रायपुर आर्ट, लिटरेचर एंड फिल्म फेस्टिवल के लिए पंजीयन शुरू, जानिए पूरी डिटेल…
रायपुर-  बहुप्रतीक्षित रायपुर आर्ट, लिटरेचर एंड फिल्म फेस्टिवल (RALFF) 2024 के लिए पंजीयन शुरू हो गया है। कार्यक्रम के निदेशक कुणाल शुक्ला ने बताया कि कला, साहित्य और सिनेमा के क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बनाने वाला यह फेस्टिवल इस बार कई नई और खास पहल के साथ प्रस्तुत हो रहा है. शॉर्ट फिल्म प्रतियोगिता के लिए पंजीयन शुरू हो चुका है। फिल्मों की एंट्री जमा करने की अंतिम तिथि 25 दिसंबर 2024 निर्धारित की गई है। चयनित फिल्मों की घोषणा 10 जनवरी 2025 को की जाएगी। अवार्ड सेरेमनी 8 और 9 फरवरी 2025 को रायपुर में होगा।

फेस्टिवल के एडवाइजरी बोर्ड मेंबर मनोज वर्मा, अनिरुद्ध दूबे, रॉकी दासवानी ने बताया कि इस वर्ष के आयोजन में विजेताओं को प्रमाणपत्र और ट्रॉफी के साथ आकर्षक नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा समाज को समर्पित फिल्मों को पहचान देने के लिए “सर्वश्रेष्ठ सामाजिक फिल्म” का पुरस्कार भी दिया जाएगा। यह पहल उन फिल्मों को प्रोत्साहित करेगी, जो सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने में योगदान देती है। यह फेस्टिवल न केवल कला और सिनेमा की दुनिया में एक प्रेरणा बनकर उभर रहा है, बल्कि साहित्य और रचनात्मकता को भी प्रोत्साहित कर रहा है। उन्होंने सभी कलाकारों, सिने प्रेमियों और युवाओं से आयोजन में भाग लेने का आग्रह किया है।

कार्यक्रम की संयोजक प्रीति उपाध्याय ने बताया कि शॉर्ट फिल्म प्रतियोगिता में पंजीयन के लिए एक हजार रुपए का शुल्क निर्धारित है, लेकिन विद्यार्थियों के लिए “स्पेशल कूपन कोड” उपलब्ध कराया जाएगा। इस कोड का उपयोग कर विद्यार्थी रियायती दरों पर अपनी प्रविष्टियां जमा कर सकते हैं। इसके साथ ही 10 दिसंबर तक पंजीयन कराने पर अर्ली बर्ड डिस्काउंट मिलेगा। पंजीयन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म प्लेटफॉर्म www.filmfreeway.com/RALFF के माध्यम से किया जाएगा। डिस्काउंट कोड के साथ फिल्म फेस्टिवल से जुड़ी अपडेट्स के लिए www.ralff.in का अवलोकन किया जा सकता है।

पुरस्कार श्रेणियां

  • प्रोडक्शन अवॉर्ड्स: -सर्वश्रेष्ठ शॉर्ट फिल्म, -सर्वश्रेष्ठ निर्देशक
  • क्रिएटिव अवॉर्ड्स: -सर्वश्रेष्ठ सिनेमेटोग्राफी
  • परफॉर्मेंस अवॉर्ड्स:- -सर्वश्रेष्ठ अभिनेता-
  • -RALFF 2024 विशेष पुरस्कार: -सर्वश्रेष्ठ सामाजिक फिल्म

महत्वपूर्ण तिथियां और डेडलाइन्स

शॉर्ट फिल्म प्रतियोगिता- प्रवेश की शुरुआत: 25 नवंबर, 2024
प्रवेश की अंतिम तिथि: 25 दिसंबर, 2024
चयन सूचना की तिथि: 10 जनवरी, 2025

पीसीसी चीफ दीपक बैज की मौजूदगी में सुबोध हरितवाल से हुए विवाद पर राजेश पांडे से मांगा गया जवाब…
बिलासपुर- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की मौजूदगी में बुधवार को कांग्रेस की बैठक में जिला प्रभारी महामंत्री सुबोध हरितवाल और कांग्रेस नेता राजेश पांडे के बीच विवाद हो गया था. अब मामले में शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने राजेश पांडे से 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है. 

बता दें कि बुधवार को बिलासपुर के कांग्रेस भवन में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के संबंध में एक बड़ी बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें मुख्य रूप से पीसीसी चीफ दीपक बैज भी शामिल हुए थे.

बैठक पूर्व मेयर राजेश पांडे को बोलने का मौका नहीं दिया गया, जिसके बाद राजेश पांडे और सुबोध हरितवाल के बीच तीखी नोक-झोंक हो गई. बैठक में मौजूद कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव ने दोनों नेताओं के बीच सुलह कराई थी.

भारत सरकार ने 15 हजार आवासों की दी स्वीकृति: उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा बोले-
रायपुर-  छत्तीसगढ़ सरकार ने आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल पीड़ित परिवारों के पुनर्वास के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के विशेष प्रयासों से केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत 15,000 आवासों की स्वीकृति प्रदान की है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा समय समय पर अपने दौरे के दौरान आत्मसमर्पित नक्सलियों एवं नक्सल पीड़ित परिवारों से मिलते रहते हैं और उनकी समस्याओं को महसूस करते हैं।

बता दें कि उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर आत्मसमर्पित नक्सलियों एवं नक्सल पीड़ित परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास देने की स्वीकृति के लिए निवेदन किया था, जिसके परिणामस्वरूप 15 हजार आवास की स्वीकृति भारत सरकार से दी गयी है। पीड़ित परिवारों को आवास मिल जाने से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों को एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन प्रदान करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले आत्मसमर्पित नक्सलियों और पीड़ित परिवारों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए यह पहल एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत आवंटित 15,000 आवास केवल मकान नहीं बल्कि उन परिवारों के लिए सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक हैं। हमारी सरकार इस योजना को पूरी पारदर्शिता और तत्परता के साथ लागू करेगी। उन्होंने कहा कि यह योजना प्रदेश के विकास और शांति स्थापना की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। उन्होंने कहा कि नक्सल पीड़ित परिवारों और आत्मसमर्पित नक्सलियों को बेहतर जीवन देने के लिए हमारी सरकार संकल्पबद्ध है। यह योजना सामाजिक समरसता और विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक होगी।

इस विशेष परियोजना के तहत पुलिस अधीक्षक जिले के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) जिला पंचायत को आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल पीड़ित परिवारों की सूची प्रदान करेंगे। इसके बाद जिला पंचायत द्वारा इस सूची का सर्वेक्षण और सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन उपरांत कलेक्टर के माध्यम से लाभार्थियों के लिए भूमि का चिन्हांकन किया जाएगा। इसके आधार पर प्रधानमंत्री आवास योजना के दिशानिर्देशों के अनुरूप आवास निर्माण की प्रक्रिया आरंभ होगी। इस योजना में विशेष रूप से उन परिवारों को शामिल किया जाएगा जिनका नाम सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना 2011 और आवास प्लस 2018 की सूची में शामिल नहीं था। इन नामों को 6 दिसंबर 2024 तक आवास प्लस पोर्टल पर अपलोड करने की अनुमति केंद्र सरकार द्वारा दी गई है।

जनजातीय संस्कृति ने भगवान श्रीराम को अपने हृदय में बसा रखा है - मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-    जनजातीय समाज का इतिहास धरती पर मनुष्य के पहले पदचाप के साथ जुड़ा हुआ है। जनजातीय संस्कृति ने भगवान श्रीराम को अपने हृदय में बसा रखा है। भगवान राम ने छत्तीसगढ़ में ही वनवास बिताया, यहीं पर उन्होंने माता शबरी के जूठे बेर खाए। जनजातीय अस्मिता का प्रश्न भारत की सनातन परंपरा की अस्मिता से जुड़ा हुआ प्रश्न है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में जनजातीय अस्मिता, अस्तित्व और विकास विषय पर आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आज हमें जनजातीय समुदायों की अस्मिता और विरासत के प्रति संवेदनशील यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व मिला है। आज जनजातीय समुदाय की हमारी बहन द्रौपदी मुर्मु भारत के सर्वाेच्च पद पर आसीन हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जनजाति समाज सांस्कृतिक रूप से समृद्ध समाज है। यह समाज कुप्रथाओं का मुखर विरोध करता है। भारत की संस्कृति और देश की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए जनजातीय जननायकों के योगदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर पूरे देश में 13 से 15 नवम्बर तक जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया। मुख्यमंत्री ने जनजातीय समाज की परंपराओं, संस्कृति रीति-रिवाज, तीज-त्यौहार और शासन द्वारा जनजातीय उत्थान के लिए शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 13 नवंबर को जशपुर जिले में आयोजित पदयात्रा इतनी सफल रही कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी खुलकर तारीफ की और ऐसे आयोजनों को जनजातीय समाज के विकास और उत्थान में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर हुए राष्ट्रीय आयोजन ने अन्य प्रांतों से आए आदिवासी समुदाय को एक दूसरे की संस्कृति को जानने-समझने का सुंदर अवसर दिया। श्री साय ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल जी ने अपने कार्यकाल के दौरान सबसे पहले पृथक जनजातीय कल्याण मंत्रालय बनाया और आदिवासियों के विकास के लिए एक मजबूत नींव रखी।

उन्होंने कहा कि हम मैदानी और जनजातीय क्षेत्रों में अवसरों की समानता स्थापित करने के लिए अपनी योजनाएं और नीतियां बना रहे हैं ताकि छत्तीसगढ़ के प्रत्येक समुदाय के पास विकास के समान अवसर हों और जनजातीय समाज अपनी प्राकृतिक और भौगोलिक जटिलताओं पर जीत हासिल करते हुए समग्र भारत के विकास की मुख्य धारा में शामिल हो सकें। जब हम जनजातीय समुदायों की अस्मिता की रक्षा करेंगे, उनकी संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन करेंगे, उनके इतिहास और उनके नायकों का गौरवगान करेंगे तो निश्चित रूप से मां भारती का यश बढ़ेगा, उसका गौरव गान होगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भारत के जनजातीय समुदायों के समग्र विकास के लिए मोदी पीएम जनमन योजना और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान जैसी योजनाएं चला रहे हैं। ये योजनाएं जनजातीय समुदायों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए क्रांतिकारी योजनाएं साबित हो रही है। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना जैसी अनेक योजनाओं से जनजातीय समुदायों को बड़ा संबल मिला है। पिछले 11 महीने में छत्तीसगढ़ सरकार ने बस्तर अंचल में शांति स्थापित करने के लिए तेजी से अपने कदम बढ़ाए हैं। नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से शासन की योजनाओं को दूरस्थ अंचलों तक पहुंचाने की अनूठी पहल की गई है। बस्तर अंचल में सुरक्षाबलों के 34 नए कैंप खोले गए हैं और लगभग 96 गांवों में शासकीय योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है।

वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि जनजातीय महानायकों के गौरवशाली इतिहास की जानकारी आने वाली पीढ़ी को हो इसलिए ऐसे आयोजन आवश्यक हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि उनके मूल्यों को अगली पीढ़ी तक ले जाएं। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज ने सदैव प्रकृति के संरक्षण की दिशा में कार्य किया है।

संगोष्ठी के मुख्य वक्ता अतुल जोग ने कहा कि बिना स्वार्थ के जनजातीय समाज ने मानव सेवा का काम किया है। इसका सुंदर उदाहरण पद्म पुरस्कारों की घोषणाओं में भी देखने को भी मिला, जिसमें बड़ी संख्या में जनजातीय समुदाय के लोग शामिल रहे हैं।

संगोष्ठी को पवन साय और अनुराग जैन ने भी संबोधित किया। उच्च शिक्षा विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जनजातीय समुदाय के विद्यार्थियों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

आत्मनिर्भर बनाने का झांसा देकर महिलाओं से करोड़ों की ठगी, 10 आरोपी गिरफ्तार, पीड़ितों ने पैसा वापस दिलाने सीएम से लगाई गुहार

कोरबा- जिले में विवादित कंपनी फ्लोरा मैक्स के करोड़ों के घोटाले मामले में अब पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. इस सिलसिले में पुलिस ने 10 महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर इस स्कैम में टॉप टेन में थीं. यह स्पष्ट है कि यह मामला एक बड़े नेटवर्क से जुड़ा हुआ है. वहीं इस मामले को लेकर पीड़ित महिलाओं ने आज सीएम हाउस पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और कंपनी से अपना पैसा वापस दिलाने की मांग की.

इस मामले में पहले ही फ्लोरा मैक्स के डायरेक्टर अखलेश सिंह और केयर टेकर मया राम साहू को गिरफ्तार किया जा चुका है. अब तक की जांच में यह सामने आया है कि कंपनी ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रलोभन देकर उन्हें ठगा. महिलाओं ने एसपी और कलेक्टर के पास अपने साथ हुई ठगी की शिकायतें दर्ज कराई थीं, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेकर जांच शुरू की.

कंपनी की 6 से अधिक गाड़ियां जब्त

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार की गई महिलाओं के पास से कंपनी द्वारा खरीदे गए आधा दर्जन से अधिक चारपहिया गाड़ियों को भी जब्त किया गया है. एडिशनल एसपी यूवीएस चौहान ने का कहना है कि अभी मुश्किल है कि कुल कितनी महिलाओं के साथ इस कंपनी ने धोखाधड़ी की थी. यह मामला अभी भी जांच के अधीन है. पुलिस आगे भी कार्रवाई जारी रखेगी.

पुलिस ने सील किया कंपनी का दफ्तर

फ्लोरा मैक्स द्वारा किए गए इस घोटाले ने उन महिलाओं के विश्वास को तोड़ दिया, जिन्होंने कंपनी में निवेश करने का निर्णय लिया था. कंपनी ने उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का वादा किया था, लेकिन अंततः उन्होंने सामूहिक रूप से ठगी का शिकार बना दिए. अब पुलिस ने कंपनी के दफ्तर को सील कर दिया है. आगे की कार्यवाही में अन्य संभावित आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है.

सीएम हाउस पहुंचकर महिलाओं ने सौंपा ज्ञापन

क्षेत्र में इस घटना की चर्चा जोरों पर है. कई लोग अपनी कमाई को लेकर चिंतित हैं. यह मामला न केवल महिलाओं के आत्मनिर्भरता के सपने को झकझोर दिया है, बल्कि समाज में ऐसी धोखाधड़ी को उजागर करने का काम भी करता है, जो स्थानीय स्तर पर हो रही है. पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे मामलों में सतर्क रहें और अपनी शिकायतें समय पर दर्ज कराएं. वहीं इस मामले को लेकर कोरबा क्षेत्र की महिलाओं ने आज रायपुर पहुंचकर सीएम हाउस में ज्ञापन सौंपा और कंपनी से अपना पैसा वापस दिलाने की गुहार लगाई.

ये हैं गिरफ्तार आरोपी

  1. राजू सिंह पिता हरपाल सिंह उम्र 34 साल साकिन इमलीडुग्गु सीतामणी कोरवा थाना कोतवाली जिला कोरबा
  2. मयाराम साहू पिता स्व. खेदुराम साहू उम्र 48 साल सा. सेमीपाली थाना उरगा कोरबा जिला कोरबा
  3. गुड़िया सिंह पति राजू सिंह उम्र 31 साल साकिन इमलीडुग्गु सीतामणी कोरबा थाना कोतवाली जिला कोरबा
  4. संतोषी साहू पति मयाराग साहू उम्र 39 साल सा. सेमीपाली थाना उरगा कोरबा जिला कोरबा
  5. हेमा ताड़िया पति तिलेश्वर ताड़िया उम्र 42 साल सा. सेमीपाली मेन रोड़ उरगा
  6. सरिता वैष्णव पति जयकरंत वैष्णव उर्फ जय उम्र 34 साल सा. कुदुरमाल नहरणार
  7. हेम बरई यादव पति होरीलाल यादव उम्र 30 साल सा. भाठापारा कुदुरमाल थाना उरगा
  8. पूनम मुदलियार पति मदन लाल मुदलियार उम्र 38 साल सा. सेमीपाली हा. मु. ब्लॉक 2 बरबसपुर
  9. सरोजनी वैष्णव पति स्व. श्याम कुमार वैष्णव उम्र 42 साल सा. कुदुरमाल थाना उरगा
  10. ओमेश्वरी नायडू पति विजय नायडू उम्र 38 साल राा. सेमीपाली थाना उरगा
  11. कल्याणी नामदेव पति रंगलाल नामदेव उम्र 34 साल सा. कुदुरमाल हनुमान मंदिर के पास
  12. सरोजनी देवी चंद्रा पति भुनेश्वर प्रसाद चंदा उम्र 42 साल सा. मानिकपुर दशहरा मैदान के पास कोरबा।
आधी आबादी के लिए मुखर हुए युवा, साई कॉजेज में हुई तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता

अम्बिकापुर-     श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जेंडर इश्यू क्लब और विधिक साक्षरता क्लब के संयुक्त तत्वावधान में आशु भाषण (तात्कालिक भाषण ) प्रतियोगिता पर आयोजित हुई जिसमें सभी विभागों के 40 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में नारी सशक्तीकरण, पितृसत्ता, लैंगिक समानता, तृतीय लिंग, घरेलू हिंसा, फिल्म और साहित्य में महिलाओं की स्थिति, परिवार और स्त्री के सन्दर्भ में परिचर्चा हुई। प्रतिभागियों ने जहां एक ओर महिला आजादी और उसके अधिकार की बात की तो दूसरी ओर परिवार और उसके दायित्व का बोध कराया गया। घरेलू हिंसा के लिए जहां एक पुरूष समाज को कठघरे में खड़ा किया तो दूसरी और फिल्म और साहित्य में महिलाओं के प्रति अपनाये जा रहे परिवेश का मूल्यांकन हुआ।

प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में डॉ. अलका पांडेय और देवेंद्र दास सोनवानी रहे। कार्यक्रम के संयोजन में जेंडर इश्यू क्लब प्रभारी डॉ. जगमीत कौर और विधिक साक्षरता क्लब प्रभारी डॉ. दिनेश शाक्य तथा दीपा तिवारी, तूलिका सिन्हा ने सहयोग किया।

कांग्रेस नेताओं के बीच नोकझोंक पर गरमाई सियासत: सीएम साय ने कहा- कांग्रेस अपनी नीति के कारण खोती जा रही है जनता का विश्वास

रायपुर-   बिलासपुर कांग्रेस भवन में आयोजित बैठक के बाद पूर्व मेयर राजेश पांडे और कांग्रेस नेता सुबोध हरितवाल के बीच हुई तीखी नोकझोक के बाद अब सियासी पारा हाई हो गया है. इस घटना पर सीएम विष्णुदेव साय समेत बीजेपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.

सीएम साय ने कांग्रेस पर साधा निशाना

कांग्रेस के वायरल वीडियो पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि कांग्रेस अपनी नीति के कारण देश और प्रदेश की जनता का विश्वास खोती जा रही है. आगे कुछ दिन देखिए यह लोग नजर नहीं आएंगे. रायपुर दक्षिण में बीजेपी ऐतिहासिक जीत हासिल की है. कांग्रेस को जितना वोट नहीं जुटा मिला, उससे ज्यादा वोटों से बीजेपी जीती है.

वन मंत्री कश्यप ने दी प्रतिक्रिया

वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि पीसीसी अध्यक्ष का अपने कार्यकर्ताओं पर कंट्रोल नहीं है। यह स्पष्ट दिखता है. पीसीसी अध्यक्ष के कार्यक्रम में इस तरह की घटना हो रही है। अभी तो निचले स्तर पर हुआ है। आने वाले समय में उच्च स्तर पर हो रही ऐसी घटनाएं सामने आएंगी.

विधायक धरमलाल लाल कौशिक का बयान

बीजेपी के वरिष्ठ नेता धरमलाल कौशिक ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह कांग्रेस की पुरानी परंपरा है। कांग्रेस नेता जब लड़ते-झगड़ते हैं, तभी पता चलता है कि उनकी बैठक हो रही है। हमारी शुभकामना है इस तरह की बैठक करते रहें। प्रदेश अध्यक्ष की उपस्थिति में यह स्थिति निर्मित होना इस बात को साबित करता है. कांग्रेसी अपने प्रदेश अध्यक्ष की कितनी इज्जत करते हैं. वे इस तरह के जितनी बैठक करेंगे उतना उनके लिए अच्छा है. कांग्रेसियों के लिए यह सामान्य घटना है.

बता दें कि बुधवार को बिलासपुर के कांग्रेस भवन में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के संबंध में एक बड़ी बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें मुख्य रूप से पीसीसी चीफ दीपक बैज भी शामिल हुए थे. इसी बैठक पूर्व मेयर राजेश पांडे को बोलने का मौका नहीं दिया गया. जिसके बाद राजेश पांडे और सुबोध हरितवाल के बीच तीखी नोकझोंक हो गई. वहीं बैठक में उपस्थित कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव ने हस्तक्षेप कर दोनों नेताओं के बीच सुलह कराई. विवाद शांत होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज रायपुर के लिए रवाना हो गए.

शीत लहर की चपेट में सरगुजा संभाग, इन जिलों में प्रशासन ने बदला स्कूलों का समय…

ठंड की वजह से प्रदेश के कई जिलों में सुबह सूरज निकलने के बाद भी कोहरा छाया रहता है. सरगुजा संभाग में किस कदर ठंड का असर है, यह बलरामपुर में साफ नजर आता है, जहां प्रदेश में सबसे कम 8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. वहीं गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 9.6 डिग्री, दुर्ग में 11 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया.

वहीं कोरबा में 12.4 डिग्री, बिलासपुर में 13.4 डिग्री, नारायणपुर में 9.3 डिग्री, बस्तर में न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री, बीजापुर में 13.3 डिग्री, दंतेवाड़ा में 11.9 डिग्री और सुकमा में 14.8 डिग्री तापमान रहा. राजधानी रायपुर में 14.3 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.

तापमान बढ़ने के आसार

छत्तीसगढ़ में आने वाले दिनों में तामपान बढ़ सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय तूफान ‘फेंगल’ बनने की संभावना है. इस तूफान का असर छत्तीसगढ़ पर भी पड़ने की आशंका है. इस तूफान के कारण पूर्वोत्तर से आने वाली हवाओं में बाधा उत्पन्न हो सकती है, जिससे प्रदेश के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है.

पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, TI, SI, ASI, हेड कांस्टेबल समेत कई पुलिसकर्मी किये गए इधर से उधर, देखें लिस्ट …

जारी आदेश के अनुसार, 7 निरीक्षक, 4 उप निरीक्षक, 3 सहायक उप निरीक्षक और 8 प्रधान आरक्षक समेत 38 पुलिसकर्मियों का नाम शमिल है.

देखिये लिस्ट-

तमोर पिंगला टायगर रिजर्व में गूंजेगी रेस्क्यू किए गए बाघ की दहाड़, सीएम साय ने कहा – बाघों के संरक्षण के लिए काम कर रही सरकार
रायपुर-  कसडोल नगर के पारस नगर सेक्टर से रेस्क्यू किए गए नर बाघ की दहाड़ अब गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टायगर रिजर्व में गूंजेगी. वन विभाग के अधिकारियों ने रेस्क्यू किए गए इस बाघ को आज सुरक्षित तरीके से गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टायगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में छोड़ा. बता दें कि गुरु घासीदास तमोर पिंगला छत्तीसगढ़ का नया टायगर रिजर्व है. सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, यह हर्ष का विषय है कि वन विभाग के अधिकारियों द्वारा रेस्क्यू किए गए बाघ को आज सुरक्षित तरीके से गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टायगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में छोड़ दिया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य में बाघों के संरक्षण और संवर्धन के लिए हमारी सरकार काम कर रही है.

उल्लेखनीय है कि बलौदाबाजार वनमंडल के कसडोल तहसील में बीते 8 माह से बारनवापारा वन क्षेत्र में विचरण कर रहे एक नर बाघ के कसडोल तहसील के ग्राम कोट पहुंच जाने की सूचना वन विभाग को मिली थी। वन विभाग का अमला आवश्यक रेस्क्यू सामग्री तथा वन्यप्राणी चिकित्सा अधिकारियों सहित मौके पर तत्काल पहुंचकर कसडोल नगर के पारस नगर सेक्टर से उक्त बाघ को रेस्क्यू किया था। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) के निर्देश पर उक्त नर बाघ को आज सुबह 8 बजे नवगठित गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टायगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में सुरक्षित रूप से छोड़ दिया गया.

इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) एवं क्षेत्र संचालक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व रायपुर, वन संरक्षक (वन्यप्राणी) क्षेत्र संचालक, एलीफेंट रिजर्व सरगुजा, संचालक गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान बैकुण्ठपुर, उप निदेशक एलीफेंट रिजर्व सरगुजा, कानन पेंडारी-जू के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीके चंदन, गुरु घासीदास तमोर पिंगला टायगर रिजर्व के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजीत पाण्डेय, सहायक संचालक गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान बैकुण्ठपुर, अधीक्षक तमोर पिंगला अभ्यारण्य, अधीक्षक सेमरसोत अभ्यारण्य, क्षेत्रीय अधिकारी-कर्मचारी एवं छत्तीसगढ़ राज्य वन्यजीव बोर्ड के सदस्य गौरव निहलानी उपस्थित रहे।

बाघों के संरक्षण के लिए काम कर रही सरकार : सीएम साय

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि वन विभाग के अधिकारियों द्वारा रेस्क्यू किए गए बाघ को आज सुरक्षित तरीके से गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टायगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में बाघों के संरक्षण और संवर्धन के लिए ही भारत सरकार की ओर से ‘गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टायगर रिजर्व‘ के रूप में एक नया टायगर रिजर्व घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि टायगर रिजर्व देश का 56वां टायगर रिजर्व है। छत्तीसगढ़ सरकार ने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की सलाह पर छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व को अधिसूचित किया। कुल 2829.38 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले इस बाघ अभयारण्य में 2049.2 वर्ग किलोमीटर का कोर/ क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट शामिल है, जिसमें गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और तमोर पिंगला वन्यजीव अभयारण्य शामिल हैं। आंध्र प्रदेश के नागार्जुनसागर-श्रीशैलम टाइगर रिजर्व और असम के मानस टाइगर रिजर्व के बाद देश का तीसरा सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है।