हारी ही बदनामी होगी. जिसे सुनकर काफी गहरा आघात लगा है,ऐसा लगता है कि पुलिस आरोपियों को बचाते हुए अपराध को बढ़ावा देना चाहिए है.

मजे की बात है कि शिकायत के दो दिन बीत गये अभी तक कोई कार्यवाही थाना जिगना पर नहीं हो पाई है. ऐसे में पीड़ित पिता ने बेटी को साथ लेकर जिला मुख्यालय पहुंच कर

पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र सौंपकर थानाध्यक्ष जिगना को निर्देशित करते हुए उक्त प्रकरण के बावत रपट दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही किये जाने की गुहार लगाई है.

रक्तदान शिविर का किया गया आयोजन


मीरजापुर 12 दिसम्बर 2024- जनपद मिर्जापुर में आज दिनांक 12 दिसम्बर 2024 को लोहंदी कला क्षेत्र अन्तर्गत बसंत बहार लान में इटरनल ग्रेस ट्रस्ट द्वारा 101 टीबी मरीजों को पोषण पोटली भेट करते हुए गोद लेने एवं अपने 25 ट्रस्ट सदस्यों द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन मुख्य अतिथि एडीएम श्री देवेन्द्र प्रसाद सिंह के उपस्थिति में किया गया।

उपरोक्त कार्यक्रम में एडीएम श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा उपस्थित मरीजों के बीच कहा गया कि इस रोग से भयभीत होने की अब आवश्यकता नहीं है क्योंकि सरकारी स्तर से हर सम्भव सुविधाएं अब उपलब्ध हो चुकी हैं, बस जरूरत है आप सभी को डॉक्टर के दिए गए सुझाव का पालन करना एवं नियमित दवा लेने वह अपने खान पान पर ध्यान देने की।

उक्त क्रम में जिला क्षयरोग अधिकारी डाक्टर अनिल कुमार ओझा द्वारा आयोजक ट्रस्ट के उपरोक्त कार्यों की प्रसंशा करते हुए कहा गया कि आपका मरीजों एवं समाज के हित में किया जा रहा यह कार्य अत्यंत सराहनीय एवं प्रेरणा दायक है, डॉक्टर ओझा द्वारा कहा गया कि सभी के बेहतर स्वास्थ्य हेतु हर ब्लाक में सरकारी स्तर से सुविधा उपलब्ध है, खास कर टीबी मरीजों के लिए अच्छी दवाएं एवं जांच सुविधा जिले में उपलब्ध है, साथ ही बताया कि टीबी मरीजों को अब नवम्बर 2024 से 1000/- प्रति माह उनके खाते में नि: क्षय पोषण योजना के तहत पूरे इलाज अवधि तक दिया जाएगा।

कार्यक्रम का मंच संचालन कर रहे क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव द्वारा उपस्थित जनों के बीच टीबी के समस्त लक्षणों से परिचित कराते हुए कहा गया कि आप सभी दवा सेवन में गैप कदापि न करें और जल्द स्वस्थ होकर समाज में अन्य लोगों को भी इस रोग के संदर्भ में दी गई संपूर्ण जानकारी से परिचित कराते हुए देश के माननीय प्रधानमंत्री के 2025 तक टीबी मुक्त भारत की कल्पना को साकार करने में अपने स्तर से अहम भूमिका निभाते हुए एक सच्चे भारतीय नागरिक होने का कर्तव्य निभाएं।

ट्रस्ट अध्यक्ष श्री विजय कुमार द्वारा कार्यक्रम के दौरान सभी को आस्वस्थ किया गया कि मेरे स्तर से टीबी मरीजों के हित मैं यह बीड़ा 2 मार्च 2024 से उठाया है जिसका पालन ट्रस्ट द्वारा हर माह किया जाता रहेगा, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मेरे ट्रस्ट द्वारा आगामी समय में भी लोगों के हित में रक्तदान करने का कार्य जारी रहेगा।

कार्यक्रम में क्षय विभाग से अवध बिहारी कुशवाहा, सावित्री देवी, प्रतिक, आकाश, मनभावन, नीरज के साथ-साथ संतोष यादव ग्राम प्रधान, एवं ट्रस्ट के याकूब मशीह, शिवलाल मौर्य, संतोष कुमार , अरुण पाल, अनीश, कालीचरण, दुर्गा प्रसाद आदि मौजूद रहे।

कुम्भ के दौरान विन्ध्याचल में श्रद्धालुओं के लिए नवरात्र जैसी व्यवस्था -जिलाधिकारी

मीरजापुर । आगामी महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत विन्ध्याचल एवं मीरजापुर में आने वाले यात्रियों तथा कुम्भ मेला में भीड़ बढ़ने के उपरान्त जनपद मीरजापुर में भीड़ प्रबन्धन एवं सुरक्षा व्यवस्था को सुचारू ढंग से सम्पादित कराने के लिए जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन व पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन ने ए0डी0आर0एम0 रेलवे प्रयागराज जोन व मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 शिव प्रताप शुक्ल सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारियों के साथ रेलवे स्टेशन विन्ध्याचल एवं रेलवे स्टेशन मीरजापुर पर भ्रमण कर कुम्भ मेला के दौरान आने वाले यात्रियों की जन सुविधाएं उपलब्ध कराने के दृष्टिगत निरीक्षण किया।

जिलाधिकारी ने रेलवे स्टेशन मीरजापुर व विन्ध्याचल पर ट्रेनो के ठहराव, ट्रेनो के समय सारणी, देर आने वाली ट्रेनी की स्थिति, आर0पी0एफ0 एवं जी0आर0पी0 के द्वारा अतिरिक्त फोर्स एवं ड्यूटी प्वाइंट की व्यवस्था के साथ ही रेलवे स्टेशन के बाहर आटो टैक्सी स्टैण्ड, पार्किंग, रैन बसेरा एवं प्लेटफार्मो व स्टेशन के बाहर पेयजल, शौचालय, फायर बिग्रेड आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश स्टेश्न अधीक्षक एवं अधिशासी अधिकारी नगर पालिका मीरजापुर को दिया। उन्होंने कहा कि ट्रेनो के आने पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम की पर्याप्त व्यवस्था हो इसके अतिरिक्त बुकिंग काउंटर अलग-अलग स्थलों पर बनाए जाए। प्लेटफार्मो पर यात्रियों के एक से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने हेतु सम्पार फुटवेज की व्यवस्था को भी सुदृढ़ बनाए रखा जाए। उन्होंने कहा कि प्रयास यह रखा जाए कि अप व डाउन ट्रेन जिस रूट पर आ रहे है उसी पर रखा जाए अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर ट्रेन आने वाले प्लेटफार्म अन्यत्र न बदला जाए।

उन्होंने कहा कि समस्त ड्यूटी व ड्यूटी प्वाइंट पर लगे अधिकारियों के नम्बर भी पुलिस अधीक्षक व जिला प्रशासन को उपलब्ध कराया जाए। स्टेशन पर आने जाने वाले मार्गो का सुन्दरीकरण, साइनेज बोर्ड, पर्याप्त मात्रा सी0सी0टी0वी0 कैमरा भी लगाया जाए। जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि यदि प्रयागराज में भीड़ बढ़ती है तो मीरजापुर व विन्ध्याचल में ट्रेनो का ठहराव कर यात्रियों को अग्रिम सूचना तक रोका जा सकता है अतएव सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित करा ली जाए। जी0आर0पी0 के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम भी कंट्रोल के लिए लगाई जाएगी। इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट लाल बहादुर सिंह, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका मीरजापुर गोवा लाल, स्टेशन अधीक्षक सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

कुम्भ के दौरान विन्ध्याचल में श्रद्धालुओं के लिए रहेगी पर्याप्त व्यवस्था

आगामी कुम्भ मेला-2025 को देखते हुए जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन व पुलिस अधीक्षक अभिंनदन ने विन्ध्याचल में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा दर्शन व सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत कलेक्ट्रेट सभागार में विभिन्न प्रमुख विभागो के अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों के रणनीति पर विचार विर्मश कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि कुम्भ मेला प्रयागराज-2025 में 40 करोड़ श्रद्धालुओ की आने की सम्भावना की जा रही है जिसमें से लगभग 12 प्रतिशत श्रद्धालु मीरजापुर विन्ध्याचल होकर कुम्भ मेला जाने का अनुमान है।

मीरजापुर विन्ध्याचल होते हुए कुम्भ मेला जाने वाले श्रद्धालु विन्ध्याचल में भी दर्शन पूजन व स्नान के लिए रूकते है जिनकी जन सुविधाओं की तैयारियों के सम्बन्ध में सभी सम्बन्धित अधिकारी नवरात्र मेला की भांति विन्ध्याचल में तैयारियां सुनिश्चित करे। उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका मीरजापुर को निर्देशित करते हुए कहा कि विन्ध्याचल के प्रमुख स्थलों, स्थायी व अस्थायी रैन बसेरो के पास पर्याप्त मात्रा में पेयजल आपूर्ति, शौचालय की व्यवस्था, रैन बसेरो में यात्रियों की रूकने व ठंड से बचाव की व्यवस्था, अलाव की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करायेंगे, इसके अतिरिक्त जिला पंचायत परिषद व नगर पालिका के द्वारा घाटो पर पर्याप्त बैरीकेटिंग, सुरक्षा व्यवस्था, लाइटिंग, अस्थायी शौचालय सुनिश्चित करायेंगे। उन्होंने अपर पुलिस अधीक्षक व नगर मजिस्ट्रेट को निर्देशित करते हुए कहा कि रेलवे स्टेशन, रोडवेज तथा प्रमुख मार्गो व घाटो पर सुरक्षा व्यवस्था हेतु पुलिस बल की तैनाती, घाटो पर बैरीकेटिंग तथा मन्दिर में श्रद्धालु सुगम तरीके से दर्शन कर सके व्यवस्था सुनिश्चित करायेंगे।

जिला पंचायत राज अधिकारी को नगरीय क्षेत्र के बाहर ग्रामीण क्षेत्रो में नवरात्र मेला की तरह मेला क्षेत्र के परिधि में पर्याप्त साफ सफाई व्यवस्था तथा लाइटिंग व्यवस्था विन्ध्य विकास परिषद व जिला पंचायत परिषद से समन्वय स्थापित कर सुनिश्चित कराया जाएगा। मुख्य चिकित्साधिकारी कुम्भ मेला के दौरान विन्ध्याचल में प्रमुख स्थलों पर कम से कम 06 से 08 एम्बुलेंस, रेलवे स्टेशन, रोडवेज व मन्दिर के आस पास मेडिकल टीम तथा पर्याप्त मात्रा में जन औषधि की व्यवस्था सुनिश्चित करायेंगे। लोक निर्माण विभाग सहित जिन विभाग की सड़क मीरजापुर व विन्ध्याचल क्षेत्र में खराब हो उसकी मरम्म्त सुनिश्चित कराने के साथ ही विद्युत विभाग के द्वारा अनवरत विद्युत आपूर्ति एवं प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया।

ट्रैक्टर, मैजिक व अन्य माल वाहक का उपयोग न करके यात्री वाहन से जाए कुम्भ मेला

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने जिला पंचायत राज अधिकारी एवं अपर पुलिस अधीक्षक को निर्देशित करते हुए कहा कि थानाध्यक्षों व ग्राम प्रधानों के माध्यम से प्रत्येक ग्रामीण क्षेत्रों में यह जन जागरूकता लाई जाए कि जो श्रद्धालु/ग्रामीण संयुक्त रूप से ट्रैक्टर, मैजिक व अन्य माल वाहन वाहनों का उपयोग न करे बल्कि जान माल की सुरक्षा को देखते हुए वे यात्री वाहनों से कुम्भ मेला अथवा विन्ध्याचल जाए। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी से कहा कि प्रत्येक विकास खण्ड स्तर पर एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाए जहां पर सम्बन्धित के गांव के सेक्रेटरी/प्रधान कुम्भ यात्रा पर जाने वाले लोगो की इंट्री करायेंगे तथा किस वाहन से जा रहे है सूचना उपलब्ध कराया जाएगा।

डग्गामार वाहनो पर रहेगा पूर्णतया प्रतिबंध-रोडवेज बसो की कराएं पर्याप्त व्यवस्था

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बैठक में ए0आर0टी0ओ0 को निर्देशित करते हुए कहा कि कुम्भ मेला के दौरान यह सुनिश्चित करे कि डग्गामार बसे किसी भी दशा में न चलने पाए ऐसे बस मालिको को अपनी बसो की मरम्मत कराने तथा फिटनेस र्प्राप्त कर ही चलाने हेतु अनुमन्य किया जाए सभी प्राइवेट व सरकारी बसों/छोटे यात्री वाहनो में यह सुनिश्तिच किया जाए कि फाग लाइट लगाना अनिवार्य होगा। उन्होंने ए0आर0एम0 रोडवेज को पर्याप्त मात्रा में बस उपलब्ध कराने का निर्देश देने के साथ ही मीरजापुर व विन्ध्याचल रोडवेज सहित अस्थायी बसों के पार्किंग/होर्डिंग एरिया पर पेयजल, शौचालय, बुकिंग काउंटर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

कुम्भ मेला में भीड़ प्रबंधन हेतु बनाए जायेंगे अतिरिक्त पार्किंग

जिलाधिकारी ने कहा कि कुम्भ मेला में भीड़ प्रबंधन हेतु जनपद मीरजापुर में विन्ध्याचल, मेजा, प्रयागराज मार्ग पर एवं चील्ह तिराहा व गोपीगंज के मध्य कुम्भ में जाने वाली बसों/श्रद्धालुओं के रूकने हेतु अस्थायी पार्किंग/स्टैण्ड बनाए जा रहे है प्रयागराज में भीड़ को देखते हुए श्रद्धालुओं को कुछ समय के लिए यहां रोका जा सकता है ऐसे चिन्हित स्थलों पर सम्बन्धित अधिकारी पेयजल व्यवस्था, यात्रियों रूकने हेतु रैना बसेरा, खाना/नाश्ता हेतु स्टाल/दुकानों की व्यवस्था, शौचालय, अलाव आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि रूकने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न होने पाए।प्रमुख पर्वो पर विन्ध्याचल में जोनल सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा व्यवस्था

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 शिव प्रताप शुक्ल, एवं अपर पुलिस अधीक्षक को निर्देशित करते हुए कहा कि कुम्भ मेला में प्रमुख स्नान पर्वो/तिथियों 13, 14, 22 जनवरी 2025, 03 व 12 फरवरी 2025 तथा 26 मार्च 2025 को प्रमुख स्नान पर्व पर विन्ध्याचल में भी श्रद्धालुओं के भीड़ बढ़ने की सम्भावना को देखते हुए जोनल सेक्टर मजिस्ट्रेट तथा पुलिस अधिकारी/पुलिस बल की तैनाती की जाए ताकि श्रद्धालु सुचारू ढंग से स्नान/दर्शन कर सकें। उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को निर्देशित करते हुए कहा कि नवरात्र मेला की भाति पार्किंग व्यवस्था को सक्रिय किया जाए तथा पूरे मन्दिर परिसर विन्ध्याचल क्षेत्र में साफ सफाई कर्मियों की तैनाती की जाए।

बैठक में ए0डी0आर0एम0 रेलवे प्रयागराज, अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल ओम प्रकाश सिंह, उप जिलाधिकारी सदर गुलाब चन्द्र, मड़िहान युगांतर त्रिपाठी, चुनार राजेश वर्मा, लालगंज आसाराम वर्मा, डिप्टी कलेक्टर भरत लाल सरोज सहित सभी विभागो के अधिकारी उपस्थित रहें।

थानागद्दी में सिर कूंची मिली लाश हड़कंप,नृशंस हत्या से इलाके में दहशत

जौनपुर। थानागद्दी चौकी क्षेत्र अंतर्गत बुधवार की सुबह अधेड़ की लाश मिलने से हड़कंप मच गया,सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।मालूम हो कि थानागद्दी बाजार निवासी असलम पुत्र अलाउद्दीन दो दिन से लापता था,घर वाले ढूंढ रहे थे कि बुधवार की सुबह अज्ञात लाश मिलने की सूचना मिली, प्रत्यक्ष दर्शियों ने सूचना अलाउद्दीन को दी। मौके पर पहुंचे परिवार ने शव को शिनाख्त असलम के रूप में की। असलम का चेहरे व शरीर पर चोट के कई निशान थे जिसे देखकर लग रहा था। क्रूरता की हदें पार करते हुए असलम को मृत्यु के घाट उतारा गया है। मामले में क्षेत्राधिकारी ने बताया कि परिजनों से तहरीर प्राप्त कर अभियोग पंजीकृत कर लिया गया हैं।

लापरवाह दरोगा के चलते,क्षेत्र में अपराध बेकाबू

थानागद्दी चौकी इंचार्ज विद्यासागर सिंह अपनी लचर कार्यशैली की वजह से चर्चा में बने रहते हैं,दरोगा का गाली व पैसे मांगने का ऑडियो भी वायरल हुआ। लेकिन ऊंची पैठ के चलते कुर्सी बच गई। दरोगा का सोशल मीडिया पर सम्मान ग्रहण करते समय फोटो जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हैं। जिसपर लिखा हैं कि दरोगा विद्यासागर सिंह उत्तर प्रदेश लोक सेवक आचरण अधिनियम 1956 के नियम 5 की धज्जी उड़ा रहे हैं। दरोगा निजी व राजनीतिक कार्यक्रमों में सम्मिलित होकर शासन व नियम को पंगु कर रहे हैं। बल्कि अन्य नियमों को भी तार- तार करते रहते हैं।

दरोगा विद्यासागर के पंद्रह दिन की कार्यशैली

25 नवंबर को दरोगा विद्यासागर पर आरोप लगाते हुए पिपरसाथ के विशाल ने हलधरपुर थाने पर तहरीर दी कि नशे में धुत होकर दो अंगूठी, व सोने की चैन को छिन लिया.हालांकि स्थानीय पुलिस की कृपा से दरोगा बच गए। 9 दिसंबर की रात में बमबावन के किसान जनार्दन की भैंस चोर लेके चले,दरोगा ने अभियोग दर्ज नहीं किया,मामला दब गया।

11 दिसंबर को खून से लथपथ अधेड़ की लाश मिली

नाम न छापने की शर्त पर लोगों ने बताया कि दरोगा विद्यासागर सिंह पहले सिपाही थे,बड़ी मस्क्कत करके दरोगा बने,फिर मिन्नतों के बाद चौकी का प्रभार मिला। जिसे दरोगा किसी भी तरह से भुनाना चाहते हैं,क्योंकि महज कुछ दिन में रिटायर हो जाएंगे। इसके लिए हर भरशक प्रयास कर रहे हैं,जिससे रुपया बटोरा जा सके। रिटायरमेंट के बाद का जीवन सुगमता पूर्वक चल सके। इसलिए चौकी इंचार्ज लोगों के निजी कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए एक निश्चित रकम लेते हैं। जिससे कि उनके अवैध कामों को संरक्षण दे सके। जिसके लिए बकायदा एक कार्यक्रम भी आयोजित करवाते हैं। जिसमें बतौर अतिथि शामिल होते हैं। खाकी में रहने के कारण कोई व्यक्ति उलझना नहीं चाहता। जिससे दरोगा का मनोबल दिनों दिन बढ़ रह रहा हैं। क्षेत्र में एक के बाद एक अपराध भी बढ़ रहे हैं।