झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार ने किया मतदाताओं से मतदान का अपील

झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार ने कहा, "देश के सबसे बड़े लोकतंत्र में मतदान एक अहम हिस्सा है, मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि वे अपने मत का उपयोग करें... मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि 'पहले मतदान, फिर जलपान'..."

भोजपुरी कलाकार निरहुआ का एलान,झारखंड में भाजपा की सरकार बनती है तो जमशेदपुर में होगी भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग

विधानसभा चुनाव प्रचार के अंतिम दिन जमशेदपुर पूर्वी में भाजपा के प्रचार अभियान में कई रंग देखने को मिला. इस दौरान रोड शो, पदयात्रा, बैठकों और सभाओं के माध्यम से मतदाताओं से सीधा संपर्क स्थापित किया गया.

 आजमगढ़ के पूर्व सांसद सह भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने पूर्णिमा साहू के समर्थन में रोड शो कर जनसभा को संबोधित किया, जबकि पूर्णिमा साहू ने विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान के माध्यम से भाजपा के पक्ष में समर्थन और आशीर्वाद देने की अपील की.

 झारखंड के भष्ट नेताओं को उल्टा लटका देंगे, कोयले की तस्करी रोकेंगे, झरिया में अमित शाह ने झामुमो सरकार पर बोला हमला

दिनेश लाल निरहुआ का रोड शो भुइयांडीह पार्क से शुरू होकर पटेल नगर, टेल्को मनीफीट, रामाधीन बागान, प्रेम नगर सहित अन्य प्रमुख इलाकों से होकर प्रेमनगर पहुंचते ही सभा में परिवर्तित हो गया. रोड शो के दौरान उन्होंने भुइयांडीह में भी सभा की और भाजपा के पक्ष में समर्थन देने की अपील की. रोड शो के मार्ग में स्थानीय लोगों की भारी भीड़ रही. इस दौरान लोगों ने पुष्पवर्षा एवं आतिशबाजी कर निरहुआ का स्वागत किया गया. प्रेमनगर की सभा को संबोधित करते हुए निरहुआ ने कहा कि झारखंड के समग्र विकास, सुरक्षा और विशेष रूप से पूर्वी क्षेत्र के विकास के लिए भाजपा की सरकार जरूरी है.

 उन्होंने कहा कि जमशेदपुर पूर्वी में भाजपा की जीत एवं झारखंड में एनडीए सरकार बनने पर वे जमशेदपुर में एक भोजपुरी फिल्म की शूटिंग भी प्रारंभ करेंगे.

तोंपचाची सीएम हेमंत सोरेन ने मथुरा महतो के पक्ष में किया जनता से सीधा संवाद,जुटी महिलाओं की भीड़


झारखंड डेस्क

धनबाद : झारखंड में आज तोपचांची के मदैयडीह स्टेडियम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आगमन हुआ। इस अवसर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा इंडिया गठबंधन सरकार को फिर से स्थापित करने के उद्देश्य से उन्होंने जनता से संवाद किया।

 उनकी बातें सुनने के लिए भारी संख्या में लोगों, विशेषकर महिलाओं की भीड़ एकत्रित हुई। मुख्यमंत्री ने टुंडी और पूरे झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा और गठबंधन सरकार को समर्थन देने की अपील की।

 उनके इस आह्वान पर मौजूद जनता ने पूरे जोश और समर्थन के साथ सकारात्मक प्रतिक्रिया दी, जो झारखंड में उनकी लोकप्रियता और उनके नेतृत्व के प्रति विश्वास को दर्शाया।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने टुंडी विधानसभा क्षेत्र से झारखंड मुक्ति मोर्चा इंडिया गठबंधन प्रत्याशी मथुरा प्रसाद महतो को विजय बनाने के लिए लोगों से अपील की।

कल्पना सोरेन ने कथित सर्वे के को किया ख़ारिज,मीडिया से कहा लिख कर रख लीजिये एनडीए 36% वोट शेयर भी पार नहीं कर पायेगा

झारखंड डेस्क

झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए अब 24 घंटे से भी कम वक्त बचा है। ऐसे में दावों और वादों का जोर और तेज हो गया है। पिछले दिनों आये झारखंड चुनाव की सर्वे रिपोर्ट काफी चर्चा में रही।

दावा किया गया कि इस चुनाव में इंडी गठबंधन पर NDA भारी पड़ेगा। झारखंड में सत्ता का उलटफेर हो सकता है। हालांकि झामुमो ने दावा किया है कि सरकार तो इंडी गठबंधन की ही बन रही है। कल्पना सोरेन ने तो यहां तक दावा कर दिया है कि लिख कर रख लीजिये एनडीए 36% वोट शेयर भी पार नहीं कर पा रहा है।

कल्पना सोरेन ने सर्वे रिपोर्ट पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा आजसू को : 2014 लोकसभा में – 44.5% वोट 2014 विधानसभा में – 35.5% वोट मिले थे। 2019 लोकसभा में – 56% वोट मिले थे। वहीं 2019 विधानसभा में – 42 % मिला था।

2024 के लोकसभा में – 47.6% वोट मिला था, इससे साफ़ है की मोदी युग में भी लोकसभा और विधान सभा के बीच भाजपा को कम से कम 22 से 25% वोट प्रतिशत का नुकसान होता है।

लोकसभा में INDIA को झारखंड में 14 में 2 सीट देने वाला एग्जिट पोल कह रहा है भाजपा-आजसू को 53% वोट शेयर मिलेगा। सम्भाल कर रख लीजिए – लिख कर दे रही हूँ – भाजपा-आजसू – JDU- LJP गठबंधन – 36% वोट शेयर पार नहीं कर रहा है।

सर्वे में क्या किया गया था दावा

झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक 18 से 25 सीट जीत सकता है. वहीं, अन्य के खाते में 2 से 5 सीट मिलने की उम्मीद है। इससे पहले साल 2019 के विधानसभा चुनावों में जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 47 सीटें जीतीं, जबकि एनडीए को 25 सीटें मिली थी.

बीजेपी गठबंधन को 53 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिलने की उम्मीद है, जबकि, जेएमएम-कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन का वोट शेयर 27.9 फीसदी रह सकता है। वहीं, अन्य को 18.9 प्रतिशत वोट शेयर का अनुमान जताया गया है।

मैटराइज सर्वे के अनुसार, कोल्हान (चाईबासा), दक्षिणी छोटानागपुर (रांची), पलामू (मेदिनीनगर) में जहां बीजेपी और उसके सहयोगी दल की पकड़ मजबूत होती दिखाई दे रही है। जेएमएम गठबंधन को इन पांच क्षेत्रों में भारी सीटों का नुकसान होने का अनुमान है।

मैटराइज सर्वे के अनुसार संथाल परगना की 18 सीटों में से भाजपा गठबंधन को 6 से 9 सीटें मिल सकती है, वहीं जेएमएम गठबंधन को 4 से 10 सीटें मिलने का अनुमान है। उत्तरी छोटानागपुर (हजारीबाग) की 25 सीटों में भाजपा गठबंधन को 14 से 17 और जेएमएम गठबंधन को 0-4 सीट मिलने की उम्मीद जताई गई है।

MP News : AIMIM से छिटकी टीम IUML की झोली में, तौकीर बने प्रदेश प्रवक्ता


खान आशु 

भोपाल। प्रदेश के मुस्लिम मतदाताओं को सहेजने की कोशिश में जुटी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) पैर पसारने से पहले ही सिमट गई। इसकी बिखरी हुई छुटपुट टीम भी यहां वहां पलायन करती नजर आने लगी है। इसी बीच प्रदेश में एक नई आमद के तौर पर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने अपनी जमावट शुरू कर दी है। AIMIM को प्रदेश और राजधानी भोपाल में खास पहचान देने वाले तौकीर निजामी के हाथों प्रदेश में अपनी बात रखने की जिम्मेदारी सौंपकर IUML ने अपनी नई और सफल पारी खेलने की तरफ कदम बढ़ा लिए हैं।

इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने हाल ही में अपने प्रदेश पदाधिकारियों का ऐलान किया है। राजधानी भोपाल में हुई एक बैठक के दौरान तौकीर निजामी को प्रदेश प्रवक्ता घोषित किया गया। पार्टी के ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ एम यासिर राज ने उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपते हुए इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग IUML का परचम थमाया। इस मौके पर तौकीर निजामी के साथ बड़ी तादाद में कार्यकर्ताओं ने अपनी आस्था इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग IUML के साथ दिखाते हुए पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। कार्यक्रम के दौरान डॉ राज ने डॉ आसिफ अली को प्रदेश के संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी सौंपी। बैठक में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग IUML के प्रदेश अध्यक्ष जावेद खान के अलावा कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।

निजामी पर इसलिए भरोसा

सूत्रों का कहना है कि AIMIM की प्रदेश में शुरुआती यात्रा के दौरान तौकीर निजामी ने महती भूमिका निभाई है। पार्टी मुखिया असद उद्दीन ओवैसी की प्रदेश की इकलौती आमसभा से लेकर प्रदेश के निकाय चुनावों में परिणाम लाने वाले प्रदर्शन का जिम्मा भी उन्होंने ही निभाया है। विपक्ष की भूमिका निभाते हुए सत्ता पक्ष को घेरने के लिए मुखर रहना भी तौकीर की खासियतों में शामिल है। सूत्रों का कहना है कि IUML पहले तौकीर को प्रदेश में किसी बड़े पद पर आसीन करने का मन बना चुकी थी, लेकिन उनकी क्षमताओं और पार्टी की जरूरत के लिहाज से उन्हें प्रवक्ता की भूमिका में उतारा गया है।

IUML का भविष्य

दक्षिण भारत में कुछ सांसद, कई विधायक और राज्यसभा सांसद रखने वाली IUML प्रदेश के मुस्लिम बहुल विधानसभा क्षेत्रों में अपना वर्चस्व स्थापित कर सकती है। भाजपा से उपेक्षित और कांग्रेस से ठगे हुए मुस्लिम वोटर्स के लिए यह एक बेहतर विकल्प हो सकता है। प्रदेश की करीब 45 विधानसभा में अपना बाहुल्य रखने वाले मुस्लिम समुदाय को अपना वोट एकमुश्त दिखाकर अपनी ताकत दिखाने का मौका IUML के साथ मिल सकता है।

यहां है मुस्लिम बहुलता

प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर मुस्लिम वोट प्रतिशत हार जीत का फैसला करने के हालत रखता है। इंदौर संभाग के धार, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन के अलावा इंदौर की आधी विधानसभा सीटों पर मुस्लिम समुदाय का वर्चस्व है। इसी तरह उज्जैन संभाग में रतलाम, मंदसौर, शाजापुर, शुजालपुर में भी बड़ी तादाद में मुस्लिम मतदाता मौजूद हैं। प्रदेश की राजधानी भोपाल की तीन विधानसभा मुस्लिम बहुल मानी जाती हैं। जबकि इस संभाग के राजगढ़, विदिशा, रायसेन, सीहोर, बैरसिया में भी मुस्लिम वोटर्स की बड़ी तादाद मौजूद है। इधर सागर, जबलपुर, सतना, ग्वालियर जैसे कई जिलों में भी मुस्लिम वोटर्स मौजूद हैं।

किस्त का किस्सा बंद, अब नहीं बढ़ेगी तारीख, रह गए कई बाकी, जानें क्या है मामला

खान आशु 

भोपाल। अकीदत के सफर पर जाने के ख्वाहिशमंदों को हज खर्च की पहली किस्त जमा करने के लिए दिया गया तीसरा मौका भी पूरा हो गया है। 11 नवम्बर की आखिरी तारीख तक कई आवेदक राशि जमा करने से चूक गए हैं। हालांकि इनका एग्जेक्ट डेटा 14 नवम्बर को डॉक्यूमेंट्स जमा करने की आखिरी तारीख को ही स्पष्ट हो पाएगा। फिलहाल यह माना जा रहा है कि समय से बहुत पहले मांग ली गई राशि और हज खर्च में हुई बढ़ोतरी ने कई आवेदकों के कदम रोक दिए हैं और वे निर्धारित समय पर पहली किस्त जमा नहीं कर पाए हैं।

जानकारी के मुताबिक हज 2025 के लिए चुने गए आवेदकों से सेंट्रल हज कमेटी ने हज खर्च की पहली किस्त मांगी है। पूर्व में दो बार निर्धारित की जा चुकी तारीख के बाद इसके लिए 11 नवम्बर तक की अंतिम तारीख तय की गई थी। सूत्रों का कहना है कि सेंट्रल हज कमेटी ने प्रदेश हज कमेटियों को भेजे पत्र में स्पष्ट कर दिया है कि इस अंतिम तारीख के बाद अब किस्त जमा करने के लिए समय की बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। इस बीच सूत्रों का यह भी कहना है कि आखिरी तारीख तक बड़ी तादाद में आवेदक किस्त की राशि जमा करने से चूक गए हैं। इसके चलते यह आवेदक अब हज सफर पर नहीं जा जाएंगे। इन बची हुई सीटों पर उन आवेदकों को मौका मिल सकता है, जिनके नाम आवेदक चयन के दौरान प्रतिक्षा सूची में रखा गया है।

14 तक जमा होंगे डॉक्यूमेंट 

हज खर्च की पहली किस्त जमा करने की आखिरी तारीख गुजरने के बाद अब हज आवेदकों को अपने डॉक्यूमेंट्स हज कमेटी में जमा कराने हैं। 14 नवम्बर की आखिरी तारीख के साथ आवेदकों को अपना मूल आवेदन, पासपोर्ट की मूल प्रति, किस्त जमा करने की पे इन स्लिप, मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट, फोटो आदि जमा करना हैं। कहा जा रहा है कि डॉक्यूमेंट्स जमा करने की इस तारीख के साथ ही यह भी स्पष्ट हो जाएगा कि चुने गए आवेदकों में से कितने लोगों ने अपनी किस्त जमा कराई है।

धनबाद के झरिया में गृह मंत्री अमित शाह का एलान, भाजपा कि सरकार बनेगी तो झारखंड के भ्रष्टाचटारी नेता जायेंगे जेल


झारखंड डेस्क 

धनबाद के झरिया में देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनते ही भष्टाचार में डूबे नेताओं को जेल जाना होगा. 

उन्होंने कहा कि गरीब आदिवासियों के पैसे लूटे गए. किसी के घर से 350 करोड़ रुपए मिलते हैं, तो किसी के पास 35 करोड़. नोट गिननेवाली मशीन भी नोट गिनते-गिनते थक जाती है.

उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार ने मनरेगा का पैसा लूटा,ये सारे पैसे झारखंड की गरीब जनता के पैसे हैं. भाजपा की सरकार बनते ही भष्टाचार के पैसे इन भ्रष्ट नेताओं से लेकर प्रदेश के खजाने में डाला जाएगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने मनरेगा का पैसा लूटा है. सेना की जमीन भी लूट ली. भ्रष्टाचार में डूबे लोगों और भू-माफिया, पेपर लीक माफिया को भाजपा की सरकार उल्टा लटकाकर सीधा कर देगी.

कि भ्रष्टाचार में डूबे लोगों और भू-माफिया, पेपर लीक माफिया को भाजपा की सरकार उल्टा लटकाकर सीधा कर देगी.

भ्रष्टाचटारी जायेंगे जेल

अमित शाह ने कहा कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनते ही भष्टाचार में डूबे कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं को जेल जाना होगा. कहा कि गरीब आदिवासियों के पैसे लूटे गए. किसी के घर 350 करोड़ रुपए मिलते हैं, तो किसी के पास 35 करोड़. नोट गिननेवाली मशीन भी नोट गिनते-गिनते थक जाती है.

झारखंड सरकार ने मनरेगा का पैसा लूटा – अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि ये सारे पैसे झारखंड की गरीब जनता के पैसे हैं. भाजपा की सरकार बनते ही भष्टाचार के पैसे इन भ्रष्ट नेताओं से लेकर प्रदेश के खजाने में डाला जाएगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने मनरेगा का पैसा लूटा है. सेना की जमीन भी लूट ली. अमित शाह ने कहा कि भ्रष्टाचार में डूबे लोगों और भू-माफिया, पेपर लीक माफिया को भाजपा की सरकार उल्टा लटकाकर सीधा कर देगी.

झारखंड में घुसपैठिए बड़ी समस्या :

अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि झारखंड में घुसपैठिए बड़ी समस्या हैं. बंगलादेशी रोहिंग्या मुसलमान यहां आकर 2-3 शादी हिंदू लड़कियों से करते हैं और उनकी जमीन लूटते हैं. हमारी सरकार बनने पर घुसपैठियों को झारखंड से बाहर खदेड़ दिया जाएगा. अमित शाह ने कहा है कि मोदी सरकार जो कहती है, वह करती है.

केंद्रीय गृह मंत्री ने किए ये वादे

माता-बहनों के नाम पर 50 लाख रुपए तक की जमीन खरीदने पर एक रुपया में रजिस्ट्री को फिर से शुरू किया जाएगा.

गोगो दीदी योजना शुरू करेंगे, हर महीने माताओं-बहनों के अकाउंट में 2100 रुपए आएंगे.

500 रुपये में गैस सिलेंडर मिलेगा. साल में 2 बार मुफ्त में सिलेंडर मिलेगा.

कार्यकर्ताओं को रोकने के हथकंडे अपना रहे विरोधी : रागिनी सिंह

झरिया की प्रत्याशी रागिनी सिंह ने कहा कि विरोधी हर तरह के हथकंडे अपनाकर प्रशासन के सहयोग से कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन, यहां जो जनसैलाब उमड़ा है, वह बताता है कि हमारी जीत निश्चित है.

विजय संकल्प सभा में ये लोग हुए शामिल

पूर्व विधायक कुंती सिंह, किरण सिंह, सिद्धार्थ गौतम उर्फ, मनीष सिंह, जिला अध्यक्ष श्रवण राय, जदयू के जिला अध्यक्ष पिंटू सिंह, प्रदेश मंत्री सरोज सिंह, हरीश जोशी, चुनाव प्रभारी जितेश चंद्रवंशी, सुजीत कुमार सिंह, संतोष सिंह, बाबू जेना, अखिलेश सिंह, महाबीर पासवान, विष्णु त्रिपाठी, योगेंद्र यादव, उमेश यादव, बच्चा गिरि, पूनम महतो, विकास श्रीवास्तव, राजाराम पासवान, रंजीत शर्मा व अन्य मौजूद थे.

चिरकुंडा चेकपोस्ट पर बाइक से 1.90 लाख रुपए जब्त


 

धनबाद : पश्चिम बंगाल से लगी सीमा के समीप चिरकुंडा अंतरराज्यीय चेकपोस्ट पर सोमवार की दोपहर पुलिस ने वाहन जांच के दौरान एक बाइक से 190500 रुपये जब्त किए हैं.पकड़ा गया बाइक सवार सन्नी वर्णवाल बराकर का रहने वाला है. वह अपनी बाइक ( संख्या JH 10 BA-7408) से चिरकुंडा आ रहा था.

 तभी चेकपोस्ट पर वाहन जांच के दौरान पकड़ा गया. पुलिस की पूछताछ में सन्नी वर्णवाल ने बरामद राशि के संबंध में न तो संतोषजनक जवाब दिया, न ही कोई सबूत प्रस्तुत किया.

 इसके बाद चिरकुंडा पुलिस व एसएसटी टीम ने रुपये जब्त कर चुनाव आयोग की कमेटी को सौंप दिया. ज्ञात हो कि चिरकुंडा चेकपोस्ट पर अब तक विभिन्न वाहनों से करीब 17 लाख रुपये जब्त किए जा चुके हैं.

झारखंड के पहले चरण से ही तय हो जाएगी सत्ता की दशा और दिशा, समझें 43 सीटों का लेखा-जोखा

रांची : झारखंड के पहले चरण में जिन 43 सीटों पर चुनाव होने हैं. इनमें सबसे ज्यादा 14 सीटें कोल्हान क्षेत्र की हैं. पहले चरण में विभिन्न दलों और निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. जेएमएम ने 23 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रखे हैं.

पीएम मोदी, बाबूलाल मरांडी, सुदेश महतो, हेमंत सोरेन, राहुल गांधी, तेजस्वी यादव

झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का चुनावी शोर सोमवार शाम थम गया. पहले फेज में 15 जिलों की 43 सीटों के लिए बुधवार को मतदान है. इस चरण की 43 विधानसभा सीटों पर 683 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 1.37 करोड़ वोटर्स तय करेंगे.

 इस तरह राज्य की आधी से ज्यादा सीटों पर वोटिंग खत्म हो जाएगी और उसके साथ ही सत्ता की दशा-दिशा भी साफ हो जाएगी. यही वजह है कि इंडिया गठबंधन और एनडीए ने पूरा दमखम लगाया है.

झारखंड के पहले चरण में 43 सीटों में से सबसे ज्यादा 14 सीटें कोल्हान क्षेत्र की हैं. इसके अलावा 13 सीटें दक्षिणी छोटानागपुर, 9 सीटें पलामू और 7 सीटें उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्र की हैं. सूबे की जिन 43 सीटों पर पहले चरण में चुनाव हैं, उसमें से 20 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं और छह सीटें अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं. इसके अलावा बाकी 17 सामान्य सीटें हैं.

पहले चरण में किसके-कितने कैंडिडेट?

पहले चरण में विभिन्न दलों और निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच होना है. बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए में आजसू, जेडीयू और एलजेपी (आर) शामिल हैं. वहीं, इंडिया गठबंधन में जेएमएम, कांग्रेस, आरजेडी और लेफ्ट पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ रही है.

पहले चरण में जेएमएम ने 23 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रखे हैं, तो कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. आरजेडी ने 5 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं, जिनमें से दो महागठबंधन प्रत्याशी के खिलाफ भी हैं. इन दो विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और आरजेडी के बीच फ्रेंडली फाइट हो रही है. वहीं, एनडीए के तहत 43 में से 36 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. इसके बाद सुदेश महतो की आजसू के चार, नीतीश कुमार की जदयू के दो और चिराग पासवान की लोजपा (आर) का एक सीट पर उम्मीदवार मैदान में है.

पहले चरण में किसका-क्या दांव पर लगा?

झारखंड के पहले चरण में जिन 43 सीटों पर चुनाव होने हैं, उसे 2019 के चुनावी लिहाज से देखें तो जेएमएम सबसे ज्यादा सीटें जीतने में सफल रही थी और उसके बाद बीजेपी को सीटें मिली हैं. हेमंत सोरेन की अगुवाई में जेएमएम 17 सीटें और कांग्रेस ने 8 सीटें जीती थीं. एनसीपी और आरजेडी एक-एक सीट जीती थी. वहीं, बीजेपी ने 13 विधानसभा सीटें जीती थीं और एक सीट जेवीएम ने जीती थी. इसके अलावा दो सीटों पर निर्दलीय विधायक चुने गए थे.

महागठबंधन ने 27 सीटों पर जीत दर्ज कर बीजेपी को सत्ता से बेदखल कर दिया था, लेकिन इस बार सियासी हालत बदल गए हैं. बीजेपी ने आजसू से लेकर जेडीयू और चिराग पासवान की एलजेपी से गठबंधन कर रखा है. 

इस तरह पहले चरण में असल अग्निपरीक्षा हेमंत सोरेन और कांग्रेस के गठबंधन की होनी है. बीजेपी इस चरण की 43 सीटों में से ज्यादातर सीटें जीतकर सत्ता में वापसी करना चाहती है, जिसके लिए आदिवासी वोटों पर खास फोकस कर रखा है.

पहले चरण के खास चेहरे कौन से हैं?

झारखंड चुनाव के पहले चरण में चर्चित सीटों में सरायकेला, रांची, जमशेदपुर पश्चिम, जगन्नाथपुर और जमशेदपुर पूर्व शामिल हैं. खास चेहरों की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन सरायकेला सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन इस बार जेएमएम के बजाय बीजेपी के टिकट पर किस्मत आजमा रहे हैं. जमशेदपुर पूर्व में कांग्रेस के अजय कुमार का मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास की बहू और भाजपा उम्मीदवार पूर्णिमा दास से है.

जगन्नाथपुर सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी और बीजेपी उम्मीदवार गीता कोड़ा का कांग्रेस नेता सोना राम सिंकू का मुकाबला है. रांची सीट पर 1996 से विधायक और बीजेपी के वरिष्ठ नेता चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह (सीपी सिंह) के सामने जेएमएम की राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने ताल ठोक रखी है. जमशेदपुर पश्चिम में कांग्रेस के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का सामना जदयू नेता सरयू रॉय से है. सरयू रॉय ने 2019 के चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुबर दास को जमशेदपुर पूर्वी सीट से शिकस्त दी थी. इस बार वह अपनी सीट बदलकर चुनाव में उतरे हैं.

पहले चरण की वोटिंग की तैयारी

पहले चरण के लिए बुधवार को सुबह सात बजे से 43 विधानसभा सीटों के 15 हजार 344 बूथों पर चुनाव मैदान में खड़े कुल 683 प्रत्याशी की किस्मत का फैसला कुल 1 करोड़ 37 लाख 10 हजार 717 वोटर करेंगे. पहले चरण में कुल वोटरों में 68 लाख 73 हजार 455 पुरुष, 68 लाख 36 हजार 959 महिला और 303 थर्ड जेंडर शामिल हैं.

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने चुनाव तैयारी पूरी कर लेने की बात कही है. उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्र पर सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं. मॉडल बूथ के अलावा सभी मतदान केंद्र से वेब कास्टिंग की सुविधा होगी, जिसके जरिए आयोग और जिला मुख्यालय कंट्रोल रूम से नजर रखी जाएगी. ऐसे में बीजेपी और जेएमएम के बीच सीधा मुकाबला है, तो कांग्रेस की भी अग्निपरीक्षा है. ऐसे में सत्ता का दारोमदार पहले चरण की सीटों से तय होनी है.

झारखंड विस चुनाव की 43 सीटों पर कल वोटिंग,पूर्व CM समेत कई मंत्रियों के फैसला


रांची :पहले चरण में झारखंड की 43 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जायेंगे. 13 नवंबर को झारखंड में सत्ता का रण शुरू हो जायेगा. इसको लेकर राजनीति की बिसात बिछ गयी है राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों के सामने चुनौती है.

 झामुमो, भाजपा, कांग्रेस व आजसू सहित कई दल आमने-सामने हैं. पहले चरण में कई दिग्गजों की भी परीक्षा होनी है. पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और सरकार में शामिल कई मंत्रियों के भाग्य का फैसला होना है. ऐसी लगभग एक दर्जन सीटें हैं, जिस पर सबकी नजर है. यही 43 सीट झारखंड में सत्ता की तस्वीर और दलों की तकदीर तय करेगी.

सातवीं बार सीपी सिंह मैदान में महुआ माजी दे रहीं चुनौती

रांची विधानसभा सीट पर भाजपा का पिछले 28 वर्षों से कब्जा है. यहां से भाजपा प्रत्याशी वर्ष 1996 से लगातार जीत दर्ज कर रहे हैं. सीपी सिंह को भाजपा ने सातवीं बार प्रत्याशी बनाया है. पिछले चुनाव में इस सीट पर झामुमो की महुआ माजी ने उन्हें कड़ी चुनौती दी थी. सीपी सिंह सिर्फ 5904 वोट से जीते थे. एक बार फिर महुआ माजी झामुमो के टिकट से मैदान में उतरी हैं.

 ऐसे में जनता की निगाहें इस सीट पर बनी हुई हैं. महुआ माजी फिलहाल राज्यसभा की सदस्य हैं.

नवीन जायसवाल को चुनौती देंगे अजयनाथ शाहदेव

हटिया से नवीन जायसवाल पिछले 12 वर्षों से विधायक हैं. वह अलग-अलग दल से चुनाव लड़ कर इस सीट से जीत दर्ज करते रहे हैं. वर्ष 2012 में हुए उप चुनाव में नवीन जायसवाल पहली बार विधायक बने थे. इसके बाद वे 2014 में जेवीएम के टिकट से चुनाव जीते. वर्ष 2019 के चुनाव में वे भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते. इस बार भी भी उन्हें भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है. इनके खिलाफ कांग्रेस के अजयनाथ शाहदेव चुनाव मैदान में हैं.

कांके में पिछले चार चुनावों से लगातार भाजपा को मिल रही है जीत

कांके सीट से अभी भाजपा के समरी लाल विधायक हैं. पिछले चार चुनावों में यह सीट भाजपा के खाते में गयी है. चार चुनावों में भाजपा ने दो बार रामचंद्र बैठा को यहां से टिकट दिया और वे विधायक बने. फिर 2014 में जीतू चरण राम को टिकट दिया, तो वे भी विधायक बने. वर्ष 2019 में समरी लाल को टिकट दिया, तो वे भी चुनाव जीते. इस बार फिर से जीतू चरण राम को यहां से टिकट दिया गया है. वहीं, कांग्रेस ने यहां से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में सुरेश कुमार बैठा को उतारा है.

मांडर में कांग्रेस की शिल्पी नेहा तिर्की और भाजपा के सन्नी टोप्पो में टक्कर

इस सीट पर 2005 से लेकर अब तक हुए चार चुनावों में तीन बार बंधु तिर्की विजयी हुए हैं. वर्ष 2005 में वह यूजीडीपी से विधायक बने. फिर 2009 में जेएचजेएएम से विधायक चुने गये. वहीं, वर्ष 2014 में इस सीट से भाजपा की गंगोत्री कुजूर जीतीं. वहीं, 2019 में बंधु तिर्की जेवीएम से चुनाव जीत गये. फिलहाल इस सीट से कांग्रेस की शिल्पी नेहा तिर्की विधायक हैं. इस बार कांग्रेस ने उन्हें टिकट दिया है. वहीं, भाजपा ने सन्नी टोप्पो को टिकट दिया है. दोनों के बीच सीधी टक्कर है.

विकास के सामने होंगे गोपाल कृष्ण पातर, होगी सीधी टक्कर

इस सीट से अभी झामुमो के विधायक विकास सिंह मुंडा हैं. श्री मुंडा वर्ष 2014 में यहां से विधायक रहे हैं. तब वह आजसू से जीते थे. यहां चार चुनावों में दो बार सीट जदयू के खाते में गयी, लेकिन प्रत्याशी अलग-अलग रहे. एक बार रमेश सिंह मुंडा व एक बार गोपाल कृष्ण पातर जीते. रमेश सिंह मुंडा की मृत्यु के बाद उनके पुत्र दो बार विधायक बने हैं. इस बार भी झामुमो ने विकास सिंह मुंडा को टिकट दिया है. वहीं, जदयू से फिर गोपाल कृष्ण पातर मैदान में हैं. जेएलकेएम ने दमयंती मुंडा को उतारा है.

वर्ष 2000 से लगातार विधायक हैं भाजपा के नीलकंठ सिंह मुंडा

खूंटी विधानसभा सीट भाजपा की सेफ सीटों में एक रही है. वर्ष 2000 से लगातार इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी नीलकंठ सिंह मुंडा जीत दर्ज कर रहे हैं. रघुवर सरकार में नीलकंठ सिंह मुंडा मंत्री भी बने थे. एक बार फिर भाजपा ने नीलकंठ सिंह मुंडा पर भरोसा जताया है. वहीं, इस सीट पर झामुमो ने राम सूर्य मुंडा को प्रत्याशी बनाया है. वह महागठबंधन के प्रत्याशी हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान खूंटी विस क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा को 47 हजार से अधिक की बढ़त मिली थी.

चार चुनावों में दो बार भाजपा और दो बार झामुमो जीता

तोरपा सीट से अभी भाजपा के कोचे मुंडा विधायक हैं. इस बार भी भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है. वहीं, झामुमो ने सुदीप गुड़िया को उतारा है. जेएलकेएम व झारखंड पार्टी ने भी अपना उम्मीदवार दिया है. कोचे मुंडा वर्ष 2005 में भी यहां से विधायक बने हैं. इसके बाद वर्ष 2009 व 2014 में यह सीट झामुमो के खाते में चली गयी थी, लेकिन फिर वर्ष 2019 में यह सीट भाजपा के पास आ गयी. इस तरह चार चुनावों में दो बार झामुमो व दो बार भाजपा के खाते में यह सीट गयी है.

झामुमो-भाजपा के बीच सपा बना कोण, रोचक होगा मुकाबला

वर्तमान मंत्री मिथिलेश ठाकुर गढ़वा से महागठबंधन के उम्मीदवार हैं. वहीं, भाजपा ने पूर्व विधायक सत्येंद्र तिवारी को मैदान में उतारा है. पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह ने सपा से चुनावी मैदान में उतर कर मुकाबले को रोचक बना दिया है. तीनों एक-दूसरे का खेल बिगाड़ने में लगे हैं. इस सीट पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर की प्रतिष्ठा दांव पर है. तिवारी इस सीट से 2009 व 2014 में विधायक का चुनाव जीत चुके हैं. गिरिनाथ सिंह 2000 व 2005 में चुनाव जीत चुके हैं.

भाजपा ने भानु और झामुमो ने अनंत प्रताप पर जताया भरोसा

भवनाथपुर से तीन बार विधायक रह चुके भानु प्रताप शाही एक बार फिर मैदान में हैं. इन्हें भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है. शाही वर्ष 2005 में ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के टिकट से चुनाव लड़ कर विधायक बने थे. 2009 में शाही कांग्रेस प्रत्याशी अनंत प्रताप देव से हार गये थे. वर्ष 2014 में शाही एक बार फिर नवजवान संघर्ष मोर्चा के टिकट से चुनाव लड़ कर विजयी हुए थे. 2019 में शाही भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ कर विधायक बने थे. वहीं, झामुमो ने अनंत प्रताप देव को उतारा है.