वन विभाग की ढिलाई से फिर बेलगाम हुए लकटडकट्ट
नवाबगंज (गोण्डा)। नवागत वन क्षेत्राधिकारी अभिषेक सिंह के कार्यभार संभालने के बाद क्षेत्र में प्रतिबंधित हरे पेड़ों की अवैध कटान लगभग थम सी गई थी। पिछले कुछ माह में तमाम वन माफिया और छोटे लकटडकट्टों ने कमाई का दूसरा जरिया ढूंढना भी शुरू कर दिया था लेकिन बीते पिछले हफ्ते से लेकर आज तक क्षेत्र के विभिन्न गांवों में वन माफियाओं ने प्रतिबंधित हरे पेड़ों की कटान कर एक बार फिर से वन विभाग को मुंह चिढ़ाया है।
04 दिन पहले लौव्वाबीरपुर के डिहवा मजरे में लकटडकट्टों ने एक हरे नीम के पेड़ को धराशायी कर दिया। वहीं 03 दिन पूर्व लौव्वाबीरपुर के ही सिंगाराय पुरवा में एक विशाल गूलर के पेड़ को स्थानीय लकटडकट्ट काटकर उठा ले गये। स्थानीय लोग गूलर काटने में गांव के ही वीर सिंह और रामदेव की संलिप्तता की बात कर रहे हैं।
सोमवार को अकबरपुर गांव के एकडंगा मजरे में वन माफिया ने जामुन के एक हरे पेड़ और शीशम के एक सूखे पेड़ को दिन दहाड़े काट डाला। उपरोक्त तीनों घटनाओं में कटे नीम, जामुन, शीशम और गूलर के वृक्ष प्रतिबंधित वृक्षों की श्रेणी में आते हैं लेकिन इन प्रतिबंधित हरे पेड़ों को काट कर वन माफिया वन विभाग की किरकिरी करा रहे हैं। इन सभी घटनाओं के संबंध में वन क्षेत्राधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा कि सभी मामलों में कार्रवाई की जा रही है।
Nov 25 2024, 18:12