रतौंधी, अंधेपन व कुपोषण से बचाव के लिए शुरू हुआ विटामिन ‘ए’ सम्पूरण कार्यक्रम

गोरखपुर,। अंधेपन व कुपोषण से बचाव और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने व उनकी वृद्धि के लिए जिले में बुधवार से विटामिन ‘ए’ सम्पूरण कार्यक्रम शुरू किया गया। इसके तहत एक माह तक नियमित टीकाकरण के सभी सत्र स्थलों पर नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाई जाएगी । इस अभियान का जिला स्तरीय शुभारंभ चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) से ब्लॉक प्रमुख वंदना सिंह और एडी हेल्थ डॉ एनपी गुप्ता ने किया। संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य डॉ बीएम राव, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ धनंजय कुशवाहा और स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी मनोज कुमार ने भी उद्घाटन कार्यक्रम में बच्चों को दवा पिलाया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि जिले के सभी ब्लॉक स्तरीय अस्पतालों से इस अभियान का शुभारंभ स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में किया गया। विटामिन ‘ए’ की पहली खुराक आधा चम्मच (एक एमएल) नौ माह पर दी जाती है, जबकि दूसरी खुराक एक चम्मच (दो एमएल) एक वर्ष की आयु के बाद दी जाती है। नौ माह से पांच वर्ष की उम्र तक कुल नौ बार बच्चे को विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाई जानी अनिवार्य है। सभी पात्र बच्चों को यह दवा पिलाई जा सके, इसके लिए तीन जनवरी तक यह अभियान चलेगा। क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता की मदद से नजदीकी टीकाकरण सत्र स्थल पर अपने पाल्य को ले जाकर यह दवा एएनएम की मदद से पिलाई जा सकती है। इस दवा से निमोनिया और डायरिया से भी बचाव होता है। साथ में यह मीजिल्स होने की स्थिति में मृत्यु दर और जटिलता को कम करती है।

सीएमओ डॉ दूबे ने बताया कि जिले के 594 उपकेंद्रों, तेईस शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, एम्स, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, रेलवे एवं जिला महिला अस्पताल में नियमित टीकाकरण स्थल पर अभियान के दौरान दवा पिलाई जाएगी। जिले में नौ माह से पांच वर्ष तक के करीब 5.76 लाख बच्चों को दवा पिलाई जानी है। इनमें नौ से बारह माह के करीब 65000 बच्चे, एक से दो वर्ष तक के करीब 1.23 लाख बच्चे और और दो से पांच वर्ष तक के 3.88 लाख बच्चे शामिल हैं। यह दवा सभी पात्र बच्चों को निर्धारित मात्रा में सरकारी खर्चे पर पिलाई जाती है।

उद्घाटन के मौके पर चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रफुल्ल कुमार राय, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ विनय, डॉ अमरनाथ, डॉ वीके सिंह, डॉ पवन कुमार, डॉ श्वाति, बीपीएम गगन, लोकेंद्र, रुदल, यूनिसेफ संस्था के प्रतिनिधि चिरंजीव आदि प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।

5.53 लाख बच्चों ने पी थी दवा

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा ने बताया कि यह अभियान वर्ष में दो बार चलता है। पिछले वर्ष जून में चले अभियान के दौरान 5.53 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई गई थी। दवा पूरी तरह से सुरक्षित और असरदार है ।

टीकाकरण और दवा सेवन सुरक्षित

चरगांवा पीएचसी पर सबसे पहले विटामिन ‘ए’ की दवा का सेवन करने वाली 16 माह की बच्ची ऋषिका की मां अल्का (30) ने बताया कि नियमित टीकाकरण व इस दवा का सेवन बच्चों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। उनकी बच्ची इससे पहले भी यह दवा पी चुकी है। उनका मायका गोरखपुर के गंगानगर मोहल्ले में है। वह पीएचसी पर बच्ची के टीकाकरण के लिए ही आई थीं। इसी दौरान उनकी बच्ची को अधिकारियों द्वारा इस दवा का सेवन कराया गया।

हाफिजे मिल्लत का मनाया उर्स, बच्चे पुरस्कृत

गोरखपुर। तुर्कमानपुर स्थित मकतब इस्लामियात में बुधवार को दीनी तालीम के लिए एशिया में अलग पहचान रखने वाली अरबी यूनिवर्सिटी अल जामियतुल अशरफिया मुबारकपुर के संस्थापक हाफिजे मिल्लत हज़रत शाह अब्दुल अज़ीज़ अलैहिर्रहमा का 50वां उर्स-ए-पाक अदब ओ एहतराम के साथ मनाया गया। बच्चों ने किरात, तकरीर, नात व मनकबत पेश‌ की। अतिथियों ने बच्चों को पुरस्कृत किया।

उलमा किराम ने हाफिजे मिल्लत की दीनी व दुनियावी ख़िदमात पर रोशनी डाली। अध्यक्षता करते हुए मुफ्ती-ए-शहर अख़्तर हुसैन मन्नानी ने कहा कि हाफिजे मिल्लत पूरे तौर पर शरीअत के आमिल थे। लोगों को शरीअत समझाने वाले थे और अमल कराने वाले भी थे। अपनी पूरी ज़िंदगी अल्लाह, रसूल और इंसानों की सेवा में गुजार कर दीन और दुनिया दोनों में अपना नाम रोशन कर लिया। आपका पैगाम था कि "ज़मीन के ऊपर काम, ज़मीन के नीचे आराम" यानी जब तक इंसान ज़िंदा रहे दीन-ए-इस्लाम, मुल्क व इंसानियत की सेवा कर नेक अमल करता रहे ताकि मौत के बाद कब्र में चैन व सुकून हासिल हो सके।

नायब काजी मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी ने कहा कि हाफिजे मिल्लत ने कौम की दीनी और दुनियावी रहनुमाई की। मदरसा मिस्बाहुल उलूम को अरबी यूनिवर्सिटी अल जामियतुल अशरफिया का रूप दिया। आपने तौहीद, इत्तेहाद व इत्तेफाक का संदेश दिया, ताकि पूरी दुनिया में तौहीद, इत्तेहाद व इत्तेफाक का माहौल बने और अमन शांति कायम हो सके। हाफिजे मिल्लत 20वीं सदी की अजीम शख्सियत थे। उन्होंने तालीम व तरबियत के मैदान में बड़ा कारनामा अंज़ाम दिया।

अंत में अमन ओ सलामती की दुआ मांगी गई। शीरीनी बांटी गई। उर्स में कारी अनस रज़वी, मौलाना दानिश रज़ा अशरफी, हाफिज अशरफ रज़ा, हाफिज रहमत अली निजामी, शिफा खातून, फिजा खातून, गुल अफ्शा, सना, सानिया, अब्दुल समद, मो. सफियान, मो. शाद, मो.‌ सलीम, अदीबा, सना, सानिया, कनीज़ फातिमा, रहमत अली, नूर फातिमा, अहमद आतिफ, इंजमाम खान, अफीना खातून, मो. शायान, मो. अरीब, मो. साकिब, मो. अली, मो. फरहान आदि मौजूद रहे।

पुराने आलू को केमिकल के जरिए बनाया जा रहा है नया आलू

गोरखपुर। आलू का सीजन चल रहा है और बाजार में ने आलू की आवक हो रही है पुराने आलू की डिमांड ना होने की वजह से धंधेबाज अब पुराने आलू को केमिकल के जरिए नया आलू बनाने का खेल कर रहे हैं जो मानव जीवन के लिए हानिकारक है असिस्टेंट फूड कमिश्नर डॉ. सुधीर कुमार सिंह के निर्देशन व मुख्य सुरक्षा अधिकारी हितेंद्र मोहन त्रिपाठी के कुशल मार्गदर्शन में कार्य करते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी शैलेंद्र श्रीवास्तव अंकुर मिश्रा के साथ महेवा मंडी में छापेमारी की गई टीम ने वहां से 180 कुंतल आलू बरामद किया गया। केमिकल के जरिए पुराने आलू को नए आलू बनाकर बेचा जा रहा था इसके साथ ही टीम ने सहजनवा में खेसारी की दाल बेचने की शिकायत पर छापेमारी की गई वहां से नमूने संग्रहित कर प्रयोगशाला हेतु जांच के लिए भेजा गया है ।

असिस्टेंट फूड कमिश्नर डॉ सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि महेवा मंडी में छापेमारी के दौरान यह पाया गया कि पुराने आलू को केमिकल के जरिए नया आलू बनाकर बाजार में बेचा जा रहा है प्रथम दृष्टिया जांच में पाया गया है कि इसमें केमिकल का इस्तेमाल किया गया है पूछताछ के दौरान कारोबारी ने बताया कि यह बाराबंकी और उन्नाव से आलू आया हुआ है पुराने आलू को जमीन में गड्ढा करके उसमें केमिकल मिलाकर बूट से कूचलकर उसके छिलके को छुड़ाकर लाल रंग की मिट्टी मिलाकर बाजार बेचने का कारोबार कर रहे हैं इसके मुख्य ठिकाने तक भी जल्दी पहुंच जाएगा उन्होंने उपभोक्ताओं को मौके पर जागरूक भी किया कि आलू की खरीद के समय उसकी जांच परख जरूर कर ले पानी में भीगने पर अगर छिलका रह जाता है या आलू को दबाकर भी चेक किया जा सकता है अगर आलू दब रहा है तो इसका मतलब पुराना आलू है आदि तमाम तरीके से उसकी जांच पर की जा सकती है फिलहाल मौके पर 180 कुंतल आलू को नष्ट किया गया है केमिकल के प्रयोग से आंत और लीवर पर इसका असर पड़ सकता है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है नमूने संग्रहित का प्रयोगशाला हेतु जांच के लिए भेजा गया है जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे विधिक कार्रवाई की जाएगी।

अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस समारोह का हुआ भव्य समापन

गोरखपुर। सीआरसी गोरखपुर द्वारा अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के उपलक्ष्य में पिछले दो दिनों से आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के बीच आज निबंध लेखन, पोस्टर मेकिंग और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के साथ अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस समारोह का भव्य समापन हो गया। आज के कार्यक्रम में बीआरडी नर्सिंग कॉलेज के प्रशिक्षु, डॉ कनकलता त्रिपाठी महाविद्यालय के बीएड संकाय के प्रशिक्षु और सीआरसी गोरखपुर के मानव संसाधन विकास कार्यक्रम के प्रशिक्षुओं ने प्रतिभाग किया।

निबंध लेखन में बीआरडी नर्सिंग कॉलेज की कविता ने प्रथम, अंकिता गौतम ने द्वितीय और सीआरसी गोरखपुर की सोनम यादव ने तृतीय, पोस्टर मेकिंग में बीआरडी नर्सिंग कॉलेज की मानसी सिंह ने प्रथम, सीआरसी गोरखपुर की शिवानी चौधरी ने द्वितीय बीएससी नर्सिंग की आरची मौर्या ने तृतीय स्थान, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के लिए मनोज शुक्ला बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रथम, अविनाश सिंह सीआरसी गोरखपुर द्वितीय तथा डॉ कनकलता त्रिपाठी महाविद्यालय गोरखपुर की वंदना निषाद ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।

बता दें सीआरसी गोरखपुर ने इस बार अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का संचालन 2 दिसंबर से कर रहा था जिसमें पहले दिन दिव्यांगता जागरूकता रैली, नुक्कड़ नाटक दूसरे दिन दिव्यांगजनों हेतु ट्राई साइकिल, मोटराइज्ड ट्राई साइकिल, व्हीलचेयर रेस जैसी विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं और आज के दिन विभिन्न शैक्षिक प्रतियोगिताओं के साथ इस कार्यक्रम का समापन हो गया। सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कार्यक्रम की सफलता पर शुभकामना देते हुए कहा कि शिक्षा जगत, चिकित्सा शिक्षा और पुनर्वास जगत के प्रशिक्षुओं को एक प्लेटफार्म पर लाकर उनको इस तरीके से प्रतियोगिता में शामिल करना समावेशन का अप्रतिम उदाहरण है और इस तरीके से दिव्यांगता पुनर्वास की जागरूकता समाज के अलग-अलग वर्गों तक आसानी से पहुंचाई जा सकेगी। इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक विजय गुप्ता, राजेश कुमार यादव, सुश्री संध्या सिंह आदि ने कार्यक्रम में अपना सहयोग दिया। इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर के सभी अधिकारी और कर्मचारी गण मौजूद रहे।

छत से घर में घुसे चोरों ने नकदी समेत लाखों के गहने चुराए

सिकरीगंज गोरखपुर।थाना क्षेत्र के फरेनियां खुर्द गांव में अज्ञात चोरों ने छत के रास्ते घर में घुस कर बड़ी चोरी की घटना को अंजाम दिया। फरेनियां खुर्द गांव के निवासीगिरीराज सिंह बीती रात एक मांगलिक कार्यक्रम में सिकरीगंज गए थे इसी प्रकार उनके पुत्र विभव सिंह लखनऊं एक मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। इस दौरान घर में सिर्फ एक अकेली महिला विद्यावती देवी पत्नी गिरीराज सिंह मौजूद थीं। बीती रात अज्ञात चोरों ने घात लगाकर घर में घुस कर 10 हजार रुपए नकद सहित कीमती गहनों और दस्तावेजों से भरा बाॅक्स उठा ले गए। उन्हें जैसे ही घटना की जानकारी हुई तत्काल 112 नंबर पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी गई। साथ ही सिकरीगंज थाने में पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई गई है।

बताया गया कि बाॅक्स में सोने का बना कान का टप्स, झाला, 2 अंगूठी एक लाकेट, एक चैन, चांदी की लगभग 300 ग्राम की पाजेब, पायल, रजिस्टर्ड वसीयत के दस्तावेज, पासपोर्ट, सर्टिफिकेट समेत जरूरी कागजात रखे हुए थे,जिसे चोर उठा ले गए। देर शाम मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष सिकरीगंज ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने केस दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है।

खादी प्रदर्शनी में बाप बड़ा न भईया, सबसे बड़ा रूपईया के नाटक का मंचन हुआ

गोरखपुर। 15 दिवसीय मण्डल स्तरीय खादी तथा ग्रामोद्योग प्रदर्शनी चम्पा देवी पार्क-गोरखपुर में आयोजित है। प्रदर्शनी में प्रतापगढ़ के अचार मुरब्बा, सीतापुर के दरी, भदोही के कालीन, जम्मू कश्मीर के ड्राई फ्रूट, उत्तराखण्ड के सदरी जैकेट, भागलपुर बिहार के सिल्क, पटियाला के तिल्ला जुती, कन्नौज के धूप बत्ती, लखनऊ के चिकन इम्ब्राइडरी, राजस्थान (बीकानेर) के पापड़, बड़ी, भुजिया, नमकीन, इटावा के चूर्ण, कानपुर के लेदर, सहारनपुर का फर्नीचर घरेलू वस्तुएं एवं अन्य ग्रामोद्योगी उत्पाद के अतिरिक्त माटीकला के अन्तर्गत उत्पादित वस्तुए व अन्य राज्यों जनपदों से आये हुए उत्पाद रियायती दर पर उपलब्ध है।

खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में चौथे दिन मंगलवार को मंडल स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में सांस्कृतिक संगम सलेमपुर की ओर से नव्य इंडिया इंटरटेनमेंट के सौजन्य से मानवेंद्र त्रिपाठी के निर्देशन में नाटक बाप बड़ा न भईया सबसे बड़ा रुपया का मंचन चंपा देवी पार्क रामगढ़ ताल गोरखपुर में किया गया। विभिन्न भूमिकाओं में नाटक के कलाकारों ने अपनी उल्लेखनीय भूमिका से दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी। नाटक के कथानक में धन दौलत के लालच में व्यक्ति मानवीय संवेदना को तार तार करता नजर आता है। जानवरों से भी बद्तर मनोवृति दिनों दिन मनुष्यता की पहचान बनती जा रही है।

गांव के दो जमींदारों की कहानी। जो एक अजनबी लाश को अपने-अपने खेत में होने से इनकार करते हैं। लेकिन जब पता चलता है उस लाश के नाम एक बड़ी धनराशि जुड़ी हुई है। तो इस लाश को महापुरुष की लाश तक कहने से नहीं चूकते हैं। पैसे के लोभी समाज के ऐसे लोग मानवता एवं मनुष्यता की हर सीमा को लांघकर सारे रिश्ते-नाते, मनुष्यता और मानवता को कलंकित कर रहे हैं। आज के वर्तमान सामाजिक स्थिति को देखते हुए नाटक व्यंग के माध्यम से समाज को एक बड़ा मैसेज देता है। इस नाटक में मल्लू नाम का पियक्कड़ जो समाज में बदनाम है। लेकिन उसके अंदर मानवीय गुण आज भी विद्यमान है।

वह चरित्र समाज के लिए आईना है। ऐसे समसामयिक, शिक्षाप्रद विषय से सजा यह नाटक समाज को एक बड़ा संदेश देता है। नाटक में मल्लू शराबी-पारितोष कुमार, जमींदार 1, नवनीत जायसवाल, जमींदार 2, मनीष श्रीवास्तव, अलोपी (लटैत 1), राधेश्याम गुप्ता, रमई (लटैत 2), सनी सिंह, सोनू (ग्रामीण), विजय सिंह, शहरी युवक गोपाल, अनिल गौर, लाश-पंकज कुमार, गंगा राधेश्याम की भूमिका में रहे जबकि मेक अप राधेश्याम का रहा। मंच संचालन नवीन पाण्डेय ने किया। नाटक के समापन पर परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी ए0के0 पाल ने कलाकारों को सम्मानित किया और नव्य इंडिया इंटरटेनमेंट के चेयरमैन नवीन पाण्डेय ने आगंतुकों को धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रदर्शनी में तीन दिनों में 16.50 लाख की बिक्री हो चुकी है।प्रदर्शनी में प्रतिदिन गीत संगीत का कार्यक्रम होता रहेगा। आप लोग इन कलाकारों के कार्यक्रम का लुफ्त उठायें। खादी बोर्ड की तरफ से प्रमोद श्रीवास्तव, मार्कण्डेय सिंह, विजय कुमार, शिवेन्द्र सिंह, आरिफ समेत अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।

लड़की को भगाने का वांछित आरोपित भेजा गया जेल

सिकरीगंज गोरखपुर।लड़की को बहला फुसलाकर भगाने वाले वांछित अभियुक्त को पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। बीते 23 जुलाई को लड़की की मां की तहरीर पर सिकरीगंज पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 326/2024 में बीएनएस की धाराओं 137(2),61(2),127(2), 131 में केस दर्ज किया गया था। वांछित आरोपित ऋषिकेश पुत्र सुभाष गौंड़ 19 वर्ष निवासी बारीगांव की तलाश में थी, जिसे थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस टीम ने उसरैन तिराहे से आज दिन में 11 बजे गिरफ्तार किया था। विधिक कार्रवाई के बाद उसे जेल भेज दिया गया।

"महिलाओं मे आत्मनिर्भरता से ही एक मजबूत समाज खङा हो सकता है: प्रो पूनम टण्डन, कुलपति

दीनदयाल उपाध्याय, गोरखपुर विश्वविद्यालय के कृषि एवं प्राकृतिक विज्ञान संस्थान में मिशन शक्ति फेज 5 के तहत कृषि छात्रों के व्यक्तित्व विकास के लिए सात दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। आज 3 दिसंबर को प्रतिभागी छात्राओं के प्रमाण पत्र वितरण के लिए एक समारोह आयोजित किया गया था।18 नवंबर 2024 को कृषि विभाग, दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर में नांदी फाउंडेशन (महिंद्रा प्राइड क्लासरूम) की तरफ से"महिलाओं के लिए रोजगार कौशल पर 7 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम" का उद्घाटन किया गया था।

इस ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्देश्य छात्राओं को व्यापक रूप से प्रशिक्षित करना तथा उनके स्किल को विकसित करना था। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन थीं। उन्होंने कृषि विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ भारत मे कल्चरल कम्युनिटी बनाकर छात्रों की ऊर्जा को चैनेलाइज करने का सुझाव दिया। उन्होंने भारत को कृषि प्रधान देश बताते हुए कृषि के छात्रों को फार्म प्रैक्टिस के लिए प्रोत्साहित किया ह्णउन्होंने संस्थान के विकास के साथ-साथ छात्रों के प्लेसमेंट की बातों पर विशेष चर्चा की। उन्होने कहा कि हमे किसी भी प्रकार के वाद मे नही पङना चाहिए लेकिन बराबरी का दर्जा जरूर मिलना चाहिए।

मिशन शक्ति फेस 5 की नोडल अधिकारी प्रोफेसर विनीता पाठक ने मिशन शक्ति फेज 5 के बारे मे विस्तार से बताया। उन्होने मानसिक स्तर पर नागरिकों को मजबूत तथा जागरूक होने पर जोर दिया। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों द्वारा महिलाओं की वर्तमान स्थिति तथा उसमें सुधार के सुझाव दिए। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के निदेशक प्रोफेसर शरद कुमार मिश्र के स्वागत उद्बोधन से हुआ। उन्होंने इसके बाद कृषि एवं प्राकृतिक विज्ञान संस्थान के फार्मलैण्ड मे हो रही गतिविधियों को प्रदर्शित करने हेतु, इस वर्ष हुई फॉर्म प्रैक्टिस पर एक वीडियो भी प्रस्तुत की । कार्यक्रम में प्रति कुलपति प्रोफेसर शांतनु रस्तोगी द्वारा मिशन शक्ति फेस 5 के कार्यक्रम की सराहना करते हुए आने वाले समय में भी ऐसे कार्यक्रमों को करने की बात कही।

हिंदी विभाग के प्रोफेसर तथा एथलेटिक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विमलेश कुमार मिश्र द्वारा कई साहित्यिक कविताओं के माध्यम से स्त्री की वर्तमान स्थिति पर चर्चा एवं उसे स्थिति को सुधारने के लिए सुझाव प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में पद्म श्री प्रो रामचेत चौधरी, निदेशक पीआरडीएफ ने भी छात्रों को सम्बोधित किया। कार्यक्रम के अन्त मे प्रो चौधरी ने अपने 50 साल की वैज्ञानिक यात्रा का बहुत रोचक वर्णन किया। उनके व्याख्यान से छात्र बहुत उत्साहित रहे। प्रो चौधरी ने कालानमक चावल और सुनहले शकरकंद पर उनकी संस्था द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे मे बताया। छात्रों को कृषि अनुसंधान के लिए प्रोत्साहित करते हुए अपनी जिज्ञासा बनाए रखने की बात की। कार्यक्रम में प्रतिभागी छात्राओं द्वारा पर्सनैलिटी डेवलपमेंट प्रोग्राम के अनुभवों को भी साझा किया गया। कार्यक्रम में एमएससी एक्सटेंशन के छात्र ऋषिकेश यादव ने भोजपूरी मे महिला शस्त्रीकरण पर गीत सुनाकर सबको मोहित कर लिया तथा बी एस सी कृषि की छात्रा सृष्टि सिंह द्वारा शास्त्रीय नृत्य का प्रस्तुतिकरण सांस्कृतिक कार्यक्रम के अन्तर्गत किया गया जो की नारी सशक्तिकरण पर आधारित था। सृष्टि सिंह ने मॉ दुर्गा पर आधारित एकल नृत्य प्रस्तुत कर सम्मोहित कर लिया।

कार्यक्रम में पंजीकृत छात्राओं को व्यक्तित्व विकास के लिए आयोजित कार्यशाला को सफलतापूर्वक सम्पन्न के उपरान्त कुलपति द्वारा प्रमाणपत्र वितरित किए गये।कार्यक्रम का सफल समन्वय डॉक्टर नूपुर सिंह, संचालन डॉक्टर सरोज चौहान तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ मोनालिसा साहू ने किया।कार्यक्रम में कृषि एवं प्राकृतिक संस्थान के डॉ मोहम्मद ताल्हा अंसारी डॉक्टर, अनुपम दुबे, डॉक्टर रूद्राजय मिश्रा, डॉक्टर पांडुरंग, तथा अन्य शिक्षक उपस्थित थे।

जमीनी रंजिश में गोली मारकर हत्या

गोरखपुर कगोरखपुर में जमीनी विवाद में हत्या हो गई। दो पक्षों के बीच कई दिनों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। मंगलवार को विवाद इतना बढ़ गया कि एक पक्ष ने अपने लाइसेंसी असलहे से दूसरे पक्ष पर फायरिंग कर दी। जिसमें रामधनी निषाद (55) की गोली लगने से मौत हो गई।

घटना के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। घटना गीडा इलाके के अमटौरा गांव की है। सूचना पर पहुंची रामधनी को अस्पताल ले गई। लेकिन, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि पीड़ित परिवार से जो भी तहरीर मिलेगी, उसके आधार पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

एक दिन पहले भी हुआ था विवाद

दरअसल, गीडा इलाके के अमटौरा गांव के रहन पटेश्वरी सिंह और रामधनी निषाद में जमीन को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था। आसपास के लोगों के मुताबिक, सोमवार की रात भी दोनों पक्षों में जमकर विवाद हुआ था। इस दौरान रामधनी ने पटेश्वरी सिंह की पत्नी पर डंडे से हमला कर दिया था। जिसमें महिला घायल हुई थीं।

पुलिस ने करा दिया था समझौता

ग्रामीणों का कहना है कि मामला पुलिस के पास भी पहुंचा था लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय दोनों पक्षों में समझौता करा दिया। लेकिन, आरोप है कि मंगलवार की दोपहर भी दोनों पक्षों में एक बार फिर विवाद हो गया। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि पटेश्वरी सिंह के बेटे टिकलू सिंह ने अपने लाइसेंसी असलहे से फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें रामधनी निषाद को गोली लगी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

गोली मारने के बाद हमलावर मृतक के घर में तोड़फोड़ किए और घर के बाहर छप्पर और अन्य सामान में आग लगा दिए। जिससे पूरे गांव में अफरा तफरी मच गई। फिलहाल पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दी है और मामले की पड़ताल में जुट गई है।

मृतक के बेटे का आरोप-हमलावरों से मिली है पुलिस

घटना के बाद मृतक के बेटे ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि कल विवाद के बाद जब फोन किया गया तो एक घंटे के बाद पुलिस पहुंची थी, फिर भी कार्रवाई नहीं की गई। कार्रवाई की गई होती तो आज मेरे पिता की हत्या नहीं होती। बेटे का आरोप है कि गीडा पुलिस हमलावरों से मिली हुई है। सभी वीडियो मौजूद हैं, जो सामने लाया जाएगा।

तहसील मुख्यालय में श्रद्धा पूर्वक मनाया गया अधिवक्ता दिवस

खजनी गोरखपुर। तहसील परिसर में स्थित बार एसोसिएशन सभागार में अधिवक्ताओं के द्वारा देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए नमन किया। इस अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में उपस्थित अधिवक्ताओं ने अपने पेशे के महत्व और जिम्मेदारियों पर विस्तृत चर्चा की।

अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता शैलेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि अधिवक्ता समाजिक न्याय व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।बार के पूर्व अध्यक्ष महेश प्रसाद दूबे ने बताया कि डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 को बिहार राज्य के सीवान जिले के जीरादेई गांव में हुआ था। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता दिवस न्याय प्रशासन में कानूनी पेशेवरों की महत्वपूर्ण भूमिका के साथ ही कानून के शासन को बनाए रखने के लिए उनके समर्पण की याद दिलाता है।

अधिवक्ताओं को अपने पेशे के प्रति निष्ठावान और ईमानदार होना चाहिए तथा समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों की मदद करनी चाहिए और उनके अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए। कार्यक्रम को अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। मौके पर सभी अधिवक्ताओं ने वादकारियों को सुगम न्याय दिलाने का सामूहिक संकल्प लिया।

इस अवसर पर बार के अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह, ईश्वर सिंह, रामवृक्ष यादव, रामप्रीत यादव, यदुवंश लाल, विनोद कुमार पांडेय, के.के. सिंह, अनूप सिंह, कामेश्वर प्रसाद, संजय पांडे, कृष्णानंद शुक्ला, दीपक मिश्र, अच्युतानंद मिश्र, प्रमोद तिवारी सहित बार के सभी अधिवक्ता मौजूद रहे।