इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज को 8 विकेट से हराया, फिल साल्ट ने जड़ा शतक"

बॉलीवुड की फिल्म ‘मांझी- द माउंटेन मैन’ का एक बड़ा ही फेमस डायलॉग है- जब तक तोड़ेंगे नहीं, तब तक छोड़ेंगे नहीं. इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेले T20 सीरीज के पहले मैच में भी कुछ ऐसा एक्शन दिखा, जो उस फिल्मी डायलॉग पर सूट करता है. फर्क बस सिर्फ इतना रहा कि यहां हीरो फिल्म में मांझी बने नवाजुद्दीन सिद्दकी की जगह इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज और ओपनर फिल साल्ट रहे, जिन्होंने अपने करियर का बेस्ट शतक जड़ा.

जब तक तोड़ा नहीं, तब तक छोड़ा नहीं!

इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ T20 सीरीज का पहला मैच 8 विकेट से जीता. इसी के साथ उसने सीरीज में 1-0 की लीड भी ले ली. इंग्लैंड की इस कामयाबी के पीछे फिल साल्ट ने अपना किरदार खुद के जमाए नाबाद शतक के जरिए निभाया. वो एक बार जो पारी का आगाज करने क्रीज पर उतरे, तो फिर तब तक डगआउट नहीं लौटे, जब तक कि वेस्टइंडीज को अच्छे से तोड़कर उसे घुटने टेकने पर मजबूर नहीं कर दिया.

फिल साल्ट ने वही किया, जो वो वेस्टइंडीज में करते आए हैं!.

वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 9 विकेट पर 182 रन बनाए थे. यानी इंग्लैंड के सामने 183 रन की चुनौती थी. इस भारी-भरकम लक्ष्य का पीछा करने इंग्लैंड की तरफ से फिल साल्ट उतरे और उन्होंने वही किया, जो वेस्टइंडीज की जमीन पर करने के लिए वो वर्ल्ड फेमस हैं. फिल साल्ट ने शतक जड़ दिया.

54 गेंदों पर बना करियर का बेस्ट शतक, 9 चौके, 6 छक्के शामिल

ओपनिंग पर उतरे दाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 54 गेंदों का सामना करते हुए 9 चौके और 6 छक्के के साथ नाबाद 103 रन बनाए. ये उनके T20 इंटरनेशनल करियर का तीसरा शतक रहा. बड़ी बात ये है कि इससे पहले भी जमाए दोनों T20 इंटरनेशनल शतक उनके वेस्टइंडीज में ही बने थे. साल 2023 में 16 दिसंबर को उन्होंने अपने T20 इंटरनेशनल करियर का पहला शतक जड़ा था. फिर 19 दिसंबर को दूसरा शतक ठोका था.

इंग्लैंड के पहला T20 इंटरनेशनल जीतने के बाद फिल साल्ट से जब वेस्टइंडीज में जमाए अपने तीनों शतकों को रेट करने कहा गया मसलन उनसे पूछा गया कि तीनों में बेस्ट कौन सा है तो उन्होंने 9 नवंबर 2024 की शाम जमाए शतक को बेस्ट बताया.

साल्ट और बेथेल के बीच शतकीय साझेदारी, इंग्लैंड 19 गेंद पहले जीता

फिल साल्ट के शतक के अलावा युवा बल्लेबाज जैकब बेथेल के नाबाद अर्धशतक को भी इंग्लैंड की जीत में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. उन्होंने सिर्फ 36 गेंदों पर नाबाद 58 रन बनाए और फिल साल्ट के साथ शतकीय साझेदारी करते हुए टीम को जीत दिलाकर ही दम लिया. इंग्लैंड ने लक्ष्य को 19 गेंद पहले चेज कर लिया.

रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने के लिए तैयार, पहले बैच में होंगे शामिल

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 नवंबर से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी शुरू होने वाली है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से ये सीरीज काफी अहम होने वाली है. इसलिए 5 मैचों की इस सीरीज के लिए दोनों ही टीमें अपनी तैयारी में जुटी हुई हैं. इस बीच भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के ऑस्ट्रेलिया जाने पर सस्पेंस था. हालांकि, अब उन्हें लेकर एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. स्पोर्ट्स तक की रिपोर्ट के मुताबिक वह सबसे पहले भारतीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना हो सकते हैं.

पर्थ टेस्ट में खेलेंगे रोहित शर्मा?

बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम दो बैच में ऑस्ट्रेलिया जाएगी. टीम इंडिया का पहला बैच 10 नवंबर को, वहीं दूसरा बैच 11 नवंबर को उड़ान भर सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक लॉजिस्टिक्स की परेशानी के कारण पूरी टीम को एक साथ ऑस्ट्रेलिया भेजना संभव नहीं हो पा रहा था. इसलिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने ये फैसला लिया है. कप्तान रोहित शर्मा इसी दौरान 10 नवंबर को पहले बैच के साथ ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो सकते हैं.

रोहित ने सेलेक्टर्स को बताया है कि वह पहले बैच के साथ ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए उपलब्ध रहेंगे. हालांकि, 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होने वाले पहले मुकाबले में उनके खेलने पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह दूसरी बार पिता बनने वाले हैं. नवंबर के आखिरी सप्ताह में उनकी पत्नी बच्चे को जन्म दे सकती हैं. इसलिए पहले टेस्ट में उनका खेलना अभी तय नहीं है.

क्यों ऑस्ट्रेलिया जाना चाहते हैं रोहित?

आपके मन में ये सवाल उठ सकता है कि रोहित शर्मा का पर्थ टेस्ट में खेलना अभी तय नहीं है तो वह ऑस्ट्रेलिया क्यों जाना चाहते हैं. दरअसल, सूत्रों की माने तो रोहित कुछ दिन ऑस्ट्रेलिया में प्रैक्टिस करके वहां के कंडिशन में ढलना चाहते हैं, ताकि आने वाले मैचों के लिए वह तैयार रह सकें. इसलिए उन्होंने पहले बैच के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने का फैसला किया है. बता दें पहले और दूसरे टेस्ट में 9 दिन का अंतराल है. इस हिसाब से देखा जाए तो अगर बच्चे के जन्म में देरी होती है तो वह पहला मैच खेलते हुए भी दिख सकते हैं. इस अंतराल के बीच वह भारत वापस लौट सकते हैं.

आईपीएल 2025: हेनरिक क्लासेन और अन्य महंगे खिलाड़ियों का पहले टी20 में निराशाजनक प्रदर्शन

आईपीएल 2025 के लिए रिटेंशन की लिस्ट की कुछ दिन पहले ही जारी हुई थी. इस दौरान साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन रिटेन होने वाले सबसे महंगे खिलाड़ी रहे थे. सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें 23 करोड़ रुपए देकर एक बार फिर से अपनी टीम में शामिल किया था.

लेकिन रिटेन होने के महज 8 दिन बाद वह बुरी तरह फ्लॉप हो गए. भारत और साउथ अफ्रीका के बीच डरबन में खेले गए पहले टी20 मुकाबले में वह सिर्फ 25 रन बना सके. इसके लिए उन्होंने 22 गेंदों का सामना किया. तूफानी पारी के लिए मशहूर क्लासेन ने इस दौरान महज 113 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की.

आधी कीमत वाले खिलाड़ी ने किया आउट

हेनरिक क्लासेन को डरबन के मुकाबले उनसे आधी से भी कम कीमत वाले खिलाड़ी ने आउट किया. कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए वरुण चक्रवर्ती इस बार 11 करोड़ रुपए में रिटेन हुए हैं. केकेआर के लिए रिटेन हुए 6 खिलाड़ियों में शामिल वरुण ने क्लासेन को अक्षर पटेल के हाथों कैच आउट कराया. उन्होंने क्लासेन को आउटसाइड ऑफ पर लेंथ डिलीवरी फेंकी.

क्लासेन इस गेंद पर बहुत अच्छा बैकफुट पुल मारते हैं और इस बार भी उन्होंने यही काम किया लेकिन गेंद बाउंड्री के पार नहीं जा सकी. लॉन्ग ऑन पर मौजूद अक्षर ने उनका कैच लपक लिया. वरुण ने इस मैच में शानदार गेंदबाजी की. उन्होंने 4 ओवर फेंके और 6.20 की इकॉनमी से महज 25 रन देकर 3 विकेट हासिल किए.

ये महंगे खिलाड़ी भी रहे फ्लॉप

भारत और साउथ के बीच 4 मैचों की टी20 सीरीज शुरू हो चुकी है. इसका पहला मैच डरबन में खेला गया, जिसमें आईपीएल में हिस्सा लेने वाले कई खिलाड़ी खेल रहे थे. इसमें कई ऐसे खिलाड़ी खेल रहे थे,जिन्हें मेगा ऑक्शन से पहले मोटी रकम देकर रिटेन किया गया है. लेकिन क्लासेन के साथ वह भी कुछ खास कमाल नहीं कर सके. क्लासेन के बाद साउथ अफ्रीका से ट्रिस्टन स्टब्स को 10 करोड़ में रिटेन किया गया है. दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलने वाले स्टब्स इस मैच में 11 गेंद में 11 रन बना सके.

वहीं भारतीय टीम में खेल रहे सबसे महंगे खिलाड़ियों में सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या और अक्षर पटेल अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे. कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 17 गेंद में 21 रन, पंड्या ने 6 गेंद में 2 रन बनाए और 3 में 27 रन लुटाए. वहीं अक्षर ने 7 गेंद में 7 रन बनाए और 1 ओवर में 8 रन दिए. इन तीनों खिलाड़ियों को 16 करोड़ से ज्यादा की कीमत पर रिटेन किया गया है. वहीं 12 करोड़ में रिटेन होने वाले केकेआर के सबसे महंगे खिलाड़ी रिंकू सिंह का जादू भी नहीं चल सका. वह 10 गेंद में 11 रन ही बना सके.

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले गेंद विवाद, डेविड वॉर्नर ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से मांगा जवाब

भारतीय टीम जल्द ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आने वाली है जहां वो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांच टेस्ट मैच खेलेगी. हालांकि इस टेस्ट मैच से पहले ही एक गेंद को लेकर बवाल हो गया है जिसपर अब डेविड वॉर्नर ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से जवाब मांगा है. ऑस्ट्रेलिया के एक और पूर्व बल्लेबाज एड कॉवेन ने तो यहां तक कह दिया है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया शायद बीसीसीआई से डर गई है. आइए अब आपको बताते हैं कि आखिर मामला क्या है? दरअसल इंडिया ए और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच हुए अनऑफिशियल टेस्ट मैच के आखिरी दिन गेंद को लेकर बवाल हुआ था जिसमें अंपायरों ने आरोप लगाया था कि इंडिया ए के खिलाड़ियों ने गेंद से छेड़छाड़ की है इसके बाद अंपायरों ने गेंद बदल दी थी. अब ऑस्ट्रेलियाई अखबार सिडनी हेराल्ड ने दावा किया है कि टीम इंडिया गेंद बदलने को लेकर नहीं बल्कि बदली हुई गेंद की हालत का विरोध कर रही थी.

इंडिया-ए और अंपायरों के बीच हुआ क्या था?

रिपोर्ट के मुताबिक उस मैच में एक खुलासा ये हुआ है कि टीम इंडिया गेंद बदलने नहीं बल्कि बदली हुई गेंद की स्थिति को देखकर नाखुश थी. ये कोई बड़ा मुद्दा नहीं था क्योंकि खिलाड़ियों और अंपायरों के बीच गेंद को लेकर बहस होती रहती है. ईशान किशन ने इस दौरान अंपायरों के फैसले को मूर्खतापूर्ण करार दिया था, जिसके बाद अंपायर नाराज हो गए थे.अब इस मामले में डेविड वॉर्नर और एड कॉवेन कूद गए हैं. उन्होंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से जवाब मांगा है कि आखिर उस दिन हुआ क्या था.

टीम इंडिया के लिए जल्दी खत्म कर दिया गया मामला?

डेविड वॉर्नर ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया के दौरे से पहले ये मामला जल्दी खत्म कर दिया है. वॉर्नर के मुताबिक अगर अंपायरों को लगता है कि कुछ हुआ है तो यकीनन आगे कार्रवाई होगी. वॉर्नर ने उस मैच के अंपायरों और मैच रेफरी से सवालों के जवाब मांगे. दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर एड कॉवेन ने कहा कि अगर विपक्षी टीम इंडिया नहीं होती तो हो सकता है इसपर अलग तरह से कार्रवाई होती. कॉवेन ने कहा कि अगर इंडिया ए की जगह पाकिस्तान ए, इंग्लैंड ए या कोई और ए टीम होती तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की प्रतिक्रिया बिल्कुल अलग होती जो कि पूरी तरह से गलत रवैया है.

कोलकाता नाइट राइडर्स ने वेंकटेश अय्यर को नहीं किया रिटेन, रणजी ट्रॉफी में जड़ा शतक

आईपीएल की मौजूदा चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स ने अगले सीजन से पहले कुल 6 खिलाड़ियों को रिटेन किया है. इस लिस्ट में रिंकू सिंह, वरुण चक्रवर्ती, सुनील नरेन, आंद्रे रसेल, हर्षित राणा और रमनदीप सिंह के नाम शामिल हैं. लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स ने एक ऐसे खिलाड़ी को रिटेन नहीं किया है, जिसने टीम को चैंपियन बनाने में अहम योगदान दिया था. इस खिलाड़ी ने अब रणजी ट्रॉफी 2024-25 में एक तूफानी पारी खेली है. ये खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी में मध्य प्रदेश की टीम के लिए खेल रहा है और बिहार के खिलाफ अपनी बल्लेबाजी का कमाल दिखाने में कामयाब रहा है.

ऑक्शन से पहले इस खिलाड़ी ने जड़ा शतक

रणजी ट्रॉफी के चौथे राउंड में मध्यप्रदेश और बिहार की टीमें आमने-सामने हैं. इस मुकाबले के पहले दिन मध्यप्रदेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और दिन का खेल खत्म होने तक 88 ओवर में चार विकेट पर 381 रन बना कर अपनी स्थिति काफी मजबूत किया. इस दौरान वेंकटेश अय्यर ने एक दमदार पारी खेली. उन्होंने 113 गेंदों पर नाबाद 118 रन बनाए. उनकी इस पारी में 11 चौके और 4 छक्के शामिल रहे. वेंकटेश अय्यर की नजर अूब खेल के दूसरे दिन इस स्कोर को और बड़े स्कोर में बदलने पर रहेगी.

वेंकटेश अय्यर के अलावा कप्तान शुभम शर्मा ने भी नाबाद 134 रन बनाए. इससे पहले रजत पाटीदार के बल्ले से भी एक छोटी लेकिन अहम पारी देखने को मिली. रजत पाटीदार ने 49 गेंदों पर 45 रन बनाए. बता दें, मध्यप्रदेश की टीम ने अपने शुरुआती 4 विकेट 147 रन पर ही गंवा दिए थे. इसके बाद वेंकटेश अय्यर और कप्तान शुभम शर्मा ने टीम की वापसी करवाई और शतक भी जड़े. शुभम शर्मा चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे, वहीं, वेंकटेश अय्यर ने छठे नंबर पर खेलते हुए ये रन बनाए.

KKR की टीम को बनाया चैंपियन

आईपीएल 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए वेंकटेश अय्यर ने शानदार प्रदर्शन किया और टीम को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी. वेंकटेश ने इस सीजन के 14 मैचों में 370 रन बनाए थे और चार अर्धशतक भी लगाए थे. वेंकटेश ने क्वालीफायर-1 और फाइनल में अर्धशतक लगाकर अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स को तीसरा खिताब जिताने में मदद की थी. लेकिन इस शानदार प्रदर्शन के बाद भी वह केकेआर की रिटेंशन लिस्ट में अपनी जगह नहीं बना सके.

युवराज सिंह ने विराट कोहली को दी जन्मदिन की बधाई, फॉर्म में वापसी की मांग

होता तो यही है कि जिसका जन्मदिन होता है गिफ्ट भी उसे ही दिया जाता है. लेकिन, 5 नवंबर 2024 को 36 साल के हुए विराट कोहली को कुछ देने के बजाए युवराज सिंह ने उनसे मांगा है. युवराज ने विराट से वो चीज मांगी है जिसका पूरी दुनिया ही बेसब्री से इंतजार कर रही है. वो खास चीज जिसकी डिमांड विराट के 36वें बर्थडे पर युवराज की तरफ से की गई है वो उनका फॉर्म और एक बड़ी इनिंग. जी हां, युवराज सिंह ने बर्थडे के बधाई संदेश में इसी बात की मांग विराट कोहली से की है.

युवराज सिंह ने विराट को दी बर्थडे की बधाई

युवराज सिंह ने सोशल मीडिया पर विराट कोहली को पोस्ट करते हुए लिखा – जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं, किंग कोहली. निराशा के बाद ही आशा की उम्मीद जगती है. उसी आशा की ख्वाहिश लिए पूरी दुनिया आपकी ओर देख रही है. आप पहले भी ऐसी उम्मीदों पर खरे उतरे हैं और मैं आश्वस्त हूं कि इस बार वैसा ही करके दिखाएंगे. ढेर सारा प्यार.

युवराज सिंह ने अपने बधाई संदेश में भले ही सीधे तौर पर कुछ नहीं लिखा पर उनकी बातों का मतलब साफ है कि विराट फॉर्म में लौटकर बड़ी पारी खेलें और दुनिया भर के फैंस का इंतजार खत्म करें.

युवराज के अलावा दूसरे क्रिकेटरं ने भी किया विश

वैसे विराट कोहली को 36वें जन्मदिन की बधाई देने वालों में युवराज सिंह अकेले नहीं रहे. उनके अलावा टीम इंडिया के खिलाड़ियों समेत कई पूर्व क्रिकेटरों ने भी उन्हें बर्थडे विश किया.

आकाश चोपड़ा ने पुराने दिनों को याद कर लिखा कि उसी दिन लगता था कि ये लड़का कुछ अलग करेगा. एस. बद्रीनाथ ने लिखा कि चीकू से GOAT बनने तक. आपके तेवर ने इंडिया के क्रिकेट खेलने का स्टाइल बदल दिया. सुरेश रैना ने भी बधाई देते हुए विराट के बेहतर भविष्य की कामना की.

न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली क्लीन स्वीप के बाद विराट कोहली अब ऑस्ट्रेलिया दौरे की तैयारी में हैं. खबर है कि वो अपना 36वां जन्मदिन भारत में ही पत्नी अनुष्का के साथ मना रहे हैं.

Virat Kohli Birthday:क्रिकेट के किंग की अनोखी कहानी,कोहली के 36 कारनामे: जो उन्हें क्रिकेट के शिखर पर पहुंचाते हैं

कौन जानता था कि वेस्ट दिल्ली के गलियारे से निकला एक लड़का, एक दिन वर्ल्ड क्रिकेट पर राज करेगा? दुनिया की क्रिकेट का किंग कहलाएगा? वर्ल्ड क्रिकेट के सीने पर अपनी काबिलियत की ऐसी छाप छोड़ेगा कि हर किसी की जुबां पर उसका नाम होगा? इतना बड़ा खिलाड़ी बनेगा कि टीम इंडिया के खिलाफ बनने वाली विरोधी टीमों की रणनीतियों का वो केंद्र बिंदु होगा. लेकिन, आज ये सारी बातें 36 साल के हो चुके विराट कोहली को देखने पर हकीकत का लिबास ओढ़े नजर आती है. विराट आज भारतीय क्रिकेट की ताकत ही नहीं उसके विरोधियों के लिए सबसे बड़ी आफत भी हैं. लेकिन, वो आफत बने कैसे? कोहली को विराट बनाते हैं उनके वो 36 कारनामें, जिसे करने में वो दुनिया में नंबर 1 हैं.

36 साल, 36 कारनामें और विराट कोहली

आईए एक नजर डालते हैं विराट कोहली के उन 36 कारनामों पर जो सही मायनों में उन्हें मिले क्रिकेट के किंग के तमगे को सही ठहराते हैं.

वनडे में विराट कोहली सबसे तेज 8000, 9000, 10000, 11000, 12000 और 13000 रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं.

विराट कोहली के नाम ICC इवेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है.

विराट कोहली ICC इवेंट में सर्वाधिक अर्धशतक जड़ने के मामले में भी नंबर 1 हैं.

कोहली के नाम ICC इवेंट में सर्वाधिक मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड जीतने का रिकॉर्ड दर्ज है.

दुनिया के एक्टिव क्रिकेटर्स के बीच विराट कोहली वनडे में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं.

विराट कोहली एकमात्र क्रिकेटर हैं, जिन्होंने एक कैलेंडर ईयर में दो बार 11-11 शतक जड़े हैं.

विराट एकमात्र कप्तान हैं जिन्होंने वनडे में 3 लगातार शतक जड़े हैं.

विराट के नाम ICC के नॉक आउट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है.

कोहली के नाम ICC के नॉक आइट में सर्वाधिक अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड है.

विराट एकमात्र खिलाड़ी हैं जिनके नाम ICC के तीनों इवेंट में 50 से ज्यादा का औसत है.

विराट कोहली के नाम एक दशक में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है.

कोहली एक दशक में सबसे ज्यादा शतक ठोकने वाले बल्लेबाज हैं.

विराट के नाम एक दशक में सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द मैच का रिकॉर्ड दर्ज है.

विराट का नाम उन दो भारतीयों में शामिल है, जिन्होंने सभी SENA देशों में टेस्ट और वनडे दोनों में शतक लगाए हैं.

टेस्ट में विराट कोहली के नाम कैलेंडर ईयर में 2 बार 3 दोहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड है.

विराट कोहली के नाम एक बाइलेटरल वनडे सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है.

T20 वर्ल्ड कप के एडिशन में विराट सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं.

विराट T20 वर्ल्ड कप के एडिशन में सर्वाधिक अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं.

विराट कोहली चैंपियंस ट्रॉफी के एडिशन में सर्वाधिक अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं.

एक दशक में 20000 इंटरनेशनल रन बनाने वाले विराट कोहली पहले बल्लेबाज हैं.

एक कैलेंडर ईयर में विराट सबसे तेज 1000 वनडे रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. साल 2011 में ऐसा कर उन्होंने हाशिम अमला के 15 पारियों का रिकॉर्ड तोड़ा था.

दो टीमों के खिलाफ लगातार 3 शतक वनडे में ठोकने वाले विराट पहले बल्लेबाज हैं.

एक ही साल में ICC के तीनों बड़े अवॉर्ड- सर गैरीफील्ड सोबर्स ट्रॉफी, टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर और वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर- जीतने वाले वो पहले खिलाड़ी हैं.

2019 के वर्ल्ड कप में वो लगातार 5 अर्धशतक लगाने वाले पहले कप्तान बने.

बतौर टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 7 दोहरे शतक लगाए हैं.

IPL के एक सीजन में सर्वाधिक 973 रन बनाने का रिकॉर्ड भी विराट कोहली के नाम है.

बतौर कप्तान विराट कोहली ने वनडे में सबसे तेज 3000 रन बनाए हैं.

वेस्टइंडीज की जमीन पर विराट कोहली के नाम बतौर भारतीय कप्तान सबसे बड़ा वनडे स्कोर बनाने का रिकॉर्ड है.

बतौर कप्तान उन्होंने टेस्ट में सबसे तेज 4000 रन बनाए हैं.

विराट भारतीय जमीन पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा वनडे शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं.

क्रिकेट करियर में विराट 30, 35 और 40 वनडे शतकों तक सबसे तेज पहुंचने वाले बल्लेबाज हैं.

वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ शतक लगाने वाले विराट पहले भारतीय हैं.

IPL के किसी एक सीजन में सबसे ज्यादा 4 शतक (2016) ठोकने वाले वो पहले बल्लेबाज हैं. उनके बाद जोस बटलर में भी इतने ही शतक 2022 में लगाए थे.

बतौर कप्तान टेस्ट में विराट के नाम सर्वाधिक 150 प्लस स्कोर दर्ज है.

टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में लगातार 4 सीरीज में 4 दोहरे शतक लगाने वाले वो इकलौते बल्लेबाज हैं.

भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले बड़ा झटका, मोहम्मद शमी की वापसी मुश्किल

भारतीय क्रिकेट टीम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. न्यूजीलैंड के हाथों टेस्ट सीरीज में 0-3 से मिली शर्मनाक हार ने टीम की काबिलियत पर सवाल खड़े कर दिए हैं. अब टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है, जहां उसे 5 टेस्ट मैच की सीरीज खेलनी है. मौजूदा हालात में टीम इंडिया के लिए इस सीरीज में दमदार प्रदर्शन करना बेहद मुश्किल नजर आ रहा है और उसकी मुश्किलों को और बढ़ा दिया है एक बुरी खबर ने. टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के ऑस्ट्रेलिया जाने की बची-खुची संभावनाएं भी खत्म होती दिख रही हैं. शमी अभी भी पूरी तरह से फिट नहीं हो पाए हैं और इसके चलते वो अगले दोनों रणजी ट्रॉफी मुकाबलों से भी बाहर हो गए हैं.

नहीं मिली टीम में जगह

टीम इंडिया को अगले हफ्ते ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना होना है, जहां 22 नवंबर से टेस्ट सीरीज की शुरुआत होगी. इससे पहले ही टीम इंडिया को ये जोर का झटका लगा है. पिछले एक साल से टखने की चोट के कारण मैदान से बाहर चल रहे शमी अभी तक पूरी तरह फिट नहीं हो पाए हैं. टखने की सर्जरी के बाद वो फिट होते दिख भी रहे थे लेकिन फिर घुटने की सूजन ने रुकाटव पैदा कर दी और अब ये उनके लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है. माना जा रहा था कि वो 6 नवंबर से शुरू हो रहे रणजी ट्रॉफी मैच में वापसी करेंगे और अपनी टीम बंगाल के लिए कम से कम दो मैच खेलकर फिटनेस साबित करेंगे लेकिन अब ये उम्मीद भी खत्म हो गई है.

बंगाल क्रिकेट संघ के सेलेक्टर्स ने टीम के अगले दो रणजी ट्रॉफी मुकाबलों के लिए स्क्वॉड का ऐलान किया लेकिन इसमें शमी को जगह नहीं मिली. बंगाल को पहले कर्नाटक का सामना करना है और फिर 13 नवंबर से मध्य प्रदेश से भिड़ना है. कुछ दिन पहले तक चिन्नास्वामी स्टेडियम में बॉलिंग प्रैक्टिस करते दिख रहे शमी इन दोनों ही मुकाबलों से बाहर हो गए हैं. शमी के इन दोनों मुकाबलों से ही क्रिकेट में वापसी की उम्मीद थी लेकिन अब उन्हें और लंबा इंतजार करना पड़ेगा.

सीरीज के बीच में जाने की थी उम्मीद

ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम इंडिया का ऐलान तो पिछले महीने ही हो गया था और इसमें शमी को जगह नहीं मिली थी. हालांकि इसके बावजूद ये उम्मीद थी कि अगर शमी इन दो रणजी मुकाबलों में खेलकर अपनी फिटनेस साबित करते हैं तो उन्हें सीरीज के बीच में भी ऑस्ट्रेलिया भेजा जा सकता है, जिससे टीम इंडिया की ताकत बढ़ जाती. अब वो उम्मीद भी लगभग खत्म हो गई है. ब्रेक से पहले रणजी ट्रॉफी सीजन में शमी के पास यही दो आखिरी मैच थे लेकिन अब वो भी उनके हाथ से फिस गए हैं.

ऋद्धिमान साहा ने क्रिकेट को कहा अलविदा : 17 साल के करियर के बाद संन्यास का ऐलान

न्यूजीलैंड के हाथों टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के क्लीन स्वीप के कुछ घंटे बाद ही एक और बड़ी खबर सामने आई. ये खबर भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा के संन्यास के ऐलान की रही. 40 साल के दिग्गज क्रिकेटर ने 17 साल के अपने करियर पर विराम लगाने का फैसला किया. उन्होंने ऐलान किया कि रणजी ट्रॉफी के चल रहे मौजूदा सीजन के बाद वो क्रिकेट को अलविदा कह देंगे. 17 साल के अपने करियर में साहा ने 15 साल बंगाल के लिए जबकि 2 साल त्रिपुरा के लिए घरेलू क्रिकेट खेला

रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन के बाद संन्यास

साहा ने क्रिकेट के अपने सफर को शानदार बताया है. पिछले 2 रणजी सीजन त्रिपुरा से खेलने वाले साहा की इसी साल अगस्त में बंगाल में फिर से वापसी हुई है. साहा ने संन्यास का ऐलान करते हुए जो बातें कहीं उसके मुताबिक मौजूदा रणजी सीजन में ही वो अपना आखिरी मैच खेलेंगे.

न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई में खेला आखिरी टेस्ट

17 साल के ओवरऑल क्रिकेट करियर के बीच साहा ने साल 2010 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया. उन्होंने 40 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया. वहीं 9 वनडे भी खेले. साहा ने अपना पहला टेस्ट साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था जबकि उन्होंने आखिरी टेस्ट मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े मैदान पर खेला था. साहा का वनडे डेब्यू न्यूजीलैंड के खिलाफ था.

न्यूजीलैंड के खिलाफ शर्मनाक हार को लेकर हरभजन सिंह ने बताया कौन है असली गुनहगार

न्यूजीलैंड के खिलाफ से मिली शर्मनाक हार फैंस ही नहीं बल्कि भारत के दिग्गज क्रिकेटरों से भी बर्दाश्त नहीं हो रही है. 24 साल बाद घरेलू टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम का सूपड़ा साफ हो गया है. इसलिए पहले सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया के प्रदर्शन पर सवाल उठाए.

अब हरभजन सिंह ने बताया है कि हार का असल गुनहगार कौन है. पूरी सीरीज में भारत की बल्लेबाजी नाकाम रही. खासतौर से टीम दोनों दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली फ्लॉप रहे, जिनसे सबसे ज्यादा उम्मीदें रहती हैं. हालांकि, हरभजन ने इस हार का सबसे बड़ा जिम्मेदार पिच को बताया.

हरभजन ने हार को लेकर क्या कहा?

हरभजन सिंह ने भारत की हार के बाद सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने टर्निंग पिचों को भारतीय टीम का सबसे बड़ा दुश्मन बताया. उन्होंने कहा कि ‘कई सालों से यही कह रहा हूं. टीम इंडिया को बेहतर पिचों पर खेलने की जरूरत है. पिछली पिढ़ी के बल्लेबाजों ने इस तरह की ट्रैक पर बैटिंग नहीं की. इस तरह की पिच सिर्फ 2 या 3 दिन के खेल के लिए बनाए जाते हैं. ये टर्निंग पिचें हर बल्लेबाज को बहुत साधारण बना रही हैं. इन पर मुरलीधरन, शेन वॉर्न या सकलैन मुश्ताक जैसे गेंदबाजों की जरूरत नहीं है. यहां कोई भी किसी को आउट कर सकता है.’

पिच से ना ज्यादा छेड़छाड़’

हरभजन के मुताबिक इस हार की जिम्मेदारी कप्तान के साथ पूरी टीम की है. लेकिन उनका ये भी मानना है कि इतनी खराब विकेट नहीं तैयार करनी चाहिए. उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कप्तान और हेड कोच पर निशाना साधा. दरअसल, हाल ही में रिपोर्ट आई थी टीम इंडिया की ओर से पुणें और मुंबई में रैंक टर्नर पिच की मांग की गई थी. इसी को लेकर उन्होंने कहा कि पिच के साथ ज्यादा छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ‘टेस्ट क्रिकेट का मतलब है कि मैच 5 दिनों तक चले और इस दौरान जो टीम बढ़ियां खेले उसकी जीत हो. ‘