नवभारत निर्माण ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान संस्कृति कार्यक्रम का हुआ आयोजन

गोरखपुर। विश्व दिव्यांग दिवस उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृत संस्थान संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश व नवभारत निर्माण ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में नवभारत केंद्र (नार्मल पुलिस चौकी, गोरखपुर ) में आज विश्व दिव्यांग दिवस पर सौ से ज्यादा मूक बधिर बच्चों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित विभिन्न प्रतियोगिताएं (कुर्सी दौड़, बैडमिंटन, चित्रकला ) आयोजित हुई े कार्यक्रम में चित्रकला थकाता एवं विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं कई घंटों तक चली । दोपहर 1 बजे कार्यक्रम के अतिथि कर द्वारा दीप प्रज्ज्वलन करने के पश्चात कार्यक्रम के संचालक सरिता सिंह द्वारा ई अतिथिगण का सम्मान हेतु सशक्त मंच पर आमंत्रित किया गया ।

कार्यक्रम के संरक्षक- नितेश शुक्ला व नवभारत निर्माण ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी विक्रमादित्य नारायण सिंह समेत अभिषेक तिवारी गोलू, पूजा गुप्ता द्वारा कार्यक्रम के अतिथियों -

०मुख्य अतिथि युवा कल्याण विभाग के उप निदेशक अजय त्रिवेदी

०विशिष्ट अतिथि गोरखपुर के डाइट प्रिंसपल अभिषेक पांडेय

०सुधा मोदी,

०मूक बधिर विद्यालय के प्रिंसिपल श्रवण कुमार संग नीलम कुरि, विनय व अन्य का सम्मान किया गया ।

कृतिका गुप्ता , महेंद्र यादव व अंजली गुप्ता द्वारा सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किया गया ।

कुर्सी दौड़, बैडमिंटन संग सांस्कृतिक कार्यक्रम के कलाकारों को पुरस्कृत करते हुए मुख्य अतिथि युवा कल्याण विभाग के उप निदेशक अजय त्रिवेदी ने कहा उन्हें इस बात का हर्ष हो रहा की युवा कल्याण विभाग द्वारा स्वामी विवेकानंद यूथ अवार्ड से सम्मानित विक्रमादित्य इतने कम उम्र में दिव्यांग जनों के नि:श्वार्थ सेवा भाव से लगे हुए हैं ।

उन्होंने कहा की दिव्यांग जनों के अनुकूली खेलों में भाग लेने के लाभ के बारे में बताया की ऐसे खेल दिव्यांग जनों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार जिसमें मनोदशा और स्वास्थ्य भी शामिल है लाते हैं , मांसपेशियों की ताकत और सहनशक्ति में वृद्धि ,अवसाद और चिंता के लक्षणों में कमी व सामाजिक जीवन और पारिवारिक जीवन में सुधार लाते हैं ।

संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मौत पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव की निवासी विवाहिता बबिता पत्नी विवेकानंद 28 वर्ष की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। बबिता की बहन के लड़के संगम प्रजापति के द्वारा मौत की सूचना पुलिस को दी गई। सोमवार को मौके पर जांच के लिए पहुंचे थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा और क्षेत्राधिकारी उदय प्रताप सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और परिवारजनों से पूछताछ के बाद शव को कब्जे में लेकर पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिले पर भेज दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार बीती रात लगभग 7 बजे मृतका अचानक गिर पड़ी उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार में मृतका की  देवरानी कुसुम श्वसुर रामवृक्ष प्रजापति 70 वर्ष रहते हैं। जबकि पति दुबई में रह कर मेहनत मजदूरी करता है तथा देवर दिल्ली में पेंट पॉलिश का काम करता है। मृतका 6 वर्ष के बेटे अंकुर तथा 3 वर्ष की बेटी आस्था की मां थी तथा अपनी देवरानी श्वसुर व बच्चों के साथ गांव में रहती थी।

मायके के लोगों ने फंदा लगाकर हत्या किए जाने का आरोप लगाया है किन्तु खजनी थाने में अभी कोई तहरीर नहीं दी गई है। वहीं पुलिस के अनुसार प्रथमदृष्टया घटनास्थल पर गले में फंदा लगाए जाने जैसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है।थानाध्यक्ष ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद मौत की वजह स्पष्ट होगी।
आशिकी में प्रेमिका के घर पहुंचे युवक की पिटाई

खजनी गोरखपुर।बांसगांव थाना क्षेत्र के एक गांव का निवासी मनचला युवक ज्यादातर खजनी थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली अपनी मौसी के घर आता जाता रहता है। उसी गांव की निवासी एक युवती के साथ एक तरफा आशनाई के फेर में युवक बीती रात उसके घर जा पहुंचा, युवती के परिवारजनों ने देर रात घर में खटपट की आवाज सुनी तो बाहर निकल पड़े और युवक को पकड़कर उसकी पिटाई कर दी। मामला खजनी थाने में पहुंचा युवक ने अपने साथ हुई मारपीट की शिकायत की तो युवती के परिजनों ने छेड़खानी का आरोप लगाया।


फिलहाल दिनभर दोनों पक्षों के बीच बातचीत चलती रही, पिटने वाले युवक की स्थिति एक तरफ कुंआं तो दूसरी ओर खाई जैसी हो गई। यदि मारपीट की शिकायत दर्ज कराए तो छेड़खानी का मामला भी दर्ज होना था। ऐसे में दोनों पक्षों से स्थानीय लोगों ने लड़की की बदनामी का हवाला देते हुए सुलह समझौते का प्रयास शुरू कर दिया। थाने में दिनभर दोनों पक्षों के बीच बातचीत चलती रही।थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने बताया कि तहरीर मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
सिकरीगंज पुलिस को मिली कामयाबी 2 बाइक चोर धराए

सिकरीगंज गोरखपुर।पुलिस के हांथ बड़ी सफलता लगी मुखबिर की सूचना पर चोरी की बाइक के साथ दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों की शिनाख्त गुड्डू प्रसाद पुत्र पड़ोही प्रसाद निवासी ग्राम अहिरौली खुर्द थाना सिकरीगंज तथा
विनोद कुमार पुत्र पुण्य देवराम निवासी ग्राम पादरी बाजार मोहनापुर यादव टोला थाना शाहपुर के रूप में की गई। थानाध्यक्ष कमलेश कुमार के निर्देश पर दोनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 527/2024 में बीएनएस की धारा 317(2) में केस दर्ज कर विधिक कार्रवाई की गई।
अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस की पूर्व संध्या पर जन-जागरूकता रैली और नुक्कड़ नाटक का आयोजन

गोरखपुर। अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस की पूर्व संध्या पर सीआरसी गोरखपुर द्वारा एक जन-जागरूकता रैली और नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। जन-जागरूकता रैली सीआरसी गोरखपुर से शुरू होकर बीआरडी मेडिकल कॉलेज होते हुए सीआरसी गोरखपुर वापस आई। इसमें तीन जगह  सीआरसी गोरखपुर के मुख्य द्वार, बीआरडी कॉलेज के मुख्य द्वार और बीआरडी कॉलेज के पिछले द्वार पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया।

दिव्यांगता जागरूकता को लेकर आयोजित इस नुक्कड़ नाटक में बताया गया कि दिव्यांगता अभिशाप नहीं है, अपितु दिव्यांगजनों की क्षमता को पहचान करके उनको समाज में समावेशित करना है। मीडिया कर्मियों से बात करते हुए सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि दिव्यांगता की जागरूकता के संदेश को समाज के अंतिम व्यक्ति तक  पहुंचाने के लिए इस रैली और नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में दिव्यांगजन उनके अभिभावक गण और मानव संसाधन विकास के प्रशिक्षुओं ने प्रतिभाग किया है। कार्यक्रम समन्वयक विजय गुप्ता, राजेश कुमार यादव और सुश्री संध्या सिंह ने कार्यक्रम की तैयारी में अग्रणी भूमिका निभाई। इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर के सभी अधिकारी और कर्मचारी गण उपस्थित रहे।
सिर्फ रक्त और यौन सम्पर्क से फैलता है एड्स, मरीज के साथ रहने में खतरा नहीं-सीएमओ


गोरखपुर। एड्स का एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रसार सिर्फ रक्त और यौन सम्पर्क से होता है । इस बीमारी के मरीज के साथ रहने में कोई खतरा नहीं है । लोगों को एड्स मरीजों के साथ भेदभाव का बर्ताव नहीं करना चाहिए बल्कि उनके साथ सामान्य जीवन जीना चाहिए। अगर आसपास कोई एचआईवी मरीज है तो उसे टीबी की जांच के लिए अवश्य प्रेरित करें, क्योंकि ऐसे मरीजों में टीबी के कारण जटिलताएं बढ़ सकती हैं।

यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने कहीं। उन्होंने एक दिसम्बर को मनाये गये विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को जनजागरूकता रैली को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया । इस मौके पर हस्ताक्षर अभियान का भी आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों लोगों ने हस्ताक्षर कर जन जागरूकता का संकल्प लिया। रैली जब टाऊहाल स्थित गांधी प्रतिमा पहुंची तो वहां नुक्कड़ नाटक का आयोजन कर समुदाय में जनजागरूका का संदेश दिया गया। रैली में स्कूली शिक्षकों, विद्यार्थियों, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम से जुड़े कर्मियों, किन्नर समाज के लोगों और स्वयंसेवी संगठनों ने भी हिस्सा लिया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि एड्स के प्रति समाज में कई तरह के मिथक व भ्रांतियां हैं। इस कारण लोग मरीजों के साथ भेदभाव करते हैं। समाज में इन भ्रांतियों का खंडन कर जागरूकता संदेश देना जरूरी है। लोगों को बताना होगा कि एड्स मरीज के साथ बैठने, सामान्य मेल मिलाप, हाथ मिलाने, एक ही बर्तन में खाना खाने व पानी पीने, मच्छर या खटमल काटने से, एक दूसरे का कपड़ा एवं एक ही शौचालय का इस्तेमाल करने से, एक ही सवारी गाड़ी का इस्तेमाल करने से, एक साथ खेलने से, एक ही तरण ताल में नहाने से, चुम्बन करने से, एक ही फोन व आॅफिस का इस्तेमाल करने से, खांसने या छींकने से, पैसे एवं सामान के आदान प्रदान से और गले मिलने से एड्स का संक्रमण नहीं होता है  इस बीमारी का संक्रमण संक्रमित पुरुष के वीर्य, महिला के योनि स्राव, रक्त व मां के दूध के सम्पर्क में आने से होता है। कंडोम के साथ सुरक्षित यौन सम्बन्ध और संक्रमित के रक्त को शरीर में प्रवेश से रोकने के उपायों के जरिये इसके वायरस से बचा जा सकता है।

सीएमओ ने बताया कि एचआईवी से एड्स की अवस्था में पहुंचने में पांच से दस साल तक का समय लग जाता है । इस बीच समय से लक्षणों की पहचान कर दवाओं के नियमित सेवन, डॉक्टरी सलाह और खुद की देखभाल से इस समयावधि को बढ़ाया जा सकता है । एड्स के प्रमुख लक्षणों में वजन घटना, एक महीन से अधिक बुखार आना और एक महीने से अधिक दस्त रहना शामिल हैं। लगातार खांसी, चर्म रोग, मुंह एवं गले में छाले होना, लगातार सर्दी एवं जुकाम, लसिका ग्रंथियों में सूजन व गिल्टी होना, याददाश्त खोना, मानसिक क्षमता कम होना और शारीरिक शक्ति का कम होना इसके सामान्य लक्षण हैं ।

जनजागरूकता रैली शास्त्री चौक, टाउनहाल और घोष कंपनी चौराहा होते हुए जिला क्षय रोग केंद्र पर सम्पन्न हुई। रैली में उप जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव, पीपीएम समन्वयक एएन मिश्रा, मिर्जा आफताब बेग, स्वच्छता ब्रांड अम्बेस्डर निशा किन्नर, टीबी एचआईवी कोआर्डिनेटर राजेश, डीपीसी धर्मवीर प्रताप, एसटीएस मयंक, अमित कुमार, गोबिंद, मनीष, संजय सिन्हा, सद्दाम, अमित मिश्रा,आकांक्षा, माधुरी त्रिपाठी, अर्चना, ममता, सरिता सिंह, एडी इंटर कॉलेज से प्रज्ञा सिंह, माया, पल्लवी, शीतल, पूजा, साक्षी, फलक, डीएवी डिग्री कॉलेज के सहायक आचार्य डॉ मनोज, शिक्षिका डॉ प्रतिभा गुप्ता, सम्पूर्ण सुरक्षा क्लिनिक, ज्योति ग्रामीण कल्याण संस्थान, सृष्टी सेवा संस्था, अमर शाहिद संस्थान और सीएससी संस्थाओं के प्रतिनिधिगण मौजूद रहे। एडी इंटर कॉलेज, डीएवी डिग्री कॉलेज और जुबिली इंटर कॉलेज के बच्चों ने रैली के दौरान एचआईवी एड्स संबंधित स्वनिर्मित पोस्टर के जरिये जागरूकता का संदेश दिया।

5672 मरीजों का चल रहा है इलाज

सीएमओ ने बताया कि जिला एड्स नियंत्रण अधिकारी डॉ गणेश यादव की देखरेख में जिले में 5672 एचआईवी संक्रमित मरीज दवा लेकर सामान्य जीवन जी रहे हैं ।  कुल 47 एचआईवी संक्रमित गर्भवती हैं जिनके सुरक्षित प्रसव के इंतजाम किये जा रहे हैं। 57 मरीज ऐसे हैं जिन्हें एचआईवी के साथ टीबी भी है । टीबी मरीज के एचआईवी ग्रसित होने की आशंका ज्यादा होती है, इसलिए प्रत्येक टीबी मरीज की एचआईवी जांच भी कराई जाती है ।

विभाग करवाता है जांच

सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक टीबी मरीज की एचआईवी जांच करवाता है। एचआईवी की पुष्टि होने पर टीबी और एचआईवी की दवा साथ साथ चलती है । ऐसा करने से एचआईवी ग्रसित टीबी मरीज ठीक हो जाता है और उसका जटिलताओं से भी बचाव होता है । निजी अस्पतालों में इलाज करवाने वाले टीबी मरीजों को भी चिकित्सक की सहमति से इस जांच की सुविधा सरकारी अस्पतालों में दी जा रही है । एचआईवी ग्रसित टीबी मरीजों के जीवनसाथी की भी जांच कराई जाती है । प्रत्येक एचआईवी मरीज को टीबी से बचाव की दवा खिलाई जाती है। इस वर्ष 316 एचआईवी मरीजों को टीबी से बचाव की दवा खिलाई गई। जिन टीबी मरीजों को एचआईवी भी है, उनके टीबी का इलाज पूरा होने के बाद उन्हें भी छह माह तक टीबी से  बचाव की दवा खिलाते हैं। लेकिन अगर ऐसे मरीज ड्रग रेसिस्टेंट टीबी मरीज हैं तो उन्हें बचाव की दवा नहीं खिलाई जाती है।
भगवान राम के मर्यादित आचरण अपनाएं किंतु कृष्ण के नहीं-शिवेंद्र कृष्ण


खजनी गोरखपुर।भगवान श्रीराम का आदर्श और मर्यादित जीवन चरित्र सभी के लिए अनुकरणीय है, इसीलिए भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र का अनुसरण करने की सलाह दी जाती है। किंतु भगवान श्रीकृष्ण के जीवन चरित्र की नकल करना मनुष्यों के लिए संभव नहीं सिर्फ 6 दिन की आयु में पूतना जैसी राक्षसी का वध करने वाले कृष्ण भगवान के जीवन चरित्र का अनुसरण नहीं किया जा सकता। भगवान श्रीकृष्ण का जीवन चरित्र अत्यंत गूढ़ है प्रेम और भक्ति से ही इसे समझा जा सकता है।

कस्बे में चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन व्यासपीठ से अयोध्या से पधारे कथा व्यास शिवेन्द्र कृष्ण ने भगवान नरसिंह के अवतार भक्त प्रह्लाद हिरण्यकश्यप वध तथा भगवान श्रीराम श्रीकृष्ण के अवतारों की कथा का विस्तार सहित वर्णन किया। कृष्ण जन्म की कथा सुन कर उपस्थित श्रोता झूमने लगे संगीतमय कथा में बधाई गीतों और सोहर गीतों की धुनों पर लोग देर रात तक थिरकते रहे। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की मनमोहक झांकी सजाई गई।

इस अवसर पर मुख्य यजमान गिरीश दत्त उपाध्याय, बृजराज मिश्र, हृदय तिवारी, दिनेश तिवारी, चंद्रभूषण राम तिवारी, राम कृष्ण पाठक, जयप्रकाश तिवारी, गौरीश उपाध्याय, राम संजीवन तिवारी, प्रफुल्ल कुमार, प्रियाकांत, हरिओम, रूद्रांश सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग महिलाएं और बच्चे उपस्थित रहे।
युवक ने जबरन युवती का होंठ काट कर घायल किया, केस दर्ज

खजनी गोरखपुर।अपने भाई और मामा के साथ शादी में जयमाल की रश्म में शामिल होने के बाद अपने घर वापस लौट रही युवती को रास्ते में एक गली में जबरन खींच कर उसके साथ छेड़खानी करने और होठों को काट कर लहुलुहान करने वाले दो मनचले युवकों के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

थाना क्षेत्र के एक गांव के निवासी युवती के भाई ने थाने में दी गई तहरीर में बताया कि परिवार के साथ गीडा थाना क्षेत्र के नगवां में एक शादी में शामिल होने गए थे, जयमाल की रश्म खत्म होने के बाद वह अपनी बहन और मामा के साथ घर वापस लौट रहे थे रास्ते में एक गली में नगवां गांव के निवासी दो मनचले युवकों कृपाशंकर और रोलू उर्फ मनीष सिंह ने उनकी बहन को पीछे से खींच लिया और छेड़खानी करने लगे तथा उसके होंठों को काट कर लहुलुहान कर दिया।

महिला अपराध से जुड़े मामले में थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा के निर्देश पर पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 462/2024 में बीएनएस की धाराओं 74,118(1) में महिला की लज्जा भंग करने और चोट पहुंचाने की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।

अनुभवी व जिम्मेदार कार्यकर्ता को बनायें मण्डल अध्यक्ष: केदार नाथ सिंह

गोरखपुर। भारतीय जनता पार्टी संगठन पर्व सक्रिय सदस्यता एवं संगठनात्मक चुनाव को लेकर गोरखपुर जिला इकाई द्वारा बैठक का आयोजन एम०एम०एम० इंजीनियरिंग कॉलेज के पास एक रिसार्ट में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि पूर्व विधान परिषद सदस्य/जिला चुनाव अधिकारी गोरखपुर केदार नाथ सिंह उपस्थित थे।

बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह ने किया।संचालन जिला सह चुनाव अधिकारी नरेंद्र सिंह एवं राजाराम कन्नौजिया ने किया।

बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला चुनाव अधिकारी केदार नाथ सिंह ने कहा कि देश से लेकर पुर प्रदेश में भाजपा के लिये अनुकूल का वातावरण है जिसका एकमात्र कारण भाजपा सरकार द्वारा किया जा रहा विकास से है। ऐसे में सामाजिक समीकरण को ध्यान में रखते हुए मंडल चुनाव अधिकारी मंडल का चुनाव सम्पन्न करायें और उसके बाद जिले का चुनाव होगा। जिनको मण्डल चुनाव अधिकारी की जिम्मेदारी मिली है संगठन की दृष्टि से उनकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होगी प्रयास रहे मंडल अध्यक्ष पद पर अनुभवी व जिम्मेदार कार्यकर्ता को मंडल अध्यक्ष के रूप में चयन हो। उन्होंने बताया कि मण्डल अध्यक्ष के लिए कम से कम दो बार का सक्रिय सदस्य होना जरूरी है वही उम्र कम से कम 35 वर्ष व अधिकतम 45 वर्ष के बीच होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व द्वारा निर्धारित मानक को देखते हुए मण्डल अध्यक्षों का चयन करें जिससे सशक्त संगठन का निर्माण हो सके।

बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह ने कहा कि मण्डल व शक्तिकेन्द्र चुनाव अधिकारी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नेतृत्व ने यदि दिया है तो निश्चित ही संगठनात्मक चुनाव को पूरी निष्ठा व ईमानदारी से सभी मंडल चुनाव अधिकारी अपने मंडल में निवास करें एवं शक्ति केंद्र चुनाव अधिकारी से संपर्क कर बूथ का गठन करें ताकि जल्द से जल्द मंडल का चुनाव संपन्न हो। मजबूत संगठन का निर्माण कर हमें देश व प्रदेश में लगातार भाजपा सरकार बनानी है जिससे विश्व मे देश मान सम्मान निरंतर बढ़े,सशक्त व समृद्ध हो,विश्वगुरु बने।

बैठक को विधायक कैंपियरगंज फतेहबहादुर सिंह ने भी सम्बोधित किया।

बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष मार्कंडेय राय, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री राधेश्याम सिंह, महंत सिंह, सबल सिंह पालीवाल, हरिकेश राम त्रिपाठी, ब्रह्मानंद शुक्ला, मनोज शुक्ला, छोटेलाल मौर्य, सदानंद शर्मा, जगदीश चौरसिया, शत्रुघ्न कसौधन, चंद्रवाला श्रीवास्तव, मंजू सिंह, जनार्दन श्रीवास्तव, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवीन पाण्डेय, इंद्र निगम, सूरज निगम, सन्दीप विश्वकर्मा, ब्लॉक प्रमुख संजय सिंह, शशि प्रताप सिंह, मंडल अध्यक्ष व महामंत्री गण, मंडल चुनाव अधिकारी गण, शक्ति केंद्र अधिकारी, मोर्चों के जिलाध्यक्ष गण एवं वरिष्ठ कार्यकर्ता, पदाधिकारी मौजूद रहे।

बच्चों में टीबी खोजने और त्वरित इलाज के लिए प्रशिक्षित हुए चिकित्सक

गोरखपुर। बच्चों में टीबी के कारण होने वाले जोखिम और मृत्यु दर को कम करने के लिए जिले के 26 चिकित्सकों को तैयार किया गया है। इनमें से बीस सरकारी क्षेत्र के चिकित्सा अधिकारी हैं जो ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य कर्मियों का संवेदीकरण करेंगे ताकि अधिक से अधिक बाल टीबी रोगी खोजे जाएं और उन्हें त्वरित उपचार मिल सके। वहीं, छह निजी क्षेत्र के बाल रोग विशेषज्ञों को भी प्रशिक्षित किया गया है जिनकी मदद से अधिकाधिक बाल टीबी रोगी खोजे जाएंगे। यह जानकारी जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी (डीटीओ) डॉ गणेश यादव ने दी।

डीटीओ डॉ यादव ने बताया कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सहयोगी संस्था वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर (डब्ल्यूएचपी) की मदद से बच्चों में टीबी निदान, उपचार और प्रबन्धन संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। इसका शुभारंभ कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ अजीत कुमार यादव, डीटीओ गोरखपुर और इंडियन एकेडमी आॅफ पीडियाट्रिशियन के अध्यक्ष डॉ एनके जायसवाल ने किया। सरकारी अस्पताल के चिकित्सा अधिकारियों को मास्टर ट्रेन के तौर पर प्रशिक्षित किया गया है। राज्य स्तर से मास्टर ट्रेनर के तौर पर प्रशिक्षित डीटीओ गोरखपुर और डॉ अजीत कुमार यादव ने प्रशिक्षण दिया है।

प्रशिक्षण के दौरान चिकित्सकों को बताया गया कि बच्चों में टीबी की पहचान कठिन होती है। ऐसे में सीबीनॉट और माइक्रोबायलोजिकल जांच को बढ़ा कर बच्चों में टीबी का पता लगाना है। इसके लिए समुदाय स्तर पर आशा, आंगनबाड़ी, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, सभी सरकारी अस्पतालों के चिकित्सा अधिकारी और निजी अस्पतालों के चिकित्सक प्रमुख सहयोगी हो सकते हैं। टीबी का लक्षण दिखने पर बच्चों की त्वरित जांच कराई जानी चाहिए। शीघ्र पहचान और सम्पूर्ण इलाज से बच्चों को टीबी से मुक्त कराया जा सकता है। अति कुपोषित बच्चों और टीबी के गैर उपचाराधीन मरीजों के निकट सम्पर्की बच्चों में टीबी होने की आशंका कहीं अधिक होती है।

इस अवसर पर डब्ल्यूएचपी के जिला प्रबंधक संदीप कुमार कौशल, डीपीसी धर्मवीर प्रताप, पीपीएम समन्यवक एएन मिश्रा, मिर्जा आफताब बेग, रामेंद्र श्रीवास्तव, आकाश गोबिंद राव और अनिता सिंह प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।

खिलाते हैं बचाव की दवा

पीपीएम समन्यवक अभय नारायण मिश्र ने बताया कि जिन टीबी मरीजों के निकट सम्पर्क में छह वर्ष तक के बच्चे होते हैं, अगर इन बच्चों में टीबी के लक्षण नहीं है तब भी छह माह तक इन बच्चों को टीबी से बचाव की दवा खिलाई जाती है। अगर लक्षण होते हैं तो टीबी की जांच कराते हैं, नहीं तो बिना जांच के ही बचाव की दवा खिलाई जाती है। इस वर्ष 2640 बच्चों को टीबी से बचाव की दवा खिलाई गई है।

लक्षणों के प्रति रहें सतर्क

डीटीओ डॉ गणेश यादव ने बताया कि अगर बच्चे का तेजी से वजन गिर रहा है, दो सप्ताह से अधिक की खांसी है, भूख नहीं लग रही है, रात में पसीने के साथ बुखार हो, सीने में दर्द, बलगम में खून आ रहा हो या सांस फूल रही हो तो टीबी की जांच अवश्य कराई जानी चाहिए।