पूर्व क्रिकेटर सलिल अंकोला की मां की मौत, पुणे के फ्लैट में मिली लाश,जांच में जुटी पुलिस


महाराष्ट्र के पुणे से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. पूर्व इंडियन क्रिकेटर सलिल अंकोला की मां की लाश एक फ्लैट में लहूलुहान हालत में मिली. सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और फ्लैट के अंदर दाखिल हुई. पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और जांच-पड़ताल में जुट गई. शुरुआती जांच में सलिल अंकोला की मां के गले पर जख्म के निशान मिले. पुलिस हत्या और आत्महत्या के एंगल पर जांच-पड़ताल कर रही है. ये भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि कोई व्यक्ति घर के अंदर दाखिल हुआ और गला चीरकर चला गया. ब्लीडिंग ज्यादा होने से उनकी मौत हो गई. हालांकि फ्लैट अंदर से बंद था और किसी फोर्स एंट्री के निशान पुलिस को नहीं मिले.

पूर्व इंडियन क्रिकेटर सलिल अंकोला की मां का नाम माला अशोक अंकोला था. उनकी उम्र 77 साल थी. वो पुणे के प्रभात डेक्कन इलाके में एक फ्लैट में रहती थीं. शुक्रवार शाम को जब पुलिस उनके फ्लैट में पहुंची तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था. पुलिस घर के अंदर दाखिल हुई तो देखा कि उनका गला चीरा गया था. काफी ब्लीडिंग हुई थी. आनन-फानन में पुलिस उनको पास के एक अस्पताल ले गई, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. पुणे की डेक्कन पुलिस फिलहाल इस केस की जांच कर रही है. सलिल अंकोला के परिवार के अन्य सदस्यों को इस बारे में सूचना दे दी गई है.

क्या कोई फ्लैट के अंदर दाखिल हुआ था?

पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या कोई व्यक्ति फ्लैट के अंदर दाखिल हुआ था. उसने ही बड़ी सफाई से हत्या की और फिर चला गया. अभी तक पुलिस को घर के अंदर किसी फोर्स एंट्री के निशान नहीं मिले हैं. अगर फोर्स इंट्री के निशान नहीं हैं तो क्या जान-पहचान का व्यक्ति आया था. इसलिए फोर्स इंट्री के निशान नहीं हैं. या घर में पहले से ही कोई मौजूद था. उसने हत्या की और फिर घर से निकल गया या बाहरी किसी शख्स का रोल नहीं है.

सलिल अंकोला की मां ने खुद अपना गला काट लिया और उनकी मौत हो गई. खुद से खुद का गला काटने वाली थ्योरी डेक्कन पुलिस को हजम नहीं हो रही है. इसलिए पुलिस एक्सपर्ट डॉक्टरों की राय ले रही है. आखिर ऐसा क्या था कि सलिल अंकोला की मां को गला काटकर आत्महत्या करनी पड़ी? वह किस चीज या किस बात से परेशान थीं.

कोई खुद का गला कैसे काटेगा?

आत्महत्या के जितने तरीके सामान्य तौर पर सामने आते हैं, उससे ये तरीका बिल्कुल अलग है, क्योंकि कोई व्यक्ति खुद का गला कैसे कटेगा? अगर ऐसा नहीं है तो दूसरा व्यक्ति कौन है, जिसने इस हत्या को अंजाम और इसके पीछे की क्या वजह है. फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. घर के आसपास के CCTV फुटेज और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है.

फॉरेंसिक टीम ने फ्लैट के अंदर की जांच

फिलहाल इस जांच के लिए कई टीम भी बनाई गई हैं. फॉरेंसिक टीम भी फ्लैट पर बुलाई गई थी, जिसने कई अहम सुराग इकट्ठा किए हैं. बता दें कि सलिल अंकोला पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं. 1989 से लेकर 1997 तक उन्होंने भारतीय टीम की तरफ से खेला है. उन्होंने भारत के लिए एक टेस्ट मैच और 20 एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला है.

पीएम मोदी ने कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में भारत की डिजिटल क्रांति को बढ़ावा दिया: विश्व में पहले स्थान पर

कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में पीएम मोदी ने कहा, "आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है।

आज भारत जीडीपी के हिसाब से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। ग्लोबल फिनटेक अनुकूलन दर और स्मार्टफोन डेटा खपत में हम पहले स्थान पर हैं।"

दुनिया का लगभग आधा वास्तविक समय डिजिटल लेनदेन भारत में किया जा रहा है।

भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप सिस्टम है। भारत दोपहिया वाहनों और ट्रैक्टरों का सबसे बड़ा निर्माता है

'सुधार' के मंत्र पर चल रहा है 'प्रदर्शन करो और बदलो', हम लगातार निर्णय लेकर आगे बढ़ रहे हैं, यही कारण है कि देश में लोगों ने 60 साल के बाद लगातार तीसरी बार एक ही सरकार को चुना है

आप हमारी प्रतिबद्धता को पहले तीन में देख सकते हैं।

महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव: अजित पवार गुट के विधायक बबनराव शिंदे ने शरद पवार के साथ जाने का किया ऐलान

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर पाला बदल तेज हो गया है. नाराज पार्टी नेताओं के दूसरी पार्टी में शामिल होने की होड़ मच गई है और अब अजित पवार गुट के विधायक बबनराव शिंदे ने एनसीपी शरद पवार के साथ जाने का ऐलान किया है.

बबनराव ने बगावत का ऐलान करते हुए कहा कि उनके बेटे रणजीत सिंह शिंदे या तो एनसीपी (एसपी) में शामिल होंगे या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.

बता दें कि लोकसभा चुनाव में माढ़ा लोकसभा क्षेत्र का घटनाक्रम खूब चर्चा में रहा था और अब विधानसभा चुनाव से पहले फिर भी राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है.

बीजेपी के तत्कालीन माढ़ा के सांसद रणजीत सिंह नाइक निंबालकर को बीजेपी ने टिकट दिया था. लेकिन मोहित पाटिल, जो उस समय भाजपा में थे, भी इच्छुक थे. उन्होंने पहले ही उम्मीदवार बनने की इच्छा जाहिर कर दी थी. लेकिन फिर भी पार्टी ने उन पर विचार नहीं किया. इससे नाराज होकर मोहित पाटिल राष्ट्रवादी शरद पवार गुट में शामिल हो गए और उन्हें वहां से नामांकन मिल गया.

दूसरी ओर, रंजीतसिंह नाइक निंबालकर का अजित पवार गुट के वरिष्ठ माधा नेता रामराजे निंबालकर ने विरोध किया था और अंततः मोहित पाटिल ने जीत हासिल की थी.

बबनराव शिंदे ने बगावत का किया ऐलान

अब माढ़ा विधानसभा क्षेत्र में अजित पवार गुट के विधायक बबनराव शिंदे हैं. वह पिछले छह बार से विधायक चुने जाते रहे हैं, लेकिन बबनराव शिंदे अब चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं. वह इस चुनाव में अपने बेटे रणजीत सिंह शिंदे को मैदान में उतारना चाहते हैं. लेकिन इस सीट पर महागठबंधन में शामिल शिवसेना भी दावा कर रही है. चर्चा है कि स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत के भाई इस सीट पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं.

उधर, बबनराव शिंदे शरद पवार से मुलाकात की है. मुलाकात के बाद बबनराव शिंदे ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया है. अजित पवार समूह के विधायक बबनराव शिंदे घोषणा की है कि उनके बेटा तुतारी (एनसीपी शरद पवार का चुनाव चिह्न) से या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ेगा. विधायक बबनराव शिंदे ने कहा कि महागठबंधन का मामला खत्म हो गया है.

बबनराव शिंदे ने शरद पवार से की मुलाकात

उन्हंने कहा कि वह अपने बेटे रणजीत सिंह शिंदे को तुतारी से या फिर स्वतंत्र चुनाव लड़ाएंगे. उन्होंने कहा कि मैं 38 साल से शरद पवार के साथ राजनीति कर रहा हूं. इसलिए मैंने शरद पवार से मुलाकात की है. शरद पवार से टिकट की मांग की गई है. मुझे नहीं पता कि वे टिकट देंगे या नहीं. लेकिन अगर शरद पवार इस साल के चुनाव में मेरे बेटे रणजीतसिंह को टिकट देते हैं, तो ठीक होगा, अन्यथा उन्हें स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेंगे.

जब विधायक बबनराव शिंदे से उनके भतीजे धनराज शिंदे की बगावत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारे घर का मुद्दा खत्म हो गया है. रंजीत सिंह मोहित पाटिल की उम्मीदवारी के सवाल पर बबनराव शिंदे ने जवाब दिया कि हमें किसी से कोई चुनौती नहीं है. यह गन्ने की कीमत पर राजनीति करने का समय नहीं है. मैं उन चर्चों के बारे में बात नहीं करना चाहता. एफआरपी से अधिक दरों का भुगतान करना उनकी परिस्थितियों पर निर्भर करता है, लेकिन जिनके पास स्थिति नहीं है वे भी दरें घोषित कर रहे हैं.

कोलकाता मर्डर केस: सीबीआई को मिली पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की फोन कॉल लिस्ट

आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में लेडी डॉक्टर से रेप और मर्डर मामले में सीबीआई को पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के फोन कॉल की लिस्ट मिली है. सीबीआई ने दावा किया है कि हत्या और बलात्कार को छुपाने के लिए संदीप घोष और अभिजीत मंडल ने कई फोन कॉल्स किए. संदीप घोष पर इस मामले को छिपाने को लेकर आरोप लग चुके हैं. फिलहाल वह जेल हिरासत में हैं.

वहीं, आरजी कर में वित्तीय अनियमितता के मामले में सीबीआई ने उनके करीबी आशीष पांडे को गिरफ्तार किया था. शुक्रवार को आशीष पांडे को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने तीन दिनों की सीबीआई रिमांड का आदेश दिया है.

आशीष पांडे कथित तौर पर अस्पताल के वित्तीय भ्रष्टाचार मामले में संदीप घोष के साथ शामिल था. एक दिन पहले वह सीबीआई कार्यालय में लंबी पूछताछ की गई थी.

भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप

आशीष पांडे पर सरकारी अस्पतालों में धमकी संस्कृति अपनाने का भी आरोप लगाया गया है. 25 सितंबर को आरोपियों को धमकी संस्कृति के लिए आरजी कर अस्पताल में बुलाया गया था. इनमें आशीष पांडे भी शामिल था. हालांकि, उन्हें वित्तीय भ्रष्टाचार के एक मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है.

सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि आशीष पांडे वित्तीय भ्रष्टाचार मामले में करीबी तौर पर शामिल है. रंगदारी मांगने, डॉक्टरों को धमकाने का भी आरोप है. सीबीआई के मुताबिक आशीष पांडे जूनियर डॉक्टरों को धमकाता था.

यहां तक ​​कि वरिष्ठ डॉक्टरों को दूरदराज के इलाकों में स्थानांतरण की धमकी दी गई. ये आशीष पांडे मोटी रकम लेकर हाउस स्टाफ रखता था. सीबीआई ने कहा कि इस संबंध में पूछताछ के लिए उन्हें हिरासत में लेने की जरूरत है. कोर्ट ने उन्हें सोमवार तक सीबीआई की हिरासत में रहने का आदेश दिया. उसका मोबाइल समेत सामान जब्त कर लिया गया है.

लेडी डॉक्टर की हत्या को बताया था आत्महत्या

लेडी डॉक्टर की हत्या के मामले में आरजी अधिकारियों और तत्कालीन प्रिंसिपल संदीप घोष की भूमिका पर बार-बार सवाल उठते रहे हैं. बाद में टाला थाने के ओसी अभिजीत मंडल को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पहले भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया. लेकिन बाद में संदीप घोष को हत्या-बलात्कार के मामले में भी गिरफ्तार कर लिया गया.

कथित तौर पर हत्या-बलात्कार के मामले को बार-बार आत्महत्या का मामला बताने की कोशिश की गई. यहां तक ​​कि लेडी डॉक्टर के परिजनों को भी अस्पताल से फोन पर उनकी बेटी की मौत आत्महत्या के कारण होने की जानकारी दी गई. यह भी जांच की जा रही है कि कॉल किसके आदेश पर की गई थी. सीबीआई के जांच अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह किसने किया, आत्महत्या का जिक्र क्यों किया गया, इसके पीछे किसका हाथ है.

मुंबई: छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल रेलवे स्टेशन के बाहर महिला के साथ गैंगरेप, पुलिस ने दर्ज किया मामला

मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल रेलवे स्टेशन परिसर में एक महिला के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया है.

महिला गंभीर हालत में पास के ही हॉस्पिटल में भर्ती हुई थी जहां उसके बयान लिए गए. महिला ने स्टेशन परिसर के अंदर ही 2 लोगों पर रेप करने का आरोप लगाया है. जीआरपी ने मामला दर्ज कर सिटी पुलिस को ट्रांसफर किया है. फिलहाल पूरे मामले में सिटी पुलिस जांच में जुट गई है.

जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल का है. जहां पर 22 सितंबर को दो आरोपियों ने महिला के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया. आरोपियों ने महिला का मुंह पकड़ा और उसे सुनसान जगह में ले गए. दोनों आरोपियों ने महिला के साथ एक-एक करके रेप किया. इसके बाद वह वहां से फरार हो गए. दोनों आरोपियों ने महिला को धमकाया भी. इसके बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए.

हॉस्पिटल पहुंची महिला

महिला जैसे-तैसे घायल हालत में नवी मुंबई के नेरुल स्थित एक हॉस्पिटल में पहुंची. महिला ने हॉस्पिटल में वारदात का खुलासा किया जिसके बाद हॉस्पिटल की ओर से पुलिस को पूरी वारदात की जानकारी दी गई. इसके बाद पुलिस की टीम हॉस्पिटल पहुंची और महिला के बयान दर्ज किए हैं. महिला के बयान के बाद सीएसटी स्टेशन पर जीआरपी पुलिस ने गैंगरेप का मामला दर्ज किया है. पुलिस ने महिला के बयान दूसरी बार रिकॉर्ड किए.

जल्द होंगे गिरफ्तार

पुलिस के मुताबिक पीड़िता ने अपने बयान में कहा है कि सीएसटी रेलवे स्टेशन पर टैक्सी स्टैंड के पास महिला के पास दो लोग आए थे. उन्होंने महिला का मुंह दबाकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया है. इसके बाद इस पूरे मामले को सिटी पुलिस में ट्रांसफर कर दिया गया है. अब एमआरए मार्ग पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है. पुलिस फिलहाल दोनों आरोपियों की तलाश में जुट गई है. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया है.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: शरद पवार ने संभाजी राजे के नए गठबंधन को लेकर जताई चिंता, कहा- हम पूरी तरह से सजग हैं

हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनाव के नतीजों के बाद महाराष्ट्र में मतदान की तारीखों का ऐलान कभी भी हो सकता है. राज्य में दो गठबंधन महाविकास अघाड़ी और महायुति के बीच आमने-सामने का सियासी संग्राम छिड़ा है. लेकिन इसी बीच प्रदेश की दिग्गज शख्सियत संभाजी राजे के नेतृत्व में तैयार नये गठबंधन से दोनों ही गठबंधनों के बीच खलबली है. इस मसले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने भी चिंता जताई है. आज शुक्रवार को सांगली में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए नये गठबंधन को लेकर खुल कर बात की. उन्होंने आगामी चुनाव में संभाजी राजे की अहमियत को सिरे से खारिज नहीं किया.

एनसीपी शरद गुट के प्रमुख शरद पवार ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जब भी ऐसे लोग एक साथ आते हैं तो उसका कुछ ना कुछ असर होता ही है. उन्होंने कहा कि संभाजी राजे बड़े परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके महत्व को इनकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने ये भी माना कि उनका असर जरूर देखने को मिल सकता है. हम पूरी तरह से सजग हैं.

कौन-कौन हैं तीसरे गठबंधन में?

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश में तीसरा जो गठबंधन बना है, उसमें पूर्व सांसद संभाजी राजे, राजू शेट्टी और बच्चू कडू शामिल हैं. ऐसी चर्चा है कि यह गठबंधन महाविकास अघाड़ी पर ज्यादा असर डाल सकता है. गठबंधन ने विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की जोरदार तैयारी शुरू कर दी है. अघाड़ी हो या महायुति-दोनों ही गठबंधन के नेताओं की नजर इस तीसरे गठबंधन पर है.

संभाजी राजे, राजू शेट्टी और बच्चू कडू ने मिलकर 19 सितंबर को परिवर्तन महाशक्ति नाम से नया संगठन बनाया. संभाजी राजे का कहना है कि प्रदेश की जनता दोनों गठबंधन की सरकार से परेशान हैं, लोग तीसरा विकल्प चाहते हैं. उन्होंने मनोज जारांगे और प्रकाश अंबेडकर को भी अपने अभियान से जुड़ने की अपील की है.

शरद पवार का मोदी-शाह पर भी हमला

इस दौरान शरद पवार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने तंज कसा इन दिनों उनको महाराष्ट्र की बहुत चिंता होने लगी है. प्रदेश का दौरा भी पहले ज्यादा लगा रहे हैं. सुना है उन्हें महाराष्ट्र बहुत पसंद है. कानून व्यवस्था उनके हाथ में है.

उन्होंने इसी के साथ प्रधानमंत्री मोदी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम को लोकसभा चुनाव के नतीजों को देखते हुए यहां अभी और सभाएं करनी चाहिए. उन्होंने तंज कसा- कोई कह रहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने 18 जगहों पर सभाएं कीं उनमें उन्हें 14 स्थानों पर हार मिली. अब उनसे अनुरोध है कि जहां जहां हारे वहां वहां जरूर सभाएं करें.

अमेठी दलित हत्याकांड: राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से की बात, न्याय और सजा दिलाने का दिया आश्वासन

अमेठी में दलित परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से बात की है. बातचीत के दौरान राहुल ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और दोषियों को सजा दिलाने का आश्वासन दिया. इसके अलावा राहुल ने हरसंभव मदद और मुआवजा दिलाने का भी भरोसा दिया. सोनिया गांधी ने भी सांत्वना भेजी. अमेठी सांसद केएल शर्मा ने पीड़ित पिता को राहुल गांधी से बातचीत कराई.

अमेठी के सांसद किशोरी लाल शर्मा भी रायबरेली में पीड़ित परिवार के घर पर मौजूद हैं. राहुल ने कल भी इस मामले को लेकर जायजा लिया था. अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा से बात कर पूरे मामले की जानकारी ली थी. इस दौरान राहुल ने दो टूक कहा था कि किशोरी जी हम पीड़ित दलितों के साथ हैं. आप उनको इंसाफ दिलाने में जुटिये. अगर इंसाफ मिलते न दिखे तो मैं खुद आ जाऊंगा पीड़ित के लिए.

वहीं, आज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय अमेठी और रायबरेली का दौरा करेंगे. वह भी पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे. इस तरह अमेठी दलित हत्याकांड में अब पूरी तरह से सियासत तेज हो गई है.

फरार है मुख्य आरोपी चंदन वर्मा का परिवार

अमेठी हत्याकांड का मुख्य आरोपी चंदन वर्मा का परिवार फरार है. चंदन वर्मा के घर पर ताला लगा हुआ है. चंदन वर्मा रायबरेली का ही रहने वाला था. मृतक दलित परिवार भी रायबरेली का रहने वाला है. अमेठी में कल यानी गुरुवार को शिक्षक सुनील कुमार, उसकी पत्नी पूनम भारती और उसके दो मासूम बच्चों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी

अमेठी हत्याकांड पर सियासत तेज

अमेठी हत्याकांड पर सियासत तेज हो गई है. बसपा, सपा और कांग्रेस ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा है कि अमेठी की घटना ने यह साबित कर दिया है उत्तर प्रदेश में जंगल राज है. अमेठी में हत्या नहीं हुई है नरसंहार हुआ है. जिन लोगों ने एक-एक साल के बच्चे पर भी रहम नहीं किया. इसी घटना को नरसंहारी कहेंगे. कहां है उत्तर प्रदेश की पुलिस? यूपी के मुख्यमंत्री दूसरे प्रदेश में जाकर उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था का बखान करते हैं.

एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप का मौका: प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के लिए 12 अक्टूबर से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन,जाने

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना लाॅन्च कर दी गई है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई को अपने बजट भाषण में इस योजना का जिक्र किया था. पीएम इंटर्नशिप योजना का उद्देश्य अगले पांच वर्षों में शीर्ष 500 कंपनियों में एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करना है. इसके लिए कैंडिडेट 12 अक्टूबर से आधिकारिक वेबसाइट pminternship.mca.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. अप्लाई करने काी लास्ट डेट 25 अक्टूबर 2024 है.

पहले दिन 3 अक्टूबर को पोर्टल पर इंटर्नशिप के लिए विभिन्न कंपनियों की ओर से कुल 1077 पदों के लिए रजिस्ट्रेशन किया गया. इनमें एग्रीकल्चर, ऑटोमोबाइल और फाॅर्म से जुड़ी कंपनियां शामिल हैं. इस योजना के तहत युवाओं को मौजूदा कारोबारी माहौल से रूबरू कराकर उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाया जाएगा, जिससे की युवाओं को आसानी से नौकरियां मिल सकें. इंटर्नशिप के पहले बैच के लिए एप्लीकेशन विंडो 25 अक्टूबर तक ओपन रहेगी.

कौन कर सकता है रजिस्ट्रेशन?

पीएम इंटर्नशिप योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करने के लिए कैंडिडेट का कम से कम 10वीं पास होना चाहिए. वहीं आवेदक की उम्र 21 वर्ष से 24 वर्ष के बीच होनी चाहिए. ऐसे कैंडिडेट जो नौकरी नहीं कर रहे हो वह इस एक वर्षिय इंटर्नशिप स्कीम के तहत आवेदन कर सकते हैं.

कौन नहीं कर सकता आवेदन?

पोस्ट ग्रेजुएट, आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी, नेशनल लाॅ यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट कैंडिडेट इस योजना के तहत आवेदन नहीं कर सकते हैं. वहीं एमबीबीएस, बीडीएस, एमबीए, सीएस और सीए कैंडिडेट को भी इस योजना से बाहर रखा गया है.

कहां और कैसे करना है रजिस्ट्रेशन?

पीएम इंटर्नशिप योजना की आधिकारिक वेबसाइट

pminternship.mca.gov.in पर जाएं.

होम पेज पर दिए गए रजिस्ट्रेशन के लिंक पर क्लिक करें.

मांगी गई डिटेल को दर्ज करें और डाक्यूमेंट्स अपलोड करें.

एक बार फाॅर्म को क्राॅस चेक करें और सबमिट करें.

कितना मिलेगा स्टाइपेंड?

रजिस्ट्रेशन करने वाले कैंडिडेट के डेटा को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल का उपयोग करके कंपनियों की जरूरतों और स्थानों के साथ मिलान किया जाएगा और फिर शाॅर्टलिस्ट किया जाएगा. 12 महीने की इंटर्नशिप के दौरान कैंडिडेट को हर माह 5000 रुपए स्टाइपेंड के तौर पर दिए जाएंगे, जिसमें 4500 रुपए केंद्र सरकार की ओर से और 500 रुपए संबंधित कंपनी के सीएसआर फंड से दिया जाएगा.

रतलाम में रेल हादसा: पेट्रोलियम उत्पाद ले जा रही मालगाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतरे, रेलवे ने शुरू की जांच

मध्य प्रदेश के रतलाम में दिल्ली-मुंबई मार्ग पर एक रेलवे यार्ड के पास गुरुवार रात पेट्रोलियम उत्पाद ले जा रही एक मालगाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए, लेकिन कोई घायल नहीं हुआ. रतलाम के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) रजनीश कुमार ने बताया कि एक वैगन से पेट्रोलियम का रिसाव हो रहा है और हम किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सभी सावधानी बरत रहे हैं.

उन्होंने कहा कि वैगनों को राजकोट से भोपाल के पास बकानिया-भौरी ले जाया जा रहा था. उन्होंने कहा कि मार्ग पर ट्रेन यातायात बहाल करने के प्रयास जारी हैं. डीआरएम ने कहा कि अप लाइन पर आवाजाही वाली ट्रेनें प्रभावित नहीं हुई हैं. हम जल्द ही डाउन लाइन की ट्रेनों को अप ट्रैक से चलाना शुरू कर देंगे. फिलहाल, घटना के कारण केवल दो ट्रेनें फंसी हुई हैं.

ट्रेन के तीन डिब्बे पटरी से उतरे

डीआरएम ने कहा कि ट्रेन के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए हैं. एक डिब्बे को हटा दिया गया है. दूसरे और तीसरे में थोड़ी दिक्कत है. लेकिन वह भी जल्द ही हटा लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सारे सबूत जुटाए जा रहे हैं. हम कोई ट्रेन रद्द नहीं कर रहे हैं, बस कुछ ट्रेनें लेट हो सकती हैं. यह ट्रेन राजकोट से आ रही थी और भोपाल के पास बकानिया जा रही थी.

रेल यातायात की बहाली पर ध्यान

घटना के तुरंत बाद, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी राहत और बचाव टीमों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, जबकि सार्वजनिक संबोधन प्रणाली पर घोषणा की गई. इसमें लोगों को पटरी से उतरे वैगनों से दूर रहने और सिगरेट या बीड़ी न जलाने के लिए कहा गया. किसी भी तोड़फोड़ की संभावना के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा कि हमारा ध्यान रेल यातायात की बहाली पर है. पटरी से उतरने का कारण जानने के लिए जांच की जा रही है.

नागार्जुन ने तेलंगाना मंत्री कोंडा सुरेखा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया,जाने पूरी मामला

तेलुगु अभिनेता नागार्जुन अक्किनेनी ने अपने बेटे और अभिनेता नागा चैतन्य और अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु के बीच तलाक के संबंध में की गई टिप्पणी के खिलाफ तेलंगाना मंत्री और कांग्रेस नेता कोंडा सुरेखा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है.

शिकायतकर्ता नागार्जुन का कहना है कि एक सार्वजनिक हस्ती के रूप में सार्वजनिक मंच का उपयोग करते हुए आरोपी ने दो अक्टूबर को गांधी जयंती कार्यक्रम में भाग लेने के दौरान मीडिया से बात करते हुए शिकायतकर्ता और उसके परिवार के बारे में अपमानजनक बयान दिए है.

तेलंगाना के मंत्री कोंडा सुरेखा की टिप्पणियों को लेकर अक्किनेनी नागार्जुन अदालत गए और नामपल्ली अदालत में मानहानि का मुकदमा दायर किया.

याचिका में कहा गया है कि उनके परिवार की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है. मंत्री कोंडा सुरेखा के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया.

कोंडा सुरेखा के खिलाफ केस दायर

मालूम हो कि एक्टर अक्किनेनी नागार्जुन के परिवार, नागा चैतन्य और सामंथा के निजी मामलों को लेकर मंत्री कोंडा सुरेखा की टिप्पणियों से हलचल मची हुई है. फिल्म सेलिब्रिटी पहले से ही कोंडा सुरेखा से नाराज हैं.

तेलंगाना के मंत्री कोंडा सुरेखा के खिलाफ नामपल्ली अदालत का दरवाजा खटखटाया गया और दावा किया गया कि उन्होंने ऐसी टिप्पणियां कीं जिससे उनके परिवार के सम्मान और प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है. उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करने के लिए याचिका दायर की गई थी.

एक्टर विजय देवराकोंडा ने की निंदा

एक्टर विजय देवराकोंडा ने कोंडा सुरेखा की टिप्पणियों की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ, राजनेताओं और उनके व्यवहार के बारे में मैं अपने विचारों और भावनाओं को अच्छी भाषा में व्यक्त करने के लिए संघर्ष कर रहा हूं.

उन्होंने कहा किमैं कुछ राजनेताओं को याद दिलाना चाहता हूं. हम अपना ख्याल रखने के लिए ही उन्हें वोट दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे, निवेश, नौकरी, समृद्धि, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुविधाओं में सुधार आदि के बारे में बात करने के लिए हम वोट देते हैं.