36 लाख की ठगी करने वाले पिता पुत्र को चिलुआताल पुलिस ने किया गिरफ्तार

गोरखपुर/ चिलुआताल पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है शातिराना तरीके से मर्चेन्ट नेवी के इंजीनियर से जमीन बेचने के नाम पर जीडीए की जमीन दिखा कर 36 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने वाले पिता पुत्र को चिलुआताल पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा सलाखों के पीछे। चिलुआताल थाना पर वादी अखिलेश सिंह जो कि मर्चेन्ट नेवी में इंजीनियर है और शाहपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले है, ने मई 2024 को प्रार्थना पत्र दिया और प्रार्थना पत्र में मर्चेन्ट नेवी के इंजीनियर ने बताया कि दो व्यक्तियों के द्वारा मुझे अपने झांसे में लेकर जीडीए की अधिकृत अवैध जमीन दिखाकर बैनामा करने का झांसा देकर 36 लाख रुपये की ले लिए हैं।

मैंने सारा पैसा बैंक के जरिये दिया है जब मुझे धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो मैंने अपना पैसा वापस मांगा तो दोनों व्यक्तियों ने मुझे जान से मारने की धमकियां देकर भगा दिया। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर थाने पर धोखाधड़ी का मुकदमा लिखकर सब इंस्पेक्टर आशीष कुमार तिवारी को आरोपियों की तलाश की जिम्मेदारी दी। आरोपी पिता पुत्र को मुकदमा लिखने की भनक पहले ही लग गयी थी इसी वजह से दोनो फरार हो गए थाना प्रभारी अतुल कुमार श्रीवास्तव और सब इंस्पेक्टर के द्वारा लगातार आरोपियों की तलाश की जा रही थी मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय कर दिया गया था साथ ही पुलिस सर्विलांस की भी मदद ले रही थी। चिलुआताल पुलिस ने तमाम कोशिशों के बाद आखिरकार शातिर ठगों को मानबेला तिराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया पकड़े गए दोनो आरोपी में पिता शाबान पुत्र असगर अली निवासी फत्तेपुर थाना चिलुआताल और इसका पुत्र मोहम्मद आलमगीर पुत्र शाबान अली निवासी फत्तेपुर थाना चिलुआताल को जेल भेज दिया इस सफलता में कॉन्स्टेबल

संजीत शाह और कॉन्स्टेबल श्याम यादव ने भी अहम भूमिका निभाई है।

सपा जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में मासिक बैठक हुई संपन्न, चुनाव सहित और विषयों पर की गई चर्चा

गोरखपुर। जिला समाजवादी पार्टी की मासिक बैठक पार्टी के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में हुई संचालन जिला महासचिव रामनाथ यादव ने किया जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि सभी साथियों बूथों (मतदेय स्थलों)पर नाम बढ़वाने व गलत नामों को कटवाने में जुटे रहिए भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था ध्वस्त है, भाजपा राज में अराजकता है महिलाएं सुरक्षित नहीं है उनके साथ अपराध लगातार बढ़ रही हैं। महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार चरम पर है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश को अंधकार में पहुंचा दिया है। भाजपा लोकतंत्र में विश्वाश नही रखती है संविधान जनता की रक्षा का धर्म है। भाजपा को संविधान बदलने की जल्दी है। वह बाबा साहेब अम्बेडकर के बनाए संविधान की विरोधी है।

भारतीय जनता पार्टी के लोगों के पास कोई काम नहीं है। नौकरी नहीं दे पा रहे हैं, लगातार महंगाई बढ़ रही है, आरक्षण से खिलवाड़ हो रहा है और संविधान को समय-समय पर यह लोग चोट पहुंचा रहे हैं।इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम जिला महासचिव रामनाथ यादव नगीना प्रसाद साहनी यशपाल रावत राजमती निषाद रजनीश यादव रुपावती बेलदार जफर अमीन डक्कू मिर्जा कदीर बेग मुन्नीलाल यादव दयाशंकर निषाद अखिलेश यादव रामजतन यादव संजय पहलवान नरसिंह यादव राघवेंद्र तिवारी राजू मैना भाई महेंद्र तिवारी हरेंद्र यादव राहुल यादव प्रदीप यादव चन्द्रभान यादव धन्नजय सिंह सैथवार नावेद मलिक शिव कुमार दुबे रवि यादव राममिलन सिंह यादव राम अजोर मौर्य सुनील यादव सुरेंद्र मौर्य संजय यादव जयराम यादव शैलेन्द्र यादव सन्तोष यादव अमरजीत यादव अम्बरीष यादव बबलू अंसारी एजाज अंसारी मनीष कमांडो रामनिरंजन यादव रफीउल्लाह सलमानी श्रीराम यादव पप्पू यादव गणेश प्रजापति सेराजुद्दीन रहमानी लालजी यादव सोहराब खान नारद यादव तारकेश्वर पाल दिलिप जायसवाल रामाज्ञा मौर्य डाक्टर अछैवर शिव प्रसाद चौरसिया महेंद्र यादव छोटे लाल राजभर समशेर शाही मोहम्मद अली हर्ष अग्रहरि रविन्द्र यादव इंद्रेश यादव महेंद्र निषाद तौफीक मुन्नु फूल चन्द विश्वकर्मा देश दीपक यादव सीता राम गौड़ अमरनाथ यादव सुभाष निषाद बालेन्द्र यादव प्रभाकर ओझा शिव विजय यादव शुभेंदु यादव जुबेर अहमद रणविजय यादव हिटलर मनोज आदि मौजूद रहे।

अब हो गई मैं बदनाम शादी इसी से करूंगी, मामला सुलझाने में उलझी पुलिस

खजनी गोरखपुर।कस्बे में एक रोचक प्रसंग प्रकाश में आया,जिसे सुलझाने में पुलिस भी उलझ कर रह गई। दरअसल थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती कस्बे में बच्चों को कोचिंग पढ़ाती है। आज वह अपने परिचित ब्वायफ़्रेंड के साथ एक दुकान में बैठकर काफी पी रही थी इस दौरान गांव के निवासी कुछ युवकों ने दोनों को एक साथ देख लिया। उन्हें रंगेहाथ पकड़ने का दावा करते हुए परिजनों को सूचना देते हुए खजनी थाने में ले जाया गया।

थाने में पहुंचते ही युवती ने पुलिस से रोते हुए बताया कि अब उसकी सार्वजनिक रूप में बहुत अधिक बदनामी हो गई है। इतनी बदनामी के बाद

अब उससे शादी कौन करेगा, साहब अब मैं शादी इसी लड़के से करूंगी।

छठ पूजा की तैयारियों में उलझी पुलिस इस प्रेम प्रपंच के मामले को सुलझाने में उलझ गई। इस बीच थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने युवती और युवक के परिजनों से सलाह से एक हफ्ते बाद छठ पूजा के बाद दोनों का विवाह कराने की सहमति बनी।

45 लाख की लूट का हुआ खुलासा, 5 आरोपी को भी किया गिरफ्तार

गोरखपुर । कोतवाली थाना क्षेत्र के दुर्गाबाड़ी खाटू सेल्स कारपोरेशन से विगत दिनों 45 लाख रुपये नगद, सोने व चांदी के सिक्को के चोरी की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया। घटना में शामिल 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

एसएसपी गोरखपुर डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने प्रेस वार्ता के दौरान घटना का खुलासा करते हुए बताया कि चोरी किए गए 36 लाख 61 हजार नगद एक सोने व दों चांदी के सिक्कों को बरामद करने के साथ ही घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल, एक स्कूटी और पांच मोबाइल फोन बरामद किया गया।

वहीं विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घटना को अंजाम देने का बाद अभियुक्तों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए पूरे शहर का चक्कर लगाया और दो से तीन जगह कपड़े और गाड़ी बदली ताकि कैमरों की नज़र से बचा जा सके।

घटना का खुलासा करने में ऑपरेशन त्रिनेत्र के दौरान विभिन्न चौराहों और मकानों पर लगे कैमरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

साथ ही पूरी घटना को सीसी कैमरों के डीबीआर की रिकार्डिंग का गहन अध्ययन करने वाली टीम में शामिल उपनिरीक्षक सुशील चौरसिया, अरविंद राय और क्राइमब्रांच के मनीष यादव की टीम के साथियों ने भरपूर मेहनत और ईमानदारी से अपने काम को अंजाम तक पहुंचाया।

‘लक्षणों के प्रति सतर्क रहें प्रवासी, बुखार हो तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं’’

गोरखपुर, दीपावली पर्व से ही प्रवासियों का घर आना शुरू हो गया है। ढेर सारे प्रवासी छठ पर्व पर भी गोरखपुर आ रहे हैं। उनके आगमन को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के प्रति उन्हें सतर्क किया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने कहा है कि डेंगू बुखार के लक्षणों के प्रति प्रवासी और उनके परिजन सतर्क रहें। लक्षण दिखते ही 108 नंबर एम्बुलेंस की सहायता से नजदीकी सरकारी अस्पताल पहुंचे। वहां पर जांच, इलाज और आवश्यकता पड़ने पर भर्ती कर इलाज करने की सुविधा भी उपलब्ध है। इस मौसम में अपने मन से दवा का सेवन, किसी मेडिकल स्टोर से खरीद कर दवा खाना और बुखार होने के बावजूद शारीरिक गतिविधियों को जारी रखना जटिलताएं बढ़ा सकता है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिले में पिछले वर्ष 276 डेंगू के मरीज निकले थे। इस वर्ष भी करीब 112 मरीज मिल चुके हैं। डेंगू के प्रवासी मरीजों का समय से उपचार न होने पर उनके जरिये भी इस बीमारी के फैलने की आशंका है। डेंगू का वाहक एडीज मच्छर संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद लगातार कई लोगों को काटता है, जिसके कारण इस बीमारी का प्रसार दर अधिक है। समय से संक्रमित व्यक्ति की पहचान कर उनका इलाज शुरू हो जाए और वह मच्छरदानी में रहें तो उनके जरिये संक्रमण की आशंका कम हो जाती है । साथ ही बीमार व्यक्ति जल्दी ठीक हो जाता है। दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों के प्रवासी उन्हीं शहरों से और कई बार यात्रा के दौरान भी डेंगू से संक्रमित हो जाते हैं। ऐसे में लक्षण दिखने पर त्वरित जांच और इलाज आवश्यक है।

डॉ दूबे ने बताया कि अगर किसी को भी तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे तेज दर्द, हड्डियों में दर्ज और सुस्ती जैसे लक्षण आ रहे हैं तो उसे डेंगू भी हो सकता है । सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर इस बीमारी की जांच और इलाज की सुविधा मौजूद है। शीघ्र पहचान होने पर चिकित्सक के परामर्श के अनुसार घर पर बेड रेस्ट करते हुए डेंगू से ठीक हो सकते हैं, जबकि देरी होने पर जटिलताएं बढ़ सकती हैं। जिन लोगों को एक बार डेंगू हो चुका है उन्हें अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है । एक ही व्यक्ति में डेंगू का दूसरी बार संक्रमण अधिक गंभीर और लंबा हो सकता है। समय से बीमारी की पहचान और इलाज के जरिये बेहतर केस प्रबंधन के कारण ही प्रदेश में डेंगू की मृत्यु दर एक फीसदी से भी कम पहुंच चुकी है। गोरखपुर जिले में भी वर्ष 2017 से लेकर अब तक डेंगू से दो मौत हुई है, जबकि एक हजार से अधिक मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। मधुमेह, उच्च रक्तचाप, ह्रदय रोगी और गर्भवती को इस बीमारी के प्रति अधिक सतर्क रहना चाहिए।

छोटे जलस्रोतों की करें सफाई

सीएमओ ने कहा कि जो लोग दीपावली के दौरान भी छोटे जलस्रोतों की सफाई करने से चूक गये हैं वह छठ पर्व की तैयारी के दौरान यह कार्य पूरा कर लें। पशुओं के पात्र, कूलर, फ्रीज ट्रे, टायर, गमले, नाद आदि में अगर एक चम्मच साफ पानी भी ठहरा रहा तो उसमें डेंगू के वाहक मच्छर पैदा होंगे। यही मच्छर संक्रमित व्यक्ति को काट कर दूसरे को भी संक्रमित कर देंगे। दिन में लोग पूरी आस्तीन के कपड़े अवश्य पहनें।

राजल नीति 6 के कवर का सांसद रवि किशन ने किया लोकार्पण, डायमंड बुक प्रकाशन करेगा प्रकाशित

गोरखपुर। युवा लेखक राजल की छठवीं पुस्तक राजल नीति लोकव्यवहार के कवर का लोकार्पण सांसद व अभिनेता रवि किशन द्वारा हुआ। यह पुस्तक कैसे बेहतर तरीके से बातचीत करें और कैसे लोगों से बेहतर तालमेल स्थापित करें विषय पर आधारित है।

राजल एक बेस्ट सेलिंग लेखक हैँ और उनकी पुस्तक राजल नीति टाइम मैनेजमेंट 7 भाषाओं में अनुवादित हो चुकी है। टाइम मैनेजमेंट विषय पर किसी भी भारतीय लेखक की पुस्तक का इतनी भाषाओं ने अनुवाद नहीं हुआ जितनी की राजल की लिखी इस पुस्तक का हुआ।राजल की लिखी राजल नीति स्ट्रेस मैनेजमेंट भी जबरदस्त रूप से सफल रही और वो भी अब पांच भाषाओं में हैँ।

राजल नीति लोकव्यवहार को चाचा चौधरी को प्रकाशित करने वाली देश की अग्रणी प्रकाशन कम्पनी डायमंड बुक्स के द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है और प्रारंभिक दौर में इसे हिंदी, अंग्रेजी और बांग्ला में प्रकाशित किया जाएगा।

राजल नीति पुस्तकों का विमोचन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल राम नाईक और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला कर चुके है, साथ ही साथ तत्कालीन उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शुभकामनाएं भी दी थी।

*एनसीसी प्रशिक्षण शिविर में 35 कैडेटों को स्वर्ण पदक, कैप्टन डी. एन. मौर्य को बेस्ट एनसीसी ऑफिसर अवॉर्ड*

गोरखपुर- दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेटों ने कैप्टन (प्रो.) दिग्विजय नाथ मौर्य के नेतृत्व में एनसीसी के 167वें संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए कई पुरस्कार प्राप्त किए। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से 94 कैडेटों ने 21 से 30 अक्टूबर 2024 तक गोरखपुर स्थित सैनिक स्कूल में आयोजित इस 10-दिवसीय शिविर में हिस्सा लिया।

शिविर का आयोजन 44 यूपी बटालियन एनसीसी के कमान अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल रमन तिवारी के नेतृत्व में किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश के कुल 553 कैडेटों में 96 (27 छात्राएं एवं 69 छात्र) गोरखपुर विश्वविद्यालय से शामिल हुए थे।

इस दौरान कैडेटों ने ड्रिल, मैप-रीडिंग, फील्ड-क्राफ्ट, बैटल-क्राफ्ट, वेपन ट्रेनिंग, फायरिंग, फायर फाइटिंग, ट्रैफिक कंट्रोल और खेलकूद जैसी विभिन्न गतिविधियों का गहन प्रशिक्षण प्राप्त किया।

शिविर के समापन पर आयोजित प्रतियोगिताओं में विश्वविद्यालय के कैडेटों ने शानदार प्रदर्शन कर निम्नलिखित उपलब्धियां हासिल कीं:

बास्केटबॉल प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया।

सांस्कृतिक प्रतियोगिता में भी विश्वविद्यालय ने प्रथम स्थान अर्जित किया।

फायरिंग प्रतियोगिता में कैडेट विकास यादव ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

ड्रिल, मैप रीडिंग, फील्ड क्राफ्ट, बैटल क्राफ्ट, वेपन ट्रेनिंग और टेंट पीचिंग जैसी प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कुल 35 कैडेटों (09 छात्राएं एवं 26 छात्र) को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए।

इसके अतिरिक्त, सीनियर अंडर ऑफिसर शिवम गुप्ता को शिविर में कैंप सीनियर के रूप में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। वहीं, विश्वविद्यालय के एनसीसी अधिकारी कैप्टन (प्रो.) दिग्विजय नाथ मौर्य (कैंप एडजुटेंट) को बेस्ट एनसीसी ऑफिसर अवॉर्ड एवं स्वर्ण पदक से नवाजा गया।

विश्वविद्यालय के लिए गौरव का क्षण

कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने इन उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय और एनसीसी के लिए अत्यंत गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय निरंतर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कृतसंकल्पित है और उन्हें शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करता है।

*रोगी-केंद्रित देखभाल को बढ़ावा देने के लिए एम्स गोरखपुर में अमृत फार्मेसी सेवाओं का विस्तार*

गोरखपुर- एम्स गोरखपुर के कार्यकारी निदेशक डॉ. अजय सिंह के नेतृत्व में, अमृत फार्मेसी सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है ताकि रोगियों को सस्ती और आसानी से उपलब्ध चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा सकें। वर्तमान में एम्स परिसर में एक अमृत फार्मेसी कार्यरत है, जहां सरकार द्वारा निर्धारित रियायती दरों पर आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। हाल ही में अपने दौरे के दौरान, डॉ. सिंह ने सभी उपलब्ध दवाओं की गुणवत्ता का निरीक्षण किया, जिससे संस्थान की उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि होती है।

रोगी-केंद्रित इस पहल के अंतर्गत, एम्स गोरखपुर जल्द ही दो अतिरिक्त अमृत फार्मेसी आउटलेट खोलेगा—एक आपातकालीन विभाग के पास और दूसरा ओपीडी के सामने। इस विस्तार से रोगियों और उनके परिवारों के लिए रियायती दरों पर दवाइयों और आवश्यक स्वास्थ्य उत्पादों की आसान पहुँच सुनिश्चित होगी।

यह अमृत फार्मेसी सेवा भारत सरकार की लागत-कटौती और आवश्यक उपचारों की पहुँच में वृद्धि की दृष्टि के अनुरूप है। यह पहल एम्स गोरखपुर की सस्ती स्वास्थ्य देखभाल के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जो सभी जरूरतमंदों को गुणवत्ता युक्त दवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

*थानाध्यक्ष ने किया छठ घाटों का निरीक्षण, ग्राम प्रधानों से किया सलाह मशविरा*

गोरखपुर- छठ महापर्व पर क्षेत्र में बने घाटों पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचने वाली श्रद्धालु महिलाओं, और उनके साथ बच्चों और परिजनों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पुलिस टीम के साथ पहुंचे थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने सबसे अधिक आबादी वाले नगर पंचायत उनवल में नगर अध्यक्ष तथा गांवों के ग्राम प्रधानों अथवा प्रतिनिधियों से सलाह मशविरा किया।

इस दौरान छठ घाटों पर अचानक लोगों की भीड़ बढ़ने पर अप्रत्याशित दुर्घटनाओं की आशंकाओं से बचाव के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाने पर चर्चा की गई। ग्रामप्रधानों समाजसेवियों से राय शुमारी के बाद छठ घाटों पर होने वाली महिलाओं की भीड़ में अनावश्यक अवांछित तत्वों को दूर रखने और घाटों पर विभिन्न स्थानों पर पुलिस टीमों को तैनात रखने की योजनाएं बनाईं और गईं।

मिली जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र में इस वर्ष गांवों कस्बों और नगर में कुल 51 स्थानों पर छठ घाट बनाए गए हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि सभी छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने पर पुलिस टीम को सतर्क और चौकन्ना रहने तथा दुर्घटना की स्थिति में तत्काल उपचार और चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने से संबंधित हिदायतें दे दी गईं हैं। साथ ही साथ ग्रामप्रधानों और सोशल लोगों से भी व्यवस्था में प्र सहयोग की अपील की गई है।

*सीएम योगी ने की गोसेवा, भवानी और भोलू को खूब दुलारा*

गोरखपुर- गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान गोसेवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा है। इसी क्रम में शनिवार सुबह भी उन्होंने मंदिर की गोशाला में समय बिताया और गोसेवा की। मुख्यमंत्री ने गोवंश को गुड़ खिलाया और गोशाला के कार्यकर्ताओं को देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए। गोसेवा के दौरान उन्होंने सितंबर माह में आंध्र प्रदेश के येलेश्वरम स्थित गोशाला से गोरखनाथ मंदिर लाए गए नादिपथि मिनिएचर नस्ल (पुंगनूर नस्ल की नवोन्नत ब्रीड) के दो गोवंश भवानी और भोलू को खूब दुलारा।

दक्षिण भारत से लाए गए गोवंश की इस जोड़ी (एक बछिया और एक बछड़ा) का नामकरण भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही किया था। उन्होंने बछिया का नाम भवानी रखा है तो बछड़े का नाम भोलू। मुख्यमंत्री जब भी गोरखनाथ मंदिर प्रवास पर होते हैं, भवानी और भोलू का हाल जरूर जानते हैं।

सीएम योगी के दुलार और स्नेह से भवानी और भोलू भी उनसे पूरी तरह अपनत्व भाव से जुड़ गए हैं। शनिवार को गोशाला में सभी गोवंश की सेवा करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने भवानी और भोलू के साथ अतिरिक्त वक्त बिताया। उन्हें खूब दुलार कर, उनसे बातें कर, गुड़ और चारा खिलाया। सीएम योगी के स्नेह से ये गोवंश भाव विह्वल दिख रहे थे।