कोर्ट ने SGST के दो अधिकारियों को 14 दिन की रिमांड पर भेजा जेल, सीबीआई ने रिश्वत लेते किया था गिरफ्तार

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में विशेष कोर्ट ने SGST के 2 अधिकारीयों को 14 दिन की जुडिशियल रिमांड में जेल भेज दिया है. रायपुर में पदस्थ सुपरिंटेंडेंट इलोंका मिंज और इंस्पेक्टर सौम्य रंजन मलिक को CBI ने रिश्वत मांगने के मामले मेंगिरफ्तार किया था. इसके बाद सीबीआई ने आज दोनों आरोपियों को विशेष न्यायालय में पेश किया, जिसमें कोर्ट ने दोनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है.

बैंक सुरक्षा और साइबर ठगी पर अंकुश लगाने SSP ने ली बैठक, बैंक अधिकारियों को दिए निर्देश

रायपुर-     SP डॉ. संतोष कुमार सिंह ने आज सिविल लाइन स्थित सी-04 भवन के सभाकक्ष में विभिन्न बैंकों के ब्रांच मैनेजरों और अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. बैठक के दौरान शहर में बैंक सुरक्षा और साइबर अपराध रोकने के उपायों पर चर्चा की गई. बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले, नगर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार और थाना प्रभारी रोहित मालेकर भी मौजूद रहे।

बैठक के प्रमुख बिंदु:

1. बैंक सुरक्षा उपाय:

- बैंकों में अलार्म सिस्टम हमेशा चालू रखने और समय-समय पर इसकी जांच करने के निर्देश दिए गए.

- प्रत्येक बैंक में सुरक्षा गार्ड की अनिवार्यता सुनिश्चित करने और उनके हथियारों का सत्यापन कराने की बात कही गई.

- बैंकों और एटीएम बूथ में फायर सिस्टम चालू हालत में रखने, सीसीटीवी कैमरों की पर्याप्त व्यवस्था और नियमित बैकअप डेटा बनाए रखने की हिदायत दी गई.

2. पुलिस सहयोग:

- अपराध संबंधी जानकारी और एटीएम बूथ की फुटेज पुलिस को त्वरित उपलब्ध कराने को कहा गया.

- संदिग्ध गतिविधियों और व्यक्तियों की जानकारी तुरंत नजदीकी पुलिस थाने में देने की अपील की गई.

3. केवाईसी अपडेट और वेरिफिकेशन:

- ग्राहकों के केवाईसी (KYC) को मजबूत करने और इसे फिजिकल वेरिफाई करने की आवश्यकता पर बल दिया गया.

4. संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर:

- बैंक या एटीएम में मुंह ढककर प्रवेश करने वालों को रोकने के लिए गार्ड को सख्त निर्देश दिए गए.

5. फ्रॉड और ठगी रोकथाम:

- साइबर ठगों द्वारा डिजिटल ठगी की घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई करने और ठगों के खातों को होल्ड करने की प्रक्रिया तेज करने की बात कही गई.

- फ्रॉड मामलों में पीड़ितों के खाते में धनराशि वापस कराने के लिए बैंकों से सहयोग मांगा गया.

6. ग्राहकों की सुरक्षा:

- साइबर ठगी का शिकार ग्राहक बैंक पहुंचते हैं, तो उनकी हरसंभव मदद करने और तत्काल पुलिस को सूचना देने का निर्देश दिया गया.

पुलिस-बैंक समन्वय की पहल

बैंक के ब्रांच मैनेजरों को पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर नवीन कार्य योजना तैयार कर ठगी सहित अन्य प्रकरणों में कार्य करते हुए जानकारियों का त्वरित आदान-प्रदान कर अपराधों को रोकने, पुलिस और बैंक मिलकर कैसे किसी अपराधी को पकड़ सकती है, कैसे किसी भी पीड़ित का पैसा त्वरित वापस कराया जा सकता है, इसे और बेहतर कैसे किया जा सकता है, इसके संबंध में चर्चा किया गया.

पुलिस इंस्पेक्टर पद पर प्रमोशन देने का फैसला बना गया हाई कोर्ट की नजीर, जानिए पूरा मामला…

बिलासपुर-   पुलिस इंस्पेक्टर को मिली एक साल की विभागीय लघु सजा पर जस्टिस संजय के अग्रवाल का फैसला छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट की नजीर बन गया है. हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि विभागीय छोटी सजा से प्रमोशन का सिर्फ एक वर्ष ही बाधित होगा. 

दरअसल, रायपुर निवासी एफडी साहू वर्ष 2012-2013 में जगदलपुर, बस्तर में पुलिस विभाग में सब इंसपेक्टर के पद पर पदस्थ थे. पदस्थापना के दौरान एक अपराध की विवेचना में लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिस महानिरीक्षक ने उन्हें लघुदण्ड से दण्डित किया गया. इसमें एक वेतनवृद्धि एक वर्ष के लिए असंचयी प्रभाव से रोकने का आदेश था, लेकिन एक वर्ष बाद लघुदण्ड का प्रभाव समाप्त हो जाने के पश्चात् भी एफडी साहू को इंसपेक्टर के पद पदोन्नत नहीं किया गया.

इससे क्षुब्ध होकर सब इन्सपेक्टर एफडी साहू ने अधिवक्ता अभिषेक पाण्डेय एवं पी.एस. निकिता के माध्यम से हाईकोर्ट के समक्ष रिट याचिका दायर की. अधिवक्ताओं ने हाईकोर्ट के समक्ष तर्क प्रस्तुत किया गया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दो अलग प्रकरणों में दिए गए फैसले का हवाला देते हुए बताया कि यदि किसी शासकीय अधिकारी/कर्मचारी को एक वर्ष की वेतनवृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने के दण्ड से दण्डित किया जाता है, तो दण्ड का प्रभाव समाप्त हो जाने पर उक्त शासकीय अधिकारी/कर्मचारी उच्च पद पर प्रमोशन एवं वेतनवृद्धि का पात्र है.

लेकिन याचिकाकर्ता के मामले में लघुदण्ड का प्रभाव समाप्त हो जाने के पश्चात् भी प्रमोशन नहीं दिया गया. बिलासपुर हाईकोर्ट के सीनियर जस्टिस संजय के. अग्रवाल की सिंगल बेंच में हुई सुनवाई में याचिका को स्वीकार कर लघु दण्डादेश का प्रभाव समाप्त हो जाने पर वर्ष 2016 से इंसपेक्टर के पद पर प्रमोशन, सीनियरटी एवं अन्य आर्थिक लाभ प्रदान करने का आदेश किया गया.

संगठन चुनाव की तैयारी में जुटे भाजपाई : अनुराग सिंहदेव ने कहा – छत्तीसगढ़ में भाजपा ने बनाया 60 लाख सदस्य, अगले महीने होगा जिलाध्यक्ष चुनाव

रायपुर-     छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव से पहले भाजपा कार्यालय में आज बीजेपी संगठन की बड़ी बैठक हुई. सदस्यता अभियान को लेकर प्रभारी अनुराग सिंहदेव ने कहा, भारतीय जनता पार्टी ने 86 दिनों में 60 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य पूरा किया. छत्तीसगढ़ भाजपा के लिए यह बहुत बड़ा अचीवमेंट है. भारतीय जनता पार्टी ने 15 लाख ऑफलाइन और 45 लाख ऑनलाइन मेंबर बनाए हैं. यह विश्वास का प्रतीक है. यह काम भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रियता का प्रमाण है.

संगठन चुनाव प्रभारी खूबचंद पारख ने कहा, प्रत्येक 10 वर्षों में संगठन का चुनाव होता है और सदस्य की दृष्टि से सक्रिय सदस्य बनाया जाता है. देश में अब तक 11 करोड़ सदस्य बन चुके हैं. संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. 15 से 20 तारीख के बीच में बूथों का चुनाव होना था. 24110 बूथों में 15000 बूथों का हो चुका है. 5 तारीख तक सभी बूथों में निर्वाचन होना है. इसके बाद 15 दिसंबर तक मंडलों का निर्वाचन होना है. जिले के चुनाव के लिए 30 तारीख निर्धारित की गई है.

मंडल और जिला अध्यक्ष के लिए उम्र की सीमा निर्धारित

पारख ने बताया, पार्टी का स्पष्ट निर्देश है कि युवा पीढ़ी को सक्रिय करना है. 35 से लेकर 45 वर्ष आयु सीमा के युवाओं को भाजपा मंडल अध्यक्ष बनाना है. जिले के लिए निर्वाचन में 45 से 60 वर्ष आयु सीमा निर्धारित है. उनकी टीम में किसी भी उम्र के लोग शामिल हो सकते हैं. एक शर्त यह भी तय किया गया है कि पार्टी का कोई भी मंडल अध्यक्ष या जिला अध्यक्ष जरूरी है कि वह पार्टी के किसी न किसी दायित्व में रहा हो. अनुभवी व्यक्ति को ही पार्टी का मंडल अध्यक्ष बनाया जाएगा. जिला अध्यक्ष के लिए बीजेपी का 6 साल सक्रिय सदस्य रहना अनिवार्य है. बूथ प्रमुखों से चर्चा करके एक नाम फाइनल होगा.

धान के अवैध परिवहन और भंडारण पर छापामार कार्रवाई, 30 क्विंटल धान जब्त

जांजगीर चांपा-    धान के अवैध परिवहन और भंडारण के खिलाफ प्रशासन की लगातार कार्रवाई जारी है. कलेक्टर आकाश छिकारा के निर्देश पर खाद्य, राजस्व एवं मंडी विभाग के संयुक्त दल ने अवैध धान के परिवहन एवं भंडारण करने वाले के विरुद्ध छापामार कार्रवाई की और 30 क्विंटल धान और 10 क्विंटल चावल जब्त किया.

फूड ऑफिसर कौशल साहू ने बताया कि वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने पर ग्राम पंचायत केरा के व्यापारी मनीष ट्रेडर्स के संचालक मनीष केशरवानी के गोदाम से 76 बोरी धान वजन 30.40 क्विंटल जब्त कर मंडी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई. मारूति किराना स्टोर केरा रोड जांजगीर से खाद्य विभाग की टीम ने 24 बोरी में कुल 9.51 क्विटल चावल जब्त किया. इस किराना दुकान के संचालक दीपक अग्रवाल पिता रमेश अग्रवाल एवं रवि अग्रवाल पिता रमेश अग्रवाल हैं.

छत्तीसगढ़ पीडीएस कंट्रोल ऑर्डर 2016 का उल्लंघन करने के कारण संबंधित आरोपियों के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के अंतर्गत कड़ी कार्रवाई की जा रही है. संयुक्त जांच टीम में सहायक कलेक्टर दुर्गा प्रसाद अधिकारी, एसडीएम जांजगीर ममता यादव भी शामिल थे.

 
कांग्रेस का बड़ा प्रदर्शन : कुरूद टोल प्लाजा का कांग्रेसियों ने किया घेराव, नाके पर CG 05 पासिंग गाड़ियों का टोल टैक्स फ्री करने की मांग

धमतरी-  जिले में आज एनएसयूआई, कांग्रेस ने बड़ा प्रदर्शन किया. कांग्रेसियों ने भाठागांव, कुरूद के टोल प्लाजा का घेराव कर सीजी 05 पासिंग गाड़ियों का टोल टैक्स निःशुल्क करने और टोल प्लाजा में स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की मांग की.

एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने टोल प्लाजा कर्मचारियों पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष राजा देवांगन ने बताया कि टोल प्लाजा की लूट नीति से हर कोई परेशान है. इस अन्याय के खिलाफ एनएसयूआई ने जंग छेड़ दी है.

इस प्रदर्शन में धमतरी विधायक ओंकार साहू, सभापति तारिणी चंद्राकर, एनएसयूआई नेता देवव्रत साहू, डुमेश साहू, एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे, कांग्रेस जिला अध्यक्ष शरद लोहाना, महापौर विजय देवांगन, एनएसयूआई पदाधिकारी समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल थे.

तहसीलदार से मारपीट का मामला : शहर बंद कर व्यापारी के समर्थन में उतरा चैंबर ऑफ कॉमर्स, कार्रवाई को बताया गलत…

मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर-  छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले में बीते दिन व्यापारी-तहसीलदार विवाद में व्यापारी के गिरफ्तारी के बाद आज चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने व्यापारी के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया है. व्यापारी संघ ने प्रशासन की तरफ से जारी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के खिलाफ शहर बंद का आह्वान कर दिया है. इसके चलते आज मनेन्द्रगढ़ में सभी व्यापारी अपनी दुकानें बंद रखेंगे. चेंबर ऑफ कॉमर्स का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी अतिक्रमण हटाने के नाम पर गलत तरीके से कार्रवाई कर रहे हैं, इसके विरोध में उन्होंने आज बंद का आह्वान किया है.

बता दें बीते दिन शुक्रवार को मनेंद्रगढ़ में अतिक्रमण हटाने के दौरान आज एक व्यापारी ने तहसीलदार को थप्पड़ जड़ दिया. तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त मौहारपारा इलाके में गोपाल शीत गृह के पास अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे. इस दौरान अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान उनकी एक युवा व्यापारी से बहस हो गई, जिससे आवेश में आकर व्यवसायी नितिन अग्रवाल ने उन्हें थप्पड़ मार दी. घटना की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी नितिन अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया. युवा व्यापारी के गिरफ्तारी के बाद नाराज चेंबर ऑफ कॉमर्स ने इस कार्रवाई को गलत बताते हुए शहर बंद कर विरोध प्रदर्शन कर रहा है. 

वहीं इस मामले को लेकर चेंबर ऑफ कॉमर्स के जिला अध्यक्ष पंकज संचेती ने कहा कि अगर प्रशासन नियम पूर्वक कार्रवाई करती तो हमें कोई आपत्ति नहीं थी. इसके अलावा हमने मीटिंग में भी कहा था कि आप अतिक्रमण हटाने से पहले मुनादी करवा दीजिए. लेकिन उन्होंने मुनादी नहीं की और सीधे बुल्डोजर कार्रवाई कर सामान तोड़ने लगे. बीते दिन कार्रवाई के दौरान व्यापारी ने सामान हटाने के लिए समय मांगा तो उसे समय नहीं दिया गया और सीधे बुल्डोजर से उसके सामान (सीमेंट की शीटों) को तोड़ दिया गया. इससे व्यापारी को डेढ़ लाख का नुकसान हुआ है, ऐसी कार्रवाई पर व्यापारी को गुस्सा आना स्वाभाविक है.

बता दें, यह पहली बार नहीं है जब तहसीलदार विवादों में आए हैं. बीते सप्ताह अतिक्रमण हटाने के दौरान भी एक व्यवसायी प्रियम केजरीवाल का मोबाइल छीनने का मामला सामने आया था. प्रियम ने तहसीलदार की कार्यवाही का वीडियो बनाते हुए उनसे सवाल किया था, जिससे नाराज होकर तहसीलदार ने उसका मोबाइल छीन लिया था.

महिलाओं से ठगी मामले में महिला आयोग ने लिया संज्ञान, फ्लोरा मैक्स कम्पनी के खिलाफ जाँच टीम गठित…

कोरबा- कोरबा जिले की महिलाओं से ठगी के बड़े मामले की गूंज रायपुर तक सुनाई देने के बाद अब छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग ने मामले में स्वतः संज्ञान लिया है. आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक के साथ अन्य सदस्यों ने कलेक्टर से मुलाकात कर उन्हें ऑर्डर शीट की कॉपी सौंपी.

दरअसल, फ्लोरा मैक्स नाम की कंपनी ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का झांसा देकर उलटे उन्हें कर्जदार बना दिया. महिला आयोग के ऑर्डर शीट में कंपनी, कर्मचारी और अन्य दोषियों के खिलाफ महिलाओं की शिकायत दर्ज करने का उल्लेख किया गया है.

आयोग ने किया जांच टीम का गठन

इसके साथ ही मामले की गहराई से जांच के लिए आयोग ने एक टीम का गठन किया है. टीम कोरबा में कैंप लगाकर पीड़ित महिलाओं से आवेदन और शिकायतें एकत्र करेगी. जनसुनवाई के दौरान आयोग की टीम जिला पंचायत सभागार में पहुंची, जहां उन्होंने महिलाओं की समस्याओं को सुना और समाधान का भरोसा दिलाया.

सुनिश्चित की जाएगी सख्त कार्रवाई – नायक

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने कहा कि महिलाओं से ठगी का यह मामला गंभीर है. इसमें दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.

8 करोड़ की ठगी : ‘फ्लोरा मैक्स’ का मकड़जाल जांजगीर में भी फैला, ब्रांच मैनेजर समेत 3 आरोपी हुए गिरफ्तार…

जांजगीर-चांपा-  लुभावने बिजनेस स्कीम का झांसा देकर महिला समूहों को ठगी का शिकार बनाने वाले फ्लोरा मैक्स का मकड़जाल जांजगीर-चांपा में भी फैला हुआ है, जहां 2700 लोगों को 30-30 हजार रुपए को झांसा देकर कुल लगभग 8 करोड़ रुपए की ठगी को अंजाम दिया गया. मामले में जांजगीर पुलिस ने कंपनी के ब्रांच मैनेजर समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. 

प्रार्थिया नीरा साहू की ठगी की शिकायत पर चांपा पुलिस ने अलग-अलग जगहों छापेमारी कर कोरबा निवासी आरोपी ईश्वर दास महंत, जांजगीर-चांपा जिला निवासी संतोष दास मानिकपुरी और सक्ती जिला निवासी गोपी किशन सुखसारथी को पकड़ा. आरोपियों ने पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार करते हुए लगभग 10-10 लाख रुपए लेना स्वीकार किया. आरोपियों के साथ कार्यालय से उपयोग किए कम्प्यूटर सेट, प्रिंटर, लेपटाप, नोट गिनने का मशीन, रजिस्टर और प्रचार-प्रसार की सामग्री बरामद किया है.

जानिए ठगी का नायाब तरीका

शिकायकर्ता नीरा साहू ने चाम्पा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि 25 अप्रैल 23 से अखिलेश सिंह व उनके अन्य साथी फ्लोरा मैक्स सर्विस प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी संचालित कर रहे थे. कंपनी का मुख्य ब्रांच कोरबा और चांपा में शाखा खोलकर एक व्यवसायिक स्कीम के तहत सदस्यों से 30-30 हजार रुपए जमा कराते थे, और हर महीने प्रत्येक सदस्य को 2.700 रुपए देने का वादा करते थे.

इसके साथ सदस्यों को 35000 रुपए का सामान जैसे साड़ी, बर्तन, जूते, आभूषण (बेनटेक्स) आदि सामान बेचने के लिए देते थे. इस सामान को बेचकर पुनः 35000 रुपए कंपनी में जमा करते थे. जिसमें से सदस्यों को 3500 रुपए कमीशन मिलता था. अगर कोई सदस्य सामान नही लेता था, उसे हर महीने 2700 रुपए 24 माह तक देने का झांसा देते थे. इसके अतिरिक्त सदस्यों को नए सदस्य जोड़ने पर प्रत्येक महीना 300 रुपए कमीशन के रूप में देते थे.

स्कीम के लालच में आकर ग्रामीण बैंको से लोन लेकर 30-30 हजार रुपए जमा किया गया है. लेकिन कंपनी सदस्यों को पिछले चार माह से वादा की गई 2700 रुपए देना बंद कर फरार हो गए. शिकायत पर आरोपियों के विरूद्ध चाम्पा थाना में अपराध क्रमांक 517/2024 धारा 318(2), 318(4), 111(1) (iii), 3(5) BNS एवं 6, 10 छत्तीसगढ़ निवेशकों का संरक्षण अधिनियम, 2005 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया.

हो चुकी है कंपनी डायरेक्टर की गिरफ्तारी

बता दें कि कोरबा पुलिस ने कंपनी के डारेक्टर अखिलेश सिंह, कोरबा निवासी राजू सिंह और उनके सक्रिय सहयोगियों के साथ चाम्पा थाना के मामले वांछित अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. जल्द ही चाम्पा पुलिस द्वारा साक्ष्य संकलन कर विधिवत उनकी भी गिरफ्तारी करेगी.

पुलिस की जनता से सतर्क रहने की अपील

पुलिस की अभी तक की जांच में पाया गया है कि जांजगीर चाम्पा जिले से 2700 लोगों के साथ फ्लोरा मैक्स कंपनी ने धोखाधड़ी की है. प्रकरण की विवेचना जारी है, जिससे आने वाले दिनों में और भी कई प्रभावित सामने आ सकते हैं. वहीं दूसरी ओर जांजगीर-चांपा पुलिस आम जनता से अपील की है कि ऐसी धोखाधड़ी योजनाओं से सतर्क रहें, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल स्थानीय पुलिस को दें.

IG से शिकायत के बाद बिल्डर के खिलाफ 420 का मामला दर्ज, दूसरे की जमीन को अपना बताकर किया था सौदा, खुलासा होने पर पैसा लौटाने से किया इनकार…

खैरागढ़-  दूसरे की जमीन को अपना बताकर बेचने और अग्रिम भुगतान के पैसे वापस न करना खैरागढ़ के एक नामी बिल्डर पर भारी पड़ गया. आईजी के निर्देश पर पुलिस ने बिल्डर विकास आर्या के खिलाफ धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया है. 

मामले में शिकायतकर्ता अस्पताल चौक निवासी सीबी तिवारी ने बताया कि उन्होंने 18 अगस्त 2020 को खम्हरिया खुर्द, पटवारी हल्का नंबर 31, ब्लॉक नंबर 01, प्लॉट नंबर 39 में 2500 वर्गफुट जमीन खरीदने के लिए बिल्डर विकास आर्या से इकरारनामा किया. इसके लिए अलग-अलग किश्तों में 6 लाख रुपए से अधिक का भुगतान किया. इकरारनामा के अनुसार, जनवरी 2021 तक जमीन की रजिस्ट्री होनी थी, लेकिन बिल्डर लगातार टालमटोल करता रहा.

इस बीच उन्हें पता चला कि जिस जमीन का सौदा बिल्डर ने किया है, वह राजस्व रिकॉर्ड में उसके नाम पर ही नहीं है. इतना ही नहीं, तय समय से पहले ही बिल्डर ने उसी जमीन को किसी और को बेच दिया था. इस पर जब उन्होंने पैसे वापस मांगे, तो बिल्डर टालमटोल करने लगा, जिसके बाद उन्होंने एसपी कार्यालय और थाने में शिकायत की.

बिल्डर के रसूख के कारण न तो एसपी कार्यालय की ओर से और न ही थाने की ओर से कोई कार्रवाई की गई. आखिरकार थक-हारकर उन्होंने आईजी से शिकायत की. जांच के बाद एसडीओपी कार्यालय ने आरोप सही पाए, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया.

जिले में सक्रिय भू-माफियाओं का गिरोह

जिले में कई लोग भू-माफियाओं के जाल में फंसकर अपनी जमीन औने-पौने दाम में बेचने को मजबूर हो गए हैं. वहीं, दूसरों की जमीन को अपना बताकर सौदा करना और अग्रिम भुगतान के बाद पैसे लौटाने में आनाकानी करना आम बात हो गई है. आम आदमी रसूखदार माफियाओं के खिलाफ शिकायत करने में झिझकता है, जिसका फायदा ये गिरोह उठाते हैं.