धनबाद कांग्रेस में सिर फुटौव्वल! मारपीट के बाद घायल कार्यकर्ताओं से मिलने अस्पताल पहुंचे पार्टी के पर्यवेक्षक


धनबाद : कांग्रेस में घमासान मचा है. पार्टी के कार्यकर्ता ही किसी बात को लेकर आपस में भिड़ गए. जिसमें कई कार्यकर्ता जख्मी हुए हैं.

अस्पताल में इलाजरत घायलों का हाल जानते कांग्रेस पार्टी के ऑब्जर्वर आशीष रंजन चौधर

राहुल गांधी के कार्यक्रम से पूर्व शुक्रवार को धनबाद कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं के समर्थक आपस में भिड़ गए. दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच हुई मारपीट में तीन नेता घायल हो गए हैं. घायलों का धनबाद एसएनएमएमसीएच में इलाज चल रहा है. वहीं इसका असर चुनावी माहौल पर भी पड़ा है.

 कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट के बाद कांग्रेस की किरकिरी हो रही है. वहीं मारपीट की इस घटना के बाद दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गई है.

बयान देते कांग्रेस पार्टी के ऑब्जर्वर आशीष रंजन चौधरी और जिलाध्यक्ष संतोष सिंह.

इस पूरे मामले पर पटाक्षेप करने के लिए रविवार को वरीय नेता और चुनाव में पार्टी के ऑब्जर्वर आशीष रंजन चौधरी एसएनएमएमसीएच पहुंचे. उन्होंने अस्पताल में इलाजरत कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हाल जाना. वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस पार्टी के चुनाव आब्जर्वर आशीष रंजन चौधरी ने कहा कि घटना से हम सभी बहुत दुखी हैं. हमें भी पीड़ा है, लेकिन हम एकजुट होकर चुनाव में उतरेंगे.

आशीष रंजन ने कहा कि अस्पताल में भर्ती घायलों को देखने के लिए पहुंचे थे. कार्यकर्ताओं को चोट लगी है. एसएनएमएमसीएच में अगर समुचित इलाज होता है तो ठीक है, वरना हम दूसरे अस्पताल में कार्यकर्ताओं का इलाज कराएंगे. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के वर्कर ही हमारी संपदा हैं. हर हाल में उनकी मदद करेंगे.

वहीं इस संबंध में धनबाद कांग्रेस के जिला अध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि कांग्रेस एक परिवार है. समर्थक आपस में लड़े हैं. वैभव सिन्हा और हम सभी इस घटना से दुखी हैं. आपस में समर्थक लड़ेंगे तो पार्टी को नुकसान होगा. विवाद के निपटारे के लिए आज पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि यह घटना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है.

बताते चलें कि शनिवार को धनबाद के बाघमारा में राहुल गांधी की जनसभा थी. पार्टी से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस के ऑब्जर्वर आशीष रंजन चौधरी के बॉडीगार्ड को ठहराने के सवाल पर कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे.लुबी सर्कुलर रोड के डीडीसी आवास के समीप एक होटल के पास संतोष सिंह और वैभव सिन्हा के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई. जिसमें तीन लोग घायल हो गए हैं.

सत्ता की चाभी है कोल्हान की 14 सीट ,इसी लिए एक-एक सीट के लिए एनडीए और इंडिया ने झोंकीं पूरी ताकत

दोनों के बीच कांटे की टक्कर,देखिए सह और मात के इस घमासान में किसे मिलती है जीत

झा. डेस्क

झारखंड के चुनावी समर में सत्ता की चाबी हासिल करने के लिए कोल्हान की 14 विधानसभा सीटें महत्वपूर्ण है, इसलिए यहां की एक-एक सीट के लिए एनडीए और इंडिया ने पूरी ताकत झोंक दी है। सभी सीटों पर एनडीए बनाम इंडिया में कांटे की टक्कर दिख रही है।

 अगर हम पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां एनडीए के सभी फॉर्मूले फेल हो गए थे और पूरे कोल्हान में इंडिया गठबंधन ने क्लीन स्वीप कर सत्ता हासिल की थी।

 इस बार इंडिया गठबंधन के लिए किला बचाने की चुनौती है तो वहीं एनडीए के समक्ष यहां फिर से पैर जमाने की।

चार-चार पूर्व मुख्यमंत्रियों की भी साख इस बार यहां दांव पर है। पूर्व सीएम चंपाई सोरेन अपने और अपने बेटे के साथ-साथ पूरे एनडीए की नैया पार लगाने के लिए यहां पतवार संभाले हुए हैं। चुनाव परिणाम पर उनका राजनीतिक भविष्य तय होगा। सरायकेल से वे खुद भाजपा प्रत्याशी हैं और घाटशिला से उनके बेटे बाबूलाल भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में हैं। उनके साथ-साथ पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा, पूर्व सीएम मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा और पूर्व सीएम रघुवर दास की बहू पूर्णिमा साहू भाजपा के प्रत्याशी के रूप में चुनावी समर में किस्मत आजमा रही है।

वहीं, इंडिया के मोर्चे से भी तीन-तीन मंत्री मैदान में हैं। इनमें बन्ना गुप्ता, रामदास सोरेन और दीपक बिरुवा शामिल हैं।

 कोल्हान की सभी सीटों पर मुकाबला एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच ही है। 14 में से 10 पर भाजपा प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं तो तीन सीट पर आजसू प्रत्याशी और एक सीट पर जदयू प्रत्याशी मैदान में हैं। इसी तरह इंडिया में 14 में से तीन पर कांग्रेस और बाकी 11 सीटों पर झामुमो प्रत्याशी मोर्चे पर हैं।

कोल्हान में राजनीतिक रोमांच कुछ दिनों में आए राजनीतिक माहौल के कारण बढ़ा हुआ है। यहां झामुमो को चंपाई सोरेन के दल बदलने के बाद डैमेज कंट्रोल करने में मेहनत करनी पड़ रही है और पहली बार चंपाई के बिना और चंपाई के खिलाफ अपनी टीम बनानी पड़ी। यह झामुमो के लिए आसान नहीं रहा। वहीं, एनडीए के लिए टिकट और सीट बंटवारे के बाद असंतुष्टों को मैनेज करना मुश्किल हो गया। अब कई सीटों पर भाजपा के असंतुष्ट ही भाजपा की राह मुश्किल करते दिख रहे हैं। यहां भाजपा से लेकर आजसू तक के बागियों ने कई सीटों का समीकरण बदल दिया है।झामुमो में भी कई असंतुष्ट कुछ सीटों पर निर्दलीय बन पार्टी के लिए चुनौती बन गए हैं।

इस बार के चुनाव में लोकतंत्र की ताकत के सामने नक्सली बौने साबित हो रहे हैं। एक समय जहां कोल्हान की करीब सात सीटें पूरी तरह नक्सल प्रभाव में हुआ करती थीं, वहीं इस बार किसी सीट पर नक्सल प्रभाव लगभग नहीं के बराबर है। डुमरिया के जंगलों से लेकर सरंडा तक चुनावी डुगडुगी बज रही है और प्रत्याशियों के प्रचार वाहन लोकतंत्र के पर्व का गाना बजाकर लोकतंत्र की ताकत का एहसास करा रहे हैं।

इंडिया गठबंधन हेमंत को बेवजह जेल व 17 साल बनाम पांच साल के नाम पर वोट मांग रहा है। चुनावी सभाओं में आदिवासी-मूलवासियों की झारखंडी सरकार बनाने की अपील की जा रही है। इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी सभी 14 सीटों पर 17 साल बनाम पांच साल के नाम पर वोट मांग रहे हैं। झामुमो प्रत्याशी चुनावी सभाओं में झारखंड में एनडीए के शासनकाल को झारखंड के पिछड़ेपन का ज़िम्मेदार बताते हुए हेमंत सोरेन सरकार के कार्यकाल में किए गए काम के नाम पर समर्थन मांग रहे हैं।

 इसमें मंईयां योजना को इंडिया गठबंधन सबसे बड़ी यूएसपी के तौर पर प्रस्तुत करने का कोई मौका नहीं चूक रहा। आदिवासी बहुल विधानसभा क्षेत्र, मसलन पोटका, घाटशिला, चाईबासा, मझगांव, मनोहरपुर, जगन्नाथपुर, चक्रधरपुर, ईचागढ़ में इंडिया प्रत्याशी पूरी मजबूती से भाजपा पर हेमंत सरकार को परेशान करने का आरोप लगा रहे हैं।

एनडीए गठबंधन इस बार मोदी के नाम पर झारखंड में डबल इंजन की सरकार बनाने की अपील चुनावी सभाओं में कर रहा है। इसी के साथ हेमंत सोरेन सरकार पर भ्रष्ट होने के आरोप लगा मतदाताओं से इस सरकार से मुक्ति पाने की अपील की जा रही है। सभाओं में झारखंड के मंत्रियों और उनके सहयोगियों के यहां हो रही छापेमारी में नोट गिनने वाली मशीन तक खराब हो जाने के दावे किए जा रहे हैं।

खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह हेमंत सरकार को भ्रष्ट बता एनडीए को सत्ता में लाने की अपील कर चुके हैं। कोल्हान में भाजपा के देश भर के सभी बड़े नेता सभा क चुके हैं। स्थानीय स्तर पर भी भाजपा प्रत्याशी इंडिया प्रत्याशियों पर भ्रष्टाचार और पांच साल में सिर्फ लूट मचाने का आरोप लगा विधायकों को बदलने की अपील कर रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी बहरागोड़ा पोटका, मझगांव, घाटशिला जैसे सीटों पर स्थानीय विधायकों पर भी गंभीर आरोप लगा वोट मांग रहे हैं।

आदिवासी सेंटीमेंट की हवा कई सीटों पर बदल सकती हवा

कोल्हान की आरक्षित सीटों पर आदिवासी सेंटीमेंट की हवा वोटरों का पसंद-नापसंद तय करेगी। इसलिए इंडिया और एनडीए के नेता आदिवासी कार्ड खेलने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। भाजपा राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू से लेकर चंपाई तक के नाम पर आदिवासी सेंटीमेंट को साध रही है। सभाओं में भाजपा चंपाई को झामुमो में अपमानित करने की बात कर रही है। वहीं, झामुमो आदिवासी मुख्यमंत्री को कुर्सी से हटाने और जेल भेजने के मुद्दे को रख रहा है।

पीएम मोदी ने बोकारो में चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कहा-JMM-कांग्रेस ने माफिया पैदा किया, वह ओबीसी को बांटना चाहती है!


झारखंड डेस्क 

आज झारखंड के बोकारो में देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ओबीसी को बांटना चाहती है.

 उन्होंने कहा कि जनता-जनार्दन का जोश और जुनून अभिभूत करने वाला है. झारखंड में भाजपा-एनडीए की सरकार बननी तय है.

इस दौरान उन्होंने कहा कि झारखंड में भाजपा के पक्ष में प्रचंड आंधी चल रही है और छोटा नागपुर का ये पठार भी कह रहा है. रोटी-बेटी-माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा-NDA सरकार.

इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा,

 'भाजपा-NDA का यहां एक ही मंत्र है - हमने झारखंड बनाया है, हम ही झारखंड संवारेंगे.

ऐसे लोग कभी झारखंड का विकास नहीं करेंगे, जो झारखंड राज्य के निर्माण के विरोधी रहे हैं.' पीएम मोदी ने कहा, '1990 में OBC समाज को आरक्षण मिला. OBC की अलग-अलग जातियों का संख्या बल एक साथ जुड़ गया, उसके बाद से कांग्रेस आज तक लोकसभा में 250 सीटें भी नहीं जीत पाई है. इसलिए कांग्रेस OBC की इस सामूहिक ताकत को तोड़ना चाहती है और इस ताकत को तोड़कर OBC को सैंकड़ों अलग-अलग जातियों में बांट देना चाहती है. कोई नहीं चाहता है कि समाज बिखरे, समाज छोटे-छोटे टुकड़ों में बंट जाए. इसलिए हमें ये हमेशा याद रखना है. एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे.'

10 साल में झारखंड को दिए 3 लाख करोड़

नरेंद्र मोदी कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आज से 10 साल पहले, 2004 से 2014 तक केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, मैडम सोनिया जी सरकार चलाती थीं और मनमोहन सिंह जी को प्रधानमंत्री के रूप में बिठाया था. उस समय केंद्र सरकार ने झारखंड को 10 साल में बड़ी मुश्किल से 80 हजार करोड़ रुपये दिए थे. 2014 के बाद दिल्ली में सरकार बदली, आपने अपने इस सेवक मोदी को सेवा करने का मौका दिया और बीते 10 साल में हमने झारखंड को 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक दिए हैं.'

जेएमएम पर हमला करते हुए पीएम ने कहा, 'भाजपा चाहती थी कि गरीब को पक्का घर मिले, शहरों-गांवों में अच्छे रास्ते बनें, बिजली-पानी मिले, इलाज की सुविधा हो, पढ़ाई की सुविधा हो, सिंचाई के लिए पानी मिले, बुढ़ापे में दवाई मिले. लेकिन JMM सरकार के पिछले 5 साल में आपके हक की ये सुविधाएं JMM और कांग्रेस के लोगों ने लूट लीं. आप मुट्ठीभर बालू के लिए तरस रहे हैं, और इनके नेता बालू की तस्करी करके करोड़ों कमा रहे हैं. इनके पास से नोटों के पहाड़ निकल रहे हैं. अब आपने भाजपा-NDA सरकार बनाने का निर्णय कर लिया है. मैं आपसे वादा करता हूं कि सरकार बनने के बाद इन भ्रष्टाचारियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए हम अदालत में पूरी लड़ाई लड़ेंगे.आपके हक का पैसा आप पर ही खर्च होगा, आपके लिए खर्च होगा, आपके बच्चों के भविष्य के लिए खर्च होगा.'

JMM-कांग्रेस आरोप, दोनों पार्टी ने माफिया पैदा किया

प्रधानमंत्री ने कहा, 'भाजपा-NDA सरकार नए उद्योगों को बढ़ावा दे रही है. हम झारखंड में बंद पड़े पुराने कारखाने भी खुलवा रहे हैं. सिंदरी का खाद कारखाना भी तो पहले की सरकारों की कुनीति की वजह से बंद हो गया था. हमने सिंदरी खाद कारखाने को शुरू करवाया. इससे झारखंड के हजारों युवाओं को रोजगार मिला है. हमने हरियाणा में खर्ची और पर्ची दोनों को दफना दिया है. हम झारखंड में भी यहीं करेंगे.यहां JMM-कांग्रेस ने जो पेपर लीक और भर्ती माफिया पैदा कर दिया है, उन सब पर प्रहार किया जाएगा.ऐसे सभी लोगों को पाताल में से भी ढूंढकर जेल भेज दिया जाएगा.'

BJP की प्राथमिकताएं बताते हुए पीएम ने कहा, 'झारखंड की हमारी बहन-बेटियों का जीवन आसान हो, ये मेरी प्राथमिकता है. हमारी सरकार की योजनाओं से बहनों को शौचालय मिले, बैंक में खाते खुले, गर्भावस्था के दौरान सीधे उनके खाते में पैसा पहुंचा है. कांग्रेस हमेशा से SC/ST/OBC की एकजुटता की घोर विरोधी रही है.आजादी के बाद जब तक SC समाज बिखरा रहा...ST समाज बिखरा रहा... OBC समाज बिखरा रहा, कांग्रेस मजे से केंद्र में सरकारें बनाती रही. लेकिन जैसे ही ये समाज एकजुट हुआ... कांग्रेस फिर पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में अपनी सरकार नहीं बना पाई.'

आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का रांची में होगा रोड शो, उनकी सुरक्षा को लेकर तीन हजार से अधिक जवान तैनात


रांची. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रांची में होने वाले आज रोड शो को लेकर पुलिस प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. रांची में होने वाले रोड शो को लेकर सड़क को जगह-जगह बैरिकेडिंग की गयी है. प्रधानमंत्री के कारकेड का रिहर्सल भी शनिवार को किया गया. इस दौरान सभी वरीय अधिकारी मौजूद थे.

रांची में प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर तीन हजार से अधिक जवान तैनात किए गए हैं. प्रधानमंत्री के रांची के रोड शो के दौरान चप्पे-चप्पे पर जवानों की तैनाती रहेगी. साथ ही सभी ऊंचे भवनों पर पुलिस के हथियार बंद दस्ता तैनात रहेंगे. पुलिस मुख्यालय की ओर से गुमला, बोकारो और रांची के लिए सीनियर आईपीएस अधिकारियों को सुरक्षा का प्रभार भी दिया गया है. प्रधानमंत्री मोदी का आज 10 नवंबर को रांची, बोकारो और गुमला में कार्यक्रम प्रस्तावित है. प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर तीनों जिलों की पुलिस अलर्ट मोड है. सुरक्षा और विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए सीनियर आईपीएस अधिकारियों को वर्गीय प्रभार दिया गया है. 

डीजी रेल मुरारी लाल मीणा गुमला में सुरक्षा के वरीय प्रभार में रहेंगे. साथ ही रांची के डीआईजी अनूप बिरथरे भी गुमला में ही कैम्प करेंगे. एडीजी अभियान संजय आनंद राव लाठकर रांची में प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा के वरीय प्रभार में रहेंगे.

एडीजी के अलावा रांची में आईजी अखिलेश झा, आईजी पंकज कंबोज, आईजी विजया लक्ष्मी, डीआईजी एस कार्तिक और डीआईजी संध्या रानी मेहता भी प्रधानमंत्री के सुरक्षा में तैनात हैं. वहीं, बोकारो में एडीजी प्रिया दुबे सुरक्षा के वरीय प्रभार में रहेंगी. प्रिया दुबे के अलावा बोकारो में आईजी एस माइकल राज और डीआईजी सुरेंद्र कुमार झा भी सुरक्षा में तैनात रहेंगे. प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्तावित गुमला बोकारो और रांची को लेकर 19 आईपीएस अधिकारियों को भी सुरक्षा की कमान दी गई है.

 इन आईपीएस अधिकारियों को रांची में सुरक्षा की जिम्मेदारी मिली है उनमें चंदन कुमार झा, अनुरंजन किस्पोट्टा, अंजनी कुमार झा, निधि द्विवेदी, पीयूष पांडे, सरोजिनी लकड़ा, विजय आशीष कुजूर, अमित रेनू, अजय कुमार सिंह, राकेश रंजन और कुमार शिवाशीष शामिल हैं. प्रधानमंत्री के गुमला दौरे के लिए आईपीएस एमेल्डा एक्का, अंजनी अंजन, नाथू सिंह मीणा और प्रवीण पुष्कर रहेंगे. वहीं, बोकारो में आईपीएस एम अर्शी, मुकेश कुमार, मनीष टोप्पो और कपिल चौधरी रहेंगे.

सियासी घामासान के बीच इस बार झोंकी सभी पार्टी अपनी पूरी ताकत, हर कोई अपने मुद्दे से कर रहे जनता को समझाने की कोशिश


झारखंड डेस्क 

झारखंड में पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को है. इस वजह से पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है. रविवार यानी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी झारखंड पहुंच रहे हैं. इसके पहले शनिवार को झारखंड में तो भाजपा के नेताओं का जमघट था. तो राहुल गांधी भी झारखंड में थे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी झारखंड में थे.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड के लोगों को समझाने का प्रयास किया कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार है, तब तक दलित, आदिवासी, पिछड़ा का आरक्षण काटकर अल्पसंख्यकों को नहीं देने दिया जाएगा. राहुल बाबा जितना षड्यंत्र रचना है, रच ले. कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा और राजद ने हमेशा आदिवासी और ओबीसी का अपमान किया है.

 कांग्रेस ने 75 साल तक आदिवासियों को उचित सम्मान नहीं दिया. उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि इस चुनाव में हेमंत सोरेन की भ्रष्टाचारी सरकार को उखाड़ फेंके. दावा किया कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनने के बाद भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा जाएगा. अमित शाह ने शनिवार को हजारीबाग, पोटका में चुनावी सभा को संबोधित किया.

राहुल का आरोप,आरएसएस वाले आदिवासियों की जमीन छीनना चाहते हैं:

इधर, प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने झारखंड में शनिवार को कहा कि भाजपा और आरएसएस वाले आदिवासियों की जमीन छीनना चाहते हैं. उनकी नजर आदिवासियों की जमीन पर है.यही वजह है कि यह लोग आदिवासियों को वनवासी कहते हैं. ऐसा कहकर भाजपा के लोग आदिवासियों का हक छिनना चाहते हैं. राहुल गांधी ने कहा कि देश में 80% लोग गरीब हैं. प्रधानमंत्री गरीबों की नहीं सुनते. उन्हें गरीबों की कोई फिक्र नहीं है. उनके लिए अडानी, अंबानी ही सब कुछ हैं.उन्होंने लोगों से अपील की कि महिलाओं को ₹2500 तथा अन्य को 200 यूनिट फ्री बिजली देने वाली सरकार झारखंड में बनाएं .राहुल गांधी शनिवार को धनबाद के बाघमारा और जमशेदपुर में चुनावी सभा की.

हेमंत सोरेन का नारा झारखंड में बटेंगे तो काटेंगे

इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को अपने आवास में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि झारखंड में बटेंगे तो काटेंगे, की राजनीति नहीं चलेगी. यहां न लोग बटेंगे और नहीं काटेंगे, पर राजनीतिक रूप से विरोधी चुनाव के माध्यम से कूटे जरूर जाएंगे. उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव से यह चुनाव अलग है. विपक्ष अपने आप को मजबूत कहता है, तो सत्ता पक्ष कमजोर है क्या ? हम काफी मजबूती के साथ उन्हें चुनौती दे रहे हैं. और आगे भी देते रहेंगे.

हेमंत सोरेन ने कहा कि चुनाव के बाद नई सरकार में खनिज क्षेत्र के लिए विशेष कार्य योजना लाई जाएगी. विस्थापन आयोग की नियमावली बन चुकी है. सरकार बनते ही इसे आगे बढ़ाया जाएगा. हेमंत सोरेन ने कहा कि चुनाव के दौरान संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल बीजेपी करती है. यह शनिवार को हुए आयकर छापेमारी से भी स्पष्ट हो रहा है. न केवल झारखंड बल्कि अन्य राज्यों में भी चुनाव होते हैं, तो वहां भी केंद्रीय एजेंसियां इसी तरह छापेमारी करती हैं .उन्होंने कहा कि शनिवार को पता चला कि मेरे इर्द-गिर्द रहने वाले लोगों के यहां छापेमारी की गई है. आज संवैधानिक संस्थाओं की क्या हालत बन गई है, यह किस तरह काम करती हैं ,किन-किन लोगों के खिलाफ काम कर रही हैं. यह पूरा देश देख रहा है और इसकी चर्चाएं भी हो रही है. चुनाव के बीच क्या ऐसी कार्रवाई 2014 के पहले होती थी?? जो भी हो लेकिन झारखंड का चुनाव निश्चित रूप से 2019 से अलग है. देखना है कि जनता का फैसला किसके पक्ष में आता है. इस पर दिल्ली से लेकर पूरे देश की नज़रें टिकी हुई है. पूरे देश में झारखंड के चुनाव की खूब चर्चा हो रही है.

कल अक्षय नवमी पर आंवले के पेड़ की पूजा क्यों करनी चाहिए, जान लें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त


पौराणिक मान्यता के अनुसार, आंवला नवमी के दिन द्वापर युग की शुरुआत हुई थी और स्वयं भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था. वृन्दावन की परिक्रमा भी इसी दिन से प्रारम्भ होती है.

अक्षय नवमी बहुत शुभ दिन है. इस दिन दान-पुण्य का कार्य भी किया जाता है।

अवला नवमी हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है. इसके अन्य नाम धात्री नवमी और कुष्मांड नवमी हैं. मान्यता है कि इस दिन किया गया कोई भी शुभ कार्य अक्षय फल देता है यानी उसका शुभ प्रभाव कभी कम नहीं होता.

क्यों 10 नवंबर को होगी आंवला नवमी

अक्षय नवमी का पर्व इस साल 10 नवंबर, 2024 को मनाया जाएगा, लेकिन इसकी शुरुआत 9 नवंबर को रात 10 बजकर 45 मिनट से होगी. वहीं, इस तिथि का समापन 10 नवंबर को रात 9 बजकर 1 मिनट पर होगा. इसलिए उदयातिथि पर यानी10 नवंबर को अक्षय नवमी का व्रत रखा जाएगा.

अक्षय नवमी 2024 शुभ मुहूर्त

अक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ का पूजन किया जाता है और यह पूजन यदि शुभ मुहूर्त में किया जाए तो शुभ फल प्रदान करता है. बता दें कि 10 नवंबर को अक्षय नवमी के दिन दुर्लभ ध्रुव योग बन रहा है तो कि 11 नवंबर को देर रात 1 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगा. ऐसे में व्रत करने वाले जातक 10 नवंबर को सूर्योदय के बाद कभी भी पूजा कर सकते हैं.

अक्षय नवमी की पूजा विधि

अक्षय नवमी, जिसे आंवला नवमी के नाम से भी जाना जाता है, भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ की पूजा करने का दिन है. इस दिन पूजा करने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं:

अक्षय नवमी यानि आंवला नवमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें और हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प करें. इसके बाद आंवले के वृक्ष का पूजन आरंभ करें. सबसे पहले आंवले के पेड़ पर गंगाजल अर्पित करें. फिर रोली, चंदन और पुष्प अर्पित करें. फिर आंवले के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं. कच्चे सूत या मौली के धागे को तने पर 8 बार लपेटें. फिर पेड़ की 7 बार परिक्रमा लगाएं. परिक्रमा लगाने के बाद पेड़ की जड़ में फल व मिठाई चढ़ाएं.

अक्षय नवमी पर क्या करें दान

अक्षय नवमी के दिन दान का महत्व बहुत अधिक होता है. इस दिन जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े, फल और धन का दान करना अक्षय पुण्य का कारण बनता है. मान्यता है कि इस दिन किए गए दान का फल अनंत काल तक मिलता है और इससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. खासकर गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करना अत्यधिक लाभकारी माना गया है. इस दिन गाय को आहार देना, आंवले का दान करना और घर में बने हुए भोजन को गरीबों में बांटना पुण्यकारी होता है. इस प्रकार के दान-पुण्य से व्यक्ति की समृद्धि और सौभाग्य में वृद्धि होती है. अक्षय नवमी पर पितरों को भोजन, वस्त्र और कंबल का दान करना चाहिए.

मान्यता है कि इस दिन ब्राह्मण भोज के बाद आंवले के पेड़ के नीचे पूर्व दिशा की ओर मुख करके प्रसाद के रूप में आंवले का सेवन करें. इस संबंध में एक मान्यता यह भी है कि यदि भोजन करते समय करवंदा के पत्ते थाली में गिर जाएं तो यह बहुत शुभ माना जाता है और आने वाले वर्ष में व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है. चूंकि कार्तिक शुक्ल नवमी अक्षय नवमी है, इसलिए नदियों, झीलों, तटों या तीर्थों में स्नान करने से अक्षय पुण्य मिलता है.

अक्षय नवमी या आंवला नवमी मंत्र

धन और समृद्धि के लिए मंत्र:

ओम भूरिदा भूरि देहिनो

मा दभ्रं भूर्या भारा

भूरि घेडिन्द्र दिष्टसि।

-ॐ भूरिदा त्यासि श्रुतः पुरुत्र सुरा वृत्रहं|

वह नो भजस्व राधासि ||

विष्णु गायत्री मंत्र

ॐ श्री विष्णुवे च विद्महे

वासुदेवाय धीमहि

तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्||

लक्ष्मी विनायक मंत्र

दंत भये चक्र दारो दधनं

कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्|

धृत बजय लिंगिताम्बधि पुत्राय

लक्ष्मी गणेश कनकभमिदे||

अक्षय नवमी पर्व के अनुसार यह दिन जगत के पालनकर्ता भगवान श्री विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित है. इसलिए इस शुभ अवसर पर विशेष समय पर लक्ष्मी-नारायण की पूजा करने से सभी दुख और परेशानियां दूर हो जाती हैं और अपार लक्ष्मी की प्राप्ति होती है.

ब्रेक फेल होने से जवानों से भरी पीसीआर वैन तालाब में डूबी



धनबाद : जोड़ापोखर पुलिस की पीसीआर वैन से गुरुवार की रात बड़ी दुर्घटना होने से बच गई। पीसीआर रात को पुलिस अवर निरीक्षक हरेराम सिंह की नेतृत्व में नॉर्थ जियलगोरा तीन नंबर के छठ घाट तालाब के पास गश्त करने पहुंची थी।

घाट पर समिति के लोग सुबह अर्घ्य देने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तैयारी में लगे हुए थे। समिति के लोगों से हरेराम सिंह ने विधि व्यवस्था का जायजा लेने के बाद वापस जाने लगा। तभी छठ घाट के ढलान पर पीसीआर का ब्रेक फेल हो जाने से उल्टा वापस आने लगा। काफी प्रयास के बावजूद वैन को रोका नहीं जा सका। 

जिस कारण ढलकते हुए छठ घाट तालाब में डूब गया। चालक सहित तीन पुलिसकर्मी भी तालाब में पीसीआर के साथ चले गए। 

पीसीआर वैन को तालाब में डूबते देख समिति के लोग ने तीनों पुलिस कर्मी को बाहर निकाला। रात में ही क्रेन की मदद तथा नॉर्थ जियलगोरा छठ पूजा समिति के सदस्यों के सहयोग से पीसीआर को तालाब से बाहर निकाला गया।

''भारतीय टैक्स ढांचा गरीबों को लूटने के लिए बनाया गया'', राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला


 धनबाद :कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को झारखंड के दौरे पर हैं। उन्होंने धनबाद में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। रैली के दौरान राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भारतीय कर ढांचा "गरीबों को लूटने" के लिए बनाया गया है। भारतीय कर ढांचा गरीबों को लूटने के लिए है- राहुल गांधी झारखंड के धनबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने आरोप लगाया, "भारतीय कर ढांचा गरीबों को लूटने के लिए है। अडानी आपके बराबर कर चुकाते हैं। 

धारावी की एक लाख करोड़ रुपये की जमीन उन्हें सौंपी जा रही है।" उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया, "पीएम मोदी सीप्लेन में यात्रा करते हैं, समुद्र के अंदर जाते हैं, लेकिन गरीब और महिलाएं महंगाई की मार झेलती हैं।" गरीबों को पूंजीपतियों के कर्ज के बराबर धन देंगे राहुल गांधी ने आगे आरोप लगाया कि अनुसूचित जनजाति (एसटी), अनुसूचित जाति (एससी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) भारत की आबादी का 90 प्रतिशत हिस्सा हैं, लेकिन सरकारी संस्थानों में उनका प्रतिनिधित्व नहीं है।

राहुल गांधी ने कहा, "हम गरीबों को पीएम मोदी द्वारा माफ किए गए पूंजीपतियों के कर्ज के बराबर धन देंगे। जाति जनगणना से पता चलेगा कि देश की संपत्ति कैसे वितरित की जाती है। " आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटाने का वादा झारखंड में चुनावी मैदान में धनबाद रैली में राहुल गांधी ने दावा किया कि किसी भी कीमत पर आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटाई जाएगी। राहुल गांधी ने धनबाद में आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कभी दलितों और आदिवासियों तक नहीं पहुंचते, लेकिन वे उद्योगपतियों के परिवार के सदस्यों की शादियों में शामिल होते हैं।

अपनी जीत को लेकर मथुरा महतो आश्वस्त, कहा : फिर से मिलेगा जनता का आशीर्वाद


धनबाद :टुंडी विधानसभा सीट से एक बार फिर से जेएमएम ने अपने विधायक मथुरा प्रसाद महतो पर भरोसा जताते हुए उन्हें प्रत्याशी बनाया है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने पांचवीं बार यहां से प्रत्याशी बनाया है, जिसमे एक बार मात्र 150 और दूसरी बार 1126 वोट से चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था, जबकि तीन बार भारी वोटों से जनता ने मुझे जीत दिलाई है.

उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझ पर जो भरोसा जताया है मैं उस पर बिल्कुल खरा उतरने की कोशिश करूंगा. मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जो कार्य झारखंड की जनता के लिए किए हैं, उससे और भी वोट का इजाफा होने वाला है.

 इंडिया ब्लॉक का साझा प्रत्याशी उतारने का लाभ जनता हमे अवश्य देगी.उन्होंने कहा कि हमने अपने क्षेत्र में निरंतर विकास का काम किया है. स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी, सड़क और रोजगार के क्षेत्र में हमने काम किया है और आगे भी यह कार्य निरंतर चलता रहेगा. मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार फिर से जनता हमें आशीर्वाद देगी.

पलायन एक बहुत बड़ी समस्या है, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पूर्व में शिक्षा की यहां कमी थी लेकिन अब उच्च शिक्षा की भी यहां से शुरुआत हो गयी है.जिससे यहां पालयन रुका है.

पीएम मोदी कल रांची में करेंगे रोड शो, किए जा रहे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, 13 को संताल में फूकेंगे चुनावी बिगुल


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 और 13 नवंबर को झारखंड में कई चुनावी सभाओं को संबोधित किया। वही पीएम मोदी 10 नवंबर रविवार को रांची में 'रोड शो' में भी हिस्सा लेंगे। यहां राजधानी रांची में पीएम मोदी बीजेपी उम्मीदवार के साथ रोड शो करेंगे। यह रोड शो लगभग 3 किलोमीटर लंबा होगा जो करीब डेढ़ घंटे तक चलेगा। इस दौरान उनकी सुरक्षा को लेकर पीएम मोदी के इस रोड शो को लेकर कड़े इंतजाम किए जा रहे है। 

रांची के पिस्का मोड़ स्थित ओटीसी मैदान से प्रधानमंत्री का रोड शो शाम 4.55 बजे शुरू होगा। लगभग डेढ़ घंटे रांची में रुकने के बाद शाम 6.35 बजे प्रधानमंत्री विशेष विमान से दिल्ली वापस लौट जाएंगे। उनके रोड शो को लेकर रांची की सड़कों का कायाकल्प भी किया जा रहा है। रातू रोड के न्यू मार्केट से ओटीसी ग्राउंड जाने वाली सड़क की तस्वीर पूरी तरह से बदली जा रही है। रातू रोड में एलिवेटेड पुल के निर्माण के कारण पिछले तीन वर्षो से सड़कों की स्थिति काफी खराब थी। रातू रोड में छोटे-छोटे गड्ढे हो गए थे। रोड को पूरी तरह से बना दिया गया है।

रोड शो में पीएम की सुरक्षा के लिए 11 एसपी, 30 डीएसपी और लगभग 4000 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे।ऊंची इमारतों पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए जा रहे हैं। साथ ही, सड़क के दोनों ओर दो लेयर की बैरिकेडिंग भी की गई है ताकि कोई व्यक्ति रोड शो के बीच में न आ सके।