आत्मनिर्भर बनाने का झांसा देकर महिलाओं से करोड़ों की ठगी, 10 आरोपी गिरफ्तार, पीड़ितों ने पैसा वापस दिलाने सीएम से लगाई गुहार

कोरबा- जिले में विवादित कंपनी फ्लोरा मैक्स के करोड़ों के घोटाले मामले में अब पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. इस सिलसिले में पुलिस ने 10 महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर इस स्कैम में टॉप टेन में थीं. यह स्पष्ट है कि यह मामला एक बड़े नेटवर्क से जुड़ा हुआ है. वहीं इस मामले को लेकर पीड़ित महिलाओं ने आज सीएम हाउस पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और कंपनी से अपना पैसा वापस दिलाने की मांग की.

इस मामले में पहले ही फ्लोरा मैक्स के डायरेक्टर अखलेश सिंह और केयर टेकर मया राम साहू को गिरफ्तार किया जा चुका है. अब तक की जांच में यह सामने आया है कि कंपनी ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रलोभन देकर उन्हें ठगा. महिलाओं ने एसपी और कलेक्टर के पास अपने साथ हुई ठगी की शिकायतें दर्ज कराई थीं, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेकर जांच शुरू की.

कंपनी की 6 से अधिक गाड़ियां जब्त

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार की गई महिलाओं के पास से कंपनी द्वारा खरीदे गए आधा दर्जन से अधिक चारपहिया गाड़ियों को भी जब्त किया गया है. एडिशनल एसपी यूवीएस चौहान ने का कहना है कि अभी मुश्किल है कि कुल कितनी महिलाओं के साथ इस कंपनी ने धोखाधड़ी की थी. यह मामला अभी भी जांच के अधीन है. पुलिस आगे भी कार्रवाई जारी रखेगी.

पुलिस ने सील किया कंपनी का दफ्तर

फ्लोरा मैक्स द्वारा किए गए इस घोटाले ने उन महिलाओं के विश्वास को तोड़ दिया, जिन्होंने कंपनी में निवेश करने का निर्णय लिया था. कंपनी ने उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का वादा किया था, लेकिन अंततः उन्होंने सामूहिक रूप से ठगी का शिकार बना दिए. अब पुलिस ने कंपनी के दफ्तर को सील कर दिया है. आगे की कार्यवाही में अन्य संभावित आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है.

सीएम हाउस पहुंचकर महिलाओं ने सौंपा ज्ञापन

क्षेत्र में इस घटना की चर्चा जोरों पर है. कई लोग अपनी कमाई को लेकर चिंतित हैं. यह मामला न केवल महिलाओं के आत्मनिर्भरता के सपने को झकझोर दिया है, बल्कि समाज में ऐसी धोखाधड़ी को उजागर करने का काम भी करता है, जो स्थानीय स्तर पर हो रही है. पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे मामलों में सतर्क रहें और अपनी शिकायतें समय पर दर्ज कराएं. वहीं इस मामले को लेकर कोरबा क्षेत्र की महिलाओं ने आज रायपुर पहुंचकर सीएम हाउस में ज्ञापन सौंपा और कंपनी से अपना पैसा वापस दिलाने की गुहार लगाई.

ये हैं गिरफ्तार आरोपी

  1. राजू सिंह पिता हरपाल सिंह उम्र 34 साल साकिन इमलीडुग्गु सीतामणी कोरवा थाना कोतवाली जिला कोरबा
  2. मयाराम साहू पिता स्व. खेदुराम साहू उम्र 48 साल सा. सेमीपाली थाना उरगा कोरबा जिला कोरबा
  3. गुड़िया सिंह पति राजू सिंह उम्र 31 साल साकिन इमलीडुग्गु सीतामणी कोरबा थाना कोतवाली जिला कोरबा
  4. संतोषी साहू पति मयाराग साहू उम्र 39 साल सा. सेमीपाली थाना उरगा कोरबा जिला कोरबा
  5. हेमा ताड़िया पति तिलेश्वर ताड़िया उम्र 42 साल सा. सेमीपाली मेन रोड़ उरगा
  6. सरिता वैष्णव पति जयकरंत वैष्णव उर्फ जय उम्र 34 साल सा. कुदुरमाल नहरणार
  7. हेम बरई यादव पति होरीलाल यादव उम्र 30 साल सा. भाठापारा कुदुरमाल थाना उरगा
  8. पूनम मुदलियार पति मदन लाल मुदलियार उम्र 38 साल सा. सेमीपाली हा. मु. ब्लॉक 2 बरबसपुर
  9. सरोजनी वैष्णव पति स्व. श्याम कुमार वैष्णव उम्र 42 साल सा. कुदुरमाल थाना उरगा
  10. ओमेश्वरी नायडू पति विजय नायडू उम्र 38 साल राा. सेमीपाली थाना उरगा
  11. कल्याणी नामदेव पति रंगलाल नामदेव उम्र 34 साल सा. कुदुरमाल हनुमान मंदिर के पास
  12. सरोजनी देवी चंद्रा पति भुनेश्वर प्रसाद चंदा उम्र 42 साल सा. मानिकपुर दशहरा मैदान के पास कोरबा।
आधी आबादी के लिए मुखर हुए युवा, साई कॉजेज में हुई तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता

अम्बिकापुर-     श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जेंडर इश्यू क्लब और विधिक साक्षरता क्लब के संयुक्त तत्वावधान में आशु भाषण (तात्कालिक भाषण ) प्रतियोगिता पर आयोजित हुई जिसमें सभी विभागों के 40 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में नारी सशक्तीकरण, पितृसत्ता, लैंगिक समानता, तृतीय लिंग, घरेलू हिंसा, फिल्म और साहित्य में महिलाओं की स्थिति, परिवार और स्त्री के सन्दर्भ में परिचर्चा हुई। प्रतिभागियों ने जहां एक ओर महिला आजादी और उसके अधिकार की बात की तो दूसरी ओर परिवार और उसके दायित्व का बोध कराया गया। घरेलू हिंसा के लिए जहां एक पुरूष समाज को कठघरे में खड़ा किया तो दूसरी और फिल्म और साहित्य में महिलाओं के प्रति अपनाये जा रहे परिवेश का मूल्यांकन हुआ।

प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में डॉ. अलका पांडेय और देवेंद्र दास सोनवानी रहे। कार्यक्रम के संयोजन में जेंडर इश्यू क्लब प्रभारी डॉ. जगमीत कौर और विधिक साक्षरता क्लब प्रभारी डॉ. दिनेश शाक्य तथा दीपा तिवारी, तूलिका सिन्हा ने सहयोग किया।

कांग्रेस नेताओं के बीच नोकझोंक पर गरमाई सियासत: सीएम साय ने कहा- कांग्रेस अपनी नीति के कारण खोती जा रही है जनता का विश्वास

रायपुर-   बिलासपुर कांग्रेस भवन में आयोजित बैठक के बाद पूर्व मेयर राजेश पांडे और कांग्रेस नेता सुबोध हरितवाल के बीच हुई तीखी नोकझोक के बाद अब सियासी पारा हाई हो गया है. इस घटना पर सीएम विष्णुदेव साय समेत बीजेपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.

सीएम साय ने कांग्रेस पर साधा निशाना

कांग्रेस के वायरल वीडियो पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि कांग्रेस अपनी नीति के कारण देश और प्रदेश की जनता का विश्वास खोती जा रही है. आगे कुछ दिन देखिए यह लोग नजर नहीं आएंगे. रायपुर दक्षिण में बीजेपी ऐतिहासिक जीत हासिल की है. कांग्रेस को जितना वोट नहीं जुटा मिला, उससे ज्यादा वोटों से बीजेपी जीती है.

वन मंत्री कश्यप ने दी प्रतिक्रिया

वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि पीसीसी अध्यक्ष का अपने कार्यकर्ताओं पर कंट्रोल नहीं है। यह स्पष्ट दिखता है. पीसीसी अध्यक्ष के कार्यक्रम में इस तरह की घटना हो रही है। अभी तो निचले स्तर पर हुआ है। आने वाले समय में उच्च स्तर पर हो रही ऐसी घटनाएं सामने आएंगी.

विधायक धरमलाल लाल कौशिक का बयान

बीजेपी के वरिष्ठ नेता धरमलाल कौशिक ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह कांग्रेस की पुरानी परंपरा है। कांग्रेस नेता जब लड़ते-झगड़ते हैं, तभी पता चलता है कि उनकी बैठक हो रही है। हमारी शुभकामना है इस तरह की बैठक करते रहें। प्रदेश अध्यक्ष की उपस्थिति में यह स्थिति निर्मित होना इस बात को साबित करता है. कांग्रेसी अपने प्रदेश अध्यक्ष की कितनी इज्जत करते हैं. वे इस तरह के जितनी बैठक करेंगे उतना उनके लिए अच्छा है. कांग्रेसियों के लिए यह सामान्य घटना है.

बता दें कि बुधवार को बिलासपुर के कांग्रेस भवन में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के संबंध में एक बड़ी बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें मुख्य रूप से पीसीसी चीफ दीपक बैज भी शामिल हुए थे. इसी बैठक पूर्व मेयर राजेश पांडे को बोलने का मौका नहीं दिया गया. जिसके बाद राजेश पांडे और सुबोध हरितवाल के बीच तीखी नोकझोंक हो गई. वहीं बैठक में उपस्थित कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव ने हस्तक्षेप कर दोनों नेताओं के बीच सुलह कराई. विवाद शांत होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज रायपुर के लिए रवाना हो गए.

शीत लहर की चपेट में सरगुजा संभाग, इन जिलों में प्रशासन ने बदला स्कूलों का समय…

ठंड की वजह से प्रदेश के कई जिलों में सुबह सूरज निकलने के बाद भी कोहरा छाया रहता है. सरगुजा संभाग में किस कदर ठंड का असर है, यह बलरामपुर में साफ नजर आता है, जहां प्रदेश में सबसे कम 8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. वहीं गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 9.6 डिग्री, दुर्ग में 11 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया.

वहीं कोरबा में 12.4 डिग्री, बिलासपुर में 13.4 डिग्री, नारायणपुर में 9.3 डिग्री, बस्तर में न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री, बीजापुर में 13.3 डिग्री, दंतेवाड़ा में 11.9 डिग्री और सुकमा में 14.8 डिग्री तापमान रहा. राजधानी रायपुर में 14.3 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.

तापमान बढ़ने के आसार

छत्तीसगढ़ में आने वाले दिनों में तामपान बढ़ सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय तूफान ‘फेंगल’ बनने की संभावना है. इस तूफान का असर छत्तीसगढ़ पर भी पड़ने की आशंका है. इस तूफान के कारण पूर्वोत्तर से आने वाली हवाओं में बाधा उत्पन्न हो सकती है, जिससे प्रदेश के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है.

पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, TI, SI, ASI, हेड कांस्टेबल समेत कई पुलिसकर्मी किये गए इधर से उधर, देखें लिस्ट …

जारी आदेश के अनुसार, 7 निरीक्षक, 4 उप निरीक्षक, 3 सहायक उप निरीक्षक और 8 प्रधान आरक्षक समेत 38 पुलिसकर्मियों का नाम शमिल है.

देखिये लिस्ट-

तमोर पिंगला टायगर रिजर्व में गूंजेगी रेस्क्यू किए गए बाघ की दहाड़, सीएम साय ने कहा – बाघों के संरक्षण के लिए काम कर रही सरकार
रायपुर-  कसडोल नगर के पारस नगर सेक्टर से रेस्क्यू किए गए नर बाघ की दहाड़ अब गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टायगर रिजर्व में गूंजेगी. वन विभाग के अधिकारियों ने रेस्क्यू किए गए इस बाघ को आज सुरक्षित तरीके से गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टायगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में छोड़ा. बता दें कि गुरु घासीदास तमोर पिंगला छत्तीसगढ़ का नया टायगर रिजर्व है. सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, यह हर्ष का विषय है कि वन विभाग के अधिकारियों द्वारा रेस्क्यू किए गए बाघ को आज सुरक्षित तरीके से गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टायगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में छोड़ दिया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य में बाघों के संरक्षण और संवर्धन के लिए हमारी सरकार काम कर रही है.

उल्लेखनीय है कि बलौदाबाजार वनमंडल के कसडोल तहसील में बीते 8 माह से बारनवापारा वन क्षेत्र में विचरण कर रहे एक नर बाघ के कसडोल तहसील के ग्राम कोट पहुंच जाने की सूचना वन विभाग को मिली थी। वन विभाग का अमला आवश्यक रेस्क्यू सामग्री तथा वन्यप्राणी चिकित्सा अधिकारियों सहित मौके पर तत्काल पहुंचकर कसडोल नगर के पारस नगर सेक्टर से उक्त बाघ को रेस्क्यू किया था। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) के निर्देश पर उक्त नर बाघ को आज सुबह 8 बजे नवगठित गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टायगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में सुरक्षित रूप से छोड़ दिया गया.

इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) एवं क्षेत्र संचालक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व रायपुर, वन संरक्षक (वन्यप्राणी) क्षेत्र संचालक, एलीफेंट रिजर्व सरगुजा, संचालक गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान बैकुण्ठपुर, उप निदेशक एलीफेंट रिजर्व सरगुजा, कानन पेंडारी-जू के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीके चंदन, गुरु घासीदास तमोर पिंगला टायगर रिजर्व के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजीत पाण्डेय, सहायक संचालक गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान बैकुण्ठपुर, अधीक्षक तमोर पिंगला अभ्यारण्य, अधीक्षक सेमरसोत अभ्यारण्य, क्षेत्रीय अधिकारी-कर्मचारी एवं छत्तीसगढ़ राज्य वन्यजीव बोर्ड के सदस्य गौरव निहलानी उपस्थित रहे।

बाघों के संरक्षण के लिए काम कर रही सरकार : सीएम साय

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि वन विभाग के अधिकारियों द्वारा रेस्क्यू किए गए बाघ को आज सुरक्षित तरीके से गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टायगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में बाघों के संरक्षण और संवर्धन के लिए ही भारत सरकार की ओर से ‘गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टायगर रिजर्व‘ के रूप में एक नया टायगर रिजर्व घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि टायगर रिजर्व देश का 56वां टायगर रिजर्व है। छत्तीसगढ़ सरकार ने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की सलाह पर छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व को अधिसूचित किया। कुल 2829.38 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले इस बाघ अभयारण्य में 2049.2 वर्ग किलोमीटर का कोर/ क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट शामिल है, जिसमें गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और तमोर पिंगला वन्यजीव अभयारण्य शामिल हैं। आंध्र प्रदेश के नागार्जुनसागर-श्रीशैलम टाइगर रिजर्व और असम के मानस टाइगर रिजर्व के बाद देश का तीसरा सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है।

मुख्यमंत्री ने महात्मा ज्योतिबा फुले की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने समाज सुधारक, विचारक, लेखक और दार्शनिक महात्मा ज्योतिबा फुले की 28 नवम्बर को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। श्री साय ने कहा है कि महात्मा फुले समाज को अंधविश्वास और कुप्रथाओं से मुक्त करना चाहते थे। वे भारतीय समाज में प्रचलित जाति व्यवस्था और उस पर आधारित भेदभाव के प्रबल विरोधी थे। उन्होंने महिलाओं व दलितों के उत्थान के लिए कई कार्य किए। दलितों के प्रति भेद-भाव समाप्त कर उन्हें समाज में स्थान दिलाने के लिए महात्मा फुले ने सत्यशोधक समाज की स्थापना की।

श्री साय ने कहा कि महात्मा फुले ने समाज को कुरीतियों से मुक्ति दिलाने के लिए सभी वर्गों की शिक्षा पर बल दिया। उन्होंने महिला शिक्षा को भी बढ़ावा दिया और अपनी धर्मपत्नी सावित्रीबाई फुले को शिक्षा प्रदान की, जो भारत की पहली अध्यापिका बनीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले की सेवा भावना और विचार मूल्य हमें सदा दीन-दुखियों की सेवा और समाज में समता स्थापित करने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।

कस्टम मिलिंग में लापरवाही को लेकर प्रशासन सख्त: खाद्य विभाग ने दो राइसमिलों पर मारा छापा, 1650 क्विंटल धान और 620 क्विंटल चावल जब्त

जांजगीर-चांपा-     छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में खाद्य विभाग ने आज कस्टम मिलिंग में लापरवाही करने वाले राइसमिलरों पर ताबड़तोड़ छापेमार कार्रवाई की है. कलेक्टर के निर्देशन पर खाद विभाग ने पामगढ़ क्षेत्र में दो राइसमिल पर छापा मारा है. खाद्य विभाग ने आज सुबह-सुबह राज एग्रो इंडस्ट्रीज पामगढ़ में दबिश दी. जांच में आवश्यक दस्तावेज नहीं पेश करने पर खाद्य विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रोपराइटर सुनील कुमार के कब्जे से 1 हजार 2 सौ 96 क्विंटल धान जब्क कर लिया है.

वहीं केटी एन्ड संस इंडस्ट्रीज पामगढ़ में भी गड़बड़ी का मामला सामने आया है. केटी एन्ड संस इंडस्ट्रीज में खाद्य निगम के स्टेट का आवंटन के 15 दिन बाद भी चावल जमा नहीं होने पर खाद्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए 354 क्विंटल धान और 620 क्विंटल चावल जप्त किया है.

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने नवनिर्वाचित विधायक सुनील सोनी को विधानसभा सदस्यता की दिलाई शपथ

रायपुर-    विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने आज छत्तीसगढ़ विधानसभा के सभागार में आयोजित समारोह में नव निर्वाचित विधायक सुनील सोनी को विधायक पद की शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सहित मंत्रीगणों और विधायकों ने श्री सोनी को उनकी नई जिम्मेदारियों के लिए शुभकामनाएं दी।

विधायक सुनील सोनी ने शपथ ग्रहण के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सहित उपस्थित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मैं अपने क्षेत्र की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का हरसंभव प्रयास करूंगा और उनकी सेवा में समर्पित रहूंगा।

इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक राजेश मूणत, किरण सिंह देव, मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, गुरु खुशवंत साहब एवं जनप्रतिनिधिगण भी उपस्थित थे।

पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा को नहीं मिली हाई कोर्ट से राहत, ACB से मांगा जवाब…

बिलासपुर- पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय से राहत नहीं मिली है. मामले में हाई कोर्ट ने निचली अदालत के अग्रिम जमानत नहीं देने के फैसले को बरकरार रखते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) से जवाब तलब किया है. मामले की अगली एक हफ्ते बाद होगी.

जस्टिस रविंद्र अग्रवाल के सिंगल बेंच में आज सुनवाई हुई. पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा की ओर से मामले में ईओडब्ल्यू पर झूठे आपराधिक केस में फंसाने का आरोप लगाया गया है, जिस पर उन्होंने अग्रिम जमानत याचिका लगाई है. जस्टिस ने एफआईआर पर स्टे देने से इंकार करते हुए एसीबी-ईओडब्ल्यू से जबाव तलब किया है.

बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने डॉ. आलोक शुक्ला, अनिल टुटेजा, सतीश चंद्र वर्मा और अन्य पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 2018 की धाराओं 7, 7क, 8, और 13(2) और भारतीय दंड संहिता की धाराएं 182, 211, 193, 195-ए, 166-ए, और 120बी के तहत अपराध दर्ज किया था.

ईओडब्ल्यू की ओर से दर्ज एफआईआर के अनुसार, पूर्व आईएएस डॉ. आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा ने तत्कालीन महाधिवक्ता सतीशचंद्र वर्मा से पद का दुरूपयोग करते हुए लाभ लिया. दोनों अफसरों ने तत्कालीन महाअधिवक्ता वर्मा को लोक कर्तव्य को गलत तरीके से करने के लिए प्रेरित किया था.

ईओडब्ल्यू का आरोप है कि इसके बाद तीनों ने मिलकर एजेंसी (ईओडब्ल्यू) में काम करने वाले उच्चाधिकारियों से प्रक्रियात्मक दस्तावेज और विभागीय जानकारी में बदलाव करवाया, ताकि नागरिक आपूर्ति निगम के खिलाफ 2015 में दर्ज एक मामले में अपने पक्ष में जवाब तैयार कर हाईकोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रख सकें और उन्हें अग्रिम जमानत मिल सके.