दो राज्यों की उत्पाद विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से तीसरी के कारीपहाड़ी जंगलों में की छापेमारी, 350 लीटर अवैध महुआ शराब के साथ 8.6 टन जावा महुआ



तिसरी गिरीडीह

तिसरी में अवैध देशी महुआ शराब के निर्माण के विरुद्ध दो राज्यों के उत्पाद विभाग ने छापेमारी अभियान चलाया है। आपको बता दें बिहार के नवादा जिले के उत्पाद विभाग की टीम और गिरिडीह उत्पाद विभाग की टीम रविवार को तिसरी पहुंची, जिसके बाद लोकायनयनपुर थाना एवं थानसिंहडीह ओपी की पुलिस के साथ मिलकर लोकाय थाना क्षेत्र के कारीपहाड़ी जंगलों ने छापेमारी किया। इस दौरान न सिर्फ उन्हें द्वारा अवैध शराब निर्माण में प्रयोग किए जाने वाले उपकरणों को जब्त किया गया, साथ ही चूलाई किए गए 350 लीटर अवैध महुआ शराब एवं 8600 किलोग्राम जावा महुआ को जब्त किया गया है। साथ ही अवैध चलाई शराब कारोबारी के विरुद्ध फ़रार अभियोग दर्ज किया गया। आपको बता दें उक्त छापेमारी ड्रोन के मदद से की गई है। छापामारी दल का नेतृत्व गिरिडीह उत्पाद विभाग के अवर निरीक्षक रवि रंजन के द्वारा किया गया है। जबकि छापामारी दल में उनके अलावा लोकायनयनपुर थाना प्रभारी अमित कुo चौधरी, थानसिंहडीह ओपी प्रभारी निरज कुमार, नवादा जिले के उत्पाद मद्य निषेद विभाग के अवर निरीक्षक राजेश कुमार पटेल एवम् सशस्त्र बल के जवान एवम् अन्य शामिल थे।
अधिकारियों एंव जनप्रतिनिधियों के लापरवाही से जनता के पैसा कूड़े में हुवे तब्दील, जानें क्या है पुरा मामला

तिसरी, गिरीडीह
गिरीडीह जिले के तिसरी प्रखंड में इन दिनों जनता का पैसा भरपुर दुरुपयोग किया जा रहा है कहीं सरकारी फंड से शौचालय के भवन बनाए गए हैं तो कहीं अस्पताल लेकिन उसमे जड़ा ताला होने के कारण कर्मियों के मजदूगी नही होने के कारण यह सभी बेकार पड़े हुवे है. ऐसा ही एक मामले की अगर बात करें तो तिसरी चौक के समीप वर्ष 2020 में लोगों के लिए बनाए गए शौचालय भवन अब कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया है.हैरानी की बात यह है कि इस शौचालय के निर्माण के बाद से अब तक कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी इससे देखने आ चूके है लेकिन शौचालय भवन के गेट में जड़े ताले को खुलवाने की किसी ने जहमत नहीं उठाई, जिस कारण यह शौचालय न तो आने जाने वाले राहगीरों के और ना ही स्थानीय दुकानदारों का काम आ रहा है वहीं इसके उलट शौचालय के द्वार के बाहर कूड़े के ढेर लग जाने के कारण और वही लोगों द्वारा पेशाब कर दिए के कारण फैली दुर्गंध से आस पास के लोगों का वहां रहना दूभर होता जा रहा है। आपको बता दे शौचालय को चालु कराने को लेकर कई बार स्थानीय लोगों ने अपना आवाज भी उठाया है और कई बार इसे पेपर और टीवी चैनल के माध्यम से प्रसारित किया गया है जिससे पूर्व में तिसरी प्रखंड मुख्यालय पदस्थापित बीडीओ एवं खोरिमहुआ अनुमंडल में पदस्थापित एसडीएम भी जांच के लिए यहां आए थे, लेकिन अब तक न तो वे शौचालय में लगे ताले को खुलवा सके और न ही उसे लोगों के प्रयोग में लाया जा सका। अब स्थिति यह हो गई है कि उक्त शौचालय का भवन भी जर्जर होता जा रहा है। ऐसे में यह कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा कि अगर यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस मामले को गंभीरता से लेते तो आज न सिर्फ जनता के पैसों की बरबादी होने से बचता बल्कि आने जाने वाले महिलाओं एवं राहगीरों को भी शौच जाने में किसी प्रकार का कोई परेशानी नहीं होता। वही इस मामले को लेकर बीडीओ मनीष कुमार से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें शौचालय बंद होने की कोई जानकारी नहीं है। अब उन्हें जानकारी मिल रही है तो जांच कर शौचालय को चालु करवाने का प्रयास करवाया जायेगा।
बाबूलाल की जीत की खुशी में पलमरुआ और चंदौरी बाजार में निकाला गया विजय जुलू


तिसरी गिरीडीह राजधनवार विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल मरांडी की प्रचंड जीत कि खुशी में सोमवार दोपहर को चंदौरी मंडल द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुरे जश्न के साथ विजय जुलूस निकाला। जिसमें मुख्य रूप से बाबूलाल मरांडी के पुत्र स्नातन मरांडी उपस्थित थे यह जुलूस पलमरुआ से निकल कर नैयाडीह होते हुए चंदौरी पूरे बाजार भ्रमण किया गया।इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता सुन चंपा, सुन तारा, कोई जीता तो, हारा गाने पर डीजे पर नाचते थिरकते गाते नजर आए। वहीं बता दें कि जय श्री राम के नारे से पुरा क्षेत्र गूंज मय हो उठा और खूब पटाखे फोड़े गए। जुलूस के पूर्व एक दूसरे को मिठाई खिला कर जीत की बधाई दिया गया वही पूर्व चंदोरी मंडल अध्यक्ष रविंद्र पंडीत ने कहा ये जीत हम सब जनता की जीत है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राजधनवार से प्रचंड बहुमत से जीत हासिल किए हैं जिसके खुशी में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा जश्न मनाया जा रहा है इस मौके पर जिला मंत्री मनोज यादव, मंडल अध्यक्ष सुनिल साव, सुनिल यादव, संजीत राम, बिकास मंडल सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे
अवैध शराब के विरुद्ध दो राज्यों के उत्पाद विभाग की टीम ने की छापेमारी

तिसरी, गिरिडीह

तिसरी के लोकाई नयनपुर एवं थानसिंहडीह ओपी क्षेत्र के कारी पहाड़ी जंगलों में अवैध शराब को लेकर दो राज्यों के उत्पाद विभाग की टीम के साथ स्थानीय पुलिस ने छापेमारी अभियान चलाया है। इस दौरान छह टन जावा महुआ एवं 350 लीटर अवैध चुलाई शराब को नष्ट किया गया है।

बता दें यह कार्रवाई तिसरी के लोकाई नयनपुर थाना प्रभारी अमित कुमार चौधरी के नेतृत्व में किया है। जबकि गिरिडीह उत्पाद विभाग एवं बिहार के नवादा जिले के उत्पाद विभाग की टीम भी संयुक्त रूप से शामिल रही। इस दौरान घने जंगलों को खंगालने के लिए ड्रोन का भी मदद लिया गया है।
माले के मिलन समारोह में बाबूलाल के खिलाफ गरजे पूर्व विधायक राजकुमार यादव एंकर
तिसरी प्रखंड के खटपोंक पंचायत में माले कार्यकर्ता मदन यादव के नेतृत्व में मंगलवार को भाकपा माले का मिलन समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से धनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव उपस्थित रहे। वहीं कार्यक्रम के दौरान लगभग सैकड़ों लोगों ने अन्य पार्टी को छोड़कर माले का दामन भी थामा। कार्यक्रम के दौरान धनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा और कहा तिसरी प्रखंड में कोई भी काम बिना पैसा का नही होता है । सभी कामों को कराने के लिए प्रखंड के पदाधिकारियों को दक्षिणा चढ़ाना पड़ता है। लेकिन अफसोस है कि यहां के विधायक एक बार भी प्रखंड कार्यालय जाकर पदाधिकारियों को फटकार नही लगाते हैं, जिससे प्रखंड कार्यालय में पुरा लूट मची हुई है। इसके अलावा उन्होंने और भी कई मुद्दों प वहर वर्तमान विधायक बाबूलाल मरांडी को घेरा। साथ ही कहा कि यहां के वर्तमान विधायक आज तक क्षेत्र की समस्याओं को विधानसभा में नहीं उठाते हैं।
*खबर का असर* मरीजों का दोहन करने वाले लक्ष्मी अस्पताल का जांच करने पहुंचे तिसरी चिकित्सा प्रभारी एवं थाना प्रभारी

तिसरी, गिरिडीह
तिसरी के छठ तालाब रोड स्थित लक्ष्मी क्लिनिक में मरीजों के दोहन किए जाने के मामले में अब प्रशासन भी गंभीर होता नजर आ रहा है। तिसरी थाना प्रभारी रंजय कुमार एवं चिकित्सा प्रभारी डा देवव्रत कुमार पूरे मामले की जांच के लिए पहुंच गए हैं। इतना ही नहीं उनके द्वारा अस्पताल का सारा कागजात का मांग भी किया गया है। वहीं गत दिन प्रसूता महिला से प्रसव के नाम पर 32000 रुपए लिए जाने का कारण भी पूछा है। फिलहाल अस्पताल के संचालक को सारा दस्तावेज दिखाने एवं जवाब देने के लिए एक घंटे का समय दिया गया है। ज्ञात हो कि बुधवार को उक्त अस्पताल में प्रसूता महिला के प्रसव करने को लेकर 32000 रुपए लिए जाने का आरोप लगा था। साथ ही सेवाटांड़ की एएनएम पर उक्त प्रसूता का प्रसव सरकारी अस्पताल में न करवा कर उसे लक्ष्मी अस्पताल में भेजने का भी आरोप लगा था, जिसे हमने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। वहीं प्रसूता के ससुर ने भी लिखित आवेदन दे कर उचित कार्रवाई की मांग किए थे। जिसके बाद तिसरी थाना प्रभारी एवं चिकित्सा प्रभारी ने उक्त अस्पताल पहुंच कर जांच शुरू किए। अब यह देखना यह है कि पूरे मामले में चिकित्सा प्रभारी और थाना प्रभारी अस्पताल संचालक एवं एएनएम के विरुद्ध क्या कार्रवाई करते हैं?
लक्ष्मी अस्पताल के संचालक पर लगा लापरवाही का आरोप, जन्म से पहले ही हो गई शिशु की मौत



तिसरी  गिरिडीह
तिसरी के छठ तालाब रोड स्थित लक्ष्मी अस्पताल का विवादों से पुराना नाता है। इलाज के नाम पर मरीजों का दोहन करने का आरोप पहले भी लग चुके हैं। लेकिन इस बार इलाज के नाम पर दोहन करने के साथ साथ डाक्टर के लापरवाही से प्रसूता को मृत बच्चा होने का एवं पूरे पैसे का भुगतान नहीं करने पर प्रसूता को अस्पताल से नही जाने देने का भी आरोप भी लगा है। इसे लेकर प्रसूता के ससुर ईश्वर कामर ने लिखित आवेदन देकर तिसरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी से न्याय की गुहार लगाए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने सेवाटांड़ की एएनएम पर भी सरकारी अस्पताल में इलाज नहीं करवा कर डरा धमका का प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए भेजने का भी आरोप लगाया है। दिए आवेदन में उन्होंने लिखा है कि बीते दिन 23/9/24 को अपने बहु जीरवा देवी प्रसव कराने सेवाटांड़ उप स्वास्थय केन्द्र गई जहां एएनएम के द्वारा तिसरी स्थित प्राबिट लक्ष्मी हॉस्पिटल ले जाने का सलाह दी तब पश्चात मेने तसल्ली के लिए तिसरी स्वास्थय केन्द्र ले गया फिर पुनः सेवाटांड़ एएनएम द्वारा फोन पर डांट फटकार लगाते हुए लक्ष्मी हॉस्पिटल जानें कि बात कही जिसके बाद मैने तिसरी तालाब के पास लक्ष्मी हॉस्पिटल ले गए जहां डॉक्टर द्वारा आप्रेशन करने के नाम पर 32 हजार का मांग किया गया जो मैने 2 किस्तों में 20 हज़ार जमा किया जिसके बाद डॉक्टर द्वारा बिना आप्रेशन किए मुझे मृत बच्चा सौपते हुवे बाकी के 12000 मांग करने लगे पैसा नहीं देने पर डॉक्टर द्वारा छुट्टी नही दिया जा रहा है तो पीड़ित परिवार ने तिसरी चिकत्सा प्रभारी को लिखित आवदेन देकर जांच कर करवाई की मांग की है वही लक्ष्मी हॉस्पिटल संचालक ने कैमरा के सामने कुछ भी बोलने से साफ इंकार किया वही इस मामले को लेकर तिसरी चिकित्सा प्रभारी डा. देवव्रत कुमार ने कहा कि आवेदन प्राप्त हुए हैं जॉच कर दोषी पाए जाने पर निश्चित रूप से करवाई की जायेगी
 तिसरी में धड़ल्ले से की जा रही है अवैध महुआ शराब की चुलाई

तिसरी, गिरिडीहतिसरी के मनसाडीह ओपी क्षेत्र के कुंडी में इन दिनों घरों में धड़ल्ले से अवैध महुआ शराब का चुलाइ किया जा रहा है। हैरत की बात तो यह है कि यह अवैध चुलाइ मनसाडीह ओपी के लगभग चार किलोमीटर की ही दूरी पर किया जा रहा है, बावजूद इसके पुलिस द्वारा कोई कार्यवाई नहीं की जा रही है। बता दें कुंडी तिसरी प्रखंड के सुदूरवर्ती गांवों में से एक है और यहां से बिहार राज्य की सीमा नजदीक है। वहीं कुंडी के चूल्हन राय, कामेश्वर राय, सोभन राय, सुनील साव एवं मित्तन राय के घरों में महुआ का अवैध शराब का निर्माण किया जाता है, जिसे बाद में बिहार सप्लाई किया जाता है। इसके अलावा इन शराब को कुंडी, मनसाडीह, बिरनी, समेत आस पास के कई इलाकों में भी बेचा जाता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन शराब के निर्माण के दौरान प्रतिबंधित रसायनिक चीजों का भी प्रयोग किया जा रहा है, जिससे यह शराब जहरीली बन रही है और कई लोग इस शराब को पीने के बाद बीमार भी हो रहे हैं।
लोकाय पुलिस और वन विभाग की टीम ने माइका उत्खनन मुहाने का कराया डोजरिंग लोकाय पुलिस और वन विभाग की टीम ने माइका उत्खनन मुहाने का कराया डोजरिंग

तिसरी गिरीडीह
तिसरी: लोकाय नयनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत असुरहड्डी जंगल में शुक्रवार को लोकायनयनपुर थाना प्रभारी अमित कुमार चौधरी और वन विभाग के टीम ने संयुक्त अभियान चला कर, अवैध ढिबरा (माईका) उत्खनन के मुहाने का डोजरिंग कराया लगातार करवाई के बाद भी ढीबरा माफिया नही ले रहा है रूकने का नाम वही बता दें कि तिसरी प्रखंड से अवैध माइका का तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। टीम इलेवन बनाकर न सिर्फ माइका का अवैध खनन और परिवहन किया जा रहा है, बल्कि इसमें नाबालिग बच्चों के भविष्य को भी अंधेर में झोंकने में माइका माफिया बाज नहीं आ रहे हैं। इतना ही नहीं माइका माफिया प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने के लिए नयी-नयी तरकीब अपना रहे हैं। और इन माफियाओं की यह तरकीबें कामयाब भी हो रही है क्योंकि वर्तमान समय में अधिकांश पुलिस पदाधिकारियों का तबादला हो चुका है और लगभग थानों में नए पुलिस अधिकारी आए हैं और इन पुलिस पदाधिकारियों को माइका माफियाओं के तौर तरीके की जानकारी भी नहीं है। जिससे बड़े आसानी से ट्रैक्टर से लेकर बड़े ट्रकों द्वारा माइका कोडरमा जिले के डोमचांच भेजा जा रहा है। उन्हें पता है कि खनन विभाग घोड़े बेच कर सोया है और उनके द्वारा कोई कार्यवाई नहीं की जाएगी। इस कारण वे बेलगाम होकर धड़ल्ले से माइका का अवैध कारोबार कर रहे हैं। नाबालिग बच्चों का हो रहा है भविष्य बरबाद बता दें माइका के अवैध व्यापार से न सिर्फ प्रतिदिन सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का चुना लग रहा है, बल्कि जान खतरे में डालकर अवैध खनन करने के दौरान कई लोगों एवं नाबालिग बच्चों की जान भी गई है इसके बाद भी माफिया लगातार अवैध खनन कर माइका खपा रहे हैं। वहीं प्रखंड के सैंकड़ों से अधिक नाबालिग बच्चे अपनी पढ़ाई छोड़कर अपना भविष्य माइका चुनने और बेचने में बरबाद कर रहे हैं। माइका तस्करों ने किया टीम इलेवन का गठन सूत्रों के अनुसार पहले इस गोरख धंधा में दो दर्जन से अधिक लोग शामिल थे। सभी लोग अलग-अलग धंधा कर रहे थे। आगे बढ़ने के चक्कर में धंधेबाज एक-दूसरे की शिकायत स्थानीय प्रशासन से करते थे। इसके कारण कई माइका लदे ट्रक, ट्रैक्टर व अन्य वाहनों को प्रशासन जब्त कर चुका है। इससे माफियाओं को भी हानि होती थी। अब बड़े माइका तस्करों ने टीम इलेवन का गठन किया है। टीम ने दो ट्रक की खरीदारी की है। सभी मिलकर तस्करी करते हैं। इसके लिए एक वाहन रात भर रेकी करती है। वाहन के निर्देश के अनुसार ट्रक चलती हैं और उन्हें डोमचांच तक स्काउट करते हुए पहुंचा दिया जाता है। प्रशासन को चकमा देने के लिए माफिया अगल-अलग रास्ता चुनते हैं। इसके अलावा पांच-छह बाइक सवार सभी अलग अलग बाइक में भी बैठकर रेकी करते हैं। क्या कहते हैं रेंजर रेंजर अनिल कुमार ने कहा माइका माफिया के विरुद्ध लगातार करवाई किया गया है लेकिन तिसरी के माइका माफियाओं का मनोबल बढ़ा है. इसके बाद भी वन विभाग ऐसे लोगों को चिह्नित कर रही है. इसमें शामिल लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. अवैध धंधा करने वालों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा नहीं जायेगा. चिह्नित लोगों पर वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जायेगा.
तिसरी के प्राइवेट क्लिनिक में इलाज के नाम पर किया जा रहा है मरीजों का दोहन

तिसरी, गिरिडीह
तिसरी प्रखंड के भंडारी मार्ग स्थित छठ तालाब के समीप संचालित लक्ष्मी अस्पताल नामक निजी क्लीनिक के संचालक पर मरीजों द्वारा इलाज के नाम पर दोहन करने का आरोप लग रहा है। वहीं निजी क्लीनिक के रजिस्ट्रेशन को लेकर भी कई सवाल उठ रहे है। मिली जानकारी के अनुसार उक्त निजी क्लीनिक में कान के दर्द का इलाज कराने आई गरीब दलित महिला से जबरन इलाज के नाम पर खून जांच कर 1700 सौ रुपया का आर्थिक दोहन कर लिया गया है। इसी तरह से एक बच्चे को मामूली रूप से बुखार रहने पर नाना प्रकार की बीमारी बताकर 16 हजार रुपया ले लिया गया। जी हां यह मामला 12 सितंबर यानी गुरुवार का है। बता दें कि तिसरी प्रखंड के रानाडीह गांव की मालो देवी के कान में मामूली रूप से दर्द था। जिसका इलाज कराने वह किसी के कहने पर लक्ष्मी अस्पताल नामक क्लीनिक आई। जहां पर कान दर्द के इलाज के नाम पर उक्त महिला का खून जांच किया गया और खून जांच के एवज में उससे एक हजार सात सौ रुपया दोहन कर लिया गया और उस महिला को ना तो कोई दवा व सूई दिया गया और ना ही जांच रिपोर्ट ही दिया गया। इसी तरह का एक मामला और प्रकाश में आया है। तिसरी के भुराय गांव के विरेंद्र कुमार के 11 वर्षीय पुत्र को बुखार लगा था। विरेंद्र की पत्नी शांति देवी अपने बच्चे का इलाज कराने तिसरी के लक्ष्मी अस्पताल लाई थी। जहां पर उनके बच्चे को तीन दिनों के लिए भर्ती कर लिया गया और उससे दवा, सुई एवं बेड चार्ज के नाम पर 16 हजार रुपया ले लिया गया है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त अस्पताल में मामूली से लेकर गंभीर बीमारियों का भी इलाज किया जा रहा है। साथ ही गर्भपात भी कराया जाता है। इतना ही नहीं अगर अस्पताल में अगर किसी बीमारी का इलाज नहीं हो पाता है तो अस्पताल के कर्मी उक्त मरीज को दूसरे क्लिनिक में रेफर करते हैं, जहां उनका कमीशन भी बंधा होता है। वहीं अगर बात करें क्लिनिक की रजिस्ट्रेशन की तो संचालक का कहना है कि क्लिनिक का रजिस्ट्रेशन किया गया है। किंतु उक्त क्लिनिक का रजिस्ट्रेशन है तो किन शर्तों के साथ रजिस्ट्रेशन है और गंभीर बीमारियों का इलाज करने वाले डॉक्टर फर्जी और नौसीखिए है या ट्रेंड और डिग्री धारक यह जांच का विषय है।