पूरा होगा वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सपना: सीएम योगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश को एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीति पर विमर्श किया। बैठक में विभिन्न मंत्रियों, शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों, सलाहकारों, विशेषज्ञों की उपस्थिति रही। बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी 10 सेक्टरों में जारी कार्यों की समीक्षा की।

कंसल्टिंग एजेंसी डेलॉयट इंडिया ने विस्तार से प्रदेश के आर्थिक परिवेश की वर्तमान स्थिति और संभावित भावी परिणाम, उद्योग जगत की अपेक्षाओं आदि के संबंध में सेक्टरवार विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत सात वर्षों के नियोजित प्रयासों से उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था आज सार्वकालिक सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है। 2021-22 में प्रदेश की कुल जीडीपी 16.45 लाख करोड़ थी जो आज 2023-24 में 25.48 लाख करोड़ से अधिक हो गई है। इस वर्ष हमारा जीएसडीपी लक्ष्य 32 लाख करोड़ का है। सभी के सहयोग से यह लक्ष्य भी पूरा होगा। इन 07 वर्षों में जीडीपी और प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक हुई है। उत्तर प्रदेश आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देश के विकास का ग्रोथ इंजन बन रहा है।

उन्होंने कहा कि सेक्टरवार विकास के हमारे प्रयासों के आशातीत परिणाम मिल रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अलग-अलग सेक्टरों के लिए सकल मूल्य वर्धन  का जो लक्ष्य रखा गया, उसके सापेक्ष अधिक वृद्धि देखी गई है। कृषि और सहायक सेक्टर के लिए अनुमानित जीवीए 5.85 लाख करोड़ के सापेक्ष 5.98 लाख करोड़, विनिर्माण के 2.48 लाख करोड़ के सापेक्ष 2.79 लाख करोड़, ट्रांसपोर्ट, स्टोरेज और कम्युनिकेशन के अनुमानित जीवीए के सापेक्ष 129 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। स्पष्ट है व्यापार, होटल, परिवहन और प्रसारण से संबंधित संचार सेवाओं की वृद्धि दर में तेजी आई है। ऐसे ही हाल अन्य सेक्टरों में भी है।

ओवरआॅल 2023-24 में राज्य के लिए अनुमानित जीएसवीए 23 लाख करोड़ के सापेक्ष सकल मूल्य वर्धन 23.24 लाख करोड़ रहा है। यह स्थिति अर्थव्यवस्था की बेहतर स्थिति को प्रदर्शित करती है। 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य की प्राप्ति में सभी विभागों की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह लक्ष्य बड़ा है। पिछले वर्ष का रिपोर्ट कार्ड भी विभागों की सक्रियता को प्रदर्शित करता है। हमारी नीति और नियोजन सही है। आवश्यकता है बड़े लक्ष्य के लिए अपनी स्पीड तेज करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर सेक्टर में अवसर हैं, हमें नवाचारों को बढ़ावा देना होगा। कृषि सेक्टर में सीड इकोसिस्टम को बेहतर करना होगा, इसके लिए सीड पार्क जैसे प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता है। किसानों को दलहन, तिलहन, मिलेट अन्न की बोआई के लिए प्रोत्साहित करते हुए फसल विविधीकरण एवं बेहतर सप्लाई चेन मैनेजमेंट और बेहतर करने की आवश्यकता है।

सीएम ने कहा कि अनाज, फल और सब्जियों के उत्पादन की वृद्धि दर को दोगुनी तेजी देने के लिए ठोस प्रयासों की आवश्यकता है। हार्टिकल्चर में 'पर 'ब्लॉक-वन क्रॉप' जैसे कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। किसानों को प्रशिक्षित करें, संसाधन उपलब्ध कराएं, नवाचारों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। योगी ने कहा कि रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रान्सफार्म के मंत्र का अर्थव्यवस्था के द्वितीयक खंड सबसे अच्छा परिणाम देखने को मिला है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की तेज वृद्धि दर उत्साहित करने वाली है। भविष्य की जरूरतों के दृष्टिगत लैंडबैंक के विस्तार, नीतिगत सुधार और ईज आॅफ डूइंग बिजनेस के अपने प्रयासों को तेज करना होगा। अनेक निवेशक उत्तर प्रदेश में आने के लिए तैयार हैं। टेक्सटाइल पार्क, सोलर पार्क, प्लेज पार्क के अनेक प्रस्ताव मिल रहे हैं। हमें इस अनुकूल अवसर का लाभ उठाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा सेक्टर को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर काम करने की जरूरत है। गैर पारंपरिक ऊर्जा विकल्पों को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने नीति जारी की है। हमें सोलर और बायो मास सेक्टर में निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। हमें सोलर एनर्जी कैपेसिटी को बढाने पर काम करने की जरूरत है। प्रदेश में पीएम सूर्य घर योजना का कवरेज बढाने का प्रयास करें। गौतमबुद्ध नगर आज आईटी/आईटीईइस का ग्लोबल हब बन कर उभरा है। लखनऊ में एआई सिटी की भूमि चिन्हित की जा चुकी है, इससे संबंधित पॉलिसी यथाशीघ्र लाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन सेक्टर की बेहतरी के लिए ठोस प्रयास किये जाने चाहिए।

असेवित क्षेत्रों के लिए बसों का संचालन करें। निजी क्षेत्र का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। जल मार्ग परिवहन संबंधित प्राधिकरण का गठन किया गया है, इस दिशा में भी आने वाले दिनों में अच्छे परिणाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल, हाउसिंग और होटल के लिए निजी क्षेत्र की ओर से बड़े प्रस्ताव मिल रहे हैं। आने वाले दिनों में इस सेक्टर में और अधिक तेजी देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लिए नगर निकायों व ग्राम पंचायतों का आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। इनके आय संवर्धन के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए। गांव हो या कस्बे, हर जगह आम आदमी को अच्छी सड़क, शुद्ध पेयजल, बेहतर जनसुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। आकांक्षात्मक जनपद और आकांक्षात्मक विकासखंड की प्रगति की लगातार समीक्षा की जाए, जहां कमी हो, उसे दूर किया जाए।
बहराइच हिंसा में मारे गए युवक रामगोपाल मिश्रा के पिता कैलाशनाथ मिश्रा के बयान से मचा हड़कंप
लखनऊ/बहराइच। बहराइच हिंसा में मारे गए युवक रामगोपाल मिश्रा के पिता कैलाशनाथ मिश्रा के बयान से हड़कंप मच गया है। कैलाशनाथ ने कहा कि मैं पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हूं। अगर न्याय नहीं मिला तो पूरे परिवार के साथ आत्मदाह कर लूंगा। उनके इस बयान से हड़कंप मच गया गया है। बता दें कि बहराइच हिंसा के पांचों आरोपियों को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। शुक्रवार को सीजेएम के सामने पेश करने के बाद सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।कैलाशनाथ ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि हमें पूरा न्याय नहीं मिला है। जो मेरे बेटे के साथ हुआ है वो आरोपियों के साथ भी हो। उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। वहीं, मृतक युवक की पत्नी रोली मिश्रा ने भी दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।

पांचों मुख्य आरोपियों को सीजेएम कोर्ट से सीधे जेल भेजा गया

महसी तहसील की महाराजगंज हिंसा के मुख्य आरोपियों को नानपारा के हांडा बसेहरी नहर के पास पुलिस मुठभेड़ में मोहम्मद तालीम उर्फ शब्बू और सरफराज उर्फ रिंकू के पुलिस मुठभेड़ में घायल होने के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। वहीं, तीन अन्य आरोपियों अब्दुल हमीद, फहीम और मोहम्मद अफजल को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। शुक्रवार को सीजेएम आवास पर आरोपियों की पेशी होने के बाद पांचों आरोपियों को आरआरएफ, पीएसी और पुलिस की कड़ी सुरक्षा में 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

इसके पहले, हत्यारोपी मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिब को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद बृहस्पतिवार को गिरफ्तार लिया। जांच में सामने आया कि हत्यारोपियों के मंसूबे खतरनाक थे। तभी तो उन्होंने हत्या में प्रयुक्त बंदूक को लोड कर छिपाया था। उसके साथ एक अन्य अवैध असलहा भी रखा था, ताकि जरूरत पड़ने पर वह फिर से दहशत फैला सकें। इसका प्रमाण भी उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दे दिया। पुलिस के अनुसार महराजगंज में रविवार को जो हुआ वह सुनियोजित था। मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद की छत पर पत्थर व ईंटें रखी थीं। कांच की बोतल भी मिली थीं।
लखनऊ : समाजवादी पार्टी मुख्यालाय के बाहर महिला ने खाया जहर
लखनऊ। गौतमपल्ली थाना क्षेत्र में समाजवादी पार्टी मुख्यालय के बाहर एक महिला ने जहर खा लिया है। पुलिस ने उसे पकड़ा और जानकारी होने पर उसको सिविल अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है।

प्रारांभिक जानकारी के मुताबिक, जहर खाने वाली महिला का नाम उपमा, जो कानपुर की निवासी है। शुक्रवार की दोपहर को महिला संदिग्ध हालत में दिखी तो महिला पुलिस कर्मियों ने उसे पकड़ लिया। वह हजरतगंज की ओर जा रही थी। इसी दौरान जानकारी हुई कि महिला ने जहरीला पदार्थ खाया है। आनन—फानन में महिला को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अब उससे यह पूछताछ कर रही है कि किस वजह से उसने जहर खाया है। लेकिन वह अभी कुछ बताने को राजी नहीं है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
बहराइच हिंसा का खुलासा, मुख्य आरोपी ने हत्या में प्रयुक्त बंदूक व एक असलहा को लोड कर छिपाया था, बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे

लखनऊ/ बहराइच । महराजगंज कस्बे में रेहुवा निवासी रामगोपाल मिश्रा की निर्मम हत्या के बाद भी हत्यारोपियों के मंसूबे खतरनाक थे। तभी तो उन्होंने हत्या में प्रयुक्त बंदूक को लोड कर छिपाया था। उसके साथ एक अन्य अवैध असलहा भी रखा था, ताकि जरूरत पड़ने पर वह फिर से दहशत फैला सकें। इसका प्रमाण भी उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दे दिया। पुलिस के अनुसार महराजगंज में रविवार को जो हुआ वह सुनियोजित था। मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद की छत पर पत्थर व ईंटें रखी थीं। कांच की बोतल भी मिली थीं।

बोले पिता व पत्नी, खुशी मिली लेकिन अभी संतोष नहीं

रामगोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद व उसके बेटों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं, पुलिस पर फायरिंग के बाद सरफराज व तालीम घायल भी हुए। इसके बाद भी रेहुवा के ग्रामीण व मृतक के पिता व पत्नी संतुष्ट नहीं हैं। बातचीत में पिता कैलाश नाथ व पत्नी रोली ने बताया कि पुलिस की कार्रवाई से खुशी तो मिली, लेकिन पूरी संतुष्टि नहीं मिली। बेटे की हत्या करने वालों का पूरा एनकाउंटर होना चाहिए था। हत्यारोपियों ने हत्या में प्रयुक्त बंदूक के साथ एक अवैध असलहा भी छिपाया था। जो कहीं न कहीं हत्यारोपियों के मंसुबे दिखाता है। आरोपी कहीं न कहीं घटना के बाद भी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। वहीं कुछ ग्रामीणों का यह भी कहना है कि हत्यारोपी मामला ठंडा होने के बाद एक बार फिर दहशतगर्दी फैलाना चाहते थे।

शांति के बावजूद दहशत बकरार, घरों से अब भी लोग नहीं निकल रहे बाहर

महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में प्रतिमा विसर्जन के दाैरान रविवार को शुरू हुई हिंसा की आग तो शांत हो गई। लेकिन, पांच दिन बाद भी यहां हालात पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाए हैं। कस्बे में बृहस्पतिवार को कुछ चहलकदमी जरूर नजर आई, पर अधिकतर लोग घरों में ही कैद रहे। यहां तक कि स्थानीय निवासी भी घटना पर करने से बचते रहे।महराजगंज गांव में बृहस्पतिवार सुबह कुछ घरों के बाहर दोनों समुदायों के लोग बैठे नजर आए। लेकिन उन्होंने बवाल वाले दिन के बारे में कोई भी बात करने से साफ इन्कार कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार, अधिकतर लोग इस वजह से भी घर से बाहर नहीं निकल रहे कि कहीं पुलिस उन्हें भी गिरफ्तार न कर ले। कस्बे के लोग हिंसा को याद कर अब भी सिहर उठते हैं।
रेलवे की अग्रिम आरक्षण की अवधि 120 दिन के स्थान पर अब 60 दिन
लखनऊ।रेलवे ने आरक्षण टिकट बुकिंग के नियम बदल दिए हैं। यह बदलाव दिनों की संख्या को लेकर हुआ है। इस नियम से दलालों पर अंकुश लगेगा। अब रेलवे द्वारा अग्रिम आरक्षण की अवधि में बदलाव किया गया है अब यह अवधि 120 दिनों से घटाकर 60 दिन कर दी गई है।

ज्ञात हो कि रेलवे की अग्रिम आरक्षण अवधि में समय-समय पर बदलाव होते रहे हैं। अग्रिम आरक्षण अवधि 30 दिन से लेकर 120 दिन तक की रही है। विभिन्न अवधियों के अनुभव के आधार पर, यात्रियों की दृष्टि से 60 दिन की अग्रिम आरक्षण अवधि सबसे उपयुक्त अवधि मानी गयी है।

2015 से 31 अक्टूबर 2024 तक 120 दिन रही

विभिन्न समय अन्तराल पर अग्रिम आरक्षण की अवधि-अप्रैल, 1981 से जनवरी, 1985 तक 120 दिन रही। 01 फरवरी.1985 से 31 अगस्त 1988 तक 90 दिन रही। 01 सितम्बर 1988 से 30 सितम्बर 1993 तक 60 दिन रही। 01 अक्टूबर 1993 से 30 जून 1995 तक 45 दिन रही। 01 सितम्बर 1995 से 31 जनवरी.1998 तक 30 दिन रही। 01 फरवरी 1998 से 28 फरवरी 2007 तक 60 दिन रही।

01 मार्च .2007 से 14 जुलाई 2007 तक 90 दिन रही। 15 जुलाई 2007 से 31 जनवरी 2008 तक 60 दिन रही। 01 फरवरी .2008 से 09 मार्च 2012 तक 90 दिन रही। 10 मार्च 2012 से 30 अप्रैल 2013 तक 120 दिन रही। 01 मई 2013 से 31 मार्च 2015 तक 60 दिन रही और 01 अप्रैल 2015 से 31 अक्टूबर 2024 तक 120 दिन रही है।

आरक्षण की अवधि 120 दिन के स्थान पर अब 60 दिन

रिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया है कि 60 दिनों की आरक्षण अवधि से यात्रियों को विभिन्न पहलुओं पर लाभ होंगे। जैसे 120 दिन योजना बनाने के लिए बहुत लम्बे थे, जिसके परिणामस्वरूप यात्रियों के यात्रा पर न आने के कारण बहुत अधिक निरस्तीकरण और सीटों-बर्थों की बर्बादी होती थी। वर्तमान में, लगभग 21 प्रतिशत निरस्तीकरण और 4-5 प्रतिशत यात्री यात्रा पर नहीं आते।

कई मामलों में देखा गया है कि यात्री अपने टिकट निरस्त नहीं करते हैं और यात्रा पर नहीं आते हैं। इससे यात्री के स्थान पर दूसरे यात्री के यात्रा करने एवं भ्रष्ट आचरण की सम्भावन बनी रहती है। अब, इसे रोका जा सकता है। लम्बी अवधि के साथ कुछ लोगों द्वारा टिकट ब्लोकिंग की सम्भावना अधिक हो जाती है। अवधि का सामान्य श्रेणी के टिकटों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है क्योंकि वे यात्रा से ठीक पहले खरीदे जाते हैं।
उपचुनावों में कांग्रेस और सपा मिलकर लड़ेंगे चुनाव ,सीटों का हुआ बंटवारा

लखनऊ । यूपी की दस सीटों में होने वाले उपचुनावों में कांग्रेस और सपा मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सपा आठ सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि कांग्रेस को दो सीटें मिलेंगी। फिलहाल चुनाव आयोग ने नौ सीटों के लिए चुनावी कार्यक्रम तय किया है। मिल्कीपुर की सीट पर पिटीशन होने की वजह से यहां के लिए चुनाव की तारीखें तय नहीं हुई हैं। बाकी सीटों पर 13 नवंबर को चुनाव होना है।

सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि कांग्रेस को उपचुनाव में गाजियाबाद और खैर सीट दे दी गई है। खैर सीट अलीगढ़ जिले में आती है। इन दो सीटों के अलावा बाकी सीटें सपा लड़ने जा रही है। कुंदरकी सीट के अलावा पार्टी ने बाकी सीटों पर प्रत्याशी भी घोषित कर दिए हैं।

सपा 9 अक्तूबर को ही मिल्कीपुर के साथ करहल, सीसामऊ, फूलपुर, कटेहरी और मझवां में प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। अब प्रत्याशी उतारने के लिए कुंदरकी, मीरापुर, गाजियाबाद और खैर सीटें बची थीं। आज ही शाम को सपा ने मीरापुर में प्रत्याशी घोषित कर दिया था।
दिल्ली का नादिरशाह हत्याकांड: लॉरेंस गैंग का शूटर मथुरा में एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार
लखनऊ /मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के योगेश कुमार उर्फ राजू नामक एक शूटर को दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम और मथुरा रिफाइनरी थाना क्षेत्र की पुलिस ने गुरुवार सुबह एक संयुक्त अभियान में एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। वह दिल्ली में हुए नादिरशाह हत्याकांड का आरोपित है।

इस टीम में शामिल पुलिसकर्मियों ने गुरुवार सुबह बजे योगेश को घेरकर सरेंडर करने के लिए कहा तो उसने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में शूटर के पैर में गोली लगने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उसके पास से अपाचे बाइक और हथियार बरामद कर घायल को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। शातिर शूटर दिल्ली के नादिरशाह हत्याकांड का अभियुक्त और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का शूटर है।

मथुरा के एसपी सिटी अरविन्द कुमार ने बताया कि दिल्ली पुलिस वहां हुए नादिरशाह हत्याकांड के मुख्य शूटर की लोकेशन के आधार पर पीछा कर रही थी। बीती देर रात योगेश की लोकेशन मथुरा के रिफाइनरी थाना क्षेत्र में मिली। गुरुवार सुबह करीब पौने पांच बजे रिफाइनरी थाना क्षेत्र की पुलिस व दिल्ली पुलिस की टीम ने रेलवे स्टेशन रोड पर रेलवे फाटक के समीप चेकिंग शुरू की तो उसी दौरान वह बाइक से उधर आ पहुंचा। हालांकि पुलिस पर नजर पड़ते ही वह बाइक छोड़ कर फायरिंग करता हुआ भागने लगा। पुलिस ने घेराबंदी कर जवाबी फायरिंग की। इस दौरान उसके पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के अनुसार घायल योगेश कुमार उर्फ राजू उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के राज चौक कट्टा बहरामपुरा का रहने वाला है। वह दिल्ली में हुए नादिरशाह हत्याकांड का अभियुक्त और लॉरेंस बिस्नोई गैंग का शूटर है।
मथुरा : बिजली पोल से टकराई पिकअप, दो बच्चियों सहित चार की मौत
लखनऊ/मथुरा। हरियाणा में ईंट भट्टे पर काम के लिए जा रहे मजदूरों से भरी एक पिकअप अनियंत्रित होकर 11000 वोल्ट लाइन के बिजली के पोल से टकरा गई। तार टूट कर गिरने लगा। इससे बचने के लिए कुछ मजदूर पिकअप से उतर गए। चालक ने पिकअप को बैक करते समय मजदूरों को कुचल दिया। हादसे में दो बच्चियों समेत दो महिला मजदूरों की मृत्यु हो गई। चार मजदूर घायल हो गए हैं। घायलों को कोसीकलां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया, जहां से गंभीर घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।

मजदूर ईंट भट्ठे में करने के लिए अलीगढ़ तक ट्रेन से आए थे

गौरतलब हो कि बिहार के गांव हेट विद्या हीचापुर थाना कोंच जिला गया के रहने वाले मजदूर ईंट भट्ठे में करने के लिए अलीगढ़ तक ट्रेन से आए थे। अलीगढ़ से पिकअप में सवार होकर होडल जाते समय कोसी-शेरगढ़ रोड पर गांव सात विस्वा नगरिया के पास पिकअप की टक्कर एक बिजली के पोल से हो गई। बिजली का तार टूट गया। जान बचाने के लिए पिकअप में बैठे मजदूर नीचे कूदने लगे। तभी चालक ने गाड़ी पीछे हटा दी। हादसे में गौरी देवी (35) पत्नी सुकेंदर माझी, उसकी दो वर्ष की पुत्री कोमल, कुंती देवी (28) पत्नी प्रेम माझी, उसकी दो वर्षीय पुत्री प्रियंका की मौके पर मौत हो गई है।

दुर्घटना के बाद चालक गाड़ी लेकर भाग गया

इसके अलावा काजल (17) पुत्री रामबली, जीरा (19) पुत्री रामबली, माना (21) पुत्री सरजू, गगन कुमार (3) पुत्र जीतन घायल हो गए। घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। लोगों की मदद से घायलों को कोसी सीएचसी में भर्ती कराया गया। यहां इनकी हालत नाजुक देखते जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। दुर्घटना के बाद चालक गाड़ी लेकर भाग गया। सूचना पर एसपी ग्रामीण त्रिगुण विषेन, सीओ आशीष शर्मा, प्रभारी निरीक्षक अजीत सिंह ने मौके पर पहुंचकर जानकारी ली तथा मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम भेजा है।
बहराइच में बहाल की गई इंटरनेट सेवा, भ्रामक सूचनाएं न फैलाने की अपील
लखनऊ/बहाराइच। जनपद के महसी इलाके में अब पूरी तरह से शांति व्यवस्था कायम है। लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से फोर्स अभी भी तैनात रखी गयी है। बुधवार की देर रात इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गयी है। हिंसा भड़काने के कारण इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई थी ताकि अफवाहों को रोका जा सके। पुलिस के अधिकारियों ने लोगों से झूठी सूचनाएं नहीं फैलाने की अपील भी की है।

अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने गुरुवार को बताया कि महसी इलाके में रविवार को प्रतिमा विसर्जन के दौरान भड़की हिंसा में एक युवक की मौत हो गई थी। स्थिति को संभालने के लिए आसपास के जिलों से फोर्स बुलवायी गई थी। अब यहां के हालात सामान्य है। इस हिंसा में अब तक दस मुकदमें लिखे जा चुके हैं। एक मुकदमा मृतक राम गोपाल मिश्रा के परिवार की ओर से हत्या करने वालों के खिलाफ दर्ज किया गया है। पुलिस ने दानिश उर्फ शहीर को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आराेपिताें की धरपकड़ की जा रही है। छह मुकदमें पूरे इलाके में बवाल,दंगा और आगजनी करने वालों पर दर्ज किया गया है।

उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक 54 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। तीन मुकदमें मुस्लिम समुदाय की ओर से आगजनी, तोड़फोड़ और मारपीट के मामले में दर्ज किया गया है।

भ्रामक सूचनाएं न फैलाएं

एएसपी त्रिपाठी ने यहां की जनता से अपील की है कि भ्रामक सूचना न फैलाएं। इस घटना से संबंधित सोशल मीडिया पर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से भ्रामक सूचनाएं फैलायी जा रही है। जैसे कि मृतक राम गोपाल को करंट लगाना, तलवार से मारना, नाखून उखाड़ना आदि बातें जो फैलाई जा रही है। इसमें कोई भी सच्चाई नहीं है।
पुलिस महानिदेशक ने बहराइच की घटना को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों की रिपोर्ट तलब की
लखनऊ। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार (डीजीपी) ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कानून-व्यवस्था एवं विगत दिनों त्यौहारों के दौरान हुयी घटनाओं की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में जिले के सभी पुलिस अधिकारी, पुलिस कमिश्नर, पुलिस कप्तान मौजूद थे। डीजीपी ने बहराइच की घटना को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों की रिपोर्ट तलब की है। इसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई होगी।

डीजीपी ने अपने निर्देश में कहा कि जिन-जिन जिलों में कानून व्यवस्था प्रभावित हुयी है उनकी समीक्षा करते हुये लापरवाही बरतने वाले अधिकारी, कर्मचारियों की एकाउंटब्लिटी फिक्स कर आज ही रिपोर्ट प्रेषित की जाये। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले अराजक तत्वों व सोशल मीडिया के माध्यम से भ्रामक पोस्ट कर अफवाह फैलाकर आम जनता को भड़काने का प्रयास करने वाले तत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुये जोनल अपर पुलिस महानिदेशक द्वारा आख्या प्रस्तुत की जाये।

डीजीपी ने कहा कि आगामी त्योहार और आयोजन को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधिकारी अभी से तैयारी कर लें। त्यौहारों, आयोजनों के दौरान मुख्य-मुख्य चौराहों, संवेदनशील स्थानों पर लगने वाले पुलिस बल को पूर्व से ब्रीफ करने के उपरान्त ही डियूटी पर भेजा जाये। स्ट्रेटजिक भवनों का चयन कर रूफ-टॉप डियूटी हैण्डसेट, दूरबीन आदि के साथ लगायी जाये।

उन्होंने कहा कि समस्त धार्मिक स्थलों के आस-पास प्रात:कालीन पोस्टर चेकिंग पार्टी निकाल कर सघन चेकिंग कराई जाये। मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में फ्लैग मार्च तथा नियमित फुट पैट्रोलिंग की जाये। यूपी-112 के पीआरवी वाहनों का व्यवस्थापन किया जाये। दंगा नियंत्रण स्कीम को अपडेट करते हुए उनका र्ड्रिल कराया जाये। दंगा नियंत्रण स्कीम में सम्बंधित मजिस्ट्रेट को भी शामिल करें। पुलिस कर्मियों तथा संसाधनों का पूर्णरूपेण उपयोग किया जाये। आकस्मिक घटना के दृष्टिगत योजना तैयार कर समय-समय पर रिहर्सल करा लिया जाये। भीड़, दंगा नियंत्रण उपकरणों को तैयारी हालत में रखा जाये।

उन्होंने कहा कि दंगा नियंत्रण उपकरणों के बिना किसी भी दशा में डियूटी न लगायी जाये तथा किसी भी आयोजन से पहले पुलिस बल की विधिवत ब्रीफिंग की जाये। पुलिस बल का व्यवस्थापन पूर्व से आंकलन करके ही किया जाये। इसके अलावा जुलूसों में त्रुटिरहित योजनाबद्ध पुलिस प्रबन्ध किया जाये, जुलूसों के रास्तों में पड़ने वाले मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में विशेष सावधानी बरती जाये तथा सुरक्षा हेतु बॉक्स फार्मेट में डियूटी लगायी जाये। इसके साथ ही फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर एवं व्हाट्सएप आदि पर सतर्क दृष्टि रखते हुए भ्रामक, आपत्तिजनक पोस्ट के संज्ञान में आते ही तत्काल उनका खण्डन करते हुए सम्बन्धित के विरूद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जाये।